बुद्ध का जन्म भारत में हुआ था या नेपाल में? चुकी बुद्ध का जन्म लुम्बिनी में हुआ था जो आज भारत नेपाल का जस्ट बॉडर का नजदीकी हिस्सा है लेकिन नेपाल के हिस्से में आता है इसलिये काफ़ी लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज है। दरअसल नेपाल आज भारत ka पडोसी देश है इसलिए यह कंफ्यूज हो जाता है की बुद्ध का जन्म भारत में हुआ था? क्या है सच्चाई। दरअसल नेपाल हमेशा ही भारत का ही हिस्सा रहा है, लेकिन अपनी भगौलिक परिस्थितियों के कारण भारत के अन्य राज्यों की तुलना में वह अलग सा प्रतीत होता रहा है, खास कर पिछले 500 सालो में। ब्रिटिश राज में भी वह भारत के कुछ स्वतंत्र राज्यों की तरह ही स्वतंत्र रहा था, जबकी भारत की आजादी के साथ ही वो भी स्वतंत्र राष्ट्र बन गया। लेकिन 2500 साल पहले वह जम्मूद्वीप का हिस्सा था, इसका सीधा प्रमाण वहा पे मिले शिलालेख और लुम्बिनी असोक स्तम्भ से पता चलता है। निष्कर्ष : जब बुद्ध का जन्म हुआ था तब लुम्बिनी जम्मूद्वीप का हिस्सा था। अथार्त बुद्ध का जन्म जम्मूद्वीप में ही हुआ था।
Ek video ye bnaye ki hme kon c kitbe pad kar itihas janna chahiye jaise kon c kitabo ya bhart ka itihas jo karbn dating ke adar par likh gya hai kha se prapta hoga or konsi sarkari or international sansthaye hai jis se ye itihas mhanta prapat hai
अबे भारत तो अङ्रेज जानेके वाद बना हुवा देश है। हवा बात मत करो। मोहम्मद जिन्हाको अपनी रास्ट्रपिता भि कहाकरो क्यु कि वो कभी भारतमे था पाकिस्तान। देश कोहि भि हो पहेलेसे बनाहुवा नहि होता ये बनाई जाती है। जो कभी बढता है कभी घट जाता है। बर्तमानमे जो है वोहि बात होति है।
और भोसोढी सुन बृटिस नेपालमे कभी शासन करही नहि पाई ईतिहास पढ्ले अच्छिसे। नेपालकी अधिनकी जमिन वेस्ट बङ्गाल, उत्तराखन्ड एरिया बृटीसकी बजह से लडाईमे गुमाने के वाद जब भृटिस भारत छोडके गये तभी दान मे मिले थे। उस बक्त तक नेपालकी सेना कि सामने लड्ने कि ताकत नहि थि भारतके पास।
@Bhavesh Pratap ye sabhi manuvadi saste nashe ke shikar hai. ye sabhi whats app university ke topper hai inne itihas shilalekh carbon datting samajh nahi aati sirf gobar samajh main aata hai jo ye khate hai😂😂😂
shiva is not imaginary characters, Kirati people in nepal have been worshipping shiva for thousands years. shiva is kirati gods. since kiratis have been living in himalayan region, and shiva parvati both belongs to himalayan, they are also both kiratis. After arayan arrived in india and hindu was born, they also start worshipping lord shiva. that is why lord shiva is consider first god in hindu mythlogy. Since kiratis don't have caste system, lord shiva aslo consider without having any caste.(brahma caste is brahmin, bishnu caste is kshyatriya). Latest buddhist also involved lord shiva in one amon 108 avalokeshwor. Advanced your knowledge, buddha is not indian, ashoka have clearly mentioned in pillar in lumbini in pali langauge that buddha was born in land of nepal. phrase found in ashoka pillar in lumbin "Heda buddha jata nepal"
मेने अब तक कई अध्यात्म आस्था के संघ देखे , सभी कहते कि हमारे साथ आ जाओ। पर मुझे खुद के व्यावहार के अनुसार कभी सही नहीं लगा। क्युकी उनका concept समझ नहीं आता था कि शांति की प्राप्ति केसे हो? पर अब इस चैनल से inspire हुआ और अब मैं सत्य यानी तथ्य के आधार पर नास्तिक हू . मुझे koi आनंद जेसे चीज़ की प्राप्ति नहीं हुई क्युकी मैं पहले से जो हू वही रहूँगा। बाकी अध्यात्म शांति की प्राप्ति की खोखली बातेँ करते हैं, जबकि शांति तथ्यों पर आधारित है। अध्ययन शिक्षा विज्ञान पर अधारित है।
आप भारत के प्राचीन इतिहास की एक एक सच्चाई समाज के सामने ला रहे की।आप एक बहुत ही सराहनीय कार्य कर रहे है।धन्य है आप ओर आपके माता पिता जिन्होंने एक ऐसा वीर ओर प्रकांड विद्वान भारत देश की धरती पर पैदा किया है🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🌹
आपके द्वारा दी गई जानकारी सटीक चेतना जागृत करने वाली होती है, सप्रमाण होते हैं। धन्यवाद् । मै आपसे सम्यक् संस्कृति काल की प्रकृति पूजक वर्तमान में आदिवासी माने जाने वाले "गोंडी"(कोयतुर जनों) के विषय में कुछ जानकारी चाहता हूँ। मानता हूँ कि गोंडी संस्कृति के संबंध में कोई लिखित / उत्खनीत शिलालेख नहीं मिलता पर गोंडी रेला/रेना लोकगीत के माध्यम से मिलता है। इस विडियो में दिखाई गई हड़प्पा से मिली शील में जो पुरुष आकृति है वह प्रथम गोंडी धर्म गुरू 'पहांदी पारी कुपार लिंगो' से हुबहू मिलता है। और जिस हिंदू शैव परम्परा के शिव की चर्चा आपने किया है उसका वर्णन गोंडी संस्कृति के 'शंभुशेक' जिसे गोंडी जन भगवान नहीं एक तरह से महामानव मानते हैं। और शिव उन महामानव पीढ़ी के अंतिम 'शेक'(सरदार/मुखिया) माने गये हैं।
भाई, मैंने भी यह जानकारी मांगी पर इन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया, किंतु इन्होंने, जितने भी लोगों ने इनके हां में हां मिलाई है, उन्हीं को रिप्लाई दिया है, लेकिन हमारी शंकाओं का निराकरण नहीं किया है।
Humतक इतनी सारी जानकारी पहुंचाने के लिए आभार । नहीं तो आज के बुद्धिजीवी लोग सधन होते हुए भी सिर्फ और सिर्फ अपने परिवार में ही व्यस्त हैं मस्त है इसीलिए कहता हूं आप के सभी सदस्यों का मंगल हो कल्याण हो।
कितनी हैरत की बात है कि जिस जमीन के नीचे के हिस्से से इतनी ऐतिहासिक बौद्ध सभ्यता के सबूत मिले हैं(हरप्पा /मुआनजुदरो)आज वही के लोग भी अपनी प्राचीन मूल संस्कृति को पूरी तरह से दरकिनार करके किसी एक साधारण इंसान के दिमागी फितूर से गढें हुए काल्पनिक चरित्र के गुणगान चौबीसों घंटे किया कर रहे।
थैंक्यू सर आप को बहुत बहुत धन्यावाद जी आप ने हमे हमारे देश के प्रमुख प्रमाण दिखाया ओर हमे हमारे देश की संस्कृति ओर सभ्यता के बारे मे विस्तार से जानकारी दी सर आप का स्वागत है
साइंस जिंदाबाद था जिंदाबाद है और जिंदाबाद रहेगा साइंस जिंदाबाद, सत्य जिंदाबाद साइंस तू घबराना मत, हम तुझे जिंदा रखेंगे जब तक SJ और तर्कशील भारत है साइंस और सत्य , Moralityके साथ है HUM बुद्ध जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं
बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कराने के लिए धन्यवाद विश्व को शांति, करुणा, मैत्री, समता व मानवता का संदेश देने वाले तथागत बुद्ध की 2564 वी (7 मई 2020) को त्रिपावन बुद्ध पूर्णिमा के पावन पर्व पर सभी साइंस जर्नी दर्शकों व देशवासियों को हार्दिक बधाई 🙏नमो बुद्धाय🙏
Bhai ye galat hai ye karuna or manvata ham log mante hai dusre nahi. Hathiyar uthao hamne bahut gulami ki. Hai science or aakramata hi bharatvarsh chalega
@@shekharpatil6263 hindutva ki propaganda ya tumari propaganda se mujey koi lena dena nahi history ko sahi salamat rakna hi mera udasya hai aur tum kya bol rahey ho veda bhudha ke badh aya hai tho fir bhudha kaise vedo ke karma kando ka virodh kiye, abhi harappa culture ka puri tarikey se samaj nahi paye hey historian is video mai pura system hi palat diya,RSS bolta hai leftist history tum boltey ho braman wadi history apas mai tum dono ko kaisey ladna hai lado per history ke facts sabhuto aur vislesan ko kyo zoot bataney mey lagey Hui ho itihaskar agenda ko dyan me rakar itihas nahi likta kafi Mehnat aur sabhuto aur fact ko samaj kar likta hai
जो अंग्रेजों ने हमे दी वही संविधान या जो कई देशो के नकल से बनाया गया या जो समय समय पर बदला जाता है या वो जो किसी को इंसाफ नही देता है या जो ब्यक्ति से ब्यक्ति से भेदभाव करवाता है।
अति महत्वपूर्ण एवं सराहनीय ठोस सबूत (प्रमाण ) बौद्ध सभ्यता के ,ऐसी प्रमाणित जानकारी देने के लिए साइंस जर्नी को साधुवाद जय मूलनिवासी जय भीम जय संविधान जय भारत
आप एक नया सवेरा हैं, आपके वीडियो को मैं एक महीने से देख सुन रहा हूँ और मुझमे बहुत सारे बदलाव आए हैं, अब मेरा नजरिया बिल्कुल बदल चुका है।मैं बचपन से जो देखते सुनते आ रहा था उसी को सच मान रहा था ।आपको नमन है सर्। thank you.
