सर मैं सेवम बस्तर रावघाट से हू और एक सेवम् सेवक कोयतुर् कार्यकर्ता हु मैंने आपके बातों को सटीकता से सुना आपकी बातों मे बहुत सी बाते सत्य है पर बहुत कुछ अंसुनी बातें हैं जो आपभी समझ और बता नही पाएँ क्युकी कहीं ना कही बस्तर का वो कला मंजर या यु कहे मावाद का लाल आतंक और सरकार का लोगों और देश को गुमरह कर रखना और (मीनिंग)&विकास के नाम पे मेरे अपनो लोगों की जमीनों को सरकारी बता कर बाहरी लोगों को बसाने और यह के मूल्य निवासियों को खत्म करने तक काम किया जाता रहा है जो अपने हक और जमीन के लिए सरकार से सवेधनिक रूप से लड़ता है उसे फर्जी नक्सल केस में जेलों में शिफ़्ट किया जाता हैं और भी बहोत कुछ बाते है जो आजभी लोगों ओर पुरे देश से छुपी हुई है जो छत्तीशगढ़ की तीनों सरकार ना बात कर कर छुपा रहे हैं यह लगने मे भले कहानी जैसे हो पर यही सत्य है क्युकी मेरे पिता वो वेक्ति थे जिन्होंने बस्तर के जिलों मे।।मावा नाटे मावा राज ।।अर्थात, हमारा जमीन पर हमारा राज , के नारों के साथ जन जंगल् जमीन की हुकार भरने की कोसिस की जिसे २०१३ चुनाव के दर्मियम् फ़र्जी नक्सली केस बना जेल भेजा गया था और छत्तीशगढ़ सरकार द्वारा बताया गया था जोकी बस्तर के सबसे वरिष्ठ सामाजिकता माने जाते हैं एसी बातें बस्तर में आम तौर पे हमेंशा देखने को मिलती हैं हमारे एस्थिति लोगों तक लाने के लिए आपलोग का पूरे बस्तर के तरफ़ से, धन्यवाद कोयतुर् कॉमरेड बस्तर (रावघाट)
And all governments are making the most of your simple ways and minting money ! Jaise Kashmir me Aatankwaad ka khael chal raha tha. Abdullah/ Mufti/Gillani to kamahi rahe the Congress bhi achha khasa kama rahi thi aur isi bahane fauz ko saazosaamaan milte rehta hai. Pakistani hukumraan bhi isi bahane khoob bheekh kamai Saudi/Qatar/Iran/Kuwait se. Unki poori fauz bhi isi pr chal rahi hai. Kashmir ka problem khatm to Pakistaani bhi Khatam.
@@ashubk2052 is a great day at school 🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒
मैं स्वयं छत्तीसगढ़ से हूँ और एक UPSC एस्पिरैंट भी...अपनी पढ़ाई या किसी संवाद के दौरान हमें लगभग एक ही पक्ष की ही जानकारियां मिल पाती है..और समझ उस तक सीमित हो जाती है... आप दोनों के संवाद से हमें दोनो पक्ष के जानकारी मिली.. इस बुक को पढ़ने के बाद मेरे ज्ञान और वृद्धि होगी... Thanku sir 🙏
मै एक बार दिल्ली से वैशाली एक्सप्रेस से आ रहा था मेरे सामने वाली सीट पर यूपी पुलिस के असिस्टेंट कमांडेंट बैठे थे वो कई बार पूर्व में कैमूर एवं भभुआ के पहाड़ियों में नक्सलियों के विरूद्ध कार्रवाई में भाग ले चुके थे उनसे संबाद करने पर वो बोले की मैंने कितने आदिवासियों से बात किया उन लोगों का मानना है कि यह लड़ाई हमारे और आपके बीच का है ही नहीं ये तो एक गरीब के बेटा को दूसरे गरीब के बेटा के सामने बंदूक लेकर खड़ा कर दिए हैं यहां तो बीडीओ साहब को भेजना चाहिए जो हम लोगों की मूलभूत समस्याओं को समझकर उसका निकरण कर सकें लेकिन वो तो आते नहीं आप लोगों को बंदूक लेकर भेज देते हैं
बिलकुल सही सर... मै भी महाराष्ट्र राज्य का आदिवासी हू और अच्छे से जानता हु की अगर हमसे हमारा अधिकार छीना जाता है तो मजबुरन हथियार उठाना पडता है.. हमारी लडाई सेना के जवानो से बिलकुल भी नही है हमारी लडाई सिर्फ केंद्र और राज्य मे बैठी सरकार से है. अगर हमारा हक अधिकार सरकार दे दे तो ये लोग कभी नकसली नही बनेंगे...ये100% वादे के साथ कहता हू सरकार से निवेदन है की.. छत्तीसगढ,मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र,गुजरात,आसाम,नागालैंड,त्रिपुरा,मिझोरम राज्यमे 5वी और6 टि अनुसुचि लागु करदे.. जय बिरसा जय आदिवासी
अंग्रेजीयत मानसिकता के बड़े अधिकारी जो सामान्य जन को उचित सम्मान न देकर कुछ विदेशियों से ---- देश का नुकसान कर रहे हैं -- उन्हें सरकारी सेवाओं से अलग - थलग कर देना चाहिए । जय हिन्द ।।
Abhishek sir. एक बात हमेसा से खलती है, कभी पीड़ितो का हाल किसी ने नही बताया कभी हमारे बारे मे भी बात करे। कभी वक्त निकाल कर उन लोगो कि जीवनी दिखाये जिनके परिवार के लोगो को नक्सलियो ने मारा या जिनको गाॅव से निकाल दिया वो लोग किस हालत मे है। सरकार ने उनके लिये क्या किया।
किताबवाला का यह एपिसोड बहोत अच्छा लगा एक दंतेवाड़ा के व्यक्ति के तौर पर यह जान कर अच्छा लगा कि हुम् सभी बस्तर के बारे में जानने के लिए इतने इछुक है उसको आप सब मिल कर पूरा कर रहे है।
बहुत अच्छा लगा कि बिना शोर-शराबे के भी इतने महत्वपूर्ण मुद्दे पर ज्ञानवर्धक इंटरव्यू किया जा सकता है... आपके चैनल और आशुतोष जी जैसे जमीन से जुड़े पत्रकारों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं।
मुझे काफी समय से जानना था नक्सवादियो ओर आदिवासियों के बारे मैं ...ये जानकारी देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद lallantop सौरभ और आशुतोष आप दोनो का बहुत बहुत धन्यवाद आप हमेशा इस तरह जानकारी देते रहो 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Saurav bhaiya aapka jo pause hota na koi answer koi sacchai jaane ke baad wo bina shabdon ke bohot kuch keh jata hai or mera jaise insaan ke ankh me ansu aa jate h or sirf ye soch ke nhi ki wo sacchai kitni krur hai balki ye soch ke ki ek insaan ka dil kitna saccha ho sakta hai. aap jo dikhao jo bolo bhai par ye hai ki aapka dil aapka mann saaf hai. prerna ban gae ho aap.🙏
