देवी आद्य पराशक्ति सुप्रीम देवता | सर्वोच्च ईश्वर कौन है ? भगवत गीता में बताया गया है |
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- Опубликовано: 1 окт 2024
- श्रीमाता आद्य पराशक्ति पूर्ण परब्रह्म परमात्मा महेश्वरी सुप्रीम देवता | सर्वोच्च ईश्वर कौन है ? भगवत गीता में बताया गया है |
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(सुप्रीम श्रीमाता दुर्गा काली)
(श्रीमाता शिवा पूर्णपरब्रह्म परमेश्वरी श्रीजगदम्बे महामाया)
एतस्मिन्नन्तरे तत्र निर्व्याजकरुणातनुः । तेषामनुग्रहं कर्तुं हर्तुं गर्वं शिवाङ्गना ॥२१॥
चैत्रशुक्ल नवम्यां तु मध्याह्नस्थे दिवाकरे । प्रादुरासीदुमा देवी सच्चिदानन्दरूपिणी ॥
२२॥
महोमध्ये विराजन्ती भासयन्ती दिशो रुचा । बोधयन्ती सुरान् सर्वान् ब्रह्मैवाहमिति स्फुटम् ॥२३॥
चतुर्भिर्दधती हस्तैर्वरपाशांकुशाभयान् । श्रुतिभिः सेविता रम्या नवयौवनगर्विता ॥ २४॥
रक्ताम्बरपरीधाना रक्तमाल्यानुलेपना ।
कोटिकंदर्पसंकाशा चन्द्रकोटिसमप्रभा॥२५॥
व्याजहार महामाया सर्वान्तर्यामिरूपिणी । साक्षिणी सर्वभूतानां परब्रह्मस्वरूपिणी ॥२६॥
इसी बीच अकारण करुणामूर्ति सच्चिदानन्दरूपिणी शिवांगना भगवती उमा उन सभीपर अनुग्रह करनेके लिये एवं उनका अभिमान दूर करनेके लिये चैत्र शुक्ल नवमीको मध्याह्नकालमें वहाँ प्रकट हुईं। तेजके मध्यमें विराजमान, अपनी प्रभासे दसों दिशाओंको प्रकाशित करती हुई, 'मैं ही पूर्णपरब्रह्म हूँ' - ऐसा सभी देवताओंको स्पष्ट रूपसे बतलाती हुई, अपने चारों हाथोंमें वरद मुद्रा, पाश, अंकुश एवं अभयमुद्रा धारण की हुई, वेदोंके द्वारा सेवित, मनोहर, नवयौवनसे गर्वित, रक्त वस्त्र धारण की हुई, रक्तपुष्पोंकी माला पहनी हुई, रक्त चन्दनके अनुलेपसे युक्त, करोड़ों कामदेवके सदृश विमोहिनी; करोड़ों चन्द्रमाओंके समान कान्तिवाली उन सर्वान्तर्यामिनी सर्वभूतसाक्षिणी ६ परब्रह्मस्वरूपिणी महामायाने कहा- ॥ २१-२६॥
(श्रीउमा संहिता ४८.२१-२६)
॥जय श्रीजगदम्बे॥▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
1000 % सत्य है शक्ति ही सर्वोच्च है शक्ति के बिना राम, कृष्ण, विष्णु, ब्रह्मा ये सभी जड़ है अर्थात शक्ति ही इन्हें आदेश देती हैं।
🙏 जय मां दुर्गा 🙏
जय श्रीजगदमम्बे, कैसा लगा वीडियो बोलो ?
