धर्माचार्य सल्लाम जी सेवा जोहार सबसे पहले वर्तमान में भारत की 2025 में जनगणना होना है तो गोंडी लोग धर्म के कालम में क्या लिखेंगे ये जानना चाहते हैं और यह बहुत जरूरी है। इस जनगणना के हिसाब से हमारी जनसंख्या के आधार पर हमारे समाज के लिए योजनाएं बनाई जाएगी। अतः जनगणना के लिए धर्म का कालम को भरना पड़ेगा इसलिए पत्रकार महोदय से निवेदन है कि सल्लाम जी से इस मामले में खुलासा करें ताकि गोंड लोग जनगणना में जाति और अपना धर्म लिख सकें ।
आदिवासी धर्म नहीं है आदिवासी एक समूह है आदिवासी अकेले नहीं समूह में रहता है हिंदू भी कोई धर्म नहीं है एक समूह है हिन्दू फारसी शब्द है इसका संबंध इरान से है हिंदू धर्म का रिति रिवाज पारसी धर्म के धर्म ग्रंथ जेंन्द अवेस्ता में यज्ञ-हवन का वर्णन है परंतु मंदिरों में भारतीय देवी-देवता के साथ ग्रीक कुषाण का देव जियुस को इन्द्र ,एंथिना को लक्ष्मी देवी नाना देवी दूर्गा को दुर्गा देवी का नाम भारत में दिया गया है भारत नागों का देश है इसी से नागरिक शब्द बना है गरुड का प्रतीक विष्णु जो नागों का दुश्मन है ये सब विडोनेशिया ग्रीको का देव है इरान का देव ब्रह्मा सरस्वती पारसी रितिक रिवाज से पुजा पद्धति से करते हैं भारत में तीन प्रकार का ब्राह्मण है ग्रीक ब्राह्मण, इरानी ब्राह्मण और भारतीय ब्राह्मण है यही लोग ग्रन्थ वेद लिखने वाले हैं जो भारत देश का इतिहास को छोड़कर अपने पुर्वजों का इतिहास वेदों और ग्रंथों में लिखा है
आपने कहा ब्राह्मण तीन देशों से है 16:50 भारतीय ब्राह्मण को कैसे पहचानें? और विदेशी ब्राह्मण को कैसे पहचानें? कृपया मैं सत्य क्या है जानना चाहता हुं समझना चाहता हूं क्योंकि अपनी समाज अनेक संप्रदाय में बंटे हुए हैं इन्हें कैसे समझाया जाये....।
सलाम जी फिलहाल गोंडी धर्म की बात करो और अपनी सभ्यता और संस्कृति पर आधारित बात करो पत्रकार महोदय का पूछना भी सही है उनकी बात को ध्यान में रखते हुए भी जवाब दें ।
जीवन क्या है? जीवन कैसे जीया जाए? आत्मिक सुख शांति पाने की बात है, अब आगे इसके लिए धर्म ग्रंथ लिखा जाए और तरह तरह के विधि विधान बनाया जाए-- देखिए ये स्थिति पहले की रही है, अत्याधुनिक अनुशंधानो- शोधों द्वारा मनोविज्ञान की गहराई में उतरकर समाधान ढूँढ़ा जा सकता है। हमारा ताओल धारा कुछ इसी तरह के प्रयास में जुटा हुआ है। इसका पूरा नाम ट्राइबल आर्ट ऑफ लिविंग है, इसका पहला खण्ड पूर्ण हो चुका है, दूसरा खंड के -९० पृष्ट तक लेखन हो चुका है और निरतर यह कार्य जारी है। पत्रकार महोदय कभी हमसे भी चर्चा तो करें।-- ताओल धारा, खूँटी
Daram sangsad me 1954 se 1990 thak worangchi hodharam Lakhobodra orld guru keyong gosith hua hai aur dharam sabah me bharath sarkar ki tharab se 1954 se 1990 thak Lakho bodra ho dharam ko First frize keyong detha tha ho daram sarb serest damam hai jai johar hirla❤❤❤❤❤❤❤