छत्तीसगढ़ के, धमतरी, कांकेर बीजापुर, जगदलपुर आदि इलाकों में जितना घूमा , लोगों से मिला, यह बात सच है कि उनका रहन सहन सर्वथा भिन्न है। उन्हें हम सब लोगों पर संदेह ज़रूर है। लेकिन मुझे लगता है कि उनकी धारणा को लेकर चिंता करना जरूरी है। शिक्षा और रोजगार, स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने का प्रयास निरंतर जारी रहे, उनका विश्वास जीतना ज़रूरी है। आगे आने वाले दिनों में यहां का वातावरण ज़रूर अच्छा बन सकता है। लेकिन उनके लिए मन में बहुत सम्मान है। वह लोग बहुत भोले और ईमानदार हैं। लेकिन अब तक सरकारी तंत्र क्यों उनका विश्वास जीत नहीं सका मै तो भ्रमित रहा।
अंग्रेजीयत मानसिकता के बड़े अधिकारी जो सामान्य जन को उचित सम्मान न देकर कुछ विदेशियों से ---- देश का नुकसान कर रहे हैं -- उन्हें सरकारी सेवाओं से अलग - थलग कर देना चाहिए । जय हिन्द ।।
What an erudite discussion !! It’s for this that I like lallantop. The sensitivity and maturity of the author is so heartening !! Would certainly like to read this book now,
Saurabh Ji, this is one of the most enlightening interviews I have seen in recent times. I will definitely buy and read this book. Ashutosh explained the incidents and the arguments beautifully.
दोनों पक्षों की बात कही गयी बहुत अच्छी interview मैं स्वयं बस्तर से हूँ और बहुत से सवाल छुट गये इस interview में और बहुत से पूछे नही गए, बस्तर के विषय में कोई जानकारी चाहिए होगी सादर आमंत्रित । 🙏
यह बात सही बताई मै स्वयं 3 साल से गडचिरोली क्षेत्र मे हू आदिवासी भाई के साथ कीशी राजकीय पार्टी का प्रचारक के रूप मे काम करता हू हमारे आदिवासी भाई सरल और साधे है और यह भी सत्य है की उनिःका शोषण बंद होना चाहीये
Aashutosh sir sabse pehle to aapko bahot hi bada dhanyawad karta hu.. Jis tarah se aapne naxli, government, aadiwasi aur forces ke logo ke bhawnao aur tathyao ko ek aam aadmi ke samne rakha hai nischhit roop se hamara un sabko dekhne ka Nazriya badal gaya hai In cheezo ko ab hum sirf violence ke nazro se na dekhkar ab unhe manwiy drishtikon se bhi dekhenge Jis tarah se aapne apne romanchkari aur satya anubhawo se hume parichit karwaya hai hume bhi ab in cheezo me adhik roop se jankari prapt karne ki icchha jagrut huyi hai Ek lekhak ke tour par aapne apni kalam ka sahi istemaal karke aapke patrakarita ko nyaay dene ki ek uchit koshish ki hai jo ki sarahniy bhi hai Ummid karta hoon hamare desh ke budhhijeevi isko aur acchhi tarah se samaz payein Aapse aasha karta hu is kitaab ka Hindi anuwaad jald se jald hamare samanya prawarg ke budhhijeevi logo ke hath me aaye jisase yeh wichardhara sabhi prawargo tak pahunche Aapka bahot bahot dhanyawad 🙏🙏
Thanks Saurabh and Ashutosh for a detailed discussion and insights. I am grateful to both of you for giving suggestions to resolve the persisting issues.
Really great journalism. At this monument, Indian people need such kind of purity... Thank you Boss I want to answer the question regarding First Prime Minister and his legacy changed now-a-days.... Actually history of freedom struggle still not written in India or not accepted by the Government ruled by Congress or BJP .... so nothing changed suddenly.... by the virtue of internet, now people understand the wrong things and try to raise their voice to unearth the truth of Indian Independent Act and the dominion status
Forgot to mention important thing, this is my first comment, while I am your regular audience. Choice of subject, author and his approach is awesome 👍 Ashutosh is amazing, I liked his Hindi :)
Ashutosh has amazing insight into the subject. After long time heard someone speaking on this subject with in depth knowledge and clarity in his thoughts. That’s the reason saw full episode in 1 go. For sure going to read this book.
Ashutosh Bhardwaj Ji ko ek marmagya lekhak,ek safal,sahsik va doordrishta journalist ke bataur dher sa sadhuvad, sath hi Saurabh Dwivedi Ji ko aise sandarbh kriti par charcha hetu bahut bahut dhanyavad.Jai Bharat, Jai Samvidhan,Jai Loktantra.
नक्सल आंदोलन को भारतीय लोकतंत्र में जो अवधारणा है, वो इस इंटरव्यू में सच्चाई पता चला। आदिवासी भी मेरा भाई है। जैसे दिल्ली में रहने वाले लोगों को भाई साहब समझा जाता है।
Bhut Sunder Saurab je. Yahi adda k to hum kayal hai. Jb sabdo n irado mai milawat nhi dikhte. Bhut gehan chintan, vichar , pramarsh har pehluo ko suunne k baad. Naxal n whan ke samasyaa ko gehraye sai janne ka moaka mila. Adbhut.
