मुझे अपनी जिंदगी में यह सौभाग्य प्राप्त हुआ कि मैं उन्हें मिल पाया, उनके विचार सुन पाया। हालांकि मेरी उम्र उस समय ज्यादा नहीं थी (थोड़ी-थोड़ी समझ थी कि यह इलेक्शन वगैरह क्या होते हैं) फिर भी उनके विचारों को सुनकर रोंगटे खड़े हो गए थे। हमारे बड़े बता रहे थे साथ साथ कि यह वो इंसान हैं जो बाबा साहिब का संदेश और आगे तक ले के जा रहे हैं और हम सब इनका साथ देंगे।
कांशीराम ने कहा था । के में अवसरवादी हु । मुझे अपने समाज को राजा बनने के लिए हर एक से गठजोड़ करके अपने समाज को सत्ता में लेकर आना है । उन्होंने ये सपना भी पूरा किया । पर आजकल सब धुंधला हो चला है । ।। जय कांशीराम ।।
क्या आपके घर या फिर आपके समाज की महिलाएं किसी भी पुरुष के सामने घूंघट या बुरका या हिजाब आदि को धारण करके आडंबरों का पालन करती हैं❓🤔 यदि हां तो ........... फिर सबसे पहले महिलाओं द्वारा पुरुषों के सामने आडंबरों के इन प्रतीकों --(घूंघट या बुरका या हिजाब आदि)-- को धारण करना सभी स्थानों पर पूर्णतः त्याग दें। 🙏🙏🙏🙏🙏 हमेशा के लिए....... पूरी तरह से........ ........महिलाओं द्वारा कभी भी किसी भी पुरुष के सामने किसी भी प्रकार का घूंघट या बुर्का या हिजाब धारण करना बंद करा दें। हर जगह पर........ चाहे गाँव हो या शहर..... चाहे घर में हो या घर से बाहर........ चाहे ससुर हो........ ......... या जेठ हो..... ...या कोई भी एकदम अजनबी पुरुष हो...... .......... किसी भी पुरुष के सामने कभी भी कहीं पर भी महिलाओं से उनका थोड़ा सा भी चेहरा ना ढंकवाएं। महिलाओं से किसी भी पुरुष के सामने किसी भी प्रकार की पर्दा कुप्रथा -- (चाहे घूंघट हो या बुर्का या हिजाब) -- का पालन ना करवाएं । केवल ऐसा 👆 करने के बाद ही आप बहुजन नायको जैसे :- महात्मा बुद्ध नारायण गुरु ज्योतिबा फूले सावित्रीबाई फूले छत्रपति शाहूजी महाराज संत गाडगे बिरसा मुंडा बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर व मान्यवर साहब कांशीराम जी के विचारों पर चलने का दावा कर सकते हैं क्योंकि इन सभी महानुभावों ने भी महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा के किसी भी रूप के पालन -(चाहे घूंघट हो या बुरका या हिजाब आदि धारण करने)- को आडंबर , कुप्रथा व कुरीति मानते हुए इन तीनों कुप्रथाओं का कड़ा विरोध किया था व साथ - ही - साथ इन तीनों कुप्रथाओं के पूर्णतः उन्मूलन करने का लक्ष्य निर्धारित किया था। 1⃣. आप किस प्रांत , किस जिले व किस समाज से हैं❓🤔 2⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने किसी भी प्रकार की पर्दा कुप्रथा --(चाहे घूंघट या बुरका या हिजाब आदि)-- प्रचलित हैं❓🤔 3⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं अपने घरों से बाहर भी किसी भी पुरुष के सामने बिना किसी पर्दे के अपना चेहरा ढकें --( बिना घूंघट या बुरका या हिजाब धारण किए)-- खुला घूम सकती हैं बिना किसी भी महिला या पुरुष को इस कारण से नाराज किए कि महिलाओं ने पर्दा कुप्रथा --(चाहे घूंघट हो या बुरका हो या हिजाब आदि धारण करना)-- छोड़कर अपने "संस्कारों" का "उल्लंघन" किया है ❓🤔 4⃣.क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं सदा सभी स्थानों पर घर से बाहर भी एकदम पूर्णतः अजनबी पुरुषों के सामने भी किसी पर्दे द्वारा --(घूंघट या बुरका या हिजाब धारण करके)-- अपना चेहरा कभी नहीं ढंकती❓🤔 5⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में कोई भी महिला या पुरुष किसी भी महिला द्वारा अपने घर के बाहर या किसी भी पुरुष के सामने अपना चेहरा ना ढंकने पर --(घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण ना करने पर)-- ऐतराज नहीं करते या फिर महिलाओं को किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा पालन करने --( घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण करने )-- का "निर्देश" या "आदेश" नहीं देते❓🤔 कृपया उपरोक्त सारे पांचों प्रश्नों का इसी क्रम में अलग अलग उत्तर दें। 🙏 🙏
@@जयभारत-च4श बच्चे पहले शिक्षा पूरी करके आओ । youtube पे क्रांति लाने पे आतुर हो । में शहर में रहता हूं । और हमारे परिवार में चार सदस्य ह । माता पिता और हम दो भाई । अब इसमें आपके इस महान सन्देश को कैसे उत्तर दु । या पालन करू । यदि समय मिले तो इस क्रांति से पहले स्वयं के असल नाम को लिखे । (आपका user name ही भ्रामक ह । ये चार धर्म मतभेद के ही कारण अलग हुए ह । और वो 5वा धर्म जिससे आप नही लिख पा। ) रहे आपकी क्रांतिकारी विचारधारा की नींव के बारे में विस्तार से बताता ह । बहस से अच्छा ह किसी भी तरह के विचार को ना सोचे । इस परम् शांति प्राप्त होगी ।
बाबा साहेब द्वारा बाबासाहेब द्वारा दिए गए संवैधानिक अधिकारों को यदि किसी ने वास्तविक एवम् व्यवहारिक रुप से जमीन पर लागू किया एवं कराया गया वह हैं मान्यवर कांशीराम जी। इस हेतु मैं उन्हें शत-शत नमन करता हूं,अब पुनः ऐसे सामाजिक एवं राजनीतिक पुरोद्धा की परम आवश्यकता है।
jai Bharat..Jai samvidhan...Jai Bhim...Manyvar Kashi Ram ji hum moolnivasi bahujano ke Dilon me baste hue Amar rahenge. .Hum unke mission ko poora karenge. ..
यदि सच्चे अंबेडकरवादी हो तो पहली शर्त है कि सबसे पहले घूंघट कुप्रथा का पूर्णतः समूल त्याग करो पूरी तरह से ...... हमेशा के लिए...... हर जगह पर ......... फिर अंबेडकर जी का नाम लेना क्योंकि नारायण गुरु , ज्योतिबा फूले , सावित्रीबाई फूले , छत्रपति शाहूजी महाराज , संत गाडगे , बिरसा मुंडा , बाबा साहेब आंबेडकर व मान्यवर साहब कांशीराम आदि उपरोक्त व्यक्ति इसे सबसे बड़ा आडंबर मानते थे व इसका पूर्णतः उन्मूलन करना चाहते थे।
🙏अगर कांशीराम जी नहीं होते,तो दलितों को बिल्कुल भी न्याय नहीं मिलता, कांशीराम हम आपको कभी नहीं भूलेंगे 😭। आपके बजह से ही बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर का सपना पूरा हो रहा है।If Kanshi Ram was not there, then the Dalits would not get justice at all, Kanshi Ram, we will never forget you. Baba Saheb Dr. Bhimrao Ambedkar's dream is being fulfilled only by your succession.
