🔹पूर्ण गुरु से ही मोक्ष संभव है और वर्तमान समय में संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण गुरु हैं। वे गीता के अध्याय 17 श्लोक 23, सामवेद मंत्र संख्या 822 और कुरआन शरीफ के सूरह शूरा 42 आयत 2 में वर्णित पूर्ण परमात्मा की भक्ति के सांकेतिक मंत्रों का रहस्य उजागर कर अपने अनुयायियों को प्रदान कर रहे हैं। इन मंत्रों का सुमिरन करने से साधक को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
गीता अध्याय 15 के श्लोक 17 में कहा है कि उत्तम पुरुष अर्थात पुरुषोत्तम तो अन्य ही है जिसे परमात्मा कहा जाता है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण-पोषण करता है। वह अविनाशी परमेश्वर कबीर साहेब हैं। कबीर परमेश्वर की सतभक्ति करके ही हम मोक्ष को प्राप्त कर सकते हैं। कबीर परमेश्वर द्वारा चलाया हुआ ज्ञान का आज संत रामपाल जी महाराज प्रचार प्रसार कर रहे हैं
कृष्णस्तु भगवान स्वयं कृष्ण खुद भगवान हैं एकले ईश्वर कृष्ण आर सब भ्रृत्य अर्थात कृष्ण स्वामी हैं बाकी सब कृष्ण के दास कबीरजी श्रीकृष्ण के दास हैं भगवान श्री कृष्ण के सेवक हैं
@@aadityasisode9108 Bhai Bina Satguru k Gyaan Nai hota hai... Aaj Vartmaan m satguru only sant rampal ji mahraj hai Sarguru ki sharn le lo tab smj ayege Granth Shri krishan ko khud nai pata me kha se pedha hua hu.. wo b kabir sahib ne bataya 3 devo ki mata durga hai or kaal pita hai or ye sare nashvaan hai 👇 ruclips.net/video/Q6TUUphSbZI/видео.htmlsi=K1mfyek-irDCBgCI
💮काल कहता है प्रकृति तो मेरी पत्नी है और में इसके उदर में बीज स्थापित करने बाला जगत का पिता हूं इससे उत्पन्न तीनो गुण अविनाशी जीव आत्मा को कर्मानुसार बांधे रखते हैं(गीता जी अध्याय 14 श्लोक 3-5) इससे सिद्ध हुआ प्रकृति तो तीनो देवताओं की माता है और काल ब्रह्म इनका पिता है। मार्कण्डेय पुराण पृष्ठ 123 रजगुण ब्रह्मा है, सतगुण विष्णु और तमगुण शिव जी है। यही तीन देवता हैं यही तीन गुण हैं।
Vyvharic me sare karm chahe gyan puran, karm, agyan purn karm, jadh karm, murkhta purn, karm. jaise sristi banana, hawa ke chalne se mitti udna jaise agyan aur gyan purn karm ishwar hi karta hai... Parmarth me yeh sab karm uhi karta hai.. bina kisi iccha abshkta ke.... To nasthik Hume yeh na kahe ki jaise aapne aap hawa chalne se, meteorite girne chanda par gaddha bana hai.. Wase hi sristi bann gya aapne aap Kyun ki hum mante hai sare gyan purn karm, agyan purn karm, sab ishwar uhi karta hai bina abshkta ke....🎉🎉🎉 Yeh gyan agyan vyvhar ke naam matra hai.. Parmarthik me bramh ki bandha hi nhi jaa sakta kisi bhi sangya me... Hari om 🕉 Har har 🕉
बिलकुल मेरा भी यही कहना हैं भाई प्रशांत साहब वास्तविक समस्या हैं जबकि इस्कॉन की बस कुछ समस्याएं हैं बाकी इस्कॉन सच में अच्छा हैं प्रशांत साहब और रामपाल वास्तविकता में एक धर्म को विकृत कर रहें हैं
कृष्णस्तु भगवान स्वयं कृष्ण खुद भगवान हैं एकले ईश्वर कृष्ण आर सब भ्रृत्य अर्थात कृष्ण स्वामी हैं बाकी सब कृष्ण के दास कबीरजी श्रीकृष्ण के दास हैं भगवान श्री कृष्ण के सेवक हैं
In 2018, a Haryana court convicted self-styled godman Rampal and 27 of his followers in two murder cases. The court convicted them under Sections 302, 120(b), and 343 of the Indian Penal Code.
जय श्रीराम! हर हर महादेव! धर्म की जय हो। अधर्म का नाश हो! इस प्रस्तुति से स्पष्ट हो रहा है की आप सच माने तो इस्कॉन, आर्य समाज, रामपाल वालों के प्रतिद्वंदी के रूप में दिखाई पड़ते हुए भी उनकी सहायत्ता ही कर रहें हैं। यदि किसी में थोडासा भी धर्म भाव हो तो समझ जाए। नहीं तो समय समझा देगा। बहुत बढ़िया शिवांशु भाई ! One of my favorite videos of this channel. 🙌
Tattvadarshi Sant Rampal Ji Maharaj श्राद्ध करने वाले पुरोहित कहते हैं कि श्राद्ध करने से वह जीव एक वर्ष तक तृप्त हो जाता है। फिर एक वर्ष में श्राद्ध फिर करना है। विचार करें:- जीवित व्यक्ति दिन में तीन बार भोजन करता था। अब एक दिन भोजन करने से एक वर्ष तक कैसे तृप्त हो सकता है? यदि प्रतिदिन छत पर भोजन रखा जाए तो वह कौवा प्रतिदिन ही भोजन खाएगा।
@@rahulsaraf3961 Ab vo keh rhe h ki love aa jaeiye to kyu ksp rhe h humse debate kr rhe h. Unse to kr ligie vo to keh rhe h kriye humse itna kyu der rhe h
@@RaghavKhaire हमारे बड़े आचार्यों ने कह दिया भगवन्नाम जप और भगवान के रूप माधुर्य का ध्यान ये हमारे लिए सब कुछ है भगवान श्री कृष्ण हमारे सर्वस्व है हम अपनी भक्ति के प्रति दृढ़ है और किसी से क्या मतलब,, हम शिवांश भैय्या की हमारी वो कभी सुनने नही वाले,, वैसे भी कुसंग से दूर रहना चाहिए जो हमारे इष्ट की अवहेलना करे हमारे आराध्य को बाधित बोले क्या तुम्हारा ईश्वर मर सकता है ऐसी बात करे तो उनसे जितना दूर रहे उतना अच्छा,, भगवान तो प्रेम के लिए हैं वो भी अहैतुकी और अप्रतिहत प्रेम के लिए ऐसी व्यर्थ की गाली सुनने के लिए नहीं,,, हरे कृष्ण हरि बोल
@@rahulsaraf3961 shivansh bhaiya to sun rhe h tb hi to live aane ke liye bol rhe h hum kitne time se bs prashna hi puch rhe h iskon Arya samaj se ki unka ishwer sarvshaktiman kaise h kuch jawab aaya nhi vo kuch bhane mar lete h or sidhe sidhe bol kyu nhi dete ki live aane me der lagta h kyuki shivansh bhaiya to vidwan h unke aage humari kya chlegi hum ek praman dege vo 10 praman de skte h isliye hum bhakti krenge
Saat dip Nau Khand mein Guru Se Bada Na Koi Karta Kare Na kar sake Guru kare so hoy Sant Rampal Ji Maharaj ji ka granthon se Praman sahit Gyan sarvshreshth Gyan Anmol Gyan Satya Gyan Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
Jeev Hamari Jaati Hai Manav Dharm Hamara Hindu Muslim Sikh Isai Dharm Nahin Koi nyara Sabka Malik Ek Hai Kabir is God Sant Rampal Ji Maharaj ji ka Gyan granthon se sarvshreshth Praman sahit Satya Gyan Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
Yeh jagat sab Maya hai - maya matlab agyan; to yeh duniya main dikhne dikhane ka sab Maya hai to aap bhi maya , 😂aap ki baat bhi maya phir kaun kiska baat maane?
@@samirendudas4911 Gan Katari Mira Tari Tare Sajan Kasai Sant Rampal Ji Maharaj ji ka Gyan sarvshreshth granthon se Praman sahit Sabka Malik Ek Hai Kaveri Jugaad Sant Rampal Ji Bhagwan Hai Sari Duniya Anjan hai
भैया मुझे एक प्रश्न था मैं हूं तो मूर्ख अज्ञानी किंतु मुझे एक बात पता करनी है मैं आदि गुरु शंकराचार्य जी के मत को पूर्ण तरीके से मानता हूं पर मुझे लगता है कि जब तक ठाकुर जी की सेवा की जाए तो वह सेवा भी भगवद् स्वरूप मानकर ही करनी चाहिए जैसे की गोपिया दही मथते हुए भी उसमें भोग का भान करती है तो तब तक भक्ति की वस्तु को भी सत्य माना जाए किंतु जब गोपिया महारास में प्रवेश करती हैं हैं तो स्वयं को ही श्री कृष्णा स्वरूप मान लेती है मेरा कहने का मतलब बस इतना हीहै जब तक गोविंद में एक आकर ना हुआ जाए तब तक जो भी जगत संबंधी व्यवहार है उसको परमेश्वर संबंधी व्यवहार जानकार सत्य माना जा सकता है
यहा जितने भी लोग कबीरजी को परमेश्वर मानते है वो शिवांशजी से debate करे और कबीरजी को परमेश्वर सिद्ध करे. यदि आपमे ये साहस नही है तो ऐसे कॅमेन्ट करके आपको तनिक भी लाभ नही होगा. आप के लिये कबीरजी का एक दोहा है, अगर आप इसको नही मानते तो मतलब आप कबीरजी को भी नही मानते ये बात स्वयं ही सिद्ध हो जायगी मेरा संगी दो जना, एक वैष्णव एक राम वे दाता है मुक्ती के, वे सुमिरावै नाम ।
अज्ञानी लोगों की फटी पड़ी है अब संत रामपाल जी महाराज जी से दुष्ट कही के , ये 5 हजार साल कुछ नहीं नकली , संक्राचार्य देश के नाश करने का ठेका ले लिया है ,इन दुष्ट ने
@@prashantdass801 इस कमेंट के द्वारा आपने ये सिद्ध कर दिया है की, आपमे debate करने का साहस नही है. सिर्फ अपने अज्ञानी गुरुजी को सही बताकर कुछ लाभ नही होगा. क्यूकी गधे को शेर कहने से गधा शेर नही बन जाता. जय श्री राम...
@@rohitshirke999 agyani tu hai murk Adhyatm ka khakk nai pta hai .. Baate krni bdi bdi.. Tum logo parmaan dikha kar k b nai mante ho kya fyda esi debate ka
@@aadityasisode9108 yahi to maharshi dayanand saraswati ne satyarth prakash mei likhi hei. Ishwar, jeev tatha prakriti anandi hei Upasana to manushya ishwar ke guno ki anubhuti ke liye karta hei. Up+Asana.
रामपाल, iskcon, आर्य समाज , ब्रह्मकुमारी वाले शास्त्रो की गलत व्याख्यान करके ही अपना पक्ष रखने है । शांकरभाष्य ही शास्त्रो की 100% सही अनुवाद और व्याख्यान करते है शिव शंकर प्रलयंकर अच्युत अनन्त गोविन्द जय श्रीराम जय श्रीकृष्ण हर हर महादेव श्रीराम जय राम जय जय राम
अभी current ke sabhi sankracahrya or ye शिवांश बच्चा .....ये सबसे बड़े लल्लू है ये महामूर्ख प्राणी है पॉलिटिक्स bale hai faltu बकवास करते है रजोगुण मैं प्रचार करते है गुस्से में रहते है ....
