गोली चलाने वाले कौन थे? शायद वो लोग अंग्रेजी सेना के भारतीय सिपाही ही थे। डायर से ज्यादा गुनहगार तो ये देशद्रोही हमारे ही देशके ही लोग है जिन्होंने देश से ज्यादा अपनी नौकरी को प्यार किया ।
@@razarahman6722 Uddham Singh assassinated Sir Michael O'Dwayer ( Please note people are wrongly pronouncing it as Odyer . It was O'Dwyer, not Odyre). He was the Governor of Punjab at that time and had supported this action in all inquiries conducted later. The action was conducted by Brigadier General Reginal Dyre, who later died due to natural causes in England. When Uddham Singh reached came to know about this, then he decided to avenge by killing Sir Michael O'Dwyer.
India is a failed democracy The truth is that India is still colony of UK monarchy who had forced repressive parliamentarian political to subdue people. India is still a dominion under commonwealth nations of British Monarchy under British Law. The EVM main switch is in the hand of European neo-colonial powers and it is tuned on and off in favor of populist puppet parliamentarian political parties and their leaders who follow the orders and implement them. This switch which is turned on and off through IMF, World Bank, WHO,UN Security council, and NATO. So good luck with your dream to think India is an free country and a democracy. Indians of all faiths and walks of life needs to recognize that fact that their country is under remote occupation and they are dealing with a political system which was forced upon them by European colonial powers to create channel for smooth follow of goods, services and cheap qualified labor after the colonial powers had left the occupied lands. The parliamentarian system was created by European political scientists in the favor of European monarchy where multiple parties fight it out for the administration of the nation while the monarchs control these parties from the sidelines. Parliamentarian political system is not a true democratic system for the people by the people. The parliamentarian political system is not our Indigenous political system. our was Panchayat System which currently needs to be modernized and implemented at village, city, state and national levels. Good effort, it’s time we start the deeper discussion of lost of our kingdom and our way of life! Best form of Government is Panchyat system which is based on 5 Qualifed leadership of community voted into office by the people. 2 leaders out of five leaders are changed every 3 years using blockchain system and new 2 members are added to join the other 3 leaders by the people. This system can be modernized by some of the fine eastern and western minds with scientific and spiritual background. American constitution is a keeper should be incorporated. Parliamentarian system runs by multiple parties is a disaster, not a democracy! It divides people into party factions and turns leaders against each other instead of working with each other to serve people. Waheguru ji ka khalsa waheguru ji ke fateh!
There was a blind man in that crowd named Shree Mangal Dev Ji. He was pressed under the dead bodies but somehow he remained alive. For a thankful gesture to almighty for saving his life, He opened a blind school at lohgarh gate Amritsar after the four years of this incident. I am also a blind guy and I have done my education from that school.
@@israrsheri7387 yes ..humare desh ke jo desh bhakt sikh hindu logon ne aapne jaan de ke azadi dilyai...per azadi ke baad congress ne majority population ko dabake minority ke chaplusi karke unko khush karke aapna kaam chala raha tha..isilye uasne yaisa kaha hai.
दुखद घटना 😢 इतिहास का काला अध्याय आज जो आजादी हमें मिली है उसकी किसी ने तो क़ीमत चुकाई है वो भी अपनी जान दे के ये आज़ाद मुल्क़ किसी एक नेता या एक धर्म के लोगों का एहसानमंद नहीं बल्कि उन सबका का है जिनका जरा भी योगदान है धन्य हो आप वीर सपूतों जिनके नाम हैं और जो बेनाम हैं🙏
बड़े शर्म की बात है आज भी हम उन्हीं गौरव के तलवे चाटते हैं और हमारे प्रधानमंत्री भी जिन मुसलमानों ने कंधे से कंधा मिलाकर देश को आजाद कराया आज उनको देश से निकालने की अटकलें लगाई जा रही
पूरे विश्व में इससे बड़ा कोई नरसंहार नहीं हुआ , कैसे तड़प रही होंगे हमे आजादी भरा भारत दिखाने वाले महान् क्रान्तिकारी पूर्वपुरुष,, में निश्ब्द हूं अपने प्राणों की बाजी लगाकर ,, हमें आजाद भारत की छवि दिखाने वाले महापुरुषों को कोटि कोटि नमन 🙏 आपका कर्ज भारत वर्ष कभी नहीं उतार पाएगा
पंजाब विश्वविद्यालय में प्रोफेसर गुरनाम सिंह जी के अनुसार प्रथम विश्वयुद्ध 1918 में भाग लेने के बाद 1919 में जो सिख सकुशल बच आये थे वे गुरु का शुक्रिया अदा करने दरबार साहब अमृतसर गये थे मगर अछूत, दलित सिखों को स्वर्ण मंदिर में प्रवेश नहीं दिया गया। उनको न केवल जातिवाद के चलते अंदर जाने नही दिया गया, बल्कि उन का अपमान भी किया गया, उन को गालियां दी गई। इन सब बातों का विरोध करने के लिये सभी दलित ईकठ्ठा हुए, जालियाँवाला बाग में उन की मीटिंग रखी गई क्योंकि दोनों ही स्थान आमने सामने हैं इसलिए वही उचित स्थान चुना गया था। उस सभा में जो गोलियां चली वो जनरल जत्थेदार अरुर सिंह के कहने पर जनरल डायर ने चलवाई थी, जो कि उन दिनों स्वर्णमंदिर का मैनेजर था। उसी ने इस पटकथा को लिखा और फिर बाद में अंग्रेज बनाम भारतीय में बदला था। जब गोली चली अफरातफरी मची और हजारों लोग मारे गये तब बाकि सिखों ने जनरल डायर को दरबार साहब ले जाया गया वहां जा कर जनरल डायर का सम्मान किया गया उस को सरोपा (Robe of Honour) दिया गया। इतना ही नहीं ये बात जगदेव सिंह जस्सोवाल (Former Congress MLA, Died Dec. 2014) ने पार्लियामेंट में एक डिबेट में भी नोट करवाई हुई है। इतनी बड़ी इन्फर्मेशन लोगों को पता नहीं है। जालियाँवाला बाग हत्याकांड अछूत सिख लोगों पर हुआ था और उन पर गोली ऊँची जाति के सिख लोगों के कहने पर चलाई गई और उस की रुपरेखा बदल दी गई। अब ऐसा क्यों किया गया पहले वह समझें। ब्रिटिश सेना में ज्यादात्तर सिपाही निम्न वर्ग के ही थे। चमार रेजिमेंट और विश्व युद्ध मे लड़े इन लड़ाकुओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा ही लिया था। इसलिए इस पटकथा को बदलना जरूरी था। ऐसे में यदि यह बात सार्वजनिक हो जाती कि