आदरणीय, श्री रेहान फ़ज़ल हमारा आपसे अनुरोध है कि आप बिहार के कुछ पुराने राजनेताओं पर एक स्टोरी करें। जैसे चन्द्र देव वर्मा,राम लखन यादव, संजय पासवान, जगदेव प्रसाद, कामरेड जगदीश मास्टर, जगजीवन राम, मीरा कुमार इत्यादि। जिसके लिए हम सदैव आपके आभारी रहेंगे। जय भारत 🇮🇳
1⃣. आप किस प्रांत , किस जिले व किस समाज से हैं❓🤔 2⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने किसी भी प्रकार की पर्दा कुप्रथा (( चाहे घूंघट या बुरका या हिजाब आदि )) प्रचलित हैं❓🤔 3⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं अपने घरों से बाहर भी किसी भी पुरुष के सामने बिना किसी पर्दे के अपना चेहरा ढकें (( बिना घूंघट या बुरका या हिजाब धारण किए )) खुला घूम सकती हैं बिना किसी भी महिला या पुरुष को इस कारण से नाराज किए कि महिलाओं ने पर्दा कुप्रथा (( चाहे घूंघट हो या बुरका हो या हिजाब आदि धारण करना )) छोड़कर अपने "संस्कारों" का "उल्लंघन" किया है ❓🤔 4⃣.क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं सदा सभी स्थानों पर घर से बाहर भी एकदम पूर्णतः अजनबी पुरुषों के सामने भी किसी पर्दे द्वारा (( घूंघट या बुरका या हिजाब धारण करके )) अपना चेहरा कभी नहीं ढंकती❓🤔 5⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में कोई भी महिला या पुरुष किसी भी महिला द्वारा अपने घर के बाहर या किसी भी पुरुष के सामने अपना चेहरा ना ढंकने पर (( घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण ना करने पर )) ऐतराज नहीं करते या फिर महिलाओं को किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा पालन करने (( घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण करने )) का "निर्देश" या "आदेश" नहीं देते❓🤔 कृपया उपरोक्त सारे पांचों प्रश्नों का इसी क्रम में अलग अलग उत्तर दें। 🙏 🙏 यदि उपरोक्त प्रश्नों के लिए आप व आपके समाज का उत्तर "पूर्णतः" "ना" में है तो यकीन मानिए आप व आपका समाज बहुजन नायको जैसे :- महात्मा बुद्ध नारायण गुरु ज्योतिबा फूले सावित्रीबाई फूले छत्रपति शाहूजी महाराज संत गाडगे बिरसा मुंडा बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर व मान्यवर साहब कांशीराम का महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा के पालन (( चाहे घूंघट हो या बुरका या हिजाब आदि धारण करने )) को पूर्णतः उन्मूलन का लक्ष्य पूर्ण करने में बहुत आगे निकल चुके हैं व आपका योगदान अतुलनीय है। 🙏🙏👏💪🐘🇪🇺 क्योंकि ये सभी महानुभाव भी महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा के किसी भी रूप के पालन को (( चाहे घूंघट हो या बुरका या हिजाब आदि धारण करना )) आडंबर , कुप्रथा व कुरीति मानते हुए इन तीनों कुप्रथाओं का कड़ा विरोध करते थे व साथ - ही - साथ इन तीनों कुप्रथाओं के पूर्णतः उन्मूलन करने का लक्ष्य निर्धारित किया था।
1⃣. आप किस प्रांत , किस जिले व किस समाज से हैं❓🤔 2⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने किसी भी प्रकार की पर्दा कुप्रथा --(चाहे घूंघट या बुरका या हिजाब आदि)-- प्रचलित हैं❓🤔 3⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं अपने घरों से बाहर भी किसी भी पुरुष के सामने बिना किसी पर्दे के अपना चेहरा ढकें --( बिना घूंघट या बुरका या हिजाब धारण किए)-- खुला घूम सकती हैं बिना किसी भी महिला या पुरुष को इस कारण से नाराज किए कि महिलाओं ने पर्दा कुप्रथा --(चाहे घूंघट हो या बुरका हो या हिजाब आदि धारण करना)-- छोड़कर अपने "संस्कारों" का "उल्लंघन" किया है ❓🤔 4⃣.क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं सदा सभी स्थानों पर घर से बाहर भी एकदम पूर्णतः अजनबी पुरुषों के सामने भी किसी पर्दे द्वारा --(घूंघट या बुरका या हिजाब धारण करके)-- अपना चेहरा कभी नहीं ढंकती❓🤔 5⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में कोई भी महिला या पुरुष किसी भी महिला द्वारा अपने घर के बाहर या किसी भी पुरुष के सामने अपना चेहरा ना ढंकने पर --(घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण ना करने पर)-- ऐतराज नहीं करते या फिर महिलाओं को किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा पालन करने --( घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण करने )-- का "निर्देश" या "आदेश" नहीं देते❓🤔 कृपया उपरोक्त सारे पांचों प्रश्नों का इसी क्रम में अलग अलग उत्तर दें। 🙏 🙏 यदि उपरोक्त प्रश्नों के लिए आप व आपके समाज का उत्तर "पूर्णतः" "ना" में है तो यकीन मानिए आप व आपका समाज बहुजन नायको जैसे :- महात्मा बुद्ध नारायण गुरु ज्योतिबा फूले सावित्रीबाई फूले छत्रपति शाहूजी महाराज संत गाडगे बिरसा मुंडा बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर व मान्यवर साहब कांशीराम का महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा के पालन --(चाहे घूंघट हो या बुरका या हिजाब आदि धारण करने)-- को पूर्णतः उन्मूलन का लक्ष्य पूर्ण करने में बहुत आगे निकल चुके हैं व आपका योगदान अतुलनीय है। 🙏🙏👏💪🐘🇪🇺 क्योंकि ये सभी महानुभाव भी महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा के किसी भी रूप के पालन को -(चाहे घूंघट हो या बुरका या हिजाब आदि धारण करना)- आडंबर , कुप्रथा व कुरीति मानते हुए इन तीनों कुप्रथाओं का कड़ा विरोध करते थे व साथ - ही - साथ इन तीनों कुप्रथाओं के पूर्णतः उन्मूलन करने का लक्ष्य निर्धारित किया था।
BBC भाई कांशीराम भले ही दलितों के लिए ज्यादा कुछ नहीं कर पाये कौन कहता ज्यादा नही कर पाये? साहेब कांशीराम ने बाबा साहेब के बाद वो कर दिखाया जो दलितों बहजनो ने कभी सोचा भी नहीं था । जैसे शोषित दलितों को शासक बनाया हर घर घर में बाबा साहेब पैदा कर दिया । स्वाभिमान जिन्दा कर दिया । केवल आपका कांशीराम जी को समझने का नजरिया छोटा है।
Yogesh Boudh बाबासाहब अंबेडकर जी को अगर कांशीराम मानते तो बाबासाहब अंबेडकर जी की तरह अपने समाज को बौद्ध धर्म को खुदके साथ अपनाते । बाबासाहब अंबेडकर जी समाज के लिए जो कर गए उससे अलग कांशीराम ने क्या किया? जबर्दस्ती से इस आदमी को बाबासाहब अंबेडकर जी के साथ रखनें की कोशिश करने की जुररत ना करें । चार बार बीजेपी के सहारे सत्ता हथियाने के बाद आज बीजेपी कहा है और बसपा कहा हैं । बीजेपी को बढाने वालीं राजनिती की है । खैर " समय " ने इसका हिसाब किया है ।
जो विरासत श्री कांसी राम जी ने मायावती को बना कर दी, जिस विचारधारा के खिलाफ और जिन रूढ़िवादी पार्टियों के खिलाफ उन्होंने एक तरह की जंग शुरू की थी, मायावती उन्हीं पार्टियों के हाथों की कठपुतली बन के रह गयी। अगर कोई उनके जैसा उत्तराधिकारी उन्हें मिला होता तो आज शायद दलितों की दशा और भी अच्छी होती। बहुत बड़ी देन है श्री कांसी राम जी की गरीबों को। मैं दिल से उन्हें नमन करता हूँ।
देश के 80से 85 फीसदी जनता के विकास के लिए काम करने वाले महान व्यक्ति को किसी जाति वर्ग विशेष से जोड़ कर परिचित कराना बहुत ही गलत है, बाबा साहेब अंबेडकर को भी ऐसे ही सम्बोधित किया जाता है जो बिल्कुल गलत है। देश के महान और सच्चे नेता हैं ये लोग
महान व्यक्तित्व ,बेजोड़ साहसिक व कमाल का धैर्य इनकी जितनी भी प्रशंसा किया जाय वो कम ही हैं।ऐसे महान व्यक्ति बहुत ही कम पैदा होते हैं। काशीराम साहेब को शत् शत् नमन!💐💐
@India's Voice hum MAURYA samaj ke log is baar mayawati ko vote denge Kyoki Keshav prasad maurya ne hamare samaj ko bjp ko vote ke liye bech diya tha. Namo bhudhay Jai bheem Jai Maurya samaj
मा.सहाव कांशीरामजी के साथ हमने दस प्रांतो मे जाकर उनके कहने पर काम किया था।सहाव हर कार्यकर्ता पर नजर रखते थे।हर एक को बहुत प्यार से समझाते थे।मुझे बहुत बडा सौभाग्य मिला ,मेने सहाव को बाजार से लाकर चप्पल भी पहनाई थी।सहाव के साथ बोट क्लव दिल्ली मे मंडल आयोग के धरने मे ४१ दिन हम साथ रहे थे। जयभीम,जयकांशीराम सहाव ,
