कबीर साहेब की वाणी को स्कूल से पढ़ाया जाता है फिर भी लोग अंधविश्वासी बने रहते हैं... कबीर साहेब का ज्ञान मिलना जरूरी है क्योंकि यह किसी भी मत, मजहब और परंपरा का ज्ञान नहीं बल्कि सत्य का ज्ञान है। ऐसा ज्ञान ही किसी को सुकून और शांति दे सकता है। खूब खूब प्रेम और अनंत साधुवाद!
Ek Kabir panthi log koi Ram manta ko Krishna manta hai koi Shyam manta hai koi aap Kabir mante Hain kisi mein takat hai ki duniya mein Jo ghatit Ho Raha hai
*सभी धर्मों के कमीशन एजेंट अपने शिष्यों को अपने आराध्य का पता बताते हैं लेकिन अपने शिष्यों को लुटेरे हत्यारे आतंकियों का पता नहीं बताते हैं ? क्या दाल में कुछ काला है या पुरी दाल काली है* *ब्रह्माण्डगुरु बीरेंद्र सिंह ब्रह्माण्ड पीठाधीश्वर*
हे मेरे प्यारे, वही काम तो आप भी कर रहे हैं... आपके पड़ोसी भी आपको नहीं जानते और अपने लिए ब्रह्मांड गुरु लिख रहे हैं तो उनमें और आप में क्या फर्क रह गया... आप तो बहुत बड़ा यानी वैश्विक घोटाला कर रहे हैं...
@@khushhalzindagitv श्रीमान जी आप बिलकुल सही बोल रहे हैं हम ईश्वर को उतना ही जानते हैं जितना हमारे शरीर में के बैक्टेरिया हमको जानते हैं और दूध दही के बैक्टीरिया दूध दही को जानते हैं हम वैश्विक घोटालेबाज नहीं हैं क्योंकि हमने धर्म के नाम पर धन उगाही का धंधा नहीं किया है हम तो बस यही सबको समझाने में लगे हैं *तथाकथित धर्मों का एक ही धंधा है धर्म के नाम पर एक सरकारी गैर सरकारी भवनों कार्यालयों विद्यालयों जमीनों पर कब्जा कर सबसे धन उगाही करे तो धर्म बोलता है और दुसरे धर्म के नाम पर वही करें तो अधर्म बोलता है* *मो को कहां ढूंढे रे बंदे मैं तो हूं विश्वास में* *#यत्त_पिंडे_तत्त_ब्रह्मांडे* *#एकोहं_वहुष्याम** : उससे अलग कोई वस्तु नहीं है जिससे जुगाड करके सृष्टि का रचना किया है! सर्वत्र सभी उसी का रूप है वही है* *हममें तुममें खड़ग खम्भ में वही है* *मातु पिता गुरु स्वामी सखा वही है* *#तत्त_त्वम_असि** : आप भी वही हो* *जिनके घर पर माता पिता और वृद्ध अभिभावक हैं या वृद्धाश्रम में हैं उनका सभी धर्मों के धर्मस्थलों में प्रवेश वर्जित होना चाहिए वे अपने माता पिता और वृद्ध अभिभावकों की सेवा में अपना समय और पैसों का सदुपयोग करें* *जिनके घर परिवार समाज में बच्चे बच्चियां हैं उनका सभी धर्मों के धर्मस्थलों में प्रवेश वर्जित होना चाहिए वे उन बच्चे बच्चियों के विकास में अपना समय और पैसों का सदुपयोग करें* *ब्रह्माण्डगुरु बीरेंद्र सिंह ब्रह्माण्ड पीठाधीश्वर*
*तथाकथित धर्मों का एक ही धंधा है धर्म के नाम पर एक सरकारी गैर सरकारी भवनों कार्यालयों विद्यालयों जमीनों पर कब्जा कर सबसे धन उगाही करे तो धर्म बोलता है और दुसरे धर्म के नाम पर वही करें तो अधर्म बोलता है* *मो को कहां ढूंढे रे बंदे मैं तो हूं विश्वास में* *#यत्त_पिंडे_तत्त_ब्रह्मांडे* *#एकोहं_वहुष्याम** : उससे अलग कोई वस्तु नहीं है जिससे जुगाड करके सृष्टि का रचना किया है! सर्वत्र सभी उसी का रूप है वही है* *हममें तुममें खड़ग खम्भ में वही है* *मातु पिता गुरु स्वामी सखा