गागर में सागर को ही भर दिया विनय भाई तुमने तो, कुल 47 मिनट में सत्यार्थ प्रकाश के 2 chapters को इतने सरल रूप से समझाना, गज़ब। ईश्वर तुम्हे दीर्घायु व उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करे🙏🙏🙏
विनय जी सादर प्रणाम! आपकी सत्यार्थ प्रकाश की व्याख्या सराहनीय है किंतु आपने एक दूसरी विरोधी विचारधारा मनुस्मृति को विश्व का संविधान कहकर सारा गुड़ का गोबर कर दिया।मनुस्मृति तो स्पष्ट रूप से शिक्षा कुछ सीमित समाज के वर्ग के लिए कहती है जैसा कि आपने प्रारंभ में कहा और उसके दुष्परिणाम समाज को झेलने पड़े और झेल रहा है,वहीं सत्यार्थ प्रकाश की दुहाई देते हैं कि समाज के सभी वर्गों को शिक्षा देने से समाज विश्वगुरु फिर से बन जायेगा। ये विरोधाभास क्यों? क्या आप मनुस्मृति का मोह नहीं छोड़ pa rahe?
तो फिर जातिवाद के नाम पर अत्याचार केवल SC ST OBC पर ही क्यों हो रहे हैं और मान्यवर विनय जी ने तमाम विश्व यात्रियों की चर्चा की है लेकिन उन यात्रियों ने कौन सा विवरण पेश किया गया भारत के संदर्भ में और वो भी शिक्षा केन्द्र में कौन सी शिक्षा दी जाती थी और शिक्षक कौन थे। महिलाओं से निवेदन करता हूं खासकर नव युवतियों को एक बार हिंदी अनुवाद के साथ एक एक पन्ना ध्यान से पढ़ें और फिर मनन करें कि इस पुस्तक का प्रचार और एक एक पन्ने पर चर्चा क्यों नहीं होती मंचों पर।
महर्षि दयानंद सरस्वती जी द्वारा प्रणीत ग्रंथ "सत्यार्थ प्रकाश" महान ग्रंथ है जो हिन्दू जाति की रगों में उष्ण रक्त का संचार करने वाला है, इसकी विद्यमानता में कोई भी विधर्मी अपने मजहब की शेखी नही बघार सकता", सत्यार्थ प्रकाश के विषय में उक्त वाक्य हिन्दू हृदय सम्राट वी डी सावरकर के हैं।
अन्य महापुरुषों में किसी में एक गुण है तो किसी में दूसरा । जैसा कोई विद्वान् है तो वक्ता नही, कोई वक्ता है तो सत्य वादी नहीं। कोई सत्य वादी है तो निर्भीक नही। कोई निर्भीक है तो सुधारक नही, कोई सुधारक है तो ब्रह्मचारी नही, कोई ब्रह्मचारी है तो तपस्वी नही। कोई तपस्वी है तो संयमी नही । कोई संयमी है तो योद्धा नही, कोई योद्धा है तो त्यागी नही, कोई त्यागी है तो सन्यासी नही। कोई सन्यासी है तो वेदज्ञ नही, कोई वेदज्ञ है तो दयालु नही । कोई दयालु है तो परोपकारी नही, कोई परोपकारी है तो याज्ञिक नही। कोई याज्ञिक है तो कर्मठ नही, कोई कर्मठ है तो राष्ट्रभक्त नही, कोई राष्ट्रभक्त है तो दुष्ट संहारक नहीं। कोई दुष्ट संहारक है तो दृढ़ता नही, और किसी में दृढ़ता है तो सत्य पर विश्वास नही। किसी को सत्यपर विश्वास है तो। किसी ने पाखंड को छेड़ा नही, किसी ने पाखंड को छेड़ा तो ईश्वर का भक्त नही। कोई ईश्वर भक्त है तो उन्हें ईश्वर की पहचान नही | ये सभी गुण अगर किसी एक में देखना हो तो सिर्फ महर्षि दयानंद जी में देखा जाना सम्भव है ||
विनय जी, हंसराज कॉलेज में दिया गया आपका यह भाषण बहुत सामयिक है। यदि अन्य विभागों के छात्रों और शिक्षकों ने भी यह सुना है, तब तो इसकी उपयोगिता और भी बढ़ गई है। आप आर्यसमाज के एक बहुत कर्मठ व्यक्तित्व हैं। कन्या गुरुकुल महाविद्यालय, 60 राजपुर रोड, देहरादून का हमारे स्नातिका संघ को भी आपसे बहुत आशाएं हैं। कृपया इसके पुनरुद्धार के लिए भी सतत चिंतन, मनन एवं मार्गदर्शन करते रहिए। ऋषि दयानंद के उपकारों के हम सब ही बहुत ऋणी हैं। विशेष रूप से हम महिलाएं।
