@@tanusreedas6002 kya Atul Subhash pehla insan hai jisne suicide karna pada apni biwi aur kanoon ki wajah se. Proofs bahut sare hai agar dekhna chaho to. Abhi bhi Law mein amendment ke liye Govt ready nhi hai.
@@Dox0087 kaha hai?? Proof neutral hona chahiye. Woh jo video hai usme pati sirf apne side ko bata raha hai. Lekin district court ki jo judge hai unhone shyd galat kiya hai . Unse sawal jawab karna jaruri hai
ऐसा नहीं है कि ये कानून बस पुरुषों के खिलाफ है, याद रखो अतुल सुभाष की मां ने एक बेटा खोया है वो कोई पुरुष नहीं थी एक महिला ही थी इस तरह काले कानूनों में बदलाव जरूरी है
CJI hotey hue, itna experience hotey hue, abhi tak ye ex CJI ek normal question ka sahi answer nahi de paaya. Bahut vague response diya, tabhi iske judgments bhi waise hi faaltu rahe the. Abhi ka CJI bhi namunaa hi hai.
Not a single CJI of India was ever a role model. Sab iske jaise namune hi the ya hai. CJI hotey hue, itna experience hotey hue, abhi tak ye ex CJI ek normal question ka sahi answer nahi de paaya. Bahut vague response diya, tabhi iske judgments bhi waise hi faaltu rahe the. Abhi ka CJI bhi namunaa hi hai.
@@badrikedareditingcentre5699 सारी दुनिया जान गई के बाबरी मस्जिद के नीचे कोई मंदिर नहीं था ये बात गगोई ने भी कही , इस बात को चंद्र चूर ने भी माना और आस्था के नाम पर फैसला दिया अब नरीमन ने भी कह दिया ये फैसला कैसे और किस के fever मैं गया
@@badrikedareditingcentre5699 सारी दुनिया जान गई के बाबरी मस्जिद के नीचे कोई मंदिर नहीं था ये बात गगोई ने भी माना और चंद्र चूर ने भी माना मगर आस्था के नाम पर फैसला दिया गया अब यही बात जज नरीमन ने भी कही ये फैसला केवल आस्था के नाम पर दिया गया फैसला है अब कोई बता दे के किस के fevar में ये फैसला दिया गया और क्यूं ?
Tum log judge hotey hue koi clarity nahi rakh paate ho. Tabhi justice system ka haal bura hai. CJI hotey hue, itna experience hotey hue, abhi tak ye ex CJI ek normal question ka sahi answer nahi de paaya. Bahut vague response diya, tabhi iske judgments bhi waise hi faaltu rahe the. Abhi ka CJI bhi namunaa hi hai.
जब एक पुरुष कोर्ट में खड़ा होता है और उसकी पत्नी जजों के सामने खुलेआम करोड़ों रुपये सेटलमेंट के नाम पर रिश्वत के रूप में मांगती है, तो कानून क्या करता है? इससे भी ज्यादा चिंताजनक बात यह है कि जब इस देश का युवा यह मानने लगता है कि कानून उसे इंसाफ नहीं, बल्कि केवल मौत और अत्याचार ही दे सकता है। यदि कोई व्यक्ति कानून से न्याय मांगने के बजाय मौत को बेहतर समझता है, तो यह केवल उसकी हार नहीं है, बल्कि यह कानून की हार है, देश की हार है, एक सभ्य समाज की हार है, और पूरी व्यवस्था की हार है। वह व्यवस्था, जो नागरिकों के टैक्स पर चलती है, उसी को रौंद रही है और कुचल रही है। यदि इस देश का युवा ही नहीं बचेगा, तो यह देश कब तक टिकेगा? जो लोग आज अतुल के साथ नहीं हैं, उन्हें अगले अतुल बनने के लिए तैयार रहना चाहिए। 498A and SC ST Act कुरीतिया हैं जिसमें कोई इन्वेस्टिगेशन नहीं किया जाता है और डायरेक्ट arrest किया जाता है गलती हो या नहीं