क्या आपके घर या फिर आपके समाज की महिलाएं किसी भी पुरुष के सामने घूंघट या बुरका या हिजाब आदि को धारण करके आडंबरों का पालन करती हैं❓🤔 यदि हां तो ........... फिर सबसे पहले महिलाओं द्वारा पुरुषों के सामने आडंबरों के इन प्रतीकों --(घूंघट या बुरका या हिजाब आदि)-- को धारण करना सभी स्थानों पर पूर्णतः त्याग दें। 🙏🙏🙏🙏🙏 हमेशा के लिए....... पूरी तरह से........ ........महिलाओं द्वारा कभी भी किसी भी पुरुष के सामने किसी भी प्रकार का घूंघट या बुर्का या हिजाब धारण करना बंद करा दें। हर जगह पर........ चाहे गाँव हो या शहर..... चाहे घर में हो या घर से बाहर........ चाहे ससुर हो........ ......... या जेठ हो..... ...या कोई भी एकदम अजनबी पुरुष हो...... .......... किसी भी पुरुष के सामने कभी भी कहीं पर भी महिलाओं से उनका थोड़ा सा भी चेहरा ना ढंकवाएं। महिलाओं से किसी भी पुरुष के सामने किसी भी प्रकार की पर्दा कुप्रथा -- (चाहे घूंघट हो या बुर्का या हिजाब) -- का पालन ना करवाएं । केवल ऐसा 👆 करने के बाद ही आप बहुजन नायको जैसे :- महात्मा बुद्ध नारायण गुरु ज्योतिबा फूले सावित्रीबाई फूले छत्रपति शाहूजी महाराज संत गाडगे बिरसा मुंडा बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर व मान्यवर साहब कांशीराम जी के विचारों पर चलने का दावा कर सकते हैं क्योंकि इन सभी महानुभावों ने भी महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा के किसी भी रूप के पालन -(चाहे घूंघट हो या बुरका या हिजाब आदि धारण करने)- को आडंबर , कुप्रथा व कुरीति मानते हुए इन तीनों कुप्रथाओं का कड़ा विरोध किया था व साथ - ही - साथ इन तीनों कुप्रथाओं के पूर्णतः उन्मूलन करने का लक्ष्य निर्धारित किया था। 1⃣. आप किस प्रांत , किस जिले व किस समाज से हैं❓🤔 2⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने किसी भी प्रकार की पर्दा कुप्रथा --(चाहे घूंघट या बुरका या हिजाब आदि)-- प्रचलित हैं❓🤔 3⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं अपने घरों से बाहर भी किसी भी पुरुष के सामने बिना किसी पर्दे के अपना चेहरा ढकें --( बिना घूंघट या बुरका या हिजाब धारण किए)-- खुला घूम सकती हैं बिना किसी भी महिला या पुरुष को इस कारण से नाराज किए कि महिलाओं ने पर्दा कुप्रथा --(चाहे घूंघट हो या बुरका हो या हिजाब आदि धारण करना)-- छोड़कर अपने "संस्कारों" का "उल्लंघन" किया है ❓🤔 4⃣.क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं सदा सभी स्थानों पर घर से बाहर भी एकदम पूर्णतः अजनबी पुरुषों के सामने भी किसी पर्दे द्वारा --(घूंघट या बुरका या हिजाब धारण करके)-- अपना चेहरा कभी नहीं ढंकती❓🤔 5⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में कोई भी महिला या पुरुष किसी भी महिला द्वारा अपने घर के बाहर या किसी भी पुरुष के सामने अपना चेहरा ना ढंकने पर --(घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण ना करने पर)-- ऐतराज नहीं करते या फिर महिलाओं को किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा पालन करने --( घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण करने )-- का "निर्देश" या "आदेश" नहीं देते❓🤔 कृपया उपरोक्त सारे पांचों प्रश्नों का इसी क्रम में अलग अलग उत्तर दें। 🙏 🙏
BBC का भ्रम है कि काशीराम साहेब न दलितों के कुछ खास नही क्या लेकिन सच यह है कि बाबा साहेब अम्बेडकर जी बाद वही है जिन्होंने मान समान दलितों को दिलाये दलित राजनीति विधाता वही है जिन्हें कभी भुलाया नही जा सकता मान्यवर काशीराम अमर रहे। जय भीम जय संविधान
मान्यवर कांशीराम साहब आपको आपके जन्मदिन पर बहुत-बहुत बधाई आप एक बहुजन के नायक थे सोते हो बहुत जनों को जगाया आपने और एक शासक बनाया आपको कोटि-कोटि प्रणाम शत-शत नमन मान्यवर कांशीराम जी जिंदाबाद काशीराम साहब सदा अमर रहे और अपनी विचारधारा se Bahujan ko agrasar Aage badhane ka margdarshan कराते रहें जय भीम जय संविधान जय भारत
@ क्या आपके घर की महिलाएं घूंघट कुप्रथा का पालन करती हैं❓🤔 यदि हां तो .......फिर पहले ये घूंघट नामक आडंबर त्यागें फिर महात्मा बुद्ध व आंबेडकर जी के साथ होने का दावा करें। आप किस प्रांत से हैं❓🤔 क्या आपके प्रांत में घूंघट कुप्रथा प्रचलित है❓🤔 क्या आपके प्रांत के गांवों में भी महिलाएं बिना चेहरा ढकें घरों से बाहर खुला घूम सकती हैं❓🤔 कृपया बताएं। 🙏🙏🙏🙏
1⃣. आप किस प्रांत , किस जिले व किस समाज से हैं❓🤔 2⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने किसी भी प्रकार की पर्दा कुप्रथा --(चाहे घूंघट या बुरका या हिजाब आदि)-- प्रचलित हैं❓🤔 3⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं अपने घरों से बाहर भी किसी भी पुरुष के सामने बिना किसी पर्दे के अपना चेहरा ढकें --( बिना घूंघट या बुरका या हिजाब धारण किए)-- खुला घूम सकती हैं बिना किसी भी महिला या पुरुष को इस कारण से नाराज किए कि महिलाओं ने पर्दा कुप्रथा --(चाहे घूंघट हो या बुरका हो या हिजाब आदि धारण करना)-- छोड़कर अपने "संस्कारों" का "उल्लंघन" किया है ❓🤔 4⃣.क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं सदा सभी स्थानों पर घर से बाहर भी एकदम पूर्णतः अजनबी पुरुषों के सामने भी किसी पर्दे द्वारा --(घूंघट या बुरका या हिजाब धारण करके)-- अपना चेहरा कभी नहीं ढंकती❓🤔 5⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में कोई भी महिला या पुरुष किसी भी महिला द्वारा अपने घर के बाहर या किसी भी पुरुष के सामने अपना चेहरा ना ढंकने पर --(घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण ना करने पर)-- ऐतराज नहीं करते या फिर महिलाओं को किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा पालन करने --( घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण करने )-- का "निर्देश" या "आदेश" नहीं देते❓🤔 कृपया उपरोक्त सारे पांचों प्रश्नों का इसी क्रम में अलग अलग उत्तर दें। 🙏 🙏 यदि उपरोक्त प्रश्नों के लिए आप व आपके समाज का उत्तर "पूर्णतः" "ना" में है तो यकीन मानिए आप व आपका समाज बहुजन नायको जैसे :- महात्मा बुद्ध नारायण गुरु ज्योतिबा फूले सावित्रीबाई फूले छत्रपति शाहूजी महाराज संत गाडगे बिरसा मुंडा बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर व मान्यवर साहब कांशीराम का महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा के पालन --(चाहे घूंघट हो या बुरका या हिजाब आदि धारण करने)-- को पूर्णतः उन्मूलन का लक्ष्य पूर्ण करने में बहुत आगे निकल चुके हैं व आपका योगदान अतुलनीय है। 🙏🙏👏💪🐘🇪🇺 क्योंकि ये सभी महानुभाव भी महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा के किसी भी रूप के पालन को -(चाहे घूंघट हो या बुरका या हिजाब आदि धारण करना)- आडंबर , कुप्रथा व कुरीति मानते हुए इन तीनों कुप्रथाओं का कड़ा विरोध करते थे व साथ - ही - साथ इन तीनों कुप्रथाओं के पूर्णतः उन्मूलन करने का लक्ष्य निर्धारित किया था।
ऐसा महामानव शोसल वैज्ञानिक आदरणीय मान्यवर कांशीराम साहब जी के चरणों में सादर कोटि कोटि नमन वंदन विनम्र 💐💐💐🙏🙏🙏 मान्यवर साहब आज भी हमारे साथ मन मस्तिष्क में बैठे है रहेंगे। जय भीम नमो बुध्दाय जय संविधान मान्यवर कांशीराम साहब जी अमर रहे आदरणीया बहन कुमारी मायावती जी जिंदाबाद बहुजन समाज पार्टी जिंदाबाद
The Great Leader, Thinker, philosopher and The Creator of real LEADER of Bahujan Samaj in India. FIRST leader who follow CONSTITUTION Right got the throne without any money supporter. He had Taught the lesson of Real politics to the people of Bahujan samaj that How to do politics.
@ क्या आपके घर की महिलाएं घूंघट कुप्रथा का पालन करती हैं❓🤔 यदि हां तो .......फिर पहले ये घूंघट नामक आडंबर त्यागें फिर महात्मा बुद्ध व आंबेडकर जी के साथ होने का दावा करें। आप किस प्रांत से हैं❓🤔 क्या आपके प्रांत में घूंघट कुप्रथा प्रचलित है❓🤔 क्या आपके प्रांत के गांवों में भी महिलाएं बिना चेहरा ढकें घरों से बाहर खुला घूम सकती हैं❓🤔 कृपया बताएं। 🙏🙏🙏🙏
🇮🇳जय भीम जय भारत जय संविधान 🇮🇳 सत सत नमन है मान्यवर काशीराम जी को जिन्होंने बसपा 🐘को जन्म दिया बहुजनों को आभास कराया कि आगे बडो सत्ता हासिल करो अपने हक और अधिकारों के लिए लड़ो..
जैसा कि मान्यवर कांशीराम साहब के बारे में सर्वविदित है कि उन्होंने बहुजन मूवमेंट के लिए काम किया और बहुजन मूवमेंट के जरिये 85% लोगों को एकजुट करने का काम किया न कि केवल दलितों को लेकिन इस वीडियो में जो तथ्य बताये गए हैं बार बार दलित शब्द की ओर केंद्रित किया गया है जो कि सही नही है वो केवल दलित नेता न होकर बहुजन नेता थे।उन्होंने हमेशा 85%बहुजनों के पर्याप्त प्रतिनिधित्व की वकालत की। जय भीम जय मान्यवर कांशीराम साहब।
@ क्या आपके घर की महिलाएं घूंघट कुप्रथा का पालन करती हैं❓🤔 यदि हां तो .......फिर पहले ये घूंघट नामक आडंबर त्यागें फिर महात्मा बुद्ध व आंबेडकर जी के साथ होने का दावा करें। आप किस प्रांत से हैं❓🤔 क्या आपके प्रांत में घूंघट कुप्रथा प्रचलित है❓🤔 क्या आपके प्रांत के गांवों में भी महिलाएं बिना चेहरा ढकें घरों से बाहर खुला घूम सकती हैं❓🤔 कृपया बताएं। 🙏🙏🙏🙏
यदि सच्चे अंबेडकरवादी हो तो पहली शर्त है कि सबसे पहले घूंघट कुप्रथा का पूर्णतः समूल त्याग करो पूरी तरह से ...... हमेशा के लिए...... हर जगह पर ......... फिर अंबेडकर जी का नाम लेना क्योंकि नारायण गुरु , ज्योतिबा फूले , सावित्रीबाई फूले , छत्रपति शाहूजी महाराज , संत गाडगे , बिरसा मुंडा , बाबा साहेब आंबेडकर व मान्यवर साहब कांशीराम आदि उपरोक्त व्यक्ति इसे सबसे बड़ा आडंबर मानते थे व इसका पूर्णतः उन्मूलन करना चाहते थे।
बाबा साहब ने राजनीति क्या है यह सिखाया ओर मान्यवर कांशीराम साहब ने राजनीति कैसे करके सत्ता काबिज़ किया जाय वह बताया बुद्धिज़्म जब लोग भूल गए तो बाबा साहब ने वापस लोगो को बताया जब लोग बाबा साहब को भूलने लगे तो मान्यवर कांशीराम साहबने याद दिलाया। ओर इस बार फिर सपा-बसपा का गठबंधन है तो फिर से बोलो मिले मुलायम कांशीराम हवा में उड़ गए जय श्रीराम
Ashish Parmar बीजेपी को फायदा पहुंचाने वालीं राजनिती की है । आज बीजेपी कहा है और बीएसपी कहा हैं । इनके राजनिती से बहुजन समाज और दलित लोगों का क्या फायदा हुआ है ।
Kansai Ram ji Ambeder ji ke saamne Kuchh bhi nahi hai .Please Ambedker ji ko padhiye .He was reality a great man .Iam Dr A K TRIPATHI .PLEASE AMBEDKER AUR KANSHIRAM KI TULNA NA KARIYE .DR AMBEDKER WAS A GREAT INDIAN NATIONAL .DONO ME ANTAR SAMAZNA JAROORI HAI .JAI HIND ..