आदरणीय पण्डित सुदामा जी नमस्कार,यह जातिवाद का भूत किसने पैदा किया?? मेरे भाई इस भूत को धर्मगुरुओ ने ही पैदा किया।क्योंकि यहां के लोग साधरण अशिक्षित लोग थे।लेकिन अज्ञानी नही थे।स्वामी दयानन्द सरस्वती जी को धन्यवाद देना चाहिए।क्योंकि उन्होंने शिक्षा ज्ञान का प्रचार प्रसार किया।
@@sudamapandit5184 यहां समस्या वर्ण वाद का है जाति वाद की नही जातियां तो हैं ही लेकिन समस्या तो तब होते हैं जब किसी जाति के लोग स्वयं को ऊंचा तथा औरों को नीचा कहते या मानते हैं 🎉❤️🎉 जै हिंद
वेदों की व्याख्यान बहुत ही आवश्यक है यूट्यूब पर ताकि हमारे युवाओं में इन बातों का ज्ञान पहुंचसके और हम चाहते हैं कि यह ज्ञान सभी धर्म तक जाना चाहिए ताकि लोग सच्ची बातों कोजान सके और इससे भी ऊपर पूरे विश्व में इन व्याख्यान को जाना चाहिए इसके लिए यह ट्रांसलेट होकर सभी विश्व के लोगों तक पहुंचे विश्व समाज में सभी लोग वयविचार को छोड़कर सब विचारों कोग्रहण करें आप लोगों की इस तरह प्रयास पूरे विश्व में हमारे में वेद ग्रंथ और दयानंद सरस्वती जी के जैसे सत्यार्थ प्रकाश ग का प्रचार प्रसार होकर अवश्य ही भारत देश विश्वगुरु होगा और रहा है औररहेगा आपको बहुत बहुत साधुवाद
🧘🌞॥ ओ३म् ॥🌞🧘🙏🌹🌻💐🌹🙏 आदरणीय भ्राता जी को सादर नमस्ते 🙏 आप कह रहे हैं कि आप विद्वान नही है किंतु आप आज के युवाओं के प्रेरणा दायक हैं उन्हें अपने व्याख्यान से युवाओं में शक्ति का संचार कर रहे हैं। ईश्वर आपको स्वस्थ और दीर्घायु बनाए 🙏🌹
भारत के हर विद्यालयों में महर्षि दयानंद जी तथा विवेकानंद जी ओर श्री अरविंद जी के उन ग्रंथों को पढ़ाई जाने की मांग हमे भारत सरकार से सीघ्र करना चाहिए🎉❤🎉 जय हिंद
आदरणीय महर्षि दयानंद सरस्वती जी आम जनमानस को धर्म से अवगत कराने के लिए इस महान ग्रंथ की रचना की लेकिन कुछ लोगों ने एक अलग ही आर्य समाज बनाकर खड़ा करने से इसका दायरा बहुत सीमित हो गया ब्राह्मणों को दोष देने से कुछ नहीं होगा अगर ऐसा होता तो मौर्य वंश आचार्य चाणक्य ने हीं खड़ा किया था ब्राह्मण सनातन की रीड है इन के बिना सनातन कुछ भी नहीं
Commendable vinay ji really feeling proud and pride that u r telling d importance and value of satyarth prakash in a very simple language Your speech is a revolutionary step to mk students receptive to what rishi Dayanand said in satyarath prakash
महर्षि दयानंद सरस्वती जी महान व्यक्तित्व थे।किंतु मनुष्य की गर्भावस्था से पहले और बाद की तैयारी की व्यवस्था देने वाले वो पहले व्यक्ति नही थे ये व्यवस्था जैन और वैदिक ग्रंथों में हजारों सालों से है किंतु उन्होंने उसको दोबारा समाज को देने की कृपा करी।।
महर्षि दयानंद सरस्वती की जय... विनय जी बहुत अच्छे वक्ता है जो बातों को बहुत अच्छे से समझाते है... वीडियो बनाने वाले से निवेदन है स्वामी दयानंद सरस्वती जी की फोटो पूरी तरह से दिखाई दे या हटा दे ..
