महोदय,मेरी पत्रिका में एक ग्रह अस्त है एक नीच का है। सिंह लग्न के दशम में सूर्य चंद्र हैं, चंद्र अस्त है और नवम में गुरु शनि हैं, जिसमें शनि नीच का है, मंगल तृतीय में हैं, नवम दशम दोनों पर दृष्टि है। क्या प्रभाव माना जा सकता है?
Guruvar pranam 🙏rahu vakri chalte hai ..... ? Rahu Kanya rashi main hai inki 5th drishti makar rashi par jayegi ya vrish rashi par 🙏jai shri ram pranam
पंडित जी, कृपया बताएं की एक नीच का ग्रह दुसरे नीच के ग्रह पर दृष्टी डालता हो तो क्या नीचभंग राजयोग होगा? उदा: सुर्य तुला में और शनी मेष राशि में हो और आपस में दृष्टि सम्बंध हैं।
Agr sun ekadash me nich ke ho ... Aur shukra amatyakarak Mangal ke sath dwadash me h kya ye nich bhang hoga aur kya inka shubh fal hoga ..jbki Mangal vrishchik rashi me h
Guruji Charan sparsh agar Putra ki kundali mai pita ka shukh Kam dikh raha ho lekin pita ki kundali Mai dheergaayu yog ho to kya pita dheergaayu hoga kyunki kabhi kabhi pita ke shukh mein kami se tatparya pita ki mrityu bhi hota hai
@@shriramjyotishindia jee dhanyawad guruji lekin kabhi kabhi mrityu bhi ho sakta hai lekin pita ki kundali mai dheergaayu yog hai to pita ki mrityu nahi hogi anya koi karan ban sakte hai?
Sir Vrishchik lagna mein 12th bhaav mein suraj of 0 degree neech ka hai...par rashi swami venus ke saath hai aur mercury ke saath...kya prabhaav rahega
🙏🏻🙏🏻🙏🏻पंडित जी मेरे कुंडली मैं शुक्र निचभंग राज योग है फिर भी मुझे धन और नौकरी नहीं मैं महाराष्ट्र से हु 26अगस्त 1981 की सातारा रे जलमी सुबह 4:30am मेरा लग्न कर्क 12'17" लग्न मैं मंगल(1'50") और राहु(6') है, 2 भाव मैं सूर्य स्वराशि बुध(23) है फिर भी मेरे पिताजी मेरे साथ 15year बात नहीं करते मैंने love मर्रिज किया.शादी नहीं हो रही थी तो की.. मैं सबको हा बोलती फिर भी शादी नहीं हो रही थी. पढ़ाई मैं भी बहोत भूलति थी सुबह पढ़ाई रातको भूलति. दिन भर पढ़ाई कर B. Sc किया 3 भाव मैं शुक्र(15) नीच, शनि(14), गुरु (16)बैठे है. 7 केतु 12चन्द्र (25) अभी तक जोभी करती सभी मैं असफल हु कृपा कर बताएँगे शुक्र नीच भंग राज योग है फिर भी मैं धन क्यों नहीं मिलता शेरमर्केट mai भी अभी पतिसे पैसे लेके डाले उसमे भी लॉस हूँ क्यों 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻कृपा कर बताएँगे 🙏🏻🙏🏻🙏🏻आभारी हूँ
Jai sri krishna
Pronaam guruji
गुरु जी प्रणाम🙏
आपसे अनुराेध है कि चन्द्र शर विधि से चन्द्रोदय ज्ञात करने की विधि पर वीडियो बनाने की कृपा करेंगे
Om shri ganeshay namah jai shri ram pranam guruvar 🙏🕉️
महोदय,मेरी पत्रिका में एक ग्रह अस्त है एक नीच का है। सिंह लग्न के दशम में सूर्य चंद्र हैं, चंद्र अस्त है और नवम में गुरु शनि हैं, जिसमें शनि नीच का है, मंगल तृतीय में हैं, नवम दशम दोनों पर दृष्टि है। क्या प्रभाव माना जा सकता है?
योगकारक ग्रह की दृष्टि शुभं है लेकिन नीच व अस्त ग्रह से अधिक अपेक्षा नही है।
Guruvar pranam 🙏rahu vakri chalte hai ..... ? Rahu Kanya rashi main hai inki 5th drishti makar rashi par jayegi ya vrish rashi par 🙏jai shri ram pranam
नवम और पंचम दोनों ही दृष्टि मान्य हैं और समान प्रभावी हैं।
@@shriramjyotishindia pranam guruvar 🙏 jai shri ram
Meen leggn ma guru shni guru nich radhi ka, shni ka sath baitha hai ti neech bhang ho ga ya nahi?