Kabir Dukh Mein sumiran Sab Kare Sukh mein kare na koi jo Sukh mein sumiran kare to Dukh Kahe Ko hoy Sant Rampal Ji Maharaj ji ka Gyan granthon se Praman sahit sarvshreshth Gyan Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
Aag lagi Sansar Mein Jhar Jhar Pade Angaar Jagatguru tatvdarshi Sant Shiromani Rampal Ji Bhagwan Ji Nahin Aate Jagat mein to jal Marta Sansar Sant Rampal Ji Maharaj ji ka Gyan granthon se Praman sahit Gyan Satya Gyan Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
संस्कृत तो आती नही, कभी धातु पाठ तो पढा नहीं, यही आदि शंकराचार्य को ही कुछ नहीं आता था तो शिष्यो को कहा से आएगा। धर्म का अर्थ होताहै धारण करना। अर्थात जिस गुण के बिना वह वस्तु ही नहीं रहे। मानव अगर मनन करना छोड दे तो वह मानव नहीं पशु कहलाएगा। आप तो ईश्वर और सृष्टि कर्ता का भेद भी नहीं समझते।
Mujhe yeh samajh nahi aata ki Hindu jinke ghar me SHIV , SHAKTI , GANESH ka puja hota hai woh kaise Rampal ke chakkar me padh jata hai , mere saamne agar koi rampal ka concept le aata toh mai toh sunte hi mana kar deta 😅. Log Rampali jaise Navin Panth ko tab join Karte jab woh Sanatan ke mukhya dhaara se alag hota hai .
Sant Sharan Mein jaane se I tale wala Jay mastishk Mein suli Ho Kante Mein Tal Jaaye sarvshreshth Gyan Sant Rampal Ji Ka granthon se Praman sahit Gyan Anmol Gyan Satya Gyan Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
Saccha Gyan Kabir ka sunkar Lage Aag Agni Jal Ke Mare Gyani Jaaye Jag Sant Rampal Ji Maharaj ji ka Gyan sarvshreshth granthon se Praman sahit Gyan Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
Bhaiya aap itne saare sanatan virodhiyon ke saath ek saath lad rhe hai to aap negative comments ya koi galat comment dekh kr nirash na hona rakshaho ki sena badi hi hoti hai pr aakhir mai jeete to sri raam hi , shayad aapki videos mai positive se jyada negative comments aaye pr aap apne pr kabhi sanshey na karna hame aap pr or bhagwan shankaracharya pr poora vishwas hai , Jai sree ram Har har Mahadev.
क्यों सनातन धर्म को दुश्मन बन बैठे हो जनता शिक्षित है पढ़ा लिखा है प्रमाण देख रहा है आपको झांसा में नहीं आएगा आपको मंत्र से मोक्ष तो सपना में भी नहीं होगा
वेदों से गीता से पूर्ण ब्रह्म को सिद्ध करना एक ढकोचला है देखो कबीर जी ने कहा है कि वेद थके ब्रह्मा थके थक गए शेष महेश। गीता को जहां ग़म नहीं वह सद्गुरु का देश।। वेद भी थक गए तिरदेवा भी थक गए गीता को भी गम नहीं है। तो इस ठुठ को कहां से गम हो गई। असल में यह दुनिया अंधी है भेड़ चाल चलती है।🎉🎉
@@ajanta4548 आपने बहुत अच्छाप्रश्न किया है। आज तक कबीर जी का किसी को पता ही नहीं था कि कबीर जी कौन है? जागृत बुद्धि से पता चला है कलयुग में जागृत बुद्धि पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद के आवेश अवतार श्री विजियाभिनंद बुद्धनिष्कलंक द्वारा प्रकट हुई है। तब पता चला है। कबीर पांच वासना में आते हैं। कबीर जी सुखदेव जी सनकादिक शिव और बिष्णु भगवान यह पांच अक्षर ब्रह्म की आत्माएं हैं जिन्होंने दुनिया में अखंड का पैगाम दिया। जो आपने पूछा था वह मैंने जागृत बुद्धि से बता दिया है। नहीं तो मुझे ही क्यामालूम।
कबीर, भक्ति बीज जो होये हंसा, तारूं तास के एकोत्तर वंशा। श्राद्ध आदि निकालना शास्त्र विरुद्ध है, सत्य शास्त्रोक्त साधना करने वाले साधक की 101 पीढ़ी पार होती हैं। सत्य शास्त्रानुसार साधना केवल तत्वदर्शी संत दे सकता है जिसकी शरण में जाने के लिए गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में कहा गया है। वर्तमान में वह पूर्ण तत्वदर्शी संत केवल संत रामपाल जी महाराज जी हैं।
Shivansh Bhai ko pata nai Gita Puran Parmhtma tak puchne ka Map hai.... .isme jabrdast parman hai Ye inko aaj tak smj nai aye.. Sant rampal ji ne humko smjaye ye..
कृष्णस्तु भगवान स्वयं कृष्ण खुद भगवान हैं एकले ईश्वर कृष्ण आर सब भ्रृत्य अर्थात कृष्ण स्वामी हैं बाकी सब कृष्ण के दास कबीरजी श्रीकृष्ण के दास हैं भगवान श्री कृष्ण के सेवक हैं
Tulsi is Sansar Mein sabse Milana bhai Na Jaane kis Roop Mein Narayan mil jaaye sarvshreshth Gyan Sant Rampal Ji Maharaj ji ka granthon se Praman sahit Satya Gyan Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
Pta nhi aap mera msg pdege ya nhi... But iskon walo ne 5% gltiya ki h... But wo 95% sahi hi kr rhe h...( Hri nam kiratan, seva ) Pr abhi smaj m ak bhut bdi smsya vikral rup dharn kr rhi h... Achary prshant... Sabhi grantho ka swrup hi bdl dia... Aur abhi unke 50 million follower ho gye h... Log zombie bn rhe h unki tulna aadi sankeachary se kr rhe h... Unpe bhut sari video bnaye, 🙏🙏
बिलकुल मेरा भी यही कहना हैं भाई प्रशांत साहब वास्तविक समस्या हैं जबकि इस्कॉन की बस कुछ समस्याएं हैं बाकी इस्कॉन सच में अच्छा हैं प्रशांत साहब और रामपाल वास्तविकता में एक धर्म को विकृत कर रहें हैं
बिना मतलब की बकवाद पेल रहा है। गीता अध्याय 4 के श्लोक 34 में तत्वदर्शी संत की शरण में जाने को कहा गया है.... वो सच्चिदानंदघन ब्रह्म का पूरा ज्ञान रखता है.... गीता अध्याय 15 के श्लोक से लेकर 4 तक तत्वदर्शी संत की पहचान बताई गई है। .की वो कौन है .
@@Yogeshchavan_09 पूर्ण राम यानी सच्चा राम कोन सा है कबीर, एक राम दशरथ का बेटा एक राम घट घट में बैठा। एक राम का सकल पसारा, एक राम त्रिभुवन से न्यारा।। . तीन राम को सब कोई धयावे, चतुर्थ राम को मर्म न पावे। चौथा छाड़ि जो पंचम धयावे, कहे कबीर सो हमपर आवे।। अटपटा ज्ञान कबीर का,झटपट समझ न आए। झटपट समझ आए तो,सब खटपट ही मिट जाए ।। साचा शब्द कबीर का,सुनकर लागै आग । अज्ञानी सो जल जल मरे, ज्ञानी जाए जाग ।। "कबीर" शब्द का अर्थ सर्वश्रेष्ठ,सर्वोतम,सबसे बड़ा,महान, है। गौर कीजिए, असली भगवान को पहचानिए। क का केवल नाम है ,ब से बरन शरीर। र से रम रहा संसार ,ताका नाम कबीर॥ कबीर :- हम ही अलख अल्लाह है, कुतुब गौस और पीर। गरीबदास खालिक धणी, हमरा नाम कबीर॥ गरीब :- अनंत कोटि ब्रह्मण्ड का, एक रति नहीं भार। सतगुरू पुरूष कबीर हैं, ये कुल के सृजनहार॥ दादू:- जिन मोकू निज नाम दिया, सोई सतगुरू हमार। दादू दूसरा कोई नहीं, वो कबीर सृजनहार॥ कबीर :- ना हमरे कोई मात-पिता, ना हमरे घर दासी। जुलाहा सुत आन कहाया, जगत करै मेरी हाँसी॥ कबीर :- पानी से पैदा नहीं, श्वासा नहीं शरीर। अन्न आहार करता नहीं, ताका नाम कबीर॥ कबीर :- ना हम जन्मे गर्भ बसेरा, बालक होय दिखलाया। काशा शहर जलज पर डेरा, तहाँ जुलाहे ने पाया॥ कबीर :- सतयुग में सत्यसुकृत कह टेरा, त्रेता नाम मुनीन्द्र मेरा, द्वापर में करूणामय कहाया, कलयुग नाम कबीर धराया कबीर :- अरबों तो ब्रह्मा गये, उन्नचास कोटि कन्हैया । सात कोटि शम्भू गये, मोर एक पल नहीं पलैया॥ कबीर :- नहीं बूढा नहीं बालक, नहीं कोई भाट भिखारी। कहै कबीर सुन हो गोरख, यह है उम्र हमारी॥ कबीर :- पाँच तत्व का धड़ नहीं मेरा, जानू ज्ञान अपारा। सत्य स्वरूपी नाम साहिब का, सो है नाम हमारा॥ कबीर :- हाड- चाम लहू नहीं मेरे, जाने सत्यनाम उपासी। तारन तरन अभय पद दाता, मैं हूँ कबीर अविनाशी॥ कबीर :- अधर द्वीप ( सतलोक ) भँवर गुफा, जहाँ निज वस्तु सारा। ज्योति स्वरूपी अलख निरंजन भी, धरता ध्यान हमारा॥ कबीर :- जो बूझे सोई बावरा, पूछे उम्र हमारी। असंख्य युग प्रलय गई, तब का ब्रह्मचारी॥ कबीर :- अवधू अविगत से चल आया, मेरा कोई मर्म भेद ना पाया ॥
अबे दुष्ट कहीं के गीता वेद पुराण को तुम नहीं समझ पा रहे हैं और हमारा विरोध रहे हैं , वास्तव में भगवान तो कबीर जी ही हैं, राक्षस लोगों समझ जाओ टाईम है, अभी, फिर तुमको छुपने की जगह भी नहीं मिलेंगी , अज्ञानी कहीं के , संत रामपाल जी महाराज जी का विरोध करना , मतलब , सारे शस्त्रों का अपमान है, पाखंडियों ,
@@vishalbhatia6801 ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 शिशुं जज्ञानं हर्यतं मृजन्ति शुम्भन्ति वहिन मरूतो गणेन। कविर्गीभिः काव्येना कविः सन्त्सोमः पवित्रमत्येति रेभन्।।17।। शिशुम् जज्ञानम् हर्य तम् मृजन्ति शुम्भन्ति वहिन मरूतः गणेन। कविर्गीर्भि काव्येना कविर् सन्त् सोमः पवित्रम् अत्येति रेभन्।। अनुवाद - पूर्ण परमात्मा (हर्य शिशुम्) विलक्षण मनुष्य के बच्चे के रूप में (जज्ञानम्) जान बूझ कर प्रकट होता है तथा अपने तत्वज्ञान को (तम्) उस समय (मृजन्ति) निर्मलता के साथ (शुम्भन्ति) उच्चारण करता है। (वहि) प्रभु प्राप्ति की लगी विरह अग्नि वाले (मरुतः) भक्त (गणेन) समूह के लिए (काव्येना) कविताओं द्वारा कवित्व से (पवित्रम् अत्येति) अत्यधिक वाणी निर्मलता के साथ (कविर गीर्भि) कविर वाणी अर्थात् कबीर वाणी द्वारा (रेभन्) ऊंचे स्वर से सम्बोधन करके बोलता है, (कविर् सन्त् सोमः) वह अमर पुरुष अर्थात् सतपुरुष ही संत अर्थात् ऋषि रूप में स्वयं कविर्देव ही होता है। परन्तु उस परमात्मा को न पहचान कर कवि कहने लग जाते हैं। परन्तु वह पूर्ण परमात्मा ही होता है। उसका वास्तविक नाम कविर्देव है।