आप बहुत नेक कार्य कर रहे हैं, आशा है कि बहुत जन तथ्य जान सकेंगे। आप सभी को बुद्ध पूर्णिमा के पूर्व ही ढेरों बधाई। तथागत आपके जीवन में विचार और विकेक से सींचने का कार्य करेंगे। 🏯🏯नमोबुद्धाय☸️☸️
तथागत गौतम बुद्ध जन्म: 563 ई स पूर्व लुंबिनी वन अखंड भारत, वैशाखी पोर्णिमा नाव: राजकुमार सिद्धार्थ आई : महामाया, महाप्रजापती गौतमी(सावत्र आई, मावशी) वडिल:शुद्धोधन भाऊ: नंद, आनंद (सावत्र भाऊ) वंश: शाक्य वंश क्षत्रिय राजधानी : कपिलवस्तु सेवक : छन्ना गुरु: विश्वामित्रा विवाह :16 वर्षी पत्नी: राजकुमारी यशोधरा पुत्र:राहुल गृह त्याग :29 वर्षी ( राहुल जन्मल्यावर) गुरु: अलार्म कलाम, आचार्य कौडिण्य दिव्य ज्ञानाची प्राप्ति: वैशाखी पोर्णिमा वय 35 वर्ष तपस्या : बोधि वृक्ष (पिंपल च झाड़) निरंजना नदी काठी, गया बिहार प्रथम भोज दिव्य ज्ञान पूर्वी : सुजाता बुधत्त्व प्राप्त :सिद्धार्थ ते गौतम बुद्ध प्रथम पाच शिष्य: ब्राह्मण प्रथम प्रवचन:सारनाथ चिन्ह : धम्मचक्र (अशोक चक्र) संघ: बौद्ध धम्म त्रिरत्न:प्रज्ञा, शील करुणा चार आर्य सत्य: 1 दुःख 2 समुदय 3 निरोध 4 मार्ग मार्ग:अष्टांग मार्ग 1सम्यक दृष्टी 2सम्यक संकल्प 3सम्यक वाणी 4सम्यक कर्मात 5सम्यक उपजीविका 6सम्यक व्यायाम 7सम्यक स्मृती 8सम्यक समाधी बौद्ध ग्रंथ:त्रिपिटक ब्रीद वाक्य: बुद्धम् शरणम् गच्छामी उपदेश भाषा: पाली भाषा प्रिय शिष्य: आनंद प्रिय नगरी: वैशाली अंतिम भोजन: चंड के घर एकुण उपदेश:84,000 अंतिम उपदेश : अत दीप भव महापरिनिर्वान: 483 ई पूर्व वैशाखी पोर्णिमा,कुशीनगर उत्तर प्रदेश,80 वर्ष जय भीम नमो बुद्धाय सर्वाना बुद्ध पोर्निमेच्या हार्दिक शुभेच्छा
1)बुद्ध नेपालमे नही भारत में पैदा हुवा व स्थान मथुरा है। 2)प्रजापती को गौतमी भी कहते है। 3)बुद्ध कोही क्षत्रीय नहीं क्युं क्षत्रीय नामक आइटम बुद्ध के मृत्यु(बास्तबमें ब्राह्मणोंने हत्या किया था)के 15 सौ साल वाद ब्राह्मणों ने अपनी सुरक्षागार्ड के लिए बनाया था। 4)बुद्ध जैन बंश के वैसे पुरे भारत बुद्धके जन्मसे पहले सब जैन थे। 5)बुद्ध के गुरु ब्राह्मण हो ही नही सकते क्युं कि उ.द.पु.भारत और नेपालमे ब्राह्मण था ही नही।बुद्ध को हत्या ब्राह्मणोंने करने के वाद ही इस स्थानोंमें ब्राह्मण आकर बस गए। 6)ब्राह्मणों ने सनातन हिन्दु धर्म के नाम पर इन्सान तक को बलि देकर नरमेघ यज्ञ वा हवन करते थे यानी धर्म के नाम पर अधर्म। 7)बुद्ध के शिल समाधी प्रज्ञा के अष्टशिल से मार्क्स ने सम्यकबाद वा साम्यवाद बनाए पंचशिल नाम गुट निरिपेक्ष के संघके नाम रख गया। 8)बुद्ध तो क्या सम्राट अशोक के समय तक ब्राह्मणों को दरवार मे नहीं घुसाते थे। 9)आजकल बुद्ध,चन्द्र गुप्त मौर्य,पौरष,सम्राट अशोक आदिके फिल्म,सिरियल में ब्राह्मणो के फौज दिखाते है यहाँ तक कि यी सब के गुरु तक बनाते।ब्राह्मण घुंइया के गुरु?इन्सान,घोडे,गाय आदि के बलि देकर हवन करने वाले बर्बर प्राणी है ब्राह्मण जो शराब और गाय के मास खाकर दिनरात नशेमे रहते थे।
भाई जी सादर अभिवादन नमो बुद्धाय, आप मन को जीतने वाली प्रस्तुति की जिसके लिए धन्यवाद, एक दम सही बात है हड़प्पा सभ्यता मूलनिवासियो की सभ्यता थी जिसको आर्यों ने नष्ट किया, मैं तो सोचता हूँ, की इन लोगो ने इस देश को कितना नुकसान पहुचाया है आप सोचों ,की हड़प्पा सभ्यता के लोग कितने आगे थे वे व्यापार करते थे, अनाज उगाते थे, नगरों में रहते थे, जल निकास की अच्छी व्यवस्था थी,अमन चैन था, पक्के मकानों में रहते थे। इन आर्यों ने सब बर्बाद कर दिया, और दिया कुछ घास फूस की झोपड़ी में गाँव मे रहना, भेदभाब, लानत है सब बर्बाद कर दिया
साईंस जर्नी के सबसे बेहतरीन वीडियो में से एक! सचाई को तार्किक व बेवाक ढंग से प्रस्तुति है! सबसे बड़ी बात है कि इसमें अद्वितीय जानकारियां हैं! इसके लिए जितनी प्रशंसा की जाए, कम है! - धन्यवाद प्रस्तुतकर्ता! प्रो. नरेश कुमार रावत (वैशाली)
Sindhu sabhyata aur Buddha ke bare me aj se phle maine kabhi itna kuch nhi jana. Hats of to you science journy 🙏 for your research facts and information 🙏 aankhen khol di meri🥺 Thank you very much meri sanskriti se mera parichay karnare ke liye🙏🙏💐💐
महात्मा बुद्ध जी की अनुयायी है मानवता धर्म गुरु पहान्दी पारी कुपार लिंगो जो आदिवासी गोंडवाना राज्य के काल 5th . Bc पहले से थे उस समय कोई धर्म जैसे चीज़ नहीं होती थी सब गोंडवाना वासी थे.... और प्रकृति को पूजते थे सारे अध्यात्मिक ज्ञान प्राकृतिक की उपासना कर प्राप्त किया जाता था.. महात्मा बुद्ध जी की अनुयायी दृष्टि पूर्णतः gondi धर्म के कोया पुणेम पद्धति समान है...
सेवा जोहार दादा जब आदि गुरु पहान्दी पारी कुपार लिंगों बुद्ध के पहले काल से है तो फिर बुद्ध जी का अनुयाई कैसे हुआ, मोहन जोदड़ो हड़प्पा सभ्यता की मुहरों को गोंडवाना के महान शोधकर्ता मोती रावन कंगाली जी ने पढ़ा है और सिद्ध किया है कि यह हमारे आदि गुरु मुंडवा पोय पाहंदी पारी कुपार लिंगों है, जय जोहार
@@jagggu जी पर्दाफाश तो उसी समय हो चुका था और इन सभी बातों पर बाबासाहेब ने पुसतके भी लिखीं थीं लेकिन उस समय लोग अनपढ़ थे और आज पढ़े-लिखे हैं तो सोच बाह्मणिकरण वायरस जैसी ््् अर्थात बाह्मण पंडितों की लिखित पुस्तकें पढ़ी जिससे उनका दिमाग बाह्मण सोच के अनुसार ढल गया और आस्था में डूबने के कारण हकीकत क्या है समझना ही नहीं चाहते क्योंकि आस्था के कारण उनके मन में डर भय शंका अंधविश्वास पाखंडवाद कुट कूट कर भरा होता है जब असली सच्चाई का पता चल जाता है तो खुद को ठगा महसूस करता है फिर भी ठेस कितनी भी पहुंचे मगर सच्चाई जरूर पता चलनी चाहिए और बौद्ध धम्म से केवल सच्चाई ही है डर भय शंका का कोई स्थान नहीं है
वेरी गुड बहुत सुंदर जानकारी दी आपने हम आपकी बहुत आभारी है कि आपने सोए हुए समाज को जगाने का प्रयास किया आप अपने इस प्रयास में लगे रहे परमात्मा आपको सफलता देगा
The Buddha Advices: Don't accept something: -Because you have heard it many times. -Because it has been believed traditionally for generations. -Because it is believed by a large number of people. -Because it is in accordance with your scriptures. -Because it seems logical. - Because it is in line with your own beliefs. -Because it is proclaimed by your teacher, who has an attractive personality and for whom you have great respect. Accept it only after you have realized it yourself at the experiential level and have found it to be wholesome and beneficial to one and all. Then, not only accept it, but also live up to it.