हिंदू यदि भौगोलिक पहचान नहीं है तो महज एक अवधारणा है जिसे हिन्दुस्तानी, हिंदुस्तान की आड़ लेकर खड़ा किया गया है। जिसके विभिन्न तबकों में आपस में कोई रोटी बेटी का मान्य रिश्ता नहीं है। ब्राह्मण धर्म ने अपने आप को हिंदू नाम में छिपा लिया है। लेकिन आदिवासी ( आदि मूल निवासी) कोई धर्म नहीं है एक निवास काल सूचक है। और जनजाति ( Tribe) एक नस्लीय, भाषाई, टेरिटोरियल समुदाय है । इनके उप प्रजाति भी होते हैं। अन्य धर्म पंथ ( Religion) की भांति यह कोई रिलिजन नहीं है। अतः जनगणना हेतु एक जनजाति का column होना ही चाहिए। धन्यवाद।
Lakho bodra ho Adibasiyong dharam Worangchithi ko 1954 se 1990 thak bharat sarkar ne Daram sangsad ka first frise Lakho bodra ko keyong miltha tha jai worangchithi Lipi sabseserest hai jai ho sarna daramkod jindabad hirla❤❤❤❤❤❤
आदिवासी जातियां,एक व्यवस्था,रूप,है सर,इन, बाबा से, इन्टरव्यू मत,लो, गलत ही, संदेश पैदा कर रहे हैं भगवान को,भी गलत, तरीके से बता, रहे हैं 😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢
Adivasi sabad kab aaya kisne suru kiya gondvana me to sab gond log hi rahte the rajishthan me gond bhil rahte hai mp me Raj Gond rahate hai sabhi sthano me gond milege par sabhi gond log hi hai sabhi rajyon me apni boli bhasha ke hisab se
Jab british ne census karwaya tha tab aboriginal , Nativ bola tha gond, ho, oraon, santhal, munda etc ko. Tribe nahi bola tha Native aboriginal bola tha, jisko hindi mein adivasi bola gaya..
ভাৰতবৰ্ষ ক ভাগ ভাগ কৰাৰ চেষ্টা নকৰিব বৰ্তমান সময়ত বাংলাদেশত কি আচৰিত কাণ্ড কাৰখানা হৈছে । গম পাইছে নে? আমি হিন্দু হিচাপে এক হৈ থকা উচিত। JAI BHARAT . JAI ADIVASI.
Kisi na kisi niti niym men her koi chalta hai pratyek bykti ka apna ek niji dharm hota hai phir ek pariwar ka kul ka pure samuday ka koi na koi dharm jarur hota hai ydi kisi ke pas koi dharm nahi hai to waha pashu hai kisi bhi devi devta ko nahi mante wha baudh hoga ya esai hoga ham baster wasi hamare pas saikdon devi devta hain hamare baster men dev sanskri surkshit hai ham pitri upasak aur matri upasak hain yaha hamara dharm hai
धर्माचार्य सल्लाम जी सेवा जोहार सबसे पहले वर्तमान में भारत की 2025 में जनगणना होना है तो गोंडी लोग धर्म के कालम में क्या लिखेंगे ये जानना चाहते हैं और यह बहुत जरूरी है। इस जनगणना के हिसाब से हमारी जनसंख्या के आधार पर हमारे समाज के लिए योजनाएं बनाई जाएगी। अतः जनगणना के लिए धर्म का कालम को भरना पड़ेगा इसलिए पत्रकार महोदय से निवेदन है कि सल्लाम जी से इस मामले में खुलासा करें ताकि गोंड लोग जनगणना में जाति और अपना धर्म लिख सकें ।
Jay johar jay adivasi hum non judicial hai