@@vishalbhatia6801 ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 18 ऋषिमना य ऋषिकृत्स्वर्षाः सहकणीथः पदवीः कवीनाम्। तृतीयं धाम महिषः सिषासन्त्सोमो विराजमनु राजति ष्टुप्।।18।। ऋषिमना य ऋषिकृत् स्वर्षाः सहस्त्राणीथ: पदवीः कवीनाम्। तृतीयम् धाम महिषः सिषा सन्त् सोमः विराजमानु राजति स्टुप्।। अनुवाद - वेद बोलने वाला ब्रह्म कह रहा है कि (य) जो पूर्ण परमात्मा विलक्षण बच्चे के रूप में आकर (कवीनाम्) प्रसिद्ध कवियों की (पदवीः) उपाधि प्राप्त करके अर्थात् एक संत या ऋषि की भूमिका करता है उस (ऋषिकृत्) संत रूप में प्रकट हुए प्रभु द्वारा रची (सहस्त्राणीथ:) हजारों वाणी (ऋषिमना) संत स्वभाव वाले व्यक्तियों अर्थात् भक्तों के लिए (स्वर्षाः) स्वर्ग तुल्य आनन्द दायक होती हैं। (सोम) वह अमर पुरुष अर्थात् सतपुरुष (तृतीया) तीसरे (धाम) मुक्ति लोक अर्थात् सत्यलोक की (महिषः) सुदृढ़ पृथ्वी को (सिषा) स्थापित करके (अनु) पश्चात् (सन्त्) मानव सदृश संत रूप में होता हुआ (स्टुप) गुबंद अर्थात् गुम्बज में उच्चे टिले रूपी सिंहासन पर (विराजमनु राजति) उज्जवल स्थूल आकार में अर्थात् मानव सदृश तेजोमय शरीर में विराजमान है।
@@vishalbhatia6801 ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 18 ऋषिमना य ऋषिकृत्स्वर्षाः सहकणीथः पदवीः कवीनाम्। तृतीयं धाम महिषः सिषासन्त्सोमो विराजमनु राजति ष्टुप्।।18।। ऋषिमना य ऋषिकृत् स्वर्षाः सहस्त्राणीथ: पदवीः कवीनाम्। तृतीयम् धाम महिषः सिषा सन्त् सोमः विराजमानु राजति स्टुप्।। अनुवाद - वेद बोलने वाला ब्रह्म कह रहा है कि (य) जो पूर्ण परमात्मा विलक्षण बच्चे के रूप में आकर (कवीनाम्) प्रसिद्ध कवियों की (पदवीः) उपाधि प्राप्त करके अर्थात् एक संत या ऋषि की भूमिका करता है उस (ऋषिकृत्) संत रूप में प्रकट हुए प्रभु द्वारा रची (सहस्त्राणीथ:) हजारों वाणी (ऋषिमना) संत स्वभाव वाले व्यक्तियों अर्थात् भक्तों के लिए (स्वर्षाः) स्वर्ग तुल्य आनन्द दायक होती हैं। (सोम) वह अमर पुरुष अर्थात् सतपुरुष (तृतीया) तीसरे (धाम) मुक्ति लोक अर्थात् सत्यलोक की (महिषः) सुदृढ़ पृथ्वी को (सिषा) स्थापित करके (अनु) पश्चात् (सन्त्) मानव सदृश संत रूप में होता हुआ (स्टुप) गुबंद अर्थात् गुम्बज में उच्चे टिले रूपी सिंहासन पर (विराजमनु राजति) उज्जवल स्थूल आकार में अर्थात् मानव सदृश तेजोमय शरीर में विराजमान है।
@@vishalbhatia6801 ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 शिशुं जज्ञानं हर्यतं मृजन्ति शुम्भन्ति वहिन मरूतो गणेन। कविर्गीभिः काव्येना कविः सन्त्सोमः पवित्रमत्येति रेभन्।।17।। शिशुम् जज्ञानम् हर्य तम् मृजन्ति शुम्भन्ति वहिन मरूतः गणेन। कविर्गीर्भि काव्येना कविर् सन्त् सोमः पवित्रम् अत्येति रेभन्।। अनुवाद - पूर्ण परमात्मा (हर्य शिशुम्) विलक्षण मनुष्य के बच्चे के रूप में (जज्ञानम्) जान बूझ कर प्रकट होता है तथा अपने तत्वज्ञान को (तम्) उस समय (मृजन्ति) निर्मलता के साथ (शुम्भन्ति) उच्चारण करता है। (वहि) प्रभु प्राप्ति की लगी विरह अग्नि वाले (मरुतः) भक्त (गणेन) समूह के लिए (काव्येना) कविताओं द्वारा कवित्व से (पवित्रम् अत्येति) अत्यधिक वाणी निर्मलता के साथ (कविर गीर्भि) कविर वाणी अर्थात् कबीर वाणी द्वारा (रेभन्) ऊंचे स्वर से सम्बोधन करके बोलता है, (कविर् सन्त् सोमः) वह अमर पुरुष अर्थात् सतपुरुष ही संत अर्थात् ऋषि रूप में स्वयं कविर्देव ही होता है। परन्तु उस परमात्मा को न पहचान कर कवि कहने लग जाते हैं। परन्तु वह पूर्ण परमात्मा ही होता है। उसका वास्तविक नाम कविर्देव है।
Vedon Mein Praman Hai Kabir Saheb Bhagwan Hai Pavitra Kuran Sharif Mein Praman Hai Kabir Saheb Bhagwan Hai Pavitra Bible Mein Praman Hai Kabir Saheb Bhagwan Hai Guru Granth Sahib Mein Praman Hai Kabir Saheb Bhagwan Hai Kabir Sagar Mein Praman Hai Kabir Saheb Bhagwan Santon ki Vani Mein Praman Hai Kabir Saheb Bhagwan Hai Sabka Malik Ek Hai Kabir is God Sant Rampal Ji Maharaj ji ka sarvshreshth Gyan granthon se Praman sahit Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
@@Utkala_Chandraपुराण को छोटा ना समझिये महाभारत का आदी पर्व कहता हैं की जो व्यक्ती पुराण और इतिहास छोड़कर वेद पढ़ता हैं वह व्यक्ति वेद के अर्थ का अनर्थ करता हैं जैसे आज कल बहुत से लोग कर रहें हैं
@@aadityasisode9108 Achha Batao Srimad Bhagvatam main likha hai pahadon main pankh hote the wo udte the isse kya samajh main aata hai shlokon ka 3 tarah ka arth hota hai adi bhoutik,adhyatmic etc
@@Utkala_Chandra तो इसका अर्थ यह थोड़ी ना हैं की श्रीमद भागवत झूठ हो गया और उपनिषद खुद कहते हैं पांचवे वेद पुराण और इतिहास हैं उपनिषद शंकराचार्य जी या किसी प्रमाणित परंपरा के पढ़ो प्रशांत साहब के नहीं प्रमाणित उपनिषद भाष्य मैं गीता पुराणादि महत्वपूर्ण श्लोक भी आ जाते हैं
Kabir Ram Naam Kadva Lage Mithe Lage Dham duvidha Mein donon Gaye Maya Mili na Ram sarvshreshth Gyan Sant Rampal Ji Maharaj Ji Ka Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
Aaj se 627 varsh pahle Kashi Shahar Banaras Mein lahartara Talab Mein Jal Ke Upar Kamal Ke Phool per prakat Hue Kabir is God Kabir Saheb Ji ko Ham Narayan bhagwan bhi Kahta Hai Vasudev bhi Kahate Hain Sanatan Dharm Mahan Hai agnani pareshan hai Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
श्री कृष्ण के अन्दर परमात्मा क्या एक महान पुरष के लक्षण भी नही है। बुरा ना मानना यह सत्य है। भाग-1 1. श्री कृष्ण गोपियों के साथ रासलीला करते थे भगवान के लक्षण क्या नाच गाना हैं । 2. श्री कृष्ण गोपियों को नहाते देखते थे। जबकि एक भला ईन्सान किसी की मॉ, बहन और बेटी को नहाते हुऐ नही देखेगा। 3.श्रीकृष्ण की 16000 पत्नियां थीं। वहा रे भगवान ये भगवान कम काम कामदेव बहुत लग रहे हैं। अगर मदद ही करनी थी तो बहन बेटी बना लेते। 4. श्री कृष्ण दुर्वासा ऋषि के श्राप से 56 करोड़ यादव और आपके को बचा न पाये ।जबकी भगवान पर श्राप का कोई भी परभाव नहीं होता है । 5. राजा मोरध्वज के पुत्र ताम्रध्वज को तो भगवान श्री कृष्ण जी ने जीवित कर दिया। परन्तु अपने भांजे सुभद्रा पुत्र अभिमन्यु को जीवित नहीं कर सके। 6. श्री कृष्ण को कर्म भोगने के लिए राम रूप में जन्म लेना पड़ा जबकी परमात्म कर्म के बंधनों से मुक्त है। 7.गीता अध्याय 4 श्लोक 5: हे अर्जुन! मेरे और तेरे बहुत-से जन्म हो चुके हैं। उन सबको तू नहीं जानता किंतु मैं जानता हूँ। मतलब श्री कृष्ण नाशवान है। 8.गीता के अध्याय 11, श्लोक 32 में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं, "मैं महाकाल हूँ, विनाश का स्रोत जो संसार का नाश करने के लिए आता है मैं सबको खाने आया हुँ ।श्री कृष्णजी तो मांसाहारी है. जबकि परमात्मा हिंसा नही करता। 9.गरुड़जी ने श्री कृष्ण के अवतार श्री राम को नागफांस से बचाया था , तो बताओ कौन शक्तिशाली है। 10. श्री कृष्ण अधर्म का नाश जीव हत्या करके करते है जबकि परमात्मा पाप का नाश ज्ञान देकर करते है।
😂😂 Murkhta Ka Sabse Bada Example agar koi Hoga to tum ho 😂😂😂 Jao pele Hamare Sastra Utha Ke Dekho padho Sare ke sare Jawab Milenge ke ye Bhagwan ki Leela Hoti hai
@@royalrajputana4686 jo Sashtro ko pad k parmaan de wo murk jo faltu ki bakwad kre 100%jhut bole wo hiteshi.... Whaaa. reee bewkoofo ki fauj Kmaal hai🤪
Eski jhut ki dukhan katam hey 😂 ah bhag jata hey eski okat nhi sant rampal ji ke sisy se gyan charcha krna jab sanatani ratan bhai ne esko prman btaye to ah bhag gya 😂😂
Sirji... Parmarth me hi Prabhu shunya hai... Dunia sach b h jhuti b h... Advait b h dvait b h.... Shunya h parmarth... Isliye uspe koi niyam nhi lagta.. apne aap me self cancel h... Shunya hi param moksh dham h... Shunya ko hi tum Maya kehre ho... Smjhe.
😂😂 Hansi aati hai Ye Ayodhya wale Ram ko Bhgwan manta hai.. Wo Ram nai Ramchander the. Puran Parmhtma Maa ki Garav se janm nai leta hai. Vedh b gwai dete hai.. Ram ne mata k garb se janm liya . Toh bgwan kha se
Haha Jhumri taliyaa mein baithe Prashant das ji apne jail mein baithe guru ji ke sath milkar param bramh par niyam lagaa rhe aaree waaah waah kya scene hain.
aap bar bar Isckon ki aad me Bhagwan Narayan ko kuchh mat kahiye kyonki Isckon wale to khud Shri Hari Vishnu ka apman karte hai vo kahate hai ki Narayan bhi Krishna se chhote hai Shri Krishna se hi Narayan ki utpatti hui hai
Jab Jab Hoi Dharam ki Hani badh Hai adham asur Abhimani tab tak Prabhu let Avatara Purab Paschim Uttar Dakshin Kyon firda thane thane Sharab Kala Satguru Sahib Ji Hari Aaye Haryanvi no Sant Rampal Ji Maharaj ji ka Gyan granthon se Praman sahit Gyan sarvshreshth Gyan Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
Atheists ka question rheta hai ki apne dimag ne hi bhagwaan ko banaya hai.... Aur koi supreme power nahi hai apke dimag ke alawa... Javed akhtar ka point tha ye.... Javed akhtar ka khandan kar do bhai
Yeh raddi argument hai... Kab ka debunk ho chuka hai.. Ish video me hi khandan hai.. Lekin aap aapni durbalta ke karan dekh nhi paa rahe to thodi hum sab the ka le rakhe hai aapki piche bhagte rahe bhagte rahe.. Thodi gadhon ko abcd sikhaya jaa sakta hai..
