@@Moolgyankabirsahab पाखंडी अज्ञानी सुन आत्म ज्ञान तो सतपाल महाराज दे रहा,बाल योगेश्वर दे रहा,भोले जी महाराज देरहा,आशुतोष महाराज दे रहा,ओशो दे रहा,ब्रम्हा कुमारी पथं वाले दे रहे,तु भी क्रोधीअहंकारी दे रहा फिर सच्चे आतम ज्ञान का पता कैसे चलेगा,,जब सब लोग आत्म ज्ञान ही दे रहे, रामपाल मान लो मूर्ख बनाता है अपनी फोटो की पूजा करवाता है, आशाराम भी योग बशिष्ठ पढ़वाता है,,भले ही पित्तर पूजा व देवताओं की पूजा में फंसाता है,तो फिर तेरे जैसे अज्ञानी व अहंकारी तो हमारे छोटे प्रश्न से झल्ला जाते हैं, सतगुरु बन फिर रहा लंका तक ।
@@Moolgyankabirsahab मूर्ख गुरु तु काल का दूत हैं,,ऋषि मुनि भी तो एक ही परमात्मा को भज रहे थे,,एको ब्रह्म द्वितीयो नास्ति और अहं ब्रम्हास्मि कह कर चुप हो गये,,काल के जाल में फंसे थे वैसे तू भी फंसा है,एक परमात्मा मानकर ,,100,200परमात्मा होते तो तेरे जैसे गुरु100,200गुरु सभी आत्म ज्ञान देते फिर रहे हो,, पाखंडियों।
@@Moolgyankabirsahab माइंड तो तुम्हें चेक करवाना चाहिए डाकटर से,,आत्मा कितनी है पूछने वाले,,आत्मा ये तो अनन्त है हर मनुष्य में,जानवरों में,पेड़ों में भी,अन्डज पिडज स्थावर उखमज सभी योनियों में अन्नत आत्माये है,, फिर तब तो तेरे हिसाब एक आत्म ज्ञान कैसे हुआ,,या अन्नत आत्म ज्ञान कैसे होगा परमात्मा भी अन्नत है,,हरि अनंत हरि अनंत हरि कथा अनंता।, सतगुरु बनने चला है रगड़ दूंगा भूसी छुट जायेगी,,
Satnam sahib bandgi ❤❤❤
सतनाम साहिब बंदगी ❤❤❤❤❤
Satnam sahib bandgi
Satnam sahib bandgi ❤❤❤❤❤
Guruji satnaam bandgi
❤❤❤❤❤❤
हर हर महादेव जी ऊं नमः शिवाय पार्वती जी
शिव शक्ति का ज्ञान लो भाई आप, शिव क्या हैं , जीव क्या पीव क्या है
आत्म ज्ञान कितने प्रकार का होता है।
तेरे को कितने प्रकार का चाहिए, आत्मा कितनी है ये पता है, फिर तेरे को बताते है, किसी डॉक्टर पे चैक करवाओ पहले माइंड, लग रहा है भाई कुछ
परमात्मा कितने है ये पता है या 100,200 प्रकार के बताए है तेरे को तेरे घंटाल ने
@@Moolgyankabirsahab पाखंडी अज्ञानी सुन आत्म ज्ञान तो सतपाल महाराज दे रहा,बाल योगेश्वर दे रहा,भोले जी महाराज देरहा,आशुतोष महाराज दे रहा,ओशो दे रहा,ब्रम्हा कुमारी पथं वाले दे रहे,तु भी क्रोधीअहंकारी दे रहा फिर सच्चे आतम ज्ञान का पता कैसे चलेगा,,जब सब लोग आत्म ज्ञान ही दे रहे, रामपाल मान लो मूर्ख बनाता है अपनी फोटो की पूजा करवाता है, आशाराम भी योग बशिष्ठ पढ़वाता है,,भले ही पित्तर पूजा व देवताओं की पूजा में फंसाता है,तो फिर तेरे जैसे अज्ञानी व अहंकारी तो हमारे छोटे प्रश्न से झल्ला जाते हैं, सतगुरु बन फिर रहा लंका तक ।
@@Moolgyankabirsahab मूर्ख गुरु तु काल का दूत हैं,,ऋषि मुनि भी तो एक ही परमात्मा को भज रहे थे,,एको ब्रह्म द्वितीयो नास्ति और अहं ब्रम्हास्मि कह कर चुप हो गये,,काल के जाल में फंसे थे वैसे तू भी फंसा है,एक परमात्मा मानकर ,,100,200परमात्मा होते तो तेरे जैसे गुरु100,200गुरु सभी आत्म ज्ञान देते फिर रहे हो,, पाखंडियों।
@@Moolgyankabirsahab माइंड तो तुम्हें चेक करवाना चाहिए डाकटर से,,आत्मा कितनी है पूछने वाले,,आत्मा ये तो अनन्त है हर मनुष्य में,जानवरों में,पेड़ों में भी,अन्डज पिडज स्थावर उखमज सभी योनियों में अन्नत आत्माये है,, फिर तब तो तेरे हिसाब एक आत्म ज्ञान कैसे हुआ,,या अन्नत आत्म ज्ञान कैसे होगा परमात्मा भी अन्नत है,,हरि अनंत हरि अनंत हरि कथा अनंता।, सतगुरु बनने चला है रगड़ दूंगा भूसी छुट जायेगी,,
Satnam sahib bandgi 🙏
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Satnam sahib bandgi ❤❤❤❤❤
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