प्राचीन काल में ब्राह्मण ‘गोमांस’ खाते थे। Nathu Ram Meghwal Nathu Ram Meghwal 4 years ago ”प्राचीन काल में ब्राह्मण गोमांस खाते थे’ भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माता डॉक्टर बी.आर. अंबेडकर अच्छे शोधकर्ता भी थे. उन्होंने गोमांस खाने के संबंध में एक निबंध लिखा था, ‘क्या ब्राह्मनो ने कभी गोमांस नहीं खाया?’ यह निबंध उनकी किताब, ‘अछूतः कौन थे और वे अछूत क्यों बने?’ में है. *‘पवित्र है इसलिए खाओ’* अपने इस लेख में अंबेडकर हिंदुओं के इस दावे को चुनौती देते हैं कि हिंदुओं ने कभी गोमांस नहीं खाया और गाय को हमेशा पवित्र माना है और उसे अघन्य (जिसे मारा नहीं जा सकता) की श्रेणी में रखा है. अंबेडकर ने प्राचीन काल में हिंदुओं के गोमांस खाने की बात को साबित करने के लिए हिन्दू और बौद्ध धर्मग्रंथों का सहारा लिया. उनके मुताबिक, “गाय को पवित्र माने जाने से पहले गाय को मारा जाता था. उन्होंने हिन्दू धर्मशास्त्रों के विख्यात विद्वान पीवी काणे का हवाला दिया. काणे ने लिखा है, ऐसा नहीं है कि वैदिक काल में गाय पवित्र नहीं थी, लेकिन उसकी पवित्रता के कारण ही बाजसनेई संहिता में कहा गया कि गोमांस को खाया जाना चाहिए.” ( *मराठी में धर्म शास्त्र विचार, पृष्ठ-180).* अंबेडकर ने लिखा है, “ऋग्वेद -काल के आर्य खाने के लिए गाय को मारा करते थे, जो खुद ‘ऋग्वेद’ से ही स्पष्ट है।” *ऋग्वेद में (10. 86.14) में इंद्र कहते हैं, “उन्होंने एक बार 5 से ज़्यादा बैल पकाए’.* *ऋग्वेद (10. 91.14) कहता है कि अग्नि के लिए घोड़े, बैल, सांड, बांझ गायों और भेड़ों की बलि दी गई* . *ऋग्वेद (10. 72.6) से ऐसा लगता है कि गाय को तलवार या कुल्हाड़ी से मारा जाता था.”* ‘ *अतिथि’ यानि “गाय का हत्यारा”* अंबेडकर ने वैदिक ऋचाओं का हवाला दिया है जिनमें बलि देने के लिए गाय और सांड में से चुनने को कहा गया है. *अंबेडकर ने लिखा “तैतरीय-ब्राह्मण में बताई गई कामयेष्टियों में न सिर्फ़ बैल और गाय की बलि का उल्लेख है, बल्कि यह भी बताया गया है कि किस देवता को किस तरह के बैल या गाय की बलि दी जानी चाहिए।”* *वो लिखते हैं, “विष्णु को बलि चढ़ाने के लिए बौना बैल, वृत्रासुर के संहारक के रूप में इंद्र को लटकते सींग वाले और माथे पर चमक वाले सांड, पुशन के लिए काली गाय, रुद्र के लिए लाल गाय आदि।* *तैतरीय-ब्राह्मण’ में एक और बलि का उल्लेख है जिसे पंचस्रदीय-सेवा बताया गया है. इसका सबसे महत्वपूर्ण तत्व है, पांच साल के बगैर कूबड़ वाले 17 बौने बैलों का बलिदान और जितनी चाहें उतनी तीन साल की बौनी बछियों का बलिदान.”* अंबेडकर ने जिन वैदिक ग्रंथों का उल्लेख किया है उनके अनुसार मधुपर्क नाम का एक व्यंजन इन लोगों को अवश्य दिया जाना चाहिए- (1) ऋत्विज या बलि देने वाले ब्राह्मण (2) आचार्य-शिक्षक (3) दूल्हे (4) राजा (5) स्नातक और (6) मेज़बान को प्रिय कोई भी व्यक्ति. कुछ लोग इस सूची में ‘अतिथि’ को भी जोड़ते हैं. *मधुपर्क में “मांस, और वह भी गाय के मांस होता था. मेहमानों के लिए गाय को मारा जाना इस हद तक बढ़ गया था कि मेहमानों को ‘गोघ्न’ कहा जाने लगा था, जिसका अर्थ है गाय का हत्यारा।”* *‘सब खाते थे गोमांस’* इस शोध के आधार पर अंबेडकर ने लिखा कि एक समय हिंदू गायों को मारा करते थे और गोमांस खाया करते थे जो बौद्ध सूत्रों में दिए गए यज्ञ के ब्यौरों से साफ़ है. _अंबेडकर ने लिखा है, “कुतादंत सुत्त से एक रेखाचित्र तैयार किया जा सकता है जिसमें गौतम बुद्ध एक ब्राह्मण कुतादंत से जानवरों की बलि न देने की प्रार्थना करते हैं.”_ * अंबेडकर ने बौद्ध ग्रंथ संयुक्त निकाय(111. .1-9) के उस अंश का हवाला भी दिया है जिसमें कौशल के राजा पसेंडी के यज्ञ का ब्यौरा मिलता है. संयुक्त निकाय में लिखा है, “पांच सौ सांड, पांच सौ बछड़े और कई बछियों, बकरियों और भेड़ों को बलि के लिए खंभे की ओर ले जाया गया.”* अंत में अंबेडकर लिखते हैं, “इस सुबूत के साथ कोई संदेह नहीं कर सकता कि एक समय ऐसा था जब हिंदू, जिनमें ब्राह्मण और गैर-ब्राह्मण दोनों थे, न सिर्फ़ मांस बल्कि गोमांस भी खाते थे।” _____
बिल्कुल सही समझाया श्री कृष्ण ने। अगर आप ऐसी जगह मे फंस गए हो जहां कुछ खाने की वस्तु ही नही तो अगर आप मांस खाते हो तो वो किसी प्रकार क्षमायोग्य हो सकता है बल्कि तब तो मनुष्य का भी मांस खाना उचित ही कहलाएगा क्योंकि आप मजबूर थे आपके पास कोई विकल्प ही नही था लेकिन आपके पास खाने को और बहुत सी चीजें है फिर भी आप केवल जीभ के स्वाद के लिए किसी का मांस खाओ ये किसी प्रकार से उचित नही हो सकता। सोचिये आप मनुष्य का मांस नही खा सकते तो अन्य जीवों का मांस कैसे खा सकते है? मांस तो मास है मनुष्य का या पशु का तो फिर आप क्यो नही मनुष्य का मांस खाते? अपने ही बच्चों का मांस खाकर देखिए एक बार। क्या आप ऐसा कर सकेंगे? जब नही कर सकते तो किस अधिकार से अपने स्वाद के लिए किसी पशु के मांस को खाते हो।
वीडियो बहुत ही अच्छी लगी दिल को छू लिया बस ओतना कहना चाहता हूं कि मैं इस वीडियो के लिंक को अपने स्टेटस में लगाऊंगा अगर एक भी बंदा इसको देखकर सुधर गया तो मैं समझूँगा मेरा यह वीडियो देखना बेकार नहीं हुआ ।।जय श्री कृष्ण।।
Thank you ,pranam!! I m happy bcoz I m vegetarian from . I went to ISKCON temple Guwahati in 2005 then I give up some bad eating habits that I owned traditionally from my family.
Thank you millions for making such videos I love and like you video.God bless you for making such video. I pray that humans stop killing animals And humans understand the suffering of animals.thanks
Mash Khana pap nahihe ma Saraswati vidyabudhi de Jo sochta he mash Khana pap he ma Bangali hu or ma Kali mash khatahe isliye hum bhi mash khate he har Sunday Agar mash Khana pap he to jaydatar log nark Jane ke layak he me to non veg khate hu
Visit to your nearest mosque coz the imam knows true knowledge of Islam and don't take knowledge from Internet hypocrite you want pure Islamic knowledge visit nearest mosque and meet Imam (scholar)
@@zoyjoy4567 brother imam is the one who leads us in prayer. But the aalim(scholar), muftis, muhaddiths(one who knows hadiths and his meanings very well), hafiz(one who reads quran by heart) will knows islam better.
