विश्वावसु गन्धर्व-राज कवच (वनस्थ योगी श्री६श्री गुरु श्री शिवदत्त स्मारक गड्डी ,जोधपुर) 9414849604
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- Опубликовано: 10 фев 2025
- श्री विश्वावसु गन्धर्व-राज कवच स्तोत्रम् प्रणाम-मन्त्रः-
ॐ श्रीगणेशाय नमः ।। ॐ श्रीगणेशाय नमः ।। ॐ श्रीगणेशाय नमः ।। ॐ श्रीसप्त-श्रृंग-निवासिन्यै नमः ।। ॐ श्रीसप्त-श्रृंग-निवासिन्यै नमः ।। ॐ श्रीसप्त-श्रृंग-निवासिन्यै नमः ।। ॐ श्रीविश्वावसु-गन्धर्व-राजाय कन्याभिः परिवारिताय नमः ।। ॐ श्रीविश्वावसु-गन्धर्व-राजाय कन्याभिः परिवारिताय नमः ।। ॐ श्रीविश्वावसु-गन्धर्व-राजाय कन्याभिः परिवारिताय नमः ।। ।। पूर्व-पीठिका ।। ॐ नमस्कृत्य महा-देवं, सर्वज्ञं परमेश्वरम् ।। ।। श्री पार्वत्युवाच ।। भगवन् देव-देवेश, शंकर परमेश्वर ! कथ्यतां मे परं स्तोत्रं, कवचं कामिनां प्रियम् ।। जप-मात्रेण यद्वश्यं, कामिनी-कुल-भृत्यवत् । कन्यादि-वश्यमाप्नोति, विवाहाभीष्ट-सिद्धिदम् ।। भग-दुःखैर्न बाध्येत, सर्वैश्वर्यमवाप्नुयात् ।। ।। श्रीईश्वरोवाच ।। अधुना श्रुणु देवशि ! कवचं सर्व-सिद्धिदं । विश्वावसुश्च गन्धर्वो, भक्तानां भग-भाग्यदः ।। कवचं तस्य परमं, कन्यार्थिणां विवाहदं । जपेद् वश्यं जगत् सर्वं, स्त्री-वश्यदं क्षणात् ।। भग-दुःखं न तं याति, भोगे रोग-भयं नहि । लिंगोत्कृष्ट-बल-प्राप्तिर्वीर्य-वृद्धि-करं परम् ।। महदैश्वर्यमवाप्नोति, भग-भाग्यादि-सम्पदाम् । नूतन-सुभगं भुक्तवा, विश्वावसु-प्रसादतः ।। विनियोगः- ॐ अस्यं श्री विश्वावसु-गन्धर्व-राज-कवच-स्तोत्र-मन्त्रस्य विश्व-सम्मोहन वाम-देव ऋषिः, अनुष्टुप् छन्दः, श्रीविश्वावसु-गन्धर्व-राज-देवता, ऐं क्लीं बीजं, क्लीं श्रीं शक्तिः, सौः हंसः ब्लूं ग्लौं कीलकं, श्रीविश्वावसु-गन्धर्व-राज-प्रसादात् भग-भाग्यादि-सिद्धि-पूर्वक-यथोक्त॒पल-प्राप्त्यर्थे जपे विनियोगः ।। ऋष्यादि-न्यासः- विश्व-सम्मोहन वाम-देव ऋषये नमः शिरसि, अनुष्टुप् छन्दसे नमः मुखे, श्रीविश्वावसु-गन्धर्व-राज-देवतायै नमः हृदि, ऐं क्लीं बीजाय नमः गुह्ये, क्लीं श्रीं शक्तये नमः पादयो, सौः हंसः ब्लूं ग्लौं कीलकाय नमः नाभौ, श्रीविश्वावसु-गन्धर्व-राज-प्रसादात् भग-भाग्यादि-सिद्धि-पूर्वक-यथोक्त॒पल-प्राप्त्यर्थे जपे विनियोगाय नमः सर्वांगे ।। षडङ्ग-न्यास - कर-न्यास - अंग-न्यास - ॐ क्लीं ऐं क्लीं अंगुष्ठाभ्यां नमः हृदयाय नमः ॐ क्लीं श्रीं गन्धर्व-राजाय क्लीं तर्जनीभ्यां नमः शिरसे स्वाहा ॐ क्लीं कन्या-दान-रतोद्यमाय क्लीं मध्यमाभ्यां नमः शिखायै वषट् ॐ क्लीं धृत-कह्लार-मालाय क्लीं अनामिकाभ्यां नमः कवचाय हुम् ॐ क्लीं भक्तानां भग-भाग्यादि-वर-प्रदानाय कनिष्ठिकाभ्यां नमः नेत्र-त्रयाय वौषट् ॐ क्लीं सौः हंसः ब्लूं ग्लौं क्लीं करतल-कर-पृष्ठाभ्यां नमः अस्त्राय फट् मन्त्रः- ॐ क्लीं विश्वावसु-गन्धर्व-राजाय नमः ॐ ऐं क्लीं सौः हंसः सोहं ऐं ह्रीं क्लीं श्रीं सौः ब्लूं ग्लौं क्लीं विश्वावसु-गन्धर्व-राजाय कन्याभिः परिवारिताय कन्या-दान-रतोद्यमाय धृत-कह्लार-मालाय