हमारे भाई ने एक अमीर बिगड़ैल मां की घमंडी बेटी से प्रेम विवाह किया। प्रेम क्या? लड़की की दोनों विवाहित बहनें उससे काफी बड़ी थीं और उच्च पदों पर थीं। पिता और भाई थे नहीं। हमने उसके घर से आए सामान या दहेज को देखा तक नहीं। मॉं ने तो उसके पीहर से मिले नेग और कपड़े भी हमें लेने नहीं दिए और खुद भी उनके मिले जेवर तक वापिस कर दिए। अपने सारे जेवर भी बहू को मुंह दिखाई में दे दिए । उनके हाथ में सिर्फ दो सोने की चुडियां थीं जो उनके पिता ने उन्हें दी थीं। इसके बावजूद मुझे मेरे माता-पिता के परलोक गमन तक भी मायके में आने की इजाजत नहीं दी गई।
बहुत सुंदर सबक।🎉🎉
धन्यवाद जी 🙏🙏
Very nice story ❤❤❤
Thanks
Nice story
Lessonable story ♥️♥️👍👍
Thank you so much dear ❤️❤️
सच्चाईहमेशा कड़वीहोती है!!
कितनीनुसमझहै 😅यहमूर्ख सा स! शुक्रहै पतिसमझदारहै।मिट्टीका माधोनहीं!
V very nice
Thanks
हमारे भाई ने एक अमीर बिगड़ैल मां की घमंडी बेटी से प्रेम विवाह किया। प्रेम क्या? लड़की की दोनों विवाहित बहनें उससे काफी बड़ी थीं और उच्च पदों पर थीं। पिता और भाई थे नहीं। हमने उसके घर से आए सामान या दहेज को देखा तक नहीं। मॉं ने तो उसके पीहर से मिले नेग और कपड़े भी हमें लेने नहीं दिए और खुद भी उनके मिले जेवर तक वापिस कर दिए। अपने सारे जेवर भी बहू को मुंह दिखाई में दे दिए । उनके हाथ में सिर्फ दो सोने की चुडियां थीं जो उनके पिता ने उन्हें दी थीं। इसके बावजूद मुझे मेरे माता-पिता के परलोक गमन तक भी मायके में आने की इजाजत नहीं दी गई।