The two things which Sri Krishna has said to avoid in one's life, in the Bhagavad Gita - raag and bhog - are used by the Pushtimarg to praise Sri Krishna himself. This is an excellent method of uplifting one's spirit away from the material world and towards the spiritual, by using the common things which afflict us and turning them towards God.
आप सत्य वचन बोलते हैं, आप को भगवान शिव शक्ति देता जाएंगे बस आप बोलते जाए,आप के कारण हमें साइंस मालूम पड़ा है प्रणाम है आपको और आपके परिवार को देवता ई,घरआना है आपका सिनाजी आज इस
जी गुरुदेव बहुत सुंदर, ज्ञान के द्वारा हृदय के एहसास तन्मयता मे सराबोर हो यूनिवर्स में फैले अणुओं को चीरते हुए किसी के बताए मार्ग पर चल कर उस परम शक्ति से जा मिले, इसी का नाम है भक्ति। अन्य रागों की तरह इस राग को किसी विशेष समय की आवश्यकता नहीं, लेकिन रियाज चाहिए।
मैने परमात्मा को कई बार धोका दिया है, उसका दिल तोड़ा है, बेवफाई की है, नफरत भी की , गाली भी दी है , क्योंकि मैं माया के पीछे जान पूछ कर गया था । क्योंकि माया पहले सुख देती है फिर दुख । मेरे साथ भी यही हुआ । लेकिन मुझे माया तो नही मिली । फिर कई साल औऱ बीत गए । फिर मैं सोचने लगता था कि माया के जगत में जब कोई किसी को धोखा देता है, झूठ बोलता है या सुख दुख, सम्मान - अपमान मिलता है तब बह ब्यक्ति उसे छोड़ देता है । मैं अपने माया के जगत में सब हारने के बाद अपने पुराने दिन याद किया करता था जब मैं आर्त भक्ति में उसके साथ रहता था । फिर मुझे लगा कि बो अब कहाँ होगा , क्या अब बो मुझे दोबारा मिलेगा , अब वह क्यों आएगा क्योंकि मैंने उसे छोड़ दिया था । लेकिन मैंने थोड़ा दोबारा try किया तो मैंने उसे वही पाया जहां मैं उसे छोड़ कर गया था । ना वो जंगल में था न वो शहर में था वो उन दोनों के बीच में मिला । इसी तरह मैने उसे कई बार खोया है लेकिन उसे मैने फिर से वही पाया जिस रास्ते पर वह मिलता था । मैं खुद में ही शर्मिंदा हूँ मैने ही उसे धोखा दिया कई बार लेकिन उसने मुझसे कभी बेवफाई नही की । वो नित्य है मैं भूल जाता हूँ । - है बिखरने को ये महफ़िल-ए-रंग-ओ-बू तुम कहाँ जाओगे हम कहाँ जाएँगे हर तरफ़ हो रही है यही गुफ़्तुगू तुम कहाँ जाओगे हम कहाँ जाएँगे हर मता-ए-नफ़स नज़्र-ए-आहंग की हम को याराँ हवस थी बहुत रंग की गुल-ज़मीं से उबलने को है अब लहू तुम कहाँ जाओगे