यह लड़ाई ऊंची जाति बनाम निम्न जाति है तो भारतीय ऊंची जातियों को इसका बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ता। साथ ही अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई भी कमजोर पड़ जाती। इसलिए इस लड़ाई को भारतीय बनाम अंग्रेज बनाया गया और जनरल डायर को सीधे इंग्लैंड भेजा गया। यही आज हो गया इस आंदोलन को किसान बनाम गरीब बनाया गया जबकि यह जाति का मामला है। जलियांवाला बाग के समय भी निम्न तबकों में अंग्रेजों के खिलाफ रोष पैदा हो गया और असली अपराधी बच निकले। हमारे देश के तथ्यों को जितना जातिवादी लोगों ने तोड़-मरोड़ कर पेश किया है शायद ही दुनियां के किसी और देश में किया गया हो। दरसल यह सब एक सोची-समझी साजिश के तहत किया गया। आज भी देख लीजिए एक हत्यारे को वही सिरोपा पहनाया गया, सम्मानित किया गया और अफसोस की तो कोई बात ही नहीं। इस कट्टरतावाद को इतिहास से भी समझें। बाहर फैलाया गया कि जलियांवाला बाग में देशभक्तों की देश की आजादी के लिए मीटिंग हो रही थी दरअसल वहां पर देशभक्तों की तो ठीक है *पर स्वर्ण-मंदिर से जलील किए गए "अछूतों की मीटिंग"* हो रही थी जो अपने उच्च जातिय भेदभाव के मुद्दों पर विचार करने के लिए इकट्ठे हुए थे। उस तथ्य को आजतक दरकिनार किया गया लेकिन शायद अब लोग ठीक से समझ सकेंगे? सोचिये! जालियांवाला हत्याकांड के मुजरिम जनरल ड़ायर को स्वघोषित उच्च जाति के बड़े-बड़े महान क्रांतिकारीयों ने क्यों नहीं मारा? यदि यह भारतीय बनाम अंग्रेज ही होता तो कोई नेता, संगठन बड़ा क्रांतिकारी उसकी अगुवाई कर रहा होता? उसका नाम आपको क्यों नहीं पता? जब जलियांवाला बाग नरसंहार के बदले की बात आई तब भी एक दलित व्यक्ति सरदार उधमसिंह ने ही उसे लंदन में घुसकर मारा क्यों? इसलिए दलितों को सबसे पहले यह समझना आवश्यक है कि उनका कोई धर्म, ईश्वर, पंथ, पहचान नहीं है पर उनके दम पर सबने अपने उल्लू सीधे किये लेकिन उनको कुछ हासिल न हो सका। ल #आर_पी_विशाल।।
पंजाब विश्वविद्यालय में प्रोफेसर गुरनाम सिंह जी के अनुसार प्रथम विश्वयुद्ध 1918 में भाग लेने के बाद 1919 में जो सिख सकुशल बच आये थे वे गुरु का शुक्रिया अदा करने दरबार साहब अमृतसर गये थे मगर अछूत, दलित सिखों को स्वर्ण मंदिर में प्रवेश नहीं दिया गया। उनको न केवल जातिवाद के चलते अंदर जाने नही दिया गया, बल्कि उन का अपमान भी किया गया, उन को गालियां दी गई। इन सब बातों का विरोध करने के लिये सभी दलित ईकठ्ठा हुए, जालियाँवाला बाग में उन की मीटिंग रखी गई क्योंकि दोनों ही स्थान आमने सामने हैं इसलिए वही उचित स्थान चुना गया था। उस सभा में जो गोलियां चली वो जनरल जत्थेदार अरुर सिंह के कहने पर जनरल डायर ने चलवाई थी, जो कि उन दिनों स्वर्णमंदिर का मैनेजर था। उसी ने इस पटकथा को लिखा और फिर बाद में अंग्रेज बनाम भारतीय में बदला था। जब गोली चली अफरातफरी मची और हजारों लोग मारे गये तब बाकि सिखों ने जनरल डायर को दरबार साहब ले जाया गया वहां जा कर जनरल डायर का सम्मान किया गया उस को सरोपा (Robe of Honour) दिया गया। इतना ही नहीं ये बात जगदेव सिंह जस्सोवाल (Former Congress MLA, Died Dec. 2014) ने पार्लियामेंट में एक डिबेट में भी नोट करवाई हुई है। इतनी बड़ी इन्फर्मेशन लोगों को पता नहीं है। जालियाँवाला बाग हत्याकांड अछूत सिख लोगों पर हुआ था और उन पर गोली ऊँची जाति के सिख लोगों के कहने पर चलाई गई और उस की रुपरेखा बदल दी गई। अब ऐसा क्यों किया गया पहले वह समझें। ब्रिटिश सेना में ज्यादात्तर सिपाही निम्न वर्ग के ही थे। चमार रेजिमेंट और विश्व युद्ध मे लड़े इन लड़ाकुओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा ही लिया था। इसलिए इस पटकथा को बदलना जरूरी था। ऐसे में यदि यह बात सार्वजनिक हो जाती कि यह लड़ाई ऊंची जाति बनाम निम्न जाति है तो भारतीय ऊंची जातियों को इसका बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ता। साथ ही अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई भी कमजोर पड़ जाती। इसलिए इस लड़ाई को भारतीय बनाम अंग्रेज बनाया गया और जनरल डायर को सीधे इंग्लैंड भेजा गया। यही आज हो गया इस आंदोलन को किसान बनाम गरीब बनाया गया जबकि यह जाति का मामला है। जलियांवाला बाग के समय भी निम्न तबकों में अंग्रेजों के खिलाफ रोष पैदा हो गया और असली अपराधी बच निकले। हमारे देश के तथ्यों को जितना जातिवादी लोगों ने तोड़-मरोड़ कर पेश किया है शायद ही दुनियां के किसी और देश में किया गया हो। दरसल यह सब एक सोची-समझी साजिश के तहत किया गया। आज भी देख लीजिए एक हत्यारे को वही सिरोपा पहनाया गया, सम्मानित किया गया और अफसोस की तो कोई बात ही नहीं। इस कट्टरतावाद को इतिहास से भी समझें। बाहर फैलाया गया कि जलियांवाला बाग में देशभक्तों की देश की आजादी के लिए मीटिंग हो रही थी दरअसल वहां पर देशभक्तों की तो ठीक है *पर स्वर्ण-मंदिर से जलील किए गए "अछूतों की मीटिंग"* हो रही थी जो अपने उच्च जातिय भेदभाव के मुद्दों पर विचार करने के लिए इकट्ठे हुए थे। उस तथ्य को आजतक दरकिनार किया गया लेकिन शायद अब लोग ठीक से समझ सकेंगे? सोचिये! जालियांवाला हत्याकांड के मुजरिम जनरल ड़ायर को स्वघोषित उच्च जाति के बड़े-बड़े महान क्रांतिकारीयों ने क्यों नहीं मारा? यदि यह भारतीय बनाम अंग्रेज ही होता तो कोई नेता, संगठन बड़ा क्रांतिकारी उसकी अगुवाई कर रहा होता? उसका नाम आपको क्यों नहीं पता? जब जलियांवाला बाग नरसंहार के बदले की बात आई तब भी एक दलित व्यक्ति सरदार उधमसिंह ने ही उसे लंदन में घुसकर मारा क्यों? इसलिए दलितों को सबसे पहले यह समझना आवश्यक है कि उनका कोई धर्म, ईश्वर, पंथ, पहचान नहीं है पर उनके दम पर सबने अपने उल्लू सीधे किये लेकिन उनको कुछ हासिल न हो सका। ल #आर_पी_विशाल।।
ऐसी निर्मम हत्याओं की कल्पना मात्र से आँसु निकल आया जिसके परिवार के साथ यह घटना हुई होगी कितने धैर्यवान्ं होंगे वह परिवार।दोनों हाथ जोड़कर उन शहीदो को नमन।
@@bhupijakhouli7467जनरल डायर बिमारी की वजह से 1927 मे ही मर गया था, पर शहिद उधम सिंग ने जालियनवाला बाग हत्याकांड के लिये और एक जबाबदार व्यक्ती जो ऊस समय पंजाब प्रांत के लेफ्टनंट जनरल मायकल ओडवायर की 1940 मे इंग्लंड मे गोली मार कर हत्या की थी ।
General O Dwyer L. Governor the massacre k time. Under general dyre massacre hua tha. Uddham singh ne O dwyer ko mara tha jinhone massacre ko support kiya tha
सलाम तो श्री उधम सिंह जी को भी है जिन्होंने जलियावला बाग का बदला लेने के लिए लंदन जाकर जनरल डायर के सीने में गोली उतार कर उसे वहीं मार गिराया था। और फिर गिरफ्तार भी खुद ही हो गए और बाद में उन्हें फांसी दी गई और उनके नाम पर ही उत्तराखंड का एक जिला भी है ज़िला उधम सिंह नगर
Theres plenty more they should be sorry for. But dont expect anything more than a "regretful incident". An abuser cant admit to any one thing without admitting how evil they are throughout.