नमो बुद्धाय जाति के साथ शुरू को काम है अपना सबूत मिटाना और अपने आप को शरीफ और अच्छा साबित करना इसके लिए हमेशा कार्यरत रहते हैं हमेशा प्रयास करते रहते हैं वही काम सिर्फ सिर्फ ब्राह्मणों का है नमो बुद्धाय जय भीम सर
सर बहोत अच्छे व्हिडीओ को आपने प्रस्तुत किया हैं. जो हमे मालूम न था वो मालूम हुआ. कितने भ्रष्ट लोग आये हैं हमारे संस्कृती का विनाश करने, लेकिन मुझे यकीन हैं एक दिन सब पितल खुलनेवाला हैं.
I'm also speechless for this work.. bahot hi nek Kam kar rahe hai science journey ... Aap esehi kaam karte rahiye or manavta ka sandesh sab Tak pahunchhate rahiye .. Happy budhha purnima .. Namo budhhay ...
Jis mul Sanskriti ki aap baat kar rahe ho vah nishchit roop se Islam nahin Koi bhi vichar Apne aap me perfect nahin hota Islam ka objective gajwa a hind hai ismein Na to Buddh ka astitva hai na hindu dharm ka na Sikh Dharm ka na Jain Dharm ka Na now Parsi Dharm ka .koi bhi Dharm surakshit nahin hai Islam ki vajah se. Myanmar mein Shanti Priya baudhon ke sath rohingya Musalman markat kyon kar rahe hain. Agar Islam ka itihaas dekha jaaye kurata purn hai. Aap brahmanon se naraj ho sakte hain yah aapka Adhikar bhi hai. Kafi salon se atyachar to hua hai Lekin kya sabhi brahman galat hain. Ambedkar ke guru bhi brahman the Koi bhi niyam acche uddeshy se banaya jata hai lekin samaj ke kuchh swarthi log uska durupyog karte hai. Iska matlab niyam banane wala galat nahin ho jata hai. Aaj reservation kya fayda creamy layer ke arthat Amir log utha rahe hain garibon ko iska fayda nahin mil pa raha hai Iska matlab Samvidhan galat nahin ho jata kya is vajah se Babasaheb Ambedkar ko Bura kaha jaaye Bilkul nahin bilkul bilkul Aap log vahi kam kar rahe hain Jo Jogendra nath mandal azadi ke samay Kiya Musalman Keval aap ka upyog kar rahe hain vote ke liye Vah Satta mein aana chahte Hain Vah ek Islamic rashtra banaa sakte hain iske liye aapka vote jaroori hai Main jo dekh pa raha vah aap nahin dekh pa rahe hain Ghar mein ladai hoti hai to kya bahar wale ke sath milkar Ghar Wale Ko maarna theek hai agar aap dusra Pakistan banana chahte Hain jismein Hindu baudh Jain Sikh surakshit nahin hai Aap thoda dur Drishti se Bhagwan Buddh ne meditation sikhaya jab aap medicine karenge shant chitt hokar sochengepure Vishva mein musalmanon ke atyachar per vichar karenge Bharat per unke aakraman ka itihas dekhenge Murti Puja ko kafir kyon kahate Hain jab ine sab baton per vichar karenge tab meri baat samajh mein aaegi. Main kisi dusre Bhavna se yah baat nahin Kah Raha Hun balki Dara hua hun aur dukhi bhi hun. Ambedkar ko aur ghanta se padhiye vah chahte to Islam bhi Kabul kar lete vah chahti to kisi bhi ban jaate per unhone ine donon Ko nahi chuna The tribune mein vo likhte Hain Islam ya kisi videshi Dharm ko apnane se Bharat ke prati unki nishtha mein Kami a jayegi Kya aap use Ambedkar ke vichar se sahmat nahin hai Jogendra nath mandal ne jinna ka sath Diya aur Pakistan mein dalit bhaiyon ko yah to marna pada yah Islam Kabul karna pada Aaj aap sab ko Bura Kale aane wala kal bahut hi bhayavah hai Jay Bhim Jay Bheem Jay Bheem Jay Bheem Jay Bheem Jay Bheem Jay Bheem
@@ayush6sept09 ISKA JAWAAB NAHI DEGA YE KYUKI FIR ISKA DHANDA KAISE CHALEGA AFWAYE FAILANE KA YE SUAR SIRF DALIT LOGO KO GALAT KNOWLEDGE DE RAHA HAI OWAISI JAISO KE SAATH MILU HUA HAI YE SUAR
@@violet1849 bhai Kshatriya shabd 8th century CE se pehle kahi bhi nahi paya gaya hai aur Pali, Prakrit bhasa jisse aam log uss samay baath krte the toh usme Ksh, Tra, Gnya, Visarg aadi bhasha mein tha hi nahi. Toh phir iss baat se yahi sabit hota hai ki Buddha koi kshtriya ya kise varn mein nahi aate kyunki usse samay Varnashram jaisa kuch tha hi nahi balki wo sirf samyak Sanskriti ka palan krnewale ek Shraman the jisse aaj ki bhasa mein Rationalist ya vaigyanik vicharak kaha ja sakta hai.
भाई मुझे तो बहुत पहले ही समझ आ गया जहां बाबा साहेब ने हिन्दू धर्म को ठोकर मारी बाबा साहेब बहुत पढ़े लिखे इंसान थे उन्होंने भी बहुत रिसर्च किया तब जाके धर्म बदला मैंने बाबा साहेब को पढ़ने के बाद मान गया भारत का धम्म बौद्ध धम्म है जय भीम नमो बौद्ध जय मूलनिवासी
इतिहास गवाह है सत्य को हमेशा दबाया गया है! जिन लोगों ने भी समाज के लिए सही काम किया है उनलोगों के विचार को कुछ लोगों ने अपने स्वार्थ के लिए उन्हें गलत बताने की कोशिश की! हम सब को एक होकर गलत विचारों को पखण्डवादी सोच को समझना होगा! जिसने बुद्ध को समझा उन्हें यक़ीननं बुद्ध से प्रेम हो जाएगा! दोस्तों हमारा चैनल नया है आप सब से उम्मीद रहेगा कि आप मुझे सपोर्ट करोगे..🙏
आज भी बहुजन समाज ब्राह्मणवाद से निकलने की चेष्टा धीरे धीरे कर रहा है पर अब भी इस दलदल से निकालने का प्रयास बहुत धीमा है सभी मूलनिवासी बहुजन समाज जिस दिन बौद्ध धम्म को समझेंगे उस दिन उनकी तर्क और समझ दोनों अपनी होंगी
The so-called Brahman Pandits, Sanskrit Pandits, VED GYANI, Bhrahma GYANI etc etc knew nothing about ASOKA the GREAT and Lord Buddha UNTIL the British literally DUG UP the history, in late 18th Century. The so-called Brahmans (JANM SE maha GYANI aur maha PANDIT ghoshit karne waala) knew nothing about ANYTHING at all. Particularly about history and SCIENCE. They shall NOT talk about Education, knowledge, HISTORY and Science. They KNOW nothing about them. ALL of the HISTORY of India was FOUND by the British or Western historians and Archaeologists. NOTHING was FOUND by the so-called JANM SE maha GYANI and maha PANDIT Brahman JATI. WHY?? Because ALL they actually know is a few ROTE MEMORISED Mantr, Shlok etc in Sanskrit language. No-one else was permitted even to listen to Sanskrit Mantr, Shlok etc. ALL CASTES of HINDUS were NOT permitted to have ANY Education at all, UNTIL the British government brought Education FOR ALL CASTES of HINDUS for the FIRST TIME in history of India. The so-called Brahmans were the ONLY (a little) Educated CASTE of India for the last few centuries.!! They have NO RIGHT to talk about Education and knowledge. They have none.!!😁😂🤣.😁😂🤣. The so-called Brahmans are still the same UNPAD gavar, nasamajh, murkh, jhuta, bevakoof aur GADDAR JATI, they were in 12th Century A.D.! They are WORSE than a "FROG in the WELL".!! The WELL is ALL the world for a FROG.!!😁😂🤣.😁😂🤣. They were the ONLY educated CASTE of HINDUS ONLY because the other CASTES of HINDUS were BANNED from getting any Education, UNTIL 19th Century.!! That was the only reason for the so-called JANM SE maha GYANI and maha PANDIT Brahman JATI to declare themselves SO.!! NOW, as ALL CASTES of HINDUS are getting Education, the so-called Brahmans are simply UNABLE to compete with ANY of them particularly with the SC, ST and OBCs. That is the FAKE VARCHASV, SUPERIORITY, MERIT, Skills and ABILITY etc. of the so-called Brahmans. Because there was NO COMPETETION for the so-called Brahman FAKE GYANI.!! That is WHY the so-called Brahmans NEVER go to ANY APRACHYA, Mlechch, Paschim and KIRASTAANEE Country. They KNOW that they just CAN'T COMPETE with anyone if they have Education and knowledge.!😁😂🤣.😁😂🤣.