नीचभंग माना जायेगा।
सिंह लग्न ,वृषिक राशि,चंद्र बुध(अस्त) 4th house, सूर्य, राहु 5th हाउस,गुरु(नीच),शुक्र 6th हाउस,मंगल 9th हाउस,शनि केतु 11th हाउस।कैसा प्रभाव रहेगा गुरुजी जीवन पर?कृपया बताएं🙏
लग्नेश दिग्बल हीन व पंचमेश नीचराशिगत हैं,नीचभंग भी नही है,दोनों ग्रहों की शुभता प्रभावित होने की संभावना दिखती है।
@@shriramjyotishindia lagnesh surya dhanu rashi mein rahu ke saath 5th house mein hai jo navmansh mei 12th house mein guru ke saath hai.
राहु युत सूर्य नवांशगत भी लग्नेश को पीड़ित दर्शाता है
🙏 Guruji
पंडित जी, कृपया बताएं की एक नीच का ग्रह दुसरे नीच के ग्रह पर दृष्टी डालता हो तो क्या नीचभंग राजयोग होगा? उदा: सुर्य तुला में और शनी मेष राशि में हो और आपस में दृष्टि सम्बंध हैं।
इसमें नीचभंग नही होता है।
@@shriramjyotishindia धन्यवाद्। जय श्री राम।
Agr sun ekadash me nich ke ho ...
Aur shukra amatyakarak Mangal ke sath dwadash me h kya ye nich bhang hoga aur kya inka shubh fal hoga ..jbki Mangal vrishchik rashi me h
नीचभंग तो नही है।
Great गुरुजी
Guruji Charan sparsh agar Putra ki kundali mai pita ka shukh Kam dikh raha ho lekin pita ki kundali Mai dheergaayu yog ho to kya pita dheergaayu hoga kyunki kabhi kabhi pita ke shukh mein kami se tatparya pita ki mrityu bhi hota hai
सुख मे कमी दूर होना, बीमार या अक्षम होना शत्रुता होना भी हो सकता है
@@shriramjyotishindia jee dhanyawad guruji lekin kabhi kabhi mrityu bhi ho sakta hai lekin pita ki kundali mai dheergaayu yog hai to pita ki mrityu nahi hogi anya koi karan ban sakte hai?
Kai joytishachary mere question ko samajh nahi paye hai sabhi ye hi uttar de rahe hai guru dev please understand my questions ❓
आप फोन पर चर्चा कर सकते हैं
Sir
Vrishchik lagna mein 12th bhaav mein suraj of 0 degree neech ka hai...par rashi swami venus ke saath hai aur mercury ke saath...kya prabhaav rahega
यदि मंगल भी लग्न या चंद्र से केंद्र में हो तो शुभफलों की अपेक्षा है।
@@shriramjyotishindia
सर
चंद्र सप्तम भाव,मंगल 11थ भाव,गुरु लग्ना में
मंगल चंद्रमा या लग्न से केंद्र में होता तो शुभ फल अधिक होते।
@@shriramjyotishindia
सर
मंगल चंद्र से पंचम है
पर 12 भाव पर राहु की पंचम दृष्टी भी है
मार्गदर्शन करें
राहु की सूर्य पर दृष्टि शुभ नही है।
🙏🏻🙏🏻🙏🏻पंडित जी मेरे कुंडली मैं शुक्र निचभंग राज योग है फिर भी मुझे धन और नौकरी नहीं मैं महाराष्ट्र से हु 26अगस्त 1981 की सातारा रे जलमी सुबह 4:30am
मेरा लग्न कर्क 12'17"
लग्न मैं मंगल(1'50") और राहु(6') है,
2 भाव मैं सूर्य स्वराशि बुध(23) है फिर भी मेरे पिताजी मेरे साथ 15year बात नहीं करते मैंने love मर्रिज किया.शादी नहीं हो रही थी तो की.. मैं सबको हा बोलती फिर भी शादी नहीं हो रही थी. पढ़ाई मैं भी बहोत भूलति थी सुबह पढ़ाई रातको भूलति. दिन भर पढ़ाई कर B. Sc किया
3 भाव मैं शुक्र(15) नीच, शनि(14), गुरु (16)बैठे है.
7 केतु
12चन्द्र (25)
अभी तक जोभी करती सभी मैं असफल हु
कृपा कर बताएँगे शुक्र नीच भंग राज योग है फिर भी मैं धन क्यों नहीं मिलता शेरमर्केट mai भी अभी पतिसे पैसे लेके डाले उसमे भी लॉस हूँ क्यों 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻कृपा कर बताएँगे 🙏🏻🙏🏻🙏🏻आभारी हूँ
मंगल राहु का अंगारक योग है उचित होगा किसी ज्योतिषी से पत्रिका विश्लेषण कराकर उचित समाधान खोजें।
🙏🏻🙏🏻🙏🏻आपका आशीर्वाद सब पर ऐसा है रहे आप ऐसा सबको ज्ञान दे.