विरासत EPS03 | Veer Chandra Singh Garhwali | वीर चंद्र सिंह गढ़वाली
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- Опубликовано: 27 авг 2024
- 23 अप्रैल 1930. पेशावर के सदर बाजार के काबुली गेट पर पठानों की भीड़ लगी हुई थी. सबके चेहरों पर एक शिकन तो थी, लेकिन कोई खास ख़ौफ़ नहीं दिखता था. पेशावर के आसमान में सूरज अभी चढ़ ही रहा था, लेकिन माहौल में तनाव और कुछ अनिष्ट हो जाने का डर पसरा हुआ था. चौराहे के दूसरी ओर अभी-अभी एक गोरे सार्जेंट पर किसी ने पेट्रोल की बोतल दे मारी थी. वो सार्जेंट जब जलने लगा तो वहां तैनात अंग्रेज़ अधिकारी कैप्टन रिकेट ने सिपाहियों को उसे बचाने का आदेश दिया. लेकिन कोई भी भारतीय सिपाही आगे नहीं बढ़ा. उल्टा सभी सिपाहियों ने मुँह फेर लिया. सार्जेंट जब जल कर मर गया, तो ग़ुस्से से तमतमाए कैप्टन रिकेट ने चार जवानों को धक्का मारते हुए आदेश दिया, ‘जाओ उसे ले आओ.’ सिपाही मौके पर पहुंचे और गोरे सार्जेंट को खींच लाए.
इस घटना के बाद पेशावर के पठान ये भांप चुके थे कि अंग्रेजी हुकूमत इस हत्या का बदला ज़रूर लेगी. पठानों की ये आशंका अगले कुछ घंटों में ही सही भी साबित होने वाली थी. अंग्रेजों ने रॉयल गढ़वाल राइफ़ल्ज़ की पूरी ब्रिगेड को पेशावर के चप्पे-चप्पे में तैनात कर दिया. मंसूबे ये थे कि जब गढ़वाली सिपाही निहत्थे पठानों पर गोली चलाएंगे तो इससे हुकूमत को दो फायदे होंगे. पहला ये कि पठानों का जनसंहार हुकूमत के ख़िलाफ़ उठने वाली हर आवाज़ को ख़ौफ़ज़दा कर देगा और दूसरा ये कि हिंदू सिपाहियों द्वारा पठानों पर चली गोलियां दो धर्मों के बीच बन रही नफरत की खाई को और भी चौड़ा कर देगी.
अंग्रेज अधिकारियों ने गढ़वाल रेजिमेंट की प्लाटून चार को पठानों के नरसंहार के लिये चुना. इस प्लाटून की कमान एक ऐसे गढ़वाली सूबेदार के हाथ में थी, जो कुछ मिनट बाद ही पूरी ब्रितानिया सल्तनत की जमीन हिलाने वाला था, जो पूरी दुनिया के क्रांतिकारियों के लिए एक आदर्श बनने वाला था, जिसका नाम स्वतंत्रता आंदोलन में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज होने वाला था और जो कुछ साल बाद आज़ाद भारत की एक गुलाम रियासत में पहली सशस्त्र क्रांति का नेतृत्व करने वाला था. ये नाम था, चंद्र सिंह भंडारी, जिसे इतिहास ने चंद्र सिंह गढ़वाली के रूप में याद रखा.
'विरासत' के इस एपिसोड में देखिए कहानी 'वीर चंद्र सिंह गढ़वाली' की जिसे अंग्रेज़ों ने ही नहीं, आज़ाद भारत ने भी राजद्रोही कहा.
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कोटियाल जी आपके साहसिक कार्य क नमन
@@bilochansinghnegi9431you to to b I am going out 😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊
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वीर चंद गढ़वाली
अमर रहे...