Isckon ne bhi to sabhi sampraday ki aad mein apna business banaya hain poore din add chalta hain galat translation i kitaabe mehnge rate par bechi jati hain distribution ke naam par. Shivansh ji ne to promotion nhi kiya Gurudev ki book ka aap netra heen hain to bane rahiye
@@shortsQuiz7995 उसे बेजती नही मूर्खता कहते है जो की रामपाल के चेले ने दिखाई है कुछ भी ज्ञान है नही और बकवास कर रहा था । हटाया किसने था ।शिवांश भैया ने तो बेज्जती किसकी हुई ।
@@Ahvaan अजीब प्राणी हो .....सच मैं पैदल हो क्या अकल से, आने वाले थे बोलने से पहले सोच तो लिया करो कैसे अपने मना किया आने से , धर्मज्ञ का आचरण diplomatic भी होता है क्या??? खुद ही मना करके खुद ही पूछ रहे हो आने वाले थे भाई खतरनाक अजीब प्राणी हो .... अरे भईया आपने ही तो बोला अपने जैसे किसी और को ढूंढ लीजिए...हम official लोगों से या सरकार के नियमों में बंधे लोगों से आप बात नही करते ...आपके अपने नियम बहुत important हैं ....
दोहरी बात कौन कर रहा है यह आपके इस वक्तव्य से स्पष्ट हो गया क्या आपने व्हाट्सएप में संपर्क करते समय अपने बारे में यह बताया था कि आप वही हैं जो इस नाम की आईडी से यहां पर भद्दे कमेंट्स करते हैं, जब नहीं बताया था तो उस वार्ता के अनुरूप यहां पर हमारे द्वारा विचार प्रदान न करने पर आपको चकित नहीं होना चाहिए था हमने भी आपको बताया ना कि हमारी ये शास्त्र सम्मत मर्यादा है कि हम छुपकर कायरों की तरह बिना चेहरे के बात नहीं करते तो आप क्यों चाहते हैं कि हम अपनी शास्त्र सम्मतता को भंग कर दें यदि आपकी अपनी कोई परेशानी है तो आप न आएं बल्कि उसे भेजें जिसको ऐसी परेशानी न हो और हां एक बात और आपने कहा वो आपकी व्यक्तिगत परेशानी नहीं है। वो आपकी व्यक्तिगत परेशानी ही है। दुनिया के सारे लोग वहीं पर जॉब नहीं कर रहे हैं जहां पर आप कर रहे हैं उस जॉब को आपने चुना है तो उसके द्वारा निर्धारित की गई जो सीमाएं हैं उसमें सीमित होने के लिए आप बाध्य हैं आप अन्यों से क्यों उपेक्षा कर रहे हैं कि आपकी भांति वह भी बाध्य हो जाएं आप पर किस प्रकार विश्वास किया जाए के चेहरा छुपाने का जो कारण आप बता रहे हैं वह सत्य है, इस प्रकार से तो हर दूसरा व्यक्ति चेहरा छिपाकर आ जाएगा और कहेगा मैं आई बी में जॉब करता हूँ और दो प्रकार से बातें करना आपको किसने सिखाया है। एक तरफ शिवांश भैया आप और दूसरी ओर बच्चा तुम श्रीराम ने तो नहीं सिखाया अब बात आती है की सीख कहां से रहे हो, म्लेच्छों से, म्लेच्छ गुरुओं से अथवा इब्राह्मिकों से किसी को घटिया इत्यादि संज्ञा देने के लिए आपको अधिकृत किसने किया है फिलहाल आपको ब्लॉक कर दिया गया है ।व्यर्थ का समय नहीं है हमारे पास जय श्री राम🙏
@@Ahvaan हमारे yanha बच्चों से भी ऐसे बातें करते है भईया तनिक इधर आके पिटलो हमसे ...फिर बच्चा लोग को थप्पड़ मार के भागा देते है हम .... Bo बाला ही भईया है ये इसे बड़े भईया के लिए उपयोग किया जाने बाला भईया मत समझो बालक ....और फूली convince है अभी हम इतना आपसे बतियाने के बाद की आप लोगों को सच मैं बड़ा होना है अभी आध्यात्मिक छोड़ो व्यवहारिक समझ सीखो पहले और रजोगुण से थोड़ा सतोगुण मैं आके प्रचार करना सीखो .... और सत्य आपको लगे हमारी बात या न लगे कोई फर्क नहीं पड़ता समझदार के लिए शुरू के हमारे text काफी थे .... और ha jaise hi iss rectriction se bahar aayenge jarur पंचायत करेंगे फेस टू फेस और ऑनलाइन .... पर आपके बचपने को बड़प्पन में अभी हम नही बदल पाएंगे.....ये भगवान की कृपा से ही होगा और बो आपके upper अच्छे से स्वाध्याय और भक्ति करने से ही होगी अभी नए नए हो वो करो पहले ...फिर प्रचार में भी परिपक्वता आयेगी .....
Aapki buddhi chapti hain Vyavhar to Prithivi se chapta hi karoge naa usi mantavya se kiya gyaaa hain unke Sisya ka video hain hain ki kyun kahaa gyaa hain agar buddhi aur Vivek ho to samjh lo jaakr🙏
Kabir Dukh Mein sumiran Sab Kare Sukh mein kare na koi jo Sukh mein sumiran kare to Dukh Kahe Ko hoy Sant Rampal Ji Maharaj ji ka Gyan granthon se Praman sahit sarvshreshth Gyan Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
Jai Shree Raam! Har Har Mahadev!
संपूर्ण ज्ञान केवल परमेश्वर के पास ही होता है मनुष्य केवल परमात्मा के ज्ञान पर ही पर आधारित है
कबीर, पत्थर पूजे हरि मिले, तो मैं पूजू पहाड़।
वैसे तो चक्की भली, पीस खाए संसार।।
🔹पूर्ण गुरु से ही मोक्ष संभव है और वर्तमान समय में संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण गुरु हैं। वे गीता के अध्याय 17 श्लोक 23, सामवेद मंत्र संख्या 822 और कुरआन शरीफ के सूरह शूरा 42 आयत 2 में वर्णित पूर्ण परमात्मा की भक्ति के सांकेतिक मंत्रों का रहस्य उजागर कर अपने अनुयायियों को प्रदान कर रहे हैं। इन मंत्रों का सुमिरन करने से साधक को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
Rampal hi fraud
गीता अध्याय 15 के श्लोक 17 में कहा है कि उत्तम पुरुष अर्थात पुरुषोत्तम तो अन्य ही है जिसे परमात्मा कहा जाता है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण-पोषण करता है। वह अविनाशी परमेश्वर कबीर साहेब हैं।
कबीर परमेश्वर की सतभक्ति करके ही हम मोक्ष को प्राप्त कर सकते हैं।
कबीर परमेश्वर द्वारा चलाया हुआ ज्ञान का आज संत रामपाल जी महाराज प्रचार प्रसार कर रहे हैं
अरे भाई सिर्फ कमेंट मत करो, आओ और इनके साथ debate करो
उसी पंद्रहवें अध्याय के 18वें श्लोक में भी तो पढ़ो श्रीकृष्ण ने आगे क्या कहा है।
बेचारे परमात्मा को पहले जेल से तो निकालो।बेचारा अपराधिक मामले में जेल में बंद है।
💐💐💐💐💐
👇👇👇👇👇👇
कबीर हम ही अलख अल्लाह है मुल रूप करतार अनन्त कोटि ब्रह्मण्ड का मैं ही सिरजनहार
🙇🙇🙇🙇🙇🙇🙇🙇
पहले जेल से तो निकालो बेचारे ईश्वर को😅
@@ashwanishukla3153 आपका ईश्वर भी तो जेल में पैदा हुआ था और वह एक कैदी का बेटा था क्या वह कैदी का बेटा कहलाए एक कैदी का बेटा क्या भगवान हो सकता है
ब्रह्मा विष्णु महेश सिर्फ तीन लोग का भगवान है स्वर्ग लोक पाताल लोक और पृथ्वी लोक का इसलिए ब्रह्मा विष्णु महेश को त्रिलोकी नाथ कहते हैं जरा सोचो
जेल में निर्दोष भी जा सकते हैं
🪕गरीब, अनंत कोटि ब्रह्मंड का एक रति नहीं भार। सतगुरू पुरूष कबीर हैं कुल के सृजनहार।।
कृष्णस्तु भगवान स्वयं कृष्ण खुद भगवान हैं
एकले ईश्वर कृष्ण आर सब भ्रृत्य अर्थात कृष्ण स्वामी हैं बाकी सब कृष्ण के दास
कबीरजी श्रीकृष्ण के दास हैं भगवान श्री कृष्ण के सेवक हैं
@@aadityasisode9108
Bhai Bina Satguru k Gyaan Nai hota hai...
Aaj Vartmaan m satguru only sant rampal ji mahraj hai
Sarguru ki sharn le lo tab smj ayege Granth
Shri krishan ko khud nai pata me kha se pedha hua hu..
wo b kabir sahib ne bataya 3 devo ki mata durga hai or kaal pita hai or ye sare nashvaan hai
👇
ruclips.net/video/Q6TUUphSbZI/видео.htmlsi=K1mfyek-irDCBgCI
💮काल कहता है प्रकृति तो मेरी पत्नी है और में इसके उदर में बीज स्थापित करने बाला जगत का पिता हूं इससे उत्पन्न तीनो गुण अविनाशी जीव आत्मा को कर्मानुसार बांधे रखते हैं(गीता जी अध्याय 14 श्लोक 3-5)
इससे सिद्ध हुआ प्रकृति तो तीनो देवताओं की माता है और काल ब्रह्म इनका पिता है।
मार्कण्डेय पुराण पृष्ठ 123 रजगुण ब्रह्मा है, सतगुण विष्णु और तमगुण शिव जी है। यही तीन देवता हैं यही तीन गुण हैं।
वो द्वापर युग का पौनड्क है,जाै बार बार वासुदेव कृष्ण कहते हैं और आपना,पुजा,कराते,है,अपने आप को परब्रह्म कहलाते,है
Jay Sharee ram
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे
सबूत देते ही भागता है
शिवांश जी आपको मंत्र से मोक्ष तो दूर है संकट भी नही तलेगा मोक्ष तो दूर के बाद
Vyvharic me sare karm chahe gyan puran, karm, agyan purn karm, jadh karm, murkhta purn, karm.
jaise sristi banana, hawa ke chalne se mitti udna jaise agyan aur gyan purn karm ishwar hi karta hai...
Parmarth me yeh sab karm uhi karta hai.. bina kisi iccha abshkta ke....
To nasthik Hume yeh na kahe ki jaise aapne aap hawa chalne se, meteorite girne chanda par gaddha bana hai..
Wase hi sristi bann gya aapne aap
Kyun ki hum mante hai sare gyan purn karm, agyan purn karm, sab ishwar uhi karta hai bina abshkta ke....🎉🎉🎉
Yeh gyan agyan vyvhar ke naam matra hai..
Parmarthik me bramh ki bandha hi nhi jaa sakta kisi bhi sangya me...
