Tab tumne Amitabh Bachchan is puri film dekhi nahi hai Who har prakar ka acting karta (Serious, Comedy, Action) All type of role Aise hi Super Star ka Pad nahi mila samjhe Chirkut)
@@bilkot123Bastard serious acting Kala pathar Deewar Thrishool Sholay Mohabathen Black Pink Kalki 2898 AD Ye sab Fir kya hein sale ye sab serious acting nahi hein 😡😡😡😡😡😡😡😡 Thumara adress bathavo 🤜🤜🤜🤜🤜🤜🤜🤜?🤜?
@@BAHUBALISDEVASENA73679 Een sabhi filmo ki success story Bachchan ne apne saathi kalakaro se dagabazi karke apne sar par modh lee hey. Bachchan acting kar hi nahi sakta, woh to sirf apni hi publicity karna jaanta hey, aur tujh jaise kiraye ke tattoo ooski chamchagiri karte ho.
अमिताभ बच्चन की पत्नी जया बच्चन अमिताभ के लिए बहुत ही lucky रही हैं इसलिए जब अमिताभ फिल्मों में संघर्ष कर रहे थे तब जया बच्चन ने उनके साथ फिल्म जंजीर किया क्यों की उस दौर में कोई भी हीरोइन अमिताभ के साथ काम करना नही चाहता था उस दौर में राजेश खन्ना top पर थे लेकिन जैसे ही ज़ंजीर सफल हुआ अमिताभ को angry young man का खिताब मिल गया और उनकी अगली fil Deewar आई जिसमे उनके साथ परवीन बाबी थी बदले में बच्चन जी ने उनको क्या दिया रेखा के साथ प्रेम लीला
*यह फिल्म अपनी रिलीज से पहले ही प्रसिद्ध हो गई थी, जब 26 जुलाई 1982 को अमिताभ बच्चन बैंगलोर विश्वविद्यालय परिसर में सह-कलाकार पुनीत इस्सर के साथ एक लड़ाई दृश्य को फिल्माते समय आंतों में गंभीर रूप से घायल हो गए थे , जिससे उनकी जान लगभग चली गई थी। लड़ाई के दृश्य में, बच्चन को एक मेज पर गिरना था, लेकिन वह गलत समय पर कूद गए। इसके परिणामस्वरूप उनके पेट में अंदरूनी चोट लग गई। उन्हें मुंबई के एक अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहाँ अभिनेता के अनुसार, वह "धुंध और कोमा जैसी स्थिति" में चले गए, और "कुछ मिनटों के लिए चिकित्सकीय रूप से मृत" हो गए। जब वे अस्पताल में थे, तो व्यापक शोक की खबरें थीं, और देश-विदेश में कई भारतीयों ने उनके लिए प्रार्थना की थी। रिपोर्टों के अनुसार, राजीव गांधी ने उनके साथ रहने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा रद्द कर दी थी। बच्चन को 200 दानकर्ताओं से 60 बोतल रक्त मिला, जिनमें से एक हेपेटाइटिस बी वायरस से पीड़ित था। बच्चन दुर्घटना से उबर गए लेकिन 2000 में उन्हें पता चला कि वायरस के कारण लीवर सिरोसिस हो गया था , जिससे उनके लीवर का लगभग 75% हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। बाद में बच्चन ने हेपेटाइटिस बी वैक्सीन के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अपने अनुभव के बारे में बताया। गंभीर चोट के बावजूद, बच्चन उल्लेखनीय रूप से ठीक हो गए और 7 जनवरी 1983 को शूटिंग फिर से शुरू की। फिल्म के अंतिम कट में, जिस लड़ाई के दृश्य में वह घायल हुए थे, उसे फ़्रीज़ कर दिया गया और एक संदेश दिखाई दिया, जिसमें उस दृश्य को चिह्नित किया गया जिसमें वह घायल हुए थे। मनमोहन देसाई ने अमिताभ की इच्छा पर ऐसा किया। बच्चन की चोट के कारण, अंत भी बदल दिया गया था। मूल स्क्रिप्ट में अमिताभ को कादर खान द्वारा गोली मारे जाने के बाद मरते हुए दिखाया गया था। लेकिन बाद में, चोट लगने और ठीक होने वाले एपिसोड के बाद, मनमोहन देसाई ने सोचा कि इससे फिल्म पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और साथ ही दर्शकों में भी बुरा भाव पैदा होगा, इसलिए अंत बदलने का फैसला किया। संशोधित अंत में नायक को ऑपरेशन के बाद ठीक होते हुए दिखाया गया है।*
When I was in 4std one of my group Friends told me I was staying at vile Parle ( East ) so many of my friends visited juhu Bungalow they saw many of them praying for god to save then I realised
अभिताभ बच्चन जी ने खुद इंटरव्यू में कहा था इसमें पुनीत की कोई गलती नही थी।
Isse yeh prove hota hai ki uss time kitni dedication se film banta tha
Jabardast Action Bachchan Sir❤
वाह बहुत बहुत बधाई है
Action king of Indian film Industry
Rajnikant kaun hey, Ajay Devgan, Mahipal,Dara Singh,
Bachchan sirf action hero hi ban sakta hey, serious acting ooske bas ki baat nahi.
Tab tumne Amitabh Bachchan is puri film dekhi nahi hai Who har prakar ka acting karta (Serious, Comedy, Action) All type of role Aise hi Super Star ka Pad nahi mila samjhe Chirkut)
@@bilkot123Bastard serious acting
Kala pathar
Deewar
Thrishool
Sholay
Mohabathen
Black
Pink
Kalki 2898 AD
Ye sab Fir kya hein sale ye sab serious acting nahi hein 😡😡😡😡😡😡😡😡
Thumara adress bathavo 🤜🤜🤜🤜🤜🤜🤜🤜?🤜?
