लोग कहते हैं कि जो होता है अच्छा होता है लेकिन यह गलत बात है!👏👏

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  • Опубликовано: 11 сен 2024
  • लोग कहते हैं जो‌ होता है अच्छा होता है यह गलत बात है, यह बिना सिर पर की बात है। लेकिन परमात्मा से जुड़ने के बाद जो होता है वह अच्छा होता है। लेकिन लोग पूरा जीवन दुख भोग के चले जाते हैं क्या अच्छा हुआ उनके साथ, विचारों के साथ कुछ अच्छा नहीं हुआ। जो होता है अच्छा या बुरा नहीं होता बस होता है प्रकृति के वहाव से। उसमें आपको अच्छा भी मिल सकता है बुरा भी मिल सकता है प्राकृतिक रूप में लेकिन वह प्रकृति नहीं देखती। लेकिन परमात्मा से जुड़ने के बाद जो होता है वह कल्याणकारी होता है।
    जानने योग्य परमात्मा नहीं है क्योंकि उसको जाना नहीं जा सकता जानने योग्य केवल प्रकृति है। यह पूरा विधान है परम शून्य से परम शून्य तक का जितना भी खेल चल रहा है वह जानने योग्य और उसमें भी क्या क्या जाना जाना चाहिए वह भी परमात्मा हमें अमृत विवेक से देता है। इसमें भी क्या चीज जानी चाहिए क्या चीज नहीं जाननी चाहिए वह भी हमें अमृत विवेक से मिलता है। परमात्मा से जुड़ने के बाद बेकार की कचरा चीजें जानने की हमें आवश्यकता नहीं होती जो चीजें समझदारी की हैं वो जानने की आवश्यकता होती है तो वो परमात्मा स्वत हमें जनवा देता है। परमात्मा का कम्युनिकेशन साइलेंट कम्युनिकेशन है वह चिल्लाकर नहीं बोलता आपके कान में नहीं बोलता। वह आपको समझा देता है बिना बताए शब्दों से किसी को समझ में आ रहा है किसी को नहीं आ रहा है जो इंसानों का कम्युनिकेशन है लेकिन परमात्मा सीधा जहां प्रोसेसर है वहां ज्ञानदे देता है । परमात्मा के गुण ही ऐसे हैं जिनसे जुड़ते ही समझा हमारे अंदर प्रकट होती है।

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