जगत् गुरु महर्षि दयानन्द सरस्वती जी को शत् शत् नमन्। आर्य समाज के प्रचार प्रसार में कार्य रत विद्वानों को हार्दिक बधाई। सादर नमस्ते।। आर्य पुत्र।।
महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती जी की जय
ओ३म् भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ओ३म् ओ३म् ओ३म्
विनय जी,
बहुत सरल व आसान शब्दों में वेद की बात, महर्षि दयानन्द सरस्वती जी की बात, आपने रखी है धन्यवाद
महर्षि दयानंद सरस्वती ने पूरे संसार का उपकार किया है आर्य समाज की जय
दिल बाग बाग हो गया सत्यार्थ प्रकाश पर व्याख्यान को सुनकर .रोचक प्रस्तुति के लिए साधुवाद.
गागर में सागर को ही भर दिया विनय भाई तुमने तो, कुल 47 मिनट में सत्यार्थ प्रकाश के 2 chapters को इतने सरल रूप से समझाना, गज़ब। ईश्वर तुम्हे दीर्घायु व उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करे🙏🙏🙏
😂😂
झांसी उत्तर प्रदेश में भी आर्य समाज का गुरुकुल होना चाहिए, जिससे हमारे बच्चों को ज्यादा दूर न जानापड़े
महर्षि दयानंद जी को जिसने समझ लिया बह अपने आप मैं विद्वान बन जाता है देश भक्त औऱ राष्ट्र प्रेम उसकी रगों मैं बहने लगता है इसी प्रकार विनय आर्य जी हैं
विनय जी सादर प्रणाम!
आपकी सत्यार्थ प्रकाश की व्याख्या सराहनीय है किंतु आपने एक दूसरी विरोधी विचारधारा मनुस्मृति को विश्व का संविधान कहकर सारा गुड़ का गोबर कर दिया।मनुस्मृति तो स्पष्ट रूप से शिक्षा कुछ सीमित समाज के वर्ग के लिए कहती है जैसा कि आपने प्रारंभ में कहा और उसके दुष्परिणाम समाज को झेलने पड़े और झेल रहा है,वहीं सत्यार्थ प्रकाश की दुहाई देते हैं कि समाज के सभी वर्गों को शिक्षा देने से समाज विश्वगुरु फिर से बन जायेगा। ये विरोधाभास क्यों? क्या आप मनुस्मृति का मोह नहीं छोड़ pa rahe?