Hari om 🕉
Har har 🕉
सबका मालिक एक है कौन है वो
ये तीन लोक के भगवान् और देवी देवता तो जन्म मरण में है
बिलकुल मेरा भी यही कहना हैं भाई
प्रशांत साहब वास्तविक समस्या हैं जबकि इस्कॉन की बस कुछ समस्याएं हैं बाकी इस्कॉन सच में अच्छा हैं
प्रशांत साहब और रामपाल वास्तविकता में एक धर्म को विकृत कर रहें हैं
कृष्णस्तु भगवान स्वयं कृष्ण खुद भगवान हैं
एकले ईश्वर कृष्ण आर सब भ्रृत्य अर्थात कृष्ण स्वामी हैं बाकी सब कृष्ण के दास
कबीरजी श्रीकृष्ण के दास हैं भगवान श्री कृष्ण के सेवक हैं
In 2018, a Haryana court convicted self-styled godman Rampal and 27 of his followers in two murder cases. The court convicted them under Sections 302, 120(b), and 343 of the Indian Penal Code.
जय श्रीराम! हर हर महादेव!
धर्म की जय हो। अधर्म का नाश हो!
इस प्रस्तुति से स्पष्ट हो रहा है की आप सच माने तो इस्कॉन, आर्य समाज, रामपाल वालों के प्रतिद्वंदी के रूप में दिखाई पड़ते हुए भी उनकी सहायत्ता ही कर रहें हैं। यदि किसी में थोडासा भी धर्म भाव हो तो समझ जाए। नहीं तो समय समझा देगा। बहुत बढ़िया शिवांशु भाई ! One of my favorite videos of this channel. 🙌
तू अधर्मी दुष्ट धर्म की जय बोलने से कुछ नहीं होता है मुर्ख अज्ञानी सच का तो विरोध कर रहा हैं दुष्ट तू,
Tattvadarshi Sant Rampal Ji Maharaj
श्राद्ध करने वाले पुरोहित कहते हैं कि श्राद्ध करने से वह जीव एक वर्ष तक तृप्त हो जाता है। फिर एक वर्ष में श्राद्ध फिर करना है। विचार करें:- जीवित व्यक्ति दिन में तीन बार भोजन करता था। अब एक दिन भोजन करने से एक वर्ष तक कैसे तृप्त हो सकता है? यदि प्रतिदिन छत पर भोजन रखा जाए तो वह कौवा प्रतिदिन ही भोजन खाएगा।
Tum pagla gaye ho
GandDarshi he won
❤️💯🙏
Jai ho shankaracharya Maharaj ji ki
केहरी नाम कबीर का, विषम काल गजराज।
दादू भजन प्रताप से, भागे सुनत आवाज।।
यहाँ कौन ईश्वर कौन माया सब ब्रह्म है,,, शिवांश भैय्या के अनुसार,,,
Nhi aap samjhe nhi aap firse video dekhe. Ishwar is Sarva shaktman acc to Shivansh bhaiya
@@Ekatva-c3j शिवांश भैय्या को रहने दीजिए उन्होंने जगतगुरु की बात की तो हम भी शंकराचार्य भगवान के सिद्धांत की बात कर रहे है अद्वैत वेदांत
@@rahulsaraf3961 Ab vo keh rhe h ki love aa jaeiye to kyu ksp rhe h humse debate kr rhe h. Unse to kr ligie vo to keh rhe h kriye humse itna kyu der rhe h
@@RaghavKhaire हमारे बड़े आचार्यों ने कह दिया भगवन्नाम जप और भगवान के रूप माधुर्य का ध्यान ये हमारे लिए सब कुछ है भगवान श्री कृष्ण हमारे सर्वस्व है हम अपनी भक्ति के प्रति दृढ़ है और किसी से क्या मतलब,, हम शिवांश भैय्या की हमारी वो कभी सुनने नही वाले,, वैसे भी कुसंग से दूर रहना चाहिए जो हमारे इष्ट की अवहेलना करे हमारे आराध्य को बाधित बोले क्या तुम्हारा ईश्वर मर सकता है ऐसी बात करे तो उनसे जितना दूर रहे उतना अच्छा,, भगवान तो प्रेम के लिए हैं वो भी अहैतुकी और अप्रतिहत प्रेम के लिए ऐसी व्यर्थ की गाली सुनने के लिए नहीं,,,
हरे कृष्ण
हरि बोल
@@rahulsaraf3961 shivansh bhaiya to sun rhe h tb hi to live aane ke liye bol rhe h hum kitne time se bs prashna hi puch rhe h iskon Arya samaj se ki unka ishwer sarvshaktiman kaise h kuch jawab aaya nhi vo kuch bhane mar lete h or sidhe sidhe bol kyu nhi dete ki live aane me der lagta h kyuki shivansh bhaiya to vidwan h unke aage humari kya chlegi hum ek praman dege vo 10 praman de skte h isliye hum bhakti krenge
Kabir is supreme god
NO
Kabir lalluu hai ....or rampal jail main hai 😂😂😂
🙏🌸🌸
You are doing a great job sir .Don't get distracted by these fools who do hate comments.Jai Shri Ram sir
Saat dip Nau Khand mein Guru Se Bada Na Koi Karta Kare Na kar sake Guru kare so hoy Sant Rampal Ji Maharaj ji ka granthon se Praman sahit Gyan sarvshreshth Gyan Anmol Gyan Satya Gyan Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
बिजनेस तो अच्छा चल रहा है आपका यूट्यूब पर😅😅
तेरी अम्मी को भी काम पे लगा दे तू भी करोड़ पति बन जायेगा🎉
Jeev Hamari Jaati Hai Manav Dharm Hamara Hindu Muslim Sikh Isai Dharm Nahin Koi nyara Sabka Malik Ek Hai Kabir is God Sant Rampal Ji Maharaj ji ka Gyan granthon se sarvshreshth Praman sahit Satya Gyan Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
Yeh jagat sab Maya hai - maya matlab agyan; to yeh duniya main dikhne dikhane ka sab Maya hai to aap bhi maya , 😂aap ki baat bhi maya phir kaun kiska baat maane?
@@samirendudas4911 Gan Katari Mira Tari Tare Sajan Kasai Sant Rampal Ji Maharaj ji ka Gyan sarvshreshth granthon se Praman sahit Sabka Malik Ek Hai Kaveri Jugaad Sant Rampal Ji Bhagwan Hai Sari Duniya Anjan hai
भैया मुझे एक प्रश्न था मैं हूं तो मूर्ख अज्ञानी किंतु मुझे एक बात पता करनी है मैं आदि गुरु शंकराचार्य जी के मत को पूर्ण तरीके से मानता हूं पर मुझे लगता है कि जब तक ठाकुर जी की सेवा की जाए तो वह सेवा भी भगवद् स्वरूप मानकर ही करनी चाहिए जैसे की गोपिया दही मथते हुए भी उसमें भोग का भान करती है तो तब तक भक्ति की वस्तु को भी सत्य माना जाए किंतु जब गोपिया महारास में प्रवेश करती हैं हैं तो स्वयं को ही श्री कृष्णा स्वरूप मान लेती है मेरा कहने का मतलब बस इतना हीहै जब तक गोविंद में एक आकर ना हुआ जाए तब तक जो भी जगत संबंधी व्यवहार है उसको परमेश्वर संबंधी व्यवहार जानकार सत्य माना जा सकता है
यहा जितने भी लोग कबीरजी को परमेश्वर मानते है वो शिवांशजी से debate करे और कबीरजी को परमेश्वर सिद्ध करे. यदि आपमे ये साहस नही है तो ऐसे कॅमेन्ट करके आपको तनिक भी लाभ नही होगा. आप के लिये कबीरजी का एक दोहा है, अगर आप इसको नही मानते तो मतलब आप कबीरजी को भी नही मानते ये बात स्वयं ही सिद्ध हो जायगी
मेरा संगी दो जना, एक वैष्णव एक राम
वे दाता है मुक्ती के, वे सुमिरावै नाम ।
@@rohitshirke999 Debate kya krna Satsung dekha kro sant rampal ji mahraj ka pura clear kr rkha hai....
...
.
अज्ञानी लोगों की फटी पड़ी है अब संत रामपाल जी महाराज जी से दुष्ट कही के , ये 5 हजार साल कुछ नहीं नकली , संक्राचार्य देश के नाश करने का ठेका ले लिया है ,इन दुष्ट ने
@@prashantdass801 इस कमेंट के द्वारा आपने ये सिद्ध कर दिया है की, आपमे debate करने का साहस नही है. सिर्फ अपने अज्ञानी गुरुजी को सही बताकर कुछ लाभ नही होगा. क्यूकी गधे को शेर कहने से गधा शेर नही बन जाता. जय श्री राम...
@@rohitshirke999 agyani tu hai murk
Adhyatm ka khakk nai pta hai ..
Baate krni bdi bdi..
Tum logo parmaan dikha kar k b nai mante ho kya fyda esi debate ka
Isko gyaan hi nai hai kya debate krni iske sath faltu ki bakwas krega ye
Shivansh ji! Ky ishwar ko ichcha / chah hoti hei kya?
नहीं लीला होती हैं भगवान की हमारी तरह भोगबुद्धि की इच्छा नहीं होती भगवान स्वतः परम आनंद हैं
@@aadityasisode9108 ishwar ko leela karne ki kya awashyakta hei?
@@jyotiswaroop9436 आवश्यकता तो ईश्वर को हमारी उपासना की भी नहीं हैं और विश्व निर्मिती की भी नहीं
@@aadityasisode9108 yahi to maharshi dayanand saraswati ne satyarth prakash mei likhi hei. Ishwar, jeev tatha prakriti anandi hei
Upasana to manushya ishwar ke guno ki anubhuti ke liye karta hei. Up+Asana.
@@jyotiswaroop9436 ईश्वर साकार तथा निराकार दोनो रूपो में हैं भगवद्गीता अध्याय 12 श्लोक 1-7
रामपाल, iskcon, आर्य समाज , ब्रह्मकुमारी वाले शास्त्रो की गलत व्याख्यान करके ही अपना पक्ष रखने है ।
शांकरभाष्य ही शास्त्रो की 100% सही अनुवाद और व्याख्यान करते है
शिव शंकर प्रलयंकर
अच्युत अनन्त गोविन्द
जय श्रीराम जय श्रीकृष्ण हर हर महादेव
श्रीराम जय राम जय जय राम
अभी current ke sabhi sankracahrya or ye शिवांश बच्चा .....ये सबसे बड़े लल्लू है ये महामूर्ख प्राणी है पॉलिटिक्स bale hai faltu बकवास करते है रजोगुण मैं प्रचार करते है गुस्से में रहते है ....
कबीर श्रीरामके भक्त थे घनचक्करों ने उन्हें भगवान बना दिया
@@निर्गुणसरगुनएककबीर को मैं आशीर्वाद करता हूं उसका आयु वृद्धि हो और रामपाल को सद्बुद्धि प्राप्त हो
@@aashishverma20इस्कॉन क्या कर रहा है समाज को केसे सुधार रहा है इतना रेप क्यों हो रहा है फिर??
@@aashishverma20 अल्लाह रामपाल को हिदायत दें
Madhwacharya ke sidhant prakash dale kya unhone khandan kiya tha anya sidhant ka
Kabir Dukh Mein sumiran Sab Kare Sukh mein kare na koi jo Sukh mein sumiran kare to Dukh Kahe Ko hoy Sant Rampal Ji Maharaj ji ka Gyan granthon se Praman sahit sarvshreshth Gyan Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
ye chaha kha se ayi ....bhai
Aag lagi Sansar Mein Jhar Jhar Pade Angaar Jagatguru tatvdarshi Sant Shiromani Rampal Ji Bhagwan Ji Nahin Aate Jagat mein to jal Marta Sansar Sant Rampal Ji Maharaj ji ka Gyan granthon se Praman sahit Gyan Satya Gyan Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
संस्कृत तो आती नही, कभी धातु पाठ तो पढा नहीं, यही आदि शंकराचार्य को ही कुछ नहीं आता था तो शिष्यो को कहा से आएगा। धर्म का अर्थ होताहै धारण करना। अर्थात जिस गुण के बिना वह वस्तु ही नहीं रहे। मानव अगर मनन करना छोड दे तो वह मानव नहीं पशु कहलाएगा। आप तो ईश्वर और सृष्टि कर्ता का भेद भी नहीं समझते।
Bhai Kis samprdaay se ho?