अभी i तक ये ही थे CJI आज इनको न्याय पालिका में कमी i दिख रही थी अभी तक ये कमी क्यों नहीं दिखी और दिखी भी तो आप CJI के तौर पर अपने उस कमी को दूर करने हेतु क्या प्रयास किए। या आप भी नारीवादी विचार धारा के ही व्यक्ति है। Shame on our judiciary system and all past CJI
😂 judge sahab ke biwi bachche pal rahe hain...isiliye unko pata nahi lagana....koi Gadha bhi bata sakta hai ki dahej ke jhoothey case hote hain....tujhey pata nahi kya chal raha hai is puri divorce industry me
Bara chor thha WB ka highcurt ne bhrast upay se mila nakhri ko cancelled kardiya thaa... Ei world chor anunke nampe kulangar poysa khake us case ko talke gia.... A samaz ke bara oporadhi hay.... Samaz birodhi hay
Agar etna अन्याय ladki ke sath hota to abhi ladka ko आजीवन कारावास या मौत हो जाता । लेकिन लड़की के साथ हुआ है तो पता लगाना मुश्किल हो रहा है , जो सारा सबूत गवाह सामने है वह रे न्याय पालिका Or बात करते हैं विधि के समक्ष समानता Others country law Indian law nahi LawD@ hai 😮
इस वीडियो को भारत के chief justice को सुनाई जाए और राष्ट्रपति को सुनाया जाए और संसद की कमेटी को सुनाई जाए इनको भीयह सब पता चले की जनता पर किस तरह से बीतती है 3:11
जो पत्नि साथ रह कर अपने कर्तव्यों का पालन नहीं करती उसको भरण पोषण का अधिकार- 😀😀 सुप्रीम कोठा दुकान 😁 सैद्धांतिक रूप से विवाह जीवन संगनी की भूमिका परिवार के दुख सुख में सहभागिता से भी जुड़ा हुआ है मगर कानून के दुकानदारों ने सिर्फ अधिकार की बात की है जबकि अधिकार प्राकृतिक रूप से कर्तव्यों से सृजित किया जाता है ?
गुस्सा इसलिए है कि पूरा देश और न्याय व्यवस्था के होते हुए भी कानूनी तरीके से अपने नागरिकों को मौत के मुंह में धकेला जा रहा है,वो नीच महिला जज रीता कौशिक रिश्वत मांग कर दुखी व्यक्ति को हताश करके मरने पर मजबूर कर देती है क्या विवाह करने से पहले किसी को पता होता है कि उसे ये दिन देखने पड़ेंगे लोग शादी कर के जीवन के सपने सजाते हैं परिवार के लिए मेहनत करते हैं और वही जब कानून के दुकानदारों के कारण बर्बादी का मंजर दिखाने लगे तो इसे और किस मानसिकता से देखा जा सकता है ?
Bilkul sahi kaha Purva CJI. Kisi ko nahi pataa shaadi kaise hui, kaise mile, shaadi se pehle ek dusre ki soch vicariously ko samjha ki nahi. Ladki ne job k baare me jhooth bola thaa ladka same sector main kaam karta hain but usne ye shaadi k baad find out kiya. Aisi chize nazarandaz nahi karna chaiye
SC uss Corrupt family court judge ke saath kuch karegi bhi toh wo bus formality he hogi iss baat ka yakeen hai. Jab aap advocates ke galat hone par bhi unko favour karte hain toh yeah madam toh fir bhi judge hain
कोर्ट का प्रॉब्लेम ये है की वो इस प्रॉब्लेम को एक क्रिमिनल केस की तरह देखता है और उसके कन्क्लूजन तक पहुंचना चाहता है । बल्कि होना यह चाहिए कि कोर्ट ने यह निर्धारित करना चाहिए की क्या यह शादी अब आगे चल सकती है या नहीं और इसे जल्द से जल्द समाप्त करके अपने हाथ धोना चाहिए ताकि वह दूसरे बेहद जरूरी केसेस को क्लियर करसके