@@BAHUBALISDEVASENA73679
Een sabhi filmo ki success story Bachchan ne apne saathi kalakaro se dagabazi karke apne sar par modh lee hey. Bachchan acting kar hi nahi sakta, woh to sirf apni hi publicity karna jaanta hey, aur tujh jaise kiraye ke tattoo ooski chamchagiri karte ho.
Bhai pm indira gandhi hospital main ayi thi dekhne.pura desh prarthna dua kar raha tha.
अमिताभ बच्चन की पत्नी जया बच्चन अमिताभ के लिए बहुत ही lucky रही हैं इसलिए जब अमिताभ फिल्मों में संघर्ष कर रहे थे तब जया बच्चन ने उनके साथ फिल्म जंजीर किया क्यों की उस दौर में कोई भी हीरोइन अमिताभ के साथ काम करना नही चाहता था उस दौर में राजेश खन्ना top पर थे
लेकिन जैसे ही ज़ंजीर सफल हुआ अमिताभ को angry young man का खिताब मिल गया और उनकी अगली fil Deewar आई जिसमे उनके साथ परवीन बाबी थी
बदले में बच्चन जी ने उनको क्या दिया रेखा के साथ प्रेम लीला
Big B have no affairs with rekha
بس كان من زمان الوان الافلام اجمل وحتى اللباس والأداء والموسيقى كانت اجمل
पुनीत इस्सर का असली मुक्का है भाई🥊
*यह फिल्म अपनी रिलीज से पहले ही प्रसिद्ध हो गई थी, जब 26 जुलाई 1982 को अमिताभ बच्चन बैंगलोर विश्वविद्यालय परिसर में सह-कलाकार पुनीत इस्सर के साथ एक लड़ाई दृश्य को फिल्माते समय आंतों में गंभीर रूप से घायल हो गए थे , जिससे उनकी जान लगभग चली गई थी।
लड़ाई के दृश्य में, बच्चन को एक मेज पर गिरना था, लेकिन वह गलत समय पर कूद गए। इसके परिणामस्वरूप उनके पेट में अंदरूनी चोट लग गई। उन्हें मुंबई के एक अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहाँ अभिनेता के अनुसार, वह "धुंध और कोमा जैसी स्थिति" में चले गए, और "कुछ मिनटों के लिए चिकित्सकीय रूप से मृत" हो गए।
जब वे अस्पताल में थे, तो व्यापक शोक की खबरें थीं, और देश-विदेश में कई भारतीयों ने उनके लिए प्रार्थना की थी। रिपोर्टों के अनुसार, राजीव गांधी ने उनके साथ रहने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा रद्द कर दी थी।
बच्चन को 200 दानकर्ताओं से 60 बोतल रक्त मिला, जिनमें से एक हेपेटाइटिस बी वायरस से पीड़ित था। बच्चन दुर्घटना से उबर गए लेकिन 2000 में उन्हें पता चला कि वायरस के कारण लीवर सिरोसिस हो गया था , जिससे उनके लीवर का लगभग 75% हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। बाद में बच्चन ने हेपेटाइटिस बी वैक्सीन के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अपने अनुभव के बारे में बताया।
गंभीर चोट के बावजूद, बच्चन उल्लेखनीय रूप से ठीक हो गए और 7 जनवरी 1983 को शूटिंग फिर से शुरू की। फिल्म के अंतिम कट में, जिस लड़ाई के दृश्य में वह घायल हुए थे, उसे फ़्रीज़ कर दिया गया और एक संदेश दिखाई दिया, जिसमें उस दृश्य को चिह्नित किया गया जिसमें वह घायल हुए थे। मनमोहन देसाई ने अमिताभ की इच्छा पर ऐसा किया।
बच्चन की चोट के कारण, अंत भी बदल दिया गया था। मूल स्क्रिप्ट में अमिताभ को कादर खान द्वारा गोली मारे जाने के बाद मरते हुए दिखाया गया था। लेकिन बाद में, चोट लगने और ठीक होने वाले एपिसोड के बाद, मनमोहन देसाई ने सोचा कि इससे फिल्म पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और साथ ही दर्शकों में भी बुरा भाव पैदा होगा, इसलिए अंत बदलने का फैसला किया। संशोधित अंत में नायक को ऑपरेशन के बाद ठीक होते हुए दिखाया गया है।*
Super.star.hero amitabh
اشطر ممثل لا حد الان
Congratulations 🎉
Bacchan sir ka jawab nahi
بهيدا المشهد ما في اغراء ومشاهد اباحية اجمل هيك بنحضر ونحنا مرتاحين
Puneet issar really salute to you for this God bless u
When I was in 4std one of my group Friends told me I was staying at vile Parle ( East ) so many of my friends visited juhu Bungalow they saw many of them praying for god to save then I realised
Such much bacchan sir saabke baap hain
😂 কুলি আরো বেশি হিট হয় ওই এক্সিডেন্ট এ 😂 অমিতাভ বচ্চন খ্যাতির শীর্ষে পৌঁছেযান
Must
I can't understand about this. Only publicity.
sidha ande k pass mardiya tha to chot lagi jaati...
Woh sab Bachchan ka natak tha, A publicity stunt.
Natak tha ajib insan ho 6 months hospital me the sari duniya janti h
@@neerajtyagi930
Publicity ke liye 6 maas to kya, poora saal bhi hospital mein gujarna padta to bhi yeh cheap publicity seeker gujarleta.
Sahi tha sabase ab ne Puneet ko maaf kiya ye ak business hai hota hai galati se kuch bhi
Iska matab ya to tum andha hoga ya tum Bahira hoga
Bachchan ke paid fan ooski dalali karte hey.