भगवान गौतम बौद्ध के एटा में उपदेश 🙏🚩

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  • Опубликовано: 6 сен 2024
  • एटा जनपद में अतरंजी खेडा को लोग इस योजना के लिए उपयुक्त स्थान मानते हैं। एतिहासिक विरासत समेटे हुए इस खेड़ा पर भगवान बुद्ध ने वर्षावास किया था इसलिए देश- विदेश के बौद्ध अनुयाइयों के लिए यह धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण स्थान है। जिले में दूसरा पर्यटन केंद्र पटना पक्षी विहार है। इसके लिए डिस्ट्रिक्ट टूरिज्म एंड कल्चरल प्रमोशन काउंसिल (डीटीसीपीसी) का गठन किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
    मिरहची क्षेत्र के गांव अचलपुर स्थित अतरंजी खेड़ा को विकसित किए जाने की योजना कई बार बनी, लेकिन वह पूरी तरह से धरातल पर नहीं आ पाई। बौद्ध सर्किट में इस खेड़ा को शामिल किए जाने के बाद भी यहां पूरी तरह विकास नहीं हो पाया। सिर्फ खेड़ा की चारदीवारी बनवा दी गई। न वहां पार्क बना और न ही म्यूजियम, जबकि इसकी मांग क्षेत्रीय लोग काफी समय से कर रहे हैं। अब सरकार ने एक जिला एक उत्पाद की तर्ज पर एक जिला एक पर्यटन केंद्र योजना बनाई है। हालांकि अभी मूर्तरूप नहीं दिया गया है, लेकिन इस योजना से अतरंजी खेड़ा को लेकर उम्मीदें अधिक बढ़ गई हैं।

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