*क्या बात है भारत की प्राचीन संस्कृति बौद्धइष्ट है सिंधु संस्कृति भी इसका प्रमाण दे रही है बहुत ही अद्भुत वीडियो हैं आप को कोटि-कोटि वंदन अभिनंदन साधुवाद*
एक कहावत है जो सदियों से चली आ रही है, *कण कण में भगवान* भगवान का अर्थ ईश्वर या हिंदू देवी देवताओं जैसे राम, कृष्ण, ब्रह्मा, विष्णु, महेश नहीं वल्कि सबसे पहले भगवा बस्त्र धारण करनेवाले भगवान बुद्ध से ही है, जो आजकल सभी जगह खुदाई मे भगवान बुद्ध की मूर्तियां या खंडित मूर्तियां ही मिल रहीं हैं
Upay hai, tamam jeevan ke karmakand jo brahman dwara karaye jaate hain unhen khatm kiya jaye. Jaise shaadi, mundan, jenau. Shaadi kewal court me karein. Mirtyun sanskaar me kewal scientific tarike se body decompose karein. Bas. Peecha churaye brahmaan.
sahi hai is se bahar ke buddhisto ko bhi pta chlega ki bharat mein buddhism ko kese dabaya ja raha hai aur brahmno ki aukat pta chlegi, court mein case hona chahiye lekin bahujan netaa log ispar kyun baat nhi krte, even buddha ke bare mein bhi baat nhi karte, ultaa aaj kal ek dusre prr ilzam lga rhe hein waman meshram and rajratan ambedkar, hadd hai yrr,
@Bhavesh Pratap uske liye sanghatan ki avshyakta hai jaise vishvaratna babasaheb ji ne kaha tha sikho sanghatait ho jao aur sanghrsh karo rajnetaon ke bharose ku6 nahi ho sakta
ये भारत सिर्फ श्री राम और श्री कृष्ण के वेभव से जाना जाता है बुद्ध जैसे तो अनगिनत हुये है भारत मै और जो बुद्ध ने न्याय की बातें बताई है बे गीता से नकल मार ली है।
बद्री अहिंसा के पुजारी थे तो बुद्ध को मानने वाले सबसे ज्यादा मांस भक्षी क्यों हैं कीड़े मकोड़े तक को खाते हैं चीन जापान कोरिया जितने भी कोई भी जीव जंतु नहीं बचाना जंगली ना शहरी ऐसा क्यों है इसका मतलब खुद अभी सारे कीड़े मकोड़ों सूअर जी गायब हैं सब खाते थे तो अहिंसक कैसे हो गए वह तो हिंसा से ग्रसित पुरुष थे
Video me bahut hi achha vishay liya gaya hai usse bhi achha samjhya gaya hai isse bekti ko bahut kuchh sikhne ko milega_____( Jay science journey Jay bharat )_____🙏🙏
बुद्ध का जन्म भारत में हुआ था या नेपाल में?
चुकी बुद्ध का जन्म लुम्बिनी में हुआ था जो आज भारत नेपाल का जस्ट बॉडर का नजदीकी हिस्सा है लेकिन नेपाल के हिस्से में आता है इसलिये काफ़ी लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज है। दरअसल नेपाल आज भारत ka पडोसी देश है इसलिए यह कंफ्यूज हो जाता है की बुद्ध का जन्म भारत में हुआ था?
क्या है सच्चाई।
दरअसल नेपाल हमेशा ही भारत का ही हिस्सा रहा है, लेकिन अपनी भगौलिक परिस्थितियों के कारण भारत के अन्य राज्यों की तुलना में वह अलग सा प्रतीत होता रहा है, खास कर पिछले 500 सालो में। ब्रिटिश राज में भी वह भारत के कुछ स्वतंत्र राज्यों की तरह ही स्वतंत्र रहा था, जबकी भारत की आजादी के साथ ही वो भी स्वतंत्र राष्ट्र बन गया। लेकिन 2500 साल पहले वह जम्मूद्वीप का हिस्सा था, इसका सीधा प्रमाण वहा पे मिले शिलालेख और लुम्बिनी असोक स्तम्भ से पता चलता है।
निष्कर्ष : जब बुद्ध का जन्म हुआ था तब लुम्बिनी जम्मूद्वीप का हिस्सा था। अथार्त बुद्ध का जन्म जम्मूद्वीप में ही हुआ था।
Ek video ye bnaye ki hme kon c kitbe pad kar itihas janna chahiye jaise kon c kitabo ya bhart ka itihas jo karbn dating ke adar par likh gya hai kha se prapta hoga or konsi sarkari or international sansthaye hai jis se ye itihas mhanta prapat hai
अबे भारत तो अङ्रेज जानेके वाद बना हुवा देश है। हवा बात मत करो। मोहम्मद जिन्हाको अपनी रास्ट्रपिता भि कहाकरो क्यु कि वो कभी भारतमे था पाकिस्तान। देश कोहि भि हो पहेलेसे बनाहुवा नहि होता ये बनाई जाती है। जो कभी बढता है कभी घट जाता है। बर्तमानमे जो है वोहि बात होति है।
और भोसोढी सुन बृटिस नेपालमे कभी शासन करही नहि पाई ईतिहास पढ्ले अच्छिसे। नेपालकी अधिनकी जमिन वेस्ट बङ्गाल, उत्तराखन्ड एरिया बृटीसकी बजह से लडाईमे गुमाने के वाद जब भृटिस भारत छोडके गये तभी दान मे मिले थे। उस बक्त तक नेपालकी सेना कि सामने लड्ने कि ताकत नहि थि भारतके पास।
@Bhavesh Pratap ye sabhi manuvadi saste nashe ke shikar hai. ye sabhi whats app university ke topper hai inne itihas shilalekh carbon datting samajh nahi aati sirf gobar samajh main aata hai jo ye khate hai😂😂😂
shiva is not imaginary characters, Kirati people in nepal have been worshipping shiva for thousands years. shiva is kirati gods. since kiratis have been living in himalayan region, and shiva parvati both belongs to himalayan, they are also both kiratis. After arayan arrived in india and hindu was born, they also start worshipping lord shiva. that is why lord shiva is consider first god in hindu mythlogy. Since kiratis don't have caste system, lord shiva aslo consider without having any caste.(brahma caste is brahmin, bishnu caste is kshyatriya). Latest buddhist also involved lord shiva in one amon 108 avalokeshwor. Advanced your knowledge, buddha is not indian, ashoka have clearly mentioned in pillar in lumbini in pali langauge that buddha was born in land of nepal. phrase found in ashoka pillar in lumbin "Heda buddha jata nepal"
मेने अब तक कई अध्यात्म आस्था के संघ देखे , सभी कहते कि हमारे साथ आ जाओ। पर मुझे खुद के व्यावहार के अनुसार कभी सही नहीं लगा। क्युकी उनका concept समझ नहीं आता था कि शांति की प्राप्ति केसे हो?
पर अब इस चैनल से inspire हुआ और अब मैं सत्य यानी तथ्य के आधार पर नास्तिक हू . मुझे koi आनंद जेसे चीज़ की प्राप्ति नहीं हुई क्युकी मैं पहले से जो हू वही रहूँगा।
बाकी अध्यात्म शांति की प्राप्ति की खोखली बातेँ करते हैं, जबकि शांति तथ्यों पर आधारित है। अध्ययन शिक्षा विज्ञान पर अधारित है।
आपके द्वारा सही और तथ्यात्मक इतिहास बताया गया जो प्रमाणित है ,आपके इस अनुपम कार्य के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।नमो बुद्ध्याय।
जय भारत
सर आप महान है पूरा इतिहास 1 ही जटके में बता दिया
और bramandwaad खत्म हो रहा है ।
हम बहुजनों को एक होना होगा
जय भीम
वो सब तो 11 हो गए अभी आप 1 होने की बात करते हो वाह
आप भारत के प्राचीन इतिहास की एक एक सच्चाई समाज के सामने ला रहे की।आप एक बहुत ही सराहनीय कार्य कर रहे है।धन्य है आप ओर आपके माता पिता जिन्होंने एक ऐसा वीर ओर प्रकांड विद्वान भारत देश की धरती पर पैदा किया है🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🌹
Very good namo bhudda congratulations
Bhai ye propaganda faila raha, Indian ko apas me larane or new fault line create kar raha vo bhi itihaas ko thod maror kar
सर आप जैसे तत्त्ववेत्ता मैने देखा नहीं।आप को कोई टक्कर नहीं दे सकता।ज्ञान का भांडार पुरी दुनिया को पता चल रहा
हमें गर्व है कि हम बुद्ध के अनुयाई हैं
आपके द्वारा दी गई जानकारी सटीक चेतना जागृत करने वाली होती है, सप्रमाण होते हैं। धन्यवाद् । मै आपसे सम्यक् संस्कृति काल की प्रकृति पूजक वर्तमान में आदिवासी माने जाने वाले "गोंडी"(कोयतुर जनों) के विषय में कुछ जानकारी चाहता हूँ। मानता हूँ कि गोंडी संस्कृति के संबंध में कोई लिखित / उत्खनीत शिलालेख नहीं मिलता पर गोंडी रेला/रेना लोकगीत के माध्यम से मिलता है। इस विडियो में दिखाई गई हड़प्पा से मिली शील में जो पुरुष आकृति है वह प्रथम गोंडी धर्म गुरू 'पहांदी पारी कुपार लिंगो' से हुबहू मिलता है। और जिस हिंदू शैव परम्परा के शिव की चर्चा आपने किया है उसका वर्णन गोंडी संस्कृति के 'शंभुशेक' जिसे गोंडी जन भगवान नहीं एक तरह से महामानव मानते हैं। और शिव उन महामानव पीढ़ी के अंतिम 'शेक'(सरदार/मुखिया) माने गये हैं।
भाई, मैंने भी यह जानकारी मांगी पर इन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया, किंतु इन्होंने, जितने भी लोगों ने इनके हां में हां मिलाई है, उन्हीं को रिप्लाई दिया है, लेकिन हमारी शंकाओं का निराकरण नहीं किया है।
Humतक इतनी सारी जानकारी पहुंचाने के लिए आभार । नहीं तो आज के बुद्धिजीवी लोग सधन होते हुए भी सिर्फ और सिर्फ अपने परिवार में ही व्यस्त हैं मस्त है
इसीलिए कहता हूं आप के सभी सदस्यों का मंगल हो कल्याण हो।
सर आप बोधिसत्व नायक है आप के महान व्यक्तित्व की वजह से भारत की मूल संस्कृति अभी तक बची हुई है आप पूजनीय प्रबुद्ध है
मै एक साधारण इंसान हु।
सर आप मेरे लिए मेरे। मार्गदाता है
कितनी हैरत की बात है कि जिस जमीन के नीचे के हिस्से से इतनी ऐतिहासिक बौद्ध सभ्यता के सबूत मिले हैं(हरप्पा /मुआनजुदरो)आज वही के लोग भी अपनी प्राचीन मूल संस्कृति को पूरी तरह से दरकिनार करके किसी एक साधारण इंसान के दिमागी फितूर से गढें हुए काल्पनिक चरित्र के गुणगान चौबीसों घंटे किया कर रहे।
Pakhand wad hai baki kuchh bhi nahi
थैंक्यू सर आप को बहुत बहुत धन्यावाद जी आप ने हमे हमारे देश के प्रमुख प्रमाण दिखाया ओर हमे हमारे देश की संस्कृति ओर सभ्यता के बारे मे विस्तार से जानकारी दी सर आप का स्वागत है
जय श्री राम 🚩
भारत का एक मात्र हिंदी चैनल साइंस जरनी
सटीक,तार्किक,शोधयुक्त,वैज्ञानिक आधार पर यह कथन ब्राहमणों की चूल हिलाने वाली बात है,इतिहास है ।जय भीम जय भारत जय मूलनिवासी ।
आंखों में बुद्ध बातों में बुद्ध सीने में बुद्ध सांसो में बुद्ध है बुद्ध ही बुद्ध फिजाओं में🙏🙏🙏🙏
Or kahi dalega buddh😂😂😂😂😂
कन कन में भारत बुद्ध हैं...