भक्तानां भग-भाग्यादि-वर-प्रदानाय सालंकारां सु-रुपां दिव्य-कन्या-रत्नं मे देहि-देहि, मद्-विवाहाभीष्टं कुरु-कुरु, सर्व-स्त्री वशमानय, मे लिंगोत्कृष्ट-बलं प्रदापय, मत्स्तोकं विवर्धय-विवर्धय, भग-लिंग-रोगान् अपहर, मे भग-भाग्यादि-महदैश्वर्यं देहि-देहि, प्रसन्नो मे वरदो भव, ऐं क्लीं सौः हंसः सोहं ऐं ह्रीं क्लीं श्रीं सौं ब्लूं ग्लौं क्लीं नमः स्वाहा ।। (२०० अक्षर, १२ बार जपें) गायत्री मन्त्रः- ॐ क्लीं गन्धर्व-राजाय विद्महे कन्याभिः परिवारिताय धीमहि तन्नो विश्वावसु प्रचोदयात् क्लीं ।। (१० बार जपें) ध्यानः- क्लीं कन्याभिः परिवारितं, सु-विलसत् कह्लार-माला-धृतन्, स्तुष्टयाभरण-विभूषितं, सु-नयनं कन्या-प्रदानोद्यमम् । भक्तानन्द-करं सुरेश्वर-प्रियं मुथुनासने संस्थितम्, स्रातुं मे मदनारविन्द-सुमदं विश्वावसुं मे गुरुम् क्लीं ।ध्यान के बाद, उक्त मन्त्र को १२ बार तथा गायत्री-मन्त्र को १० बार जपें । कवच मूल पाठ ।कवच मूल पाठ ।। क्लीं कन्याभिः परिवारितं, सु-विलसत् माला-धृतन्- स्तुष्टयाभरण-विभूषितं, सु-नयनं कन्या-प्रदानोद्यमम् । भक्तानन्द-करं सुरेश्वर-प्रियं मिथुनासने संस्थितं, त्रातुं मे मदनारविन्द-सुमदं विश्वावसुं मे गुरुम् क्लीं ।१।क्लीं विश्वावसु शिरः पातु, ललाटे कन्यकाऽधिपः । नेत्रौ मे खेचरो रक्षेद्, मुखे विद्या-धरं न्यसेत् क्लीं ।२।क्लीं नासिकां मे सुगन्धांगो, कपोलौ कामिनी-प्रियः । हनुं हंसाननः पातु, कटौ सिंह-कटि-प्रियः क्लीं ।३। क्लीं स्कन्धौ महा-बलो रक्षेद्, बाहू मे पद्मिनी-प्रियः । करौ कामाग्रजो रक्षेत्, कराग्रे कुच-मर्दनः क्लीं ।४।क्लीं हृदि कामेश्वरो रक्षेत्, स्तनौ सर्व-स्त्री-काम-जित् । कुक्षौ द्वौ रक्षेद् गन्धर्व, ओष्ठाग्रे मघवार्चितः क्लीं ।५।क्लीं अमृताहार-सन्तुष्टो, उदरं मे नुदं न्यसेत् । नाभिं मे सततं पातु, रम्भाद्यप्सरसः प्रियः क्लीं ।६।क्लीं कटिं काम-प्रियो रक्षेद्, गुदं मे गन्धर्व-नायकः । लिंग-मूले महा-लिंगी, लिंगाग्रे भग-भाग्य-वान् क्लीं ।।७ ।। क्लीं रेतः रेताचलः पातु, लिंगोत्कृष्ट-बल-प्रदः । दीर्घ-लिंगी च मे लिंगं, भोग-काले विवर्धय क्लीं ।। ८ ।। क्लीं लिंग-मध्ये च मे पातु, स्थूल-लिंगी च वीर्यवान् । सदोत्तिष्ठञ्च मे लिंगो, भग-लिंगार्चन-प्रियः क्लीं ।९।क्लीं वृषणं सततं पातु, भगास्ये वृषण-स्थितः । वृषणे मे बलं रक्षेद्, बाला-जंघाधः स्थितः क्लीं ।१०।क्लीं जंघ-मध्ये च मे पातु, रम्भादि-जघन-स्थितः । जानू मे रक्ष कन्दर्पो, कन्याभिः परिवारितः क्लीं । ११। क्लीं जानू-मध्ये च मे रक्षेन्नारी-जानु-शिरः-स्थितः । पादौ मे शिविकारुढ़ः, कन्यकादि-प्रपूजितः क्लीं ।१२।क्लीं आपाद-मस्तकं पातु, धृत-कह्लार-मालिका । भार्यां मे सततं पातु, सर्व-स्त्रीणां सु-भोगदः क्लीं ।१३।क्लीं पुत्रान् कामेश्वरो पातु, कन्याः मे कन्यकाऽधिपः । धनं गेहं च धान्यं च, दास-दासी-कुलं तथा क्लीं ।१४।क्लीं विद्याऽऽयुः सबलं रक्षेद्, गन्धर्वाणां शिरोमणिः । यशः कीर्तिञ्च कान्तिञ्च, गजाश्वादि-पशून् तथा क्लीं ।१५। ...........