Ever since I read about this heinous incident in school as a kid I always wanted to visit this place, few years back when I visited Jaliyawala Bagh in Amritsar I really felt emotional, my countrmen have sacrificed so much for the freedom of our country and we as free Indians shall never forget, Jai Hind
*【अब तो मजहब कोई ऐसा चलाया जाए,* *जिसमें इंसान को इंसान बनाया जाए !* *मेरे दर्द का तुझ पर हो असर कुछ ऐसा कि ,* *मैं रहूँ भूखा तो तुझ से भी न खाया जाए】* *एक कदम नफरत खत्म,मेरा भारत महान🇮🇳*
जलियांवाला बाग हत्याकांड अंग्रेजी सरकार की अत्याचार पूर्ण नीति का जीवंत उदाहरण यह भारत के नागरिकों को हमेशा याद दिलाता रहेगा कि किस तरह भारत के वीर सपूतों ने आजादी को प्राप्त किया अंग्रेजी सरकार और अंग्रेजी की आने वाली पीढ़ी को शर्म से सर झुकाने के लिए मजबूर करेंगे.
Last line is very much true and mesmerizing...Those great hearts bought our independence with the price of their lives, tears, wounds and a lot of unbearable and unforgetable pain.
ब्रिटिश भक्त BBC। आदेश तो डायर ने दिया था पर गोलियां चलाने वाला हर हाथ गद्दार भारतीय का था। इससे यही सीख मिलती है कि क्रूरता बुद्धिहीनो के द्वारा ही होता।
कोटि-कोटि नमन् 🙏🙏🌺🙏🙏 आज बहुत अफ़सोस होता है कि उन अमर शहीदों की शहादत की उपेक्षा कर हिन्दू मुसलमान अपने अपने धर्म या मजहब को ऊँचा बताने में लगे हुए हैं ।
जलियाँवाला बाग हत्याकांड के सभी शहीदों को नमन्। आज के भारत में जो राजनीतिक विद्वेष समाज में जहर की तरह घोला जा रहा हैं, एवं वर्तमान में विद्यमान हैं, क्या ऐसे माहौल में,भारत को अंग्रेजों से आजादी मिल सकती थी..? घटिया राजनीति एवं अराजकता वादी विचार धारा पर हमें शर्म आनी चाहिए।
How To Increase Your Positive Energy ruclips.net/video/e9uuhAaMURc/видео.html Hsgjdhfjd Motivational | Inspirational Speech ruclips.net/video/TeqQ6kbpwx0/видео.html
chutiye jab waqt aata hai hazaro krantikari paida ho jate hain. . . . . samaj ko batana 1947 main hi suru hogya. . . . . .aur secularism ki chola odhe communal bhediyon desh ko apne hi sanskrit aur ithas se alag kiya . . .jisse unka ek samaj ko anchor se khali kar diya jaye. . . . . truth kuch aur hi hai. . . jo tumhe dhudhna hi padega
@@delight3787 bhai chutiya tum ho,sercare dharam jati ke naam par rajniti na kare to sab ko samajhme aajaiga ki hame chutiya bana diya hai,jis desh mai garib Ko kishan ko louta jata ho waha per tare jaiso logo Ko saamne aaker kahna chahiye hum se giyan Lo,
मैं जलीयावाला बाग में शहिद हुए महान् लोगों को सलाम करता हूं। तथा महान कवित्री सुभद्रा कुमारी चौहान को भी सलाम करता हूं। महान् शहिदों आज भारत जीस दौर से गुजर रहा है तुम्हें दुख हो रहा होगा।काश हम अपने देश के लिए कुछ कर सकतें
@@jaydeeprawat2515 do not blame every fellow Muslim countrymen to be Jamati, The biggest hero to me of our times is Dr. APJ Abdul Kalam and he said difference of Faith separates fools and units learneds. I belive him.
Pakistani should also know the facts that its not only India who got independence from all the strugles, its also Pakistan. They should also feel the pain and sacrifices made for this independence. Even though we are 2 different nations now but history cant be taken off from the books. 🇵🇰 ❤ 🇮🇳
@@samm6095 that is why 19 Mosques were destroyed and shrine was burnt by Terrorists AlHindu with Improvised Bombs and Saffron flags hoisted on behest of Hindutaua Fascist Regime ❓❓❓
सुआर के गांड जालियनवाला बाग मे शहीद होने वाले लोग बेकसुर थे। और तुम सुआर की पैदाईश गद्दार देशद्रोही हो। महिनो रस्ता जाम करके बैठे रहे । फिर भी किसिने लाठीमार भी नाही की । अगर ये गांड मस्ती तुम लोगोके पाकिस्तान खाडी देशो मे की होती तो जनरल डायर से भी बुरी मौत मारे जाते ।
जलियांवाला बाग़ का आयोजन मुसलमानों किया था। तुम जैसे लोगो काम है दंगे करवा ना गोली चलवाना। आंदोलन करना हर भारतीय का हक है। आंदोलन को कुचलने का कम अंग्रेजों ने किया था। अब तो पुरा भारत बंद है । एक रोड़ बंद से तकलीफ़ हो रही थी। खाड़ी देशों में धर्म के आधार पर फैसले नहीं होते।ना पुलिस नाम देखकर f.i.r करती है। और सूअर भी तुम्हारे भगवान है। क्या संस्कार दिए हैं RSS ने👏👏👏👏👏👌👌👌👌👌👌
Sahi gaand maari th General Dyer ne...Ye madarchod isi layak they...Arajkta phaila rahe they Aur arajakta ke peeche Gandhi naamak aatankwaadi ka haath tha...Come Dyer come back
गोली चलाने वाले कौन थे? शायद वो लोग अंग्रेजी सेना के भारतीय सिपाही ही थे। डायर से ज्यादा गुनहगार तो ये देशद्रोही हमारे ही देशके ही लोग है जिन्होंने देश से ज्यादा अपनी नौकरी को प्यार किया ।
Gorkha aur Rajput tha
इसी का नाम नौकरी है,
Gorkha aur baluch not rajput
@@ravithapa7401 rajput also involved
Sabhi Hindu RSS kis bhai Gulam paison ke liye
Sahed Udam Singh Amer rahe 💚❤💙 Sahed Baght Singh Jindabad 🌹🌷🇮🇳🌲👳♂️🦁
ऊधम सिंह को सलाम जो जलियांवाला बाग़ के कातिल को उस के देश में जाकर कर मारा
Are Bhai Wo Dusara General Dyer tha jisne firing ka order diya tha. Iss General Dyer ko nahi mara tha...