हम कहाँ जाएँगे अव्वल-ए-शब का महताब भी जा चुका सेहन-ए-मय-ख़ाना से अब उफ़ुक़ में कहीं आख़िर-ए-शब है ख़ाली हैं जाम-ओ-सुबू तुम कहाँ जाओगे हम कहाँ जाएँगे कोई हासिल न था आरज़ू का मगर सानेहा ये है अब आरज़ू भी नहीं वक़्त की इस मसाफ़त में बे-आरज़ू तुम कहाँ जाओगे हम कहाँ जाएँगे किस क़दर दूर से लौट कर आए हैं यूँ कहो उम्र बर्बाद कर आए हैं था सराब अपना सुरमाया-ए-जुस्तजू तुम कहाँ जाओगे हम कहाँ जाएँगे इक जुनूँ था कि आबाद हो शहर-ए-जाँ और आबाद जब शहर-ए-जाँ हो गया हैं ये सरगोशियाँ दर-ब-दर कू-ब-कू तुम कहाँ जाओगे हम कहाँ जाएँगे दश्त में रक़्स-ए-शौक़-ए-बहार अब कहाँ बाद-पैमाई-ए-दीवाना-वार अब कहाँ बस गुज़रने को है मौसम-ए-हाव-हू तुम कहाँ जाओगे हम कहाँ जाएँगे हम हैं रुस्वा-कुन-ए-दिल्ली-ओ-लखनऊ अपनी क्या ज़िंदगी अपनी क्या आबरू 'मीर' दिल्ली से निकलने गए लखनऊ तुम कहाँ जाओगे हम कहाँ जाएँगे
पुष्टि मार्ग = PATH OF GRACE कृष्ण सेवा सदा कार्या ।। ( Meaning -अपनी देह के सुख को त्याग करके, ठाकुर जी को सुख मिले-इस भाव से भगवान की सेवा करनी चाहिए । )
@@supermansud सुख प्रदान मतलब = सेवा । उदाहरण स्वरुप यदि थके हुए वक्त आपको कोई पेर दबाके आपको सुख प्रदान करे तो क्या वो आपकी सेवा नहीं हूई ??? हम तुच्छ जिव से परमात्मा को कोई आवश्यकता भी है क्या? ये तो हमारा ही गौरव होगा कि कुछ न कुछ छोटे या बड़े तरीके से ठाकुरजी की सेवा करने को मिले ।। संसार - साइंस का नियम है कि जिसके पास - संपर्क में रहेंगे वेसे आप में गुण आदि आयेंगे , तो क्या ठाकुरजी की सेवा करते करते उनका सान्निध्य मिलेगा तो ये अच्छी बात नहीं है ?? आप की बात भी सही है लेकिन उसके लिए वह जिवन की उंचाई पर पहुंचना पड़ेगा । काम क्रोध लोभ मोह से मुक्त होकर रहेना , हर जिव में इश्वर का दर्शन होना । ये हम नहीं है फिलहाल। यहां तक कि ' निर्मल ' अवस्था को प्राप्त करने के लिए हम को सेवा, नाम जप करना आवश्यक है। जो ईश्वर के सुख का विचार करता है वो पुरी दुनिया का भला कर सकता है।
@@supermansud matlab braj ki gopiyon ki soch bhi behudi hai, ki jinhone Prabhu ke sukh ka hee vichar Kiya? Gopiyon ke pavitra bhav behude hain? Bhagwan ne Uddhav ji se gopiyon ke vishay jo samvad kiya wo bhi behuda? Track record keval ek incident se set ho jata hai? Deadlift maar maar ke buddhi ghutne me chali gayi hai shayad.