इस देश में सबसे बड़ी समस्या है राजनीती में गलत लोगों का होना,,, आप देखेंगे कि गांव जा सबसे बड़ा गुंडा मुखिया बनता है जिले का सबसे बड़ा गुंडा सांसद और विधायक,,,, कानून चुनाव जितने के बाद अपराधी को सुरक्षा भी देता है,,,, कानून और संविधान को इस बात को मजबूती से समझना होगा कि ताकतवर चुनाव ना लड़े बल्कि जनता का भलाई सोचने वाला चुनाव लड़े....।।
Trivedi ji& bhardwaj saheb aap logo ki patrkarita sunkar &dekhkar ghin feel kar raha hoon Sir abto Modiji & yogiji ko baksh do Naxlo ka mahima mandit karne k Bajay crpf k jawani k mout per Patrkarita karo aap dono ki Hanshi Dekhkar lag raha tha aap dono kafi Khush hein aur indian express k Patrakoro ko khush hona bhi chahiye Aap logo ne funding k chalte patrakarita ko badnam kar diya hei Ab desh badal raha hei congress apne larlaskar k sath ja raha hei asplog jyada nautanki na kare plz
भारत के नागरिकों को जागरूक बनने के लिए साक्षात्कार सुनना और यह पुस्तक पढ़ना बहुत जरूरी है नहीं तो शेर सिंह राणा जैसे लोग फूलन देवी पर कहेंगे कि उन्होंने जो किया वह गलत था कोई भी वास्तविक गहराई में ना जाकर उस क्षेत्र विशेष में क्यों दस्यु समस्या क्यों जन्मी पर प्रश्न नहीं करेगा ना सोचेगा आज दस्यु समस्या वहां( जालौन जिले के आसपास) कम और खत्म क्यों हुई इस पर लोग विचार नहीं कर पाएंगे,,,,, उन क्षेत्रों में विकास हुआ तो यह समस्या स्वता ही समाप्त हो गई , तंत्र में बैठे चंद लोग अपने निजी फायदे के लिए कुछ भी गलत करने का सहारा लेते रहते है,,,,,
मैने अशोक जी का पूरा साक्षात्कार देखा / सुना, बड़ा सही लगा। मैं स्वयं जगदलपुर व बारसूर में २० वर्ष ( १९७७ से १९९७) तक रहा हूँ, व यह सब स्वयं देखा व अनुभव किया है।
आपका हर कार्यकम गजब का है। आप सहारा इण्डिया का भुगतान समस्या के ऊपर एक कार्यकम करने का कृपा करके प्रस्तूत कर के लाखों लोगों का गम्भीर समस्या है हजारों एजेंट,जमाकर्ताओ का दुआ आपको मिलेगा
Sourabh bhaiya, bhut shukriya iss topic pe charcha karna ka bahut shukriya aur Ashutosh sir ka bhi bahut shukriya ki unho yaa kitab likha kar apana anubhav sajha kiya
Very interesting perspective of a burning subject especially for me in Odisha where in Dandakaranya area still this situation prevails. We in coastal or developed area still clueless. Hope Andhra model will be future solution for whole of India.
I could visualize the scenario to some extent. Thank you Ashutosh. Looking forward to read the book.l was there in Bastar area during 1990_91 due to excavation of Megalith of Megalithic period in the karkabhat region of Durg district. As a young scholar l came to contact with the adivasis for my own interests. They were really innocent and exploited by the regional authorities and govt was totally indifferent to their poverty and plight. Thus we have lost the rich material culture n cultural aspects of the real son n daughter of the soil.It was a great loss to us.
पत्रकार महोदय पांचवी ,छठी अनुसूची के बारे में भी सुने होंगे इसके बारे में भी जानकारी दे दो उसके बारे में भी जरूर सुने होंगे आपने नक्सल प्रभावित आदिवासी क्षेत्रों से
Thank you sir aap logo ka joh aapne baster ke maowad ke bare me itne achhe se explain kiye hai unke life aur unke adhikaro unki mantility Jai c.g. 🙏🙏🙏🙏
Aaj achi conversation thi bht kuch sikhne ko mila...yaha cities me baith ke hum log Kewal ek paksh sunte aaj thoda bht h sahi par dusre paksh ko bhi janane ka mauka mila..
Vanha ke aadivasi jangal bchane ki bat par date he. Or sarkar unko khadebne ki. Force ko kese pta chalta he ki ye aadivasi naxli he ya nhi ? Or begunah logo ke marne ke bad sarkar unke parivar ka kis trh khyal rakhti he. Ya fir unhe bhi naxli boldiya jata he. Un logo se mile ke liye sarkar ke jimmedar adhikari or mantriyo ko unki uchit jo mange he dhyan me rakhkat huye varta kar santi stapit karni chahiye. Aapki kitabvala se laga ki ye log desh ko nhi todna chahte he apne astitva ko kayam rakhna chahte he. Ladai se hal nhi hoga . Sarka manaviya hito ki raksa kare. Jay bharat.
आदिवासी जल जंगल जमीन संरक्षण की बात करता है तो उसमें क्या ग़लत है? सरकार ये सब क्यों छीनना चाहती है। जंगल में आदिवासी समुदाय सदियों से रहता आया है और वह उसे अपना घर और गांव अपने अस्तित्व का एक हिस्सा मानता है और इस बात को लेकर वह आदिकाल से संघर्ष करता आया है और आज भी कर रहा है इसमें गलत क्या है। अपनी बात या अपने अस्तित्व और अधिकार को लेकर हथियार उठाना गलत है। क्या सरकार हथियार उठाने का कारण जानकर आपसी सहमति का भर पुर प्रयास नहीं कर सकती। कुछ ताना शाही और दमनकारी नीतियों की वजह भी नक्सलवाद को बढ़ावा देने की जिम्मेदार है। किताब वाला आपका पूरा वीडियो देखने के बाद और पब्लिक कॉमेंट्स से समझ सकते है की कुछ हालत और परिस्थिती है जो कारण है। और इसका हल लड़ाई एक मात्र उपाय नहीं है....
This was very informative . I like the reference he made , if your flat in Mayur vihar cannot be taken from you then how can you take their jungle (home) from them .
Saurabh Ji, heartfully thanking you for inviting Ashutosh in your show... I love Aadiwashis and wish they be where they belong.... Jungle, their neighbourhood and everything which connect them with Jungle. I feel that states are in the course of exhibiting their sheer pride, greed, and law imposing mentality, sending army men to hunt down those pure, nature lovers, culturally wealthy, and remote communities. I don't support any killings or warfare, but I also insist on leaving Aadiwashis alone in their own habitat. We should have a good communication and coordination with them. They can be always part of Indian constitution and laws being in Jungle, without having Police Station around them. They feel a gun will outrage their freedom of living, natural resources, and the happiness they feel in their habitat so they retaliate back with gun, as jungle men have nothing to do with guns. And I am sure they will hardly ask for help from we urban people if they born and raised in a Jungle.