तब तो भारत को बुद्धिस्ट राष्ट्र बन्न ना चाहिहे विश्व मानवता के लिए
@@sananshingkarki9380 bilkul sahi kaha aapne
Your right
@@sananshingkarki9380 shri lanka jaise haal karna hai😂
Namobuddhy
सटीक एवं प्रमाणिक सत्य को प्रकट करने के लिए आपको बहुत-बहुत साधुवाद।
बहुत ठीक सर बुद्ध ही महान
बहुत सुन्दर जानकारी है तथागत जी।
कण कण में बौद्ध संस्कृति मिल रही है
साइंस जिंदाबाद था
जिंदाबाद है
और जिंदाबाद रहेगा
साइंस जिंदाबाद, सत्य जिंदाबाद
साइंस तू घबराना मत, हम तुझे जिंदा रखेंगे
जब तक SJ और तर्कशील भारत है
साइंस और सत्य , Moralityके साथ है HUM
बुद्ध जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं
सही हैं
Buddha Is greatest Philosopher ever🙏🙏 namo buddhay☺ Jay Bhim
Right
Buddha is not Philosophy dumb it's Dhamma established in every living and non living atom
बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कराने के लिए धन्यवाद
विश्व को शांति, करुणा, मैत्री, समता व मानवता का संदेश देने वाले तथागत बुद्ध की 2564 वी (7 मई 2020) को त्रिपावन बुद्ध पूर्णिमा के पावन पर्व पर सभी साइंस जर्नी दर्शकों व देशवासियों को हार्दिक बधाई
🙏नमो बुद्धाय🙏
Bhai ye galat hai ye karuna or manvata ham log mante hai dusre nahi. Hathiyar uthao hamne bahut gulami ki. Hai science or aakramata hi bharatvarsh chalega
You are doing great work , for India
Bringing truth infront of us
3 चीजे ज्यादा देर तक छिप नहीं सकती। सूर्य, चंद्रमा और सत्य। :- बौद्ध।
Is video mai zoot hi dika raha hai
@@ramkrishnavasupilli1626 apni ramayan padh
@@shekharpatil6263 hindutva ki propaganda ya tumari propaganda se mujey koi lena dena nahi history ko sahi salamat rakna hi mera udasya hai aur tum kya bol rahey ho veda bhudha ke badh aya hai tho fir bhudha kaise vedo ke karma kando ka virodh kiye, abhi harappa culture ka puri tarikey se samaj nahi paye hey historian is video mai pura system hi palat diya,RSS bolta hai leftist history tum boltey ho braman wadi history apas mai tum dono ko kaisey ladna hai lado per history ke facts sabhuto aur vislesan ko kyo zoot bataney mey lagey Hui ho itihaskar agenda ko dyan me rakar itihas nahi likta kafi Mehnat aur sabhuto aur fact ko samaj kar likta hai
@@ramkrishnavasupilli1626 sorry😚😚😚😔
@@ramkrishnavasupilli1626 happy independence day♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
The oldest civilization with facts 🙏 Noma Buddha...
गौतम बुद्ध 2500 वर्ष पहले थे l जबकि भारत की Civilization 25000 वर्ष पुरानी है पुरातात्विक सर्वेक्षण के हिसाब से ।
@@narsimhaa1474 वो विलुप्त हो चुकी सभ्यता है।जैसे माया ,सिंधु घाटी सभ्यता
@@narsimhaa1474 Australian civilization is still living over the period of 40000 years
@@narsimhaa1474 No!! who said you '25000'? can you show me the proof?
@@ex-hindu315 as the gov says: 65,000 years
आप को तथागत बुद्ध पूर्णिमा की "हार्दिक" शुभकामनाएँ एवं बहुत बहुत साधुवाद |जय संविधान जय भारत
ग़ज़ब की जानकारियां रखते हों आप.... एसे ही bajate रहे in मनुवादीयों की.... 🙏🏻🙏🏻🙏🏻😊👍🏻
बुद्ध का जन्म अखण्ड भारत मे हुआ था।
भारत में बुद्ध ही बुद्ध हैं सत्य है संविधान ही हमारा ग्रंथ है।
जो अंग्रेजों ने हमे दी वही संविधान या जो कई देशो के नकल से बनाया गया या जो समय समय पर बदला जाता है या वो जो किसी को इंसाफ नही देता है या जो ब्यक्ति से ब्यक्ति से भेदभाव करवाता है।
अति महत्वपूर्ण एवं सराहनीय ठोस सबूत (प्रमाण ) बौद्ध सभ्यता के ,ऐसी प्रमाणित जानकारी देने के लिए साइंस जर्नी को साधुवाद
जय मूलनिवासी जय भीम जय संविधान जय भारत
Right namo bhudday congratulations
हमें अपनी इस महान संस्कृति पर गर्व है
🙏🙏नमो बुद्धाय नमो नमो🙏🙏
सर आप जीयो हजारों साल।
साल के दिन हो पचास हजार ।
आपका शुक्रिया।
जानकारी देने का।
आप एक नया सवेरा हैं, आपके वीडियो को मैं एक महीने से देख सुन रहा हूँ और मुझमे बहुत सारे बदलाव आए हैं, अब मेरा नजरिया बिल्कुल बदल चुका है।मैं बचपन से जो देखते सुनते आ रहा था उसी को सच मान रहा था ।आपको नमन है सर्। thank you.
आप बहुत नेक कार्य कर रहे हैं, आशा है कि बहुत जन तथ्य जान सकेंगे।
आप सभी को बुद्ध पूर्णिमा के पूर्व ही ढेरों बधाई।
तथागत आपके जीवन में विचार और विकेक से सींचने का कार्य करेंगे।
🏯🏯नमोबुद्धाय☸️☸️
Sahi me ap bahut nek kam karheho nàmo bhudda congratulations
Duniya janti hai... Bharat ke kuch murkho ko chhodkar..🙂
Bharat ki saskriti shuru se bauddh sanskriti rahi hai....
.