Aaj ki छल कपट की duniya me shri कृष्ण bhagwan ki bhakti kre ya kisi or ki agr bhakti se unke गुण insan me aate he to jesa ek video me guru ji ne बताया tha
प्रणाम गुरुजी, मैं आपके विडियोज देखते रहता हूं, और आपके वीडियो देखने के बाद जो ज्ञान की अनुभूति होती है उसको में मेरे शब्दों में नही बता सकता। मेरा एक सवाल है,मेरी उम्र 22 साल हैं और में upsc की तैयारी कर रहा हूं, कुछ दिनों पहले मेरी माताजी ने एक पंडित को मेरी कुंडली दिखाई और पता चला की मै मांगलिक हूं, मैं इन सभी बातों में विश्वास नहीं करता, लेकिन मै आपसे थोड़ा मार्गदर्शन लेना चाहता हूं की क्या मेरे मांगलिक होने से वाकई मेरे जीवन पर प्रभाव पड़ेगा? और क्या प्रभाव पड़ेगा? कृपया मेरा सही मार्गदर्शन कीजिए।
मांगलिक एक ऊर्जा के विशेष स्थिति है।इससे डारे नही।मंगल साहस शौर्य युद्धकौशल ब्रह्मचर्य प्रदान करता है युद्ध के मैदान में विद्याध्यन में इन गुणों की नितांत आवश्यकता है।जब मांगलिक दोष होता है तो जातक इस प्रतिभा को वह लगाता है जहां इन गुणों की आवश्यकता नही।अतः अपने ऊर्जा को वह लगाए जहाँ व्व अभीष्ट फल दे।संगीत सीखने समय मंगल के गुणों की जरूरत नही वैसे ही परिवार में इन गुणों को नही दिखाए बस मंगल दोष समाप्त।हनुमान जी के गुणों को धारण करे जो विनम्र है।शक्ति के साथ विनम्रता आवश्यक है।
Pushtimargi use word anugraha not Anukampa! Anugraha means Krupa or grace in English.Anukampa means mercy! There is some difference between Vallabhacharya and Chaitnya Mahaprabhus belief!
प्रबू, इतना बड़ा ,, ज्ञान,खिलाड़ी, है आप समंदर है आप देवता समंदर है आप आवर आपका भाई आप से बड़ा ज्ञान का समंदर है आइसा, मसूस होता है ऊनका फोटो देखकर ऐसा लगता है आपकी बहन जी भी देवी सामान लगते देवी
Sir ek questions mere mn me bar bar uthata hai ki ,,,bharatiyo me ,,hinduo me ,,,sadi ke liye ye ( magalik) hone ka kya logic hai ,,eshake kya prabhao hai,, eshaka adhar kya hai 🙏🙏 pls ans
Jaise aapney hindu dharmakosh poostak kee Close up dikhaya aayse 4 ved kaa close up dikha saktay tao accha hota Hame pata chalta kee kaunse publication kee. lane hay.
चर्णबंधना गुरु जी गुरुजी हमारे यहां कुछ प्रथाएं प्रचलित है खासकर हिमाचल व उत्तराखंड में जिसमें देवी देवताओं को बकरे और भेड़े की बलि दी जाती है। किसी देवी देवता को चढ़ाई गई बाली क्या उन्हें लगती है ? मेरा मन चल रही इस प्रथा के लिए बहुत दुखी है । कृपया मार्गदर्शन करें 🙏
गुरुजी । मेरे पिताजी की उम्र ६० साल हे उनको कोई भी बीमारी नेही हैं । व्हो मृत्यु के बारे में सोच सोच कर मानसिक संतुलन खो रहे हे । गुरुजी कृपा करके कुछ ,,, में आप की आभारी रहूंगा। जय जगन्नाथ जगन मोहन राय ओड़िश, अभी कतर देश में काम कर रहा हुँ ।
गुरुजी से एक बात जाननी थी कि लोग जिंदा शरीर से प्यार करते हैं और प्राण निकल जाने के बाद उसी शरीर के पास जाने से डरते हैं ऐसा कियो होता है कृपया बताने का कष्ट करें ?
एकं शास्त्रम् देवकीपुत्र गीतम् l
एको देव देवकीपुत्र एव च ll
मंत्रोऽपि एकं तस्य नामानि यानि।
कर्मोऽपि एकं तस्य देवस्य सेवाः।।
Jay shree Vallabhacharya
@@swapnilsheth1855 vallabhadhish ki jay...🚩
सर्वदा सर्वभावेन भजनीयो व्रजाधिपः|| is the root of all the teaching of shrimad vallabhacharya.
Chatur sloki....❤
राग, भोग, श्रृंगार यथा कृष्ण जिससे बना यह अंतर्मन यही जीवन का आकर्षण ।
The two things which Sri Krishna has said to avoid in one's life, in the Bhagavad Gita - raag and bhog - are used by the Pushtimarg to praise Sri Krishna himself. This is an excellent method of uplifting one's spirit away from the material world and towards the spiritual, by using the common things which afflict us and turning them towards God.