Ye ek Bhramit karne wali baat hai... Satta (at least legal one) always has a Constitution (principles) that guarantees a standard set of laws that apply equally on everyone (leaving aside exceptions)... Satta ki hinsa un principles ko bachane ya implement karne ke liye hoti hain. Baki, ye a dialogue ke liye accha hai.... sachai nahin.
Man I'm gonna read his novel for sure though I'm not a reading enthusiast. Great work Ashutosh ji for your coverage about the issue and Lallantop for this great interview.
मान्यवर, यह किताब हिंदी में अनुवादित हो, यह अत्यावश्यक है।तभी आम आदमी तक जानकारी और अनुभव व निष्कर्ष पहुंच पायेगा।और तभी राजनीतिक गलियारों में भी तथ्यात्मक चर्चाऐं हो पाएंगी।TV डिबेट भी होंगी।भरद्वाज जी को उनके परिश्रम, अनुभवों, संवेदनाओं की अनभूति की उपलब्धियों के लिए सेल्यूट करता हूँ।जय हिंद।जय भारत।वन्देमातरम।
sarkar bi waha graound level pr jakr development plan banayegi toh naxali paida ho nahi honge. pr sachai ye hi ki sarkar ye bilkul bi nahi krna chahti hi.
Ashutoshji sadhu sadhu . Aap jaeise patrakar aur lekhak ki samaj ko jarurat hai jo bahut pida uthake aur risk leke bahut achha kam kar rahen hain. Jug jug jiyo
This episode give me lot of information those not found traditional news and history. The lallantop please introduce News segment like this special on security issues and reform.
सर मैं सेवम बस्तर रावघाट से हू और एक सेवम् सेवक कोयतुर् कार्यकर्ता हु मैंने आपके बातों को सटीकता से सुना आपकी बातों मे बहुत सी बाते सत्य है पर बहुत कुछ अंसुनी बातें हैं जो आपभी समझ और बता नही पाएँ क्युकी कहीं ना कही बस्तर का वो कला मंजर या यु कहे मावाद का लाल आतंक और सरकार का लोगों और देश को गुमरह कर रखना और (मीनिंग)&विकास के नाम पे मेरे अपनो लोगों की जमीनों को सरकारी बता कर बाहरी लोगों को बसाने और यह के मूल्य निवासियों को खत्म करने तक काम किया जाता रहा है जो अपने हक और जमीन के लिए सरकार से सवेधनिक रूप से लड़ता है उसे फर्जी नक्सल केस में जेलों में शिफ़्ट किया जाता हैं और भी बहोत कुछ बाते है जो आजभी लोगों ओर पुरे देश से छुपी हुई है जो छत्तीशगढ़ की तीनों सरकार ना बात कर कर छुपा रहे हैं यह लगने मे भले कहानी जैसे हो पर यही सत्य है क्युकी मेरे पिता वो वेक्ति थे जिन्होंने बस्तर के जिलों मे।।मावा नाटे मावा राज ।।अर्थात, हमारा जमीन पर हमारा राज , के नारों के साथ जन जंगल् जमीन की हुकार भरने की कोसिस की जिसे २०१३ चुनाव के दर्मियम् फ़र्जी नक्सली केस बना जेल भेजा गया था और छत्तीशगढ़ सरकार द्वारा बताया गया था जोकी बस्तर के सबसे वरिष्ठ सामाजिकता माने जाते हैं एसी बातें बस्तर में आम तौर पे हमेंशा देखने को मिलती हैं हमारे एस्थिति लोगों तक लाने के लिए आपलोग का पूरे बस्तर के तरफ़ से,
धन्यवाद
कोयतुर् कॉमरेड
बस्तर (रावघाट)
We adivasi's are simple people 😇 Good hearted and helpful.
And all governments are making the most of your simple ways and minting money ! Jaise Kashmir me Aatankwaad ka khael chal raha tha. Abdullah/ Mufti/Gillani to kamahi rahe the Congress bhi achha khasa kama rahi thi aur isi bahane fauz ko saazosaamaan milte rehta hai. Pakistani hukumraan bhi isi bahane khoob bheekh kamai Saudi/Qatar/Iran/Kuwait se. Unki poori fauz bhi isi pr chal rahi hai. Kashmir ka problem khatm to Pakistaani bhi Khatam.
@@ashubk2052 sarkar hee atankwadi bnati hee
@@ashubk2052 is a great day at school 🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒🎒
We all love u
How you call yourself good?
मैं स्वयं छत्तीसगढ़ से हूँ और एक UPSC एस्पिरैंट भी...अपनी पढ़ाई या किसी संवाद के दौरान हमें लगभग एक ही पक्ष की ही जानकारियां मिल पाती है..और समझ उस तक सीमित हो जाती है... आप दोनों के संवाद से हमें दोनो पक्ष के जानकारी मिली.. इस बुक को पढ़ने के बाद मेरे ज्ञान और वृद्धि होगी... Thanku sir 🙏
सही कहा आपने, ऐसे संवाद निश्चित ही हमें दोनों पक्षों को जानकर अपनी राय कायम करने में सहयोग मिलता है ।
ज्योती छत्तीसगढ़ में कहाँ से । आपका mail id देना जरूरी बात करनी ह
@ARVIND MAURYA शायद आप अपशब्दों का प्रयोग इसलिए करते हैं क्योंकि आपकी बातों में दम नहीं होता है या अपने परिवेश का परिचय देते हैं...
@@मेरावृंदावन आपको जो बोलना हैं यही बोलिए...
बात में दम है @jyoti
मै एक बार दिल्ली से वैशाली एक्सप्रेस से आ रहा था मेरे सामने वाली सीट पर यूपी पुलिस के असिस्टेंट कमांडेंट बैठे थे वो कई बार पूर्व में कैमूर एवं भभुआ के पहाड़ियों में नक्सलियों के विरूद्ध कार्रवाई में भाग ले चुके थे उनसे संबाद करने पर वो बोले की मैंने कितने आदिवासियों से बात किया उन लोगों का मानना है कि यह लड़ाई हमारे और आपके बीच का है ही नहीं ये तो एक गरीब के बेटा को दूसरे गरीब के बेटा के सामने बंदूक लेकर खड़ा कर दिए हैं यहां तो बीडीओ साहब को भेजना चाहिए जो हम लोगों की मूलभूत समस्याओं को समझकर उसका निकरण कर सकें लेकिन वो तो आते नहीं आप लोगों को बंदूक लेकर भेज देते हैं
बिलकुल सही सर...