मॅडम तुमचा post चा फोटो फार छान आहे मला मनापासून आवडला तुम्ही खूप सुंदर दिसता सुंदरच नाही तर अति सुंदर दिसता beutiful naic जर माझी टिपणी आवडली असेल तर रीप्लाय करून सांगा मी तुमच्या रीप्लाय chi वाट पहात आहे प्लीज
@Himanshu Gautam देखिए पेड़ पोधों में जान होती है यह सत्य है, परन्तु पेड़ पोधो में सोचने समझने की क्षमता नहीं होती । हमे जीने के लिए organic भोजन खाना होता है। जो की पेड़ पोधे है और जानवरों में हम सभी इंसानों की तरह ही समझ होती हैं, और एक तर्क यह की हम पेड़ पधो को दरअसल हम लोग मारते नहीं है जैसे पालक,टमाटर इत्यादि हम बस उन्हें पेड़ से तोड़ते है, जिस से पेड़-पोधौ को कोई हानि नहीं होती वे दुबारा पोधौ पर उग जाते है,परन्तु जानवरों के लिए यह अलग है, उन्हें खाने का मतलब उनकी हत्या है। मास का सेवन करने वाले लोग जानवरों की हत्या करते है। For more information you can also see carbon emission chart of different type of food. And can know more about how non - veg food is harming our environment. As their carbon emission value is so much high. शाकाहरी बनिए स्वस्थ रहिए।
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I am jain.., and proud to being a jain... Which denied violence at any level that is even by ur words, action or intentions.., And btw this story was extracted from our jain epics..
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Salute Lord Krishna for providing us such a wonderful story. Thank you very much for such a wonderful story. If many people will realise this words, there will be lot of changes in the world.
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@@mp-ef5jl bhi Hum ved partehe tu Hume Mut sikha Ved me humanity ke against me Kuch nahihe or Rigved 5:59:6 insan me koi bara nahi koi chota nahi Janam se sabhi sreesht he Yajurved 10:7 government should promote woman education Yajurved 40:7 har jiv se payar karo (yahi mantra ka translation is video me tha) 😊😊😊 Atharved 18:3:2 vidhva nari dobara sadi karo Or
@@mp-ef5jl bhi Hum ved partehe tu Hume Mut sikha Ved me humanity ke against me Kuch nahihe or Rigved 5:59:6 insan me koi bara nahi koi chota nahi Janam se sabhi sreesht he Sabka Saman adhikar he Yajurved 10:7 government should promote woman education Yajurved 40:7 har jiv se payar karo (yahi mantra ka translation is video me tha) 😊😊😊 Atharved 18:3:2 vidhva nari dobara sadi karo
मुझे आपकी बात बहुत अच्छी लगी सर जी । मै अगर अपना बताऊं तो मै भी मांस खाता था जब एक दिन मेरे सामने एक जीव को काटा गया तो मुझसे देखा नही गया । और अब मै ये नही खाता और ना कभी खाऊंगा।
आपका बहुत बहुत आभार। आपने बहुत ही अच्छी विडियो बनाई है जिससे बहुतो की अज्ञानता दुर होगी। मुझे गर्व है कि मै पुर्णत: शाकाहारी हूं।मुझे आपके विडियो से अपने तथ्यो को और अच्छे से समझाने मे मदद मिलेगी।🙏
I don't need any Puran or person to advise me.God has given me conscience and consciousness. I thank God for making me a human being. That is why I am a Vegetarian.
प्राचीन काल में ब्राह्मण ‘गोमांस’ खाते थे। Nathu Ram Meghwal Nathu Ram Meghwal 4 years ago ”प्राचीन काल में ब्राह्मण गोमांस खाते थे’ भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माता डॉक्टर बी.आर. अंबेडकर अच्छे शोधकर्ता भी थे. उन्होंने गोमांस खाने के संबंध में एक निबंध लिखा था, ‘क्या ब्राह्मनो ने कभी गोमांस नहीं खाया?’ यह निबंध उनकी किताब, ‘अछूतः कौन थे और वे अछूत क्यों बने?’ में है. *‘पवित्र है इसलिए खाओ’* अपने इस लेख में अंबेडकर हिंदुओं के इस दावे को चुनौती देते हैं कि हिंदुओं ने कभी गोमांस नहीं खाया और गाय को हमेशा पवित्र माना है और उसे अघन्य (जिसे मारा नहीं जा सकता) की श्रेणी में रखा है. अंबेडकर ने प्राचीन काल में हिंदुओं के गोमांस खाने की बात को साबित करने के लिए हिन्दू और बौद्ध धर्मग्रंथों का सहारा लिया. उनके मुताबिक, “गाय को पवित्र माने जाने से पहले गाय को मारा जाता था. उन्होंने हिन्दू धर्मशास्त्रों के विख्यात विद्वान पीवी काणे का हवाला दिया. काणे ने लिखा है, ऐसा नहीं है कि वैदिक काल में गाय पवित्र नहीं थी, लेकिन उसकी पवित्रता के कारण ही बाजसनेई संहिता में कहा गया कि गोमांस को खाया जाना चाहिए.” ( *मराठी में धर्म शास्त्र विचार, पृष्ठ-180).* अंबेडकर ने लिखा है, “ऋग्वेद -काल के आर्य खाने के लिए गाय को मारा करते थे, जो खुद ‘ऋग्वेद’ से ही स्पष्ट है।” *ऋग्वेद में (10. 86.14) में इंद्र कहते हैं, “उन्होंने एक बार 5 से ज़्यादा बैल पकाए’.* *ऋग्वेद (10. 91.14) कहता है कि अग्नि के लिए घोड़े, बैल, सांड, बांझ गायों और भेड़ों की बलि दी गई* . *ऋग्वेद (10. 72.6) से ऐसा लगता है कि गाय को तलवार या कुल्हाड़ी से मारा जाता था.”* ‘ *अतिथि’ यानि “गाय का हत्यारा”* अंबेडकर ने वैदिक ऋचाओं का हवाला दिया है जिनमें बलि देने के लिए गाय और सांड में से चुनने को कहा गया है. *अंबेडकर ने लिखा “तैतरीय-ब्राह्मण में बताई गई कामयेष्टियों में न सिर्फ़ बैल और गाय की बलि का उल्लेख है, बल्कि यह भी बताया गया है कि किस देवता को किस तरह के बैल या गाय की बलि दी जानी चाहिए।”* *वो लिखते हैं, “विष्णु को बलि चढ़ाने के लिए बौना बैल, वृत्रासुर के संहारक के रूप में इंद्र को लटकते सींग वाले और माथे पर चमक वाले सांड, पुशन के लिए काली गाय, रुद्र के लिए लाल गाय आदि।* *तैतरीय-ब्राह्मण’ में एक और बलि का उल्लेख है जिसे पंचस्रदीय-सेवा बताया गया है. इसका सबसे महत्वपूर्ण तत्व है, पांच साल के बगैर कूबड़ वाले 17 बौने बैलों का बलिदान और जितनी चाहें उतनी तीन साल की बौनी बछियों का बलिदान.”* अंबेडकर ने जिन वैदिक ग्रंथों का उल्लेख किया है उनके अनुसार मधुपर्क नाम का एक व्यंजन इन लोगों को अवश्य दिया जाना चाहिए- (1) ऋत्विज या बलि देने वाले ब्राह्मण (2) आचार्य-शिक्षक (3) दूल्हे (4) राजा (5) स्नातक और (6) मेज़बान को प्रिय कोई भी व्यक्ति. कुछ लोग इस सूची में ‘अतिथि’ को भी जोड़ते हैं. *मधुपर्क में “मांस, और वह भी गाय के मांस होता था. मेहमानों के लिए गाय को मारा जाना इस हद तक बढ़ गया था कि मेहमानों को ‘गोघ्न’ कहा जाने लगा था, जिसका अर्थ है गाय का हत्यारा।”* *‘सब खाते थे गोमांस’* इस शोध के आधार पर अंबेडकर ने लिखा कि एक समय हिंदू गायों को मारा करते थे और गोमांस खाया करते थे जो बौद्ध सूत्रों में दिए गए यज्ञ के ब्यौरों से साफ़ है. _अंबेडकर ने लिखा है, “कुतादंत सुत्त से एक रेखाचित्र तैयार किया जा सकता है जिसमें गौतम बुद्ध एक ब्राह्मण कुतादंत से जानवरों की बलि न देने की प्रार्थना करते हैं.”_ * अंबेडकर ने बौद्ध ग्रंथ संयुक्त निकाय(111. .1-9) के उस अंश का हवाला भी दिया है जिसमें कौशल के राजा पसेंडी के यज्ञ का ब्यौरा मिलता है. संयुक्त निकाय में लिखा है, “पांच सौ सांड, पांच सौ बछड़े और कई बछियों, बकरियों और भेड़ों को बलि के लिए खंभे की ओर ले जाया गया.”* अंत में अंबेडकर लिखते हैं, “इस सुबूत के साथ कोई संदेह नहीं कर सकता कि एक समय ऐसा था जब हिंदू, जिनमें ब्राह्मण और गैर-ब्राह्मण दोनों थे, न सिर्फ़ मांस बल्कि गोमांस भी खाते थे।” _____
@@surendrayadav245 एसा मत बोलो भाई । भागवत गीता और महाभारत एसी किताब हे जहा मसाहारी या सकाहारी की बाते नही हे बल्की हर चीज़ का जवाब हे उसमे। सोचो उसे देश दुनिया के जाने माने लोग हमेशा से पढते आ रहे हे
गायों, बछड़ों, छोटे छोटे पिल्लों,सहित सभी नन्हे व बड़े जीवों को बार बार नहीं तो एक बार प्यार कर के देखो, ऐसा लगेगा कि तुम्हारा जन्म मात्र इनकी सेवा के लिए ही हुआ है फिर कुछ और अच्छा न लगेगा।और वो जीव आपको भी उतना ही दिल से प्यार करेंगे। यही इस जीवन का परमसुखधाम है।प्यार दो और प्यार पाओ।ईश्वर प्रसन्न होंगे।
Surajkumar Kumar हम सभी परमपिता परमात्मा की संतानें है।और ईश्वर प्रेम ही चाहते हैं।सीधी बात है प्रेम से रहोगे ओर प्रेम बांटोगे तो आप उस परमपिता परमेश्वर का प्रेम पाओगे।जय श्री कृष्ण,
जयश्रीक्रिष्ण जयश्रीक्रिष्ण बहुत सुंदर कथासे मांसाहार भक्षण को पापरुप बताकर अहिंसा धर्म का प्रतीपालन करणेकी उम्मीद जगाई है बहुत सुंदर है श्रीकृष्ण प्रभुजीका अहिंसा परमज्ञान और परमधर्म बोलो जयश्रीक्रिष्ण जयमहानुभाव
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Wahh ! shukhriya ye banane k liye. Meri Girlfriend ko mai bahut baar bata chula hu ki non-veg khana thik nahi, par manti hi nahi. I hope that she could understand at least something out of it.