🌹🙏
❤ निशब्द हूं ऐसे योद्धाओं के लिए ❤
Sat sat naman aap ki dileri ko parnam
हमारे उत्तराखंड के विधालय और विश्व विद्यालय में हमारे उत्तराखंड का इतिहास पढ़ाया जाता है अगर नहीं तो क्यों नहीं हमारे युवाओं को कैसे पता चलेगा
मैं पर्सनल तौर पर चन्द्र सिंह के परिवार को अच्छी तरह से जनता हु परिवार की दशा दयानिय है
ये है हमारा इतिहास, हमारे पूर्वज ...अगर ऐसा ही कोई पंजाबि सिपाहियों में भी होता दमदार आदमी तो जलियांवाला बाग हत्याकांड नहीं होता I
जब तक हम उत्तराखंड वालों में अपने और अपने राज्य- लोगों के प्रति गर्व की भावना नहीं मजबूत होगी, तब तक ना तो कुछ अच्छा कर पाएंगे, ना अच्छे नेता निकलेंगे हमारे बीच से, और बाहर वालों से भी अपने ही राज्य में जीत नहीं पाएंगे I
Baramasa से अनुरोध है कि ऐसी एक सीरीज चलाएं I 🙏🏼
वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली के साथ उन सभी गढ़वाली सैनिकों को सत सत प्रणाम जिनका कोर्ट मार्शल हुआ था जिन्होंने निहत्थे पठानों पर गोली चलने से मना कर दिया था जय देवभूमि❤️
Sath sath naman yense beero
Sabth bhi km padhayenge likhne mein
Correct bro ❤❤
- जागो GARDHWALI जागो -
Rahul ji बहुत अच्छा presentation वीर चंद्र सिंह Garhwali पर
❤Gadhwalliyo( वीर चंद्र सिंह भंडारी-gardhwali) Gardhwalliके साथ देश समाज के लिए सब कुछ त्याग करने वालो का .ये ही हाल उत्पीड़न तब भी होता था आजाद भारत देश गोविंद बल्लभ पंत( अब उत्तराखंड कुमाऊँ-मंडल) up के CM, ..के समय....भी होता था.....अब भी चल रहा हैं...अंकिता भंडारी gadwalli ladki उत्पीड़न के साथ ....कुछ नहीं बदले..........,अब वर्तमान c रहते भी
Gardhwali लोगोँ के उत्पीड़न होता ही रहेगा.....हमारे नेतागण जो gardhwal के भी सीएम हुए उन्होंने रमेश पोखरियाल भुवन चंद्र खंडूरी ,त्रिवेन्द्र सिंह रावत.....इन्होंने क्या किया garhwal के लिए ......कुमाऊँ-मंडल मैं शुरु से ....saara focus क्षेत्र विकास....
पूरे इंटरनेट पर घूम आया लेकिन चन्द्र सिंह गढ़वाली के बारे में कही से भी सन्तुष्ट करने वाली जानकरी नही मिली लास्ट में ये वीडियो मिला और दिल को छू गया । उत्तराखंड के संधर्भ में
ऐसे बहुत किस्से है जो अभी भी दुनिया के सामने नही
मनमीत ,सांकृत्यायन, &bramasaa टीम का सुक्रिया
Rahul sankratayan: ki likhi :veer chander singh gadhwali: Kum se kam 50 baar padh: chuka hoon : padiye : muzhey yaad rakhiyega
Bahut kuch गलत भी है जैसे वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जी सेना में नायक पद पर थे 2 इनका जन्म स्थान भी गलत है और भी
जब इतनी डिटेल्स आप लोगो के पास हैं वीर चंद्र सिंह गड़वाली के बारे मैं तो ये भी पता होगा की किस कॉन्स्पेरासी के तहत आजाद भारत में उन्हें बन्दी बनाया गया और ये उससे भी ज्यादा जरूरी है कोन लोग थे जिन्हो ने ये षडयंत्र रचा मरने के बाद पूजते हैं जिंदे को सहारा भी नही देते।
