बिरहा गायक स्व. परशुराम के बड़े भाई कवि शिव बचन यादव से बातचीत | Birha | Parshuram Yadav | Interview

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  • Опубликовано: 28 ноя 2024
  • बिरहा जगत के महान गायक स्व. परशुराम यादव के बड़े भाई कवि शिव बचन से बातचीत हुई। स्व. परशुराम यादव और उनके परिवार के कला प्रेम और शिक्षा के प्रति उनके समर्पण को दिखाती है। उनके बड़े भाई, कवि शिव बचन ने जो अपनी जीवन यात्रा साझा की, वह एक प्रेरणा है, खासकर यह कि चारों भाइयों के बीच शिक्षा और कला के प्रति गहरी जागरूकता और प्रेम था।
    चारों भाइयों का यह विचार था कि "खाना कम खाओ, चलेगा, लेकिन शिक्षा बहुत जरूरी है।" यह उनके जीवन का आदर्श था, जिसमें वे अपने बच्चों और परिवार के अन्य सदस्यों को भी शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक करते थे। इसके अलावा, कला के प्रति उनका रुझान भी बहुत था, खासकर बिरहा गायन और लेखन में।
    स्व. परशुराम यादव सबसे छोटे थे और उनकी कला यात्रा का एक महत्वपूर्ण पहलू यह था कि वे जब पहली बार मंच पर गए, तो उनके तीनों बड़े भाई उनके साथ थे। वे मंच के नीचे से उन्हें हौसला देते थे, ताकि वे न केवल आत्मविश्वास के साथ गायन कर सकें, बल्कि अपनी कला को पूरी दुनिया तक पहुंचा सकें। यह दिखाता है कि परिवार का समर्थन न केवल मानसिक रूप से, बल्कि सृजनात्मक रूप से भी कितना महत्वपूर्ण होता है।
    इस कड़ी में, भाइयों के बीच एक मजबूत रिश्ते की भावना थी, जिसमें एक-दूसरे के प्रति सम्मान और सहयोग का आदान-प्रदान था। उनके भाई शिव बचन भी खुद एक कवि थे, और उन्होंने अपनी रचनाओं से कला और संस्कृति को जीवित रखा था।
    कैमरा मैन- श्याम सुंदर पासवान
    वीडियो एडिटर- राहुल यादव व राम विलास यादव
    #birha #parsuram #birhagayak #interview #ballia #purvanchal #shivbachanyadav #lokgeet #kalakar #lokkalakar #birhadangal #birha_entertainment