Nammo buddhaye 🙏🙏🙏
Or vo murkh tum ho😂😂😂😂
तथागत गौतम बुद्ध
जन्म: 563 ई स पूर्व लुंबिनी वन अखंड भारत, वैशाखी पोर्णिमा
नाव: राजकुमार सिद्धार्थ
आई : महामाया, महाप्रजापती गौतमी(सावत्र आई, मावशी)
वडिल:शुद्धोधन
भाऊ: नंद, आनंद (सावत्र भाऊ)
वंश: शाक्य वंश क्षत्रिय
राजधानी : कपिलवस्तु
सेवक : छन्ना
गुरु: विश्वामित्रा
विवाह :16 वर्षी
पत्नी: राजकुमारी यशोधरा
पुत्र:राहुल
गृह त्याग :29 वर्षी ( राहुल जन्मल्यावर)
गुरु: अलार्म कलाम, आचार्य कौडिण्य
दिव्य ज्ञानाची प्राप्ति: वैशाखी पोर्णिमा वय 35 वर्ष
तपस्या : बोधि वृक्ष (पिंपल च झाड़) निरंजना नदी काठी, गया बिहार
प्रथम भोज दिव्य ज्ञान पूर्वी : सुजाता
बुधत्त्व प्राप्त :सिद्धार्थ ते गौतम बुद्ध
प्रथम पाच शिष्य: ब्राह्मण
प्रथम प्रवचन:सारनाथ
चिन्ह : धम्मचक्र (अशोक चक्र)
संघ: बौद्ध धम्म
त्रिरत्न:प्रज्ञा, शील करुणा
चार आर्य सत्य:
1 दुःख
2 समुदय
3 निरोध
4 मार्ग
मार्ग:अष्टांग मार्ग
1सम्यक दृष्टी
2सम्यक संकल्प
3सम्यक वाणी
4सम्यक कर्मात
5सम्यक उपजीविका
6सम्यक व्यायाम
7सम्यक स्मृती
8सम्यक समाधी
बौद्ध ग्रंथ:त्रिपिटक
ब्रीद वाक्य: बुद्धम् शरणम् गच्छामी
उपदेश भाषा: पाली भाषा
प्रिय शिष्य: आनंद
प्रिय नगरी: वैशाली
अंतिम भोजन: चंड के घर
एकुण उपदेश:84,000
अंतिम उपदेश : अत दीप भव
महापरिनिर्वान: 483 ई पूर्व वैशाखी पोर्णिमा,कुशीनगर उत्तर प्रदेश,80 वर्ष
जय भीम नमो बुद्धाय
सर्वाना बुद्ध पोर्निमेच्या हार्दिक शुभेच्छा
1)बुद्ध नेपालमे नही भारत में पैदा हुवा व स्थान मथुरा है।
2)प्रजापती को गौतमी भी कहते है।
3)बुद्ध कोही क्षत्रीय नहीं क्युं क्षत्रीय नामक आइटम बुद्ध के मृत्यु(बास्तबमें ब्राह्मणोंने हत्या किया था)के 15 सौ साल वाद ब्राह्मणों ने अपनी सुरक्षागार्ड के लिए बनाया था।
4)बुद्ध जैन बंश के वैसे पुरे भारत बुद्धके जन्मसे पहले सब जैन थे।
5)बुद्ध के गुरु ब्राह्मण हो ही नही सकते क्युं कि उ.द.पु.भारत और नेपालमे ब्राह्मण था ही नही।बुद्ध को हत्या ब्राह्मणोंने करने के वाद ही इस स्थानोंमें ब्राह्मण आकर बस गए।
6)ब्राह्मणों ने सनातन हिन्दु धर्म के नाम पर इन्सान तक को बलि देकर नरमेघ यज्ञ वा हवन करते थे यानी धर्म के नाम पर अधर्म।
7)बुद्ध के शिल समाधी प्रज्ञा के अष्टशिल से मार्क्स ने सम्यकबाद वा साम्यवाद बनाए पंचशिल नाम गुट निरिपेक्ष के संघके नाम रख गया।
8)बुद्ध तो क्या सम्राट अशोक के समय तक ब्राह्मणों को दरवार मे नहीं घुसाते थे।
9)आजकल बुद्ध,चन्द्र गुप्त मौर्य,पौरष,सम्राट अशोक आदिके फिल्म,सिरियल में ब्राह्मणो के फौज दिखाते है यहाँ तक कि यी सब के गुरु तक बनाते।ब्राह्मण घुंइया के गुरु?इन्सान,घोडे,गाय आदि के बलि देकर हवन करने वाले बर्बर प्राणी है ब्राह्मण जो शराब और गाय के मास खाकर दिनरात नशेमे रहते थे।
@@pradiptguvaju3918 माफ करे भाई मुझे जितना मालूम था मैने उतना ही लिखा
भाई मुझे बुद्ध के बारे मे और जादा जानकारी चाहिए plese आप मुझे बताये
Tula on bhau Buddha Pournimachya hardik subhechha 🙏🙏🙏
Lumbini is located in Nepal. Not in India.
मनुवादी ब्राहमण यूरेशियाई घुसपैठिए जहाँ। इन्सानियत खत्म वहाँ।।
बोलो पचासी 85% मूलनिवासी जिंदाबाद✊🏻।।
जय संविधान। जय जवान जय किसान ।।।✊🏻🇮🇳।।
Lund budh ka meat khate ahanisha and aprigrah lund. Totally money collected
बुद्ध भी तो नेपाल से आये थे
Right
Very good
जय श्री राम भीमटो🚩
भाई जी सादर अभिवादन नमो बुद्धाय, आप मन को जीतने वाली प्रस्तुति की जिसके लिए धन्यवाद, एक दम सही बात है हड़प्पा सभ्यता मूलनिवासियो की सभ्यता थी जिसको आर्यों ने नष्ट किया, मैं तो सोचता हूँ, की इन लोगो ने इस देश को कितना नुकसान पहुचाया है आप सोचों ,की हड़प्पा सभ्यता के लोग कितने आगे थे वे व्यापार करते थे, अनाज उगाते थे, नगरों में रहते थे, जल निकास की अच्छी व्यवस्था थी,अमन चैन था, पक्के मकानों में रहते थे। इन आर्यों ने सब बर्बाद कर दिया, और दिया कुछ घास फूस की झोपड़ी में गाँव मे रहना, भेदभाब, लानत है सब बर्बाद कर दिया
I like science journey very much.
बहुत-बहुत धन्यवाद आपको लोगों को ज्ञान के प्रति जागरूक करने के लिए🙏
साईंस जर्नी के सबसे बेहतरीन वीडियो में से एक! सचाई को तार्किक व बेवाक ढंग से प्रस्तुति है! सबसे बड़ी बात है कि इसमें अद्वितीय जानकारियां हैं!
इसके लिए जितनी प्रशंसा की जाए, कम है!
- धन्यवाद प्रस्तुतकर्ता!
प्रो. नरेश कुमार रावत
(वैशाली)
बहुत ही अच्छी वीडियो थी बहुत कुछ नया जानने को मिला बस इसी तरह ही वीडियो बनाते रहे मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं
भाई मेरे चैनल को विजिट कीजिए! वास्तविक इन्फॉर्मेशन लाने की कोशिश में हूँ!
एक बार विजिट करे यक़ीननं आपको वीडियो पसंद आएगी!🙏
सर आपका जवाब नहीं । अंधभक्तों को नंगा कर दिया।🙏🙏🙏🙏🙏👌👌👌👌👌
Tumhe bhi
Tere ankho Mai jhut Ka Patti ban Diya
Andhbhakto ki gand jli😁😁😁😁😂😂😁
Sindhu sabhyata aur Buddha ke bare me aj se phle maine kabhi itna kuch nhi jana. Hats of to you science journy 🙏 for your research facts and information 🙏 aankhen khol di meri🥺 Thank you very much meri sanskriti se mera parichay karnare ke liye🙏🙏💐💐
Buddha is great person 👏👏👏
"जय इन्सानियत जय मानवता जय संविधान जय विज्ञान"⚘⚘ नमो बुद्धाय जय भीम जय असोका💕💕💕☸☸☸👏👏👏
2 hours 12 minut pahle .
Happy Buddha Purnima Sr.!.
*@Mahamanav Buddha@*
जय जवान जय किसान
जय भारत जय संविधान
त्रिविध पावनी पूर्णिमा पर आप सब को बहुत-बहुत बधाई ।
🙏नमो बुद्धाय🙏
आपका व्हिडीओ सत्य इतिहास पर आधारित है । आपका कार्य महान है। ऐसाही कार्य करते रहे । आपको शुभकामना . जयभीम नमोबुद्धाय
बहुत अच्छी जानकारी के लिए धन्यवाद
नमो बुद्धा
💜🇪🇺आप सभी को🌹💐 बुद्ध पूर्णिमा💐🌹 के पावन अवसर की ढेरों बधाई व🙏शुभकामनाएं🙏
Nice your D P 👌
Jaybhim
जीत नी भी तारीफ करो आपकी कम हे
सही काम करहे आप जो सचाई बता रहे हे . 👍👍🙏
नमो बुद्धय , जय भीम🙏🙏
साइंस जर्नी के दर्शक और समझने वाले लोगों से अनुरोध है कि वो ज्यादा ज्यादा साइंस जर्नी को शेयर करें
तुलनात्मक अध्ययन से हमें अपनी संस्कृती का पता चलता है।जिससे हमें सम्येक संस्कृती पहचान हो रही है।
बहुत सुन्दर, ऐसे ही सच्चाई को सामने लाया जाना चाहिए।जिसे जानकारी ऐसा प्रयास जारी रखें
जब जागो तभी सवेरा नमो बुद्धाय
Jai shree ram
@@Lucknow.111 namo buddhaye om namah shivay.
@@Lucknow.111 छी राम.
@@Lucknow.111 छि राम, छि राम....
@@kingtradebattle475
जय छी राम 😎😎🤣🤣
आपके तर्क इतने अच्छे है की इसके आसपास सिर्फ बुध्दीस्ट इंडिया ही आ सकती है
महात्मा बुद्ध जी की अनुयायी है मानवता धर्म गुरु पहान्दी पारी कुपार लिंगो जो आदिवासी गोंडवाना राज्य के काल 5th . Bc पहले से थे उस समय कोई धर्म जैसे चीज़ नहीं होती थी सब गोंडवाना वासी थे.... और प्रकृति को पूजते थे सारे अध्यात्मिक ज्ञान प्राकृतिक की उपासना कर प्राप्त किया जाता था.. महात्मा बुद्ध जी की अनुयायी दृष्टि पूर्णतः gondi धर्म के कोया पुणेम पद्धति समान है...
सेवा जोहार दादा जब आदि गुरु पहान्दी पारी कुपार लिंगों बुद्ध के पहले काल से है तो फिर बुद्ध जी का अनुयाई कैसे हुआ, मोहन जोदड़ो हड़प्पा सभ्यता की मुहरों को गोंडवाना के महान शोधकर्ता मोती रावन कंगाली जी ने पढ़ा है और सिद्ध किया है कि यह हमारे आदि गुरु मुंडवा पोय पाहंदी पारी कुपार लिंगों है, जय जोहार
अबे बुद्ध ने आत्मा का खंडन किया और तू उन्हें ही महात्मा बोल रहा है bhagvan buddha बोल
Bohot bohot bohot dannewad 🙇🙇🙇
Thank you very much for explaining the truth of history..
BUDDHAM SARANAM GACHCHAMI 🙏
BJP IT cell giving dislikes 😃 bro this means you are in their radar. Don't worry we are with you ✊🏽
@@gobananas3085 तुम beyond हो क्या. ?
@@gobananas3085 सच मे तुम beyond हो.?
@@gobananas3085 तो तुम ने झुट क्यु कहा था की पैसे नहीं हैं.