मै भी महाराष्ट्र राज्य का आदिवासी हू और अच्छे से जानता हु की अगर हमसे हमारा अधिकार छीना जाता है तो मजबुरन हथियार उठाना पडता है..
हमारी लडाई सेना के जवानो से बिलकुल भी नही है हमारी लडाई सिर्फ केंद्र और राज्य मे बैठी सरकार से है.
अगर हमारा हक अधिकार सरकार दे दे तो ये लोग कभी नकसली नही बनेंगे...ये100% वादे के साथ कहता हू
सरकार से निवेदन है की.. छत्तीसगढ,मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र,गुजरात,आसाम,नागालैंड,त्रिपुरा,मिझोरम राज्यमे 5वी और6 टि अनुसुचि लागु करदे..
जय बिरसा
जय आदिवासी
बिलकुल सही कहा
100% सही है....👍
बीडीओ साहब एसी से बाहर कभी जाना ही नहीं चाहते हैं ---
अंग्रेजीयत मानसिकता के बड़े अधिकारी जो सामान्य जन को उचित सम्मान न देकर कुछ विदेशियों से ---- देश का नुकसान कर रहे हैं -- उन्हें सरकारी सेवाओं से अलग - थलग कर देना चाहिए । जय हिन्द ।।
इस क़िताबवाला में आप दोनों लोगों का संवाद बहुत ही दिलचस्प और जिज्ञासा पूर्ण लगा। धन्यवाद द लल्लनटॉप
...................🙏🙏🙏.....................
Abhishek sir.
एक बात हमेसा से खलती है, कभी पीड़ितो का हाल किसी ने नही बताया कभी हमारे बारे मे भी बात करे।
कभी वक्त निकाल कर उन लोगो कि जीवनी दिखाये जिनके परिवार के लोगो को नक्सलियो ने मारा या जिनको गाॅव से निकाल दिया वो लोग किस हालत मे है। सरकार ने उनके लिये क्या किया।
किताबवाला का यह एपिसोड बहोत अच्छा लगा एक दंतेवाड़ा के व्यक्ति के तौर पर यह जान कर अच्छा लगा कि हुम् सभी बस्तर के बारे में जानने के लिए इतने इछुक है उसको आप सब मिल कर पूरा कर रहे है।
इंटरव्यू कब खत्म हुआ पता ही नहीं चला 😃 यही होगा है जब आप विषय मे गहरे उतर जाए | बहुत ही शानदार इंटरव्यू 👌
बहुत अच्छा लगा कि बिना शोर-शराबे के भी इतने महत्वपूर्ण मुद्दे पर ज्ञानवर्धक इंटरव्यू किया जा सकता है... आपके चैनल और आशुतोष जी जैसे जमीन से जुड़े पत्रकारों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं।
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Thank you Ashutosh Bhardwaj for Written this book and Thank you The lallantop Sourabh sir For this episodes.
मुझे काफी समय से जानना था नक्सवादियो ओर आदिवासियों के बारे मैं ...ये जानकारी देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद lallantop
सौरभ और आशुतोष आप दोनो का बहुत बहुत धन्यवाद
आप हमेशा इस तरह जानकारी देते रहो 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Saurav bhaiya aapka jo pause hota na koi answer koi sacchai jaane ke baad wo bina shabdon ke bohot kuch keh jata hai or mera jaise insaan ke ankh me ansu aa jate h or sirf ye soch ke nhi ki wo sacchai kitni krur hai balki ye soch ke ki ek insaan ka dil kitna saccha ho sakta hai. aap jo dikhao jo bolo bhai par ye hai ki aapka dil aapka mann saaf hai. prerna ban gae ho aap.🙏
Answer देने वाला कितने इत्मीनान से बात पहले अच्छे से सुनते है और अच्छे से कायदे से उत्तर देता है वाह।
Sir saurabh dwivedi,
"सोनी सोरी को नक्सली समझकर जो उसके साथ किया गया क्या आप बताएंगे।
छत्तीसगढ़ के, धमतरी, कांकेर बीजापुर, जगदलपुर आदि इलाकों में जितना घूमा , लोगों से मिला, यह बात सच है कि उनका रहन सहन सर्वथा भिन्न है। उन्हें हम सब लोगों पर संदेह ज़रूर है। लेकिन मुझे लगता है कि उनकी धारणा को लेकर चिंता करना जरूरी है। शिक्षा और रोजगार, स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने का प्रयास निरंतर जारी रहे, उनका विश्वास जीतना ज़रूरी है। आगे आने वाले दिनों में यहां का वातावरण ज़रूर अच्छा बन सकता है। लेकिन उनके लिए मन में बहुत सम्मान है। वह लोग बहुत भोले और ईमानदार हैं। लेकिन अब तक सरकारी तंत्र क्यों उनका विश्वास जीत नहीं सका मै तो भ्रमित रहा।
अंग्रेजीयत मानसिकता के बड़े अधिकारी जो सामान्य जन को उचित सम्मान न देकर कुछ विदेशियों से ---- देश का नुकसान कर रहे हैं -- उन्हें सरकारी सेवाओं से अलग - थलग कर देना चाहिए । जय हिन्द ।।
What an erudite discussion !! It’s for this that I like lallantop. The sensitivity and maturity of the author is so heartening !! Would certainly like to read this book now,
आशु तोष भरद्वज प्रभाव शाली वक्तव्य से मे बहुत प्रभावित होगया ऐसे लोगो के विचार यदि आप हमलोगोतक पहूचाते होतो एक अच्छा संदेश लोगोतक पहुचेगा। धन्यवाद
me aak upsc ka tayari krne bala student hu mujhe apki talk sun kr bahut achha feel hota h ki koi to asli news dikha raha h
Saurabh Ji, this is one of the most enlightening interviews I have seen in recent times. I will definitely buy and read this book. Ashutosh explained the incidents and the arguments beautifully.
Superb explained Ashutosh ji
Mujhe Khushi hai ki AAP log hr AK Insaan ke bare me sochte hai yahi asal media ki aur insaaniyat ki baat Hoti hai 👍
Thanku lallantop.
For interviewing ashutosh, who wrote such a great book on Naxalism in Bastar..
दोनों पक्षों की बात कही गयी बहुत अच्छी interview मैं स्वयं बस्तर से हूँ और बहुत से सवाल छुट गये इस interview में और बहुत से पूछे नही गए, बस्तर के विषय में कोई जानकारी चाहिए होगी सादर आमंत्रित । 🙏
Ashutosh is really matured. Interview was as usual gem...