Nonveg khana koi paap nhi hai or agar aap paap mante hai to chappl joota mat pehniye or alopathic medicine bhi mat lijiye or haa mandiro me jo dhholak bajta hai us pr rok lagwa do kyuki wo bhi bhais ke chamde se banti h
@@rachnathakur9465 no one is requesting you to stop eating non veg... It's your wish.. but just think about what u hav learnt from this vedio.. just talking like that hunter only.. realise their pain and suffering..
Me bhi pehele mansahari tha lekin jab ek jiv ki jaan aknho se dekhi to ji ghabra gaya....aur apne aap par pachtava hua....dil chakna chur ho gaya...pahele kabhi bhi itna nahi dara.....Tab she lekar aaj tak aur bhavishya me bhi mansahaar nahi karunga....aisa nirnya liya👍 Jai Shri Krishna🚩🚩👍
Mash Khana pap nahihe ma Saraswati vidyabudhi de Jo sochta he mash Khana pap he ma Bangali hu or ma Kali mash khatahe isliye hum bhi mash khate he har Sunday Agar mash Khana pap he to jaydatar log nark Jane ke layak he
@@vipulianera980 its not racist its about habits that our family gave to us wake up at 4 am , do puja before eating anything and be vegeterian for whole life , brahmin life is way better than any other
Thank you so much sir yeh msg share karne keliye, main bachpan se hi sudh sakahari hun aur log mera majak udate hain but mujhe koi fark nahi padta aap iss msg me jo bhi bole main sab ko yahi bolti hun but koi v non vegetarian meri sunta hi nahi.
मेरा family एवं मैं निरामिष हूँ ।अपने स्वार्थ के लिये किसी भी जीव की हत्या नहीं करनी चाहिये। निर्दोष प्राणी की हत्या करना सबसे बड़ा पाप है ।आपको बहुत बहुत धन्यवाद । इसे अधिक से अधिक शेयर करे।
Mash Khana pap nahihe ma Saraswati vidyabudhi de Jo sochta he mash Khana pap he ma Bangali hu or ma Kali mash khatahe isliye hum bhi mash khate he har Sunday Agar mash Khana pap he to jaydatar log nark Jane ke layak he me to non veg khate hu jiv ke swad ke Liye jiv hatya to karna partahe
@@neelusoni5374 true every time we breath we kill million of germs every day & what about the products using at home for killing mosquitoes? Mosquitoes ki bhi to jaan h mtlb or plants also breath & feel pain then how ppl can kill them?
मांस खाने वाले पापी या नहीं, ये तो मुझे नहीं पता , परंतु मैं जीवहत्या के बिल्कुल खिलाफ हुं और मुझे उन लोगों पर बहुत गुस्सा आता है जो ये करते हैं 😡😡😡😠। जो करते हैं वो बुरा ना माने , परंतु ये बिल्कुल ग़लत हैं।
मान्यवर, यह कथा तो अत्यन्त रोचक एवं प्रासंगिक है। निवेदन मात्र यह है कि हम लोग जो भी भोजन स्वरुप ग्रहण करते हैं वो सभी किसी न किसी जीव का मॉंस या रक्त ही है। जीवों का अस्तित्व ही मॉंस किंवा रक्त पर आधारित है। अत: हमें जीव हत्या के पाप बोध से उबरना होगा। तभी तो भगवान वेद व्यास जी कहते हैं- “जीवो जीवस्य भक्षणम्”। वेद भगवान् का भी यही मत है,यथा- “वैदिक हिंसा हिंसा न भवति”। उन्हें तो कोइ आपत्ति नहीं,फिर हमें क्यों ? कथा में जो आख्यायिका है वह मात्र इस लिये कि किसका मॉंस या रक्त हमारे लिये उपयुक्त हैऔर किसका नहीं?
@@virajpatel2234 *अल नूर एक्सपोर्ट्स* अल नूर एक्सपोर्ट्स के कंपनी का दफ़्तर दिल्ली में है। इसके मालिक सुनील सूद हैं। लेकिन इसका बूचड़खाना और मांस प्रसंस्करण संयंत्र उत्तर प्रदेश के मुजफ़्फ़रनगर के शेरनगर गांव में है। इसके अलावा मेरठ और मुबई में भी इसकी ब्रांच हैं। इसके दूसरे पार्टनर अजय सूद हैं। इस कंपनी की स्थापना 1992 में हुई और यह 35 देशों को बीफ़ निर्यात करती है। *एओवी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड* एओवी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड का बूचड़खाना उत्तर प्रदेश के उन्नाव में है। इसका मांस प्रसंस्करण संयंत्र भी है। इसके निदेशक ओपी अरोड़ा हैं। यह कंपनी साल 2001 से काम कर रही है। यह मुख्य रूप से बीफ़ निर्यात करती है। कंपनी का मुख्यालय नोएडा में है। एओवि एग्रो फूड्स का मुख्यालय मेवात के नूह में हैं। अभिषेक अरोड़ा एओवी एग्रो फ़ूड्स के निदेशक हैं। *स्टैंडर्ड फ़्रोज़न फ़ूड्स एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड* स्टैंडर्ड फ़्रोज़न फ़ूड्स एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक कमल वर्मा हैं। इसका बूचड़खाना और सयंत्र उत्तर प्रदेश के उन्नाव के चांदपुर गांव में है। इसका दफ्तर हापुड़ के शिवपुरी में है। *पोन्ने प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट्स* पोन्ने प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट्स के निदेशक एस सास्ति कुमार हैं। यह कंपनी बीफ़ के अलावा मुर्गी के अंडे और मांस के व्यवसाय में भी है। कपंनी का संयंत्र तमिलनाडु के नमक्काल में परमति रोड पर है। *अश्विनी एग्रो एक्सपोर्ट्स* अश्विनी एग्रो एक्सपोर्ट्स का बूचड़खाना तमिलनाडु के गांधीनगर में है। कंपनी के निदेशक राजेंद्रन धर्म को व्यवसाय से बिल्कुल अलग रखते हैं।
I am from afganistan and this video has opened my eyes. Thankyou for making such video.
Nishtha sharma
Great god bless you
We love our friend Afghanistan
@@vijaymalviya7432 best
please stop eating non veg and tell your family and friends in aghantisthan to stop harming animals
Excellent message. Im from a muslim family but have turned vegetarian a long time back following the same philosophy! Jay Shri Krishna!
God is one
Great bro...
U r great vai
@@chittaranjandalai2101 r u an odia ?
Muslim hona ka liya jaruri nahi hai ki hum non veg khaya bas non veg allowed hai khana hai toh kho warna ignore
100% vegetarian all in my family members.