हमारे न्यायपालिका में भी रिश्वतखोरी चलती है सब कुछ बिकता है लेकिन सुधार होना चाहिए नार्को टेस्ट के साथ बड़ी उसे पर लगाने चाहिए हमारे देश में सबसे पहले तीन चीज है भ्रष्टाचार की दो वकील औरपुलिस अगर में में आदमियों की ड्यूटी लगानी है तीनों का मैकमो में नार्को टेस्ट करके ड्यूटी लगानी चाहिए सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार तीनोंमैकमो में है तीनों मैकमेंआपस में कैसे नहीं करेंगे एक दूसरे के ऊपर
CJI ne to haath hi khade kar diye. Waise CJI bilkul sahi hai. Ab vichar to Karen ki viksit Bharat main ye samasya paida kyon Hui? Jo pahle nahi thee. Mere vichar se ja shadiyan samaj ke dayre main hoti thi tab ye samasya is liye nahi thee kyoki dono parties ke beech Hui shadi ke pratyakshdarshi bhi samaj mein hi mojood hote thhe, jisse Dahej ke jhoothe aarop lagana kafi muskil hota tha kyonki sabko pata hota tha ki kya diya aur kya liya. Doosra ye ki do party ko samaj mein hi baithna, uthna h to apni garima koi nahi bigna chahta tha. Mera kahna h ki pichli paramparaon main jaruri badlaw karke pariwar ki sukh shanti sthapit nahi kar sakte kya?
वैसे ये अब जज नहीं रहे तो इनको इतनी एहमियत क्यों दी जा रही है ? इनसे भी पहले जज हुआ करते थे। पर उनसे किसीने कुछ नहीं पूछा अबतक शायद ये पब्लिसिटी स्टंट करके खबरों में रहना चाह रहे है। और इनका साथ दे रही है हमारी घटिया मीडिया।
Mere friend ke sath same ho rha h. Ladki ne fasi lga li aur mar gyi shadi ke 4 sal bad. Aur ab uske gharwale 10 lakh ka demand kar rha h. Wo nhi diya to abhi jail mein h.
काउंसलिंग में जो जोड़े जाते है उनमें से पति को बोलते है देख लो कोई गलत हुआ तो यही से जेल भेज देंगे। अच्छा पत्नी को भी ऐसा क्यों नही बोलते? ऐसा लगता है कानून पुरुषों को अलग नजरिये से देखती है, अगर कंप्लेंट महिला करे। कहाँ का इंसाफ है ये ओर कौन सा कानून folow कर रहे हो? सुधार के नाम पे मर्जी मुताबिक कानून बनता है क्या?
Jb CJI tha tb nhi dikhai di nyaypalika m badlaw ki jrurat, tab to bdi bkwas kr rha tha ki aisa kya kru ki log mujhe yad kre, yhi badlaw krta, pr kia kya sirf bhartiya smaj or shadio ko khrab.
कॉलेजियम परिवार के वजह से यह आदमी जज बना था इसके अंदर जज वाली कोई गुण नहीं है कोई अपना जीवन ऐसे ही नहीं समाप्त कर लेता है । अगर अतुल ही गलत था तो वह अपनी जान क्योंले लिया
Maine shadi nahi ki. Age 48. Independent and happy. No secret affair... I like books and my office work & free time my home decor...मुझे आज कल की सभी घटनाये देखकर लगता हैं मेरी life बहुत अच्छी हैं. ईश्वर का धन्यवाद.
Ek bande ne apni jaan dedi lekin inko abhitak sachai nazar nahi arhi...wah kiya justice milega yahan
Kyunki aap emotional ho kar soch rhe ho but court me emotions ki nhi proof ki jarurat hoti hai . Lekin proof 1tarfa nhi ho sakta
@@tanusreedas6002 agar uski wife sach bol rhi he to is bande ne Suicide Kyu kiya? Vo bhi itna achha job Or Sab Badhiya tha fir........ aisa Q bhai?
@@tanusreedas6002 kya Atul Subhash pehla insan hai jisne suicide karna pada apni biwi aur kanoon ki wajah se. Proofs bahut sare hai agar dekhna chaho to. Abhi bhi Law mein amendment ke liye Govt ready nhi hai.