Комментарии • 63

  • @parashuyadav2808
    @parashuyadav2808 18 дней назад +15

    समाधीश्वर पंडित परशुराम यादव जी के बिरहा क्षेत्र में कदम रखते ही गायन की शुद्धता पर विशेष बल दिया जाने लगा। परिणाम यह हुआ कि इनकी देखी-देखा दूसरे कलाकारों की भी मजबूरी हो गई और उन्होंने अपने बिरहा गीतों में व्याकरणीय शुद्धता पर ध्यान देना शुरू कर दिया।
    बिरहा में संस्कृत की तत्समनिष्ठ शब्दावली और उसे परिष्कृत एवं परिमार्जित करने का काम परशुराम यादव ने ही किया।
    उन्होंने बिरहा जगत में जो प्रयोग किया उसको लेकर आज के समय में यही कहा जा सकता है कि इसे अब शायद ही कोई दूसरा भर पाए। इनकी गायकी में शुद्धता के साथ ही साहित्यिक मिश्रण हो जाने से श्रोताओं की बिरहा गीतों की मिठास दुगुनी हो गई। कई बड़े कलाकार परशुराम यादव के खिलाफ दंगल में जाने से भी बचने लगे। जो जाता था वह पूरी तैयारी के साथ जाता था।
    सोहर गीतों की उनकी प्रस्तुति अद्वितीय थी। अद्वितीय प्रस्तुुतियों और पकड़ के कारण ही उत्तर प्रदेश सरकार से उनको पंडित की उपाधि प्राप्त हुई। उनकी भाषा शुद्ध साहित्यिक कोटि में आती थी। वे खुद भाषा के प्रति सजग थे और चाहते थे कि दूसरे साथी भी सचेत रहें। उनकी चिन्ताएं बिरहा में आती फूहड़ता तक ही सीमित नहीं थी बल्कि वे आने वाली नई पीढ़ी को लेकर भी चिंतित थे। कभी-कभी बातों-बातों में वे अपनी चिंताएं व्यक्त भी करते थे। वे कहते थे जिस तरह से आज हमारे समाज में भोजपुरी गीतों की देखी-देखा और अपनी लोकप्रियता के साथ पैसे की चाह में लोग कुछ भी गा रहे हैं वह हमारे समाज को कहाँ ले जायेगा।
    जैसा कि वो खुद बातचीत में बताया करते थे कि, सामाजिक और ऐतिहासिक गीत गाना हमारी पहले से ही प्राथमिकता रही है । इसलिए मैं समाज में इस प्रकार के गीत पेश करना चाहता हूं जिसे हमारे समाज की बेटी, बहू, हमारी माताएं और छोटे बच्चे बैठकर एक साथ सुन सकेें।
    जितने प्रकार के छंद विधान उनके बिरहा में मिल जायेंगे उतना किसी गायक में आपको नजर नहीं आयेगा। नजर छोड़िये जिंदगी सबकी गुजर जाएगी लेकिन वो मुकाम तक पहुंचना तो दूर भटक भी नही पाएंगे क्योंकि आज के सीनियर हो या जूनियर कलाकार इन सबको छिनरी बुजरी के अलावा या दूर कोई मुकाम नही हासिल हो सकती है।
    आदरणीय रामजी यादव चाचा जी को सादर प्रणाम करते हैं जो इस दौर में भी इतने बड़े और कठिन कार्य का बेड़ा उठायें हैं।
    शत शत नमन🙏🙏🙏

  • @laljeeyadav317
    @laljeeyadav317 19 дней назад +7

    विरहा जगत में पंडित परशुराम यादव कोई जोड़ नहीं था उस महान आत्मा को शत् शत् नमन

  • @ombachchanyadav5378
    @ombachchanyadav5378 19 дней назад +12

    पण्डित परशुराम बिरहा के शब्द के माहिर तथा भक्ति भजन के तथा उदारता के कारण ही आज बिरहा के भीष्म माने गए। बिरहा कई पीढ़ियों से चल रहा है पर इनके जैसा कोई विद्वान नहीं पैदा हुआ मानना पड़ेगा। स्वर के भी जादूगर थे। दिनभर पुस्तकों में लिपटे रहते थे।ऐसे महान कलाकार को मै बार बार ❤से प्रणाम करता हूं।

  • @Indreshyadav-xu8sv
    @Indreshyadav-xu8sv 19 дней назад +8

    Waah kya rachna h sir kehu mahur ke pike n bawur bhayil koti koti pranam h sir

  • @prahladyadav-rl3jz
    @prahladyadav-rl3jz 19 дней назад +12

    रामजी अंकल आप का इंटरव्यू लेने का तरीका बहुत ही बेहतर है आप को बिरहा और बिरहा गाने वाले लोगों के बारे में बहुत ही अच्छी जानकारी है आप बिरहा के तह में पहुंच जा रहें हैं

  • @sudarshan1871
    @sudarshan1871 19 дней назад +5

    बिरहा के भीष्म पंडित परशुराम जी की पावन स्मृतियों को शत शत नमन ❤❤

  • @sunilpal9611
    @sunilpal9611 19 дней назад +6

    नार पिता जननी ,हर जनम में मिले।
    भाई नाहर नाथ बस,करम से मिले।।

  • @manjeetyadav9444
    @manjeetyadav9444 11 дней назад +1

    बहुत सुंदर वार्तालाप ❤❤❤

  • @sandeshkumaryadav2443
    @sandeshkumaryadav2443 19 дней назад +10

    आदरणीय रामजी सर,
    नमन है आपके चुने हुए रास्ते को, वास्तव में ये बिरहा के इतिवृत्त और उत्तरकाल को बनाए रखेगा।
    आपके इंटरव्यू के पैटर्न से समझ आता है आपके बिरहा के प्रति अनुराग और बोध कितना अतुल है।
    महोदय आपसे विनम्र निवेदन है कि, आप बिरहा पर आर्टिकल पब्लिश कीजिए ऐसे ही पुराने कलाकारों और कवियों का इंटरव्यू लेकर।👏🎉