@@gobananas3085 hain sach mei tum beyond infinity ho? Us account se kuch likho tab manungi.
Kese ho mere prabudh jno😁 mitro meri jaano😅😅🥰😍 sabhi ko pyar bhara yummy yummy chuumma😘😃😅😅😅😍😍
साइंस जर्नी के द्वारा ऐतिहासिक प्राचीन तारु वास्तविकता पर सटीक विश्लेषण धन्यवाद
सिंधु सभ्यता हमारी है 💪🙏👌
@@sangit1510 पाकिस्तान भी अखण्ड भारत का हिस्सा है, जिसका निर्माण सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य ने किया था
Buddha born 534bce indus Valley civilization is 3800bce but if you tell is Buddhism🤣🤣🤣🤣🤣
@@imatheistandslaveoflucifer279 😂😂
Tumare ini soch ki vajah se bodh aaye the tum logo ko gyan dene ko dunya sabi jadi k hai tumara neeji nahi
@@imatheistandslaveoflucifer279 तनहंकर बूद्ध ही प्रथम बूद्ध है, जो सिंधु घाटी सभ्यता में जन्म लिया था।
सिंधु घाटी सभ्यता का धम्म, बौद्ध धम्म हैं।
बहुत बहुत धन्यवाद सही जानकारी देने के लिए ऐसी ही जानकारी देते रहे समाज को जागरूक करते रहे ।🙏🙏🙏🙏
देर आए दुरुस्त आए
अगर यही पाखंडी और अंधविश्वास का पर्दाफाश आज से 30 साल पहले हो जाता तो आज भारत की तस्वीर कुछ और ही होती
Bilkul sahe bat hai. Aaj tak hum andhbiswas my tha.
@@masumfaiz9824 tees sal pahle dr ambedkar aa chuke the phir parda faash kuyn nahi hua
@@jagggu जी पर्दाफाश तो उसी समय हो चुका था और इन सभी बातों पर बाबासाहेब ने पुसतके भी लिखीं थीं लेकिन
उस समय लोग अनपढ़ थे और आज पढ़े-लिखे हैं तो सोच बाह्मणिकरण वायरस जैसी ््् अर्थात बाह्मण पंडितों की लिखित पुस्तकें पढ़ी जिससे उनका दिमाग बाह्मण सोच के अनुसार ढल गया और आस्था में डूबने के कारण हकीकत क्या है समझना ही नहीं चाहते
क्योंकि
आस्था के कारण उनके मन में डर भय शंका अंधविश्वास पाखंडवाद कुट कूट कर भरा होता है जब असली सच्चाई का पता चल जाता है तो खुद को ठगा महसूस करता है
फिर भी
ठेस कितनी भी पहुंचे मगर सच्चाई जरूर पता चलनी चाहिए
और बौद्ध धम्म से केवल सच्चाई ही है डर भय शंका का कोई स्थान नहीं है
आरक्षण की भीख के टुकडे तुम्हे पेट मै चुभने लगे इसलिये उछलने लगे हो अपने आप को सूरमा समझने लगे तुम नहीं सुधरोगे अब देखना क्या हाल होने बाला है।
Bilkul Sahi kha aapne magar buddh ke samy bharmano ne bodho ko bhut adhik matra me nst Kiya
Excellent, informative 👍
🙏 Namo AMITAVA 🙏
मेरे मन में आप राज करते है मैं अपने भाई के बाद आपको अपना भाई मानता हूँ
वेरी गुड बहुत सुंदर जानकारी दी आपने हम आपकी बहुत आभारी है कि आपने सोए हुए समाज को जगाने का प्रयास किया आप अपने इस प्रयास में लगे रहे परमात्मा आपको सफलता देगा
Sir is type ki video late rahiye aaj ki video me achi jankari di hai dhanyavaad
आप बहुत अच्छे से ज्ञान देरहे! बहुत बहुत धन्यवाद। आप का आवाज बहुत बहुत अच्छा है।
The Buddha Advices:
Don't accept something:
-Because you have heard it many times.
-Because it has been believed traditionally for generations.
-Because it is believed by a large number of people.
-Because it is in accordance with your scriptures.
-Because it seems logical.
- Because it is in line with your own beliefs.
-Because it is proclaimed by your teacher, who has an attractive personality and for whom you have great respect.
Accept it only after you have realized it yourself at the experiential level and have found it to be wholesome and beneficial to one and all. Then, not only accept it, but also live up to it.
Kalama suttra
From Buddha's teachings
@@larlarmaurya747
Kalama sutta in which part
I am searching from so long
नमो बुद्धाय जाति के साथ शुरू को काम है अपना सबूत मिटाना और अपने आप को शरीफ और अच्छा साबित करना इसके लिए हमेशा कार्यरत रहते हैं हमेशा प्रयास करते रहते हैं वही काम सिर्फ सिर्फ ब्राह्मणों का है नमो बुद्धाय जय भीम सर
बुद्ध ही बुद्ध है
सर बहोत अच्छे व्हिडीओ को आपने प्रस्तुत किया हैं. जो हमे मालूम न था वो मालूम हुआ. कितने भ्रष्ट लोग आये हैं हमारे संस्कृती का विनाश करने, लेकिन मुझे यकीन हैं एक दिन सब पितल खुलनेवाला हैं.
जय भीम सर
अब कौनसा शब्द उपयोग करे सर आपके अछे काम के लिए बहोत बहोत अच्छी जानकारी ये काम बंद नही होना चाहिए सर
जय भीम
I'm also speechless for this work.. bahot hi nek Kam kar rahe hai science journey ... Aap esehi kaam karte rahiye or manavta ka sandesh sab Tak pahunchhate rahiye ..
Happy budhha purnima ..
Namo budhhay ...
Jai Bhim bhai
Jis mul Sanskriti ki aap baat kar rahe ho vah nishchit roop se Islam nahin
Koi bhi vichar Apne aap me perfect nahin hota
Islam ka objective gajwa a hind hai
ismein Na to Buddh ka astitva hai na hindu dharm ka na Sikh Dharm ka na Jain Dharm ka Na now Parsi Dharm ka
.koi bhi Dharm surakshit nahin hai Islam ki vajah se.
Myanmar mein Shanti Priya baudhon ke sath rohingya Musalman markat kyon kar rahe hain.
Agar Islam ka itihaas dekha jaaye kurata purn hai.
Aap brahmanon se naraj ho sakte hain yah aapka Adhikar bhi hai. Kafi salon se atyachar to hua hai
Lekin kya sabhi brahman galat hain.
Ambedkar ke guru bhi brahman the
Koi bhi niyam acche uddeshy se banaya jata hai lekin samaj ke kuchh swarthi log uska durupyog karte hai.
Iska matlab niyam banane wala galat nahin ho jata hai.
Aaj reservation kya fayda creamy layer ke arthat Amir log utha rahe hain garibon ko iska fayda nahin mil pa raha hai
Iska matlab Samvidhan galat nahin ho jata kya is vajah se Babasaheb Ambedkar ko Bura kaha jaaye
Bilkul nahin bilkul bilkul
Aap log vahi kam kar rahe hain Jo Jogendra nath mandal azadi ke samay Kiya
Musalman Keval aap ka upyog kar rahe hain vote ke liye
Vah Satta mein aana chahte Hain
Vah ek Islamic rashtra banaa sakte hain iske liye aapka vote jaroori hai
Main jo dekh pa raha vah aap nahin dekh pa rahe hain
Ghar mein ladai hoti hai to kya bahar wale ke sath milkar Ghar Wale Ko maarna theek hai agar aap dusra Pakistan banana chahte Hain jismein Hindu baudh Jain Sikh surakshit nahin hai
Aap thoda dur Drishti se Bhagwan Buddh ne meditation sikhaya jab aap medicine karenge shant chitt hokar sochengepure Vishva mein musalmanon ke atyachar per vichar karenge Bharat per unke aakraman ka itihas dekhenge Murti Puja ko kafir kyon kahate Hain jab ine sab baton per vichar karenge tab meri baat samajh mein aaegi. Main kisi dusre Bhavna se yah baat nahin Kah Raha Hun balki Dara hua hun aur dukhi bhi hun.
Ambedkar ko aur ghanta se padhiye vah chahte to Islam bhi Kabul kar lete vah chahti to kisi bhi ban jaate per unhone ine donon Ko nahi chuna The tribune mein vo likhte Hain Islam ya kisi videshi Dharm ko apnane se Bharat ke prati unki nishtha mein Kami a jayegi
Kya aap use Ambedkar ke vichar se sahmat nahin hai
Jogendra nath mandal ne jinna ka sath Diya aur Pakistan mein dalit bhaiyon ko yah to marna pada yah Islam Kabul karna pada
Aaj aap sab ko Bura Kale aane wala kal bahut hi bhayavah hai
Jay Bhim Jay Bheem Jay Bheem Jay Bheem Jay Bheem Jay Bheem Jay Bheem
Jay bhim likha h isliye like nhi Diya gade ne
@@ayush6sept09 ISKA JAWAAB NAHI DEGA YE KYUKI FIR ISKA DHANDA KAISE CHALEGA AFWAYE FAILANE KA YE SUAR SIRF DALIT LOGO KO GALAT KNOWLEDGE DE RAHA HAI OWAISI JAISO KE SAATH MILU HUA HAI YE SUAR
Almost Old India believe In Buddhism 🙏❤
Buddha bhi savarn arya Kshatriya the
@@violet1849 bhai Kshatriya shabd 8th century CE se pehle kahi bhi nahi paya gaya hai aur Pali, Prakrit bhasa jisse aam log uss samay baath krte the toh usme Ksh, Tra, Gnya, Visarg aadi bhasha mein tha hi nahi. Toh phir iss baat se yahi sabit hota hai ki Buddha koi kshtriya ya kise varn mein nahi aate kyunki usse samay Varnashram jaisa kuch tha hi nahi balki wo sirf samyak Sanskriti ka palan krnewale ek Shraman the jisse aaj ki bhasa mein Rationalist ya vaigyanik vicharak kaha ja sakta hai.