Proofs toh saare hai
@@Dox0087 kaha hai?? Proof neutral hona chahiye. Woh jo video hai usme pati sirf apne side ko bata raha hai. Lekin district court ki jo judge hai unhone shyd galat kiya hai . Unse sawal jawab karna jaruri hai
#Still Justice is Due
ऐसा नहीं है कि ये कानून बस पुरुषों के खिलाफ है, याद रखो अतुल सुभाष की मां ने एक बेटा खोया है वो कोई पुरुष नहीं थी एक महिला ही थी इस तरह काले कानूनों में बदलाव जरूरी है
Will always due
@@manishnagar4858exactly
What else can we expect from Indian tatti judiciary 🤡🤡💩💩
CJI hotey hue, itna experience hotey hue, abhi tak ye ex CJI ek normal question ka sahi answer nahi de paaya. Bahut vague response diya, tabhi iske judgments bhi waise hi faaltu rahe the. Abhi ka CJI bhi namunaa hi hai.
BJP ka agent hai
Aap kafi jyada samjhdar ho lagta hai
भ्रष्ट जज के बारे में भी सवाल करना चाहिए था।
Not a single CJI of India was ever a role model. Sab iske jaise namune hi the ya hai. CJI hotey hue, itna experience hotey hue, abhi tak ye ex CJI ek normal question ka sahi answer nahi de paaya. Bahut vague response diya, tabhi iske judgments bhi waise hi faaltu rahe the. Abhi ka CJI bhi namunaa hi hai.
WORST CJI OF INDIA OF ALL TIME...
Accha hai aap cji nahi bne
But statement given by him does not even prove his position
Justice is due😢
Where is control on corrupt judges😢😢
जो CJI प्रधानमंत्री के पास बैठकर निर्णय लेते हैं उन्हें क्या पता होगा सच क्या है।
और अब जरूरत क्या है बोलने की जब पद में रहते हुए नही बोले।
Achha ap The Vaha
@RajnishPatel-dp4xt Ganesh Puja me kaun Gaya tha andhbhakt hai kya
फर्जी है तू
Ex CJI bahut ghatiya manav hai.
CJI *bahut ghatiya manav hai
Sab ek jaise hi hain ye....
एक बे ईमान जज दूसरे बे ईमान जज को कैसे गलत कह सकता है
😅
tumhare fevar me case ho to judge achha, faver me nahi diya to baimaan, waah bhai waah
@@badrikedareditingcentre5699
सारी दुनिया जान गई के बाबरी मस्जिद के नीचे कोई मंदिर नहीं था
ये बात गगोई ने भी कही , इस बात को चंद्र चूर ने भी माना और आस्था के नाम पर फैसला दिया
अब नरीमन ने भी कह दिया
ये फैसला कैसे और किस के fever मैं गया
@@badrikedareditingcentre5699
सारी दुनिया जान गई के बाबरी मस्जिद के नीचे कोई मंदिर नहीं था ये बात गगोई ने भी माना और चंद्र चूर ने भी माना
मगर आस्था के नाम पर फैसला दिया गया
अब यही बात जज नरीमन ने भी कही
ये फैसला केवल आस्था के नाम पर दिया गया फैसला है
अब कोई बता दे के किस के fevar में ये फैसला दिया गया और क्यूं ?
Electoral bond pe toh bahut khush thyyy CJI ke verdictko lekar ab kya hua
Thats why reform is needed in judiciary
Aur kya reform ho skta hai democracy me justice ko time lagta hi hi
@@Shubham-p7q2h Europe and america me bhi democracy hai bhai
@@internetby bhai waha k log fake case nhi krte na ya ki tarah is liye waha sab kuch jaldi ho jata h
Ye woke CJI bahit neech hai
#justice_is_due
Tum log judge hotey hue koi clarity nahi rakh paate ho. Tabhi justice system ka haal bura hai. CJI hotey hue, itna experience hotey hue, abhi tak ye ex CJI ek normal question ka sahi answer nahi de paaya. Bahut vague response diya, tabhi iske judgments bhi waise hi faaltu rahe the. Abhi ka CJI bhi namunaa hi hai.
