Daily खिलते हैं ये फूल रोज की पूजा के लिए उगाए यह फुल Pooja ke Phool पूजा के फूल जो गमले में खिले

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  • Опубликовано: 13 сен 2024
  • Daily खिलते हैं ये फूल रोज की पूजा के लिए उगाए यह फुल Pooja ke Phool पूजा के फूल जो गमले में खिले
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    धार्मिक मान्यताओं में फूलों का इस्तेमाल पूजा और उपासना के लिए किया जाता है भगवान केवल भाव के ही भूखे होते हैं भी यह नहीं देखे की भक्त ने उन्हें क्या अर्पित किया है या कैसा अर्पित किया इसके बावजूद भक्तों का प्रयास रहता है कि वह अपने भगवान को देवी देवताओं को तरह-तरह की पूजा से खुश करें फूल चढ़ाए देवी देवताओं की पूजा आराधना में किन-किन फूलों को अर्पित किया जाना चाहिए आगे इन बात पर चर्चा की गई है ।
    पूजन और जीवन में हर फूल का अपना अलग महत्व है जानते हैं कि फूल के साथ कैसे भाव छुपे हैं।
    श्री गणेश _ श्री गणेश श्री गणेश जी को तुलसी छोड़कर हर तरह के फूल पसंद है खास बात यह है कि गणपति को दूब अधिक प्रिय है दूब में तीन या पांच पत्तियां हो तो ज्यादा अच्छा रहता है।
    भगवान शिव_ भगवान शंकर को सभी सुगंधित फूल पसंद है चमेली श्वेत कमल शमी नाग चंपा धतूरा सामी खास गूलर पलस बेलपत्र केसर
    विष्णु जी विष्णु भगवान _ विष्णु जी को तुलसी बहुत पसंद है काली तुलसी और गौरी तुलसी उन्हें दोनों ही पसंद है कमल बेला चमेली घुमा खैर शमी चंपा आदि फुल
    माता को गेंदे और बेर के पेड़ का फूल अति प्रिय है. इन फूलों को मां की पूजा में करने से उनकी कृपा होगी।
    दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है. माता को गुलदाउदी और वट वृक्ष के फूल काफी पसंद है. इस दिन इनकी पूजा में इन फूलों को जरूर चढ़ाएं.
    चैत्र नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होती है. मां शैलपुत्री को लाल गुड़हल और सफेद कनेर का फूल अति प्रिय है तो मां की पूजा में इन फूलों को अवश्य चढ़ाएं.
    इनके अलावा हिंदू धर्म में अन्य देवी-देवताओं को भी विभिन्न प्रकार के फूल अर्पित किए जाते हैं। जैसे कि ब्रह्मा जी को कमल, कुसुम, और मालती का फूल चढ़ाया जाता है। इंद्र देव को केसर, कुसुम, और चंपा चढ़ाया जाता है।
    पूजा करने के लिए किस फूल का उपयोग किया जाता है?
    दिवाली के दौरान कई भारतीय घरों में विष्णु जी को कमल के फूल चढ़ाने की एक आम प्रथा है। कमल के फूल का हिंदू धर्म में एक विशेष स्थान है और ब्रह्मांड के संरक्षक भगवान विष्णु की पूजा में इसका विशेष महत्व है। कमल पवित्रता, ज्ञान और आध्यात्मिक विकास का प्रतीक है।
    भगवान का कौन सा फूल पसंद है?
    अपने प्रिय पुष्पों का उल्लेख महाभारत में युधिष्ठिर से करते हुए श्री कृष्ण कहते हैं- मुझे कुमुद, करवरी, चणक, मालती, पलाश व वनमाला के फूल प्रिय हैं। शंकर भगवान को चढ़ने वाले पुष्प मां भगवती को भी प्रिय हैं। इसके अलावा बेला, सफेद कमल, पलाश, चंपा के फूल भी चढ़ाए जा सकते हैं।
    सभी देवताओं को कौन सा फूल चढ़ाया जाता है?
    गेंदा देवताओं का एकमात्र ऐसा फूल है जिसे उसकी पंखुड़ियों के साथ वितरित किया जा सकता है और इसलिए इसे अद्वितीय माना जाता है। तुलसीदल के अंतर्गत आने वाले सभी फूलों के अलावा, अन्य सभी फूल विघ्नहर्ता को अर्पित किए जा सकते हैं। ऐसा कहा जाता है कि लाल गुड़हल वास्तव में भगवान गणेश को चढ़ाया जाने वाला सबसे पसंदीदा फूल है।
    पूजा के लिए किस फूल का उपयोग नहीं किया जाता है?
    देवी को दूब, मदार, हरसिंगार, बेल और तगर नहीं चढ़ाना चाहिए। चंपा और कमल के अलावा किसी भी फूल की कली मां को नहीं चढ़ानी चाहिए, कटसरैया, नागचंपा और बृहती के फूल वर्जित माने गए हैं।
    सदाबहार का फूल कौन से भगवान को चढ़ता है?
    सदाबहार फूल की माला बनाकर उसे पूजन में उपयोग किया जाता है और भगवान को अर्पित किया जाता है. इसके फूलों का चढ़ावा भगवान गणेश, माँ दुर्गा, और भगवान विष्णु को भी अर्पित किया जाता है. सदाबहार फूल को संग्रह करके उसे धार्मिक स्थलों में विशेष पूजा के लिए उपयोग किया जाता है, जिससे भक्तों का मन शांति और आनंद से भर जाता है.

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