बहुत-बहुत धन्यवाद l हिंदू धर्म को कर्मकांड और जाति पाति से मुक्त करना जरूरी है l
मिश्रा जी दिल से कह रहे हो या ऊपर से ही यकीन नहीं हो रहा है, जवाब दें plz
तो फिर जातिवाद के नाम पर अत्याचार केवल SC ST OBC पर ही क्यों हो रहे हैं और मान्यवर विनय जी ने तमाम विश्व यात्रियों की चर्चा की है लेकिन उन यात्रियों ने कौन सा विवरण पेश किया गया भारत के संदर्भ में और वो भी शिक्षा केन्द्र में कौन सी शिक्षा दी जाती थी और शिक्षक कौन थे।
महिलाओं से निवेदन करता हूं खासकर नव युवतियों को एक बार हिंदी अनुवाद के साथ एक एक पन्ना ध्यान से पढ़ें और फिर मनन करें कि इस पुस्तक का प्रचार और एक एक पन्ने पर चर्चा क्यों नहीं होती मंचों पर।
अगर हिंदू धर्म के कर्मकांड को निकlल देंगे तो वह हिंदू धर्म रहेगा ही नहीं।😅
Bindu ,tu hijra hai kya?
बहुत ही अच्छे विचार हैं आपके जोश और उत्साह देखतेही बनता है
महर्षि दयानंद सरस्वती जी द्वारा प्रणीत ग्रंथ "सत्यार्थ प्रकाश" महान ग्रंथ है जो हिन्दू जाति की रगों में उष्ण रक्त का संचार करने वाला है, इसकी विद्यमानता में कोई भी विधर्मी अपने मजहब की शेखी नही बघार सकता", सत्यार्थ प्रकाश के विषय में उक्त वाक्य हिन्दू हृदय सम्राट वी डी सावरकर के हैं।
दयानंद जैसा कोई नही 🙏
अन्य महापुरुषों में किसी में एक गुण है तो किसी में दूसरा । जैसा कोई विद्वान् है तो वक्ता नही, कोई वक्ता है तो सत्य वादी नहीं। कोई सत्य वादी है तो निर्भीक नही।
कोई निर्भीक है तो सुधारक नही, कोई सुधारक है तो
ब्रह्मचारी नही, कोई ब्रह्मचारी है तो तपस्वी नही। कोई तपस्वी है तो संयमी नही । कोई संयमी है तो योद्धा नही, कोई योद्धा है तो त्यागी नही, कोई त्यागी है तो सन्यासी नही। कोई सन्यासी है तो वेदज्ञ नही, कोई वेदज्ञ है तो दयालु नही । कोई दयालु है तो परोपकारी नही, कोई परोपकारी है तो याज्ञिक नही।
कोई याज्ञिक है तो कर्मठ नही, कोई कर्मठ है तो राष्ट्रभक्त नही, कोई राष्ट्रभक्त है तो दुष्ट संहारक नहीं। कोई दुष्ट संहारक है तो दृढ़ता नही, और किसी में दृढ़ता है तो सत्य पर विश्वास नही। किसी को सत्यपर विश्वास है तो। किसी ने पाखंड को छेड़ा नही, किसी ने पाखंड को छेड़ा तो ईश्वर का भक्त नही। कोई ईश्वर भक्त है तो उन्हें ईश्वर की पहचान नही | ये सभी गुण अगर किसी एक में देखना हो तो सिर्फ महर्षि दयानंद जी में देखा जाना सम्भव है ||
क्यों अपना इतना ब्रेनवाश कर लिया
Dayanand saraswati ji jaisa koi nahi.