@@dr.a.k.tripathi57 सर मुजे इतना पता है मान्यवर ओर बाबा साहब दोनो ही महान थे लेकिन जब बौद्ध को लोग भूल गए तब बाबा साहब ने फिर से बौधिसम लाये ओर जब बाबा साहब को लोग भूल गए तब मान्यवर ने लोगो को बताया।।।।
@@ashishparmar4907 Jai Bhim Jai Shri Ram. Jiska sankhya jitna bhari, unke utni hissedari. Iss desh mein sankhya Hinduwon ka bhari hai. Aur Dalit Hindu hai.
@@BilalKhan-dx7xk I think they should be given good education...agar bekar education de ke kitna bhi reservation de do kuch ghanta nahi fark padega.. Also Dalits need to understand as well...their leaders are the ones who have let them down...why should a rich dalit will get benefits of reservation ..it's an economic problem
जय भीम ,जय कांशीराम, जय शांतिशवरूप हमारे सभी महापुरुषों की जय हो ।बहन मायावती के चरणों में कोटि कोटि नमन एवं धन्यवाद ।कांशीराम को बिमारी में बहुत सेवा की है । ⚘जय मूल निवासी ⚘
यदि सच्चे अंबेडकरवादी हो तो पहली शर्त है कि सबसे पहले घूंघट कुप्रथा का पूर्णतः समूल त्याग करो पूरी तरह से ...... हमेशा के लिए...... हर जगह पर ......... फिर अंबेडकर जी का नाम लेना क्योंकि नारायण गुरु , ज्योतिबा फूले , सावित्रीबाई फूले , छत्रपति शाहूजी महाराज , संत गाडगे , बिरसा मुंडा , बाबा साहेब आंबेडकर व मान्यवर साहब कांशीराम आदि उपरोक्त व्यक्ति इसे सबसे बड़ा आडंबर मानते थे व इसका पूर्णतः उन्मूलन करना चाहते थे।
Jai bhim bbc apko bahot hi naman hum apko piasa nahi de sakte magar ye vishvas delate hai ki apka Chanel sachai ke uchai tak pohchega garibo ka ashirvad hamesha apke sath rahega love u
माँ, कासीराम ने सही बाबा साहेबका मिशन चलाया,उन्होंने नारा लगाया था, बाबा तेरा अधूरे सपना हम पूरा करेंगे, यानीकि दलितोको हुक्मरान समाज बनाना चाह्यते थे, औ उन्होंने यूपी में मायावती को मुख्य मंत्री बनाके पूरा किया ,धन्य हो काशीराम, जय भीम
आज जो उत्तरभारत में दलितों, अतिपिछड़ों, आदिवासियों में जो राजनीतिक चेतना अाई है उसमें कांशीराम साहब का बहुत योगदान है।
K
I'm
Ki
😅
Right
0:10 ଏହି ଅଞ୍ଚଳ କୁ ଟ୍ଟrd୬୯🌹!?୯😅?.)
*साहेब कांशीराम जी आप जैसा कोई नहीं कोई भी नहीं, बहुत ही ज्यादा याद आती है आपकी।*
*दिल से सलाम*
बहुजनों में राजनीतिक नवचेतना का विकास करने वालों में से एक थे, नमन है ऐसे महापुरुष साहब कांशीराम जी को
Sanvidhan mein jo adhikar mila tha usko kanshiram sakar Kar Diya
B. V.. . .. Be. @@chandrashekharmaurya794
पूरे भारत को एक सूत्र मे बांधने वाले बहुजन समाज के सरताज साहब कांसी राम🙏
कान्शीराम साहब दलित नहीं बहुजन नायक हैं
kanshi Ram mahanayak they unone garibo ke liye bahut kam kiya hai wey sadaiv amar rahenge.
Really sister
मुझे अपनी जिंदगी में यह सौभाग्य प्राप्त हुआ कि मैं उन्हें मिल पाया, उनके विचार सुन पाया। हालांकि मेरी उम्र उस समय ज्यादा नहीं थी (थोड़ी-थोड़ी समझ थी कि यह इलेक्शन वगैरह क्या होते हैं) फिर भी उनके विचारों को सुनकर रोंगटे खड़े हो गए थे। हमारे बड़े बता रहे थे साथ साथ कि यह वो इंसान हैं जो बाबा साहिब का संदेश और आगे तक ले के जा रहे हैं और हम सब इनका साथ देंगे।
कांशीराम ने कहा था । के में अवसरवादी हु । मुझे अपने समाज को राजा बनने के लिए हर एक से गठजोड़ करके अपने समाज को सत्ता में लेकर आना है । उन्होंने ये सपना भी पूरा किया । पर आजकल सब धुंधला हो चला है । ।। जय कांशीराम ।।
क्या आपके घर या फिर आपके समाज की महिलाएं किसी भी पुरुष के सामने घूंघट या बुरका या हिजाब आदि को धारण करके आडंबरों का पालन करती हैं❓🤔
यदि हां तो ........... फिर सबसे पहले महिलाओं द्वारा पुरुषों के सामने आडंबरों के इन प्रतीकों
--(घूंघट या बुरका या हिजाब आदि)--
को धारण करना सभी स्थानों पर पूर्णतः त्याग दें। 🙏🙏🙏🙏🙏
हमेशा के लिए.......
पूरी तरह से........
........महिलाओं द्वारा कभी भी किसी भी पुरुष के सामने किसी भी प्रकार का घूंघट या बुर्का या हिजाब धारण करना बंद करा दें।
हर जगह पर........
चाहे गाँव हो या शहर.....
चाहे घर में हो या घर से बाहर........
चाहे ससुर हो........
......... या जेठ हो.....
...या कोई भी एकदम अजनबी पुरुष हो......
.......... किसी भी पुरुष के सामने कभी भी कहीं पर भी महिलाओं से उनका थोड़ा सा भी चेहरा ना ढंकवाएं। महिलाओं से किसी भी पुरुष के सामने किसी भी प्रकार की पर्दा कुप्रथा
-- (चाहे घूंघट हो या बुर्का या हिजाब) --
का पालन ना करवाएं ।
केवल ऐसा 👆 करने के बाद ही आप
बहुजन नायको जैसे :-
महात्मा बुद्ध
नारायण गुरु
ज्योतिबा फूले
सावित्रीबाई फूले
छत्रपति शाहूजी महाराज
संत गाडगे
बिरसा मुंडा
बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर
व
मान्यवर साहब कांशीराम
जी के विचारों पर चलने का दावा कर सकते हैं
क्योंकि
इन सभी महानुभावों ने भी महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा के किसी भी रूप के पालन
-(चाहे घूंघट हो या बुरका या हिजाब आदि धारण करने)-
को आडंबर , कुप्रथा व कुरीति मानते हुए इन तीनों कुप्रथाओं का कड़ा विरोध किया था व
साथ - ही - साथ इन तीनों कुप्रथाओं के पूर्णतः उन्मूलन करने का लक्ष्य निर्धारित किया था।
1⃣. आप किस प्रांत , किस जिले व किस समाज से हैं❓🤔
2⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने किसी भी प्रकार की पर्दा कुप्रथा
--(चाहे घूंघट या बुरका या हिजाब आदि)--
प्रचलित हैं❓🤔
3⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं अपने घरों से बाहर भी किसी भी पुरुष के सामने बिना किसी पर्दे के अपना चेहरा ढकें
--( बिना घूंघट या बुरका या हिजाब धारण किए)--
खुला घूम सकती हैं बिना किसी भी महिला या पुरुष को इस कारण से नाराज किए कि महिलाओं ने पर्दा कुप्रथा
--(चाहे घूंघट हो या बुरका हो या हिजाब आदि धारण करना)--
छोड़कर अपने "संस्कारों" का "उल्लंघन" किया है ❓🤔
4⃣.क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं सदा सभी स्थानों पर घर से बाहर भी एकदम पूर्णतः अजनबी पुरुषों के सामने भी किसी पर्दे द्वारा
--(घूंघट या बुरका या हिजाब धारण करके)--
अपना चेहरा कभी नहीं ढंकती❓🤔
5⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में कोई भी महिला या पुरुष
किसी भी महिला द्वारा अपने घर के बाहर या किसी भी पुरुष के सामने
अपना चेहरा ना ढंकने पर
--(घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण ना करने पर)--
ऐतराज नहीं करते
या
फिर महिलाओं को किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा पालन करने
--( घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण करने )--
का "निर्देश" या "आदेश" नहीं देते❓🤔
कृपया उपरोक्त सारे पांचों प्रश्नों का इसी क्रम में अलग अलग उत्तर दें। 🙏 🙏
@@जयभारत-च4श बच्चे पहले शिक्षा पूरी करके आओ । youtube पे क्रांति लाने पे आतुर हो । में शहर में रहता हूं । और हमारे परिवार में चार सदस्य ह । माता पिता और हम दो भाई । अब इसमें आपके इस महान सन्देश को कैसे उत्तर दु । या पालन करू । यदि समय मिले तो इस क्रांति से पहले स्वयं के असल नाम को लिखे । (आपका user name ही भ्रामक ह । ये चार धर्म मतभेद के ही कारण अलग हुए ह । और वो 5वा धर्म जिससे आप नही लिख पा। ) रहे आपकी क्रांतिकारी विचारधारा की नींव के बारे में विस्तार से बताता ह ।
बहस से अच्छा ह किसी भी तरह के विचार को ना सोचे । इस परम् शांति प्राप्त होगी ।
गुड
बाबा साहेब द्वारा बाबासाहेब द्वारा दिए गए संवैधानिक अधिकारों को यदि किसी ने वास्तविक एवम् व्यवहारिक रुप से जमीन पर लागू किया एवं कराया गया वह हैं मान्यवर कांशीराम जी। इस हेतु मैं उन्हें शत-शत नमन करता हूं,अब पुनः ऐसे सामाजिक एवं राजनीतिक पुरोद्धा की परम आवश्यकता है।
Thank you BBC. .. For telling us about this great बहुजन leader
jai Bharat..Jai samvidhan...Jai Bhim...Manyvar Kashi Ram ji hum moolnivasi bahujano ke Dilon me baste hue Amar rahenge. .Hum unke mission ko poora karenge. ..