@@anurag- hn Bhai is general Dayer ki moot to 1927 m hi ho gyi thi lakin ye General Dayer kon tha please aap btayega
@@razarahman6722 He was governor of PB province O Dwayer
@@razarahman6722 Uddham Singh assassinated Sir Michael O'Dwayer ( Please note people are wrongly pronouncing it as Odyer . It was O'Dwyer, not Odyre). He was the Governor of Punjab at that time and had supported this action in all inquiries conducted later. The action was conducted by Brigadier General Reginal Dyre, who later died due to natural causes in England. When Uddham Singh reached came to know about this, then he decided to avenge by killing Sir Michael O'Dwyer.
India is a failed democracy
The truth is that India is still colony of UK monarchy who had forced repressive parliamentarian political to subdue people. India is still a dominion under commonwealth nations of British Monarchy under British Law. The EVM main switch is in the hand of European neo-colonial powers and it is tuned on and off in favor of populist puppet parliamentarian political parties and their leaders who follow the orders and implement them. This switch which is turned on and off through IMF, World Bank, WHO,UN Security council, and NATO. So good luck with your dream to think India is an free country and a democracy.
Indians of all faiths and walks of life needs to recognize that fact that their country is under remote occupation and they are dealing with a political system which was forced upon them by European colonial powers to create channel for smooth follow of goods, services and cheap qualified labor after the colonial powers had left the occupied lands. The parliamentarian system was created by European political scientists in the favor of European monarchy where multiple parties fight it out for the administration of the nation while the monarchs control these parties from the sidelines. Parliamentarian political system is not a true democratic system for the people by the people.
The parliamentarian political system is not our Indigenous political system. our was Panchayat System which currently needs to be modernized and implemented at village, city, state and national levels.
Good effort, it’s time we start the deeper discussion of lost of our kingdom and our way of life!
Best form of Government is Panchyat system which is based on 5 Qualifed leadership of community voted into office by the people. 2 leaders out of five leaders are changed every 3 years using blockchain system and new 2 members are added to join the other 3 leaders by the people. This system can be modernized by some of the fine eastern and western minds with scientific and spiritual background. American constitution is a keeper should be incorporated.
Parliamentarian system runs by multiple parties is a disaster, not a democracy! It divides people into party factions and turns leaders against each other instead of working with each other to serve people.
Waheguru ji ka khalsa waheguru ji ke fateh!
There was a blind man in that crowd named Shree Mangal Dev Ji.
He was pressed under the dead bodies but somehow he remained alive.
For a thankful gesture to almighty for saving his life,
He opened a blind school at lohgarh gate Amritsar after the four years of this incident.
I am also a blind guy and I have done my education from that school.
😭😭😭 हमारे पूर्वज काफी संघर्ष किए है और हमे इस दिन को कभी नही भूलना चाहिए।।। भूलने वाला दोगला इंसान होगा 😭😭
Aur kangna bolti hai azadi 2014 me mili 😀
जैसे की कंगना
Sare andhbhakt kangna ki support me h
@@israrsheri7387 yes ..humare desh ke jo desh bhakt sikh hindu logon ne aapne jaan de ke azadi dilyai...per azadi ke baad congress ne majority population ko dabake minority ke chaplusi karke unko khush karke aapna kaam chala raha tha..isilye uasne yaisa kaha hai.
ruclips.net/video/pCuYZD00ElU/видео.html
दुखद घटना 😢
इतिहास का काला अध्याय
आज जो आजादी हमें मिली है उसकी किसी ने तो क़ीमत चुकाई है वो भी अपनी जान दे के
ये आज़ाद मुल्क़ किसी एक नेता या एक धर्म के लोगों का एहसानमंद नहीं बल्कि उन सबका का है जिनका जरा भी योगदान है
धन्य हो आप वीर सपूतों जिनके नाम हैं और जो बेनाम हैं🙏
ruclips.net/video/VhgukY3LBsc/видео.html
watch dis video.
jallianwala bagh hathyakand and its revenge story
ruclips.net/video/pCuYZD00ElU/видео.html
Aap ki baat sahi h bhai lekin kuch logo ko ye azadi beimani lagti h or kuch logo ko azadi to 2014 me mili h
सलाम है मेरा,उन सभी शहीदों को😥😥😥
Wow awesome 👍👍👍
@@delhiboy123 what is awesome in the Barbaric act
Niraj raj dani
भारत को 101 वर्ष बित जाने के बाद भी अभी तक कोई न्याय नहीं मिला,
बहुत ही दुःखद घटना थी
So sad.......😭😭😭
बड़े शर्म की बात है आज भी हम उन्हीं गौरव के तलवे चाटते हैं और हमारे प्रधानमंत्री भी जिन मुसलमानों ने कंधे से कंधा मिलाकर देश को आजाद कराया आज उनको देश से निकालने की अटकलें लगाई जा रही
@@apnachannel3840 Pakistan aur Bangladesh bhi banaya
@@apnachannel3840 Aur Ab kashmir, Keral, bangal, Assam, west up pe najar hai
@@apnachannel3840 manmeet
ruclips.net/video/pCuYZD00ElU/видео.html
पूरे विश्व में इससे बड़ा कोई नरसंहार नहीं हुआ , कैसे तड़प रही होंगे हमे आजादी भरा भारत दिखाने वाले महान् क्रान्तिकारी पूर्वपुरुष,,
में निश्ब्द हूं
अपने प्राणों की बाजी लगाकर ,, हमें आजाद भारत की छवि दिखाने वाले महापुरुषों को कोटि कोटि नमन 🙏 आपका कर्ज भारत वर्ष कभी नहीं उतार पाएगा
उधम सिंह को देश वो मिल्लत का सलाम ।भारत जिन्दाबाद ।दुनिया से अंग्रेजों का शासन मिटा देना है।किसान एकता जिन्दाबाद ।
अंग्रेजों ने भी हमारी सहिष्णुता का ही फायदा उठाया था । शहीद मरते नही अमर होते है। सभी शहीदों को नमन।
Jay Shahid
पंजाब विश्वविद्यालय में प्रोफेसर गुरनाम सिंह जी के अनुसार प्रथम विश्वयुद्ध 1918 में भाग लेने के बाद 1919 में जो सिख सकुशल बच आये थे वे गुरु का शुक्रिया अदा करने दरबार साहब अमृतसर गये थे मगर अछूत, दलित सिखों को स्वर्ण मंदिर में प्रवेश नहीं दिया गया। उनको न केवल जातिवाद के चलते अंदर जाने नही दिया गया, बल्कि उन का अपमान भी किया गया, उन को गालियां दी गई।