वही है* *#तत्त_त्वम_असि** : आप भी वही हो* *जिनके घर पर माता पिता और वृद्ध अभिभावक हैं या वृद्धाश्रम में हैं उनका सभी धर्मों के धर्मस्थलों में प्रवेश वर्जित होना चाहिए वे अपने माता पिता और वृद्ध अभिभावकों की सेवा में अपना समय और पैसों का सदुपयोग करें* *जिनके घर परिवार समाज में बच्चे बच्चियां हैं उनका सभी धर्मों के धर्मस्थलों में प्रवेश वर्जित होना चाहिए वे उन बच्चे बच्चियों के विकास में अपना समय और पैसों का सदुपयोग करें* *ब्रह्माण्डगुरु बीरेंद्र सिंह ब्रह्माण्ड पीठाधीश्वर*
@@khushhalzindagitv *तथाकथित धर्मों का एक ही धंधा है धर्म के नाम पर एक सरकारी गैर सरकारी भवनों कार्यालयों विद्यालयों जमीनों पर कब्जा कर सबसे धन उगाही करे तो धर्म बोलता है और दुसरे धर्म के नाम पर वही करें तो अधर्म बोलता है* *मो को कहां ढूंढे रे बंदे मैं तो हूं विश्वास में* *#यत्त_पिंडे_तत्त_ब्रह्मांडे* *#एकोहं_वहुष्याम** : उससे अलग कोई वस्तु नहीं है जिससे जुगाड करके सृष्टि का रचना किया है! सर्वत्र सभी उसी का रूप है वही है* *हममें तुममें खड़ग खम्भ में वही है* *मातु पिता गुरु स्वामी सखा वही है* *#तत्त_त्वम_असि** : आप भी वही हो* *जिनके घर पर माता पिता और वृद्ध अभिभावक हैं या वृद्धाश्रम में हैं उनका सभी धर्मों के धर्मस्थलों में प्रवेश वर्जित होना चाहिए वे अपने माता पिता और वृद्ध अभिभावकों की सेवा में अपना समय और पैसों का सदुपयोग करें* *जिनके घर परिवार समाज में बच्चे बच्चियां हैं उनका सभी धर्मों के धर्मस्थलों में प्रवेश वर्जित होना चाहिए वे उन बच्चे बच्चियों के विकास में अपना समय और पैसों का सदुपयोग करें* *ब्रह्माण्डगुरु बीरेंद्र सिंह ब्रह्माण्ड पीठाधीश्वर*
Sahib 👏🙏
साहेब बन्दगी साहैब जी बहुत सुन्दर प्रस्तुति सतगुरु देव जी की जय हो
कबीर साहेब की वाणी को स्कूल से पढ़ाया जाता है फिर भी लोग अंधविश्वासी बने रहते हैं...
कबीर साहेब का ज्ञान मिलना जरूरी है क्योंकि यह किसी भी मत, मजहब और परंपरा का ज्ञान नहीं बल्कि सत्य का ज्ञान है। ऐसा ज्ञान ही किसी को सुकून और शांति दे सकता है।
खूब खूब प्रेम और अनंत साधुवाद!
Saheb badagi saheb
Saheb bandagi 💅💅
संत कबीर साहब की जय
साहेब त्रय बार बंदगी। भारत में अभी बहुत भेड़िया धसान है।
साहेब जी आपने गाय की तुलना कीड़े मकोड़े से कर दी अंध भक्त नाराज हो सकते है?
Ek Kabir panthi log koi Ram manta ko Krishna manta hai koi Shyam manta hai koi aap Kabir mante Hain kisi mein takat hai ki duniya mein Jo ghatit Ho Raha hai
Usko ham roke
*सभी धर्मों के कमीशन एजेंट अपने शिष्यों को अपने आराध्य का पता बताते हैं लेकिन अपने शिष्यों को लुटेरे हत्यारे आतंकियों का पता नहीं बताते हैं ? क्या दाल में कुछ काला है या पुरी दाल काली है*
*ब्रह्माण्डगुरु बीरेंद्र सिंह ब्रह्माण्ड पीठाधीश्वर*
हे मेरे प्यारे,
वही काम तो आप भी कर रहे हैं...
आपके पड़ोसी भी आपको नहीं जानते और अपने लिए ब्रह्मांड गुरु लिख रहे हैं तो उनमें और आप में क्या फर्क रह गया...
आप तो बहुत बड़ा यानी वैश्विक घोटाला कर रहे हैं...