यदि सच्चे अंबेडकरवादी हो तो पहली शर्त है कि
सबसे पहले घूंघट कुप्रथा का पूर्णतः समूल त्याग करो
पूरी तरह से ......
हमेशा के लिए......
हर जगह पर .........
फिर अंबेडकर जी का नाम लेना क्योंकि
नारायण गुरु ,
ज्योतिबा फूले ,
सावित्रीबाई फूले ,
छत्रपति शाहूजी महाराज ,
संत गाडगे ,
बिरसा मुंडा ,
बाबा साहेब आंबेडकर
व
मान्यवर साहब कांशीराम
आदि उपरोक्त व्यक्ति इसे सबसे बड़ा आडंबर मानते थे व इसका पूर्णतः उन्मूलन करना चाहते थे।
कोटि कोटि नमन साहब कांशीराम जी को
🙏अगर कांशीराम जी नहीं होते,तो दलितों को बिल्कुल भी न्याय नहीं मिलता, कांशीराम हम आपको कभी नहीं भूलेंगे 😭। आपके बजह से ही बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर का सपना पूरा हो रहा है।If Kanshi Ram was not there, then the Dalits would not get justice at all, Kanshi Ram, we will never forget you. Baba Saheb Dr. Bhimrao Ambedkar's dream is being fulfilled only by your succession.
बहुजन नायक मान्यवर कांशीराम जी को प्रणाम।
कांशीराम जी आप जैसे नेता की आज समाज को वास्तव में जरूरत है यहां तो चमचों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है।
*Aap jaesi mhilaao ko saamne aana chahiY*
Plz study constitution
Plz contribute sisters jiiiioo
धन्यवाद मेडम
Toa BSP jeetaoo Wo Azad Agent hae Congress ka 🇮🇳📢✍️
Right bro 👍
@@sarojkumarsingh3227 6
आदरणीय,
श्री रेहान फ़ज़ल
हमारा आपसे अनुरोध है कि आप बिहार के कुछ पुराने राजनेताओं पर एक स्टोरी करें। जैसे चन्द्र देव वर्मा,राम लखन यादव, संजय पासवान, जगदेव प्रसाद, कामरेड जगदीश मास्टर, जगजीवन राम, मीरा कुमार इत्यादि। जिसके लिए हम सदैव आपके आभारी रहेंगे।
जय भारत 🇮🇳
बहुत ही ज्यादा याद आती रहेगी मान्यवर कांशीराम जी
आप सचमुच भारत के सच्चे और जुझारु योद्धा थे अाप जैसा कोई भी नहीं
Kha se ho Bhai
Me kanpur se
@@sarojkumarsingh3227 Faridabad
@@virendraholkar2624 Bhai milkr mission movment ko braao hm ssb pr mhapurso ki nigaahe h.es karwa ko pecche nhi jaane Dena h
@@virendraholkar2624 kbhi kanpur aana to btaana Bhai
Jay Sambidhan Jay Vigyaan
@@sarojkumarsingh3227 जरूर भाई वैसे तो मैं इटावा जिले का रहने वाला हूं।
कांशीराम आप की नेक कमाई सोती हुई बहुजन कौम को आपने जगाई
जय भीम जय कांसीराम
ruclips.net/video/De2EG3mb-ko/видео.html
@@lifefutile7974 0
1⃣. आप किस प्रांत , किस जिले व किस समाज से हैं❓🤔
2⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने किसी भी प्रकार की पर्दा कुप्रथा
(( चाहे घूंघट या बुरका या हिजाब आदि ))
प्रचलित हैं❓🤔
3⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं अपने घरों से बाहर भी किसी भी पुरुष के सामने बिना किसी पर्दे के अपना चेहरा ढकें
(( बिना घूंघट या बुरका या हिजाब धारण किए ))
खुला घूम सकती हैं बिना किसी भी महिला या पुरुष को इस कारण से नाराज किए कि महिलाओं ने पर्दा कुप्रथा
(( चाहे घूंघट हो या बुरका हो या हिजाब आदि धारण करना ))
छोड़कर अपने "संस्कारों" का "उल्लंघन" किया है ❓🤔
4⃣.क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं सदा सभी स्थानों पर घर से बाहर भी एकदम पूर्णतः अजनबी पुरुषों के सामने भी किसी पर्दे द्वारा
(( घूंघट या बुरका या हिजाब धारण करके ))
अपना चेहरा कभी नहीं ढंकती❓🤔
5⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में कोई भी महिला या पुरुष
किसी भी महिला द्वारा अपने घर के बाहर या किसी भी पुरुष के सामने
अपना चेहरा ना ढंकने पर
(( घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण ना करने पर ))
ऐतराज नहीं करते
या
फिर महिलाओं को किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा पालन करने
(( घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण करने ))
का "निर्देश" या "आदेश" नहीं देते❓🤔
कृपया उपरोक्त सारे पांचों प्रश्नों का इसी क्रम में अलग अलग उत्तर दें। 🙏 🙏
यदि उपरोक्त प्रश्नों के लिए आप व आपके समाज का उत्तर "पूर्णतः" "ना" में है तो यकीन मानिए आप व आपका समाज
बहुजन नायको जैसे :-
महात्मा बुद्ध
नारायण गुरु
ज्योतिबा फूले
सावित्रीबाई फूले
छत्रपति शाहूजी महाराज
संत गाडगे
बिरसा मुंडा
बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर
व
मान्यवर साहब कांशीराम
का
महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा के पालन
(( चाहे घूंघट हो या बुरका या हिजाब आदि धारण करने ))
को पूर्णतः उन्मूलन का लक्ष्य पूर्ण करने में बहुत आगे निकल चुके हैं व आपका योगदान अतुलनीय है। 🙏🙏👏💪🐘🇪🇺
क्योंकि
ये सभी महानुभाव भी महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा के किसी भी रूप के पालन को
(( चाहे घूंघट हो या बुरका या हिजाब आदि धारण करना ))
आडंबर , कुप्रथा व कुरीति मानते हुए इन तीनों कुप्रथाओं का कड़ा विरोध करते थे व
साथ - ही - साथ इन तीनों कुप्रथाओं के पूर्णतः उन्मूलन करने का लक्ष्य निर्धारित किया था।
@@जयभारत-च4श हमारे घर में महिलाएं घूंघट में नहीं रहती और ना ही किसी कर्मकांड का पालन करती हैं
बहुत ही शानदार प्रस्तुति आपको बहुत-बहुत धन्यवाद तहे दिल से नमो बुद्धाय जय भीम🙏🙏
बहुजनों के मसीहा परम पूज्य बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के एक मात्र वारिश मान्यवर श्री कांशीराम जी....
1⃣. आप किस प्रांत , किस जिले व किस समाज से हैं❓🤔
2⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने किसी भी प्रकार की पर्दा कुप्रथा
--(चाहे घूंघट या बुरका या हिजाब आदि)--
प्रचलित हैं❓🤔
3⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं अपने घरों से बाहर भी किसी भी पुरुष के सामने बिना किसी पर्दे के अपना चेहरा ढकें
--( बिना घूंघट या बुरका या हिजाब धारण किए)--
खुला घूम सकती हैं बिना किसी भी महिला या पुरुष को इस कारण से नाराज किए कि महिलाओं ने पर्दा कुप्रथा
--(चाहे घूंघट हो या बुरका हो या हिजाब आदि धारण करना)--
छोड़कर अपने "संस्कारों" का "उल्लंघन" किया है ❓🤔
4⃣.क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं सदा सभी स्थानों पर घर से बाहर भी एकदम पूर्णतः अजनबी पुरुषों के सामने भी किसी पर्दे द्वारा
--(घूंघट या बुरका या हिजाब धारण करके)--
अपना चेहरा कभी नहीं ढंकती❓🤔
5⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में कोई भी महिला या पुरुष
किसी भी महिला द्वारा अपने घर के बाहर या किसी भी पुरुष के सामने
अपना चेहरा ना ढंकने पर
--(घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण ना करने पर)--
ऐतराज नहीं करते
या
फिर महिलाओं को किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा पालन करने
--( घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण करने )--
का "निर्देश" या "आदेश" नहीं देते❓🤔
कृपया उपरोक्त सारे पांचों प्रश्नों का इसी क्रम में अलग अलग उत्तर दें। 🙏 🙏
यदि उपरोक्त प्रश्नों के लिए आप व आपके समाज का उत्तर "पूर्णतः" "ना" में है तो यकीन मानिए आप व आपका समाज
बहुजन नायको जैसे :-
महात्मा बुद्ध
नारायण गुरु
ज्योतिबा फूले
सावित्रीबाई फूले
छत्रपति शाहूजी महाराज
संत गाडगे
बिरसा मुंडा
बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर
व
मान्यवर साहब कांशीराम
का
महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा के पालन
--(चाहे घूंघट हो या बुरका या हिजाब आदि धारण करने)--
को पूर्णतः उन्मूलन का लक्ष्य पूर्ण करने में बहुत आगे निकल चुके हैं व आपका योगदान अतुलनीय है। 🙏🙏👏💪🐘🇪🇺
क्योंकि
ये सभी महानुभाव भी महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा के किसी भी रूप के पालन को
-(चाहे घूंघट हो या बुरका या हिजाब आदि धारण करना)-
आडंबर , कुप्रथा व कुरीति मानते हुए इन तीनों कुप्रथाओं का कड़ा विरोध करते थे व
साथ - ही - साथ इन तीनों कुप्रथाओं के पूर्णतः उन्मूलन करने का लक्ष्य निर्धारित किया था।
बाबा साहेब के बाद ,एक मात्र मान्यवर कांशीराम ही बहुजन समाज के नेता थे।जय भीम,जय कांशीराम।
👏👌👏👌👏👌👏👌👏👌👏👌👏👌👏
BBC News Hindi को बहुत बहुत धन्यवाद।
बहुजन को शासक बनाने वाले कांशी राम जी को कोटि कोटि नमन, उनकी राजनीतिक समझ को भी सलाम। ऐसे ही एक और राजनीतिक समझ वाले लीडर की जरूरत है बहुजन समाज को।
BBC भाई कांशीराम भले ही दलितों के लिए ज्यादा कुछ नहीं कर पाये कौन कहता ज्यादा नही कर पाये? साहेब कांशीराम ने बाबा साहेब के बाद वो कर दिखाया जो दलितों बहजनो ने कभी सोचा भी नहीं था । जैसे शोषित दलितों को शासक बनाया हर घर घर में बाबा साहेब पैदा कर दिया । स्वाभिमान जिन्दा कर दिया । केवल आपका कांशीराम जी को समझने का नजरिया छोटा है।
Right bro
RIGHT BRO ,THANKHS
Yogesh Boudh बाबासाहब अंबेडकर जी को अगर कांशीराम मानते तो बाबासाहब अंबेडकर जी की तरह अपने समाज को बौद्ध धर्म को खुदके साथ अपनाते । बाबासाहब अंबेडकर जी समाज के लिए जो कर गए उससे अलग कांशीराम ने क्या किया? जबर्दस्ती से इस आदमी को बाबासाहब अंबेडकर जी के साथ रखनें की कोशिश करने की जुररत ना करें । चार बार बीजेपी के सहारे सत्ता हथियाने के बाद आज बीजेपी कहा है और बसपा कहा हैं । बीजेपी को बढाने वालीं राजनिती की है । खैर " समय " ने इसका हिसाब किया है ।
phle likhna sikho bcc nhi bbc
@@asmitalandge3967 tyanna pan boudh banaicha hota. Pan tyacha aadhich tyancha mahaparinirvan jhaala.