इन सब बातों का विरोध करने के लिये सभी दलित ईकठ्ठा हुए, जालियाँवाला बाग में उन की मीटिंग रखी गई क्योंकि दोनों ही स्थान आमने सामने हैं इसलिए वही उचित स्थान चुना गया था। उस सभा में जो गोलियां चली वो जनरल जत्थेदार अरुर सिंह के कहने पर जनरल डायर ने चलवाई थी, जो कि उन दिनों स्वर्णमंदिर का मैनेजर था। उसी ने इस पटकथा को लिखा और फिर बाद में अंग्रेज बनाम भारतीय में बदला था।
जब गोली चली अफरातफरी मची और हजारों लोग मारे गये तब बाकि सिखों ने जनरल डायर को दरबार साहब ले जाया गया वहां जा कर जनरल डायर का सम्मान किया गया उस को सरोपा (Robe of Honour) दिया गया। इतना ही नहीं ये बात जगदेव सिंह जस्सोवाल (Former Congress MLA, Died Dec. 2014) ने पार्लियामेंट में एक डिबेट में भी नोट करवाई हुई है। इतनी बड़ी इन्फर्मेशन लोगों को पता नहीं है।
जालियाँवाला बाग हत्याकांड अछूत सिख लोगों पर हुआ था और उन पर गोली ऊँची जाति के सिख लोगों के कहने पर चलाई गई और उस की रुपरेखा बदल दी गई। अब ऐसा क्यों किया गया पहले वह समझें। ब्रिटिश सेना में ज्यादात्तर सिपाही निम्न वर्ग के ही थे। चमार रेजिमेंट और विश्व युद्ध मे लड़े इन लड़ाकुओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा ही लिया था। इसलिए इस पटकथा को बदलना जरूरी था।
ऐसे में यदि यह बात सार्वजनिक हो जाती कि यह लड़ाई ऊंची जाति बनाम निम्न जाति है तो भारतीय ऊंची जातियों को इसका बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ता। साथ ही अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई भी कमजोर पड़ जाती। इसलिए इस लड़ाई को भारतीय बनाम अंग्रेज बनाया गया और जनरल डायर को सीधे इंग्लैंड भेजा गया। यही आज हो गया इस आंदोलन को किसान बनाम गरीब बनाया गया जबकि यह जाति का मामला है।
जलियांवाला बाग के समय भी निम्न तबकों में अंग्रेजों के खिलाफ रोष पैदा हो गया और असली अपराधी बच निकले। हमारे देश के तथ्यों को जितना जातिवादी लोगों ने तोड़-मरोड़ कर पेश किया है शायद ही दुनियां के किसी और देश में किया गया हो। दरसल यह सब एक सोची-समझी साजिश के तहत किया गया। आज भी देख लीजिए एक हत्यारे को वही सिरोपा पहनाया गया, सम्मानित किया गया और अफसोस की तो कोई बात ही नहीं। इस कट्टरतावाद को इतिहास से भी समझें।
बाहर फैलाया गया कि जलियांवाला बाग में देशभक्तों की देश की आजादी के लिए मीटिंग हो रही थी दरअसल वहां पर देशभक्तों की तो ठीक है *पर स्वर्ण-मंदिर से जलील किए गए "अछूतों की मीटिंग"* हो रही थी जो अपने उच्च जातिय भेदभाव के मुद्दों पर विचार करने के लिए इकट्ठे हुए थे। उस तथ्य को आजतक दरकिनार किया गया लेकिन शायद अब लोग ठीक से समझ सकेंगे? सोचिये! जालियांवाला हत्याकांड के मुजरिम जनरल ड़ायर को स्वघोषित उच्च जाति के बड़े-बड़े महान क्रांतिकारीयों ने क्यों नहीं मारा?
यदि यह भारतीय बनाम अंग्रेज ही होता तो कोई नेता, संगठन बड़ा क्रांतिकारी उसकी अगुवाई कर रहा होता? उसका नाम आपको क्यों नहीं पता? जब जलियांवाला बाग नरसंहार के बदले की बात आई तब भी एक दलित व्यक्ति सरदार उधमसिंह ने ही उसे लंदन में घुसकर मारा क्यों? इसलिए दलितों को सबसे पहले यह समझना आवश्यक है कि उनका कोई धर्म, ईश्वर, पंथ, पहचान नहीं है पर उनके दम पर सबने अपने उल्लू सीधे किये लेकिन उनको कुछ हासिल न हो सका। ल #आर_पी_विशाल।।
@@Mr.master75 😂😂😂😂 nice story direct copied from whatsapp university produced for farmers protest.
gandhi ji ne aur sahishudta sikha di ki wo maar maar ke thak jaaye
जनरल डायर कायर था निहत्थों पर वार किया था।
खून खौलता है सुन के।
,,नमन शहीदो को,,
इस वक़्त गोदी सरकार का भी ऐसा ही behave hai
Bilkul sahi kaha aap ne. Mager mojoda waqt k bare main kya kahenge.
@@a.19ch69 --तो पाकिस्तान जाओ।😠
@@saimasyed6952 --बहुत खुन्नस है बहुसंख्यक के राज से? मुगल राज चाहिए फिर? पाकिस्तान जाओ। 😠
पंजाब विश्वविद्यालय में प्रोफेसर गुरनाम सिंह जी के अनुसार प्रथम विश्वयुद्ध 1918 में भाग लेने के बाद 1919 में जो सिख सकुशल बच आये थे वे गुरु का शुक्रिया अदा करने दरबार साहब अमृतसर गये थे मगर अछूत, दलित सिखों को स्वर्ण मंदिर में प्रवेश नहीं दिया गया। उनको न केवल जातिवाद के चलते अंदर जाने नही दिया गया, बल्कि उन का अपमान भी किया गया, उन को गालियां दी गई।
इन सब बातों का विरोध करने के लिये सभी दलित ईकठ्ठा हुए, जालियाँवाला बाग में उन की मीटिंग रखी गई क्योंकि दोनों ही स्थान आमने सामने हैं इसलिए वही उचित स्थान चुना गया था। उस सभा में जो गोलियां चली वो जनरल जत्थेदार अरुर सिंह के कहने पर जनरल डायर ने चलवाई थी, जो कि उन दिनों स्वर्णमंदिर का मैनेजर था। उसी ने इस पटकथा को लिखा और फिर बाद में अंग्रेज बनाम भारतीय में बदला था।
जब गोली चली अफरातफरी मची और हजारों लोग मारे गये तब बाकि सिखों ने जनरल डायर को दरबार साहब ले जाया गया वहां जा कर जनरल डायर का सम्मान किया गया उस को सरोपा (Robe of Honour) दिया गया। इतना ही नहीं ये बात जगदेव सिंह जस्सोवाल (Former Congress MLA, Died Dec. 2014) ने पार्लियामेंट में एक डिबेट में भी नोट करवाई हुई है। इतनी बड़ी इन्फर्मेशन लोगों को पता नहीं है।
जालियाँवाला बाग हत्याकांड अछूत सिख लोगों पर हुआ था और उन पर गोली ऊँची जाति के सिख लोगों के कहने पर चलाई गई और उस की रुपरेखा बदल दी गई। अब ऐसा क्यों किया गया पहले वह समझें। ब्रिटिश सेना में ज्यादात्तर सिपाही निम्न वर्ग के ही थे। चमार रेजिमेंट और विश्व युद्ध मे लड़े इन लड़ाकुओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा ही लिया था। इसलिए इस पटकथा को बदलना जरूरी था।
ऐसे में यदि यह बात सार्वजनिक हो जाती कि यह लड़ाई ऊंची जाति बनाम निम्न जाति है तो भारतीय ऊंची जातियों को इसका बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ता। साथ ही अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई भी कमजोर पड़ जाती। इसलिए इस लड़ाई को भारतीय बनाम अंग्रेज बनाया गया और जनरल डायर को सीधे इंग्लैंड भेजा गया। यही आज हो गया इस आंदोलन को किसान बनाम गरीब बनाया गया जबकि यह जाति का मामला है।
जलियांवाला बाग के समय भी निम्न तबकों में अंग्रेजों के खिलाफ रोष पैदा हो गया और असली अपराधी बच निकले। हमारे देश के तथ्यों को जितना जातिवादी लोगों ने तोड़-मरोड़ कर पेश किया है शायद ही दुनियां के किसी और देश में किया गया हो। दरसल यह सब एक सोची-समझी साजिश के तहत किया गया। आज भी देख लीजिए एक हत्यारे को वही सिरोपा पहनाया गया, सम्मानित किया गया और अफसोस की तो कोई बात ही नहीं। इस कट्टरतावाद को इतिहास से भी समझें।
बाहर फैलाया गया कि जलियांवाला बाग में देशभक्तों की देश की आजादी के लिए मीटिंग हो रही थी दरअसल वहां पर देशभक्तों की तो ठीक है *पर स्वर्ण-मंदिर से जलील किए गए "अछूतों की मीटिंग"* हो रही थी जो अपने उच्च जातिय भेदभाव के मुद्दों पर विचार करने के लिए इकट्ठे हुए थे। उस तथ्य को आजतक दरकिनार किया गया लेकिन शायद अब लोग ठीक से समझ सकेंगे? सोचिये! जालियांवाला हत्याकांड के मुजरिम जनरल ड़ायर को स्वघोषित उच्च जाति के बड़े-बड़े महान क्रांतिकारीयों ने क्यों नहीं मारा?
