मोरल शिक्षक महोदय आप सभी लोगों को जाति आधारित वास्तविकता, तथ्य के बारे में जागरूक करने का अच्छा काम कर रहे हैं। वास्तविकता को कोई नहीं बदल सकता। लाइक करें, सभी को शेयर करें। खुद को और परिवार के सभी सदस्यों को शिक्षित करें। जज की तरह व्यवहार करें, अंधे अनुयायी न बनें। शुभकामनाएं। जय भीम 🙏🙏💐💐
मोरल सर् मुझें ये कथा में कुच्छ बातें ब्राह्मणवादी कहानी जैसा काल्पनिक लगा, सॉरी सर् ये मेरा पर्सनल विचार है डॉ बाबा साहब कैसे किस नजरिए से अंकित किये होंगे ये तो ज्ञानी लोग ही समझेंगें। जय भीम जय संविधान🙏
मिट्टी का स्तूप ... पत्थर का स्तूप ...ईंट का स्तूप ... संगमरमर का स्तूप ... मनौती स्तूप ... छोटा स्तूप ... मझोला स्तूप ... बड़ा स्तूप ... गोल स्तूप ... चौकोर स्तूप ... अति प्राचीन स्तूप ... प्राचीन स्तूप ...वेदी का स्तूप ...बिना वेदी का स्तूप ... सीढ़ीदार स्तूप ... बिना सीढ़ी का स्तूप ! सभी अलग - अलग प्रकार के सैकड़ों स्तूपों को इतिहासकारों ने मौर्य काल से लेकर कुषाण काल के चंद पन्नों में समेट लिया है। जबकि इतिहास गवाह है कि सिंधु काल में भी स्तूप था और पूर्व मौर्य काल में भी स्तूप था। पिपरहवा का स्तूप मौर्य काल से पहले का है। खुद मौर्य काल में नए स्तूप बने और कई पूर्व मौर्य काल के स्तूपों की मरम्मत हुई, जिसमें निग्लिवा सागर का स्तूप भी शामिल है। भारत और भारत के बाहर भी जो बड़े पैमाने पर स्तूप मिलते हैं, वे सभी मौर्य काल के बाद के नहीं हैं बल्कि अनेक सिंधु घाटी और मौर्य काल के बीच के भी हैं। मगर इतिहासकार गौतम बुद्ध से पहले स्तूप होने की बात सोचते ही नहीं हैं। परिणामतः वे मौर्य काल से पहले के बने सभी स्तूपों को भी खींचकर मौर्य काल तथा उसके बाद लाते हैं। यदि वे ऐसा नहीं करते तो सिंधु काल से लेकर मौर्य काल तक कहीं भी स्तूपों की श्रृंखला नहीं टूटेगी। Rajendra prasad singh.
मौरल सर बुद्ध काल में ब्राह्मण प्राजि नहीं थी ऐसा साइंस जर्नी सर कहते हैं यदि आप ब्राह्मण का नाम लेंगे तो आज़ का जातिवादी ब्राह्मण अपना वर्चस्व बुद्ध काल में स्थापित करके अपने आपको बुद्ध भगवान से पहले का वेद , राम , रावण को स्थापित करेगा 😢😢😢😢
उस समय बमन, समन हुआ करते थे । क्लासिकल संस्कृत विकसित हुई तब बमन शब्द को ब्राह्मण बोलना शुरू हुआ । SJ सर के पूरे वीडियो देखा करिए । ज्ञान बढ़ाना है तो समय देना पड़ेगा ।
जय भीम नमो बुद्धाय मोरल टिचर सर सर मैने भी बुधदा और धम्मा किणाब पढ़ी है लेकिन मेरे मन मे एक प्रश्न आ रहा है कि बुद्ध धम्म मै पाखंड और अंधश्रद्धा मे कोई जगह नही बुद्ध धम्म कहता है तार्किक बनो सूनो समझो जानी तार्किक कसोटी पर उतरो तब मानो किसीने गप हाकी तो ना मानो बूधद धम्म विज्ञान को बढ़ावा देते है फिर बाबासाहेब ये ग्रंथ मे ऐसा कयु लिखते है स्वप्न आना, ब्राह्मण को बुलाना और सारे मनुष्य के नाम देवी-देवता पर रखे है और सायंस जर्नी सर तो बोलते हैं बौद्ध धम्म ये सबसे पहले है इसके प्रमाण भी देते थोड़ा कंनफुजिंग का विषय है
मौरल टीचर सर आपने ब्राह्म का भी जिक्र करके आप साइंस जर्नी सर को झूठा साबित कर देंगे 😢😢😢😢😢हम सब आप सबकी बात पर जान से ज्यादा विश्वास रखते हैं 😮😮 लो आपने क्षत्रिय कुमार का भी नाम लिया , इस तरह से साइंस जर्नी झूठे बन जायेंगे 😢😢😢😢