Thank you and respect for you
Wowww. Jaii. Shree. Krishnaa
Proud to be vegetarian..hare krishna 🙏
I'm Muslim but married in vegetarian hindu family from that i turned myself into pure vegetarian not even consuming egg also...
Nice
@@sunnysirohi5301 प्यार सबकुछ बदलने की ताकत रखता है
@@kT-rb1mx right bro
nice.hindu hote hi aise hai
Good
I was non veg.. Bt since 1 January 2018 i am a pure veg... And i am loving it....i love Bhagwan shri krishna 🙏🙏🙏
Bhai mai bhee 1 january 2018 se vegetarian hai.
Kya egg bhi non veg Mei Ata hai
@@vikrantaneja7259 jee bhai
@@vikrantaneja7259 अंडा यानि की गर्भ होता है मुर्गी का।
@@vikrantaneja7259 egg toh murge Ka sperm hai😂😂😂
मैं मांसाहारी हुं।पर आज से मैं शाकाहारी हो जाउंगा।पल भर के सुख में फंसकर इस जीवन और अगले जन्मों को नरक बनने से बचाना चाहिए।
Thank you so much bro😢
प्राचीन काल में ब्राह्मण ‘गोमांस’ खाते थे।
Nathu Ram Meghwal Nathu Ram Meghwal
4 years ago
”प्राचीन काल में ब्राह्मण गोमांस खाते थे’
भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माता डॉक्टर बी.आर. अंबेडकर अच्छे शोधकर्ता भी थे. उन्होंने गोमांस खाने के संबंध में एक निबंध लिखा था, ‘क्या ब्राह्मनो ने कभी गोमांस नहीं खाया?’
यह निबंध उनकी किताब, ‘अछूतः कौन थे और वे अछूत क्यों बने?’ में है.
*‘पवित्र है इसलिए खाओ’*
अपने इस लेख में अंबेडकर हिंदुओं के इस दावे को चुनौती देते हैं कि हिंदुओं ने कभी गोमांस नहीं खाया और गाय को हमेशा पवित्र माना है और उसे अघन्य (जिसे मारा नहीं जा सकता) की श्रेणी में रखा है.
अंबेडकर ने प्राचीन काल में हिंदुओं के गोमांस खाने की बात को साबित करने के लिए हिन्दू और बौद्ध धर्मग्रंथों का सहारा लिया.
उनके मुताबिक, “गाय को पवित्र माने जाने से पहले गाय को मारा जाता था. उन्होंने हिन्दू धर्मशास्त्रों के विख्यात विद्वान पीवी काणे का हवाला दिया. काणे ने लिखा है, ऐसा नहीं है कि वैदिक काल में गाय पवित्र नहीं थी, लेकिन उसकी पवित्रता के कारण ही बाजसनेई संहिता में कहा गया कि गोमांस को खाया जाना चाहिए.” ( *मराठी में धर्म शास्त्र विचार, पृष्ठ-180).*
अंबेडकर ने लिखा है, “ऋग्वेद -काल के आर्य खाने के लिए गाय को मारा करते थे, जो खुद ‘ऋग्वेद’ से ही स्पष्ट है।”
*ऋग्वेद में (10. 86.14) में इंद्र कहते हैं, “उन्होंने एक बार 5 से ज़्यादा बैल पकाए’.*
*ऋग्वेद (10. 91.14) कहता है कि अग्नि के लिए घोड़े, बैल, सांड, बांझ गायों और भेड़ों की बलि दी गई* .
*ऋग्वेद (10. 72.6) से ऐसा लगता है कि गाय को तलवार या कुल्हाड़ी से मारा जाता था.”*
‘ *अतिथि’ यानि “गाय का हत्यारा”*
अंबेडकर ने वैदिक ऋचाओं का हवाला दिया है जिनमें बलि देने के लिए गाय और सांड में से चुनने को कहा गया है.
*अंबेडकर ने लिखा “तैतरीय-ब्राह्मण में बताई गई कामयेष्टियों में न सिर्फ़ बैल और गाय की बलि का उल्लेख है, बल्कि यह भी बताया गया है कि किस देवता को किस तरह के बैल या गाय की बलि दी जानी चाहिए।”*
*वो लिखते हैं, “विष्णु को बलि चढ़ाने के लिए बौना बैल, वृत्रासुर के संहारक के रूप में इंद्र को लटकते सींग वाले और माथे पर चमक वाले सांड, पुशन के लिए काली गाय, रुद्र के लिए लाल गाय आदि।*
*तैतरीय-ब्राह्मण’ में एक और बलि का उल्लेख है जिसे पंचस्रदीय-सेवा बताया गया है. इसका सबसे महत्वपूर्ण तत्व है, पांच साल के बगैर कूबड़ वाले 17 बौने बैलों का बलिदान और जितनी चाहें उतनी तीन साल की बौनी बछियों का बलिदान.”*
अंबेडकर ने जिन वैदिक ग्रंथों का उल्लेख किया है उनके अनुसार मधुपर्क नाम का एक व्यंजन इन लोगों को अवश्य दिया जाना चाहिए- (1) ऋत्विज या बलि देने वाले ब्राह्मण (2) आचार्य-शिक्षक (3) दूल्हे (4) राजा (5) स्नातक और (6) मेज़बान को प्रिय कोई भी व्यक्ति.
कुछ लोग इस सूची में ‘अतिथि’ को भी जोड़ते हैं.
*मधुपर्क में “मांस, और वह भी गाय के मांस होता था. मेहमानों के लिए गाय को मारा जाना इस हद तक बढ़ गया था कि मेहमानों को ‘गोघ्न’ कहा जाने लगा था, जिसका अर्थ है गाय का हत्यारा।”*
*‘सब खाते थे गोमांस’*
इस शोध के आधार पर अंबेडकर ने लिखा कि एक समय हिंदू गायों को मारा करते थे और गोमांस खाया करते थे जो बौद्ध सूत्रों में दिए गए यज्ञ के ब्यौरों से साफ़ है.
_अंबेडकर ने लिखा है, “कुतादंत सुत्त से एक रेखाचित्र तैयार किया जा सकता है जिसमें गौतम बुद्ध एक ब्राह्मण कुतादंत से जानवरों की बलि न देने की प्रार्थना करते हैं.”_
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अंबेडकर ने बौद्ध ग्रंथ संयुक्त निकाय(111. .1-9) के उस अंश का हवाला भी दिया है जिसमें कौशल के राजा पसेंडी के यज्ञ का ब्यौरा मिलता है.
संयुक्त निकाय में लिखा है, “पांच सौ सांड, पांच सौ बछड़े और कई बछियों, बकरियों और भेड़ों को बलि के लिए खंभे की ओर ले जाया गया.”*
अंत में अंबेडकर लिखते हैं, “इस सुबूत के साथ कोई संदेह नहीं कर सकता कि एक समय ऐसा था जब हिंदू, जिनमें ब्राह्मण और गैर-ब्राह्मण दोनों थे, न सिर्फ़ मांस बल्कि गोमांस भी खाते थे।”
_____
Ô.
@@queen_of_devil_89249 kya?
Agr ham fish nhi khate to socho talbo me kitni machali Hoti ky insane ko nhi khati ky batyo
जीओ और जीने दो🙏🙏,जय श्रीकृष्ण🙏🙏
बहुत शानदार कथा आपकी आवाज और मधुर संगीत के साथ बहुत आनंद आया , कोटी कोटी आभार ।
बिल्कुल सही समझाया श्री कृष्ण ने।
अगर आप ऐसी जगह मे फंस गए हो जहां कुछ खाने की वस्तु ही नही तो अगर आप मांस खाते हो तो वो किसी प्रकार क्षमायोग्य हो सकता है बल्कि तब तो मनुष्य का भी मांस खाना उचित ही कहलाएगा क्योंकि आप मजबूर थे आपके पास कोई विकल्प ही नही था लेकिन आपके पास खाने को और बहुत सी चीजें है फिर भी आप केवल जीभ के स्वाद के लिए किसी का मांस खाओ ये किसी प्रकार से उचित नही हो सकता।
सोचिये आप मनुष्य का मांस नही खा सकते तो अन्य जीवों का मांस कैसे खा सकते है? मांस तो मास है मनुष्य का या पशु का तो फिर आप क्यो नही मनुष्य का मांस खाते? अपने ही बच्चों का मांस खाकर देखिए एक बार। क्या आप ऐसा कर सकेंगे? जब नही कर सकते तो किस अधिकार से अपने स्वाद के लिए किसी पशु के मांस को खाते हो।
Jai Shree Krishna!!! Awesome Story.. Thank u and Pranams.
mai btana chahti hu sabhi logo ko ki ye bat Sach hai ki ham insan hai har ek bat ko bta skte hai byan kr skte hai pr jeev apna dard kise btae
वीडियो बहुत ही अच्छी लगी दिल को छू लिया
बस ओतना कहना चाहता हूं कि मैं इस वीडियो के लिंक को अपने स्टेटस में लगाऊंगा अगर एक भी बंदा इसको देखकर सुधर गया तो मैं समझूँगा मेरा यह वीडियो देखना बेकार नहीं हुआ
।।जय श्री कृष्ण।।
Thank you ,pranam!!
