गुरु जी हिन्दू धर्म में कोई भी मर गई तो उन्हों लोगों जब तक उनकी अर्थी आरती उठना है तो सब वही बोलता है राम राम सत्य है सब के एही गत है इन हिन्दू को कैसे समझाए साहेब बंदगी सतनाम
साहेब अकल बिहूने जीव तो अजर अमर है जीव सोई जो जिए तिहू काला यानी जीव तो तीनों काल जी रहा है किंतु जीव कर भोग रहा है इसलिए एक शरीर से दूसरे शरीर मैं जा रहा है अब कबीर साहेब बोलते हैं जीव पवन से अलग है जीव पवन में आ गया इसलिए ये सांस ले रहा है साहेब अकल बिहूने जीव ही बिस्वा बीस है जीव नहीं मरता मरता है शरीर साहेब। भरमाओ दास जी जीव। और शिव दोनों प्रगट भए है और एक स्वामी हैं और एक दास है ओर कुछ जाने नहीं सिर्फ राम के नाम की ही आस करना अब आप बोल रहे हो जीव और ब्रह्म पैदा नहीं होते तो साहेब। ये दोहा पड़लो जब कोई नहीं था तब सिर्फ एक ही परमात्मा था। तब कोई बंश नहीं था। तब साहेब ने प्रगट किए ब्रह्म और जीव। आप साहेब। आप बोल रहे हो ब्रह्म। का जन्म नहीं होता तो साहेब आप चार राम कहा से ले आए तो इससे ये सिद्ध होता है कि एक परमात्मा का जन्म नहीं होता है और सबका प्रगट यानी जन्म होता है भरमाओ दास जी
साहेब बंदगी सतनाम गुरुजी
सहेब बंदगी सतनाम गुरु जी👣🌹🌹🌹🙏🙏🙏
साहिब बंदगी सतनाम गुरु जी
Saheb bandgi saheb ji
❤❤😊😊 Satnam Saheb Bandagi Guruji
Saheb bandgi
Saheb bandagi satanam guruji
Jay Satnam Saheb ji
Sahebbandgi saheb ji
सत्य कबीर साहेब की जय-जयकार. सतनाम जी
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साहिब बंदगी सतनाम
साहेब बंदगी सतनाम 🎉🎉🎉
Saheb Bandgi Satnam ❤
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Satnam guru ji
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સાહેબ બંદગી.સતનામ સતગુરુ.નિતિનદાસજી.સાહેબ કી.જય જય હો🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🦶🦶
Jai shree ram
Satshaheb bandgi
❤❤❤❤❤satsahbbangcdsatshab
Saheb bandgi subh kamnaye koti koti pranam
🤲🌹🙏satnam guru ji🤲🌹🙏jyoti kabirpanthi🤲🌹🙏
Satnam shree waheguru satguru shahenshah🥀🥀🥀🥀 pita Ji ki jai ho❤❤❤❤❤
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साहिब ❤ से बंदगी स्वीकार हो....
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गुरु जी हिन्दू धर्म में कोई भी मर गई तो उन्हों लोगों जब तक उनकी अर्थी आरती उठना है तो सब वही बोलता है राम राम सत्य है सब के एही गत है इन हिन्दू को कैसे समझाए साहेब बंदगी सतनाम
भोमाराम नालिया भोमाराम नालिया गोङू
Beejak sahi kaun see hai
साहेब अकल बिहूने जीव तो अजर अमर है जीव सोई जो जिए तिहू काला यानी जीव तो तीनों काल जी रहा है किंतु जीव कर भोग रहा है इसलिए एक शरीर से दूसरे शरीर मैं जा रहा है अब कबीर साहेब बोलते हैं जीव पवन से अलग है जीव पवन में आ गया इसलिए ये सांस ले रहा है साहेब अकल बिहूने जीव ही बिस्वा बीस है जीव नहीं मरता मरता है शरीर साहेब। भरमाओ दास जी जीव। और शिव दोनों प्रगट भए है और एक स्वामी हैं और एक दास है ओर कुछ जाने नहीं सिर्फ राम के नाम की ही आस करना अब आप बोल रहे हो जीव और ब्रह्म पैदा नहीं होते तो साहेब। ये दोहा पड़लो जब कोई नहीं था तब सिर्फ एक ही परमात्मा था। तब कोई बंश नहीं था। तब साहेब ने प्रगट किए ब्रह्म और जीव। आप साहेब। आप बोल रहे हो ब्रह्म। का जन्म नहीं होता तो साहेब आप चार राम कहा से ले आए तो इससे ये सिद्ध होता है कि एक परमात्मा का जन्म नहीं होता है और सबका प्रगट यानी जन्म होता है भरमाओ दास जी
साहेब बंदगी सतनाम गुरुजी