यह बात सही बताई मै स्वयं 3 साल से गडचिरोली क्षेत्र मे हू आदिवासी भाई के साथ कीशी राजकीय पार्टी का प्रचारक के रूप मे काम करता हू हमारे आदिवासी भाई सरल और साधे है और यह भी सत्य है की उनिःका शोषण बंद होना चाहीये
विस्तार से बोलो , कोणसी जुल्म होते है , और नक्षली देवदूत का काम करते है ।
Aashutosh sir sabse pehle to aapko bahot hi bada dhanyawad karta hu..
Jis tarah se aapne naxli, government, aadiwasi aur forces ke logo ke bhawnao aur tathyao ko ek aam aadmi ke samne rakha hai nischhit roop se hamara un sabko dekhne ka Nazriya badal gaya hai
In cheezo ko ab hum sirf violence ke nazro se na dekhkar ab unhe manwiy drishtikon se bhi dekhenge
Jis tarah se aapne apne romanchkari aur satya anubhawo se hume parichit karwaya hai hume bhi ab in cheezo me adhik roop se jankari prapt karne ki icchha jagrut huyi hai
Ek lekhak ke tour par aapne apni kalam ka sahi istemaal karke aapke patrakarita ko nyaay dene ki ek uchit koshish ki hai jo ki sarahniy bhi hai
Ummid karta hoon hamare desh ke budhhijeevi isko aur acchhi tarah se samaz payein
Aapse aasha karta hu is kitaab ka Hindi anuwaad jald se jald hamare samanya prawarg ke budhhijeevi logo ke hath me aaye jisase yeh wichardhara sabhi prawargo tak pahunche
Aapka bahot bahot dhanyawad 🙏🙏
ये वाला मजा आ गया..!!! बाकी किताब पढ़ने के बाद..!!! जय जोहर
Thanks Saurabh and Ashutosh for a detailed discussion and insights. I am grateful to both of you for giving suggestions to resolve the persisting issues.
Thanq Mr Ashutosh Bharadwaj Ji - for an excellent, dispassionate n educative discourse on Naxalism in Bastar region...
What a mesmerising interview, just glued to my phone . Thanks to Ashutosh for writing this book and to Saurabh for arranging such a great interview
आशुतोष जी 🙏, बहुत बढ़िया, कमाल का interview, क्या सत्ता औऱ पैसे की हवस की मारी लीडर शिप ही हर समस्या के पीछे है
Really great journalism. At this monument, Indian people need such kind of purity... Thank you Boss
I want to answer the question regarding First Prime Minister and his legacy changed now-a-days.... Actually history of freedom struggle still not written in India or not accepted by the Government ruled by Congress or BJP .... so nothing changed suddenly.... by the virtue of internet, now people understand the wrong things and try to raise their voice to unearth the truth of Indian Independent Act and the dominion status
Forgot to mention important thing, this is my first comment, while I am your regular audience.
Choice of subject, author and his approach is awesome 👍
Ashutosh is amazing, I liked his Hindi :)
Aasutosh ji ko bahut dhanywad.Behtarin interview
मैं और मेरा दर्शक...बिलकुल कटोरा लेकर आते हैं, बिना पूर्वाग्रह से ग्रसित ।
Thank u saurabh ...
Ashutosh has amazing insight into the subject. After long time heard someone speaking on this subject with in depth knowledge and clarity in his thoughts. That’s the reason saw full episode in 1 go. For sure going to read this book.
बहुत अच्छा conversation bhaiya बहुत बहुत धन्यवाद आशुतोष sir🙏
Ashutosh Bhardwaj Ji ko ek marmagya lekhak,ek safal,sahsik va doordrishta journalist ke bataur dher sa sadhuvad, sath hi Saurabh Dwivedi Ji ko aise sandarbh kriti par charcha hetu bahut bahut dhanyavad.Jai Bharat, Jai Samvidhan,Jai Loktantra.
नक्सल आंदोलन को भारतीय लोकतंत्र में जो अवधारणा है, वो इस इंटरव्यू में सच्चाई पता चला।
आदिवासी भी मेरा भाई है। जैसे दिल्ली में रहने वाले लोगों को भाई साहब समझा जाता है।
Thanks bro
@@staradiwasi .love to adiwasi from mumbai.
Bhut Sunder Saurab je.
Yahi adda k to hum kayal hai.
Jb sabdo n irado mai milawat nhi dikhte. Bhut gehan chintan, vichar , pramarsh har pehluo ko suunne k baad. Naxal n whan ke samasyaa ko gehraye sai janne ka moaka mila. Adbhut.
Hamare district Ghazipur (up) me ek ptrakar brajbhushan Dubey h .. unka interview lijiye .
. Kasam se Jo v sunega , dekhega Khush ho jayega .
इस देश में सबसे बड़ी समस्या है राजनीती में गलत लोगों का होना,,, आप देखेंगे कि गांव जा सबसे बड़ा गुंडा मुखिया बनता है जिले का सबसे बड़ा गुंडा सांसद और विधायक,,,, कानून चुनाव जितने के बाद अपराधी को सुरक्षा भी देता है,,,, कानून और संविधान को इस बात को मजबूती से समझना होगा कि ताकतवर चुनाव ना लड़े बल्कि जनता का भलाई सोचने वाला चुनाव लड़े....।।
एक तड़ीपार गृहमंत्री बन जाता है, यह लोकतंत्र के लिए कलंक है ,,,,
Right said
Saurabh ji liye ek like to bnta hy such a cute guy he is❤️❤️👍👍👍
Trivedi ji& bhardwaj saheb aap logo ki patrkarita sunkar &dekhkar ghin feel kar raha hoon
Sir abto Modiji & yogiji ko baksh do
Naxlo ka mahima mandit karne k
Bajay crpf k jawani k mout per
Patrkarita karo aap dono ki Hanshi
Dekhkar lag raha tha aap dono kafi
Khush hein aur indian express k
Patrakoro ko khush hona bhi chahiye
Aap logo ne funding k chalte patrakarita ko badnam kar diya hei
Ab desh badal raha hei congress apne larlaskar k sath ja raha hei asplog jyada nautanki na kare plz
आशुतोषजी हिंदी और मराठी में जल्ड लाये ये किताब.. 🙏🏻 धन्यवाद सौरभजी 🙏🏻
भारत के नागरिकों को जागरूक बनने के लिए साक्षात्कार सुनना और यह पुस्तक पढ़ना बहुत जरूरी है नहीं तो शेर सिंह राणा जैसे लोग फूलन देवी पर कहेंगे कि उन्होंने जो किया वह गलत था कोई भी वास्तविक गहराई में ना जाकर उस क्षेत्र विशेष में क्यों दस्यु समस्या क्यों जन्मी पर प्रश्न नहीं करेगा ना सोचेगा आज दस्यु समस्या वहां( जालौन जिले के आसपास) कम और खत्म क्यों हुई इस पर लोग विचार नहीं कर पाएंगे,,,,, उन क्षेत्रों में विकास हुआ तो यह समस्या स्वता ही समाप्त हो गई , तंत्र में बैठे चंद लोग अपने निजी फायदे के लिए कुछ भी गलत करने का सहारा लेते रहते है,,,,,
मैने अशोक जी का पूरा साक्षात्कार देखा / सुना, बड़ा सही लगा।
मैं स्वयं जगदलपुर व बारसूर में २० वर्ष ( १९७७ से १९९७) तक रहा हूँ,
व यह सब स्वयं देखा व अनुभव किया है।
Respect from Chhattisgarh 👍
What a fabulous and knowledge worthy interview ❤️... Im totally overwhelmed with this man Saurabh
I started few hours back with the kindle copy of The Death Script, I think ill finish by morning. No comprehensible words to describe.