Mujhe yeh samajh nahi aata ki Hindu jinke ghar me SHIV , SHAKTI , GANESH ka puja hota hai woh kaise Rampal ke chakkar me padh jata hai , mere saamne agar koi rampal ka concept le aata toh mai toh sunte hi mana kar deta 😅. Log Rampali jaise Navin Panth ko tab join Karte jab woh Sanatan ke mukhya dhaara se alag hota hai .
Sant Sharan Mein jaane se I tale wala Jay mastishk Mein suli Ho Kante Mein Tal Jaaye sarvshreshth Gyan Sant Rampal Ji Ka granthon se Praman sahit Gyan Anmol Gyan Satya Gyan Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
Saccha Gyan Kabir ka sunkar Lage Aag Agni Jal Ke Mare Gyani Jaaye Jag Sant Rampal Ji Maharaj ji ka Gyan sarvshreshth granthon se Praman sahit Gyan Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
Bhaiya aap itne saare sanatan virodhiyon ke saath ek saath lad rhe hai to aap negative comments ya koi galat comment dekh kr nirash na hona rakshaho ki sena badi hi hoti hai pr aakhir mai jeete to sri raam hi , shayad aapki videos mai positive se jyada negative comments aaye pr aap apne pr kabhi sanshey na karna hame aap pr or bhagwan shankaracharya pr poora vishwas hai ,
Jai sree ram
Har har Mahadev.
अज्यान🙄
क्यों सनातन धर्म को दुश्मन बन बैठे हो जनता शिक्षित है पढ़ा लिखा है प्रमाण देख रहा है आपको झांसा में नहीं आएगा आपको मंत्र से मोक्ष तो सपना में भी नहीं होगा
वेदों से गीता से पूर्ण ब्रह्म को सिद्ध करना एक ढकोचला है देखो कबीर जी ने कहा है कि
वेद थके ब्रह्मा थके थक गए शेष महेश। गीता को जहां ग़म नहीं वह सद्गुरु का देश।।
वेद भी थक गए तिरदेवा भी थक गए गीता को भी गम नहीं है। तो इस ठुठ को कहां से गम हो गई। असल में यह दुनिया अंधी है भेड़ चाल चलती है।🎉🎉
कबीर है कौन
@@ajanta4548 आपने बहुत अच्छाप्रश्न किया है। आज तक कबीर जी का किसी को पता ही नहीं था कि कबीर जी कौन है? जागृत बुद्धि से पता चला है कलयुग में जागृत बुद्धि पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद के आवेश अवतार श्री विजियाभिनंद बुद्धनिष्कलंक द्वारा प्रकट हुई है। तब पता चला है।
कबीर पांच वासना में आते हैं। कबीर जी सुखदेव जी सनकादिक शिव और बिष्णु भगवान यह पांच अक्षर ब्रह्म की आत्माएं हैं जिन्होंने दुनिया में अखंड का पैगाम दिया। जो आपने पूछा था वह मैंने जागृत बुद्धि से बता दिया है। नहीं तो मुझे ही क्यामालूम।
@@munnalal-ui6lb अगर आप रामपाल के भगत नहीं है तो ठीक हे
🙏
Allah ye kaha se aa gya 😂😂😂😂😂😂
कबीर, भक्ति बीज जो होये हंसा, तारूं तास के एकोत्तर वंशा।
श्राद्ध आदि निकालना शास्त्र विरुद्ध है, सत्य शास्त्रोक्त साधना करने वाले साधक की 101 पीढ़ी पार होती हैं। सत्य शास्त्रानुसार साधना केवल तत्वदर्शी संत दे सकता है जिसकी शरण में जाने के लिए गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में कहा गया है। वर्तमान में वह पूर्ण तत्वदर्शी संत केवल संत रामपाल जी महाराज जी हैं।
Shivansh Bhai ko pata nai Gita Puran Parmhtma tak puchne ka Map hai....
.isme jabrdast parman hai
Ye inko aaj tak smj nai aye..
Sant rampal ji ne humko smjaye ye..
@@prashantdass801 रामपाल लल्लू है ....
"सोई गुरु पूरा कहावै, जो दो अक्खर का भेद बतावैl
2 akhar ka bhed pata hai kya
कृष्णस्तु भगवान स्वयं कृष्ण खुद भगवान हैं
एकले ईश्वर कृष्ण आर सब भ्रृत्य अर्थात कृष्ण स्वामी हैं बाकी सब कृष्ण के दास
कबीरजी श्रीकृष्ण के दास हैं भगवान श्री कृष्ण के सेवक हैं
बहुत अच्छा @@aadityasisode9108
Allah pta nhi iska kya hoga apne apne aap ko hi dhokha de rha hai 😅😅😅😅
ye baat to tumhari puri kaum ke lagu hoti hai not for us.
Tulsi is Sansar Mein sabse Milana bhai Na Jaane kis Roop Mein Narayan mil jaaye sarvshreshth Gyan Sant Rampal Ji Maharaj ji ka granthon se Praman sahit Satya Gyan Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
Pta nhi aap mera msg pdege ya nhi... But iskon walo ne 5% gltiya ki h... But wo 95% sahi hi kr rhe h...( Hri nam kiratan, seva )
Pr abhi smaj m ak bhut bdi smsya vikral rup dharn kr rhi h... Achary prshant... Sabhi grantho ka swrup hi bdl dia... Aur abhi unke 50 million follower ho gye h... Log zombie bn rhe h unki tulna aadi sankeachary se kr rhe h... Unpe bhut sari video bnaye, 🙏🙏
बिलकुल मेरा भी यही कहना हैं भाई
प्रशांत साहब वास्तविक समस्या हैं जबकि इस्कॉन की बस कुछ समस्याएं हैं बाकी इस्कॉन सच में अच्छा हैं
प्रशांत साहब और रामपाल वास्तविकता में एक धर्म को विकृत कर रहें हैं
बिना मतलब की बकवाद पेल रहा है।
गीता अध्याय 4 के श्लोक 34 में तत्वदर्शी संत की शरण में जाने को कहा गया है.... वो सच्चिदानंदघन ब्रह्म का पूरा ज्ञान रखता है....
गीता अध्याय 15 के श्लोक से लेकर 4 तक तत्वदर्शी संत की पहचान बताई गई है। .की वो कौन है .
kutto ki tarah bhokte rahega ya kabhi live v aayega?
मेरे एक बात समझ नहीं आती लोग अपने ग्रंथों को तो सत्य मानते हैं, मगर उसमे लिखी बातों को क्यों स्वीकार नहीं करते 🤔
@@ShubhNayaran Right🙏
तत्व क्या है कबीर 😅
तत्व अर्थात परमात्मा
@@Yogeshchavan_09 पूर्ण राम यानी सच्चा राम कोन सा है
कबीर, एक राम दशरथ का बेटा
एक राम घट घट में बैठा।
एक राम का सकल पसारा,
एक राम त्रिभुवन से न्यारा।।
.
तीन राम को सब कोई धयावे,
चतुर्थ राम को मर्म न पावे।
चौथा छाड़ि जो पंचम धयावे,
कहे कबीर सो हमपर आवे।।
अटपटा ज्ञान कबीर का,झटपट समझ न आए।
झटपट समझ आए तो,सब खटपट ही मिट जाए ।।
साचा शब्द कबीर का,सुनकर लागै आग ।
अज्ञानी सो जल जल मरे, ज्ञानी जाए जाग ।।
"कबीर" शब्द का अर्थ सर्वश्रेष्ठ,सर्वोतम,सबसे बड़ा,महान, है।
गौर कीजिए, असली भगवान को पहचानिए।
क का केवल नाम है ,ब से बरन शरीर।
र से रम रहा संसार ,ताका नाम कबीर॥
कबीर :-
हम ही अलख अल्लाह है, कुतुब गौस और पीर।
गरीबदास खालिक धणी, हमरा नाम कबीर॥
गरीब :-
अनंत कोटि ब्रह्मण्ड का, एक रति नहीं भार।
सतगुरू पुरूष कबीर हैं, ये कुल के सृजनहार॥
दादू:-
जिन मोकू निज नाम दिया, सोई सतगुरू हमार।
दादू दूसरा कोई नहीं, वो कबीर सृजनहार॥
कबीर :-
ना हमरे कोई मात-पिता, ना हमरे घर दासी।
जुलाहा सुत आन कहाया, जगत करै मेरी हाँसी॥
कबीर :-
पानी से पैदा नहीं, श्वासा नहीं शरीर।
अन्न आहार करता नहीं, ताका नाम कबीर॥
कबीर :-
ना हम जन्मे गर्भ बसेरा, बालक होय दिखलाया।
काशा शहर जलज पर डेरा, तहाँ जुलाहे ने पाया॥
कबीर :-
सतयुग में सत्यसुकृत कह टेरा, त्रेता नाम मुनीन्द्र मेरा, द्वापर में करूणामय कहाया, कलयुग नाम कबीर धराया
कबीर :-
अरबों तो ब्रह्मा गये, उन्नचास कोटि कन्हैया ।
सात कोटि शम्भू गये, मोर एक पल नहीं पलैया॥
कबीर :-
नहीं बूढा नहीं बालक, नहीं कोई भाट भिखारी।
कहै कबीर सुन हो गोरख, यह है उम्र हमारी॥
कबीर :-
पाँच तत्व का धड़ नहीं मेरा, जानू ज्ञान अपारा।
सत्य स्वरूपी नाम साहिब का, सो है नाम हमारा॥
कबीर :-
हाड- चाम लहू नहीं मेरे, जाने सत्यनाम उपासी।
तारन तरन अभय पद दाता, मैं हूँ कबीर अविनाशी॥
कबीर :-
अधर द्वीप ( सतलोक ) भँवर गुफा, जहाँ निज वस्तु सारा।
ज्योति स्वरूपी अलख निरंजन भी, धरता ध्यान हमारा॥
कबीर :-
जो बूझे सोई बावरा, पूछे उम्र हमारी।
असंख्य युग प्रलय गई, तब का ब्रह्मचारी॥
कबीर :-
अवधू अविगत से चल आया, मेरा कोई मर्म भेद ना पाया ॥
अगर ये लोग गीता,वेद,पुराण अदिको मानते तो कबीर को ईश्वर नहीं मानते
अबे दुष्ट कहीं के गीता वेद पुराण को तुम नहीं समझ पा रहे हैं और हमारा विरोध रहे हैं , वास्तव में भगवान तो कबीर जी ही हैं, राक्षस लोगों समझ जाओ टाईम है, अभी, फिर तुमको छुपने की जगह भी नहीं मिलेंगी , अज्ञानी कहीं के , संत रामपाल जी महाराज जी का विरोध करना , मतलब , सारे शस्त्रों का अपमान है, पाखंडियों ,
@@vishalbhatia6801 ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17
शिशुं जज्ञानं हर्यतं मृजन्ति शुम्भन्ति वहिन मरूतो गणेन।
कविर्गीभिः काव्येना कविः सन्त्सोमः पवित्रमत्येति रेभन्।।17।।
शिशुम् जज्ञानम् हर्य तम् मृजन्ति शुम्भन्ति वहिन मरूतः गणेन।
कविर्गीर्भि काव्येना कविर् सन्त् सोमः पवित्रम् अत्येति रेभन्।।