जी सादर अभिवादन नमो नमः ❤️🙏
विनय जी, हंसराज कॉलेज में दिया गया आपका यह भाषण बहुत सामयिक है। यदि अन्य विभागों के छात्रों और शिक्षकों ने भी यह सुना है, तब तो इसकी उपयोगिता और भी बढ़ गई है।
आप आर्यसमाज के एक बहुत कर्मठ व्यक्तित्व हैं। कन्या गुरुकुल महाविद्यालय, 60 राजपुर रोड, देहरादून का हमारे स्नातिका संघ को भी आपसे बहुत आशाएं हैं। कृपया इसके पुनरुद्धार के लिए भी सतत चिंतन, मनन एवं मार्गदर्शन करते रहिए।
ऋषि दयानंद के उपकारों के हम सब ही बहुत ऋणी हैं। विशेष रूप से हम महिलाएं।
ज्ञानवर्धक उद्बोधन के लिए हार्दिक आभार।
सभी आर्य भाई बहनों का परम कर्तव्य होना चाहिए आगे बढ़ ना चाहिए।
Intercaste marraige kroge hawa nikal jayegi😂
ओउम् सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय महर्षि दयानंद सरस्वती जी की जय
AJ to jai Shree ram bolne per jor he anpadh ho ya padh likha desh ko kaha le ker jaoge pata nahi
विनय जी आप का बहुत बहुत धन्यवाद।
जब तक जातिवाद रहेगा हिंदू कभी भी एक नही हो सकता है ।जातिवाद हिंदू समाज का कोढ़ है ।
परम ज्ञानी दिखाई दे रहे हो वानर, अंगद सुग्रीव हनुमान इन तीनों में कौन हो तुम
सर जी इ--त--ने महान विचार पंडित होते हुए, बताओ सच्चाई क्या है।
Bindu, tu hijra hai kya?
आदरणीय पण्डित सुदामा जी
नमस्कार,यह जातिवाद का भूत किसने पैदा किया?? मेरे भाई इस भूत को धर्मगुरुओ ने ही पैदा किया।क्योंकि यहां के लोग साधरण अशिक्षित लोग थे।लेकिन अज्ञानी नही थे।स्वामी दयानन्द सरस्वती जी को धन्यवाद देना चाहिए।क्योंकि उन्होंने शिक्षा ज्ञान का प्रचार प्रसार किया।
@@sudamapandit5184 यहां समस्या वर्ण वाद का है जाति वाद की नही जातियां तो हैं ही लेकिन समस्या तो तब होते हैं जब किसी जाति के लोग स्वयं को ऊंचा तथा औरों को नीचा कहते या मानते हैं 🎉❤️🎉 जै हिंद
सादर नमन आदरणीय विनय आर्य जी।अति उत्तम व्याख्या करते हुए समझाया।
सत्यार्थ प्रकाश और आर्यसमाज का मनुष्य के कितना बड़ा योगदान है बहुत ही सुन्दर और सरल व्याख्या। बहुत बहुत धन्यवाद व आभार
वेदों की व्याख्यान बहुत ही आवश्यक है यूट्यूब पर ताकि हमारे युवाओं में इन बातों का ज्ञान पहुंचसके और हम चाहते हैं कि यह ज्ञान सभी धर्म तक जाना चाहिए ताकि लोग सच्ची बातों कोजान सके और इससे भी ऊपर पूरे विश्व में इन व्याख्यान को जाना चाहिए इसके लिए यह ट्रांसलेट होकर सभी विश्व के लोगों तक पहुंचे विश्व समाज में सभी लोग वयविचार को छोड़कर सब विचारों कोग्रहण करें आप लोगों की इस तरह प्रयास पूरे विश्व में हमारे में वेद ग्रंथ और दयानंद सरस्वती जी के जैसे सत्यार्थ प्रकाश ग का प्रचार प्रसार होकर अवश्य ही भारत देश विश्वगुरु होगा और रहा है औररहेगा आपको बहुत बहुत साधुवाद
आदरणीय विनय जी शत शत नमन
ऋषिराज के पुण्य कार्य को पूरा करने के लिए अथक प्रयासों को पुरज़ोर तरीक़े से काम कर रहे हैं ।
🙏🏻💐🔥🔥💐🙏🏻
एतद्देशप्रसूतस्य सकाशादग्रजन्मनः । स्वं स्वं चरित्रं शिक्षेरन्पृथिव्यां सर्वमानवाः
बहुत ही जानकारी पूर्ण।
🧘🌞॥ ओ३म् ॥🌞🧘🙏🌹🌻💐🌹🙏 आदरणीय भ्राता जी को सादर नमस्ते 🙏
आप कह रहे हैं कि आप विद्वान नही है किंतु आप आज के युवाओं के प्रेरणा दायक हैं उन्हें अपने व्याख्यान से युवाओं में शक्ति का संचार कर रहे हैं।
ईश्वर आपको स्वस्थ और दीर्घायु बनाए 🙏🌹
विनय जी का बहुत बहुत अच्छा वक्तव्य है यह आशा है बच्चों को संदेश देगा तथा उनका आचरण बनाएगा मैं भी एक गुरुकुल काब्रह्मचारी रहा हूं
Har har samaj mein Vinay Arya jaisa hi bhashan hona chahie aise hi samjhana chahie Arya samaj ke Manch
आर्य समाज उधवा में आप सभी आर्य जनों का हार्दिक शुभकामनाएं
विनय आर्य जी आप बोलते रहा करिए। आपको सुनना बहुत अच्छा लगता है।
Dev dayanan ji ko shat shat naman.