बारामासा की समस्त टीम को बहुत बहुत धन्यवाद गढ़वाल के इतिहास की जानकारी देने के लिए उम्मीद है आगे भी ऐसी ही जानकारी मिलती रहेगी धन्यवाद 🙏🙏🙏
वीर चंद सिंह गढ़वाली जैसा राष्ट भक्त ना कोई था ना कोई होगा । वे अपने घर से निकले और परिवार को भी त्याग दिया।और वे जनमानस की कल्याण में जुट गए। उन्हे अपनी संस्कृति पर प्यार था।
दुधतोली पर्वत श्रृंखला को चुना
उसे ही लोग आज पामीर का पठार कहते हैं।
जय देवभूमि उत्तराखंड
समय है कि हमें अपने गौरवशाली इतिहास का परिचय होना ही चाहिए
आपके चैनल के द्वारा उत्तराखंड के महान नेताओं स्वतंत्रता सेनानी का जीवन परिचय सुनकर बहुत ही खुशी होती है हमारे गढ़वाल के नेता भी किसी से कम नहीं है लेकिन आज की हालत को देखते हुए चन्द्र सिंह गढ़वाली के परिवार बहुत ही दयनीय स्थिति में रहते हैं
हमें अपने गढ़वाली नायकों पर हमेशा गर्व है जय हिंद
Veer Chandra Singh garhwali ji Amar rahe
शुकून मिलता है उत्तराखंड का इतिहास जान कर ❤ thanks for making video for us❤
Bas Jati vad khatm ho jai
चंद्र सिंह गढ़वाली कम्युनिस्ट बिचारधारा के थे।देश के लिए उनकी कुर्बानी हमेशा याद किया जाएगा। बारामास टीम का उत्तराखण्ड के इतिहासो की प्रस्तुति हेतु साधुवाद।
धन्यवाद बारामासा। कामरेड चंद्र सिंह गढ़वाली का पैगाम जारी रखना है संग्राम। जनता के बीच उनका काम को भी सामने लाया जाना चाहिए।
Main uttarakhand se hu Or Mujhe kafi proud hai veer chandr singh gadjwali pe🥰
वे बहुत विनम्र थे १९७७ में उनसे राम राम होती थी वे मुझे मेरी पत्नी को जानते थे । अकेले कोटद्वार के बद्रीनाथ मार्ग में टहलते मिलते थे चेहरे पर मिठास रहती थी वीर पुरुष का प्रतीक थे नमन
Proud fee... Verr chand singh garwali.. It's great warriors.. Sellut
चंद्र सिंह गढ़वाली अमर रहे। कोटि कोटि नमन।
सलाम ऐसे योद्धा को ये तमाचा है उनलोगों को जो कहते हैं चरखे से आजादी मिली।
हर जगह हिंदुस्तान की आजादी के योद्धाओं के बीच ये गंदा विभाजक खेल बंद करो,
Gandhi ka yogdan bataye ap swatantrata me
सबका अपना योगदान है आजादी के 70 दशक बाद पैदा होने वाले सवाल उठा सकते है bs
भारत वीरो का देश है और उत्तराखंड वीरो का गढ़ | बहुत प्रसंशा होती है जब उत्तराखंड का इतिहास पड़ता हु | बरमासा और पंडावस जैसे संघ हमें हमारे पूर्वजो के बारे मे बताते है और हमें प्रेरणा देते है, धन्यवाद आपका 💗
ऐसे ही महान योद्धाओ के कारण देश आजाद हुआ और सेहरा किसी और ने पहना
गर्व फील करता हु।मेरा जन्म गढ़वाल में हुआ है।🙏🏻🙏🏻🇮🇳 जय भारत जय गढ़वाल 🇮🇳🙏🏻🙏🏻
Bahot sundar aap logo k jariye humare Uttarakhand k veer kabhi bhule nhi jayenge very good work team baramasha 🙏💐
ऐसे वीर पुरुष को सत सत नमन
