नरसिंहपुर के अधिवक्ताओं ने पटवारी की संपत्ति की जांच की मांग की, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
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- Опубликовано: 16 ноя 2024
- पटवारियों की कार्यप्रणाली किसी से छिपी नहीं है, राजस्व विभाग में पटवारी अहम कड़ी होता है, पटवारी के बिना ना कोई जमीनी खरीद विक्रय हस्तांतरण के काम हो सकते हैं, और ना ही शासन से मिलने वाली कई तरह की योजनाओं के लाभ लिए जा सकते हैं । पूरा मामला इस प्रकार है
विगत दिनों नरसिंहपुर कोर्ट के अधिवक्ताओं ने मिलकर नरसिंहपुर शहरी क्षेत्र के पटवारी संदीप चौरसिया के विरोध ज्ञापन दिया है जिसमें उन्होंने पटवारी संदीप चौरसिया के द्वारा की जा रही है, अनियमितता और रिश्वतखोरी की शिकायत की है वकीलों ने अपने आवेदन में बताया कि पटवारी के द्वारा तहसील कार्यालय में दलालों का एक गिरोह बनवा दिया गया है । जिसके चलते कोई भी राजस्व संबंधी काम होता है तो आम आदमी को दलालों के दलदल में फंसकर जाना होता है ।
पटवारी संदीप चौरसिया अनेकों अवैध कालोनियों में पार्टनर है, और पटवारी संदीप चौरसिया की पत्नी अर्चना भनारिया भी नरसिंहपुर से लगे हुए जरजोला मोजे में पटवारी के पद पर पदस्थ हैं, पटवारी संदीप चौरसिया अपनी पत्नी के शासकीय कार्यों में दखल रखते हैं और हस्तक्षेप करते हैं वह पत्नी के काम व पत्नी के हस्ताक्षर खुद संदीप के द्वारा किये जाते हैं । इस तरह अनेक बिंदुओं पर पटवारी संदीप चौरसिया के विरुद्ध ज्ञापन देते हुए कलेक्टर से पटवारी को नरसिंहपुर तहसील से हटाने की मांग अधिवक्ताओं ने की है ।