Moral Teacher sir, Haapy to see that you have started to present the contents of the great Book Buddha & His Dhamma written by Bharatratna Dr BR Ambedkar.Thanks Moral teacher sir for this great initiative. I hope this will benefit all Bahujans in this country. There is lot more to be learnt from this great book .Jai Bhim. Namo Buddhay.Bhavatu Sabb Mangalam 👍🏼🙏
मेरा कॉमेंट पढ़ने वाले आप सभी दोस्तों को जय भीम जय संविधान नमो बुधाए 🙏❤️ दोस्तो हर video live stream को ज्यादा से ज्यादा अपने सभी social media platform पर शेयर करो ता की जातांकवादी ब्राह्मण धर्म की असलियत सभी देश वासियों को पता चल सके,
मोरल शिक्षक महोदय आप सभी लोगों को जाति आधारित वास्तविकता, तथ्य के बारे में जागरूक करने का अच्छा काम कर रहे हैं। वास्तविकता को कोई नहीं बदल सकता। लाइक करें, सभी को शेयर करें। खुद को और परिवार के सभी सदस्यों को शिक्षित करें। जज की तरह व्यवहार करें, अंधे अनुयायी न बनें। शुभकामनाएं। जय भीम 🙏🙏💐💐
जय भीम नमो बुद्धय श्रीमान मोरल टीचर जी आप जैसा टीचर हर विद्यार्थी का जीवन सफल बना सकता है ❤
जय भीम नमो बुद्धाय जय संविधान मोरल टिचर सर🌹🌹🌹❤❤❤
Jay bhim Namo Buddhay sir
Jai Bhim Jai bharat
Jay bhim ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
मोरल सर् मुझें ये कथा में कुच्छ बातें ब्राह्मणवादी कहानी जैसा काल्पनिक लगा,
सॉरी सर् ये मेरा पर्सनल विचार है डॉ बाबा साहब कैसे किस नजरिए से अंकित किये होंगे ये तो ज्ञानी लोग ही समझेंगें।
जय भीम जय संविधान🙏
Jai Bhim 💐 Jai Bharat 💐 Jai Savidhan
🏵️💐🌺🌺NAMO BUDDHAYA🌺🌺💐🏵️
Moral sir Jai bhim namo buddhay
Namo budhaiy Jay bhim shabhi shathio ko
मोरल सर जी आपको और अपने सभी एथिस्ट परिवार को मेरी तरफ से जय भीम नमो बुद्धाय
Jay Bhim MT Sir
Jay bhim moral sir 🖋️📚⚖️
JAI BHEEM 💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙
Nice moral sir💙☸️✨
Jai bhim namo budhay
Jay bhim Jay mulnivasi Jay samwidhan Jay India that is Bharat Namo Bhuddhay Moral teachar Sir🙏💙🙏 🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚
मिट्टी का स्तूप ... पत्थर का स्तूप ...ईंट का स्तूप ... संगमरमर का स्तूप ... मनौती स्तूप ... छोटा स्तूप ... मझोला स्तूप ... बड़ा स्तूप ... गोल स्तूप ... चौकोर स्तूप ... अति प्राचीन स्तूप ... प्राचीन स्तूप ...वेदी का स्तूप ...बिना वेदी का स्तूप ... सीढ़ीदार स्तूप ... बिना सीढ़ी का स्तूप !
सभी अलग - अलग प्रकार के सैकड़ों स्तूपों को इतिहासकारों ने मौर्य काल से लेकर कुषाण काल के चंद पन्नों में समेट लिया है।
जबकि इतिहास गवाह है कि सिंधु काल में भी स्तूप था और पूर्व मौर्य काल में भी स्तूप था। पिपरहवा का स्तूप मौर्य काल से पहले का है।
खुद मौर्य काल में नए स्तूप बने और कई पूर्व मौर्य काल के स्तूपों की मरम्मत हुई, जिसमें निग्लिवा सागर का स्तूप भी शामिल है।
भारत और भारत के बाहर भी जो बड़े पैमाने पर स्तूप मिलते हैं, वे सभी मौर्य काल के बाद के नहीं हैं बल्कि अनेक सिंधु घाटी और मौर्य काल के बीच के भी हैं। मगर इतिहासकार गौतम बुद्ध से पहले स्तूप होने की बात सोचते ही नहीं हैं।
परिणामतः वे मौर्य काल से पहले के बने सभी स्तूपों को भी खींचकर मौर्य काल तथा उसके बाद लाते हैं। यदि वे ऐसा नहीं करते तो सिंधु काल से लेकर मौर्य काल तक कहीं भी स्तूपों की श्रृंखला नहीं टूटेगी।
Rajendra prasad singh.