If you are not capable of finding who is right and who is wrong, then leave your seat, there are other capable people to do your job.
पुरूष आयोग गठन किया जाए
मरने के बाद भी सबूत चाहिए इनको
A man never suside untill it became too much to handel
& before dying a person never lie
कानून में बदलाव अत्यंत अवश्यक है
जब एक पुरुष कोर्ट में खड़ा होता है और उसकी पत्नी जजों के सामने खुलेआम करोड़ों रुपये सेटलमेंट के नाम पर रिश्वत के रूप में मांगती है, तो कानून क्या करता है? इससे भी ज्यादा चिंताजनक बात यह है कि जब इस देश का युवा यह मानने लगता है कि कानून उसे इंसाफ नहीं, बल्कि केवल मौत और अत्याचार ही दे सकता है।
यदि कोई व्यक्ति कानून से न्याय मांगने के बजाय मौत को बेहतर समझता है, तो यह केवल उसकी हार नहीं है, बल्कि यह कानून की हार है, देश की हार है, एक सभ्य समाज की हार है, और पूरी व्यवस्था की हार है। वह व्यवस्था, जो नागरिकों के टैक्स पर चलती है, उसी को रौंद रही है और कुचल रही है।
यदि इस देश का युवा ही नहीं बचेगा, तो यह देश कब तक टिकेगा? जो लोग आज अतुल के साथ नहीं हैं, उन्हें अगले अतुल बनने के लिए तैयार रहना चाहिए।
498A and SC ST Act कुरीतिया हैं जिसमें कोई इन्वेस्टिगेशन नहीं किया जाता है और डायरेक्ट arrest किया जाता है गलती हो या नहीं
शरीयत कानून लागू करना जरूरी है।
तभी पूरूषो के साथ न्याय होगा।
इस्लाम अपनाओं और शरीयत कानून लागू करना जरूरी है।
Judiciary maha bhrastachar me lipt hai, judge reeta kausik ko giraftar kero. Judge ke khilaf koi karwahi kyu nahi.abhi koi sc/st hota to jail ho jati
Aur kitne saboot chahiye inko. He was the worst CJI. Accha hua ye ab retire ho chuka hai.
Koi admi apni jaan yu hi nahi deta, jab wo bahut preshaan hota tab hi wo jaan deta hai.
Uske jagah koi ladki hoti toh alag reaction hota.. simp judges
जरूरत है इन कानूनों में संशोधन की
बिला वजह दूसरे चीजों को छेड़ा जा रहा है
अभी i तक ये ही थे CJI आज इनको न्याय पालिका में कमी i दिख रही थी अभी तक ये कमी क्यों नहीं दिखी और दिखी भी तो आप CJI के तौर पर अपने उस कमी को दूर करने हेतु क्या प्रयास किए। या आप भी नारीवादी विचार धारा के ही व्यक्ति है। Shame on our judiciary system and all past CJI
हमारी न्यायपालिका में जो इस तरह के झूठे आरोप लगाए जाते हैं उनको सुधारने की बहुत ही आवश्यकता है
जज साहब की बात से मै सहमत हु एक परिवार मैं जब तकरार हो जाएं तो कौन सही है कोन गलत ये पता लगाना बहुत मुश्किल होता है
😂 judge sahab ke biwi bachche pal rahe hain...isiliye unko pata nahi lagana....koi Gadha bhi bata sakta hai ki dahej ke jhoothey case hote hain....tujhey pata nahi kya chal raha hai is puri divorce industry me
Justice for atul
SC ko private kr do.