समाज में भ्रष्ट व्यक्ति ऊंचा स्थान को प्राप्त जल्दी कर लेता है जो सनातन देवता और वेद का शास्त्र सम्मत का विरोध करेंगे वह भगवान बन जाएंगे
अति सारगर्भित एवं प्रेरणादायक उद्वोधन । धन्यवाद
कृण्वन्तोविश्वमार्यम्
Acharya ji ase hi samaj ko jagruk karte rahiyen.Jay Arya Samaj 🙏
अति सुन्दर महोदय
सुन्दर प्रस्तुति।
भारत के हर विद्यालयों में महर्षि दयानंद जी तथा विवेकानंद जी ओर श्री अरविंद जी के उन ग्रंथों को पढ़ाई जाने की मांग हमे भारत सरकार से सीघ्र करना चाहिए🎉❤🎉 जय हिंद
पूज्य महामंत्री जी को सादर प्रणाम।
विनय जी राम राम 🙏🍁🍁🍁🍁🍁 आपने पहली बार सत्यार्थ प्रकाश से सामान्य जनता को जागरूक किया इसके लिए आपके आभारी हैं कृपया इसे जितना हो सके उतना ही जारी रखें
सादर नमस्ते आर्य जी महाराज कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🏵️🙏🙏🙏🏵️🏵️❤️❤️💐💐💐💐🙏🙏🏵️🏵️🙏🙏🙏👍💯
गुरूदेव आपको सुनकर बहुत अच्छा लगा।
Ati sunder Bhai saheb dhanywad
सादर प्रणाम एवं आभार जी। बहुत ही सुन्दर वक्तव्य
महाऋर्षि दयानंद सरस्वती के कालजई ग्रंथ सत्यार्थ प्रकाश की जय हो । दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा दिल्ली के महामंत्री स्वस्थ रहते हुए सतायु हों।
स्वामी दयानन्द सरस्वती जी जो सनातन धर्म अनादि-अनंत बचा है भगवान शिव बाबा उन्हें आत्मनिर्भर बन गई 😢
आदरणीय महर्षि दयानंद सरस्वती जी आम जनमानस को धर्म से अवगत कराने के लिए इस महान ग्रंथ की रचना की लेकिन कुछ लोगों ने एक अलग ही आर्य समाज बनाकर खड़ा करने से इसका दायरा बहुत सीमित हो गया ब्राह्मणों को दोष देने से कुछ नहीं होगा अगर ऐसा होता तो मौर्य वंश आचार्य चाणक्य ने हीं खड़ा किया था ब्राह्मण सनातन की रीड है इन के बिना सनातन कुछ भी नहीं
चाणक्य भी काल्पनिक पात्र है, वर्ना सम्राट अशोक के किसी भी शिलालेख में उनका नाम क्यों नहीं है, जबकि आम जनता के लिए छोटी-छोटी बातों का उल्लेख है।
ब्रह्मामण भी तो आर्य ही है न भाई |
आर्य समाज अमर रहेगा।🙏🙏
महर्षि दयानंद सरस्वती जी अद्वितीय थे।वे दूरदृष्टा थे।सम्पूर्ण मानव जाति उनकी ऋणी है।
Guru jii ap sach bol rhe hau is duniya ko fir se arya samaj ki jarurat hai jai Rishi Dayanand Saraswati jii ki
गुरु जी को प्रणाम
Manav ka samagra bikash ke liye bahut sunder jankari.bahut bahut dhanyawad
बहुत सुंदर उपयोगी प्रवचन
नमो नमः ।
आपको सुनना बहुत अच्छा लगा
आपका धन्यवाद विनय जी
Bahut hi Achchi jankari di aap ne Aacharya ji.
