युधिष्ठिर और द्रौपदी का संवाद, निष्काम धर्म की प्रशंसा,

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 7 фев 2025
  • द्रौपदी का उद्योग के लिये प्रोत्साहन
    वैशम्पायनजी कहते हैं-धर्मराज युधिष्ठिरकी बात सुनकर द्रौपदी ने कहा-'धर्मराज ! इस जगत्‌ में धर्माचरण, दयाभाव, क्षमा, सरलता के व्यवहार से तथा लोक-निन्दा के भय से राज्यलक्ष्मी नहीं मिलती। यह बात प्रत्यक्ष है कि आपमें तथा आपके महाबली भाइयों में प्रजापालन करने योग्य सभी गुण हैं।
    प्रिय मित्रों एक विनम्र निवेदन है कि आप सभी हमारे यूट्यूब चैनल- कान्हा सेवा (Kanha Sewa @kanhasewa) के साथ जुड़े तथा अपने सभी मित्रों को भी हमारे चैनल को लाइक और सब्सक्राइब करने के लिये आज ही आमंत्रित करें आपके मित्र भी इन कथाओं का आनन्द ले
    #अभिमन्यु, #नर-नारायण , #देवर्षि नारद #ब्रह्मा, #यम, #शिव #अक्षयपात्र #सूर्योपासना
    #महाभारत-वन_पर्व_भाग-7
    #प्रेरणादायक, #जरासन्ध-वध
    #प्रेरणा
    #प्रेरकवीडियो
    #प्रेरककथाएं
    #प्रेरणात्मक
    #प्रेरणादायककहानिया
    #प्रेरणादायक_विचार
    #प्रेरक_प्रसंग
    #प्रेरककहानी
    #प्रेरणादायीविचार
    #कहानी
    #कहानी_लेखन
    #कहानीहिंदी
    #कहानीघरघरकी
    #कहानीसंग्रह
    #कहानीसंसार
    #कहानीजगत
    #कृष्ण
    #श्रीकृष्णलीला
    #श्रीकृष्ण
    #श्रीकृष्णार्पण
    #महाभारत
    #वेदव्यास
    #महाभारत_कथा
    #आद्य भारत
    #आदि पर्व
    #नारायणस्वरूप
    #अर्जुन
    #उग्रश्रवा
    #लोमहर्षण
    #चित्र-विचित्र कथा
    'सूतनन्दन
    भगवान् श्रीकृष्णद्वैपायन
    पुण्यमयी
    पापनाशिनी
    #अन्तर्यामी
    #सर्वेश्वर
    #समस्त यज्ञों के भोक्ता
    #सबके द्वारा प्रशंसित
    #परम् सत्य
    #ॐकारस्वरूप
    #सत्-असत्
    #जीवनदाता
    #सर्वश्रेष्ठ
    #महाभारत_कथा
    #महाभारतकारहस्य
    #दुर्योधन की जलन
    #शकुनि की सलाह
    #विदुर #विदुरनीति #कपट-द्यूत #पाण्डवों की पराजय # द्रौपदी
    किर्मीर-वध की कथा
    मैत्रेयजी का शाप
    दुर्योधन की दुरभिसन्धि

Комментарии •