Kmsekm ummid to nhi rhegi 👍👍
कैसे जज थे, शिक्षा की कमी है, हम किसी का जन्म कुंडली निकाल सकता हू, dna तक उसकी हर चाल को पढ़ सकता हू, यंहा तक की उसका भविष्य भी,etc
Bara chor thha WB ka highcurt ne bhrast upay se mila nakhri ko cancelled kardiya thaa... Ei world chor anunke nampe kulangar poysa khake us case ko talke gia.... A samaz ke bara oporadhi hay.... Samaz birodhi hay
दिवंगत आत्मा को ईश्वर अपने चरणों में जगह दे मरने से पूर्व बयान पूर्ण सत्य है
#justiceforatul #justiceformen #justiceisdue
Respected Sir,
Waaak Thhhhhuuuuuu.
Thanking you,
Your's faithfully,
A common man of India
#justiceforatulsubahs
Agar etna अन्याय ladki ke sath hota to abhi ladka ko आजीवन कारावास या मौत हो जाता ।
लेकिन लड़की के साथ हुआ है तो पता लगाना मुश्किल हो रहा है , जो सारा सबूत गवाह सामने है वह रे न्याय पालिका
Or बात करते हैं विधि के समक्ष समानता
Others country law
Indian law nahi LawD@ hai 😮
इस वीडियो को भारत के chief justice को सुनाई जाए और राष्ट्रपति को सुनाया जाए और संसद की कमेटी को सुनाई जाए इनको भीयह सब पता चले की जनता पर किस तरह से बीतती है 3:11
सबसे पहले घूसखोरी बंद हो।
वकील और पेशकार मनमाने ढंग से पैसा वसूल करते हैं।
जब समझ नहीं सकते तो बीच में अदालतें आती क्यों है मूल कारण अदालत और कानून है
जो पत्नि साथ रह कर अपने कर्तव्यों का पालन नहीं करती उसको भरण पोषण का अधिकार-
😀😀 सुप्रीम कोठा दुकान 😁
सैद्धांतिक रूप से विवाह जीवन संगनी की भूमिका परिवार के दुख सुख में सहभागिता से भी जुड़ा हुआ है मगर कानून के दुकानदारों ने सिर्फ अधिकार की बात की है जबकि अधिकार प्राकृतिक रूप से कर्तव्यों से सृजित किया जाता है ?
गुस्सा इसलिए है कि पूरा देश और न्याय व्यवस्था के होते हुए भी कानूनी तरीके से अपने नागरिकों को मौत के मुंह में धकेला जा रहा है,वो नीच महिला जज रीता कौशिक रिश्वत मांग कर दुखी व्यक्ति को हताश करके मरने पर मजबूर कर देती है क्या विवाह करने से पहले किसी को पता होता है कि उसे ये दिन देखने पड़ेंगे लोग शादी कर के जीवन के सपने सजाते हैं परिवार के लिए मेहनत करते हैं और वही जब कानून के दुकानदारों के कारण बर्बादी का मंजर दिखाने लगे तो इसे और किस मानसिकता से देखा जा सकता है ?
Antim satya mrityu hota hai..agar koi jaan de raha hai to isase jyada sach kya chahiye.
to mtlb sucide bombers...sacche hote hai ???
Bilkul sahi kaha Purva CJI. Kisi ko nahi pataa shaadi kaise hui, kaise mile, shaadi se pehle ek dusre ki soch vicariously ko samjha ki nahi. Ladki ne job k baare me jhooth bola thaa ladka same sector main kaam karta hain but usne ye shaadi k baad find out kiya. Aisi chize nazarandaz nahi karna chaiye
Bilkul shi kha isne...
what did he do when he was the CJI to fix this problem. He had to travel 40 times why was VC option not available for him
देश की न्यायपालिका पर सबसे बड़ा कौन सा डिवाइस चंद्रचूड़
True. But my condolences with atul family
But what about the judge who asked Bribery?
I am thinking who can file a case against that judge. The judge will give judgement for herself 😂.
@Doremon22412 ha ha ha...
SC uss Corrupt family court judge ke saath kuch karegi bhi toh wo bus formality he hogi iss baat ka yakeen hai. Jab aap advocates ke galat hone par bhi unko favour karte hain toh yeah madam toh fir bhi judge hain
अगर लड़की का मामला होता तो ये सब सही मानते , लड़के का मरने के बाद भी वजूद नहीं है 🙏
Jab CJI the tab ankh mud ke baithe the....