I m happy bcoz I m vegetarian from .
I went to ISKCON temple Guwahati in 2005 then I give up some bad eating habits that I owned traditionally from my family.
I am hundred percent vegetarian 😊 no chicken, no egg.
Radhe Radhe ❤️
K
Ĺiluu
Ĺ
Llh7
L
Thank you millions for making such videos I love and like you video.God bless you for making such video. I pray that humans stop killing animals
And humans understand the suffering of animals.thanks
Very nice video
You are just not running only channel but u have just saved thousand of animals. Really Appreciate, keep it up. Awesome work done.
Einstein vs Aaryabhatt I like name.
good very nice video
Right
Mash Khana pap nahihe ma Saraswati vidyabudhi de Jo sochta he mash Khana pap he ma Bangali hu or ma Kali mash khatahe isliye hum bhi mash khate he har Sunday
Agar mash Khana pap he to jaydatar log nark Jane ke layak he me to non veg khate hu
This is the most Amazing knowledge about life.....
mujhe garv hai apne mamy Papa aur khud apne aap par bhi kyonki mai aur meri puri family shudh shakahari hai. jai shri Krishna Radhe Radhe.
Very good Sir
I'm Christian beliver and want to kno more scriptures about Muslim, Hindu also different community so I subscriber ur channel
Visit to your nearest mosque coz the imam knows true knowledge of Islam and don't take knowledge from Internet hypocrite you want pure Islamic knowledge visit nearest mosque and meet Imam (scholar)
@@zoyjoy4567 brother imam is the one who leads us in prayer. But the aalim(scholar), muftis, muhaddiths(one who knows hadiths and his meanings very well), hafiz(one who reads quran by heart) will knows islam better.
@@mq9109 yes your right
Good
@Sonu Roy right😂😂
वहीं असली इंसान है, जो बेजुबान की पीड़ा समझता है।
।।। जय श्री कृष्णा ।।।
Nice video
लेकिन आज के समय में कौन बेजुबान की पीड़ा समझता है
Jjjjjjjjjjjjjiiiiii
मॅडम तुमचा post चा फोटो फार छान आहे मला मनापासून आवडला तुम्ही खूप सुंदर दिसता सुंदरच नाही तर अति सुंदर दिसता beutiful naic जर माझी टिपणी आवडली असेल तर रीप्लाय करून सांगा मी तुमच्या रीप्लाय chi वाट पहात आहे प्लीज
@Himanshu Gautam देखिए पेड़ पोधों में जान होती है यह सत्य है, परन्तु पेड़ पोधो में सोचने समझने की क्षमता नहीं होती । हमे जीने के लिए organic भोजन खाना होता है। जो की पेड़ पोधे है और जानवरों में हम सभी इंसानों की तरह ही समझ होती हैं, और एक तर्क यह की हम पेड़ पधो को दरअसल हम लोग मारते नहीं है जैसे पालक,टमाटर इत्यादि हम बस उन्हें पेड़ से तोड़ते है, जिस से पेड़-पोधौ को कोई हानि नहीं होती वे दुबारा पोधौ पर उग जाते है,परन्तु जानवरों के लिए यह अलग है, उन्हें खाने का मतलब उनकी हत्या है। मास का सेवन करने वाले लोग जानवरों की हत्या करते है।
For more information you can also see carbon emission chart of different type of food. And can know more about how non - veg food is harming our environment.
As their carbon emission value is so much high.
शाकाहरी बनिए स्वस्थ रहिए।
शम्भवे गुरुवे नमः जहां दया है वहीं धर्म हैं भगवान उन्हीं से प्यार करते हैं जो उनके बनाये इन्शान से प्यार करते हैं हर जीव आत्मा पर दया करें
Anil nodi like. Bate
Jay guru dew
Mash Khana pap nahihe ma Saraswati vidyabudhi de Jo sochta he mash Khana pap he ma Bangali hu or ma Kali mash khatahe isliye hum bhi mash khate he har Sunday
Agar mash Khana pap he to jaydatar log nark Jane ke layak he me to non veg khate hu
Very good
Supper thought
We all need people like you
I am jain.., and proud to being a jain... Which denied violence at any level that is even by ur words, action or intentions..,
And btw this story was extracted from our jain epics..
Main bhi Jain hu
अहिंसा परमो धर्मह ,
धर्म हिंसा तथैव च ।।।
Mash Khana pap nahihe ma Saraswati vidyabudhi de Jo sochta he mash Khana pap he ma Bangali hu or ma Kali mash khatahe isliye hum bhi mash khate he har Sunday
Agar mash Khana pap he to jaydatar log nark Jane ke layak he me to non veg khate hu
I am Sikh i am vegetarian
Jai shree Krishna 🙏
Great sir thanks for being vegitarian
Jai shri krishna
Vaa hi guru di khalsa vahi guri di fateh Jay sri krishna
Asali khalsa ho aap.. Superb. Waheguru
@@BabaBaba-lj1ln ha mera manna h ki marne k bad yaar apan bhi shayad janwar ban sakte h isiliye abhi insaan bane
Jiyo aur jeene do,,, liked
Nice
सम्राट अशोक के शिलालेख में लिखा है
💞👍
Sahi baat hai
This was an amazing and very good video
Jai shree ram
Jai jai shree Ram
मैं कभी कभी चिकन खाता हूं मगर अब मैं छोड़ने का मन बना चुका हूं।
Good bro 🙏
Mene b non veg chod dia.... Nw happy
Very nice bro .मेरी शुभकामना तुम्हारे साथ है ।😊
मेने अंडे छोड़ दिये
Bhai... Koi kasam de to kha lena.... Aise piece nhi khaye to gravy hi kha lena..
Apne yha bahut tarah k vegetarian hote hain.
Mai Tuesday aur Thursday ko vegetarian rehta hu.
Koi sirf Egg khane wala bhi vegetarian hota hai.
Gussana mat koi bhai.. Aise hi tha.. 🙏🙏🙏
Hare Krishna Hare Krishna Krishna Krishna Hare Hare,
Hare Ramo Hare Ramo Ramo Ramo Hare Hare.
Jai Sri Krishna. 🙏🙏🙏
Salute Lord Krishna for providing us such a wonderful story. Thank you very much for such a wonderful story. If many people will realise this words, there will be lot of changes in the world.
Mash Khana pap nahihe ma Saraswati vidyabudhi de Jo sochta he mash Khana pap he ma Bangali hu or ma Kali mash khatahe isliye hum bhi mash khate he har Sunday
@@anirban9434 tumhari budhi bhi nast hoo gyi hai tumeh bhi kuch samj nhi ayega
Baki karte chalo karm kyoki karmo ka fal awasya milta hai jaise tum jiv hatya karte hoo wese hi apke sath bhi hoga ekk ekk mass ke tukde ka hisab hoga
@@mp-ef5jl bhi
Hum ved partehe tu Hume Mut sikha
Ved me humanity ke against me Kuch nahihe or Rigved 5:59:6 insan me koi bara nahi koi chota nahi Janam se sabhi sreesht he
Yajurved 10:7 government should promote woman education
Yajurved 40:7 har jiv se payar karo (yahi mantra ka translation is video me tha) 😊😊😊
Atharved 18:3:2 vidhva nari dobara sadi karo
Or
@@mp-ef5jl bhi
Hum ved partehe tu Hume Mut sikha
Ved me humanity ke against me Kuch nahihe or Rigved 5:59:6 insan me koi bara nahi koi chota nahi Janam se sabhi sreesht he
Sabka Saman adhikar he
Yajurved 10:7 government should promote woman education
Yajurved 40:7 har jiv se payar karo (yahi mantra ka translation is video me tha) 😊😊😊
Atharved 18:3:2 vidhva nari dobara sadi karo
मुझे आपकी बात बहुत अच्छी लगी सर जी । मै अगर अपना बताऊं तो मै भी मांस खाता था जब एक दिन मेरे सामने एक जीव को काटा गया तो मुझसे देखा नही गया । और अब मै ये नही खाता और ना कभी खाऊंगा।
Nagesh Bhai jjl
शायद आपके अंदर की इंसानियत अंततः जग गई।चलिए कोई बात नहीं देर आए पर दुरुस्त आए।अब अविलम्ब जीवों की सेवा में जुट जाइए।
Aap shayad thik h but kya aapne kabhi machher ko bhi ni mara kya or aaj kal to har chiz me milawat hoti h to tum sudh brahman kaise hue
Aap logo ki aakal
Nice bhai
I belong to Jain community and have very keen interest & believe this type of good videos. I am purely vegetarian. THANKS FOR THIS VIDEO
Now days men can only think about himself,,,,
Great work guys👍👍
Nice video good or very nice
Really nice Vedio Bro Keep it up Excellent
आपका बहुत बहुत आभार। आपने बहुत ही अच्छी विडियो बनाई है जिससे बहुतो की अज्ञानता दुर होगी। मुझे गर्व है कि मै पुर्णत: शाकाहारी हूं।मुझे आपके विडियो से अपने तथ्यो को और अच्छे से समझाने मे मदद मिलेगी।🙏
I don't need any Puran or person to advise me.God has given me conscience and consciousness. I thank God for making me a human being. That is why I am a Vegetarian.