Tyanchi khup iccha Hoti babasaheb sarkha khup moha dharmantaran karaichi
जो विरासत श्री कांसी राम जी ने मायावती को बना कर दी, जिस विचारधारा के खिलाफ और जिन रूढ़िवादी पार्टियों के खिलाफ उन्होंने एक तरह की जंग शुरू की थी, मायावती उन्हीं पार्टियों के हाथों की कठपुतली बन के रह गयी। अगर कोई उनके जैसा उत्तराधिकारी उन्हें मिला होता तो आज शायद दलितों की दशा और भी अच्छी होती। बहुत बड़ी देन है श्री कांसी राम जी की गरीबों को। मैं दिल से उन्हें नमन करता हूँ।
देश के 80से 85 फीसदी जनता के विकास के लिए काम करने वाले महान व्यक्ति को किसी जाति वर्ग विशेष से जोड़ कर परिचित कराना बहुत ही गलत है, बाबा साहेब अंबेडकर को भी ऐसे ही सम्बोधित किया जाता है जो बिल्कुल गलत है।
देश के महान और सच्चे नेता हैं ये लोग
कांशीराम साहब अमर रहें जय भीम
Kanshi Ram Saab was a great fighter Leader of bahujan samaj
Really HERO of the bahujan samaj
मान्यवर साहब कांशीराम जी तेरी नेक कमाई, तुमने सोती कौम जगाई, जय भीम, जय कांशीराम।
महान व्यक्तित्व ,बेजोड़ साहसिक व कमाल का धैर्य इनकी जितनी भी प्रशंसा किया जाय वो कम ही हैं।ऐसे महान व्यक्ति बहुत ही
कम पैदा होते हैं।
काशीराम साहेब को शत् शत् नमन!💐💐
Jai shri bhim
Isaka mayawati jabab imandari se de.
महान शख्सियत मान्यवर साहब 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
अम्बेडकर के बाद हमारे भाग्यविधाता रहे कांशीराम जी...
Great
ab modi ji
@@RAVIKUMAR-jc4kg sirf SC ST aur OBC.
Jai OBC jai savidhan.
Next pm mayawati
दोगी दीप्ति
@India's Voice hum MAURYA samaj ke log is baar mayawati ko vote denge Kyoki Keshav prasad maurya ne hamare samaj ko bjp ko vote ke liye bech diya tha.
Namo bhudhay
Jai bheem
Jai Maurya samaj
मान्यवर साहब कांशी राम जी के चरणों में शत शत नमन बहन कुमारी मायावती जी जिंदाबाद
Thank you Rehaan fazal .
इस महान युगपुरुष को शत शत नमन!
बहुजनो के मशीहा मान्यवर कांशीराम साहब जी
Agreed...
Vipin Yadav ha
Great man
मा.सहाव कांशीरामजी के साथ हमने दस प्रांतो मे जाकर उनके कहने पर काम किया था।सहाव हर कार्यकर्ता पर नजर रखते थे।हर एक को बहुत प्यार से समझाते थे।मुझे बहुत बडा सौभाग्य मिला ,मेने सहाव को बाजार से लाकर चप्पल भी पहनाई थी।सहाव के साथ बोट क्लव दिल्ली मे मंडल आयोग के धरने मे ४१ दिन हम साथ रहे थे।
जयभीम,जयकांशीराम सहाव ,
क्या आपके घर या फिर आपके समाज की महिलाएं किसी भी पुरुष के सामने घूंघट या बुरका या हिजाब आदि को धारण करके आडंबरों का पालन करती हैं❓🤔
यदि हां तो ........... फिर सबसे पहले महिलाओं द्वारा पुरुषों के सामने आडंबरों के इन प्रतीकों
--(घूंघट या बुरका या हिजाब आदि)--
को धारण करना सभी स्थानों पर पूर्णतः त्याग दें। 🙏🙏🙏🙏🙏
हमेशा के लिए.......
पूरी तरह से........
........महिलाओं द्वारा कभी भी किसी भी पुरुष के सामने किसी भी प्रकार का घूंघट या बुर्का या हिजाब धारण करना बंद करा दें।
हर जगह पर........
चाहे गाँव हो या शहर.....
चाहे घर में हो या घर से बाहर........
चाहे ससुर हो........
......... या जेठ हो.....
...या कोई भी एकदम अजनबी पुरुष हो......
.......... किसी भी पुरुष के सामने कभी भी कहीं पर भी महिलाओं से उनका थोड़ा सा भी चेहरा ना ढंकवाएं। महिलाओं से किसी भी पुरुष के सामने किसी भी प्रकार की पर्दा कुप्रथा
-- (चाहे घूंघट हो या बुर्का या हिजाब) --
का पालन ना करवाएं ।
केवल ऐसा 👆 करने के बाद ही आप
बहुजन नायको जैसे :-
महात्मा बुद्ध
नारायण गुरु
ज्योतिबा फूले
सावित्रीबाई फूले
छत्रपति शाहूजी महाराज
संत गाडगे
बिरसा मुंडा
बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर
व
मान्यवर साहब कांशीराम
जी के विचारों पर चलने का दावा कर सकते हैं
क्योंकि
इन सभी महानुभावों ने भी महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा के किसी भी रूप के पालन
-(चाहे घूंघट हो या बुरका या हिजाब आदि धारण करने)-
को आडंबर , कुप्रथा व कुरीति मानते हुए इन तीनों कुप्रथाओं का कड़ा विरोध किया था व
साथ - ही - साथ इन तीनों कुप्रथाओं के पूर्णतः उन्मूलन करने का लक्ष्य निर्धारित किया था।
1⃣. आप किस प्रांत , किस जिले व किस समाज से हैं❓🤔
2⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने किसी भी प्रकार की पर्दा कुप्रथा
--(चाहे घूंघट या बुरका या हिजाब आदि)--
प्रचलित हैं❓🤔
3⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं अपने घरों से बाहर भी किसी भी पुरुष के सामने बिना किसी पर्दे के अपना चेहरा ढकें
--( बिना घूंघट या बुरका या हिजाब धारण किए)--
खुला घूम सकती हैं बिना किसी भी महिला या पुरुष को इस कारण से नाराज किए कि महिलाओं ने पर्दा कुप्रथा
--(चाहे घूंघट हो या बुरका हो या हिजाब आदि धारण करना)--
छोड़कर अपने "संस्कारों" का "उल्लंघन" किया है ❓🤔
4⃣.क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं सदा सभी स्थानों पर घर से बाहर भी एकदम पूर्णतः अजनबी पुरुषों के सामने भी किसी पर्दे द्वारा
--(घूंघट या बुरका या हिजाब धारण करके)--
अपना चेहरा कभी नहीं ढंकती❓🤔
5⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में कोई भी महिला या पुरुष
किसी भी महिला द्वारा अपने घर के बाहर या किसी भी पुरुष के सामने
अपना चेहरा ना ढंकने पर
--(घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण ना करने पर)--
ऐतराज नहीं करते
या
फिर महिलाओं को किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा पालन करने
--( घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण करने )--
का "निर्देश" या "आदेश" नहीं देते❓🤔
कृपया उपरोक्त सारे पांचों प्रश्नों का इसी क्रम में अलग अलग उत्तर दें। 🙏 🙏
BBC का भ्रम है कि काशीराम साहेब न दलितों के कुछ खास नही क्या लेकिन सच यह है कि बाबा साहेब अम्बेडकर जी बाद वही है जिन्होंने मान समान दलितों को दिलाये दलित राजनीति विधाता वही है जिन्हें कभी भुलाया नही जा सकता मान्यवर काशीराम अमर रहे। जय भीम जय संविधान
Naman hai aise... Mahamanav... Kanshiram ji ko.. Jinhone apni zindagi hm logo ke naam kr di🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻😭😭😭
Jai bhim jai manvar kanshi ram saheb amar rahe
Kamyab Mayawatijee !!! 🇮🇳📢✍️
मान्यवर कांशीराम साहब आपको आपके जन्मदिन पर बहुत-बहुत बधाई आप एक बहुजन के नायक थे सोते हो बहुत जनों को जगाया आपने और एक शासक बनाया आपको कोटि-कोटि प्रणाम शत-शत नमन मान्यवर कांशीराम जी जिंदाबाद काशीराम साहब सदा अमर रहे और अपनी विचारधारा se Bahujan ko agrasar Aage badhane ka margdarshan कराते रहें जय भीम जय संविधान जय भारत
कांशी राम तेरी नई कमाई तूने सोती कॉम जगाई बहुजन नायक मसीहा मान्यवर कांशी राम साहब अमर रहे
मान्य श्री काशीराम जी को मेरा कोटि कोटि नमन🙏🙏🙏🙏💪💪💪☝️☝️☝️🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
बहजनो के मसीहा दलितों के उद्धारक मान्यवर साहेब कांशीराम जी के जन्म दिवस पर नमन्
@ क्या आपके घर की महिलाएं घूंघट कुप्रथा का पालन करती हैं❓🤔