Maintance बंद करदो ना रहेगा बास ना बजेगी बासुरी
Esko to. Khud insaf karna nahi aata 😅
पंचर साटो बस
Tera baap ne bhi kabhi Jurisprudence ki padhai nahi ki hogi 😂😂 a gaya Gyan dene
😂 wo judge hai isiliye nahi aata usey...insaaf kar dega to aagey ke dhandhe ka kya hoga...
Still justice is due
Sahi kaha tha Atul ne .. YAHAN kuch nahi hoga !! May hi soul rest in peace
Respect Girte ja raha hai chandrachur k liye 😕😕😕
Vah! CJI Sir Vah!
कानून तो बहुत घटिया है पति पत्नी को लेकर,कोई भी जज,वकील इसके बारे में कुछ भी नही बताएंगे नही उनका भी पोल खुल जायेगा😢😢😢😢😢
कोर्ट का प्रॉब्लेम ये है की वो इस प्रॉब्लेम को एक क्रिमिनल केस की तरह देखता है और उसके कन्क्लूजन तक पहुंचना चाहता है । बल्कि होना यह चाहिए कि कोर्ट ने यह निर्धारित करना चाहिए की क्या यह शादी अब आगे चल सकती है या नहीं और इसे जल्द से जल्द समाप्त करके अपने हाथ धोना चाहिए ताकि वह दूसरे बेहद जरूरी केसेस को क्लियर करसके
Agar pata hi nehi tha to ladke ko court main bula k harrasment kyu kiya krte the ?
Sachhai nahi pata to men ko saja kiyo milti hai
नियम में कुछ बदलाव किया जाय ❤ justice for atul सुभाष
Bhgwan se smprk kr ke unse pooch lo😂😂😂😂😂
LALLANTOP
THE GREAT NEWS ❤
Justic for अतुल सुभाष
एक आम आदमी को मालूम है गलत क्या है इनको पता ही नहीं वाह 😡😡😡
Chief justice hokar inhone West bengal dr murder me kuch nahi kiya
DY Chandrachud ne Rita Kaushik ke baare mein kuchh nhi bola... Obviously...
*जज साहिबा का इंटरव्यू कब ले रहे हो लल्लनटॉप वालो..???*
Indias high population needs many more scs and online courts with many more judges..
हमारे न्यायपालिका में भी रिश्वतखोरी चलती है सब कुछ बिकता है लेकिन सुधार होना चाहिए नार्को टेस्ट के साथ बड़ी उसे पर लगाने चाहिए हमारे देश में सबसे पहले तीन चीज है भ्रष्टाचार की दो वकील औरपुलिस अगर में में आदमियों की ड्यूटी लगानी है तीनों का मैकमो में नार्को टेस्ट करके ड्यूटी लगानी चाहिए सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार तीनोंमैकमो में है तीनों मैकमेंआपस में कैसे नहीं करेंगे एक दूसरे के ऊपर
Matrimonial cases में कोर्ट वैसे ही होते है जैसे बिल्लियों की लड़ाई में में बंदर ।
CJI ne to haath hi khade kar diye. Waise CJI bilkul sahi hai.
Ab vichar to Karen ki viksit Bharat main ye samasya paida kyon Hui? Jo pahle nahi thee.
Mere vichar se ja shadiyan samaj ke dayre main hoti thi tab ye samasya is liye nahi thee kyoki dono parties ke beech Hui shadi ke pratyakshdarshi bhi samaj mein hi mojood hote thhe, jisse Dahej ke jhoothe aarop lagana kafi muskil hota tha kyonki sabko pata hota tha ki kya diya aur kya liya.
Doosra ye ki do party ko samaj mein hi baithna, uthna h to apni garima koi nahi bigna chahta tha.
Mera kahna h ki pichli paramparaon main jaruri badlaw karke pariwar ki sukh shanti sthapit nahi kar sakte kya?