जय श्री कृष्ण
आप सत्य वचन बोलते हैं, आप को भगवान शिव शक्ति देता जाएंगे बस आप बोलते जाए,आप के कारण हमें साइंस मालूम पड़ा है प्रणाम है आपको और आपके परिवार को देवता ई,घरआना है आपका सिनाजी आज इस
Jai Shri krishna from raghav Verma KARNAL परनाम गुरु जी
🙏 जय जय श्री नाथ जी सबको शुभ दिवस कामना 🌺🎉
जी गुरुदेव बहुत सुंदर, ज्ञान के द्वारा हृदय के एहसास तन्मयता मे सराबोर हो यूनिवर्स में फैले अणुओं को चीरते हुए किसी के बताए मार्ग पर चल कर उस परम शक्ति से जा मिले, इसी का नाम है भक्ति। अन्य रागों की तरह इस राग को किसी विशेष समय की आवश्यकता नहीं, लेकिन रियाज चाहिए।
Param pujya Guruji toh gyan ke sagar hain.
Aap ko mera naman
🕉 Namah Shivay 🕉
Parnam Mahatma.
Koti-koti parnam.
Jai Shree Krishna ❤️
गुरुजी, आप ज्ञान का सागर हे आपको अनेको वंदन 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Thank you for this guruji....I am pustimargiya vaishnav..Jay shree krishna❤
Guruji aap ko Guru Purnima ki shub kamnayen
Sat sat naman Guruji 🙇♀️🙇♀️🙇♀️🌹🌹🌹
Guruji ko pranam 🙏
Jai shree Krishna
Shri Vallabhadhish ki Jay! ❤
जय हो!! प्रणाम गुरु जी
ओम नमः शिवाय
❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️
Pranam guruji🌷🌷🙏🙏⚘⚘bahot hi sahi gyan diya he aapne👌👌👌👌👏👏👏👏👏🙌🙌🙌🙌🙌
Jay shree krishna 🙏
Treasure of वृन्दावन
सौन्दर्य(श्रृंगार)
संगीत(राग)
प्रेम(भक्ति)
भजन(Music) is भोजन of both bhakta and bhagaban.
हर हर हर महादेव
🙏🙏
Guru ji ko pranam
वहुत ही भावपूर्ण वर्णन 🙏
Jai ho ji
+सीताराम, सत्यमेव जयते,
२०१ मन ८
बहुत अच्छा।
इस प्रकार का विश्लेषण हिंदी साहित्य अमूल्य निधि है
Saadar Pranam 🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇱🇷🇱🇷
HAR HAR MAHADEV 🕉️🔱🕉️🔱🕉️🔱🕉️🔱🕉️🔱🕉️🔱🕉️🔱🕉️🔱🕉️
🙏🌹राधे राधे🌹🙏
मैने परमात्मा को कई बार धोका दिया है, उसका दिल तोड़ा है, बेवफाई की है, नफरत भी की , गाली भी दी है , क्योंकि मैं माया के पीछे जान पूछ कर गया था । क्योंकि माया पहले सुख देती है फिर दुख । मेरे साथ भी यही हुआ । लेकिन मुझे माया तो नही मिली । फिर कई साल औऱ बीत गए । फिर मैं सोचने लगता था कि माया के जगत में जब कोई किसी को धोखा देता है, झूठ बोलता है या सुख दुख, सम्मान - अपमान मिलता है तब बह ब्यक्ति उसे छोड़ देता है । मैं अपने माया के जगत में सब हारने के बाद अपने पुराने दिन याद किया करता था जब मैं आर्त भक्ति में उसके साथ रहता था । फिर मुझे लगा कि बो अब कहाँ होगा , क्या अब बो मुझे दोबारा मिलेगा , अब वह क्यों