Grateful
अति सुन्दर 🙏
Ati sundar
Nice speech !
उत्तम उद्बोधन
Grateful to Vinay ji for revolutionary revelations regarding Satyrtha Prakash!
हर राजनेता को यह वीडियो सुनना चाहिए
बहुत सुंदर व्याख्या
अद्भुत 🕉️🎉
Commendable vinay ji really feeling proud and pride that u r telling d importance and value of satyarth prakash in a very simple language
Your speech is a revolutionary step to mk students receptive to what rishi Dayanand said in satyarath prakash
Bahut bahut badhai ho
Bahut acha varnan kiya
Har har Mahadev 🙏
जी,विनय आर्य जी।
Bahaut Sunder soch
ओ३म सादर नमस्ते आचार्य जी 🙏
महर्षि दयानंद सरस्वती जी महान व्यक्तित्व थे।किंतु मनुष्य की गर्भावस्था से पहले और बाद की तैयारी की व्यवस्था देने वाले वो पहले व्यक्ति नही थे ये व्यवस्था जैन और वैदिक ग्रंथों में हजारों सालों से है किंतु उन्होंने उसको दोबारा समाज को देने की कृपा करी।।
महर्षि दयानन्द सरस्वती जी की जय
बहुत अच्छा जी
Bahut bahut dhanyvad.
30 ve. Minute me jo bat kahi ek dam satya bola sir aapne 34:14
नमस्ते जी 🙏 कैथल हरियाणा
आर्य समाज अमर रहे।।
Bahut khub.kash ye school ki course book hoti.mere father ne mujhe di .after marriage maine padi.sach par prakash dala hai
सही बात है ❤
सत्य वचन
अति सुन्दर। ॐ
Aap ko बहुत-बहुत shubhkamnaen 🙏🙏
बहुत साधुवाद, विनय जी स्वस्थ व प्रसन्न रहें
Jai satay sanatan dharm, ram ram
Waah ji waah mjaa aa gya 🎉
मै दयानंद बालिका विद्यालय की छात्रा हूं। ब्राह्मण हूं लेकिन हमारी मित्र दलित थी,मुस्लिम थी वैश्य थी।
Nice presentation. 🎉🎉
Aapka Vyakhyan bahut SARAHNIYA hai, Magar is Desh ka durbhagya hai. Aise Neta mile Hain jinhone Shiksha ki taraf Dhyan hi nahin diya.
महर्षि दयानंद सरस्वती की जय...
विनय जी बहुत अच्छे वक्ता है जो बातों को बहुत अच्छे से समझाते है...
वीडियो बनाने वाले से निवेदन है स्वामी दयानंद सरस्वती जी की फोटो पूरी तरह से दिखाई दे या हटा दे ..
नमस्ते जी, जय सिंह ढिल्लों पंचकूला हरियाणा
आचार्य जी को नमस्ते
jai hind
Ati utam🕉
👏,
थोड़ी समय ढेरों सारी कभरींग अन्य विषय बिन्दु|
Great speech sir.... ❤❤for human life
Excellent explanation
Jai sanatan dharm ki
great .Excellent delivery respected sir.