वैसे ये अब जज नहीं रहे तो इनको इतनी एहमियत क्यों दी जा रही है ? इनसे भी पहले जज हुआ करते थे। पर उनसे किसीने कुछ नहीं पूछा अबतक शायद ये पब्लिसिटी स्टंट करके खबरों में रहना चाह रहे है। और इनका साथ दे रही है हमारी घटिया मीडिया।
Justice is Due
Jab CJI sahab Ko hi is kanoon par yakeen nahi hai ki ye justice deliver karega to common man kya kare.
जब इतना सब कुछ होने के बाद भी ऐसा सुनता हूं तो ऐसा लगता है काश मे ईरान इराक में पैदा हुआ होता
जब जज को पता ही नही होता है तो सजा क्यों सुनाई जाती है
CJI can at least can initiate reforms to balance the rules
Shi bole
Chandrachur ab na hi bole to achha h kyunki ab koi bharosa aur respect nahi reh gaya h
Former cji should have asked the God 😅
India ka CJI nahi Bjp party ka CJI hai
Law for men
Dekho jisny riswat Liya aue judge Konsa hai riswat hai usko Jo police bar bar f.i.r krta tha usko bhi
Mere friend ke sath same ho rha h. Ladki ne fasi lga li aur mar gyi shadi ke 4 sal bad. Aur ab uske gharwale 10 lakh ka demand kar rha h. Wo nhi diya to abhi jail mein h.
शायद यही चंद्रचूड़ साहब थे जिन्होंने पत्नी द्वारा की गई adltri को जायज ठहराया था। आगे कुछ नही कहूंगा 😡
RG KAR , neet ug paper leak , mei kya hi kr liya inhone CJI rehte huei
काउंसलिंग में जो जोड़े जाते है उनमें से पति को बोलते है देख लो कोई गलत हुआ तो यही से जेल भेज देंगे। अच्छा पत्नी को भी ऐसा क्यों नही बोलते? ऐसा लगता है कानून पुरुषों को अलग नजरिये से देखती है, अगर कंप्लेंट महिला करे। कहाँ का इंसाफ है ये ओर कौन सा कानून folow कर रहे हो? सुधार के नाम पे मर्जी मुताबिक कानून बनता है क्या?
Right kabhi kabhi admi bdle ki bhavna me bhi aisa kar leta h
Galat nyaypalika he... Aadmi khud ke liye kamaye ya apni kamayi kisi ki ayyashi me
Jb CJI tha tb nhi dikhai di nyaypalika m badlaw ki jrurat, tab to bdi bkwas kr rha tha ki aisa kya kru ki log mujhe yad kre, yhi badlaw krta, pr kia kya sirf bhartiya smaj or shadio ko khrab.
Atul ki hatya india ka biased law ne ki h 😡😡😡
Purv cji ne yeh kaha purn cji ne wo kaha
Abe mere ko ek baat samajh nahi ati
Jab wo khud CJI the tab unhone koi law kyu nhi banaya
जो CJI प्रधानमंत्री के पास बैठकर निर्णय लेते हैं उन्हें क्या पता होगा सच क्या है।
और अब जरूरत क्या है बोलने की जब पद में रहते हुए नही बोले।
Justic is due😢
कॉलेजियम परिवार के वजह से यह आदमी जज बना था इसके अंदर जज वाली कोई गुण नहीं है कोई अपना जीवन ऐसे ही नहीं समाप्त कर लेता है । अगर अतुल ही गलत था तो वह अपनी जान क्योंले लिया
you are not cji of india
कुछ नहीं बोल सकते फर्जी जज थे bjp के कार्यकर्ता h
Judge cannt say who is culprit, but kowns that a heavy exortion money must be awarded.Shameful
dekho admiyo yahi hai tumhari aukaat
Jab dono ka masla pata lagana muskil h to faisla kaise dete CJI 😡😡😡😡😡😡😡
Maine shadi nahi ki. Age 48. Independent and happy. No secret affair... I like books and my office work & free time my home decor...मुझे आज कल की सभी घटनाये देखकर लगता हैं मेरी life बहुत अच्छी हैं.
ईश्वर का धन्यवाद.
Spineless judiciary. Rot is deep. Too deep.