आएगा क्योंकि मैंने उसे छोड़ दिया था । लेकिन मैंने थोड़ा दोबारा try किया तो मैंने उसे वही पाया जहां मैं उसे छोड़ कर गया था । ना वो जंगल में था न वो शहर में था वो उन दोनों के बीच में मिला । इसी तरह मैने उसे कई बार खोया है लेकिन उसे मैने फिर से वही पाया जिस रास्ते पर वह मिलता था । मैं खुद में ही शर्मिंदा हूँ मैने ही उसे धोखा दिया कई बार लेकिन उसने मुझसे कभी बेवफाई नही की । वो नित्य है मैं भूल जाता हूँ ।
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है बिखरने को ये महफ़िल-ए-रंग-ओ-बू तुम कहाँ जाओगे हम कहाँ जाएँगे
हर तरफ़ हो रही है यही गुफ़्तुगू तुम कहाँ जाओगे हम कहाँ जाएँगे हर
मता-ए-नफ़स नज़्र-ए-आहंग की हम को याराँ हवस थी बहुत रंग की
गुल-ज़मीं से उबलने को है अब लहू तुम कहाँ जाओगे हम कहाँ जाएँगे
अव्वल-ए-शब का महताब भी जा चुका सेहन-ए-मय-ख़ाना से अब उफ़ुक़ में कहीं
आख़िर-ए-शब है ख़ाली हैं जाम-ओ-सुबू तुम कहाँ जाओगे हम कहाँ जाएँगे
कोई हासिल न था आरज़ू का मगर सानेहा ये है अब आरज़ू भी नहीं
वक़्त की इस मसाफ़त में बे-आरज़ू तुम कहाँ जाओगे हम कहाँ जाएँगे
किस क़दर दूर से लौट कर आए हैं यूँ कहो उम्र बर्बाद कर आए हैं
था सराब अपना सुरमाया-ए-जुस्तजू तुम कहाँ जाओगे हम कहाँ जाएँगे
इक जुनूँ था कि आबाद हो शहर-ए-जाँ और आबाद जब शहर-ए-जाँ हो गया हैं
ये सरगोशियाँ दर-ब-दर कू-ब-कू तुम कहाँ जाओगे हम कहाँ जाएँगे
दश्त में रक़्स-ए-शौक़-ए-बहार अब कहाँ बाद-पैमाई-ए-दीवाना-वार अब कहाँ
बस गुज़रने को है मौसम-ए-हाव-हू तुम कहाँ जाओगे हम कहाँ जाएँगे
हम हैं रुस्वा-कुन-ए-दिल्ली-ओ-लखनऊ अपनी क्या ज़िंदगी अपनी क्या आबरू
'मीर' दिल्ली से निकलने गए लखनऊ तुम कहाँ जाओगे हम कहाँ जाएँगे
Guruji you are guru in true sense, you have such a vast knowledge 🙏 please also make video on savan
জয় শ্রী কৃষ্ণ।🙏🙏🙏
Yaar kya bandaa hai🙏
🙏
Sir, great knowledge.
प्रणाम
🙏🌹💐🌹🙏
🙏84 shidho Mai 🌺 Baba balak nath ji 🌺 k jivan k baare mai btaaye .......aapki mhan kripa hogi 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌺
🕉️🙏
🙏🌹🌹
पुष्टि मार्ग = PATH OF GRACE
कृष्ण सेवा सदा कार्या ।।
( Meaning -अपनी देह के सुख को त्याग करके, ठाकुर जी को सुख मिले-इस भाव से भगवान की सेवा करनी चाहिए । )
Tum Thakur Ji ko sukh pradan karoge yeh soch hi behudi hai.
No wonder scandalous track record hai.
@@supermansud सुख प्रदान मतलब = सेवा ।
उदाहरण स्वरुप यदि थके हुए वक्त आपको कोई पेर दबाके आपको सुख प्रदान करे तो क्या वो आपकी सेवा नहीं हूई ???
