चाँद
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- Опубликовано: 8 окт 2024
- हिन्दी साहित्य:सीमा सिंह
हिंदी साहित्य जगत में शिवानी एक महान शख्सियत हैं।साहित्य प्रेमी उनकी कहानियों और उपन्यासों के दीवाने रहे हैं।
साहित्य-जगत में शिवानी ने अपनी कहानियों को एक ऐसे दरवाजे की तरह खड़ा किया जिसमें प्रवेश का आकर्षण साधारण मध्यवर्गीय पाठकों को
अन्ततः साहित्य के दुर्गम प्रदेशों तक ले गया। उन्होंने अपनी लेखनी के बल पर पाठकों को साहित्य की सत्ता के प्रति उन्मुख और उत्सुक किया।
Bahut hi shandaar kahani aap ke ati priy umda vaachan mein.
👆❤️🙏🏻
ATI Uttam kahani
बेहतरीन कहानी मधुर आवाज में ❤
Bahut shandaar
Bhut sundar khani
बहोत सुंदर कहानी.आपकी प्रस्तुती बेजोड.बहोत बहोत धन्यवाद.
❤️🙏🏻😊
Tragedy end
Very nice story telling..
🙏🏻❤️
Your narration and pronunciation is excellent 👏👏 Thank you
Thank you so much Anita ji ❤️❤️
रूप रंग में क्या रखा है। पुरुषों को रिझाने की कला तथा गुण आता हो तो स्त्री अच्छे-अच्छे सन्यासियों का ईमान डिगा सकती है।
शिवानी जी ने चांद के माध्यम से कलात्मक रूप से इस बात की व्याख्या की है।
फिर पुरुष चाहे किसी भी वर्ग का क्यों ना हो।
कहानी बड़ी दिलचस्प तथा समाज का दर्पण है।
आपने कहानी को पढा भी बहुत ही अद्भुत ढंग से है
सधन्यवाद सीमा जी 🌻🌻👍💕
🙏🙏धन्यवाद श्यामा जी
Bhut sunder
शिवानी जी कीकहानियां व्यंजनात्मक होती है। लम्बे लम्बे गुंफित संयुक्त वाक्य।उनकी लेखनी का जल थल कलम की नोक से उतर कर अभिधा और लक्षणा में कथा पात्र के ऐसे विलक्षण शब्द चित्र खींचता है कि पाठक मंत्र बिद्ध हो जाता है।वे किरदार के क्रिया कलापों से ही गजब की संवाद अदायगी कर देती है। चांद को देर तक आंखे मूंदकर कर सुनता रहा। लम्बी कहानी है।पर चांद की लालिमा कालिमा को व्यक्त करने के लिए इस से कम फैलाव की गुंजाइश न थी। आपने कहानी को स्वर देकर चार चांद लगा दिया। धन्यवाद।
सर...आप तो स्वयं शिवानी जी की लेखनी के अनुरूप ही उत्कृष्ट भाषा शैली में कमेन्ट लिख रहे हैं...नमन है। 🙏🏻
ruclips.net/p/PLHWowTD_BOWlLYxtyifyTBqtMv8XnpNUK
ये कहानियाँ भी सुनिएगा।
@@HindiSahityaSeemaSingh सीमा जी
लिंक भेजने के लिए आभार। तसल्ली से सुनकर मैं यथामति अपनी राय भी दूंगा। आपको शायद ही विश्वास हो कि पिता के कठोर अनुशासन के भयसे अपनी दसवींकी पढ़ाई के दौरान शिवानी जी के उपन्यास मैंने कोर्स की किताबों में छुपा कर पढ़ा है। पिताजी सुरुचिपूर्ण साहित्यिक व्यक्तित्व थे और उनके निजी संग्रह में तत्कालीन साहित्यिक पत्र पत्रिकाओं रचनाकारों का विपुल साहित्य भरा पड़ा था।देर रात तक जाग कर पढ़ने की कैफियत का फायदा उठाकर मैंने शिवानी जी के साहित्य का एकनिष्ठ परायण किया है। आपने फिर वही शिद्दत तारी कर दी।
@@artistshivangi267 🤣🤣🤣 जी हाँ..पहले हम बच्चों( किशोर,युवावस्था में भी)को सुरुचिपूर्ण साहित्य ही पढ़ने को मिलता था वो भी बड़ों के नजर में कि क्या पढ़ रहे हो दिखाओ 🤣🤣
शिवानी जी की बुक्स कॉलेज में आने के बाद अनुमति मिली पढ़ने के लिए।
Suchmuch Seema Di, aap par Maa Saraswati behad prasanna hai. Lagta hai, kahani khatma hi n ho. Jitne achhi kahani, utni hi khubsurat prastuti!
🙏🌹❤️
कहानी अद्भुत है।आपके वाचन से कहानी का प्रभाव और अधिक होगया है । धन्यवाद ।
🙏🙏
👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻
🙏🏻🙏🏻
So amazing story along with lovable narration .
🙏🏻🙏🏻
एक बार बहुत दर्द भरी कहानी देने के लिए आपको बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं कहानी दिल को छू गई
Thanks
गजब की कहानी। 👌धन्यवाद सीमा जी 🙏🙏
Very nice 👍
हेलो सीमा जी मैं सोच रही थी कि कई दिनों से आप की ओर से कोई नहीं कहानी नहीं आई। कारण जानकर अच्छा नहीं।
ईश्वर आपको जल्द से जल्द स्वस्थ करें जिससे कि हम कहानियों का निर्बाध आनंद लेते रहे
आपको जरूर नजर लग गई होगी।" राई नून" उतरवा लेना।💐💐🌻🌻
कहानी बहुत सुन्दर और मार्मिक रचना के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करती हूँ बहुत बहुत बधाई
🙏🏻
बहुत बेहतरीन कहानी 👌👌आपका वाचन बहुत प्रभावी 🙏अब आपकी तबियत कैसी है दीदी🥰 🙏
Thank u vidya❣️
Kuch stories hume bahut kuch seekhati hai.
Yahi hai situational awareness!
Kutta paal lo, billi paal lo... Bas khushfahmi na Palo
O😁
Right
Subha subha mn thik nhi tha apki awaz me shivani ji ko sun k acha lagega😀
Thank you dear रीना