यदि यह भारतीय बनाम अंग्रेज ही होता तो कोई नेता, संगठन बड़ा क्रांतिकारी उसकी अगुवाई कर रहा होता? उसका नाम आपको क्यों नहीं पता? जब जलियांवाला बाग नरसंहार के बदले की बात आई तब भी एक दलित व्यक्ति सरदार उधमसिंह ने ही उसे लंदन में घुसकर मारा क्यों? इसलिए दलितों को सबसे पहले यह समझना आवश्यक है कि उनका कोई धर्म, ईश्वर, पंथ, पहचान नहीं है पर उनके दम पर सबने अपने उल्लू सीधे किये लेकिन उनको कुछ हासिल न हो सका। ल #आर_पी_विशाल।।
Mahan shahid uddham Singh ji ko shat shat naman 😥😥
जब शब्दों में नहीं बयां होता है तो आख में आसूं आते हैं
जय हिंद 😤😤😤😤😤
Even after so long…the pain can still be felt..those wounds are still fresh….You will always be remembered….🙏jai Hind
ये सुनकर ही मंजर कितना भयानक लगता है। हकीकत में कितना दर्दनाक हादसा हुआ है। हे भगवान ...😢😢😢😢
शहीद हुए लोगों को शत शत नमन😢😢😢
ruclips.net/video/pCuYZD00ElU/видео.html
जनरल काही म् मुसलमान तो नाही था
@@mainuddinfaras3079 Shahido me 75% Muslims the
Thanks..Shahido me 75% Muslims the..
[
Hindu💗Muslim Ekta ZINDABAD 💪 inshallah
Salam aap ki soch ko bhai jaan
❤❤
True ❤❤❤
Hindu muslim nahi indian unity zindabad 🙏
Koi ekta niii jamati kahi k
बात में दम भी है
और सच्चाई भी है।
सभी वीरो को शत शत नमन
Ajtakajtak
जनरल डायर के कायराना हरकत दिल को हिला दिया सुनकर ये इतिहास, सलाम करता हूँ उन शहीदों व
ऊधम सिंह जी को 🙏🙏🙏🙏🙏
ऐसी निर्मम हत्याओं की कल्पना मात्र से आँसु निकल आया जिसके परिवार के साथ यह घटना हुई होगी कितने धैर्यवान्ं होंगे वह परिवार।दोनों हाथ जोड़कर उन शहीदो को नमन।
Bharti sabhi ek pariwar hai mere bhai
राक्षस जनरल डायर को उसके किए की सजा उधम सिंह ने दे दी ऐसे महान देशभक्त शहीदों को कोटि कोटि नमन
Nhi ye toh usey pehle hi Mar Gaya tha Upham Singh ji ne 21saal baad dusre same name ko Mara tha
@@bhupijakhouli7467 उधम सिंग ने मायकल ओडवायर को मारा था, जो जालियनवाला बाग हत्याकांड के समय पंजाब का लेफ्टनंट गव्हर्नर था ।
@@TheRebel-jy3rr o dwayer ki jagah general dayar ko maara tha jiska is masscare se koi lena dena nhi tha
@@bhupijakhouli7467जनरल डायर बिमारी की वजह से 1927 मे ही मर गया था, पर शहिद उधम सिंग ने जालियनवाला बाग हत्याकांड के लिये और एक जबाबदार व्यक्ती जो ऊस समय पंजाब प्रांत के लेफ्टनंट जनरल मायकल ओडवायर की 1940 मे इंग्लंड मे गोली मार कर हत्या की थी ।
General O Dwyer L. Governor the massacre k time. Under general dyre massacre hua tha. Uddham singh ne O dwyer ko mara tha jinhone massacre ko support kiya tha
अब तो मेरे देशवासियों समझो हम फिरंगियों के दिये जखम और उससे बने नासूर को भुगत रहे
सलाम तो श्री उधम सिंह जी को भी है जिन्होंने जलियावला बाग का बदला लेने के लिए लंदन जाकर जनरल डायर के सीने में गोली उतार कर उसे वहीं मार गिराया था। और फिर गिरफ्तार भी खुद ही हो गए और बाद में उन्हें फांसी दी गई
और उनके नाम पर ही उत्तराखंड का एक जिला भी है
ज़िला उधम सिंह नगर
इस बात को क्यो भूल गए कि जलियांवाला बाग में अपनों पर गोली चलाने वाले कोई विदेशी नही बल्कि हमारे अपने ही थे।
Shame on British govt. Till today they haven't said sorry for this.
His son felt sorry for that
Theres plenty more they should be sorry for. But dont expect anything more than a "regretful incident". An abuser cant admit to any one thing without admitting how evil they are throughout.
@@OhiSandhu a politically correct move. Nothing more.
@@r.22r oh
बेहद शर्मनाक और घिन से भरा नरसंहार किया था अंग्रेजो ने
और इस घटना का बदला श्री उधम सिंह जी ने घर मे घुस कर मौत के बदले मौत से ली।
नमन है भारतीय वीर सपूतों को।
Ever since I read about this heinous incident in school as a kid I always wanted to visit this place, few years back when I visited Jaliyawala Bagh in Amritsar I really felt emotional, my countrmen have sacrificed so much for the freedom of our country and we as free Indians shall never forget, Jai Hind
ruclips.net/video/pCuYZD00ElU/видео.html
We should stop fighting among caste and religion, language
@@JV-ut4fi very correct but who will do it, even today upper caste does not want to give space to lower caste.
@@surendrakaranwal1633 aisa kuch nahi, abb sirf rich aur poor ye do cast he hinduo me
Hnn phir v bjp ko vote do phir v ye sab jante hue v
जिसने भी इस कविता को गाया है बड़े भावनात्मक ढंग से प्रस्तुत किया है/
Excellent coverage ❤️👍💐🇮🇳
लेकिन England ने आज तक माफी नहीं मांगी। 😢😓😢😓😢
@@lovefrommars7468 bhak pagle... Yaad kia hai, kaha hai galat hua par maafi nhi magi... Kuch bhi...
Kia baat karty ho bhai ...angrezo se maafi...? Aaj ka RSS VHP aur bajrangdal aur andhbhakt ja k angrezo se maafi mangy ga.
Kionki in k dimag me gulami hi hai..in ki soch aaj bhi wahi hai.
@@aneesfatima1110 in madarsachap logo ko har jagah ek hi bat bolni hoti he ,
Manfi kyu mange Government. Government ke khilaaf kaam ho raha Tha.
