हे आतम आनंद धन जरा देख ले अपने अंतर में--- तू ही है स्वयं भगवन----- Hey aatam anand

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 22 окт 2024

Комментарии • 48

  • @ushataran3760
    @ushataran3760 4 года назад +1

    Bahut sundar bhajan.....aawaz aur lay bhi ati hi sundar

  • @indujain8350
    @indujain8350 2 года назад

    Bahut sundar bhajan awaaz bahut Sundar hai .

  • @swatishah966
    @swatishah966 3 года назад +1

    Jai Jinendra 🙏
    Excellent wordings 👏👌🙏

  • @malatinavale8468
    @malatinavale8468 2 года назад

    पुर्णमती माताजी की जय हो जय हो 👏👏

  • @archanajain9552
    @archanajain9552 3 года назад

    Sunder line jai jai gurudev

  • @indujain8350
    @indujain8350 2 года назад

    Aap hi ho swayam Bhagwan 🙏

  • @parasjain8912
    @parasjain8912 3 года назад

    Ye bhavna gurudev ko yaad krne per vivash krte hai bhaut hi sunder line jai jai gurudev🌴🙏🙏🙏

  • @rajkumarshaha4517
    @rajkumarshaha4517 Год назад

    वंदावी माताजी किती सुंदर आवाज ब अर्थपूर्ण गाणं खूप सुंदर👍👍👌👌👌🙏

  • @babitajain3899
    @babitajain3899 Год назад

    Vandami mataji

  • @rajandarshaha7045
    @rajandarshaha7045 2 года назад

    Jai jinedra🌹😄👍🙏

  • @aashasinghverma9063
    @aashasinghverma9063 Год назад

    Jai Mata di

  • @babankhamkar6665
    @babankhamkar6665 2 года назад

    जो जो भेटे भूत त्यासी माणावा भगवंत 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @umedprakash.kothari525
    @umedprakash.kothari525 3 года назад +1

    Om Arham om shanti

  • @ratanlaljain4818
    @ratanlaljain4818 4 года назад +1

    पूर्णमति माताजी की जय
    पूर्णमति माताजी की जय
    पूर्णमति माताजी की जय

  • @latajain7298
    @latajain7298 4 года назад +1

    स्वरुप का यथार्थ दर्शन मधुर वाणी में उपहार हम भक्तिभाव से ध्यावे भावे

  • @shreyansjain8762
    @shreyansjain8762 3 года назад

    Jai ho

  • @swatijain6757
    @swatijain6757 3 года назад +1

    🙏🙏🙏

  • @reenajain8933
    @reenajain8933 5 лет назад +2

    बहुत सुंदर ।

  • @jayantimitra7049
    @jayantimitra7049 4 месяца назад

    🎉🎉👌🏻👌🏻👌🏻

  • @malatinavale8468
    @malatinavale8468 2 года назад

    👌👌👍🙏🙏

  • @SampradaJ
    @SampradaJ 4 года назад +2

    ~~~ 🙏 वन्दामि माताजी! 🙏
    ... Thank U! So Very Much for Sharing ... 🙏
    ~~~ जय जिनेंद्र, उत्तम क्षमा!
    ~~~ जय भारत!🙏
    (2020 Jan. 12 Sun. Eve.)

  • @shalinijain2376
    @shalinijain2376 3 года назад

    🙏🏼🙏🏼🙏🏼

  • @neemajainmstbhajan8812
    @neemajainmstbhajan8812 8 месяцев назад

    Bandami guru maa

  • @anamikasaraf9
    @anamikasaraf9 5 лет назад +1

    Bahut sundar.

  • @madhurinicebhjanmidla1275
    @madhurinicebhjanmidla1275 5 лет назад +1

    Jai jinendraji supar bhujan thick

  • @umedparkashkothari8179
    @umedparkashkothari8179 2 года назад

    Om Arham Om Shanti Sardarshahr

  • @kartikgarg6177
    @kartikgarg6177 4 года назад +2

    Accha

  • @ratanlaljain4818
    @ratanlaljain4818 4 года назад +1

    Very nice
    भजन
    हे आतम आनंद धन
    Great Sukhmall Bakliwal
    of
    Kolkata