  • @rampraveshsinghyadav5977
    @rampraveshsinghyadav5977 17 дней назад +3

    Gurujee ko shat shat naman aapaki kavita aur aawaj ka koi jabab nahin hai

  • @birendrapratapdubye7251
    @birendrapratapdubye7251 17 дней назад +3

    बिरहा के महान विभूति भले ही हमलोग के बीच नही है मगर उनकी बिरहा ,उनके शब्द , सदैव अमर रहेगें--मां सरस्वती की अपार कृपा उनके उपर बरसती रही जिसकी वजह से उनकी बिरहा को
    ससम्मान सभी वर्ग के लोग सुनते थे--मैं छात्र जीवन से उन्हे सुनते आ रहा हूं मगर जी नही भरता है। दो-चार उनका इंटरव्यू अखबार मे प्रकाशित करने का अवसर मिला था यकीन नही हो रहा है कि वोबहमारे बीच नही है, जून महीने मे हब सूरत से चंदौली गया था परशुरामजीकी समाधि पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने का अवसर मिला था--समीप मे मां मंगला भवानी हैं उनके सुपुत्र अखिलेश का मंगल करें और विवेक दें कि पिता के पदचिह्नों पर अग्रसर रहें--

  • @shankaryadav3075
    @shankaryadav3075 18 дней назад +4

    बिरहा के भीष्म पितामह कों कोटि कोटि नमन

  • @nandlalyadav917
    @nandlalyadav917 19 дней назад +5

    Pandit Parashuram ji hamare mitra the yad aane par bahut dukh hota ha kuchh din aur rah jate

  • @shivanandyadav6732
    @shivanandyadav6732 19 дней назад +3

    सर जी आप बहुत सुंदर इंटरव्यू लेते हैं
    बहुत बहुत बधाई आप को और कवि जी को

  • @BhimSingh-lt6tp
    @BhimSingh-lt6tp 19 дней назад +6

    आप से आग्रह है कि आप बिरहा के दिवाने श्रोता व दर्शकों से भी मिले और उनकी अनुभूति को प्रस्तुत करे जिससे बिरहा के बारे में जानकारी हासिल हो सके ।
    भीम सिंह संवाद दाता परसथुआ रोहतास।

  • @govindyadav5506
    @govindyadav5506 19 дней назад +4

    Bahut sundar 🙏🙏

  • @rajeshYadav-bt3bn
    @rajeshYadav-bt3bn 19 дней назад +5

    Gurujii❤❤❤❤❤r

  • @uptirasathup63official58
    @uptirasathup63official58 18 дней назад +3

    बिरहा गायक स्वर्गि लालबर्ती गायक प्रजापति जी के पुत्र उमेश प्रजापति की ओर से आप सभी को प्रणाम
    चरण स्पर्श 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻💐💐💐💐💐💐

  • @rajeshYadav-bt3bn
    @rajeshYadav-bt3bn 19 дней назад +4

    Ram jee sar ko koti koti pranam app ne comment ka khyal khy❤❤❤❤❤❤❤

  • @AjaySingh-dq5fv
    @AjaySingh-dq5fv 18 дней назад +3

    bahut sundar

  • @uptirasathup63official58
    @uptirasathup63official58 18 дней назад +3

    बिरहा गायक स्वर्गि लालबर्ती गायक प्रजापति जी के पुत्र उमेश प्रजापति
    ग्राम - बियरही अदलहाट मिर्जापुर
    की ओर से सभी बिरहा दर्शको को प्रणाम शुक्रिया 🙏🏻🙏🏻❤❤❤

  • @dayayadav2746
    @dayayadav2746 19 дней назад +3

    Vah babuji kya bat hai .