*【अब तो मजहब कोई ऐसा चलाया जाए,*
*जिसमें इंसान को इंसान बनाया जाए !*
*मेरे दर्द का तुझ पर हो असर कुछ ऐसा कि ,*
*मैं रहूँ भूखा तो तुझ से भी न खाया जाए】*
*एक कदम नफरत खत्म,मेरा भारत महान🇮🇳*
आवाज़ दो हम एक हैं हम एक हैं
Awaz do ham ek h
Hum ek hai hum ek hai
Nahi ek ho payenge ye jaher gaon gaon me fail chuka hai hindu muslim me bahut nafrat hai ye sab media ki den hai
Wah wah wah
Shahid bhagat singh
Shahid rajguru
Shahid sukhdev
Shahid chandrashekhar azad
Battukeshwar dutt
Ashafullah khan
In sabko bharat ratn milna chahiye🙏
Battukeshwar dutt chutiya tha angrejo ka chamcha tha
Degaa kaun!!!
We all know the true history
Shaheed Jatindra Das
Jinhone 62 dino ke bhook hadtaal main apni Jaan de di
Udham Singh bhi h mere bhai
Agreed 🙏
गुलाम तो हम सब हिंदुस्तानी थे..आज़ादी ने हमे हिन्दू और मुसलमान बना दिया....
BBC Channel को दिल से बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jalyanwallah bagh ke balidaan ko ye duniya kabhi nahi bhoola sakegi. Shahido ko mera salaam jo desh ke liye qurban hue... Jai Hind🇮🇳🇮🇳🇮🇳
जलियांवाला बाग हत्याकांड अंग्रेजी सरकार की अत्याचार पूर्ण नीति का जीवंत उदाहरण यह भारत के नागरिकों को हमेशा याद दिलाता रहेगा कि किस तरह भारत के वीर सपूतों ने आजादी को प्राप्त किया अंग्रेजी सरकार और अंग्रेजी की आने वाली पीढ़ी को शर्म से सर झुकाने के लिए मजबूर करेंगे.
ruclips.net/video/VhgukY3LBsc/видео.html
watch thiis video.
🇮🇳Shaheedon ko Dil ke gahrayi se salaam🇮🇳
Last line is very much true and mesmerizing...Those great hearts bought our independence with the price of their lives, tears, wounds and a lot of unbearable and unforgetable pain.
ruclips.net/video/pCuYZD00ElU/видео.html
काश हिन्दुस्तानी सैनिक फायर करने से इंकार कर देते तो इतिहास बदल जाता ! ! !
Gorkha Regiment tha
I thing you r right
@Shrimati Sushila Devi Sharma isiy report mein varnann hai Gaur se suno
जनरल डायर ने ऑडर दिया पर गोली चलाने वाले भी अपने ही थे सैनिक
sach me...Indian hi Indian ki jaan le raha tha
Aaj bi le rhe h apno ki hi jaan
Aaj to ulta h kisan le rahe h jan dusro ki
@@AbhiSharma-ff9kd wo kisan hai hi nahi...kisan k bhes me deshdrohi hai
Indian nhi the Gorkha Rifles k jawan the....
ब्रिटिश भक्त BBC।
आदेश तो डायर ने दिया था पर गोलियां चलाने वाला हर हाथ गद्दार भारतीय का था।
इससे यही सीख मिलती है कि क्रूरता बुद्धिहीनो के द्वारा ही होता।
54 sikh regiment and gorakha regiment
Maadar chod Indian senik... Inki gaand maarni chiy thi 1947 k baad
Sahi kiya tha Dyer ne...aur maarne wale madarchod bhartiya sainik hi they...To Dyer ko kyu dosh dena....Ye bhosdi ke waha ikattha hokar arajakta faila rahe they....Dhara 144 lagi hui thi kyu sarkar ka aadesh na mankar waha arajkata failane gaye they...Gaand pe goli khaayi woh bhi apne hi sainiko ke haato...To gaddar kaun Dyer ya bhartiya sainik
तबरेज आजमी मुस्लिम हो या मुस्लिमों को सिर्फ बदनाम कर रहे हो?
@@tabrezazmi9870 अपने कॉमेंट पर एक बार सोंचों क्यूंकि मरने वालों में तुम्हारे देश के ही मुस्लिम हिन्दू सिख थे। थोड़ा सोचना।
कोटि-कोटि नमन् 🙏🙏🌺🙏🙏 आज बहुत अफ़सोस होता है कि उन अमर शहीदों की शहादत की उपेक्षा कर हिन्दू मुसलमान अपने अपने धर्म या मजहब को ऊँचा बताने में लगे हुए हैं ।
ruclips.net/video/VhgukY3LBsc/видео.html
watch this video.
jalllianwala bagh and its revenge story.
ब्रिटेन का यह BBC क्या भारत का भला चाहेगा।
बीबीसी को इस वीडियो के लिए दिल से सुक्रिया
ऊधम सिंह जी को कोटि कोटि नमन।
Bbc and Britain , the pain is still in our hearts..
We will never forget it till the last breathe....
ruclips.net/video/VhgukY3LBsc/видео.html
watch this video. JALLIANWALA BAGH HATHYAKAND
Britain is paying back what they did past in terms of corona virus there PM is in ICU and they have to see separation of UK in future too.
What about recent Dilli Massacre ❓❓❓ by Fascist Hindutaua Regime. Will peoples forget ❓❓❓
But they r discussing Kashmir human rights
@@goldenshamrock7267 Must be a Pakistani
शुक्रिया रेहान Sir 🙏🙏.Thanks to BBC.
जलियांवाला बाग के शहीदों को सादर नमन
Ye shuru me Jo gana Gaya gya wo kisne Gaya bbc se anurodh hai ki kavita ke gayak ka name batayen
Jai hind 🇮🇳🇮🇳🇮🇳 shaheed Bhagat Singh sabhi saheedo ko salam
जानकारी के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद 🇮🇳🌸🙏
काफ़ी ईमानदार और सच्चा विवरण सुनाया है आपने ।
हमारे पूर्व जनों ने हमारे लिए बहुत दर्द सहा है देश के अमर शहीदों तुम्हारे चरणों मैं सत् सत् नमन देश युगों युगों तक तुम्हारा कर्जा कभी नहीं चुका पाएगा
Sabhi sahido ko naman🙏🙏🙏🙏🙏🙏aur bbc news ko bhi thanks for sharing this informational stuff with us..
There are few things in our history that creates a deep pain within... Jallianwala Bagh is one of them.
Saluting our heroes 🙏🙏🙏
ruclips.net/video/pCuYZD00ElU/видео.html
Taking those killers name in very respectful manner. 👏👏 salute to BBC
जो बैर अंग्रेजों की घिनोनी हरकत से करना चाहिए था वो बैर एक ही मुल्क में रहने वाले लोग आपस में कर रहे हैं
कुछ तो समझ लो भाई
A1
I have been there once jab kuwa dekha to Dil dukhi ho gaya sabhi sahido ki aatma ko Santi mile love from Nepal
Thanks again and again
बहुत ही कुरूर्ता भरा अमानवीय कृत्य अग्रेजों का , सलाम उन बीर सहीदो को
The lady shown holding the book is laughing this gesture is tremoundeously hearting
जलियाँवाला बाग हत्याकांड के सभी शहीदों को नमन्।
आज के भारत में जो राजनीतिक विद्वेष समाज में जहर की तरह घोला जा रहा हैं, एवं वर्तमान में विद्यमान हैं, क्या ऐसे माहौल में,भारत को अंग्रेजों से आजादी मिल सकती थी..?