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Har har Mahadev Shri shivay namshtubhyam Shri shivay namshtubhyam Shri shivay namshtubhyam Shri shivay namshtubhyam Shri shivay 🕉️🕉️🕉️🔱🔱🕉️🌹🔱🕉️🌹
ओम श्री गणेश नमः ❤❤❤❤❤❤
लड़के के विवाह के लिए कौन सा मंत्र कार्य रहेगा बताना साहब
ॐ नमः शिवाय, गुरु राजेंद्र जी I बहुत कृपा आपकी जो आपने इतना सुंदर और शुद्ध पाठ श्रवण कराया I आपका अनंत बार धन्यवाद I
आभार , प्रणाम
Khup Sundar aawaj
Har har Mahadev jai ma Parvati ❤
जय हो प्रणाम गुरुजी
प्रणाम मिश्राजी , मैं गुरुजी नहीं हूँ , उम्र में ६२ वर्ष का हूँ इस नाते बड़ा या छोटा भ्राता हूँ
Kotti kotti pranamgurudev
आभार प्रणाम प्रियंका जी
Om sri biswabasu ghandharbaraja namo namo
Koti Koti pranam gurudeb
🌹II जै श्री दादाजी II🌹
Jay gurudev ji jaygurumata ji Aapke charankamlo m hamara koti koti bar pranam
Koti koti pranam. Guruji🙏
Tumchyavar bhagvantachi vishesh krupa aahe .apratim aavaj
सादर प्रणाम ,
ruclips.net/video/LDPtB4TP_lM/видео.htmlsi=Md9CPoUKFVLN8EjM
Jai ho
Har har Mahadev
Jay Ho Gurudev
Thank you gurujii
Dil ko sakoon mila sunkar
Jai 🙏
आभार प्रणाम प्रियंका बहनजी
Dhanyawad Rajendra ji
नमस्कार सुप्रिया बहन जी
जय हो
Sriman Vyas ji Pali whale ko sadar pranam ❤
प्रणाम व्यास जी सुरेंद्र जी
🙏🙏
❤ Har Har Mahadev ❤
Jo
ZindgibharR
Sbkaaa
Mzaaak
Uadtaaye
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤❤❤
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
jaya bajaranga bali
Aati..sundar
Bahut sundar
😮
Tumchya aawajat khup pavitrya aahe
आभार , प्रणाम
Guruji Shree Mahavidya Stotra par video banaiye.please
ruclips.net/video/DgkRQDlXNHc/видео.htmlfeature=shared
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23🎉25🎉+++++💕
PREM
Mrnekeliye
Huaa
Hain❤RO
ShareerR
Javab De
Swaaahaaaa
कृपया विधिः को विस्तार से जानकारी साझा करने की कृपा करें
Kya yaksh kavach hota hai please btaye
Is there any problem while we chant Mantra 12 times..
Girls ke liye bhi hai kya ye mantra
Yaksh -yakshini kavach ke baare m btaye .
जोधपुर में कहा पर रहते हो महाराज जी
शाम को6 बजे श्रीशिव दत्त स्मारक गड्डी , सिवांची गेट जोधपुर
9414849604
आप से किस समय फ़ोन पर बात कर सकता हूँ
@@parvinsingh7578 साढ़े सात से 8 के मध्य फ्री रहता हूँ
@@parvinsingh7578 आपके नम्बर ?
Bhogtaakouin??????
Could u write the mantra in english please
Kitne din karna shadi ke liye aur vidhi kya he
९० दिन नित्य श्रवण करें
Meri
UmarR
Kya
Hai?????
if someone got any result. please share your experience
२०० अक्षर वाला जो मंत्र है इसको १२ बारह न जपकर अधिक बार जपकर अंत मैं कवच का पाठ कर ले तो चल सकता है?
Ke Hote To sirji Aapka
Kha Avshya
Maante
YahainnTo
Nalaykkpati
Ki
Laachariee
Se
Prem
Karna
Pdtaa
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Tum jaise
RAKSHS
UPDRI
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉jeenenhinndeingein
Mujhe😂kbhipiles
❤kbhi
BvaaseerR❤
Kbhi
Chhoti goli
Kabhi
Teil
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Kabhi
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Bs
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Khichdtieee
Pkaa
Sktiiiiye
HindouistaanN
Ki
Jntaaa
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Bhot Rhe Sb
Ladki sun sakti hai
ladki sun sakti h?
क्यों नहीं 90 दिन तक नियमित सुमन श्रद्धा से इच्छित वर मिलेगा
Har har Mahadev
Jay ho gurudev
Jai ho
प्रणाम