हटाया गया DM; लेखपाल ने मांगा था नाश्ता तो थमा दिया था बर्खास्तगी की नोटिस!

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  • Опубликовано: 27 авг 2024
  • हटाया गया DM; लेखपाल ने मांगा था नाश्ता तो थमा दिया था बड़खारती की नोटिस!
    मामला उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद का है जब 110 लेखपालों को नियुक्ति पत्र बांटा जा रहा था। लेखपाल ने नाश्ता मांगा तो उसे बर्खास्तगी की नोटिस थमा दी गई।

Комментарии • 531

  • @successpoint7862
    @successpoint7862 Месяц назад +46

    यदि लेखपाल ने नाश्ता मांग ही लिया तो जिलाधिकारी महोदय का कर्तव्य था कि उन्हें पानी ,नाश्ता देना चाहिए इसमे गलत बात क्या है,धन्यवाद पत्रकार महोदय जो सही बात सामने लायी,और हम आशा करते हैं आपसे कि गलत इंसान ही होता है,पूरा मुकाम नही आप सही बात को सामने लाये हम आपके साथ है, जो सही हो वो खबर में लाये चाहे ,वो जनता कि आवाज हो या जनता से आये हुए कर्मचारियों की

    • @studyforcivilserviceandgov3488
      @studyforcivilserviceandgov3488 Месяц назад

      Arey Nashta to chhodo Collectorate se jo duties lagti 30-40 km Durr uske liye Jane or aane ka kharche ki baat ager koi meeting bol de to unko aise draya jata hai ki dubara koi na bole

    • @anilpoonia7231
      @anilpoonia7231 28 дней назад

      Promoted to IAS not original IAS

  • @sanandanbhatt2253
    @sanandanbhatt2253 Месяц назад +47

    मा. मुख्यमंत्री जी का सही फैसला येसे हीvip कल्चर खत्म हो गा लेखपाल भाई की क्या गलती अगर भूखे थे और मांग ही लिया तो दरियादिली यह थी कि तुरंत मगाकर नाश्ता करा देते

    • @rishideepsingh
      @rishideepsingh Месяц назад +4

      अरे न करा देते लेकिन बर्खास्त करने की क्या जरूरत थी

    • @2Ramlal
      @2Ramlal Месяц назад

      ​@@rishideepsinghसबक सिखाने के लिए ही तो बेचारू इतना मेहनत कर के DM बने.. वरना खाने पीने भर जरूरत तो DM बाबू के माता पिता ही पूरी कर देते..

  • @tusharsahu5993
    @tusharsahu5993 Месяц назад +63

    उस बिचारे नवनियुक्त लेखपाल को शायद ये ना पता रहा होगा की डीएम साहब और केंद्रीय मंत्री के सामने जो नाश्ता परोसा गया है। उसकी व्यवस्था उनके किसी सीनियर लेखपाल ने ही किया है।।

    • @dr.mushtaqalivaidya931
      @dr.mushtaqalivaidya931 Месяц назад

      Main ne 8 saal Lekhpal ki naukri ki aur baad mein resign kar ke University chala gaya tha. University ke kaam se Noida Tehsil gaya hua tha jahan DM saheb a rahe the. SDM saheb ne mujhe dekha aur dher sare saaman ki list dekar fauran lane ka huk de diya. Woh samjhe main abhi Tehsil ki mulazmat mein hun. Wahan sab uper walon ko dekh kar hi loot khasot karte hain.

    • @mohit17936
      @mohit17936 Месяц назад

      100 pratishat ye hihakikat hai

  • @NarendraYadav-hm7kf
    @NarendraYadav-hm7kf Месяц назад +10

    ये कैसा कलेक्टर है, दस,बीस लोगों के लिए खानपान की व्यवस्था नहीं कर सकते, लानत है ऐसे अधिकारी को। कल इन्ही लेखपालों से काजू पिस्ता खायेंगे

  • @shripatiyadav6137
    @shripatiyadav6137 Месяц назад +141

    नव चयनित लेखपाल गलत नहीं किया है। यदि नाश्ता सम्भव नहीं था तो एक बिस्कुट और एक कप चाय ही दे दिया जाता।बैठक में तो समरूपता होना चाहिए था।

    • @arjunsuriyal9343
      @arjunsuriyal9343 Месяц назад +5

      बजट कम होगा

    • @abhay......7164
      @abhay......7164 Месяц назад

      ​Budget lekhpal ke dwara he diya jata hai bhai​@@arjunsuriyal9343

    • @truth640
      @truth640 Месяц назад +3

      Higher officers are busy.Lekhpal was wrong.Suppose whether cm is meeting with pm and a DM demands equal Nashta.whether he will get ?

    • @varundubey007
      @varundubey007 Месяц назад +8

      डीएम को स्वयं से पहले मातहतों का ध्यान रखना चाहिए ..यही नैतिकता है

    • @Mister_Yoddha
      @Mister_Yoddha Месяц назад

      Sir, digital attendance pr kuch video banaye.. : basic education....