जय हिन्द खबर बहुत अच्छी लगी एक जज्बामन में उठ रहा है
मैं ऐसे महान नायक को शत-शत नमन करता हूँ और मुझे इस बात का हमेशा गर्व रहेगा कि मैं उसी गाँव में पैदा हुआ जिस गाँव में इस महान व्यक्तित्व का जन्म हुआ था
आप का बहुत बहुत शुक्रिया खास तौर से वीर chander singh गढ़वाली जी की उन सेवाओं का वर्णन जो आज की पीढ़ी को जानने की ज़रूरत है मेरा गढ़वाली जी के साथ काफी समय बीता है जब हम kotdwara mai डिग्री collage खुलवाने के लिए संघर्ष कर रहे थे
Bahut Achha ithash he hamre Uttrakhand ka parunt Aaj koi esha nahi he Aap bahut bahut dhanyabadji
Jai veer chandra sekhar Jai uttrakhand 🙏🙏🙏👌👌
गढ़वाली जी को कोटि कोटि नमन। वे पेशावर कांड के समय सेना में नायक पद पर कार्यरत थे। वे उस समय सूबेदार नही थे। कृपया इस को संशोधित करें।
बीर चन्द्र सिंह गढवाली अमर रहे, 🌹🌷🇮🇳🇮🇳🌹🌷
छोटी-छोटी बातों को आपने जिस तरह से पेश किया है वह तारीफ़ के काबिल है। जिस तरह से आपने चंद्र सिंह के बचपन के किस्से, गांववालों का शोषण और युद्ध की राजनीति को कवर किया... उसने कहीं से भी हमें डिस्कनेक्ट नहीं होने दिया। बहुत अच्छी रिसर्च .. जिसमें भारी भरकम जानकारी को पूरी सहजता से सामने लाया गया। राहुल जी का प्रेजेंटेशन होल्ड करने वाला है 😊 Dil maange more!
सराहनीय 👍🙏
मैं बारहमासा की पूरी टीम को धन्यवाद देता हूँ आप जिस तरह से उत्तराखंड के अन्छुयें पहलुओं को जनता के सामने लाते हो काबिल-ए-तारीफ़ हैं
आशा करता हूँ आप इसी तरह कार्य करते रहे
We'll done team #Barahmasa#
Well researched and excellent presentation. 👍👍👍
बहुत ही सुंदर jankari भाई जी 🙏
@@narendrasinghrawat8746 aa
वीर चंद्र सिंह गढ़वाली को शत् शत् नमन 🙏🙏🙏
बहुत अच्छा....
ऐसे बीर सैनिकों को सत सत नमन, समय गुजरते गुजरते सभी भूल जाते हैं कि हमरा इतिहास क्या है,, हमारे इतिहास ने सिर्फ हमे अकबर, बाबर और मुगल साम्राज्य के बारे मे ही अवगत कराया...आपका शुक्रिया
Veer chandra singh garhwali mere nanaji hain
Mujhe unpe garv h
Proud to be a garhwali Bhandari...... jai hind
वास्तव में यह गर्व की बात है. गढ़वाली जी के दर्शन मैंने दिल्ली के लोहिया हस्पताल में किये थे जहाँ उन्होंने अंतिम सांस ली. तुम्हारी माताश्री का नाम क्या है? आनंद सिंह गढ़वाली जी से भी मिलना हुआ था.
Agar tumhare nana Bhandari the to bhai tumhara title Bhandari kaise hua kyuki garhwal me same title se shaadi nahi hoti hai
@@rahulbhandari3831 aree sare bhandari ek se thodi na hote h....jaise ki rawat mere mummy ki family bhi rawat h aur papa ki bhi ....pr vo same rawat nahi h....
वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली जी को शत शत नमन।🙏
--जागो GARDHWALI जागो --
वीर चंद्र सिंह (भंडारी)Garhwali... एवं अंकिता भंडारी .....