🕉Shiv ki bhgti Dhyan Karo
Prem,Bhgti,Gyan,Parkas
Mile ga🕉
प्राचीन काल में ब्राह्मण ‘गोमांस’ खाते थे।
Nathu Ram Meghwal Nathu Ram Meghwal
4 years ago
”प्राचीन काल में ब्राह्मण गोमांस खाते थे’
भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माता डॉक्टर बी.आर. अंबेडकर अच्छे शोधकर्ता भी थे. उन्होंने गोमांस खाने के संबंध में एक निबंध लिखा था, ‘क्या ब्राह्मनो ने कभी गोमांस नहीं खाया?’
यह निबंध उनकी किताब, ‘अछूतः कौन थे और वे अछूत क्यों बने?’ में है.
*‘पवित्र है इसलिए खाओ’*
अपने इस लेख में अंबेडकर हिंदुओं के इस दावे को चुनौती देते हैं कि हिंदुओं ने कभी गोमांस नहीं खाया और गाय को हमेशा पवित्र माना है और उसे अघन्य (जिसे मारा नहीं जा सकता) की श्रेणी में रखा है.
अंबेडकर ने प्राचीन काल में हिंदुओं के गोमांस खाने की बात को साबित करने के लिए हिन्दू और बौद्ध धर्मग्रंथों का सहारा लिया.
उनके मुताबिक, “गाय को पवित्र माने जाने से पहले गाय को मारा जाता था. उन्होंने हिन्दू धर्मशास्त्रों के विख्यात विद्वान पीवी काणे का हवाला दिया. काणे ने लिखा है, ऐसा नहीं है कि वैदिक काल में गाय पवित्र नहीं थी, लेकिन उसकी पवित्रता के कारण ही बाजसनेई संहिता में कहा गया कि गोमांस को खाया जाना चाहिए.” ( *मराठी में धर्म शास्त्र विचार, पृष्ठ-180).*
अंबेडकर ने लिखा है, “ऋग्वेद -काल के आर्य खाने के लिए गाय को मारा करते थे, जो खुद ‘ऋग्वेद’ से ही स्पष्ट है।”
*ऋग्वेद में (10. 86.14) में इंद्र कहते हैं, “उन्होंने एक बार 5 से ज़्यादा बैल पकाए’.*
*ऋग्वेद (10. 91.14) कहता है कि अग्नि के लिए घोड़े, बैल, सांड, बांझ गायों और भेड़ों की बलि दी गई* .
*ऋग्वेद (10. 72.6) से ऐसा लगता है कि गाय को तलवार या कुल्हाड़ी से मारा जाता था.”*
‘ *अतिथि’ यानि “गाय का हत्यारा”*
अंबेडकर ने वैदिक ऋचाओं का हवाला दिया है जिनमें बलि देने के लिए गाय और सांड में से चुनने को कहा गया है.
*अंबेडकर ने लिखा “तैतरीय-ब्राह्मण में बताई गई कामयेष्टियों में न सिर्फ़ बैल और गाय की बलि का उल्लेख है, बल्कि यह भी बताया गया है कि किस देवता को किस तरह के बैल या गाय की बलि दी जानी चाहिए।”*
*वो लिखते हैं, “विष्णु को बलि चढ़ाने के लिए बौना बैल, वृत्रासुर के संहारक के रूप में इंद्र को लटकते सींग वाले और माथे पर चमक वाले सांड, पुशन के लिए काली गाय, रुद्र के लिए लाल गाय आदि।*
*तैतरीय-ब्राह्मण’ में एक और बलि का उल्लेख है जिसे पंचस्रदीय-सेवा बताया गया है. इसका सबसे महत्वपूर्ण तत्व है, पांच साल के बगैर कूबड़ वाले 17 बौने बैलों का बलिदान और जितनी चाहें उतनी तीन साल की बौनी बछियों का बलिदान.”*
अंबेडकर ने जिन वैदिक ग्रंथों का उल्लेख किया है उनके अनुसार मधुपर्क नाम का एक व्यंजन इन लोगों को अवश्य दिया जाना चाहिए- (1) ऋत्विज या बलि देने वाले ब्राह्मण (2) आचार्य-शिक्षक (3) दूल्हे (4) राजा (5) स्नातक और (6) मेज़बान को प्रिय कोई भी व्यक्ति.
कुछ लोग इस सूची में ‘अतिथि’ को भी जोड़ते हैं.
*मधुपर्क में “मांस, और वह भी गाय के मांस होता था. मेहमानों के लिए गाय को मारा जाना इस हद तक बढ़ गया था कि मेहमानों को ‘गोघ्न’ कहा जाने लगा था, जिसका अर्थ है गाय का हत्यारा।”*
*‘सब खाते थे गोमांस’*
इस शोध के आधार पर अंबेडकर ने लिखा कि एक समय हिंदू गायों को मारा करते थे और गोमांस खाया करते थे जो बौद्ध सूत्रों में दिए गए यज्ञ के ब्यौरों से साफ़ है.
_अंबेडकर ने लिखा है, “कुतादंत सुत्त से एक रेखाचित्र तैयार किया जा सकता है जिसमें गौतम बुद्ध एक ब्राह्मण कुतादंत से जानवरों की बलि न देने की प्रार्थना करते हैं.”_
*
अंबेडकर ने बौद्ध ग्रंथ संयुक्त निकाय(111. .1-9) के उस अंश का हवाला भी दिया है जिसमें कौशल के राजा पसेंडी के यज्ञ का ब्यौरा मिलता है.
संयुक्त निकाय में लिखा है, “पांच सौ सांड, पांच सौ बछड़े और कई बछियों, बकरियों और भेड़ों को बलि के लिए खंभे की ओर ले जाया गया.”*
अंत में अंबेडकर लिखते हैं, “इस सुबूत के साथ कोई संदेह नहीं कर सकता कि एक समय ऐसा था जब हिंदू, जिनमें ब्राह्मण और गैर-ब्राह्मण दोनों थे, न सिर्फ़ मांस बल्कि गोमांस भी खाते थे।”
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Ab khun bhi pi sakte h .
Jamane k hishab se.💪🏻
स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था, जो जीव से प्यार करते हैं, वही ईश्वर है
Very nice
Iswar ek hi he , koi Bhagwan nahi ban sakta.
@@AshishNathiit swami vivekanand koi sadharan human nhi the.
@@NiKhiLShukLa ji, Lekin jivo se pyar karke koi Bhagwan nahi ban sakta, Ishwar, Ishwar hota he
@@AshishNathiit haa.
Jivo se Pyaar krna Hamara Farj Hai Isse hum bhagwan ban to nhi sakte lekin haa Iswar ke Aur kareeb ho sakte hain.
The great story 👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻
1 साल से पूरी तरह से मांस खाना छोड़ दिया है. पहले से ज्यादा ख़ुश हुँ और अब तो मन भी नहीं करता पहले से ज्यादा बलिस्ट महसूस करता हुँ खुद को अब..
Nice bro . मेरी शुभकामना आपके साथ है। जिंदगी मे और आगे बढोगे।
Jaisrikrishna
Ahimsa parmo dharmah
Jai guru Dev
मुझे गर्व है अपने आप पर कि मैं शाकाहारी हूँ ..मेरा भोजन चीख पुकार से मुक्त है... जय श्री राधे कृष्ण
Jo apne karm pe vishwas karte h Unko Geeta padne ki jarurat Nhi padti bhai...