@@DeveshiDeviAdiParashakti
बेजोड़ video है 💪💪💪
@@nitinmandle5598हे भगवान! शक्ति द्रोहियों को ये वीडियो भेज दिया जाय।
@@DeveshiDeviAdiParashakti
जो आदेश ऐसा ही होगा 🙏
अगर आप वेद में भी देखेंगे तो ना विष्णु का पता ना किसी देवियों कापता उसमें एकमात्र देव है रुद्रा बाकी अन्य देवता भी है जो 32 प्रकारके हैं 33 में देवता रूद्र है जो परमब्रह्म है Na usmein kisi Durga hai Na koi Kali hai na Saraswati hai na Ganesh ना कृष्णा हैना राधा
जय मां आदिशक्ति भगवती 🙏🚩
जय श्रीजगदम्बे,
Jai Mata Aadi Parashakti 🚩🚩🚩🚩🙏🏾🙏🏾🐅🐅
Jai mata di
Ham yahin rook jate hai🙏🙏🙏🙏🕉🕉🕉
ওম নমো শিবায়
জয় মা আদিশক্তির
परमेश्वरी भगवती देवी दुर्गा 6 मस्ती का कमालकामाख्या के देवी सबसे बड़ी परमेश्वर याद शक्ति है शिव क्यों ही अवतार जी ब्रह्मा की भी अवतार विष्णु की अवतार दिए आदि शक्ति परमेश्वरी पंकज पुजारी देवी दुर्गा सब कुछ जानकारी है महादेवा आदि शक्ति की परमेश्वरी नवोदय शक्ति की जय हो जाएजयकारमहादेव शंभू आदिशक्ति परमेश्वरीमहादेव शंभू आदि शक्ति परमेश्वरी पंकज पुजारी आदिशक्ति परीक्षा विधि बाबा कीनाराम महादेवहरिहरपुर फरीदपुर थाना चंद्रमा जिला जौनपुर हरिपुर के रहने वाले पंकज पुजारी आदिशक्ति देवी दुर्गासती देवी दुर्गा की जय हो परमेश्वरी की
Let me clear all confusions
Shree Vishnu shree Krishna shiv Brahma Saraswati maa Kali maa gauri or yaha Tak ki samast brahmaand hume mayavash alag alag dikhte hai samast bhagwan maa aadi Shakti ke hi alag alag swaroop hai
Jis prakar mobile ek hi h lekin hume camera chalu krne k liye alag nam ki application chlani pdti hai call krne ke liye alag application chlani padti msg bhejne ke liye alag application chlani padti hai wese hi humare srajan ke liye maa Brahma ka swaroop bnaya palan ke liye Vishnu ka swaroop bnaya aur sanhar k liye shiv ka swaroop bnaya hai is jagat me jo kuch b h wo maa aadishati ka swaroop hai
जय श्री पराशक्ति, हे भगवान , आप ने जो बोला वह आपके व्यतिगत मंतव्य थे कृपया शास्त्र प्रमाण दे सकतें है ?
@@DeveshiDeviAdiParashaktienki baat sahi h. Maa adiprashakti bhagwati Durga sabki adhishvary devi h. Shrimad devi bhagwat puran skand 3 adhyaay 5 page no 123. And Durga sapsati
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Ma ke arati me likha hai ram krishan Tu seeta brajrani radha Tu vanchha kalpdrum harini sab badha om jai jag jana nai jai ma ma ki pooja ho gayi to prem swaroopini radha ma ki bhi ho gayi prithvi swropini seeta ma ki bhi or braham swroop ram or krishan ji ki bhi kyu ki ma ko serv swaroopa kaha gaya hai jai ma serweswari
@@PratyakshSeth-i2o Jai maa ambe jagdambe kalka 🥰🙏❤️
उमा शरणं❤❤❤❤❤
श्रीउमा शरणम||💐🙏
Vaishno sarnam ❤️
माता वैष्णो देवी का कांटेक्ट जो माता दुर्गा और काली की से चुराया गया हुआकौन सा ऐप है क्योंकि वैष्णव शक्तियों में शेर की सवारी कहां होतीहै वैष्णव शक्तियों में तो उल्लू या बाज की सवारी हो सकती है और वैसे भी वैष्णो देवी का कॉन्सेप्ट हजार सालपुराना है क्योंकि उसे समय गोरखनाथ का सबसे भैरवनाथ 1000 साल पूर्वका है क्योंकि गोरखनाथ जी पृथ्वीराज चौहान के भी गुरु थे और आल्हा ऊदल केभी गुरु थे तो उन्हें गोरखनाथ के शिष्य थे भैरवनाथ दिन से माता वैष्णो देवी ने युद्ध लड़ाथा कथा वैष्णो द्वारा कुछ ज्यादा महिमा मंदिर कर दी गई है
वैष्णो सरनम❤
Ye sab to ham jante Hain par aap kehna kya chahte ho?
तुम लोग भी जितने वैष्णव भक्त होते हैं उसे तरह देवी भक्ति भी भगवान शिव की महिमा का खंडन करनेलगते हैं के ब्रह्मा विष्णु महेश कुछ है ही नहीं अभी वैष्णव लोग शिव को छोटा बताएंगे सभी देवी भक्त लोग विषय को छोटा दिखने लगेंगे कायदे से विष्णु और देवियों का भी अस्तित्व भगवान शिव की वजह से हीहै क्योंकि उन्हें की इच्छा से शक्ति का उत्पन्नहोती है मैं किसी शक्ति के पुजारी का खंडन नहींकर रहा हूं lekin Bhagwan Sabse badhkar नव ब्रह्मा विष्णु महेश दुर्गा काली लक्ष्मी सरस्वती कोई भी नहीं है इन सभी की उत्पत्ति भगवान शिव से हुईहै
जय श्रीपराशिव,
जय श्रीपराशक्ति,
आपने जो बोला सही किन्तु शिव और शक्ति दोनों एक ही है शास्त्र प्रमाण -
श्रीमद्देवीगीता ४.१३-१४
हे पिताजी ! नरश्रेष्ठ ! सृष्टिके लिये मैंने ही अपने रूपको शक्ति तथा शिव पुरुष-भेदसे दो भागोंमें विभक्त किया। शिव ही प्रधान पुरुष हैं और शिवा ही परम शक्ति हैं। हे महाराज ! तत्त्वदर्शी योगिजन मुझे ही शिव- शक्तिसे युक्त ब्रह्म एवं परात्पर तत्त्व कहते हैं।
Nhi gwaar insaan. Shiv brhma vishnu maa adishkti Durga ke putra h. Unki jan ni h. Wo.