Naman hai veer Chandra Singh garhwali ko...or laanat hai uttarpradesh sarkar par or Ajad Bharat k partantra mansikta k logo par jinhone sacche sapoot ko aisa jivan or dayniya vriddhawastha ka uphar diya .....Ye un jaise kai sache sapooto ki kahani hai ,kyuki humare gulam hone ka karan yahi bhrast achran or sahi galat mai fark na kr pane ki asmarthta hai....Shat Shat naman....🙏🙏🙏Barahmasa thank you so much for inculcating us with the immense knowledge and giving us the treasure of glorious history.....Jay Hind..
बहुत खूब भाई जय वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जय उत्तराखंड ❤️🇮🇳
Imandaar aur deshbhakt ko india mein koi samman nhi milta. Salute to him🙏👍❤️❤️
वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जी को सत सत नमन पत्रकार महोदय अपने जानकारी दी आपको शुभकामनाओं के साथ शत शत नमन आपकी दीर्घायु की खातिर ईश्वर से प्रार्थना करता हूं जय श्री राम इंस्पेक्टर रिटायर्ड कुंवर सिंह रावत देवभूमि उत्तराखंड
सिर्फ क़िताबों में पढा था वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के बारे में पर ये एपिसोड देखकर ऐसा लगा जैसे उसी कालखंड में पहुंच गया जब ये घटनायें घटित हुई हो
आजाद भारत के नेता जो भंडारी जी को पहले से जानते थे, वे स्वयं नहीं चाहते थे कि कोई दूसरा नेता न उभर जाए और उनके बराबर में रहे। कहानी से यह पता चलता है।
जय भारत वंदेमातरम ।
एक चन्द्र सिंह गढ़वाली जी ही नहीं लाखों
स्वतंत्रता सेनानियों को गुमनामी में धकेल दिया ।
तब भी हमारे देश की भोली भाली जनता इसी अंग्रेजों की दोस्त कांग्रेस को सालों से
ढोती रही ।
अंग्रेज़ हुक्मरानों के सहपाठी मित्र, उन्हीं की तरह एलीट क्लास के थे गांधी और नेहरू ।
सारा इतिहास इन दो में समा गया
बहुत ही शानदार कार्यक्रम आपके हाथ जोड़कर विनम्र निवेदन है कि आप इस तरह के कार्यक्रम दिखाई रहे रहे रहे रहे
Veer chandar singh garhwali ni ji ko saadar Naman hai.
दरवान सिंह नेगी उस समय के पौड़ी गढ़वाल के थे...चमोली जिला तो बहुत बाद में बना.
बहुत अच्छा कार्यकर्म था! उनका जन्म चमोली ना हो कर पौड़ी के गांव रनसेरा पट्टी चौथान में हुआ था..
हमें आपके द्वारा दी गयी ये जानकारी बहुत उम्दा किस्म की लगी। बारह मासा की इस श्रंखला में निरन्तरता बनाये रखें।
शब्दों का चयन और प्रस्तुतीकरण उत्तम कोटि का.