Hare krishna
थैंक्यू सर। हमे बस यह तक पता था कि बौद्ध से पहले चतुर्वर्ण के हिसाब से सब रह रहे थे।
आपके ज्ञानवर्धक तत्थयो के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
भाई मुझे तो बहुत पहले ही समझ आ गया जहां बाबा साहेब ने हिन्दू धर्म को ठोकर मारी
बाबा साहेब बहुत पढ़े लिखे इंसान थे उन्होंने भी बहुत रिसर्च किया तब जाके धर्म बदला मैंने बाबा साहेब को पढ़ने के बाद मान गया भारत का धम्म बौद्ध धम्म है जय भीम नमो बौद्ध जय मूलनिवासी
बहुत ही अच्छी खबर दी है आपने
जय भीम नमो बुद्धाय 💐🙏 सर जी
इतिहास गवाह है सत्य को हमेशा दबाया गया है! जिन लोगों ने भी समाज के लिए सही काम किया है उनलोगों के विचार को कुछ लोगों ने अपने स्वार्थ के लिए उन्हें गलत बताने की कोशिश की!
हम सब को एक होकर गलत विचारों को पखण्डवादी सोच को समझना होगा!
जिसने बुद्ध को समझा उन्हें यक़ीननं बुद्ध से प्रेम हो जाएगा!
दोस्तों हमारा चैनल नया है आप सब से उम्मीद रहेगा कि आप मुझे सपोर्ट करोगे..🙏
आज भी बहुजन समाज ब्राह्मणवाद से निकलने की चेष्टा धीरे धीरे कर रहा है पर अब भी इस दलदल से निकालने का प्रयास बहुत धीमा है
सभी मूलनिवासी बहुजन समाज जिस दिन बौद्ध धम्म को समझेंगे उस दिन उनकी तर्क और समझ दोनों अपनी होंगी
The so-called Brahman Pandits, Sanskrit Pandits, VED GYANI, Bhrahma GYANI etc etc knew nothing about ASOKA the GREAT and Lord Buddha UNTIL the British literally DUG UP the history, in late 18th Century.
The so-called Brahmans (JANM SE maha GYANI aur maha PANDIT ghoshit karne waala) knew nothing about ANYTHING at all.
Particularly about history and SCIENCE.
They shall NOT talk about Education, knowledge, HISTORY and Science.
They KNOW nothing about them.
ALL of the HISTORY of India was FOUND by the British or Western historians and Archaeologists.
NOTHING was FOUND by the so-called JANM SE maha GYANI and maha PANDIT Brahman JATI.
WHY??
Because ALL they actually know is a few ROTE MEMORISED Mantr, Shlok etc in Sanskrit language.
No-one else was permitted even to listen to Sanskrit Mantr, Shlok etc.
ALL CASTES of HINDUS were NOT permitted to have ANY Education at all, UNTIL the British government brought Education FOR ALL CASTES of HINDUS for the FIRST TIME in history of India.
The so-called Brahmans were the ONLY (a little) Educated CASTE of India for the last few centuries.!!
They have NO RIGHT to talk about Education and knowledge.
They have none.!!😁😂🤣.😁😂🤣.
The so-called Brahmans are still the same UNPAD gavar, nasamajh, murkh, jhuta, bevakoof aur GADDAR JATI, they were in 12th Century A.D.!
They are WORSE than a "FROG in the WELL".!!
The WELL is ALL the world for a FROG.!!😁😂🤣.😁😂🤣.
They were the ONLY educated CASTE of HINDUS ONLY because the other CASTES of HINDUS were BANNED from getting any Education, UNTIL 19th Century.!!
That was the only reason for the so-called JANM SE maha GYANI and maha PANDIT Brahman JATI to declare themselves SO.!!
NOW, as ALL CASTES of HINDUS are getting Education, the so-called Brahmans are simply UNABLE to compete with ANY of them particularly with the SC, ST and OBCs.
That is the FAKE VARCHASV, SUPERIORITY, MERIT, Skills and ABILITY etc. of the so-called Brahmans.
Because there was NO COMPETETION for the so-called Brahman FAKE GYANI.!!
That is WHY the so-called Brahmans NEVER go to ANY APRACHYA, Mlechch, Paschim and KIRASTAANEE Country.
They KNOW that they just CAN'T COMPETE with anyone if they have Education and knowledge.!😁😂🤣.😁😂🤣.
सर आप जीत रहे है आपके इस वीडियो में ब्राह्मण सभ्यता की सत्यता साबित करने की कोशिश पर ऐड आ रही है
सभी भारत वाशी को बुध्द जयती की सुभ कामना ! (जय सेवालाल)
आपका चेलन बहुत ज्यादा बढ़िया है भाई
ऐसा चेलन मेने आज तक नही देखा
बहुत बहुत साधुवाद साथी
@Bhavesh Pratap मूर्ख लोग हमेशा शब्दो मे उलझे रहते है
ओर समझदार भावना समझ जाते है
@@Samayakmusicworld 👍👌
*क्या बात है भारत की प्राचीन संस्कृति बौद्धइष्ट है सिंधु संस्कृति भी इसका प्रमाण दे रही है बहुत ही अद्भुत वीडियो हैं आप को कोटि-कोटि वंदन अभिनंदन साधुवाद*
एक कहावत है जो सदियों से चली आ रही है, *कण कण में भगवान* भगवान का अर्थ ईश्वर या हिंदू देवी देवताओं जैसे राम, कृष्ण, ब्रह्मा, विष्णु, महेश नहीं वल्कि सबसे पहले भगवा बस्त्र धारण करनेवाले भगवान बुद्ध से ही है, जो आजकल सभी जगह खुदाई मे भगवान बुद्ध की मूर्तियां या खंडित मूर्तियां ही मिल रहीं हैं
आप इलाज़ बताओ बीमारी तो बहुत लोगो को पता है। बोद्ध संस्कृति को वापस कैसे फैलाया जाए इसके बारे में कुछ बताओ ।
Sahi sayal he
@gopal yadav बुद्ध ने जो मैडिटेशन की विधियां बताई है वो फैलाने का काम कौन करेगा ? सबसे महत्वपूर्ण तो वो है ।
Upay hai, tamam jeevan ke karmakand jo brahman dwara karaye jaate hain unhen khatm kiya jaye. Jaise shaadi, mundan, jenau. Shaadi kewal court me karein. Mirtyun sanskaar me kewal scientific tarike se body decompose karein. Bas. Peecha churaye brahmaan.
sahi hai is se bahar ke buddhisto ko bhi pta chlega ki bharat mein buddhism ko kese dabaya ja raha hai aur brahmno ki aukat pta chlegi, court mein case hona chahiye lekin bahujan netaa log ispar kyun baat nhi krte, even buddha ke bare mein bhi baat nhi karte, ultaa aaj kal ek dusre prr ilzam lga rhe hein waman meshram and rajratan ambedkar, hadd hai yrr,
@Bhavesh Pratap uske liye sanghatan ki avshyakta hai jaise vishvaratna babasaheb ji ne kaha tha sikho sanghatait ho jao aur sanghrsh karo rajnetaon ke bharose ku6 nahi ho sakta
महात्मा बुध की जय हो अशोक सम्राट की जय हो अखंड भारत की जय हो नागराज नागवंशी
बुद्धमय भारत 🙏🏻
आपका बोहोत ,बोहोत धन्यवाद🙏
सच बताने के लिए
Great job 👍🙏💐💓✊🇮🇳
Satya Satya Jay bhim Namo buddhay
बौद्ध मय भारत से लेकर पूरे विश्व तक फैला महान संस्कृति । नमो बुद्धाय
Right I m sahu
ये भारत सिर्फ श्री राम और श्री कृष्ण के वेभव से जाना जाता है बुद्ध जैसे तो अनगिनत हुये है भारत मै और जो बुद्ध ने न्याय की बातें बताई है बे गीता से नकल मार ली है।
Bahut achha video banaya hai sir
____( Jay Science Journey )____🙏
दुनिया को दया करुणा प्रेम मानवता का शिक्षा देने वाले अहिंसा के पुजारी महात्मा बुध को उनके जन्म दिवस पर उन्हें कोटि कोटि नमन !
बद्री अहिंसा के पुजारी थे तो बुद्ध को मानने वाले सबसे ज्यादा मांस भक्षी क्यों हैं कीड़े मकोड़े तक को खाते हैं चीन जापान कोरिया जितने भी कोई भी जीव जंतु नहीं बचाना जंगली ना शहरी ऐसा क्यों है इसका मतलब खुद अभी सारे कीड़े मकोड़ों सूअर जी गायब हैं सब खाते थे तो अहिंसक कैसे हो गए वह तो हिंसा से ग्रसित पुरुष थे
नमो बुद्धाय।
Video me bahut hi achha vishay liya gaya hai usse bhi achha samjhya gaya hai isse bekti ko bahut kuchh sikhne ko milega_____( Jay science journey Jay bharat )_____🙏🙏
जय भिम जय भिम जय भारत
बहुत बहुत धन्यवाद इतनी सटीक जानकारी देने के लिए। इस कार्य को निरंतर करते रहिए।
ये मनुकीऔलाद आजभी सच्च को झुट और झुट को सच्च बताकर आपणा धंदा चालू करना चाहते है, जयभीम
Bahut bahut dhanyvad sir aapko hamri sanskriti v sa सभ्यता के दर्शन कराने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद सर आप बहुत ही सराहनीय कार्य the hai