Even vegetation has life and it can feel pain although you can't hear it....it's a scientific fact
Bhai Aap moje Ye Batao Aap Jo Baji pala khate ho Osme bhi jiv Hota Hai Whone Bhi Dard Hota Hai
Mas machli Jo kare aahara le bar bar devta me avatara
@@surendrayadav245 एसा मत बोलो भाई । भागवत गीता और महाभारत एसी किताब हे जहा मसाहारी या सकाहारी की बाते नही हे बल्की हर चीज़ का जवाब हे उसमे। सोचो उसे देश दुनिया के जाने माने लोग हमेशा से पढते आ रहे हे
I m proud to be a pure vegitarian😇👌👍
Me to Didi
You are really lucky
Proved nahi praud kehena chaiye shayd
Par ek plant bhi to living being....wo bhi to paida hota hai bada hota hai ...Kya usko Kat ke.....ya zameen Mai ukadh ke khana sahi hai...???
@@shivamsharma-jh1wp bhai by the lord krishna unme jiv chetna nahi hoti or maans alag h or vanaspati alag h
गायों, बछड़ों, छोटे छोटे पिल्लों,सहित सभी नन्हे व बड़े जीवों को बार बार नहीं तो एक बार प्यार कर के देखो, ऐसा लगेगा कि तुम्हारा जन्म मात्र इनकी सेवा के लिए ही हुआ है फिर कुछ और अच्छा न लगेगा।और वो जीव आपको भी उतना ही दिल से प्यार करेंगे। यही इस जीवन का परमसुखधाम है।प्यार दो और प्यार पाओ।ईश्वर प्रसन्न होंगे।
Sach me aap zo bhi ho aap bahot achhe ho yesa ensaan pahli bar achhha lga wow
Pooja Sahiba Ji goood
Surajkumar Kumar हम सभी परमपिता परमात्मा की संतानें है।और ईश्वर प्रेम ही चाहते हैं।सीधी बात है प्रेम से रहोगे ओर प्रेम बांटोगे तो आप उस परमपिता परमेश्वर का प्रेम पाओगे।जय श्री कृष्ण,
Laxamanprajapati Laxamanprajapati हर हर महादेव।ॐ शांति।।
Jii
जयश्रीक्रिष्ण जयश्रीक्रिष्ण बहुत सुंदर कथासे मांसाहार भक्षण को पापरुप बताकर अहिंसा धर्म का प्रतीपालन करणेकी उम्मीद जगाई है बहुत सुंदर है श्रीकृष्ण प्रभुजीका अहिंसा परमज्ञान और परमधर्म बोलो जयश्रीक्रिष्ण जयमहानुभाव
आज के दौर मे ये सब आम बात हो गई है, पर हमे मांस नही खानी चाहिऐ..... श्री राधे
Thank you bro for uploading this video and to save many animals from being a meal for a persons life.🤗🤗🤗
If u dont eat animals they will eat you....it is an natural food...from puranas...
PAULITE NATION thank you for best story
Mash Khana pap nahihe ma Saraswati vidyabudhi de Jo sochta he mash Khana pap he ma Bangali hu or ma Kali mash khatahe isliye hum bhi mash khate he har Sunday
Agar mash Khana pap he to jaydatar log nark Jane ke layak he me to non veg khate hu
भाई साहब बहुत ही सुंदर यह शब्द है जिससे सारे जीव और मनुष्य का कल्याण संभव है
Bahut hi Sundar tarike se aapne ye Katha sunayi...aur aasa krta hu ki sbi maans ka bhojan krne vle log isse kuch seekh le. Jai Bholenath.
I have left eating meat due to my husband's influence...I'll b forever grateful to him
Really heart touching story.
Thanks to all viewers
And All vegetarians people God bless to all human beings.
Mash Khana pap nahihe ma Saraswati vidyabudhi de Jo sochta he mash Khana pap he ma Bangali hu or ma Kali mash khatahe isliye hum bhi mash khate he har Sunday
Agar mash Khana pap he to jaydatar log nark Jane ke layak he me to non veg khate hu
Wahh ! shukhriya ye banane k liye.
Meri Girlfriend ko mai bahut baar bata chula hu ki non-veg khana thik nahi, par manti hi nahi.
I hope that she could understand at least something out of it.
Bhai apni girlfriend ko chor de yaar , jo dusre jivo ka mass khaa Sakti hain vo wakt aane pe tumhe bhi khaa sakti hain.!
😂😁😁
me khati Hu nonveg I like it non veg
Mash Khana pap nahihe ma Saraswati Tumhe Vidya de
शाकाहारी बने संकट से बचें ...🏋🏋👍💯.प्रेम से बोलिए श्री सतगुरु महाराज की जय🙏🙏🙏
Good
बहुत अच्छी बा त है जी
ओम्म नमो भगवते वासुदेवाय
हरि ओम्म नमो भगवते वासुदेवाय
Om namoh bhagvate vasudevay jai shree krishna
Nice ji
@@maheshprasad5657 fujtzbh
nice ji
Uttam Singh Bisht m b bisht huu
Proud to be a vegetarian
Mene 3 saal pahle nonveg ek achchhe jain friend ke kahne par chhoda aur apne bete ka bhi dhire dhire band kar diya hum khush hai
Thnku
Dsto mans manusya k liye nahi hai
Nonveg khana koi paap nhi hai or agar aap paap mante hai to chappl joota mat pehniye or alopathic medicine bhi mat lijiye or haa mandiro me jo dhholak bajta hai us pr rok lagwa do kyuki wo bhi bhais ke chamde se banti h
@@rachnathakur9465 no one is requesting you to stop eating non veg... It's your wish.. but just think about what u hav learnt from this vedio.. just talking like that hunter only.. realise their pain and suffering..
@@rachnathakur9465 lagta hai apko jarurat se jyada pasand hai tbi aapne is tarah se bola
बहुत जादा सुन्दर🌊🌊🌊🌊👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏🌊🌊👏👏👏
आपकी बात एक दम सच है, लेकिन मानेगा कौन? कल ही बाजार में देखने को मिलेगा की मांसाहार की मांग और भी ज्यादा बढ़ गई है..
बहूत अच्छा व्हिडीओ और महत्व पूर्ण मार्गदर्शन सर जी.....
Perfect story
behad hii acchaa lagaa gorud puran sunke. aatma khush ho gayaa.
Me bhi pehele mansahari tha lekin jab ek jiv ki jaan aknho se dekhi to ji ghabra gaya....aur apne aap par pachtava hua....dil chakna chur ho gaya...pahele kabhi bhi itna nahi dara.....Tab she lekar aaj tak aur bhavishya me bhi mansahaar nahi karunga....aisa nirnya liya👍
Jai Shri Krishna🚩🚩👍
Shubham Ajage chaliye aapko samagh me to aa gaya kitno ko dekhane par bhi samgh nhi aata
Aap ko ye sab ko batana chahiye... Aap inspiration ho... Maas khana sab se kharab bat he
Nice 👌👌👌👌👌👌👌
read my comment for more details
🙏🙏🙏🙏
😅 im 100℅ vegetarian and proud to be a jain
Jain logo Ko sex se bhi ghiin ati hai
@@nitishpotdar2522 to ab to Jain logo ki abadi hi khatam ho Jani chahiye 🤔🤔🤔
Mash Khana pap nahihe ma Saraswati vidyabudhi de Jo sochta he mash Khana pap he ma Bangali hu or ma Kali mash khatahe isliye hum bhi mash khate he har Sunday
Agar mash Khana pap he to jaydatar log nark Jane ke layak he
@@anirban9434 Maa Kali jo jo karti hai vo sab karne ka dam ho toh bolo. 😀
Greatest story ever
please tell all ur friends as family to completely sop eating non veg
Bhoot achi story I am.proud to be vegetarian
I'm brahmin and proud to be that thank you God for make me pure from inside and outside as well
@Soul Mortal i m from punjab
Racist think
@@vipulianera980 its not racist its about habits that our family gave to us wake up at 4 am , do puja before eating anything and be vegeterian for whole life , brahmin life is way better than any other
You are 100%right. Mai veg hoon.
जय जय श्री कृष्ण
Sir आपकी ये कहानी बहुत सुंदर थी
मैं हमेशा इन्ही बातों को फॉलो करता हूँ
जय हो हिन्दु सनातन धर्म की🌹🙏जय गौमाता जी🌹🙏 जय देवभूमि उत्तराखंड़🌹🙏🌹🙏🌹🙏
जय महाकाल
इसी बात पर गोमूत्र से भरा एक जाम🍺 आप को मेरी तरफ से😂😂😂🤣🤣
Gay tumchi mata bail tumcha bap
@@shilpendrameshram3112 tere baap hum hai lvde
jai bharat koi state ka nam mat le be
Nice video..thanks for sharing.....🙏🙏
Thank you so much sir yeh msg share karne keliye, main bachpan se hi sudh sakahari hun aur log mera majak udate hain but mujhe koi fark nahi padta aap iss msg me jo bhi bole main sab ko yahi bolti hun but koi v non vegetarian meri sunta hi nahi.