हम तुच्छ जिव से परमात्मा को कोई आवश्यकता भी है क्या? ये तो हमारा ही गौरव होगा कि कुछ न कुछ छोटे या बड़े तरीके से ठाकुरजी की सेवा करने को मिले ।। संसार - साइंस का नियम है कि जिसके पास - संपर्क में रहेंगे वेसे आप में गुण आदि आयेंगे , तो क्या ठाकुरजी की सेवा करते करते उनका सान्निध्य मिलेगा तो ये अच्छी बात नहीं है ??
आप की बात भी सही है लेकिन उसके लिए वह जिवन की उंचाई पर पहुंचना पड़ेगा । काम क्रोध लोभ मोह से मुक्त होकर रहेना , हर जिव में इश्वर का दर्शन होना ।
ये हम नहीं है फिलहाल। यहां तक कि ' निर्मल ' अवस्था को प्राप्त करने के लिए हम को सेवा, नाम जप करना आवश्यक है।
जो ईश्वर के सुख का विचार करता है वो पुरी दुनिया का भला कर सकता है।
@@supermansud matlab braj ki gopiyon ki soch bhi behudi hai, ki jinhone Prabhu ke sukh ka hee vichar Kiya? Gopiyon ke pavitra bhav behude hain? Bhagwan ne Uddhav ji se gopiyon ke vishay jo samvad kiya wo bhi behuda?
Track record keval ek incident se set ho jata hai?
Deadlift maar maar ke buddhi ghutne me chali gayi hai shayad.
❤❤❤❤❤❤❤❤
Pushtimarg is the only panth where Bhakt thinks only welbieng of Thakorji,no idea of getting anything from Thakorji
🙏❤🙏
मूर के वस्तुवाद् को करा दीजिये.. Please gurujii.. 🙏🙏
सर कृपया एक वीडियो वल्लभाचार्यजी द्वारा प्रतिपादित विशुद्ध अद्वेत (शुद्धाद्वेत) पर भी बनाइये।
🙏
Jay shree Vallabhacharya
Very knowledgeable video sir
Sabse jyada gandgi karne kaa marg tha ye jo auraton kaa bhog karte the
Aaj ki छल कपट की duniya me shri कृष्ण bhagwan ki bhakti kre ya kisi or ki agr bhakti se unke गुण insan me aate he to jesa ek video me guru ji ne बताया tha
प्रणाम गुरुजी, मैं आपके विडियोज देखते रहता हूं, और आपके वीडियो देखने के बाद जो ज्ञान की अनुभूति होती है उसको में मेरे शब्दों में नही बता सकता। मेरा एक सवाल है,मेरी उम्र 22 साल हैं और में upsc की तैयारी कर रहा हूं, कुछ दिनों पहले मेरी माताजी ने एक पंडित को मेरी कुंडली दिखाई और पता चला की मै मांगलिक हूं, मैं इन सभी बातों में विश्वास नहीं करता, लेकिन मै आपसे थोड़ा मार्गदर्शन लेना चाहता हूं की क्या मेरे मांगलिक होने से वाकई मेरे जीवन पर प्रभाव पड़ेगा? और क्या प्रभाव पड़ेगा? कृपया मेरा सही मार्गदर्शन कीजिए।
मांगलिक एक ऊर्जा के विशेष स्थिति है।इससे डारे नही।मंगल साहस शौर्य युद्धकौशल ब्रह्मचर्य प्रदान करता है युद्ध के मैदान में विद्याध्यन में इन गुणों की नितांत आवश्यकता है।जब मांगलिक दोष होता है तो जातक इस प्रतिभा को वह लगाता है जहां इन गुणों की आवश्यकता नही।अतः अपने ऊर्जा को वह लगाए जहाँ व्व अभीष्ट फल दे।संगीत सीखने समय मंगल के गुणों की जरूरत नही वैसे ही परिवार में इन गुणों को नही दिखाए बस मंगल दोष समाप्त।हनुमान जी के गुणों को धारण करे जो विनम्र है।शक्ति के साथ विनम्रता आवश्यक है।
इनके एक दो वीडियो में इन्होंने कहा है कि कैसे शनि प्रकोप या राहु क्रपोक का नाटक फेल गया है। ढूंढे उन video को जवाब मिल जायेगा 🙏
दादा जी को और अधिक अध्ययन की आवश्यकता है पुष्टिमार्ग के विषय में...