अनुवाद - पूर्ण परमात्मा (हर्य शिशुम्) विलक्षण मनुष्य के बच्चे के रूप में (जज्ञानम्) जान बूझ कर प्रकट होता है तथा अपने तत्वज्ञान को (तम्) उस समय (मृजन्ति) निर्मलता के साथ (शुम्भन्ति) उच्चारण करता है। (वहि) प्रभु प्राप्ति की लगी विरह अग्नि वाले (मरुतः) भक्त (गणेन) समूह के लिए (काव्येना) कविताओं द्वारा कवित्व से (पवित्रम् अत्येति) अत्यधिक वाणी निर्मलता के साथ (कविर गीर्भि) कविर वाणी अर्थात् कबीर वाणी द्वारा (रेभन्) ऊंचे स्वर से सम्बोधन करके बोलता है, (कविर् सन्त् सोमः) वह अमर पुरुष अर्थात् सतपुरुष ही संत अर्थात् ऋषि रूप में स्वयं कविर्देव ही होता है। परन्तु उस परमात्मा को न पहचान कर कवि कहने लग जाते हैं। परन्तु वह पूर्ण परमात्मा ही होता है। उसका वास्तविक नाम कविर्देव है।
@@vishalbhatia6801 ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 18
ऋषिमना य ऋषिकृत्स्वर्षाः सहकणीथः पदवीः कवीनाम्।
तृतीयं धाम महिषः सिषासन्त्सोमो विराजमनु राजति ष्टुप्।।18।।
ऋषिमना य ऋषिकृत् स्वर्षाः सहस्त्राणीथ: पदवीः कवीनाम्। तृतीयम् धाम महिषः सिषा सन्त् सोमः विराजमानु राजति स्टुप्।।
अनुवाद - वेद बोलने वाला ब्रह्म कह रहा है कि (य) जो पूर्ण परमात्मा विलक्षण बच्चे के रूप में आकर (कवीनाम्) प्रसिद्ध कवियों की (पदवीः) उपाधि प्राप्त करके अर्थात् एक संत या ऋषि की भूमिका करता है उस (ऋषिकृत्) संत रूप में प्रकट हुए प्रभु द्वारा रची (सहस्त्राणीथ:) हजारों वाणी (ऋषिमना) संत स्वभाव वाले व्यक्तियों अर्थात् भक्तों के लिए (स्वर्षाः) स्वर्ग तुल्य आनन्द दायक होती हैं। (सोम) वह अमर पुरुष अर्थात् सतपुरुष (तृतीया) तीसरे (धाम) मुक्ति लोक अर्थात् सत्यलोक की (महिषः) सुदृढ़ पृथ्वी को (सिषा) स्थापित करके (अनु) पश्चात् (सन्त्) मानव सदृश संत रूप में होता हुआ (स्टुप) गुबंद अर्थात् गुम्बज में उच्चे टिले रूपी सिंहासन पर (विराजमनु राजति) उज्जवल स्थूल आकार में अर्थात् मानव सदृश तेजोमय शरीर में विराजमान है।
@@vishalbhatia6801 ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 18
ऋषिमना य ऋषिकृत्स्वर्षाः सहकणीथः पदवीः कवीनाम्।
तृतीयं धाम महिषः सिषासन्त्सोमो विराजमनु राजति ष्टुप्।।18।।
ऋषिमना य ऋषिकृत् स्वर्षाः सहस्त्राणीथ: पदवीः कवीनाम्। तृतीयम् धाम महिषः सिषा सन्त् सोमः विराजमानु राजति स्टुप्।।
अनुवाद - वेद बोलने वाला ब्रह्म कह रहा है कि (य) जो पूर्ण परमात्मा विलक्षण बच्चे के रूप में आकर (कवीनाम्) प्रसिद्ध कवियों की (पदवीः) उपाधि प्राप्त करके अर्थात् एक संत या ऋषि की भूमिका करता है उस (ऋषिकृत्) संत रूप में प्रकट हुए प्रभु द्वारा रची (सहस्त्राणीथ:) हजारों वाणी (ऋषिमना) संत स्वभाव वाले व्यक्तियों अर्थात् भक्तों के लिए (स्वर्षाः) स्वर्ग तुल्य आनन्द दायक होती हैं। (सोम) वह अमर पुरुष अर्थात् सतपुरुष (तृतीया) तीसरे (धाम) मुक्ति लोक अर्थात् सत्यलोक की (महिषः) सुदृढ़ पृथ्वी को (सिषा) स्थापित करके (अनु) पश्चात् (सन्त्) मानव सदृश संत रूप में होता हुआ (स्टुप) गुबंद अर्थात् गुम्बज में उच्चे टिले रूपी सिंहासन पर (विराजमनु राजति) उज्जवल स्थूल आकार में अर्थात् मानव सदृश तेजोमय शरीर में विराजमान है।
@@vishalbhatia6801 ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17
शिशुं जज्ञानं हर्यतं मृजन्ति शुम्भन्ति वहिन मरूतो गणेन।
कविर्गीभिः काव्येना कविः सन्त्सोमः पवित्रमत्येति रेभन्।।17।।
शिशुम् जज्ञानम् हर्य तम् मृजन्ति शुम्भन्ति वहिन मरूतः गणेन।
कविर्गीर्भि काव्येना कविर् सन्त् सोमः पवित्रम् अत्येति रेभन्।।
अनुवाद - पूर्ण परमात्मा (हर्य शिशुम्) विलक्षण मनुष्य के बच्चे के रूप में (जज्ञानम्) जान बूझ कर प्रकट होता है तथा अपने तत्वज्ञान को (तम्) उस समय (मृजन्ति) निर्मलता के साथ (शुम्भन्ति) उच्चारण करता है। (वहि) प्रभु प्राप्ति की लगी विरह अग्नि वाले (मरुतः) भक्त (गणेन) समूह के लिए (काव्येना) कविताओं द्वारा कवित्व से (पवित्रम् अत्येति) अत्यधिक वाणी निर्मलता के साथ (कविर गीर्भि) कविर वाणी अर्थात् कबीर वाणी द्वारा (रेभन्) ऊंचे स्वर से सम्बोधन करके बोलता है, (कविर् सन्त् सोमः) वह अमर पुरुष अर्थात् सतपुरुष ही संत अर्थात् ऋषि रूप में स्वयं कविर्देव ही होता है। परन्तु उस परमात्मा को न पहचान कर कवि कहने लग जाते हैं। परन्तु वह पूर्ण परमात्मा ही होता है। उसका वास्तविक नाम कविर्देव है।
Vedon Mein Praman Hai Kabir Saheb Bhagwan Hai Pavitra Kuran Sharif Mein Praman Hai Kabir Saheb Bhagwan Hai Pavitra Bible Mein Praman Hai Kabir Saheb Bhagwan Hai Guru Granth Sahib Mein Praman Hai Kabir Saheb Bhagwan Hai Kabir Sagar Mein Praman Hai Kabir Saheb Bhagwan Santon ki Vani Mein Praman Hai Kabir Saheb Bhagwan Hai Sabka Malik Ek Hai Kabir is God Sant Rampal Ji Maharaj ji ka sarvshreshth Gyan granthon se Praman sahit Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
Kaddu parman hai😂
Oye hoee oye hoe
ISKCON ko samajhne ke liye aapke Guru Ji ko bhi Kai janm Lena padega aap kis khet ki muli ho bhai
हां माया मैं घिरे हुए iskcon वाले खुद को पहले समझें अपने गलत ट्रांसलेटेड बुक छोड़ के उपनिषद पढ़ें पुराणों के कहानियों को सच न मानें
@@Utkala_Chandraपुराण को छोटा ना समझिये महाभारत का आदी पर्व कहता हैं की जो व्यक्ती पुराण और इतिहास छोड़कर वेद पढ़ता हैं वह व्यक्ति वेद के अर्थ का अनर्थ करता हैं जैसे आज कल बहुत से लोग कर रहें हैं
@@aadityasisode9108 Aur Bina Darshan,Sanskrit Vyakaran, Upanishads aur bibidh tatwon ka na jaan ke Puran Ko padhne wala Bhi arth ko anarth karta hai
@@aadityasisode9108 Achha Batao Srimad Bhagvatam main likha hai pahadon main pankh hote the wo udte the isse kya samajh main aata hai shlokon ka 3 tarah ka arth hota hai adi bhoutik,adhyatmic etc
@@Utkala_Chandra तो इसका अर्थ यह थोड़ी ना हैं की श्रीमद भागवत झूठ हो गया और उपनिषद खुद कहते हैं पांचवे वेद पुराण और इतिहास हैं
उपनिषद शंकराचार्य जी या किसी प्रमाणित परंपरा के पढ़ो प्रशांत साहब के नहीं
प्रमाणित उपनिषद भाष्य मैं गीता पुराणादि महत्वपूर्ण श्लोक भी आ जाते हैं
यह दो कौड़ी के शंकराचार्य क्या जाने भगवान के बारे में भगवान के बारे में तो तत्वदर्शी संत बताते हैं
बेटा तेरा तत्वदर्सी जेल मे गया है 27 मर्डर करके 😂😂😂
तो बताओ भाई यह पूछ रहे हैं
Kabir Ram Naam Kadva Lage Mithe Lage Dham duvidha Mein donon Gaye Maya Mili na Ram sarvshreshth Gyan Sant Rampal Ji Maharaj Ji Ka Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
कबीर कौन है
@@ajanta4548 Haha Pata nhi kaun hain bhai
Satlok k baare me kuch pata hai ki nai
Aaj se 627 varsh pahle Kashi Shahar Banaras Mein lahartara Talab Mein Jal Ke Upar Kamal Ke Phool per prakat Hue Kabir is God Kabir Saheb Ji ko Ham Narayan bhagwan bhi Kahta Hai Vasudev bhi Kahate Hain Sanatan Dharm Mahan Hai agnani pareshan hai Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
श्री कृष्ण के अन्दर परमात्मा क्या एक महान पुरष के लक्षण भी नही है।
बुरा ना मानना यह सत्य है।
भाग-1
1. श्री कृष्ण गोपियों के साथ रासलीला करते थे भगवान के लक्षण क्या नाच गाना हैं ।
2. श्री कृष्ण गोपियों को नहाते देखते थे। जबकि एक भला ईन्सान किसी की मॉ, बहन और बेटी को नहाते हुऐ नही देखेगा।
3.श्रीकृष्ण की 16000 पत्नियां थीं। वहा रे भगवान ये भगवान कम काम कामदेव बहुत लग रहे हैं।
अगर मदद ही करनी थी तो बहन बेटी बना लेते।
4. श्री कृष्ण दुर्वासा ऋषि के श्राप से 56 करोड़ यादव और आपके को बचा न पाये ।जबकी भगवान पर श्राप का कोई भी परभाव नहीं होता है ।
5. राजा मोरध्वज के पुत्र ताम्रध्वज को तो भगवान श्री कृष्ण जी ने जीवित कर दिया। परन्तु अपने भांजे सुभद्रा पुत्र अभिमन्यु को जीवित नहीं कर सके।
6. श्री कृष्ण को कर्म भोगने के लिए राम रूप में जन्म लेना पड़ा जबकी परमात्म कर्म के बंधनों से मुक्त है।
7.गीता अध्याय 4 श्लोक 5: हे अर्जुन! मेरे और तेरे बहुत-से जन्म हो चुके हैं। उन सबको तू नहीं जानता किंतु मैं जानता हूँ। मतलब श्री कृष्ण नाशवान है।
8.गीता के अध्याय 11, श्लोक 32 में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं, "मैं महाकाल हूँ, विनाश का स्रोत जो संसार का नाश करने के लिए आता है मैं सबको खाने आया हुँ ।श्री कृष्णजी तो मांसाहारी है.
जबकि परमात्मा हिंसा नही करता।
9.गरुड़जी ने श्री कृष्ण के अवतार श्री राम को नागफांस से बचाया था , तो बताओ कौन शक्तिशाली है।
10. श्री कृष्ण अधर्म का नाश जीव हत्या करके करते है
जबकि परमात्मा पाप का नाश ज्ञान देकर करते है।
😂😂 Murkhta Ka Sabse Bada Example agar koi Hoga to tum ho 😂😂😂 Jao pele Hamare Sastra Utha Ke Dekho padho Sare ke sare Jawab Milenge ke ye Bhagwan ki Leela Hoti hai
@@royalrajputana4686 jo Sashtro ko pad k parmaan de wo murk jo faltu ki bakwad kre 100%jhut bole wo hiteshi....