यदि हां तो .......फिर पहले ये घूंघट नामक आडंबर त्यागें फिर महात्मा बुद्ध व आंबेडकर जी के साथ होने का दावा करें।
आप किस प्रांत से हैं❓🤔
क्या आपके प्रांत में घूंघट कुप्रथा प्रचलित है❓🤔
क्या आपके प्रांत के गांवों में भी महिलाएं बिना चेहरा ढकें घरों से बाहर खुला घूम सकती हैं❓🤔
कृपया बताएं। 🙏🙏🙏🙏
बहुत सुंदर ऐसे नेता से मिलाकर धन्यवाद 🙏🌹🙏🌹🙏😭😭🤣 जय भीम 🙏🌹🌹
मान्यवर साहब को उनके कार्य को कोटि कोटि नमन
1⃣. आप किस प्रांत , किस जिले व किस समाज से हैं❓🤔
2⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने किसी भी प्रकार की पर्दा कुप्रथा
--(चाहे घूंघट या बुरका या हिजाब आदि)--
प्रचलित हैं❓🤔
3⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं अपने घरों से बाहर भी किसी भी पुरुष के सामने बिना किसी पर्दे के अपना चेहरा ढकें
--( बिना घूंघट या बुरका या हिजाब धारण किए)--
खुला घूम सकती हैं बिना किसी भी महिला या पुरुष को इस कारण से नाराज किए कि महिलाओं ने पर्दा कुप्रथा
--(चाहे घूंघट हो या बुरका हो या हिजाब आदि धारण करना)--
छोड़कर अपने "संस्कारों" का "उल्लंघन" किया है ❓🤔
4⃣.क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में महिलाएं सदा सभी स्थानों पर घर से बाहर भी एकदम पूर्णतः अजनबी पुरुषों के सामने भी किसी पर्दे द्वारा
--(घूंघट या बुरका या हिजाब धारण करके)--
अपना चेहरा कभी नहीं ढंकती❓🤔
5⃣. क्या आपके प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में या आपके समाज में कोई भी महिला या पुरुष
किसी भी महिला द्वारा अपने घर के बाहर या किसी भी पुरुष के सामने
अपना चेहरा ना ढंकने पर
--(घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण ना करने पर)--
ऐतराज नहीं करते
या
फिर महिलाओं को किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा पालन करने
--( घूंघट या बुरका या हिजाब आदि धारण करने )--
का "निर्देश" या "आदेश" नहीं देते❓🤔
कृपया उपरोक्त सारे पांचों प्रश्नों का इसी क्रम में अलग अलग उत्तर दें। 🙏 🙏
यदि उपरोक्त प्रश्नों के लिए आप व आपके समाज का उत्तर "पूर्णतः" "ना" में है तो यकीन मानिए आप व आपका समाज
बहुजन नायको जैसे :-
महात्मा बुद्ध
नारायण गुरु
ज्योतिबा फूले
सावित्रीबाई फूले
छत्रपति शाहूजी महाराज
संत गाडगे
बिरसा मुंडा
बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर
व
मान्यवर साहब कांशीराम
का
महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा के पालन
--(चाहे घूंघट हो या बुरका या हिजाब आदि धारण करने)--
को पूर्णतः उन्मूलन का लक्ष्य पूर्ण करने में बहुत आगे निकल चुके हैं व आपका योगदान अतुलनीय है। 🙏🙏👏💪🐘🇪🇺
क्योंकि
ये सभी महानुभाव भी महिलाओं द्वारा किसी भी पुरुष के सामने पर्दा कुप्रथा के किसी भी रूप के पालन को
-(चाहे घूंघट हो या बुरका या हिजाब आदि धारण करना)-
आडंबर , कुप्रथा व कुरीति मानते हुए इन तीनों कुप्रथाओं का कड़ा विरोध करते थे व
साथ - ही - साथ इन तीनों कुप्रथाओं के पूर्णतः उन्मूलन करने का लक्ष्य निर्धारित किया था।
ऐसा महामानव शोसल वैज्ञानिक आदरणीय मान्यवर कांशीराम साहब जी के चरणों में सादर कोटि कोटि नमन वंदन विनम्र 💐💐💐🙏🙏🙏
मान्यवर साहब आज भी हमारे साथ मन मस्तिष्क में बैठे है रहेंगे।
जय भीम नमो बुध्दाय जय संविधान
मान्यवर कांशीराम साहब जी अमर रहे
आदरणीया बहन कुमारी मायावती जी जिंदाबाद
बहुजन समाज पार्टी जिंदाबाद
Sahab Kansi Ram Ji greatest leader of bahujan samaj their contributions can't be forgotten
अम्बेडकरवाद के अमर प्रराडेता। जय भीम जय संविधान।
The Great Leader, Thinker, philosopher and The Creator of real LEADER of Bahujan Samaj in India. FIRST leader who follow CONSTITUTION Right got the throne without any money supporter.
He had Taught the lesson of Real politics to the people of Bahujan samaj that How to do politics.
कांशी राम वह शेर था जब दहाड़ता था तो गीदड़ दुम दबाकर वहां से भाग जाते थे
कांशीराम तेरी नेक कमाई
तूने सोती कौम जगाई
@GK 6.0
वो रोज़ मेरा लंड चुसता था
काशीराम साहब ने सोए हुए एसटी एससी ओबीसी को जगाया और अपने हक के लिए लड़ना सिखाया
K
कांसीराम की नेक कमाई गद्दार नेताओं ने बेच खाई
@ क्या आपके घर की महिलाएं घूंघट कुप्रथा का पालन करती हैं❓🤔
यदि हां तो .......फिर पहले ये घूंघट नामक आडंबर त्यागें फिर महात्मा बुद्ध व आंबेडकर जी के साथ होने का दावा करें।
आप किस प्रांत से हैं❓🤔
क्या आपके प्रांत में घूंघट कुप्रथा प्रचलित है❓🤔
क्या आपके प्रांत के गांवों में भी महिलाएं बिना चेहरा ढकें घरों से बाहर खुला घूम सकती हैं❓🤔
कृपया बताएं। 🙏🙏🙏🙏
🇮🇳जय भीम जय भारत जय संविधान 🇮🇳
सत सत नमन है मान्यवर काशीराम जी को जिन्होंने बसपा 🐘को जन्म दिया बहुजनों को आभास कराया कि आगे बडो सत्ता हासिल करो अपने हक और अधिकारों के लिए लड़ो..
जैसा कि मान्यवर कांशीराम साहब के बारे में सर्वविदित है कि उन्होंने बहुजन मूवमेंट के लिए काम किया और बहुजन मूवमेंट के जरिये 85% लोगों को एकजुट करने का काम किया न कि केवल दलितों को लेकिन इस वीडियो में जो तथ्य बताये गए हैं बार बार दलित शब्द की ओर केंद्रित किया गया है जो कि सही नही है वो केवल दलित नेता न होकर बहुजन नेता थे।उन्होंने हमेशा 85%बहुजनों के पर्याप्त प्रतिनिधित्व की वकालत की।
जय भीम जय मान्यवर कांशीराम साहब।
Great personality and great leader of India... Regards Ram Lakhan BBAU and H.R.Advertiser Dubagga Lucknow...
Jay bhi bhim Jay manyavar
@ क्या आपके घर की महिलाएं घूंघट कुप्रथा का पालन करती हैं❓🤔
यदि हां तो .......फिर पहले ये घूंघट नामक आडंबर त्यागें फिर महात्मा बुद्ध व आंबेडकर जी के साथ होने का दावा करें।
आप किस प्रांत से हैं❓🤔
क्या आपके प्रांत में घूंघट कुप्रथा प्रचलित है❓🤔
क्या आपके प्रांत के गांवों में भी महिलाएं बिना चेहरा ढकें घरों से बाहर खुला घूम सकती हैं❓🤔
कृपया बताएं। 🙏🙏🙏🙏
Always remember you....you are immortal you are incredible man on this earth who fight for deprived class of our country.. salut you sir
'"कांशीराम साहेब"एक बहुजन मूलनिवासी नायक थे।
न कि दलित नायक।👍👍
St st obc sab Sudra h is m mulnivasi or dalit kyw
Right bro 👍 🙏🙏🙏💪💪💪
Jo gen hai wo yha ke mulbivashi hai smjhe bandhu
ਦਬੇ ਕੁਚਲੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਸੱਤਾ ਦਾ ਰਸਤਾ ਦਿਖਾਉਣ ਵਾਲੇ ਮਹਾਂਨਾਇਕ ਸਾਹਿਬ ਸ਼੍ਰੀ ਕਾਂਸ਼ੀ ਰਾਮ ਜੀ great personality
Ek taraf bbc hai aur ek taraf manuwadi media.....well done bbc...kanshiram ji amar rahe
बहुत ही सुंदर रिपोर्टिंग रेहान भाई आपको दिल से जय भीम
कान्शी राम तेरी नेक कमाई
तूने सोती कौम जगाई
Dalit mean broken scattered so it's included all SC+ST+OBC Jai Bhim 🙏 Jai kanshiram 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌸
Dalit means Depressed Oppresed May be From Any Caste or Religion 🇮🇳📢✍️
यदि सच्चे अंबेडकरवादी हो तो पहली शर्त है कि
सबसे पहले घूंघट कुप्रथा का पूर्णतः समूल त्याग करो
पूरी तरह से ......