आपका हर कार्यकम गजब का है। आप सहारा इण्डिया का भुगतान समस्या के ऊपर एक कार्यकम करने का कृपा करके प्रस्तूत कर के लाखों लोगों का गम्भीर समस्या है हजारों एजेंट,जमाकर्ताओ का दुआ आपको मिलेगा
सौरभ भाई इतने अच्छे तरीके से बात करते हैं इनका बात करने का लहजा मुझे बहुत पसंद है बाकी सब चाय कम है
Sourabh bhaiya, bhut shukriya iss topic pe charcha karna ka bahut shukriya aur Ashutosh sir ka bhi bahut shukriya ki unho yaa kitab likha kar apana anubhav sajha kiya
Very interesting perspective of a burning subject especially for me in Odisha where in Dandakaranya area still this situation prevails. We in coastal or developed area still clueless. Hope Andhra model will be future solution for whole of India.
I could visualize the scenario to some extent. Thank you Ashutosh. Looking forward to read the book.l was there in Bastar area during 1990_91 due to excavation of Megalith of Megalithic period in the karkabhat region of Durg district. As a young scholar l came to contact with the adivasis for my own interests. They were really innocent and exploited by the regional authorities and govt was totally indifferent to their poverty and plight. Thus we have lost the rich material culture n cultural aspects of the real son n daughter of the soil.It was a great loss to us.
CSE ki prep kar raha hu.....very much required for us....aap dristi ias se baat karein aur is se max students tak pahuchayein....🙏
पत्रकार महोदय पांचवी ,छठी अनुसूची के बारे में भी सुने होंगे इसके बारे में भी जानकारी दे दो उसके बारे में भी जरूर सुने होंगे आपने नक्सल प्रभावित आदिवासी क्षेत्रों से
Love this segment kindly invite Vinod Rai (formar cag) and discuss his book "Not just an accountant".
Came to know about this book from Lallantop only , then ordered . Thanks Saurabh and team
Thank you sir aap logo ka joh aapne baster ke maowad ke bare me itne achhe se explain kiye hai unke life aur unke adhikaro unki mantility Jai c.g. 🙏🙏🙏🙏
Aaj achi conversation thi bht kuch sikhne ko mila...yaha cities me baith ke hum log Kewal ek paksh sunte aaj thoda bht h sahi par dusre paksh ko bhi janane ka mauka mila..
go among adiwasis n know about them..THEY ARE REALLY INDIGENOUS..
बहुत व्यापक, विस्तृत, गहन जानकारी और मंथन।
जल,जंगल, जमीन की इस लड़ाई को हम सब को आत्मसात करना चाहिए। वो तथाकथिक पढ़े-लिखों से ज्यादा समझदार हैं।
हुआ भी यही है आज तक।
Vanha ke aadivasi jangal bchane ki bat par date he. Or sarkar unko khadebne ki. Force ko kese pta chalta he ki ye aadivasi naxli he ya nhi ? Or begunah logo ke marne ke bad sarkar unke parivar ka kis trh khyal rakhti he. Ya fir unhe bhi naxli boldiya jata he. Un logo se mile ke liye sarkar ke jimmedar adhikari or mantriyo ko unki uchit jo mange he dhyan me rakhkat huye varta kar santi stapit karni chahiye. Aapki kitabvala se laga ki ye log desh ko nhi todna chahte he apne astitva ko kayam rakhna chahte he. Ladai se hal nhi hoga . Sarka manaviya hito ki raksa kare. Jay bharat.
आदिवासी जल जंगल जमीन संरक्षण की बात करता है तो उसमें क्या ग़लत है? सरकार ये सब क्यों छीनना चाहती है। जंगल में आदिवासी समुदाय सदियों से रहता आया है और वह उसे अपना घर और गांव अपने अस्तित्व का एक हिस्सा मानता है और इस बात को लेकर वह आदिकाल से संघर्ष करता आया है और आज भी कर रहा है इसमें गलत क्या है। अपनी बात या अपने अस्तित्व और अधिकार को लेकर हथियार उठाना गलत है। क्या सरकार हथियार उठाने का कारण जानकर आपसी सहमति का भर पुर प्रयास नहीं कर सकती। कुछ ताना शाही और दमनकारी नीतियों की वजह भी नक्सलवाद को बढ़ावा देने की जिम्मेदार है। किताब वाला आपका पूरा वीडियो देखने के बाद और पब्लिक कॉमेंट्स से समझ सकते है की कुछ हालत और परिस्थिती है जो कारण है। और इसका हल लड़ाई एक मात्र उपाय नहीं है....
Excellent Conversations !
बहत सुक्रिया ।
Mai chhattisgarh se hu aur mujhe lgta hai ki hme nakshawaado ka samarthan ahinshhantmak rup se krna chhahiye taaki government hrkat me aaye❤❤😞
Nice information given by you
Chup ajj hi 22 jawano ko barbaric tarika sa mara hai tara adrashwadi logo na
बहुत अच्छा साक्षात्कार। लेखक को सलाम...