Whaaa. reee bewkoofo ki fauj
Kmaal hai🤪
@@royalrajputana4686 esa bolo phele ye jhut hai ki sach hai..
@@royalrajputana4686 tu khud shahtro ka gyata maan rha hai apne app ko. ..
10 k 10 baate usme milegi tujko😀😀
@@royalrajputana4686 Kabir sahib ji Real God hai. Jinka parman vedho me hai.
Unone toh esi leela nai ki..
Unone jesa parmhtma k gunn hai wsi leela ki
Don't disturb god he is sleeping,why are you not sleeping.😂😂😂😂😂
Eski jhut ki dukhan katam hey 😂 ah bhag jata hey eski okat nhi sant rampal ji ke sisy se gyan charcha krna jab sanatani ratan bhai ne esko prman btaye to ah bhag gya 😂😂
Sirji... Parmarth me hi Prabhu shunya hai... Dunia sach b h jhuti b h... Advait b h dvait b h.... Shunya h parmarth... Isliye uspe koi niyam nhi lagta.. apne aap me self cancel h... Shunya hi param moksh dham h... Shunya ko hi tum Maya kehre ho... Smjhe.
Aapka iswar sarba saktiman hai to is sansar ka abhi ka abhi parlay karake dikhaiye?
ईश्वर आपके मां की तरह अमर्यादित नही है ना वो नियम से चलता है
Murakh baba geyan heynahi
Sir aapko Ek jyada buddhi ka jeev Instagram per rosts karne ki koshish kar raha hai 😂
sat bhakti vah hai rog nash kar sakta hai mera rog nash kiya kabir bhagvan ne ye saty praman hai yahi saty bhakti hai .
matlab tmhare liye bhautik sukh hi bhakti hai bahut acche kare rahiye
ये एक कॉमेडियन हैं
Pakirti kon hii
Aap ka matlab video banana aur views Badhana Hai
😂😂 Hansi aati hai
Ye Ayodhya wale Ram ko Bhgwan manta hai..
Wo Ram nai Ramchander the.
Puran Parmhtma Maa ki Garav se janm nai leta hai.
Vedh b gwai dete hai..
Ram ne mata k garb se janm liya .
Toh bgwan kha se
Haha Jhumri taliyaa mein baithe Prashant das ji apne jail mein baithe guru ji ke sath milkar param bramh par niyam lagaa rhe aaree waaah waah kya scene hain.
@@Ekatva-c3j Shri krishan ka jnam b toh jail me hua tha
@@Ekatva-c3j Jail m toh tu b hai kaal ki jail me ye toh tuje abi pata hi nai hai jo real jail hai🤪🤪
@@Ekatva-c3j Bhagwan chai jail me ho ya rail me ho Bhgwan Bhagwan hi rhta hai...
Beta ye pad bache
ॐ पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात्पूर्णमुदच्यते ।
पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते ॥
aap bar bar Isckon ki aad me Bhagwan Narayan ko kuchh mat kahiye kyonki Isckon wale to khud Shri Hari Vishnu ka apman karte hai vo kahate hai ki Narayan bhi Krishna se chhote hai Shri Krishna se hi Narayan ki utpatti hui hai
Smarth sriman Narayan ko parmeshwar mante hain
Tumhra gyaan kisi k kaam nai ane wala na is se kisi ka koi fyda hoga
Ye yotube tak hi simit rhega😅😅
रामपाल का तो बिलकुल भी नहीं वो अपराधी हैं धर्म का
Jab Jab Hoi Dharam ki Hani badh Hai adham asur Abhimani tab tak Prabhu let Avatara Purab Paschim Uttar Dakshin Kyon firda thane thane Sharab Kala Satguru Sahib Ji Hari Aaye Haryanvi no Sant Rampal Ji Maharaj ji ka Gyan granthon se Praman sahit Gyan sarvshreshth Gyan Sabka Malik Ek Hai Kabir is God
LOL
Ya bhai bed विरोधी है
Atheists ka question rheta hai ki apne dimag ne hi bhagwaan ko banaya hai.... Aur koi supreme power nahi hai apke dimag ke alawa... Javed akhtar ka point tha ye.... Javed akhtar ka khandan kar do bhai
aap video dekhe aap hi kar denge
Phale usko bolo ki bhagwan nahi hai ye baat bhi usko uske dimag ne hi bola hai.Toh phir apne dimag ki baat kyu Maan rahe ho?
Yeh raddi argument hai...
Kab ka debunk ho chuka hai..
Ish video me hi khandan hai..
Lekin aap aapni durbalta ke karan dekh nhi paa rahe to thodi hum sab the ka le rakhe hai aapki piche bhagte rahe bhagte rahe..
Thodi gadhon ko abcd sikhaya jaa sakta hai..
Aadmi ko cutiya mat bna re
Fake knowledge
Jis tarah se abadi badh rahi hai hindu alpsankhyak ho jayega kya tab aayenge ishwar hame bachane ya hindu bharat se khatm ho jayega
Kyun jab mughalo ne kaatna suru kiya to bache nhi kiyaa apni chinta kare aap🙏
Shivans ji iskon ki alochana ker kay shirf apna prachar kartsy hi ye kutark jyada kartay hi
Isckon ne bhi to sabhi sampraday ki aad mein apna business banaya hain poore din add chalta hain galat translation i kitaabe mehnge rate par bechi jati hain distribution ke naam par. Shivansh ji ne to promotion nhi kiya Gurudev ki book ka aap netra heen hain to bane rahiye
Bhai aapko to ram pal ji ke chele aap ke hi channel pe baijitti krte h shrm nhi aati , last me unhe hta dete , apne ko kya dikhana chahte ho aap
रामपाल के। चेलों में इतना सामर्थ्य ही नहीं जो ।इनके सामने टिक पाए । ज्ञान है ही नही उनको। बकवास करते रहते हैं
Hein kal ka dekha aapne live kise hatyaa bhai ?
@@shortsQuiz7995 उसे बेजती नही मूर्खता कहते है जो की रामपाल के चेले ने दिखाई है कुछ भी ज्ञान है नही और बकवास कर रहा था । हटाया किसने था ।शिवांश भैया ने तो बेज्जती किसकी हुई ।
शिवांश बच्चा बहुत कुछ सीखना है अभी तुम्हे बहुत अध्ययन करना है शास्त्रों का सही से .....
अब तो लाइव चर्चा के लिए आने वाले थे ना
@@Ahvaan अजीब प्राणी हो .....सच मैं पैदल हो क्या अकल से, आने वाले थे बोलने से पहले सोच तो लिया करो कैसे अपने मना किया आने से ,
धर्मज्ञ का आचरण diplomatic भी होता है क्या??? खुद ही मना करके खुद ही पूछ रहे हो आने वाले थे भाई खतरनाक अजीब प्राणी हो ....
अरे भईया आपने ही तो बोला अपने जैसे किसी और को ढूंढ लीजिए...हम official लोगों से या सरकार के नियमों में बंधे लोगों से आप बात नही करते ...आपके अपने नियम बहुत important हैं ....
@@AskmeKattaarAryaunhone Jo bhi kia ho aapki a maryada dekh kar to aap dharmik nhi lagte
दोहरी बात कौन कर रहा है यह आपके इस वक्तव्य से स्पष्ट हो गया
क्या आपने व्हाट्सएप में संपर्क करते समय अपने बारे में यह बताया था कि आप वही हैं जो इस नाम की आईडी से यहां पर भद्दे कमेंट्स करते हैं, जब नहीं बताया था तो उस वार्ता के अनुरूप यहां पर हमारे द्वारा विचार प्रदान न करने पर आपको चकित नहीं होना चाहिए था
हमने भी आपको बताया ना कि हमारी ये शास्त्र सम्मत मर्यादा है कि हम छुपकर कायरों की तरह बिना चेहरे के बात नहीं करते तो आप क्यों चाहते हैं कि हम अपनी शास्त्र सम्मतता को भंग कर दें यदि आपकी अपनी कोई परेशानी है तो आप न आएं बल्कि उसे भेजें जिसको ऐसी परेशानी न हो
और हां एक बात और आपने कहा वो आपकी व्यक्तिगत परेशानी नहीं है। वो आपकी व्यक्तिगत परेशानी ही है। दुनिया के सारे लोग वहीं पर जॉब नहीं कर रहे हैं जहां पर आप कर रहे हैं उस जॉब को आपने चुना है तो उसके द्वारा निर्धारित की गई जो सीमाएं हैं उसमें सीमित होने के लिए आप बाध्य हैं आप अन्यों से क्यों उपेक्षा कर रहे हैं कि आपकी भांति वह भी बाध्य हो जाएं
आप पर किस प्रकार विश्वास किया जाए के चेहरा छुपाने का जो कारण आप बता रहे हैं वह सत्य है, इस प्रकार से तो हर दूसरा व्यक्ति चेहरा छिपाकर आ जाएगा और कहेगा मैं आई बी में जॉब करता हूँ
और दो प्रकार से बातें करना आपको किसने सिखाया है। एक तरफ शिवांश भैया आप और दूसरी ओर बच्चा तुम
श्रीराम ने तो नहीं सिखाया अब बात आती है की सीख कहां से रहे हो, म्लेच्छों से, म्लेच्छ गुरुओं से अथवा इब्राह्मिकों से
किसी को घटिया इत्यादि संज्ञा देने के लिए आपको अधिकृत किसने किया है
फिलहाल आपको ब्लॉक कर दिया गया है ।व्यर्थ का समय नहीं है हमारे पास
जय श्री राम🙏
@@Ahvaan हमारे yanha बच्चों से भी ऐसे बातें करते है भईया तनिक इधर आके पिटलो हमसे ...फिर बच्चा लोग को थप्पड़ मार के भागा देते है हम ....
Bo बाला ही भईया है ये इसे बड़े भईया के लिए उपयोग किया जाने बाला भईया मत समझो बालक ....और फूली convince है अभी हम इतना आपसे बतियाने के बाद की आप लोगों को सच मैं बड़ा होना है अभी आध्यात्मिक छोड़ो व्यवहारिक समझ सीखो पहले और रजोगुण से थोड़ा सतोगुण मैं आके प्रचार करना सीखो ....
और सत्य आपको लगे हमारी बात या न लगे कोई फर्क नहीं पड़ता समझदार के लिए शुरू के हमारे text काफी थे ....
और ha jaise hi iss rectriction se bahar aayenge jarur पंचायत करेंगे फेस टू फेस और ऑनलाइन ....
पर आपके बचपने को बड़प्पन में अभी हम नही बदल पाएंगे.....ये भगवान की कृपा से ही होगा और बो आपके upper अच्छे से स्वाध्याय और भक्ति करने से ही होगी अभी नए नए हो वो करो पहले ...फिर प्रचार में भी परिपक्वता आयेगी .....
ईश्वर मत कहो ब्रह्म कहो
व्यावहारिक रूप में ईश्वर ही कहेंगे क्युकी ब्रह्म स्वरूप प्राप्तव्य है,
karpatri ji bhi bolte the ki prithvi chapti hai
Aapki buddhi chapti hain Vyavhar to Prithivi se chapta hi karoge naa usi mantavya se kiya gyaaa hain unke Sisya ka video hain hain ki kyun kahaa gyaa hain agar buddhi aur Vivek ho to samjh lo jaakr🙏
@@Ekatva-c3jBhai link ya video kaa naam batao
Hqgupqd bolta hai 😂Chandrma Surya se durhaj😂
Kabir Dukh Mein sumiran Sab Kare Sukh mein kare na koi jo Sukh mein sumiran kare to Dukh Kahe Ko hoy Sant Rampal Ji Maharaj ji ka Gyan granthon se Praman sahit sarvshreshth Gyan Sabka Malik Ek Hai Kabir is God