जय श्री कृष्ण 🪷🪷🪷
Haha
Pushtimargi use word anugraha not Anukampa! Anugraha means Krupa or grace in English.Anukampa means mercy! There is some difference between Vallabhacharya and Chaitnya Mahaprabhus belief!
If I am wrong , please correct me!
Sachu kidhu
Thank you.
I am follower of your great work.
It is request to you that if you shed some light on "What is the ultimate truth? "
🙏🏻🙏🏻
Guru ji dharam arth Kam moksh per Roshni daliye
Sir ek request hai RIBHU GITA pe bhi video bnavein
प्रबू, इतना बड़ा ,, ज्ञान,खिलाड़ी, है आप समंदर है आप देवता समंदर है आप आवर आपका भाई आप से बड़ा ज्ञान का समंदर है आइसा, मसूस होता है ऊनका फोटो देखकर ऐसा लगता है आपकी बहन जी भी देवी सामान लगते देवी
Sir ek questions mere mn me bar bar uthata hai ki ,,,bharatiyo me ,,hinduo me ,,,sadi ke liye ye ( magalik) hone ka kya logic hai ,,eshake kya prabhao hai,, eshaka adhar kya hai 🙏🙏 pls ans
Jaise aapney hindu dharmakosh poostak kee
Close up dikhaya aayse 4 ved kaa close up dikha saktay tao accha hota
Hame pata chalta kee kaunse publication kee.
lane hay.
Bhagwan ka anugraha sabd use hota hai pushti marg mein jyadatar.. anukampa nahi
चर्णबंधना गुरु जी
गुरुजी हमारे यहां कुछ प्रथाएं प्रचलित है खासकर हिमाचल व उत्तराखंड में जिसमें देवी देवताओं को बकरे और भेड़े की बलि दी जाती है। किसी देवी देवता को चढ़ाई गई बाली क्या उन्हें लगती है ?
मेरा मन चल रही इस प्रथा के लिए बहुत दुखी है । कृपया मार्गदर्शन करें 🙏
उनके बुद्धमार्ग का वीडियो देखें शायद वहां उन्होंने कहा हो 🙏
आवाज नही आ रही
तुम्हारे फोन मे ही कुछ गड़बड़ी होगी भाई...
Mujhe Garu Ji Se Milana hai please address send karo
गुरुजी ।
मेरे पिताजी की उम्र ६० साल हे
उनको कोई भी बीमारी नेही हैं ।
व्हो मृत्यु के बारे में सोच सोच कर मानसिक संतुलन खो रहे हे ।
गुरुजी कृपा करके कुछ ,,,
में आप की आभारी रहूंगा।
जय जगन्नाथ
जगन मोहन राय
ओड़िश,
अभी कतर देश में काम कर रहा हुँ ।
गुरुजी से एक बात जाननी थी कि लोग जिंदा शरीर से प्यार करते हैं और प्राण निकल जाने के बाद उसी शरीर के पास जाने से डरते हैं ऐसा कियो होता है कृपया बताने का कष्ट करें ?
उन्होंने "प्रेत" वाले विडियो में इसका जवाब दिया है😊🙏
Mukesh Ambani and his family follows Pustimarg sampradaya.
So what?
@@hellohello9286so nothing
Just info
महाशय कृपा कर के श्रंगार को सही लिखे।
🙏🙏
Jay shree Krishna 🌹🙏🙏💐🌹
🙏