Ok
Hi
रश्मिजी जितनी खूबसूरत आप दिख रही हो उससे ज्यादा खूबसूरती आपके खानपान मे है, बनाये रखिये यही खूबसूरती हमेशा.
Hi
Hi
बहुत ही ज्ञान की प्राप्ति हुई आपको कोटी कोटी पिरनाम करते हैं हरिसिंह
मेरा family एवं मैं निरामिष हूँ ।अपने स्वार्थ के लिये किसी भी जीव की हत्या नहीं करनी चाहिये। निर्दोष प्राणी की हत्या करना सबसे बड़ा पाप है ।आपको बहुत बहुत धन्यवाद । इसे अधिक से अधिक शेयर करे।
Namo siway
Mash Khana pap nahihe ma Saraswati vidyabudhi de Jo sochta he mash Khana pap he ma Bangali hu or ma Kali mash khatahe isliye hum bhi mash khate he har Sunday
Agar mash Khana pap he to jaydatar log nark Jane ke layak he me to non veg khate hu jiv ke swad ke Liye jiv hatya to karna partahe
1st like comment nice kathathanks for sharing.
Love your channel. Please be vegetarian... Please
Love your channe, please be vegetarian plase
बहुत ज्ञानवर्धक विडियो है🙏🙏
I am 100% vegetarian!! Jay shrikrishna
No one on planet earth is 100% vegetarian bro 😂😂😂, nd u r not the exception
@@GhostDevilGamer Leaving us
I'm too vegetarian ,,,, jay shree Krishna
Bhaskar Mishra
then ur not a person ur an idiot 😂
I too bro
मैं शाकाहारी हूँ और मुझे बहुत खुशी हैं की मैं अपनी जीभ के स्वाद के लिए किसी निर्दोष प्राणी की हत्या nhi करता हूं
Shriman ji aap sayad sahi bolte honge lekin
Sansar me har aadami pratidin anginat hatyayen karta hai
@@neelusoni5374 true every time we breath we kill million of germs every day & what about the products using at home for killing mosquitoes? Mosquitoes ki bhi to jaan h mtlb or plants also breath & feel pain then how ppl can kill them?
Sag sabji bhi jiv h unko bhi dard ka ehsaas hota h
@@faizansari2321 bevakuf😆😆😆😆 jiv or vanspti kya hai or in dono ke bich ke diffrences kya hai pta kro
Ya hue na baat
मांस खाने वाले पापी या नहीं, ये तो मुझे नहीं पता , परंतु मैं जीवहत्या के बिल्कुल खिलाफ हुं और मुझे उन लोगों पर बहुत गुस्सा आता है जो ये करते हैं 😡😡😡😠।
जो करते हैं वो बुरा ना माने , परंतु ये बिल्कुल ग़लत हैं।
World please please save the Animal... Hare Krishna hare Rama.. Jai Shree krushna...
आप की वीडियो हमको बहुत अच्छी लगी आपको बहुत बहुत बधाई ऐसी वीडियो बनाने के लिए
Yes agreed
जय गरुड़ पुराण जी की जय हो सत्य सनातन धर्म की जय हो ,,
M non vegetarian hu😥,but ab mn ht gya
Kya ab bhi nhi khate ya phir se start KR Diya ??
Video is very very nice super excellent And now i am after lisant these video for the same time now just IAM SAKAHARI JAY GARUDPURAN I love Garudpuran
जय श्री कृष्ण जय श्री कृष्ण
गीता का अमृतबाणी
मैं बांग्लादेश मे
Bhai Bangladesh Mai Hindu sahi se rahte hai
Bharat se Bahut bahut pyar bhai
Awesome
বাংলাদেশের হিন্দু দের নির্যাতন চালানো হচ্ছে।😥😥
please read my comment for more
Superb....
*Jai Shri Vasudev Krishna*
💐🌸🙏🏵️💐
मान्यवर, यह कथा तो अत्यन्त रोचक एवं प्रासंगिक है।
निवेदन मात्र यह है कि हम लोग जो भी भोजन स्वरुप ग्रहण करते हैं वो सभी किसी न किसी जीव का मॉंस या रक्त ही है।
जीवों का अस्तित्व ही मॉंस किंवा रक्त पर आधारित है।
अत: हमें जीव हत्या के पाप बोध से उबरना होगा।
तभी तो भगवान वेद व्यास जी कहते हैं-
“जीवो जीवस्य भक्षणम्”।
वेद भगवान् का भी यही मत है,यथा-
“वैदिक हिंसा हिंसा न भवति”।
उन्हें तो कोइ आपत्ति नहीं,फिर हमें क्यों ?
कथा में जो आख्यायिका है वह मात्र इस लिये कि किसका मॉंस या रक्त हमारे लिये उपयुक्त हैऔर किसका नहीं?
Right
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः
Maine apne life ki aaj sbse achhi video dekhi
Thank you very much
Itna achha massage pahuchane k liye
God bless you
Great video. Really great video, man. Keep it up👍👍👍
kya bhagya the us shikari ke.. jo uso shree Krishn ke darshan hua vo bhi itni asani se.
HARE KRISHNA 🙏
👍Abhishek
Wow gr8 logic
Very nice Kya khub bataya aapne
Proud to be Jain...
Animal hinsa z core of our values..
Sab jiwan ka apna Adhikar hai..
*शाकाहारी बनो, पशु - पक्षी बचाओ।*
*इन्सानियत बढाओ, क्रुरता बंद करो।*
*"मानवीय आहार शाकाहार"!*
Sub se bade butcher house Jain logo ke hai 😒 sad but true
@@virajpatel2234 *अल नूर एक्सपोर्ट्स*
अल नूर एक्सपोर्ट्स के कंपनी का दफ़्तर दिल्ली में है। इसके मालिक सुनील सूद हैं। लेकिन इसका बूचड़खाना और मांस प्रसंस्करण संयंत्र उत्तर प्रदेश के मुजफ़्फ़रनगर के शेरनगर गांव में है। इसके अलावा मेरठ और मुबई में भी इसकी ब्रांच हैं। इसके दूसरे पार्टनर अजय सूद हैं। इस कंपनी की स्थापना 1992 में हुई और यह 35 देशों को बीफ़ निर्यात करती है।
*एओवी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड*
एओवी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड का बूचड़खाना उत्तर प्रदेश के उन्नाव में है। इसका मांस प्रसंस्करण संयंत्र भी है। इसके निदेशक ओपी अरोड़ा हैं। यह कंपनी साल 2001 से काम कर रही है। यह मुख्य रूप से बीफ़ निर्यात करती है। कंपनी का मुख्यालय नोएडा में है। एओवि एग्रो फूड्स का मुख्यालय मेवात के नूह में हैं। अभिषेक अरोड़ा एओवी एग्रो फ़ूड्स के निदेशक हैं।
*स्टैंडर्ड फ़्रोज़न फ़ूड्स एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड*
स्टैंडर्ड फ़्रोज़न फ़ूड्स एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक कमल वर्मा हैं। इसका बूचड़खाना और सयंत्र उत्तर प्रदेश के उन्नाव के चांदपुर गांव में है। इसका दफ्तर हापुड़ के शिवपुरी में है।
*पोन्ने प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट्स*
पोन्ने प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट्स के निदेशक एस सास्ति कुमार हैं। यह कंपनी बीफ़ के अलावा मुर्गी के अंडे और मांस के व्यवसाय में भी है। कपंनी का संयंत्र तमिलनाडु के नमक्काल में परमति रोड पर है।
*अश्विनी एग्रो एक्सपोर्ट्स*
अश्विनी एग्रो एक्सपोर्ट्स का बूचड़खाना तमिलनाडु के गांधीनगर में है। कंपनी के निदेशक राजेंद्रन धर्म को व्यवसाय से बिल्कुल अलग रखते हैं।
True bhai
@Balram Bandgar Sahi kaha. Lakin vhai tum to Kisi ko mar ke khakei jinda ho. Sabji kha rahe ho....kya plants ki Jan Nahi hote?
Muslim Hoon lekin dil choo liya 😓 I also hate non-veg 😈
Kash ap jaysa muslem har koi hota
Wow right love you bro
Your good pro
@warrior Yahi per ho ya real me 😂
😲😲😲really???
I wish ki muje aese log Milte muje to jitne Muslim milte vo non -vegetarian hi he 🤑anyways muje kaya vo mante hi nai he to 😈
बहुत सुन्दर कहानी है आपकी कहानी से सहमत हैं
Bilkul sahi bat h.... Totally agreed