हमेशा के लिए......
हर जगह पर .........
फिर अंबेडकर जी का नाम लेना क्योंकि
नारायण गुरु ,
ज्योतिबा फूले ,
सावित्रीबाई फूले ,
छत्रपति शाहूजी महाराज ,
संत गाडगे ,
बिरसा मुंडा ,
बाबा साहेब आंबेडकर
व
मान्यवर साहब कांशीराम
आदि उपरोक्त व्यक्ति इसे सबसे बड़ा आडंबर मानते थे व इसका पूर्णतः उन्मूलन करना चाहते थे।
We proud of kansiram. ..!!
Jai bheem namo budhhay good song thanks aapka Bahut Bahut Dhanyawaad sir Jai bheem namo budhhay good song
Great leader kasi ram
कांशीराम जी के राजनीतिक सुनहरे दिन लौट सकते है. #ban evm#
Tribute To Kanshiram Sir 🙏
Kanshiram jindabaad
बाबा साहब के बाद दूसरा सलाम दूसरे बाबा के लिए जिन्हें काशीराम कहा जाता है मैं उनको जीवन भर आभारी रहूंगा जिन्होंने बहुत संख्या लोगों को जीना सिखाया
Respected Kanshi Ram was great.
मान्यवर कांशीराम साहब को कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏🙏
आज २ अप्रैल पर बहुजनाओ के आंदोलन की बरशी पर । साहब की याद आई जिहोन आज बहुजनो को अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना शिक्या
कांशीराम जी को शत शत नमन 🙏🏾🌷💯❤️🌹
।। जय काशीराम ।। काशीराम अमर रहे ।
अंबेडकर जी को फिर से जिंदा कर गए,बहुजनो को जगा दिए ऐसे थे मान्यवर कांशीराम जी
Great job BBC....
BBC Matalab brahmin broadcast
क्रांतीकारक जयभीम जयभारत कांशीरामजी बाबासाहेब के बाद बाबासाहेब का मिशन सही आपने चलाया आपको नमन
बाबा साहब ने राजनीति क्या है यह सिखाया
ओर मान्यवर कांशीराम साहब ने राजनीति कैसे करके सत्ता काबिज़ किया जाय वह बताया
बुद्धिज़्म जब लोग भूल गए तो बाबा साहब ने वापस लोगो को बताया
जब लोग बाबा साहब को भूलने लगे तो मान्यवर कांशीराम साहबने याद दिलाया।
ओर इस बार फिर सपा-बसपा का गठबंधन है तो फिर से बोलो
मिले मुलायम कांशीराम
हवा में उड़ गए जय श्रीराम
Ashish Parmar बीजेपी को फायदा पहुंचाने वालीं राजनिती की है । आज बीजेपी कहा है और बीएसपी कहा हैं । इनके राजनिती से बहुजन समाज और दलित लोगों का क्या फायदा हुआ है ।
Kansai Ram ji Ambeder ji ke saamne Kuchh bhi nahi hai .Please Ambedker ji ko padhiye .He was reality a great man .Iam Dr A K TRIPATHI .PLEASE AMBEDKER AUR KANSHIRAM KI TULNA NA KARIYE .DR AMBEDKER WAS A GREAT INDIAN NATIONAL .DONO ME ANTAR SAMAZNA JAROORI HAI .JAI HIND ..
@@dr.a.k.tripathi57 सर मुजे इतना पता है मान्यवर ओर बाबा साहब दोनो ही महान थे लेकिन जब बौद्ध को लोग भूल गए तब बाबा साहब ने फिर से बौधिसम लाये ओर जब बाबा साहब को लोग भूल गए तब मान्यवर ने लोगो को बताया।।।।
@@dr.a.k.tripathi57 ओर सर जी बाबा साहब तो सूरज है भला उनकी तुलना क्या।।।
@@ashishparmar4907 Jai Bhim Jai Shri Ram. Jiska sankhya jitna bhari, unke utni hissedari. Iss desh mein sankhya Hinduwon ka bhari hai. Aur Dalit Hindu hai.
He was not only a leader of dalits and adivasi but also of OBC'S.
He has been leader of those who were made caste based humans by exploiters
धन्यवाद BBC, बहुजनों को जगह देने के लिए
Excellent video about Manyawar.Kanshiramji's life.Thank you Rehaman Fazalji !
शत शत नमन धन्यबाद रेहान सर
जय भीम जय हिंद जय भारत
दलित के साथ आज भी अत्याचार कम नही हुआ है.....हमे दलितों के साथ पूरे ताक़त से उनकी हक़ की लड़ाई में खड़ा होना चाहिए✊✊✊
हां अत्याचार हो रहा है आरक्षण 15% से बड़ा कर 85% करादे झोंक दे पूरी ताकत इंसाफ़ दिलाने में।
Bilal Khan भाई 85% में आप भी आते हो
100 reservation milna chahiye dalito ko....tabhi hamara desh aagay badega....genral.k.liye ban hona chahiye gov job..
@@akashshukla8129ab 10% general ko mil gaya
@@BilalKhan-dx7xk I think they should be given good education...agar bekar education de ke kitna bhi reservation de do kuch ghanta nahi fark padega..
Also Dalits need to understand as well...their leaders are the ones who have let them down...why should a rich dalit will get benefits of reservation
..it's an economic problem
Jai Bhim Jai kanshiram Sahab Jai Samvidhan jai Mulnivasi 🙏
Very nice news channel 👍
अंबेडकर जी, कांशीराम साहब, व फुले साहब की पूजा मत कीजिये, विचार को अपनाइये वही काफी है
जय भीम ,जय कांशीराम, जय शांतिशवरूप हमारे सभी महापुरुषों की जय हो ।बहन मायावती के चरणों में कोटि कोटि नमन एवं धन्यवाद ।कांशीराम को बिमारी में बहुत सेवा की है । ⚘जय मूल निवासी ⚘
यदि सच्चे अंबेडकरवादी हो तो पहली शर्त है कि
सबसे पहले घूंघट कुप्रथा का पूर्णतः समूल त्याग करो
पूरी तरह से ......
हमेशा के लिए......
हर जगह पर .........
फिर अंबेडकर जी का नाम लेना क्योंकि
नारायण गुरु ,
ज्योतिबा फूले ,
सावित्रीबाई फूले ,
छत्रपति शाहूजी महाराज ,
संत गाडगे ,
बिरसा मुंडा ,
बाबा साहेब आंबेडकर
व
मान्यवर साहब कांशीराम
आदि उपरोक्त व्यक्ति इसे सबसे बड़ा आडंबर मानते थे व इसका पूर्णतः उन्मूलन करना चाहते थे।
@@devendrapratap1284 m.j
Right bro 🙏🙏🙏🙏💪💪💪👍👍👍
It's a right way of respecteding a nationalist
ऐसे मसीहा कभी-कभी पैदा होते हैं।
जय भीम नमोबुद्धाय
मान्वर सहाब काशीराम जी बो कर दिखाया जो काम आज कोई कर नही सकता जय भीम
The Great Soil.....Saheb Kasi Ram A great leader of Bahujan Smaj Any body no they will be come again like that here in this community 🙏🙏🙏🙏🙏
जय भीम
मा० साहब कांशीराम अमर रहे ll
मिले मुलायम कांशीराम
हवा में उड़ गवा जय श्री राम।🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥 🙏👍
*"कांशीराम" एक मूलनिवासी बहुजन नायक थे, न कि दलित नायक*
Hamara 85% bahujan nayak the
jai mulniwasi
sahab kansiraam misan
8433390000
You are write
वो बहुजनो ओबीसी sc st के नेता थे
जयभीम 🐘 मान्यवर कांशीराम जी अमर रहे 🐘🐘🐘 बहुजन समाज पार्टी जिंदाबाद 🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘
Jai bhim bbc apko bahot hi naman hum apko piasa nahi de sakte magar ye vishvas delate hai ki apka Chanel sachai ke uchai tak pohchega garibo ka ashirvad hamesha apke sath rahega love u
जय भीम जय भारत छ ग,
Jugpursh Kanshi ram .Best wishes birth of the day .thanks bbc. Like this. FROM UK
bigthinkindia.blogspot.com/2018/12/why-police-are-dying-in-hands-of-crowd-in-hindi.html?m=1
Thanks Happy. I appreciate you.
माँ, कासीराम ने सही बाबा साहेबका मिशन चलाया,उन्होंने नारा लगाया था, बाबा तेरा अधूरे सपना हम पूरा करेंगे, यानीकि दलितोको हुक्मरान समाज बनाना चाह्यते थे, औ उन्होंने यूपी में मायावती को मुख्य मंत्री बनाके पूरा किया ,धन्य हो काशीराम, जय भीम
मा.कांशी राम जी को शत शत नमन और
बी बी सी को बहुत बहुत धन्यवाद
SC,ST,OBC and manority ke bhagawan the Manywar Kanshi Ram ji,Kanshi ji ko sat sat Naman🙏🙏🙏🙏🕊🕊🕊👏👏🙋🙋
Modi anit shah sb to obc hi hai
@@BikramKumar-kg4gq obc to h par RSS and Brhamano ka gulam h
@@sushilkumarverma2036 yar rss kebal bharaman ka nhi hai wo hindu ka organization hai rss nhi rahegaa phir se mujlo bala raj ya jaega india me...
@@BikramKumar-kg4gq तुम्हारे बातो से लगता है कि तुम बच्चे
@@sushilkumarverma2036 hm v verma hi hai obc apna soch badhao..tb log jayada izzat dega
शिक्षित होकर ही हम सजग होंगे । राजनीतिक सजगता से ही उन महा पुरुषों का सपना पूरा होगा।हम सब जैसे भी हों शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ें ।
*Jai bhim* 💪💪
धन्यवाद BBC, कांशीराम जी पर कार्यक्रम बनाने के लिए!
बाबा साहेब के सच्चे सपूत थे मान्यवर कांशीराम साहब, सादर जय भीम
I salute him from the core of my heart and mind. He was a great missionary after Babasaheb Dr. B. R. Ambedkar.