कार्यकर्ता भावना है, कार्यकर्ता साधना। कार्यकर्ता तो स्वयम ही पुष्प बन भावार्चना। मातृभू की वंदना, कर मातृभू की वंदना ।।धृ।। ध्येय अपना है सुनिश्चित, धारणा ध्रुव तारकासी। पूर्वजों के वीरव्रत की, प्रेरणा नित पूर्णिमासी। धर्म के आधार पर ही कर विजय की योजना।।१।। संघभूमि उर्वरा है, बो दिया बीज को धरा में। फैलती शाखा प्रशाखा, उभर आया तरू गगन में। फुल फल से विमल तरु के शक्ति की नव सर्जना।।२।। मै नही तुम ही निरंतर, मंत्र जपता कार्यकर्ता। कंटको से पूर्ण पथ पर, सहज चलता कार्यकर्ता। कार्यकर्ता जानता है, हर ह्रदय संवेदना।।३।।
खुप सुंदर आवाज ,सोपी व सहज चाल👌👍
🙏 🌺🪔जय श्री राम 🪔🌺🙏
Ye gana mera favorite gana hai❤❤
यह गीत सूनकर बहुत अच्छा लगा
🌾🌾Nice वंदना 👌👌👌👌🌾🌾
शत्रुहन यादव
+Sarad Yadav धन्यवाद 🙏🙏🙏
Ji
कार्यकर्ता भावना है, कार्यकर्ता साधना।
कार्यकर्ता तो स्वयम ही पुष्प बन भावार्चना।
मातृभू की वंदना, कर मातृभू की वंदना ।।धृ।।
ध्येय अपना है सुनिश्चित, धारणा ध्रुव तारकासी।
पूर्वजों के वीरव्रत की, प्रेरणा नित पूर्णिमासी।
धर्म के आधार पर ही कर विजय की योजना।।१।।
संघभूमि उर्वरा है, बो दिया बीज को धरा में।
फैलती शाखा प्रशाखा, उभर आया तरू गगन में।
फुल फल से विमल तरु के शक्ति की नव सर्जना।।२।।
मै नही तुम ही निरंतर, मंत्र जपता कार्यकर्ता।
कंटको से पूर्ण पथ पर, सहज चलता कार्यकर्ता।
कार्यकर्ता जानता है, हर ह्रदय संवेदना।।३।।
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Jai shri ram
जयश्री राम
मला अभिमान आहे मी संघ स्वयंसेवक असल्याचा...
बो दिया निज को धरा पर
Very good gee
hi
Jai shree ram