24 कुण्डीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ एवं विराट युवा उत्कर्ष महोत्सव Part-2
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- Опубликовано: 12 дек 2024
- 24 कुण्डीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ एवं विराट युवा उत्कर्ष महोत्सव(28 Nov-3 Dec 2024) Part-2
१.कार्यक्रम के चौथे दिन (1 दिसंबर 2024) विभिन्न संस्कार जैसे दीक्षारंभ संस्कार, विद्यारंभ संस्कार, यज्ञोपवीत संस्कार, पुंसवन संस्कार आदि कई संस्कार कराए गए। इस यज्ञ की विशेषता यह रही कि इसमें रेड रोज स्कूल बसनिया भावरकोल गाज़ीपुर के प्रधानाचार्य, अध्यापकगण एवं उसे स्कूल के बच्चे एवं विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने भी यज्ञ किया।
२. तीसरे दिन दिनांक 30 नवंबर 2024 को सुबह 2:00 से 4:00 बजे तक आओ गढ़े संस्कारवान पीढ़ी (कार्यशाला) का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती हर्षिता तिवारी (उप जिलाधिकारी न्यायिक मोहम्मदाबाद, गाज़ीपुर) रही।
इस कार्यक्रम की मुख्य वक्ता श्रीमती डॉक्टर इंदुमती देवी रही एवं उनके सहयोगी श्रीमती विष्णु कांति, श्रीमती बृजमणी थी। इस कार्यक्रम में गाजीपुर से *श्रीमती रोली सिंह*, श्रीमती नेहा राय, श्रीमती शकुंतला देवी, श्रीमती नीतू राय, सपना यादव की गौरवमई उपस्थित रही। इस कार्यक्रम में गर्भवती महिलाएं अपने सासू मां, नंद व बहनों के साथ अन्य महिलाएं ने डॉक्टर इंदुमती देवी की बातें ध्यान से सुना एवं प्रोजेक्टर पर देखा। हमें भी संतान उत्पन्न करने से पूर्व कुछ महत्वपूर्ण तैयारी करनी जरूरी है तभी समाज को सभ्य, संस्कारवान, राष्ट्रभक्त व चरित्रवान नागरिक दे सकेंगे।
३. तीसरे दिन दिनांक 30 नवंबर 2024 का प्रवचन शांतिकुंज की टोली नायक श्री ओमेश्वर देशमुख दिया गया और संगीत श्री समर बहादुर, श्री जयसिंह राजपूत, श्री अर्पित पांडे जी ने दिया।
उन्होंने गुरु की महत्ता के बारे में बताया गया, ज्ञान की गंगा नहाने मन मेरे जैसे संगीत दिया। वेद, पुराण एवं उपनिषद् , ज्ञान की आवश्यकता, ज्ञान को अपने जीवन में उतारने की आवश्यकता है। वर्तमान की आवश्यकता के अनुसार पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य प्रज्ञा पुराण की रचना की। और बताया कार्य जिस भावना से किया जाता है उसका प्रतिफल उसी अनुसार मिलता है, कार्य को भगवान को समर्पित करके करना चाहिए, ऐसी भावना मां गायत्री की उपासना से मिलता है। मनुष्य उत्कृष्ट विचार से दुखों से बच जाता है।
Bahut achha