आदिवासी धर्म नहीं है आदिवासी एक समूह है आदिवासी अकेले नहीं समूह में रहता है हिंदू भी कोई धर्म नहीं है एक समूह है हिन्दू फारसी शब्द है इसका संबंध इरान से है हिंदू धर्म का रिति रिवाज पारसी धर्म के धर्म ग्रंथ जेंन्द अवेस्ता में यज्ञ-हवन का वर्णन है परंतु मंदिरों में भारतीय देवी-देवता के साथ ग्रीक कुषाण का देव जियुस को इन्द्र ,एंथिना को लक्ष्मी देवी नाना देवी दूर्गा को दुर्गा देवी का नाम भारत में दिया गया है भारत नागों का देश है इसी से नागरिक शब्द बना है गरुड का प्रतीक विष्णु जो नागों का दुश्मन है ये सब विडोनेशिया ग्रीको का देव है इरान का देव ब्रह्मा सरस्वती पारसी रितिक रिवाज से पुजा पद्धति से करते हैं भारत में तीन प्रकार का ब्राह्मण है ग्रीक ब्राह्मण, इरानी ब्राह्मण और भारतीय ब्राह्मण है यही लोग ग्रन्थ वेद लिखने वाले हैं जो भारत देश का इतिहास को छोड़कर अपने पुर्वजों का इतिहास वेदों और ग्रंथों में लिखा है
आपने कहा ब्राह्मण तीन देशों से है 16:50 भारतीय ब्राह्मण को कैसे पहचानें? और विदेशी ब्राह्मण को कैसे पहचानें? कृपया मैं सत्य क्या है जानना चाहता हुं समझना चाहता हूं क्योंकि अपनी समाज अनेक संप्रदाय में बंटे हुए हैं इन्हें कैसे समझाया जाये....।
@@Yuvraj1977-yq4uv brahman indian nahi hai. Aaj se 2000 saal pehle aaya brahman..
बहुत सुन्दर सलामे जी समाज को अपनी पहचान को जीवित रखने के लिए यह व्याख्यान एक नीव का पत्थर साबित होगा। आप दोनों को दिल से सेवा मान , सेवा जोहार।
Sir book ka naam kya hai ?
पारी कुपार लिंगो
कोया पुनेम दर्शन
सलाम जी फिलहाल गोंडी धर्म की बात करो और अपनी सभ्यता और संस्कृति पर आधारित बात करो पत्रकार महोदय का पूछना भी सही है उनकी बात को ध्यान में रखते हुए भी जवाब दें ।
जीवन क्या है? जीवन कैसे जीया जाए? आत्मिक सुख शांति पाने की बात है, अब आगे इसके लिए धर्म ग्रंथ लिखा जाए और तरह तरह के विधि विधान बनाया जाए-- देखिए ये स्थिति पहले की रही है, अत्याधुनिक अनुशंधानो- शोधों द्वारा मनोविज्ञान की गहराई में उतरकर समाधान ढूँढ़ा जा सकता है। हमारा ताओल धारा कुछ इसी तरह के प्रयास में जुटा हुआ है। इसका पूरा नाम ट्राइबल आर्ट ऑफ लिविंग है, इसका पहला खण्ड पूर्ण हो चुका है, दूसरा खंड के -९० पृष्ट तक लेखन हो चुका है और निरतर यह कार्य जारी है। पत्रकार महोदय कभी हमसे भी चर्चा तो करें।-- ताओल धारा, खूँटी
आदिवासी हिन्दू नहीं है 🙏🙏🙏 जय जोहार जय आदिवासी जय भीम जय संविधान 💛💛💛💛💛💙💙💙
Daram sangsad me 1954 se 1990 thak worangchi hodharam Lakhobodra orld guru keyong gosith hua hai aur dharam sabah me bharath sarkar ki tharab se 1954 se 1990 thak Lakho bodra ho dharam ko First frize keyong detha tha ho daram sarb serest damam hai jai johar hirla❤❤❤❤❤❤❤
