नित्यानंद कैसे बोल सकते है भक्त सब आओ गुरुदेव नाम नित गाओ। नित्यानंद खुद ही परम गुरुदेव हे। कुछ भी गा रहे हो।थोड़ा तो सुनलो जो बोल रहे हो। जहां ये मूल रूप मे लिखा गया है यहां ऐसा हे मुक्तानंद कहे सब आओ श्री गुरुदेव नाम नित गाओ हो भव भय से पार ये स्वामी मुक्तानंद जी अपने श्री गुरुदेव भगवान नित्यानंद जी के बारे में बोल रहे हैं। की सब आओ श्री गुरुदेव नित्यानंद उनका नाम गाओ
सच बात है, यह गुरुस्तुति स्वामी मुक्तानंद परमहंस 'बाबाजी'-रचित ही है, उनके गणेशपुरी वाले आश्रम से इसका प्रारंभ हुआ है। पू. मुक्तानंद बाबा जी को इसे गाते हुए हमने अनेकों बार देखा है। इतना ही नहीं, परम सिद्धयोगी स्वामीश्री नित्यानंद बाबा तो परम अवधूत थे; उनके गुरु स्वयं शिव जी के अलावा कोई था भी नहीं। वे स्वयं साक्षात् शिव-स्वरूप थे। उन्हें किसी मानव-गुरु का गुणगान करने की आवश्यकता ही नहीं थी। हाँ, ऐसा अवश्य हुआ है कि पू. गुरुदेव मुक्तानंद बाबाजी की समाधि के बाद उनका भक्तगण स्तुति के अंत में "मुक्तानंद ! हे सद्गुरु दाता ..." भी गा लेता है, जो सर्वथा स्वाभाविक है।
Jai gurudev 🙏🏻🙏🏻
🌹🙏☘️!!श्री ॐ जय गुरुदेव!!☘️🌸👏
🎉जय गुरूदेव 🎉
Jay Gurudev koti koti vandan pranam ❤
जय गुरुदेव 🌹🙏
Jay Gurudev 🌹🙏🌹
Jai Gurudev🙏🙏🙏 🌹🌹🌹
🙏🌹 जय गुरुदेव 🌹🙏
🌹🙏जय गुरुदेव🌹🙏
Jai gurudev 🙏
जय गुरदेव 😢
🙏🙏।। जय गुरुदेव।। 🙏🙏
गुरुदेव हमारा सबसे प्यारा है।
🙏jay gurudev
🙏💐Jai gurudev 💐🙏
🙏 jai Gurudev 🙏 ❤
जय श्री गुरुदेव❤
Jai gurudev
Jaigurudev
जय गुरुदेव.
Namo nityanandm
Om nmh bhagvate priyanand Maharaj ki jay
जय गुरुदेव
ಜೈ ಗುರುದೇವ
🎉🎉🎉❤🎉🎉🎉❤🎉🎉🎉
Jay gurudev
❤❤❤❤❤
जय गुरुदेव हमारा प्यारा
❤❤...
JAYBABA NITYANAND 🌺🌺🎪🚩 BHANU PATEL VALSAD GUJRAT NEVRI
,🙏🙏🙏🚩🚩🚩
Jay gurudev nice song
8:34
Baba tumhari yaad bohot aati hai jay gurudev guru ke charno me koti koti pranam ❤❤
आपने तो इस 'श्रीगुरुस्तुति' का मूल संगीत का संपूर्ण notation ही बदल दिया !! गणेशपुरी के आश्रम में मूलतः इसे अलग ढंग से गाया जाता है।
😢
नित्यानंद कैसे बोल सकते है भक्त सब आओ गुरुदेव नाम नित गाओ। नित्यानंद खुद ही परम गुरुदेव हे। कुछ भी गा रहे हो।थोड़ा तो सुनलो जो बोल रहे हो। जहां ये मूल रूप मे लिखा गया है यहां ऐसा हे मुक्तानंद कहे सब आओ श्री गुरुदेव नाम नित गाओ हो भव भय से पार
ये स्वामी मुक्तानंद जी अपने श्री गुरुदेव भगवान नित्यानंद जी के बारे में बोल रहे हैं। की सब आओ श्री गुरुदेव नित्यानंद उनका नाम गाओ
सच बात है, यह गुरुस्तुति स्वामी मुक्तानंद परमहंस 'बाबाजी'-रचित ही है, उनके गणेशपुरी वाले आश्रम से इसका प्रारंभ हुआ है। पू. मुक्तानंद बाबा जी को इसे गाते हुए हमने अनेकों बार देखा है। इतना ही नहीं, परम सिद्धयोगी स्वामीश्री नित्यानंद बाबा तो परम अवधूत थे; उनके गुरु स्वयं शिव जी के अलावा कोई था भी नहीं। वे स्वयं साक्षात् शिव-स्वरूप थे। उन्हें किसी मानव-गुरु का गुणगान करने की आवश्यकता ही नहीं थी।
हाँ, ऐसा अवश्य हुआ है कि पू. गुरुदेव मुक्तानंद बाबाजी की समाधि के बाद उनका भक्तगण स्तुति के अंत में "मुक्तानंद ! हे सद्गुरु दाता ..." भी गा लेता है, जो सर्वथा स्वाभाविक है।
Jay Gurudev 🙏🙏
Jai gurudev 🙏🏻❤
Jai Guru Dev 🙏
Jay Gurudev ❤
जय गुरुदेव 🙏
🌺🙏jai gurudev 🙏🌺
Jay Gurudev
Jai gurudev
जय गुरूदेव
❤❤❤❤❤❤
❤❤❤❤
जय गुरुदेव 🙏🙏🙏🙏
Jay gurudev 🙏🙏🙏
🌹🙏जय गुरुदेव 🌹🙏
जय गुरुदेव
Jay Gurudev
🙏🏻🌹जय गुरुदेव🌹🙏🏻
जय गुरुदेव
Jay gurudev
Jay Gurudev
जय गुरुदेव
जय गुरुदेव
जय गुरुदेव
जय गुरुदेव जी
जय गुरुदेव