@@sureshkumarmaurya7141 kya baat kahi ✨💙✨☸️
Jai bhim namo buddhay Jai samvidhan Jai vigyan Jai Bharat Jai India Moral teacher sir ji 🙏🙏💐
जय भीम नामों बुद्धाय मध्य प्रदेश डिस्ट्रिक्ट रीवा से ❤❤❤
Jai bhim 💙 🙏
Namo Buddha jai bhim 🙏
Great science Jay vigyan pakhand mukt Bharat Jay Bheem
Jai bheem Moral Teacher sir
Bahut bahut sadhuvad manywar aapko 🙏🙏🙏🙏
❤❤❤❤ जय भीम मोरल टीचर सर 😊😊😊😊
Jai bhim nmo budhha🌹🌹🌹🙏🙏🙏
Very very very nice very very very thanks sir 🙏 🙏🙏। ❤😊🙏💙Jay bhim sir
Jai bhim Sir great work
Bahujan sathiyo ko jagrit karne ka sarahniye karya
NAMO BUDDA JAI BHIM 🙏🙏
Wah
Namo budda jai bhim
Aapko trivar vandan moral sir ❤❤❤
जय भीम नमो बुद्धाय 🌹🙏
jai bhim
Jay bhim sir
Jai Bhim 📚✍️
Jai Bhim sir
जय भीम नमो बुद्धाय सर 🙏🙏🙏🙏🙏
Wah🙏🏾
🙏🌼🙂🌼🙏 जय भीम सर 🙏🌼🙏
Jai bhim jai sawidhan Jai mulnivasi namo budhay ❤❤❤
Jai Bheem ❤️
JAI BHIM🙏 SABHI DOSTON KO 😊😊
Jay Bheem namo buddhay
जय भीम
Jai bhim namo budhay sir 🎉🎉
#moral_teacher sir बहुत बढ़िया प्रेजेंटेशन था, jai bhem 🙏♥️ namo buddhae 🙏 ❤️
Great job
👌👌👌👌👌👌👌👌
Moral sir jai bheem namo buddhay
❤❤
जय भीम सभी साथियों को और सभी पेनलीसट को
मौरल सर बुद्ध काल में ब्राह्मण प्राजि नहीं थी ऐसा साइंस जर्नी सर कहते हैं यदि आप ब्राह्मण का नाम लेंगे तो आज़ का जातिवादी ब्राह्मण अपना वर्चस्व बुद्ध काल में स्थापित करके अपने आपको बुद्ध भगवान से पहले का वेद , राम , रावण को स्थापित करेगा 😢😢😢😢
उस समय बमन, समन हुआ करते थे । क्लासिकल संस्कृत विकसित हुई तब बमन शब्द को ब्राह्मण बोलना शुरू हुआ । SJ सर के पूरे वीडियो देखा करिए । ज्ञान बढ़ाना है तो समय देना पड़ेगा ।
जय भीम नमो बुद्धाय मोरल टिचर सर
सर मैने भी बुधदा और धम्मा किणाब पढ़ी है लेकिन मेरे मन मे एक प्रश्न आ रहा है कि बुद्ध धम्म मै पाखंड और अंधश्रद्धा मे कोई जगह नही बुद्ध धम्म कहता है तार्किक बनो सूनो समझो जानी तार्किक कसोटी पर उतरो तब मानो किसीने गप हाकी तो ना मानो बूधद धम्म विज्ञान को बढ़ावा देते है
फिर बाबासाहेब ये ग्रंथ मे ऐसा कयु लिखते है स्वप्न आना, ब्राह्मण को बुलाना और सारे मनुष्य के नाम देवी-देवता पर रखे है और सायंस जर्नी सर तो बोलते हैं बौद्ध धम्म ये सबसे पहले है इसके प्रमाण भी देते
थोड़ा कंनफुजिंग का विषय है
मौरल टीचर सर आपने ब्राह्म का भी जिक्र करके आप साइंस जर्नी सर को झूठा साबित कर देंगे 😢😢😢😢😢हम सब आप सबकी बात पर जान से ज्यादा विश्वास रखते हैं 😮😮 लो आपने क्षत्रिय कुमार का भी नाम लिया , इस तरह से साइंस जर्नी झूठे बन जायेंगे 😢😢😢😢
Where is the discussion platform MT sir?
Moral Teacher sir, Haapy to see that you have started to present the contents of the great Book Buddha & His Dhamma written by Bharatratna Dr BR Ambedkar.Thanks Moral teacher sir for this great initiative. I hope this will benefit all Bahujans in this country. There is lot more to be learnt from this great book .Jai Bhim. Namo Buddhay.Bhavatu Sabb Mangalam 👍🏼🙏
👌👌👌👌🌹🙏💙🤍
I think abb ye books outdated ho gayi h because of new knowledge of history as a story thik h but these are not facts or history
Dil Ko bahlane ke liye Ghalib khyal achcha hai.
Vaise Aaj Tak duniya ke kisi bhi scholar ne is kitab ko outdated ya galat nahin kaha hai.
मेरा कॉमेंट पढ़ने वाले आप सभी दोस्तों को जय भीम जय संविधान नमो बुधाए 🙏❤️ दोस्तो हर video live stream को ज्यादा से ज्यादा अपने सभी social media platform पर शेयर करो ता की जातांकवादी ब्राह्मण धर्म की असलियत सभी देश वासियों को पता चल सके,
jai bhim
Jay bhim sir
Namo buddhay jai bhim
Jai Bhim Sir