आपके द्वारा अगर 17 दिन का अन्नपूर्णा मैया का अखंड व्रत रह रहे हैं दिन में पूजन के दौरान कथा श्रवण तक तो आपको कुछ भी ग्रहण नहीं करना रहेगा उसके पश्चात फिर आप दोपहर में फल आहार ग्रहण कर सकते हैं रात्रि में शाम के समय जो भोजन करेंगे उसमें आप अगर बिना नमक का हो पाए तो ठीक है अन्यथा नमक भी ग्रहण कर सकते हो अपने शारीरिक स्थिति के अनुसार आपको यह माता का दिव्य पूजन अर्चन पूर्ण करना रहेगा माता की कथा में अपने श्रवण किया होगा और पढ़ा भी होगा कि कम से कम अगर आप कथा ही श्रवण कर लेते हैं तो उसे ही माता अन्नपूर्णा बड़ी प्रसन्न होती है जितनी सहजता से सरलता से आप से बने वह आप नियम लेकर इस व्रत को पूर्ण करें जय मां अन्नपूर्णा हर हर महादेव शंभू राधे राधे
Jai annapoorna ma ki
Jay annpurneshvery mata purneshvery
Roj vrat mein kya khayen
आपके द्वारा अगर 17 दिन का अन्नपूर्णा मैया का अखंड व्रत रह रहे हैं दिन में पूजन के दौरान कथा श्रवण तक तो आपको कुछ भी ग्रहण नहीं करना रहेगा उसके पश्चात फिर आप दोपहर में फल आहार ग्रहण कर सकते हैं रात्रि में शाम के समय जो भोजन करेंगे उसमें आप अगर बिना नमक का हो पाए तो ठीक है अन्यथा नमक भी ग्रहण कर सकते हो अपने शारीरिक स्थिति के अनुसार आपको यह माता का दिव्य पूजन अर्चन पूर्ण करना रहेगा माता की कथा में अपने श्रवण किया होगा और पढ़ा भी होगा कि कम से कम अगर आप कथा ही श्रवण कर लेते हैं तो उसे ही माता अन्नपूर्णा बड़ी प्रसन्न होती है जितनी सहजता से सरलता से आप से बने वह आप नियम लेकर इस व्रत को पूर्ण करें जय मां अन्नपूर्णा हर हर महादेव शंभू राधे राधे
जय हो
माता अन्नपूर्णा की कृपा सदैव आप पर बनी रहे हर हर महादेव शंभू