हिंदू यदि भौगोलिक पहचान नहीं है तो महज एक अवधारणा है जिसे हिन्दुस्तानी, हिंदुस्तान की आड़ लेकर खड़ा किया गया है। जिसके विभिन्न तबकों में आपस में कोई रोटी बेटी का मान्य रिश्ता नहीं है। ब्राह्मण धर्म ने अपने आप को हिंदू नाम में छिपा लिया है। लेकिन आदिवासी ( आदि मूल निवासी) कोई धर्म नहीं है एक निवास काल सूचक है। और जनजाति ( Tribe) एक नस्लीय, भाषाई, टेरिटोरियल समुदाय है । इनके उप प्रजाति भी होते हैं। अन्य धर्म पंथ ( Religion) की भांति यह कोई रिलिजन नहीं है। अतः जनगणना हेतु एक जनजाति का column होना ही चाहिए। धन्यवाद।
Lakho bodra ho Adibasiyong dharam Worangchithi ko 1954 se 1990 thak bharat sarkar ne Daram sangsad ka first frise Lakho bodra ko keyong miltha tha jai worangchithi Lipi sabseserest hai jai ho sarna daramkod jindabad hirla❤❤❤❤❤❤
आदिवासी जातियां,एक व्यवस्था,रूप,है सर,इन, बाबा से, इन्टरव्यू मत,लो, गलत ही, संदेश पैदा कर रहे हैं भगवान को,भी गलत, तरीके से बता, रहे हैं 😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢
Nice dada ji
आप एक बार दादा राधेश्याम कोकडीया से चर्चा करे सर 🙏🙏
सभी जनजातियों में प्रकृति की पूजा पद्धति और रीति रिवाज जुड़े हुए हैं
Aadivasi hindu nhe h...adivasiyo ka customere law lagu hota h
Jo jis pasu pakchi ki pehchan me hai ped podhon ko leke gottra milege
JOHAR. Pure Bharat. Ke ADIVASION ki Ek hi dharam. "SARNA "Dharam par Aastha Rakhna Chahiey. Tabhi. ADIVASI Bachega. Aneyata Nahi.
Adivasi sabad kab aaya kisne suru kiya gondvana me to sab gond log hi rahte the rajishthan me gond bhil rahte hai mp me Raj Gond rahate hai sabhi sthano me gond milege par sabhi gond log hi hai sabhi rajyon me apni boli bhasha ke hisab se
Anpadh gond ke alawa aur bhi adivasi community hain oraon, munda, santhal, ho, asur etc..
Jab british ne census karwaya tha tab aboriginal , Nativ bola tha gond, ho, oraon, santhal, munda etc ko. Tribe nahi bola tha Native aboriginal bola tha, jisko hindi mein adivasi bola gaya..
ভাৰতবৰ্ষ ক ভাগ ভাগ কৰাৰ চেষ্টা নকৰিব
বৰ্তমান সময়ত বাংলাদেশত কি আচৰিত কাণ্ড কাৰখানা হৈছে । গম পাইছে নে? আমি হিন্দু হিচাপে এক হৈ থকা উচিত। JAI BHARAT . JAI ADIVASI.
Aadiwasi dharm ko nhi sanskriti ko manta h
Kisi na kisi niti niym men her koi chalta hai pratyek bykti ka apna ek niji dharm hota hai phir ek pariwar ka kul ka pure samuday ka koi na koi dharm jarur hota hai ydi kisi ke pas koi dharm nahi hai to waha pashu hai kisi bhi devi devta ko nahi mante wha baudh hoga ya esai hoga ham baster wasi hamare pas saikdon devi devta hain hamare baster men dev sanskri surkshit hai ham pitri upasak aur matri upasak hain yaha hamara dharm hai
Godi bhasha me punem ko hi dharam kahte hai
आप एक बार दादा राधेश्याम कोकडीया से चर्चा करे सर 🙏🙏
8989698989 इस नंबर पर आप राधेश्याम जी का नंबर भेजिएगा
Jo jis pasu pakchi ki pehchan me hai ped podhon ko leke gottra milege