  • @Bharatchannel19744
    @Bharatchannel19744 17 дней назад +1

    बहुत सुन्दर प्रस्तुति

  • @manojyadav-jr3sp
    @manojyadav-jr3sp 19 дней назад +3

    ❤❤❤❤

  • @VijayRajbharVijayRajbhar-vn1bc
    @VijayRajbharVijayRajbhar-vn1bc 19 дней назад +3

    Super

  • @sunilpal9611
    @sunilpal9611 19 дней назад +5

    हर जनम में बाबू अउर माई मिली हैं।
    बड़ा भाग होई तब पीठिया पर भाई मिली हैं।।

  • @AmarBahaduryadavYadav-x8i
    @AmarBahaduryadavYadav-x8i 19 дней назад +4

    Charo Bhaiyo me ram lakshman jaisa pyar tha

  • @Sonali-w5l
    @Sonali-w5l 16 дней назад +2

    आज स्वर्गीय परसु राम जी होते तो आपको हकिकत बताते,आप जैसा अहंकारी इन्टरव्यू किसी ने नहीं दिया है चलिए मान लिया आप बिरहा जगत के सबसे महान कवि हैं और परसु राम जी बिरहा के जनक थे इतनी महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए पुरा बिरहा जगत आपका युगों युगों तक आभारी रहेगा उम्मीद है दो चार इन्टरव्यू और इसी तरह दे देंगे तो आप के नाम के आगे भी महापंडित की उपाधि लगा दी जाएगी

    • @KamleshKumar-h8v1d
      @KamleshKumar-h8v1d 15 дней назад

      भाई गांव में जलन से साफ पता चल रहा है कि तुम चमचे हो क्योंकि वाकई में परशुराम का भी तेवर यही था जिस तेवर को उनके भाई ने दिखाया है और तुम बनारसीयो को कभी भी परशुराम पसंद इसलिए नहीं आए की परशुराम जब चाहे तब अपने समकालीन कलाकार को जब चाहे तब दबोच दिया करते थे इसलिए इतिहास पता करों पहले विश्वनाथ और दुर्जन से हमने 50 मंच सुना परशुराम इन लोगों से गाते नहीं थें गंवाते थें आज सच है कि वो रहते तो बताते दुख इस बात का है विश्वनाथ को विश्वनाथ बनाने वाले परशुराम है और परशुराम विश्वनाथ से बहुत पहले बिरहा की बुलंदियों पर थें और बनारस के सभी महारथीयों से आर पार का दंगल डट कर कर रहे थे इसलिए सभी बनारसी मिलकर तय किए की परशुराम से नहीं गाना है तब विश्वनाथ बिरहा में उभर रहे थे अब परशुराम सामने समस्या था कि जब कोई नहीं गाएंगे तो हम गाएंगे किससे फिर मिलें विश्वनाथ और परशुराम विश्वनाथ से मिलकर गानें लगें और जगह जगह परशुराम विश्वनाथ को घुमाने लगें तब विश्वनाथ भी प्रचारित हुए और बुलंदी को पाए लेकिन आज परशुराम का नाम लेने में लोगों को शर्म आ रहा है एक और बनारस के है दुर्जन जी जिनके बारे में क्या कहें गिरगिट की तरह रंग बदलता है वह आदमी मुझे बहुत अच्छी याद है कि एक दौर था जब बिरहा से दुर्जन समाप्त हो गए थे तब दोस्ती हुई परशुराम से और इधर बहुत प्रोग्राम अपने दम पर गंवाए परशुराम और आज वही दुर्जन परशुराम का एक बार अपने इंटरव्यू में चर्चा नहीं किए परशुराम केवल बनारसी की तरह बनारस तक सीमित नहीं थें परशुराम का क्षेत्र बहुत लंबा था यही कारण है कि इन लोगों को परशुराम हमेशा हर महीने पांच दस प्रोग्राम गंवाते थें आज उन्हीं लोगों जाकर पूछो प्रोग्राम का क्या हालत है जबकि परशुराम कभी मंच के मोहताज नहीं थें आप इसी से अंदाजा लगा सकते है कि मरते दम तक मंचन किया उन्होंने और पंडित और महापंडित की बात है तो तुम जिसका चमचागिरी कर रहे हो उन्हीं लोगों को एक तगमा दिला दो परशुराम को बिरहा का भिष्म कहा जाता था वो तगमा तुम्हारे घर वाले नहीं दिए थे पूरे बिरहा जगत ने उस तगमा से नवाजा था उनको और जिस तेवर के परशुराम थे वहीं तेवर आज उनके भाई ने दिखाया है बागी बलिया के शेर थें परशुराम कोई बनारसी ठग नहीं थें परशुराम इसलिए पहले इतिहास खंगालो तब बात करों।