@@khushhalzindagitv श्रीमान जी
आप बिलकुल सही बोल रहे हैं
हम ईश्वर को उतना ही जानते हैं जितना हमारे शरीर में के बैक्टेरिया हमको जानते हैं और दूध दही के बैक्टीरिया दूध दही को जानते हैं
हम वैश्विक घोटालेबाज नहीं हैं क्योंकि हमने धर्म के नाम पर धन उगाही का धंधा नहीं किया है
हम तो बस यही सबको समझाने में लगे हैं
*तथाकथित धर्मों का एक ही धंधा है धर्म के नाम पर एक सरकारी गैर सरकारी भवनों कार्यालयों विद्यालयों जमीनों पर कब्जा कर सबसे धन उगाही करे तो धर्म बोलता है और दुसरे धर्म के नाम पर वही करें तो अधर्म बोलता है*
*मो को कहां ढूंढे रे बंदे मैं तो हूं विश्वास में*
*#यत्त_पिंडे_तत्त_ब्रह्मांडे*
*#एकोहं_वहुष्याम** : उससे अलग कोई वस्तु नहीं है जिससे जुगाड करके सृष्टि का रचना किया है! सर्वत्र सभी उसी का रूप है वही है*
*हममें तुममें खड़ग खम्भ में वही है*
*मातु पिता गुरु स्वामी सखा वही है*
*#तत्त_त्वम_असि** : आप भी वही हो*
*जिनके घर पर माता पिता और वृद्ध अभिभावक हैं या वृद्धाश्रम में हैं उनका सभी धर्मों के धर्मस्थलों में प्रवेश वर्जित होना चाहिए वे अपने माता पिता और वृद्ध अभिभावकों की सेवा में अपना समय और पैसों का सदुपयोग करें*
*जिनके घर परिवार समाज में बच्चे बच्चियां हैं उनका सभी धर्मों के धर्मस्थलों में प्रवेश वर्जित होना चाहिए वे उन बच्चे बच्चियों के विकास में अपना समय और पैसों का सदुपयोग करें*
*ब्रह्माण्डगुरु बीरेंद्र सिंह ब्रह्माण्ड पीठाधीश्वर*
*तथाकथित धर्मों का एक ही धंधा है धर्म के नाम पर एक सरकारी गैर सरकारी भवनों कार्यालयों विद्यालयों जमीनों पर कब्जा कर सबसे धन उगाही करे तो धर्म बोलता है और दुसरे धर्म के नाम पर वही करें तो अधर्म बोलता है*
*मो को कहां ढूंढे रे बंदे मैं तो हूं विश्वास में*
*#यत्त_पिंडे_तत्त_ब्रह्मांडे*
*#एकोहं_वहुष्याम** : उससे अलग कोई वस्तु नहीं है जिससे जुगाड करके सृष्टि का रचना किया है! सर्वत्र सभी उसी का रूप है वही है*
*हममें तुममें खड़ग खम्भ में वही है*
*मातु पिता गुरु स्वामी सखा वही है*
*#तत्त_त्वम_असि** : आप भी वही हो*
*जिनके घर पर माता पिता और वृद्ध अभिभावक हैं या वृद्धाश्रम में हैं उनका सभी धर्मों के धर्मस्थलों में प्रवेश वर्जित होना चाहिए वे अपने माता पिता और वृद्ध अभिभावकों की सेवा में अपना समय और पैसों का सदुपयोग करें*
*जिनके घर परिवार समाज में बच्चे बच्चियां हैं उनका सभी धर्मों के धर्मस्थलों में प्रवेश वर्जित होना चाहिए वे उन बच्चे बच्चियों के विकास में अपना समय और पैसों का सदुपयोग करें*
*ब्रह्माण्डगुरु बीरेंद्र सिंह ब्रह्माण्ड पीठाधीश्वर*
@@khushhalzindagitv
*तथाकथित धर्मों का एक ही धंधा है धर्म के नाम पर एक सरकारी गैर सरकारी भवनों कार्यालयों विद्यालयों जमीनों पर कब्जा कर सबसे धन उगाही करे तो धर्म बोलता है और दुसरे धर्म के नाम पर वही करें तो अधर्म बोलता है*
*मो को कहां ढूंढे रे बंदे मैं तो हूं विश्वास में*
*#यत्त_पिंडे_तत्त_ब्रह्मांडे*
*#एकोहं_वहुष्याम** : उससे अलग कोई वस्तु नहीं है जिससे जुगाड करके सृष्टि का रचना किया है! सर्वत्र सभी उसी का रूप है वही है*
*हममें तुममें खड़ग खम्भ में वही है*
*मातु पिता गुरु स्वामी सखा वही है*
*#तत्त_त्वम_असि** : आप भी वही हो*
*जिनके घर पर माता पिता और वृद्ध अभिभावक हैं या वृद्धाश्रम में हैं उनका सभी धर्मों के धर्मस्थलों में प्रवेश वर्जित होना चाहिए वे अपने माता पिता और वृद्ध अभिभावकों की सेवा में अपना समय और पैसों का सदुपयोग करें*
*जिनके घर परिवार समाज में बच्चे बच्चियां हैं उनका सभी धर्मों के धर्मस्थलों में प्रवेश वर्जित होना चाहिए वे उन बच्चे बच्चियों के विकास में अपना समय और पैसों का सदुपयोग करें*
*ब्रह्माण्डगुरु बीरेंद्र सिंह ब्रह्माण्ड पीठाधीश्वर*
सबसे बड़ा अंधविश्वासी ये स्वयं है
हाथरस-हादसा से भी आंख नहीं खुली क्या? वहीं फिर जाओगे धूल लेने या धूल में मिल जाओगे....
Saheb badagi saheb