  • @deepakjain4039
    @deepakjain4039 5 лет назад

    तीन योग से सत् सत् नमन

  • @kartikgarg6177
    @kartikgarg6177 4 года назад +1

    Bot achha

  • @kartikgarg6177
    @kartikgarg6177 4 года назад +1

    Badia

  • @Preesana
    @Preesana 3 года назад +1

    Zombie q right ekibhav Stotra

  • @ashishkumarjain2484
    @ashishkumarjain2484 5 лет назад +1

    Memorable

  • @kirankothari8391
    @kirankothari8391 4 года назад +1

    B

  • @kirangandhi954
    @kirangandhi954 5 лет назад +3

    [21/07, 14:39] किरण: [21/07, 14:35] किरण: योगामृत-उपाध्याय-श्री-निर्णय-सागर-जी-महाराज.
    ४९.एक-समय-में-एक-ही-उपयोग-हो-सकता-है..मतलब-अशुभोप्योग-है..तोह-शुभोप्योग-नहीं-हो-सकता,और-शुद्धोप्योग-से-शुभोप्योग-का-निरोध-होता-है...,अशुभोप्योग-को-त्याग-शुभोप्योग-में-प्रवर्ती-करनी-चाहिए..
    -(कुंद-कुंद का कुंदन-आचार्य विद्यासागर जी द्वारा संगृहीत(आचार्य कुंद-कुंद के द्वारा लिखे गए
    [21/07, 14:39] किरण: शुध्दोपयोगसे ही आनंद की अनुभूति होती हैं। एक समय का सार प्रत्यक्षात पर जोर हैं आनंदकी बात गौर से जाणो. धर्म्यध्यान प्रत्यक्ष अनुभूति होती हैं जीवात्मा अनादी अनंत शाश्वत सत्य है ।यह तो एक ही पुरुषोत्तम हैं पुज्यश्री वीरसागरजी की धार्मिक और सात्विक प्रवृत्तियों को प्रत्यक्ष जाणा हैं। कोई भी हो,,मुक्तिबोध और सच्चे आनंदकी अनुभूति में खुद को औरौको जाणकर मैं एक अखंडीत विश्वरूप दर्शन हैं। जैनभूगोल देखे तो पता चला कि मैं कौन हूँ मेरी श्रद्धा भक्ति की भावनाएं उमड आती हैं।
    [22/07, 05:53] किरण: 29.अशुभोप्योग का फल नरक और तिर्यंच गति है,शुभोय्पोग का फल मनुष्य और स्वर्ग,शुद्धोप्योग का फल साक्षात् मोक्ष है.(कुंद-कुंद का कुंदन-आचार्य विद्यासागर जी द्वारा संगृहीत(आचार्य कुंद-कुंद के द्वारा लिखे गए शास्त्रों में से)(श्री मानक चंद जैन जी ने मुझको समझाया)
    ३०.शुभोप्योग से अशुभोयोग का निरोध होता है,और शुद्धोप्योग से शुभोप्योग का निरोध होता है.(कुंद-कुंद का कुंदन-आचार्य विद्यासागर जी द्वारा संगृहीत(आचार्य कुंद-कुंद के द्वारा लिखे गए शास्त्रों में से)(श्री मानक चंद जैन जी ने मुझको समझाया)
    ३१.आर्त ध्यान और रौद्र ध्यान अशुभोप्योग है,धर्म ध्यान शुभोप्योग है,शुक्ल ध्यान शुद्दोप्योग है.-श्री मानक चंद जन जी.
    ३२.सच्चा सुख तोह वह है जो "शास्वत,स्वाधीन,आत्मोत्पन्न,बाधा रहित अखंडित हो"...इन्द्रियसुख तोह न ही शाश्वत है न ही आत्मोत्पन्न -"योगामृत-उपाध्याय श्री निर्णय सागर जी महाराज जी.

    • @kirangandhi954
      @kirangandhi954 5 лет назад

      शुभ अशुभ विचार सब को देखा तो ये खयाल आयेगा की परंपरागत बातौको अब मिटाना बाकी हैं तो सब झंटटौको गौण करो और प्रत्यक्षात मात्र मैं हूँ इसका मुझे अभिमान हैं मैं सानीध्य सौभाग्य हैं.
      पहिले जैनभूगोल कीं जाणकारी उपलब्ध हैं. गुगल सर्च इंजिन पर सब कुछ जाणकर अपनी पहचान ही सच्चाई बोध हैं यह जाणणा सुलभ हैं धर्म्यध्यान से ही सच्चाई जाणो.
      सुरूवात धर्म्यध्यान प्रत्यक्षात मात्र मैं हूँ अनुभूती कीं सच्चाई कहीं हैं. मनुष्य भव मन उधाण उधाण होते ही ज्ञान कीं अनुभूती हैं ही तो प्रथम शुध्दोपयोग हीं फर्ज हैं याद है ना अपने बस की बात है.
      खुद का स्वरूप ज्यो अनादीसे हैं शाश्वत सत्य की जाणकारी मिलनेका भी कार्य हो, प्रत्यक्ष संबंध को देखा तो ये खयाल आयेगा की मैं तो इस विश्वमे अकेले अकेले है. बाकी सब पर्यायौकी भरमार हैं क्षणिक हैं.
      मैं आप भी हो जी. 👏👏👏शुध्दोहम् l

    • @kirangandhi954
      @kirangandhi954 5 лет назад

      कुछ भी हो जी एक ही विचार होता हैं दो होते ही नहीं.
      फायदा ,, उजळणी क्रोधक बन रहे हो,,खुद को अकेला इस जहां में अखंडित अक्रम अनादी अनंत चेतन ध्रूवात्मा कीं अनुभूती करना सुलभ हैं धर्म्यध्यान से ही सच्चाई जाणो यही दिव्यध्वनीसे पैगाम द्वारा आदेश हैं.

    • @sj7268
      @sj7268 5 лет назад

      @@kirangandhi954 ....kun iya.s.......tachanekal.......yash.jain.........namost...mataji.............naman..........

    • @pramodkumarjain1280
      @pramodkumarjain1280 5 лет назад

      H

  • @ashishkumarjain2484
    @ashishkumarjain2484 5 лет назад

    Bhav poorn

  • @ushataran3760
    @ushataran3760 4 года назад +1

    Vandami mataji

  • @rajivkumarjain809
    @rajivkumarjain809 4 года назад +2

    🙏🙏🙏

  • @umedprakash.kothari525
    @umedprakash.kothari525 4 года назад +1

    Om Arham om shanti

  • @bluebird1677
    @bluebird1677 4 года назад +1

    Vandami mataji