    • @RamdevBharti-f4n
      @RamdevBharti-f4n 15 дней назад +2

      स्वर्गीय परशुराम तो नहीं रहें लेकिन तुम्हारे चम्मचई से लगता है कि तुम्हारे गांव😂 में कितना जलन हो रहा है और तुम किसी के द्वारा भेजे गए सार्थक चमचे हो इसका एक महत्त्वपूर्ण कारण भी है तुम्हारे हर पोस्ट पर कमेंट हमने पढ़ा है तो पता चला कि तुम एक गायक और एक कवि के महान चमचे हो उन गायक और कवि महोदय का नाम नहीं लूंगा लेकिन जरूरत पड़ने पर जरूर नाम भी लूंगा और रहा बात पंडित और महा पंडित की तो तुम जिसका चम्मचई कर रहे हों उसे ही दिला दो अगर तुम्हारे गांव😂 में ताकत है तो। धन्यवाद।

    • @anonymouscoder07
      @anonymouscoder07 14 дней назад +1

      @ चूतियां जैसा इंटरव्यू दे रहा है जैसे लग रहा तानसेन के बाद यही लोग है यही हमारे क्षेत्र में माधोसिंह स्टेशन बिरहा गायक विश्वनाथ यादव के सामने जनता ने बैठा दिया परशुराम को तुम लोग कुछ नहीं पता बिरहा के भगवान रामदेव के बाद किसी आवाज़ था विश्वनाथ का था समुद्र जैसे लहराते थे

    • @anonymouscoder07
      @anonymouscoder07 14 дней назад +1

      @@RamdevBharti-f4n ​​⁠ चूतियां जैसा इंटरव्यू दे रहा है जैसे लग रहा तानसेन के बाद यही लोग है यही हमारे क्षेत्र में माधोसिंह स्टेशन में बिरहा गायक विश्वनाथ यादव के सामने जनता ने बैठा दिया परशुराम को तुम लोग कुछ नहीं पता बिरहा के भगवान रामदेव के बाद किसी आवाज़ था विश्वनाथ का था समुद्र जैसे लहराते थे

    • @GhazipurGhazipur-y6m
      @GhazipurGhazipur-y6m 13 дней назад

      ​@@RamdevBharti-f4nचुटिया तुमको कुछ पता है बस आकर कुछ बोल देना तुम लोग के वजह से भाई चारा खत्म हो रहा है

  • @Dinesh10867
    @Dinesh10867 13 дней назад +1

    guruji bahut badhiya hai aapka interview Raha aapko code padhao

  • @dhirendrapratapsingh5166
    @dhirendrapratapsingh5166 10 дней назад

    बिरहा लोरिकी यादवो की गाथा कह कर किसी ने लिपिबद्ध नही किया।कृपया आप इस कार्य में महत्वपूर्ण योगदान देने की कृपा करें। जय श्रीकृष्ण।

  • @खुरारीसेभुवालयादव

    बाला राजभर जी से कब बात कर रहे हैं

  • @sunilpal9611
    @sunilpal9611 19 дней назад +3

    इस विषय में मैं बहुत अभागा हूं,क्योंकि भाई विहीन हूं,पर मेरी तीनों बहनें कमी नहीं होने दी,पर जब वो अपने घर चली गई, तो मैं अकेला हो गया। तब महसूस हुआ कि भाई क्या होते हैं ।
    मैं नहीं समझ पाता हूं कि विधाता ने हमारे साथ इतना क्रूर मजाक क्यों किया।

  • @laljeetyadav2866
    @laljeetyadav2866 19 дней назад +3

    Kolkata India ki Rajdhani rahi thi sir

  • @rampujan7308
    @rampujan7308 18 дней назад +4

    Biraha SAMRAT HAIDAR ALI juganu JEE ka naam tha prayagraj me hi nahe pure biraha jagat me alag PAHCHAN thi p. Parshuram JEE biraha k Bism the 🙏🙏BHAVPOORN SHARDHAJLI 🙏🙏🙏🌹🌹

    • @RamdevBharti-f4n
      @RamdevBharti-f4n 15 дней назад

      जी सही कहा आपने हैदर अली के सामने किसी भी बनारसी कलाकार की एक नहीं चलती थी कभी भी लेकिन बनारसी लोग चालबाज थें उनको भी वो जगह नहीं दिए जिसके वो हकदार थे खैर हैदर अली भाई सत सत नमन 🙏

  • @AdvocateUsyadav
    @AdvocateUsyadav 18 дней назад +4

    परशुराम के लिए आत्मा रो रही है

  • @Ladolivemusic
    @Ladolivemusic 19 дней назад +3

    Roen aalha jake aadhe rahiyan . Aaj samar me pujai ke udal bin bahiyan .