घटिया राजनीति एवं अराजकता वादी विचार धारा पर हमें शर्म आनी चाहिए।
ruclips.net/video/VhgukY3LBsc/видео.html wTch dis video Jallianwala bagh hathyakand
How To Increase Your Positive Energy
ruclips.net/video/e9uuhAaMURc/видео.html
Hsgjdhfjd
Motivational | Inspirational Speech
ruclips.net/video/TeqQ6kbpwx0/видео.html
chutiye jab waqt aata hai hazaro krantikari paida ho jate hain. . . . .
samaj ko batana 1947 main hi suru hogya. . . . . .aur secularism ki chola odhe communal bhediyon desh ko apne hi sanskrit aur ithas se alag kiya . . .jisse unka ek samaj ko anchor se khali kar diya jaye. . . . .
truth kuch aur hi hai. . . jo tumhe dhudhna hi padega
Dyer is still dividing India in Hindu Muslim
@@delight3787 bhai chutiya tum ho,sercare dharam jati ke naam par rajniti na kare to sab ko samajhme aajaiga ki hame chutiya bana diya hai,jis desh mai garib Ko kishan ko louta jata ho waha per tare jaiso logo Ko saamne aaker kahna chahiye hum se giyan Lo,
Anyone can tell me the Starting song and singer name please 👏
I have turned a biggest fan of Rehan Fazal.
You are one of the best speaker.
Love from Pakistan.
Rehan fazal ki aawaz apne aap m Nasha h .😍
मैं जलीयावाला बाग में शहिद हुए महान् लोगों को सलाम करता हूं। तथा महान कवित्री सुभद्रा कुमारी चौहान को भी सलाम करता हूं। महान् शहिदों आज भारत जीस दौर से गुजर रहा है तुम्हें दुख हो रहा होगा।काश हम अपने देश के लिए कुछ कर सकतें
@@jaydeeprawat2515 do not blame every fellow Muslim countrymen to be Jamati, The biggest hero to me of our times is Dr. APJ Abdul Kalam and he said difference of Faith separates fools and units learneds. I belive him.
सभी शहीदों को शत शत शत नमन🙏🙏🇮🇳
ruclips.net/video/pCuYZD00ElU/видео.html
वो ब्रिटिश कंपनी न्युज़ दिखा रही है। जिसका देश जलियावाला बाग के लिऐ जिम्मेदार है।
Wow Hindi dubbing me bhi Dyer ko izzat mil rhi h. 👏👏👏👏Well done BBC Hindi.
Shahido ko shat shat naman. Shame on Britain
सभी शहीदो को भावपुर्ण श्रंद्धाजली,शतश नमन
क्या बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी, यूँ तो सदियों रहा है दुश्मन दौरे जहाँ हमारा।
जय भारत जय भारतीय
ऐसा लग रहा है BBC वाले चाहते हैं किसान आंदोलन जलियावाला बाग बन जाए।
Who is here after movie udam singh
What was the British judgement finally ? Publish full judgment also.
SARE FREEDOM FIGHTERO KO BHARAT KA SALAM 😍👍👍
This will never forgotten.
Crying my Heart
Rehan fazal sahab ko aadaab, kya lahja hai.. Kya awaaz hai..
शहीदों को शत शत नमन👏👏
क्या लिखूं मैं उन शहीदों के नाम
जिन्होंने दी हंसते हंसते जान । ।
आजकल के नेता देते देश भक्ति ज्ञान
Please check the voice over 1919 has been pronounced as 2019 at one place please check
Doesn't matter.... can be mistake with everyone
Pakistani should also know the facts that its not only India who got independence from all the strugles, its also Pakistan. They should also feel the pain and sacrifices made for this independence. Even though we are 2 different nations now but history cant be taken off from the books. 🇵🇰 ❤ 🇮🇳
Yes we feel .... U r right
Nicely presented facts! Shaheedon ko Salam!
when in the world the so-called civilized England is going to tender unconditional apology????
उन महान शहीदों को कोटि कोटि नमन
मानवता के दुश्मन
डायर को फासी होनी चाहिए थी
हम अपने शहीदो को दिल से नमन करते है
उन अमर शहीदों को शत शत नमन करता हूँ उनकी शहादत को कभी नहीं भुलाया जा सकता है ।
किसी भारतीय सैनिकों के बुलेट का निशाना जनरल ओ डायर की आँख की ओर हो जाना चाहिए था... मगर ये नहीं हो सका... भारतीय सपूत उधमसिंह को सलाम 🙏
Simranjeet Mann ke Nana Arur Singh NE janral dayar ko Sanmanit Kiya tha osi Rat ko Dinner v Diya tha ।
He was NATIONALIST of an empire.
But for us he was not less than a Jihadi
he was a jihadi
@@samm6095 that is why 19 Mosques were destroyed and shrine was burnt by Terrorists AlHindu with Improvised Bombs and Saffron flags hoisted on behest of Hindutaua Fascist Regime ❓❓❓
Being a Nationalist ... It does not means that ....one is allowed to massacre unarmed civilians...
SALUTE TO REAL HERO SHAHEED UDHAM SINGH JI (NOT BOLLYWOOD HEROS) SON OF GREAT INDIA 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
ruclips.net/video/pCuYZD00ElU/видео.html
रेहान सर के बिना bbc hindi अधूरा रहेगा
Oscar ki jury committee ko dikhana chahiye ye video
Suru ka geet dil ko chhu ke jata hai iske gayk ka kya name hai 🙏🙏🙏
जलियांवाला बाग़ 1919 दिल्ली 2020 मतलब साफ है। मानसिकता एक है। उम्मीद है जल्द जालिमों से निजात मिलेगी।,,🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
सुआर के गांड जालियनवाला बाग मे शहीद होने वाले लोग बेकसुर थे। और तुम सुआर की पैदाईश गद्दार देशद्रोही हो। महिनो रस्ता जाम करके बैठे रहे । फिर भी किसिने लाठीमार भी नाही की । अगर ये गांड मस्ती तुम लोगोके पाकिस्तान खाडी देशो मे की होती तो जनरल डायर से भी बुरी मौत मारे जाते ।
जलियांवाला बाग़ का आयोजन मुसलमानों किया था। तुम जैसे लोगो काम है दंगे करवा ना गोली चलवाना। आंदोलन करना हर भारतीय का हक है। आंदोलन को कुचलने का कम अंग्रेजों ने किया था। अब तो पुरा भारत बंद है । एक रोड़ बंद से तकलीफ़ हो रही थी। खाड़ी देशों में धर्म के आधार पर फैसले नहीं होते।ना पुलिस नाम देखकर f.i.r करती है। और सूअर भी तुम्हारे भगवान है। क्या संस्कार दिए हैं RSS ने👏👏👏👏👏👌👌👌👌👌👌
@@ajjubaba9277 aur musalmano ne Angrejon se Haath mila kar nihtthe nirdosh Aam Nagrikon ko marva diya muslman sadaiv gaddar they , hain aur rahenge
सिंधिया होलकर और राजस्थान के राजे मुसलमान थे। क्या। whatsup युनिवर्सिटी पढ़ाई-लिखाई की है।
Sahi gaand maari th General Dyer ne...Ye madarchod isi layak they...Arajkta phaila rahe they Aur arajakta ke peeche Gandhi naamak aatankwaadi ka haath tha...Come Dyer come back
शहीद ऊधमसिंह अमर रहे ।भारत जिन्दाबाद ।
Shahid Udham singh Amar rahe.. Jai Hind...
Thanks 🙏🙏🙏
BBC news
इतना सम्मान पूर्वक नाम न लिए जाए इन अंग्रेजी हत्यारों कब😡😡😡😡😡😡😡