अति उत्तम दिल को झकझोर दिया इस देवभूमि के योद्धा ने सत सत नमन
अति उत्तम प्रस्तुति बारामास
बारामासा टीम को कोटि कोटि नमन
वीर चंद्र सिंह गढ़वाली का पोता देशबंधु गढवाली और मे साथ मे पढ़ते थे राजकीय इंटर कालेज कण्वघाटी किशनपुर कोटद्वार मे
वीर चन्द्र गढ़वाली को वीरता दिवस पर शत शत नमन 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बीर चंद्र सिंह गढ़वाली का जन्म पौड़ी गढ़वाल जिले के थलीसैंण ब्लॉक चौथान पट्टी में हुआ था
कोटियाल साहेब बहुत ही सराहनीय कार्य। गुणवत्तायुक, ज्ञान एवं तथ्यों से भरपूर। आपको धन्यवाद एवं शुभकामनाएं🙏
जागो पहाड़ी जागो,,,Congress ने कभी भी,,Veer C S गढ़वाली,, का सम्मान नही किया,,, बल्कि,, दूसरे धर्म के लोगो का सम्मान किया,,, जय श्री राम
उत्तराखण्ड पर लिखी किताबो का भी विमोचन किया करें। अशोक पांडेय जी की लपूझन्ना पढ़ी और खूब रास आई। अपना इतिहास और इस तरह की और ना जाने कितनी किताबें के बारे में हमें पता ही नही है।
आपको हृदय से धन्यवाद। आपकी प्रस्तुति में प्रवाह है और बांधे रखती है। आप वो जानकारी दे रहे हैं जो मुझे आजतक पता नहीं थी। आपकी ऐसी दुर्लभ जानकारी के लिए पुनः धन्यवाद।
बहुत अच्छा लगा। पहाड़ी इतिहास बताने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। इसलिए पहाड़ियों की इमानदारी एवं देश भक्ति से सभी लोग सम्मन करते हैं।
चन्द्र सिंह गढ़वाली के बारे में जो आपने जानकारी दी वह सहरानीय है। इसी तरह गढ़वाल के इतिहास के बारे में जानकारी देते रहना। धन्यवाद🙏
Muzhe veer chander Singh garhwali ke bare main maloom to thha lekin itne bistar se nahi gyanvardhan ke liye dhnyavad sath hi azadikebad ki rajniti par bhi sarm aati hai
हमारे इतिहासकार ने सिर्फ मुगल शासको की बीरता को दरशाय है
आदमी को उसके जीते जी उसका अधिकार मिलना ही असली आजादी है
बहुत ही महत्त्वपूर्ण जानकारी जो इतिहास मे छुपी थी और आपने इसे you ट्यूब के माध्यम से public डोमेन में रखा जो आने वाली पीडी के लिए भी लाभदायक और मार्गदर्शक साबित होगी ।
आपके आईए प्रयास के लिए साधुवाद,आभार और शुभकामनाएं।
कोटि कोटि नमन
Ati sundar gyanbardhan
वीर चंद जिसे महान विभुतियां को मेरा सादर नमन🙏 और गढ़ वीरो की इन कहनी को सब के सामने लाने के लिए आप का आभार व्यक्त करता हूं 🙏❤️
, बहुत सुन्दर विडियो सत सत नमन🙏🙏🙏🙏🙏
Thanks for highlighting the role of Garhwali in history. I liked the simple and easy way of explanation. 👍 👍
वीर चंद्र सिंह गढ़वाली से सम्बंधित विभिन्न क़िस्सों को बेहतरीन तरीक़े से शामिल किया गया है। धन्यवाद बारामासा जानकारी के लिए।
जय हो चंद्र सिंह गढ़वाली
JAI Garhwali
Acts and omissions of Britishers can be understand by a common man but the treatment given to our great warrior Veer ChanderSingh Gadwali by the Indian Govt of Indepensent India is beyond expectations of a common man.
