आदरणीय पन्नालाल जी के विचार भी अच्छे लगे। मेरी बात का उनकी बातों से समर्थन होता है कि ब्रिटिश काल में विश्वकर्मा वंशियों ने अपने को शिल्पी ब्राह्मण सिद्ध करने के लिए अदालतों में लड़ाइयां लड़ी और जीते।जब हम शिल्पी ब्राह्मण हैं यानि आज के technocraft हैं ब्राह्मण हैं तो पिछड़ेपन के या कहीं कहीं एस सी का आरक्षण लेने की होड़ में शामिल क्यों हो रहे है? भीख के कटोरे के साथ सम्मान का कोई अर्थ नहीं । मैं तो अपने उन पूर्वजों के पुरुषार्थ को नमन करता हूं जिन्होने अपनी आर्थिक बदहाली के बावजूद भी अपने जातीय सम्मान के लिए तथाकथित ब्राह्मणों से शास्त्रार्थ किए,विजय पाई,अदालतों में विजय पाई।किस लिए?शिल्प कला को सम्मान दिलाने के लिए।विश्वकर्मा वंशियों को सम्मान दिलाने के लिए। मैंने पिछली पोस्ट में भी कहा था कि आरक्षण आज जिस रूप में है यह सदा रहने वाला नहीं है।हम अपने समाज के आर्थिक रूप से पिछड़े होने के कारण संरक्षण की मांग तो कर सकते हैं परंतु विश्वकर्मा के बुद्धिमान और कौशल तथा अभियांत्रिकी के ज्ञान को बाई डिफॉल्ट धारण करने वाले वंशज बौद्धिक दरिद्र तो हो ही नही सकतेहैं।
विश्व कर्मा भगवान् विश्व के देवता है राष्ट्र के शिल्पी राष्ट्र निर्माण के लिए है। विश्व कर्मा समाज को राष्ट्रीय स्तर पर निस्वार्थ भाव से कार्य करना चाहिए। वैदिक संस्कृति के जनक है भगवान् विश्व कर्मा। इसलिए समाज को राष्ट्रीय सोच रखनी चाहिए। धन्यवाद।।
राजनीतिक पार्टी दो प्रकार की होती है एक राष्ट्रीय और दूसरी केवल सत्ता पाने के लिए। सत्ता पाने के लिए लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं जो कभी किसी का भला नही कर, सकते। ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए।
Baktan se jaada liktan ka value hai sir ,ho sake to time nikle kar ek vishwakarma brahman samaj pe ek pustak likhi jay taki prachar karene me sahoj mile kyu ki samaj ko jagaruk karne or other bhi padhe toh unki mansita me badlav ho..❤❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jha par satya hai babi dhrm vi hai jha dhrm hai bhi jit hai vishwkarma shamaj me dhor milabat ki bajah she stay samapat ho chuka hai jha stay smapat hai Bha akta ka binash hochuka hai stya ko Parkho nhi
Jhaha satya ka shath hai bhi dharm ka bas jha dhrm ka bas hai bhi bijay ka jit vishwkarma shamaj me koyi jaruri nhi har lohe ka kam krne bala vishwkarma vagwan ka bans hai ae stya nhi isliye dhrm ki neyiya Dagmar hai
Jai Shree Vishwakarma Jai 🙏
आदरणीय पन्नालाल जी के विचार भी अच्छे लगे। मेरी बात का उनकी बातों से समर्थन होता है कि ब्रिटिश काल में विश्वकर्मा वंशियों ने अपने को शिल्पी ब्राह्मण सिद्ध करने के लिए अदालतों में लड़ाइयां लड़ी और जीते।जब हम शिल्पी ब्राह्मण हैं यानि आज के technocraft हैं ब्राह्मण हैं तो पिछड़ेपन के या कहीं कहीं एस सी का आरक्षण लेने की होड़ में शामिल क्यों हो रहे है? भीख के कटोरे के साथ सम्मान का कोई अर्थ नहीं । मैं तो अपने उन पूर्वजों के पुरुषार्थ को नमन करता हूं जिन्होने अपनी आर्थिक बदहाली के बावजूद भी अपने जातीय सम्मान के लिए तथाकथित ब्राह्मणों से शास्त्रार्थ किए,विजय पाई,अदालतों में विजय पाई।किस लिए?शिल्प कला को सम्मान दिलाने के लिए।विश्वकर्मा वंशियों को सम्मान दिलाने के लिए।
मैंने पिछली पोस्ट में भी कहा था कि आरक्षण आज जिस रूप में है यह सदा रहने वाला नहीं है।हम अपने समाज के आर्थिक रूप से पिछड़े होने के कारण संरक्षण की मांग तो कर सकते हैं परंतु विश्वकर्मा के बुद्धिमान और कौशल तथा अभियांत्रिकी के ज्ञान को बाई डिफॉल्ट धारण करने वाले वंशज बौद्धिक दरिद्र तो हो ही नही सकतेहैं।
सादर 🙏
विश्व कर्मा भगवान् विश्व के देवता है राष्ट्र के शिल्पी राष्ट्र निर्माण के लिए है। विश्व कर्मा समाज को राष्ट्रीय स्तर पर निस्वार्थ भाव से कार्य करना चाहिए। वैदिक संस्कृति के जनक है भगवान् विश्व कर्मा। इसलिए समाज को राष्ट्रीय सोच रखनी चाहिए। धन्यवाद।।
राजनीतिक पार्टी दो प्रकार की होती है एक राष्ट्रीय और दूसरी केवल सत्ता पाने के लिए। सत्ता पाने के लिए लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं जो कभी किसी का भला नही कर, सकते। ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए।
राजनीतिक पार्टी के बारे में आपने जो कहा उसपर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है
Rajendra kumar vishwakarma gagawal digit purwa Jay Vishwakarma samaj Jay 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 U P40
Or Vishkarma vansh ko aage badna chata huu
Mai bhe join hona chata hu chacha ji
Welcome
Baktan se jaada liktan ka value hai sir ,ho sake to time nikle kar ek vishwakarma brahman samaj pe ek pustak likhi jay taki prachar karene me sahoj mile kyu ki samaj ko jagaruk karne or other bhi padhe toh unki mansita me badlav ho..❤❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
स्वागत योग्य सुझाव, साधन संसाधन समर्पण और तात्कालिक परिस्थितियों से निकलकर समय देना कई बातें महत्वपूर्ण होती है।
Jha par satya hai babi dhrm vi hai jha dhrm hai bhi jit hai vishwkarma shamaj me dhor milabat ki bajah she stay samapat ho chuka hai jha stay smapat hai Bha akta ka binash hochuka hai stya ko Parkho nhi
nhi to ram milge nah vishwkarma vagwan unki sakti ostya par nhi dahar sakti
Aap sabhi ko science journey se judna chaiye wo hi hamara sahi itihaas bataayega😂😂😂😂
कभी साइंस पढ़ा भी है आपने, साइंस को बदनाम ना कीजिए ऐसे लोगों के बहकावे में आकर
@@VJ_Abhiyanaap ek baar us se baat to kariye tb aapko bhi saari chiz pta chal jaayega
Jhaha satya ka shath hai bhi dharm ka bas jha dhrm ka bas hai bhi bijay ka jit vishwkarma shamaj me koyi jaruri nhi har lohe ka kam krne bala vishwkarma vagwan ka bans hai ae stya nhi isliye dhrm ki neyiya Dagmar hai
देखिए भारत में जातीय व्यवस्था व संबंधों को समझना होगा, अगर आप इसको समझ लेंगे तो आप ऐसी बातें नहीं करेंगे।