नहीं इन सबकी उत्पाती मां ता आदीसक्ती से हुई है । माता ही बो सक्ती हैं जो अनंत हे आकार रहीत हैं । जो नीराकार परबम्ह हैं । अर साकार रुप में काली दुर्गा हैं ।
सास्त्रो मे तो बिलि नहि , बोली तो तुमारे मुख से गधे ,,, अब य भि बोल्दे ना मेरे उपर माता अाई हे 😅 , अनन्त ब्रामण अनन्त , ब्रम्मा बिष्णु महेस , लक्ष्मि पार्बति सरस्वति , पर गिता मा कृष्ण ने बोला हे मै हि यक मात्र ईस्वर हु मेरे उपर कोईनहि , ब्रम्म पर ब्रम्म हर कोई हो सक्ता हे योग बल ध्यान से पर कोई ईस्वर नहि हो सक्ता गधे ,, यक सामान्य सन्यासि भि थोडि अभ्यास कर्ले उ ब्रम्म या परब्रम्म हो सक्ता हे , प्रतेक प्राणि मे ईस्वर का बास हे ,कबिर अोर साईबाबा अोर जिजस ने भि कहाँ था मैने बनाया सँसार हे , मै ब्रम्म हु , ईस्का मतलब क्या उनको हि ईस्वर मान्ले क्या दिमाग से पैदल
_Yasya Paratpara Nasti Aaisha Durga prakirtita_
~ *There exists no one greater than Durga* - Devi Atharvarshish Upanishad🤭
Nice try 👍🤭
Galat bata rahe he ye bhagwat geeta me jo bhagwaan ka roop bataya he vah hi satya he 😊
श्रीदुर्गा,
क्षमा करें। ये वीडिओ जो भी कुछ बताया गया अपितु पुराणोक्त शास्त्रोक्त प्रमाण द्वारा आदि, आपको इस तरह नहीं बोलना चाहिए था।
Sorry , go read Shri mada bhagawat puran es es bi bada Virat roop mil jayega
Shree krishna hi sab kuchh h baki sab bakwas
😂😂😂baki sab thik bas krishn hi bakwas 😅
कृष्ण भगवान तुमको कहां से परब्रह्म लगते हैं जो महापुरुष गोपियों के वस्त्रचुराता हो Jo Brahma Baba Puran ke anusar Radha ke dwara jise lanpat aur Kami kaha gaya ho उसको आप पर ब्रह्म परमेश्वरकहेंगे
@@rahulpathak5026 or ussi bhramvaivada puna me shree krishna ne devi sada shiv vishnu maha vishnu ko prakat kiya he 😂😂😂 or vashtra churane ki baat bol rehe ho to vo ek lila thi gopiya krishna ko pati roop me chahati thi or gopiyo ko bhi pata tha krishna iswar he shreemadhabhagvatam canto 10 me saf saf likha he 😂😂 or ha galt kiya bhai ne sub ko bakwas bolke par teko shree krishna ko galt nhii bolna chahiye tha bhai...
@@rahulpathak5026 or fir bhi debat karna chahta he to aja comment khule he
@@ArjunKeshav Brahm vaivart puran कोई ऑथेंटिक नहीं है Jaise Aaj ham भगवान कृष्ण parब्रह्मा मानने लगे koi कबीर को पार ब्रह्म मान रहा है वेदों के अनुसार वेदों में ना कृष्ण का स्वरूप दिखाया गया naahi Vishnu ka dikhaya Gaya उसमें अग्निइंद्र रुद्रा देवताओं के नाम jiska ब्रह्म vaivart पुराण का ऑथेंटिक स्वरूप 13शताब्दी में आया है भगवान कृष्ण का सही वर्णन महाभारत में किया गया है जिसमें कृष्ण भगवान को योगेश्वर दिखाया गया है पुराणों में भगवान ईश्वर बना दिया है भगवान और ईश्वर में बहुत बड़ा अंतरहै Bhagwan Krishna ki raslila पूरन vachak द्वारा इतना प्रसारित किया जाता है iन की रासलीलाके लोग द्वारा मजाक उड़ाया जाने लगाहै यह किसी से मतलब नहीं की कौन तपस्वी था कौन सन्यासी था जिन्होंने तपस्या की थी उन्हें गोपिया बनाई जाए वैसे भी भागवत महापुराण में कुब्जा जैसी dasi की प्रसंग कृष्ण भगवान की वैल्यू को घटta है jiskaभागवत पुराण और महाभारत में रासलीला का प्रसंग ही नहीं है