Sat sat naman beer saput Chandra Singh garwali ko 😎🙏🙏🙏🙏🙏😎
🙏❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤🙏
bahut hi khowledgeful video
बहुत ही सुंदर, इस गौरवपूर्ण जानकारी के लिए धन्यवाद🙏🙏
बहुत ही सराहनीय कार्यक्रम है आपका आभार है आपका वीर भड़ चन्द्र सिंह गढ़वाली जी को शत शत नमन 🙏🙏🙏🙏💐💐💐
गढ़वाली जी का जन्म चमोली नहीं पौड़ी जिले की Bali kandarsuyn पट्टी मे हुआ थाl पेशावर kand के समय वो Havildar के पद पर थेl मैंने पौड़ी मे उनको कई बार देखा हैl ऐसी krantikari शख्सियत को शत शत नमनl
बाली कंडारस्यु नही
चौथान पट्टी मासों में उनका जन्म हुआ था
आप सभी की टीम का सराहनीय प्रयास है।
आप हमेशा पहाड़ियों के बारे में उत्तराखण्ड के बारे में उत्तम योजजनाबद्ध अनोखे ढंग से बताते हैं ।
मैं पहले से आपके चैनल को देखता हूं तब आपका चैनल नया था।
उत्तराखण्ड का सबसे अच्छा चैनल।
राष्ट्र धर्म सर्वोपरि।
वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली अमर हैं।
जय हिंद।🇮🇳😰💐💐👏😰😰
''आपका कार्य अत्यंत सराहनीय था अगर सभी शिक्षक आपके जैसा पढ़ाएं या चीजों को इस तरह से लोगों के समक्ष पेश करें तो शिक्षा से कोई भी व्यक्ति वंचित नहीं रह सकता''
आपका आभार🙏🙏🙏💚💚
मुझे सुबह से उम्मीद थी की वीर चन्द्र गढ़वाली जी से सम्बन्धित कोई कार्यक्रम आप आज जरूर लाऐंगे, और एक एक शब्द ने मुझे बहुत बार उर्जा से भरा और बहुत बार भावुक भी किया। आपका प्रस्तुतीकरण बहुत ही लाजवाब है राहुल सर ,लेकिन स्क्रिप्ट राईटर (मनमीत सर) आपकी लेखनी का जवाब नही जबरदस्त। अगली विरासत का भी इन्तजार रहेगा।
बहुत ही अच्छे से बातये, वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की जिवनी पे एक फिल्म भी बनाई जानी चाहिए.
और इस तरह हमने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के प्रति किए गए अपने पाप धो लिए । हम आज़ाद नहीं हुए, सिर्फ मालिक गोरे से काले हो गए ।
Right 👍
Veer bhumi ki to tum logon ne vaat laga di
Kedarnath
Koti koti parnaam aisi Divya atma ko jisne itna balidaan dia🙏🏽
Bahut badiya ।।।।।।।।
वीर CS गढ़वाली,, सेवा ट्रस्ट,,,UK मै बने,,,
शुरुवात में आपने उनका जन्म चमोली जिला बोला है, वो शायद गलत है। क्योंकि वो पीठसैंण मासों वीर भूमि चौथान ब्लॉक थलीसैंण, जिला गढ़वाल उनका जन्म स्थान है। उनकी मृत्यु भले बीमारी के चलते हुई। लेकिन कोटद्वार मालवी उद्यान में इंदिरा गांधी की सभा के भोंपू लेकर उन्होंने सरकार के खिलाफ बोला था। युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उस वक्त उन्हें पीटा था। जिसके बाद से वो बीमार रहने लगे थे। आजाद भारत के इतिहास में उन्हें अंतिम समय में यह तोहफा भी नसीब हुआ था।
बाकी हमेशा की तरह कार्यक्रम बेहद ही उम्दा बेमिसाल।
जी सत्य कहा आपने।
पीठसैन में आज भी हर साल 23अप्रैल को उनकी याद में एक मेला लगता है।
और उनका समाधि स्थल उस से आगे दूधातोली की पर्वत श्रंखला जहां विंदेश्वर मंदिर भी स्थित है कोदियाबगड़ में है जो पौड़ी चमोली और अल्मोड़ा तीन जिलों की सीमा है।
He is the legend we need such heros at this time
सुन्दर प्रस्तुति
Veer chandra singh bhandari Bisht rajput garhwali....naman
Salam Veer saput ko.
Thank you for enlightening our history. Proud to be Garhwali
अपने गढ़वाल की बीरो की शहादत उत्तराखंड की किताबो मे रहना चाहिये जी ताकि आने वाली पीडियो कोपता चले इतिहास के सबजक्टो मे होना चाहिये जी
बहुत खूब।महत्वपूर्ण जानकारी।जय हो 12 मासा।साधुवाद।