आश्चर्य कोई भी ज्ञानी लागत कम करवाने, जमीन में सुधार की बात नहीं करता, सब के सब हर फसल का रेट बड़ाने की बात करते है, यह भूल कर कि दो से 3 फसल तो खुद उगा लेंगे लेकिन बाकी फसल से उत्पन खरीदना भी है खाने के वास्ते, वो महंगी मिलेंगी तो फिर सरकार को कोसेंगे लूट रही सरकार इत्यादि
@@dilipchhatwani7011 प्रभु में चार साल से ऑर्गेनिक खेती कर रहा हु,पर इससे रेट का मसाला हल नहीं होता,मानता हु प्रोडेक्शन बड़ा है पर इतना भी नही बड़ा जिससे मेरी आय दुगना हो जाए ,जमाने के महंगे महंगे बीज लगाने के बाद भी उत्पादन नहीं बड़ा ,10 साल पहले जो रेट थे आज भी वही है किसान की आय कितनी बड़ी, और जो बोलता है उसमे कुछ लोग ज्ञान देने आ जाते है सच पूछो तो किसान में एकता है ही नही ,तभी किसान दुखी का दुखी है सब को मिल कर बोलना पड़ेगा तभी किसान का कुछ हो सकता है नही तो आने वाले समय में किसान को खेती छोड़ना पड़ेगी 🙏
❤ जय सियाराम जय श्री महाकाल सा सत्य वचन ❤
Ek dum sahi hai
आश्चर्य कोई भी ज्ञानी लागत कम करवाने, जमीन में सुधार की बात नहीं करता, सब के सब हर फसल का रेट बड़ाने की बात करते है, यह भूल कर कि दो से 3 फसल तो खुद उगा लेंगे लेकिन बाकी फसल से उत्पन खरीदना भी है खाने के वास्ते, वो महंगी मिलेंगी तो फिर सरकार को कोसेंगे लूट रही सरकार इत्यादि
@@dilipchhatwani7011 प्रभु में चार साल से ऑर्गेनिक खेती कर रहा हु,पर इससे रेट का मसाला हल नहीं होता,मानता हु प्रोडेक्शन बड़ा है पर इतना भी नही बड़ा जिससे मेरी आय दुगना हो जाए ,जमाने के महंगे महंगे बीज लगाने के बाद भी उत्पादन नहीं बड़ा ,10 साल पहले जो रेट थे आज भी वही है किसान की आय कितनी बड़ी, और जो बोलता है उसमे कुछ लोग ज्ञान देने आ जाते है सच पूछो तो किसान में एकता है ही नही ,तभी किसान दुखी का दुखी है सब को मिल कर बोलना पड़ेगा तभी किसान का कुछ हो सकता है नही तो आने वाले समय में किसान को खेती छोड़ना पड़ेगी 🙏
Jab. Tak. Soya. Oil. Par. Dyuty. Nahee. Badegi. Tab. Tak. Rate. Nahee. Badega.
Govt. Diwali. Ke. Baad. Dyuty. Bada. Degi. Or. Soyabean. Janvary. Me. 5000. Ke. Range. Me. Aa. Jayega
Prabhu kon sa video ya bayan hai jisame kisi bhi bade mantri ji bola hai ki 5000 me falani Tarik se kharidi shuru ho jayegi 🙏
6000 ka bhav hona chahiye
6000 छोड़ो सोयबिन उसके msp रेट 4800 मे भी नही खरीद रहे है।
Keshi mantri ko ni malam ke soyabin bhi kisan vave he