This was very informative . I like the reference he made , if your flat in Mayur vihar cannot be taken from you then how can you take their jungle (home) from them .
Chhattisgarh se hu ....isse mai v padhungi sir....aashutos SIR sourabh sir thanks
मुझे अच्छा ही नहीं बल्कि गर्व हुआ की जो आप 8 महीने पहले दिखाए वो सरकार को इससे कुछ सीखे
Hahaha ये सब करना था नक्सलीओंको इसलिये आठ महीने पहलेही इंटरव्यू दे दिये। ताकि प्रोपोगेंडा बना रहे!
one of the best discussion I have ever heard on this issue. I will surely buy this book.
आपने आदिवासियों एवम नक्सल मूवमेंट को बहुत ही अच्छे से समजाया भारद्वाज जी
This gournalist is great.
हमारे पहले pm जिन्होंने स्वतंत्रत भारत की जैसे तैसे नीव रखी वो 2014 के बाद विलेन कैसे बन गया this question is really tuff🤔🤔🤔
देश विभाजन नही रोक पाने के कारण
तुस्टीकरण की निति के कारण
370 को जम्मू कश्मीर पर थोपणे के कारण....चीन के लिये असफल और कमजोर रणनीती के कारण.
बहुत ही शानदार इंटरव्यू। आज बस्तर के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला। बहुत बहुत धन्यवाद आप को सौरभ जी ।
मैंनें बस्तर, दंतेवाड़ा में 2001 में काम किया, तब कोई भी सरकारी इंजिनियर वहॉ जाने को तैयार नहीं था।
Hat's of sir
You are great Sir 🙏👏
Bhut acha kiya guru
very Nice Interview . Saurabh as usual at his best in talk with Ashutosh.
Thank you Saurabh ji for bringing this topic of CG 🙌
Itni achi news aur discussion shayad hi koi dusare news channel ya tv news channel pe hota hoga...
Chhattisgariha sable badiya
jai johar
jai Chhattisgarh
🙏🙏🙏🙏🙏
Jay seva. Jay badadev
Badhiya h au bhaiya banabo...jai johar
N
Me bhi jangle me en logo se milna chahta hu
Jai johar
Wonderful interview with Ashutish Bhardwaj. At least, you gave Ashutosh full chance to dwell upon his points. Thank you very much, Saurabh.
बहुत इंतजार करवाया भाई किताबवाला के एपिसोड के लिए।
Saurabh Ji, heartfully thanking you for inviting Ashutosh in your show... I love Aadiwashis and wish they be where they belong.... Jungle, their neighbourhood and everything which connect them with Jungle. I feel that states are in the course of exhibiting their sheer pride, greed, and law imposing mentality, sending army men to hunt down those pure, nature lovers, culturally wealthy, and remote communities. I don't support any killings or warfare, but I also insist on leaving Aadiwashis alone in their own habitat.
We should have a good communication and coordination with them. They can be always part of Indian constitution and laws being in Jungle, without having Police Station around them.
They feel a gun will outrage their freedom of living, natural resources, and the happiness they feel in their habitat so they retaliate back with gun, as jungle men have nothing to do with guns.
And I am sure they will hardly ask for help from we urban people if they born and raised in a Jungle.
सत्ता अपना चरित्र खौफ के जरिये ही प्रकट करती है😱जबरदस्त
Ye ek Bhramit karne wali baat hai... Satta (at least legal one) always has a Constitution (principles) that guarantees a standard set of laws that apply equally on everyone (leaving aside exceptions)... Satta ki hinsa un principles ko bachane ya implement karne ke liye hoti hain.
Baki, ye a dialogue ke liye accha hai.... sachai nahin.
@@RajeshKumar-ob9zy good analysis by you sir🤗🤗🤗
सहमत
@@RajeshKumar-ob9zy satta hee atankwadi padda karti hee
Man I'm gonna read his novel for sure though I'm not a reading enthusiast. Great work Ashutosh ji for your coverage about the issue and Lallantop for this great interview.
Saurabh Dwivedi ji your briefings are interesting. I learn many things from your lalontop. Now I would be happy if I get an appointment with you
Lallan top sach me ap shi cheezo ko btate ho. Bhut bhut dhanyavad Saurabh G
समानता और न्याय से ही शांति स्थापित हो सकती है।जब जब अन्याय होगा क्रांति की ज्वाला भड़केगी।
बहुत ही सराहनीय, तथ्यपूर्ण। ज्ञान वर्धक।
One of the finest interview I have watched 👌🏽
बहुत नया ज्ञान प्राप्त हुआ। सामान्य लोक इन सब बातोसे दूर रह कर प्रगती नही कर सकते।
Very informative and very nice interview!!
Lalan top kai adia ko dhnybad aisha shair dil patrakr ko dhinai shun anai kai lia thanku shorb aor ashutosh
i bought this book during seeing this interview.
Same here
From which site??
@@gajanangopatwad256 Amazon pe mil jayegi👍
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Ashutosh , the last statement is really touched a lot to me. You are with tears.
मान्यवर,
यह किताब हिंदी में अनुवादित हो, यह अत्यावश्यक है।तभी आम आदमी तक जानकारी और अनुभव व निष्कर्ष पहुंच पायेगा।और तभी राजनीतिक गलियारों में भी तथ्यात्मक चर्चाऐं हो पाएंगी।TV डिबेट भी होंगी।भरद्वाज जी को उनके परिश्रम, अनुभवों, संवेदनाओं की अनभूति की उपलब्धियों के लिए सेल्यूट करता हूँ।जय हिंद।जय भारत।वन्देमातरम।
आशूतोश जी को बहुत बहुत धन्यवाद।सच्चाई सामने लाने पर
Policymakers jab ground level pe jake plan banayenge usdin hamara desh ka development jald se jald ho jayega
sarkar bi waha graound level pr jakr development plan banayegi toh naxali paida ho nahi honge. pr sachai ye hi ki sarkar ye bilkul bi nahi krna chahti hi.
Ashutoshji sadhu sadhu .
Aap jaeise patrakar aur lekhak ki samaj ko jarurat hai jo bahut pida uthake aur risk leke bahut achha kam kar rahen hain.
Jug jug jiyo
This episode give me lot of information those not found traditional news and history. The lallantop please introduce News segment like this special on security issues and reform.
Thnku both of u.... For giving actual knowledge abt nakshal movement.. N special thanks to saurabh bhaiyya... Ur kitabvala is so aswm😊😊😊👍👍