विचारों में क्रमव्यवस्था एवं एकाग्रता बनाएं रहे - अखंड ज्योति, जुलाई १९७७ | Akhand Jyoti, July 1977

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 12 дек 2024

Комментарии • 3

  • @satyabhamashukla7158
    @satyabhamashukla7158 4 месяца назад +2

    शारीरिक शिक्षक बनने की प्रबल इच्छा थी परमात्मा की कृपा से पूर्ण हुई और सम्मान पूर्वक सेवानिवृत्ति हुई l सुदेश शुक्ला

  • @BhaktiDesai-we7si
    @BhaktiDesai-we7si 7 месяцев назад +2

    Jai Gurudev 🙏

  • @rajpradeepmahakur4357
    @rajpradeepmahakur4357 7 месяцев назад +1

    Jay gurudev🙏🙏🙏