  • @dhirendrapratapsingh5166
    @dhirendrapratapsingh5166 10 дней назад +1

    बिरहा की पांडुलिपि होनी चाहिए, क्योकि बिरहा का एक ग्रंथ होना चाहिए। रामजी आपसे निवेदन है कि यह कार्य आपही कर सकते है क्योकि आप सभी का साक्षात्कार कर रहे है। इसलिए यह काम आप ही करे तो सोने में सुहागा होगा। उम्मीद........। जय श्रीकृष्ण। जय यादव जय माधव। जय मुलायम। जय समाजवाद। बिरहा लोरिकी की तरह न बंचित रह जाए। कृपया..................।

  • @dayayadav2746
    @dayayadav2746 19 дней назад +3

    Char bar jod me sune hai Mangal kavi se charo bar janata ne Mangal kavi ko Jada pasand kiya.

  • @Sanjay-h9z
    @Sanjay-h9z 15 дней назад +1

    Ramji yadav ka interview kab le rhe hai

  • @NarayanYadav-f1x
    @NarayanYadav-f1x 19 дней назад +3

    Ram ji bhiya apna mo no dijiyega

  • @kamleshyadav-nf7ug
    @kamleshyadav-nf7ug 19 дней назад +2

    लेकिन सर जो एक कह रहे हैं विश्वनाथ जी को भी अगर बोलते कोई कुछ नहीं था विश्वनाथ जी भी अपने को विरहा में एक पहचान है हस्ती है ए ग़लत है

  • @Sanjay-h9z
    @Sanjay-h9z 15 дней назад

    Ramji yadav vill ahaladpur post baheri thana khanpur teh sidpur dist ghazipur ka interview lo kyu nhi le rhe ho bar bar likh rha hu enterbiw nhi le rhe ho

  • @basantrajy
    @basantrajy 16 дней назад +2

    सर जी जो कवि जी इंटरव्यू दे रहे है परशुराम जी के विषय मे ये सब झूठ बोल रहे हैं परशुराम जी जैसा महान कलाकार का कोई महान गुरु होंगे ये तो एक कहावत है कि pisann लपेट के भंडारी बनत रा वैसे कवि जी है परशुराम जी स्वर्गीय श्री नारायण गुरु जी के शिष्य थे 95परसेंट उनके गीतो को गाते थे जमाना जनता है कवि जी झूठ मत बोलिए और बिरहा प्रेमियों को गुमराह मत कीजिए इतिहास छुपाने से इतिहास मिट जाता है

    • @RamdevBharti-f4n
      @RamdevBharti-f4n День назад

      हां तो ना अब श्रीनारायण है और ना ही परशुराम है इतिहास के तुम ज्यादा जानकार हो तो पहले अपना परिचय दो और तब जाकर इतिहास के विषय में बात होगा

  • @GhazipurGhazipur-y6m
    @GhazipurGhazipur-y6m 13 дней назад +2

    सही से बोलो शिवबचन कवि बिरहा गायक विश्वनाथ को ऐसे मत बोलिए बिरहा के सम्राट केवल रामदेव है उसके बाद शिवमूरत और विश्वनाथ है आवाज के मामले में रामदेव शिवमूरत विश्वनाथ आगे कोई नहीं है परशुराम नाक से गाते थे भाषा को छोड़कर बिरहा में जीरो थे

    • @RamdevBharti-f4n
      @RamdevBharti-f4n День назад

      नाजायज औलाद लग रहा है तुम

  • @MohanRajbhar-c2z
    @MohanRajbhar-c2z 18 дней назад +1

    Bhai ek bar bechan rajbhar k ghar ja kar video banao es samay unk parivaar kis halat me h

  • @anilkumaryadav-ff7uf
    @anilkumaryadav-ff7uf 19 дней назад +4

    ❤❤❤❤❤