  • @VinodSingh-xy8lb
    @VinodSingh-xy8lb Месяц назад +70

    मैं जौनपुर में अपने खेत की नाप करवाया था, बड़ी मिन्नत के बाद लेखपाल 5000 में माना था, कच्ची के 5000 और पक्की के 8000। आपको धरातल की वास्तविकता पता नहीं है। लेखपाल के लिए 200 रुपए कम लग रहे हैं परंतु सच्चाई यह है किसी भी नाप या पैमाईश में यह लोग हजारों के नीचे बात नहीं करते हैं।

    • @shailendrasonwani8256
      @shailendrasonwani8256 Месяц назад +7

      आपको पता ही नही है लेखपाल को पक्की नाप का अधिकार ही नही है पक्की नाप राजस्व निरीक्षक करता है

    • @DevRaj-se5bi
      @DevRaj-se5bi Месяц назад +2

      You.r.right

    • @AshishTiwari-sh6yx
      @AshishTiwari-sh6yx Месяц назад +6

      नाप के अधिकार ही नही है लेखपाल को,,, आप खुद गलत तरीके से गलत काम करवा रहे हो उससे

    • @p.k.saxena4444
      @p.k.saxena4444 Месяц назад +1

      आपकी बात सत्य है।

    • @kingrahultiwari
      @kingrahultiwari Месяц назад +1

      Kaun kachhi naap lekhpal se karwa rahe the..apko khud kanoon ki samjh nhi

  • @oxidegamerz700
    @oxidegamerz700 Месяц назад +46

    Vip खत्म कराएं, किसान से फीस लेना चाहें सरकार हो या लेखपाल बंद कराएं,आजकल बजाय खाता के गाटे के अनुसार फीस ले रही है,जिसमे किसान के जितने खेत उतनी फीस वसूली जा रही है ,पहले खाते में जितने खेत होते उसके अनुसार फीस ली जाती थी,इसके लिए लेखपाल या अन्य को वेतन व भत्ते समय के अनुसार दिए जाएं।भ्रस्टाचार नीचे से नही ऊपर से बंद हो सकता है।इससे समाज का भला होगा,आप प्रयास करें।

    • @AnkitKumar-cr8xc
      @AnkitKumar-cr8xc Месяц назад +4

      लेखपाल को जितने काम करने पड़ते हैं अगर सही से आकलन किया जाए तो उनकी सैलरी कम से कम डेढ़ लाख से शुरू होनी चाहिए

    • @anityadav135
      @anityadav135 Месяц назад

      Sahi baat bhai 👍

    • @asifjamal3820
      @asifjamal3820 Месяц назад

      ​@@AnkitKumar-cr8xchnn

  • @bpyadav5231
    @bpyadav5231 Месяц назад +23

    आदरणीय दुबे जी आपकी पत्रकारिता को बारंबार प्रणाम है।यह परिवर्तन आपके प्रयास से ही हुआ है

  • @apverma3191
    @apverma3191 Месяц назад +57

    चपरासी बन जाना लेकीन लेखपाल नहीं बनना। हर राजस्व अधिकारी इनको मानसिक रूप से परेशान करता है। क्षेत्र में छुटभैया नेता तो पीछे पड़े रहते हैं , कोई आईजीआरएस करता है कोई विडियो बना लेता है बहुत मुस्कील है आज के समय में नौकरी करना

    • @studyforcivilserviceandgov3488
      @studyforcivilserviceandgov3488 Месяц назад

      Aap kis adhar per aisa bol sakte ho?

    • @user-zy2cg2db3o
      @user-zy2cg2db3o Месяц назад +6

      बहुत मोटी मलाई लेखपाल को मिलती है

    • @KrishnaKumar-so6gr
      @KrishnaKumar-so6gr Месяц назад

      संघ से ताल्लुकात रखो तो चपरासी आईएएस बन सकता है 😮 पूजा

    • @s.psingh8987
      @s.psingh8987 Месяц назад +3

      Bahut Malaai khaate hain lekhpal bhi aur Malaai le ke bhi kaam nahi karte.

    • @uttarpradeshwaale1711
      @uttarpradeshwaale1711 Месяц назад

      Sabse jyaada gareeb kisaano ko yahi lootne ka kaam karte h

  • @devverma3725
    @devverma3725 Месяц назад +9

    भ्रष्टाचार कभी बंद नहीं होगा क्योंकि नैतिकता सबकी मर चुकी है।

  • @RajeshMishra-gc9zx
    @RajeshMishra-gc9zx Месяц назад +52

    एसडीएम डीएम के बंगले का खर्च यही लेखपाल उठाते हैं तो भ्रष्टाचार होगा ही। अधिकारियों का हाल बहुत खराब है।

  • @pranayshukla9506
    @pranayshukla9506 Месяц назад +11

    बहुत ही सही पॉइंट आपने समझा है।
    प्रणाम दादा

  • @krbsinghlani
    @krbsinghlani Месяц назад +5

    ऐसी व्यवस्था ही बन गई है की रिश्वतखोरी हर विभागों में व्याप्त है l रिश्वतखोरी को समाप्त करने के लिए योजनाएं बननी चाहिए l इस देश में जिसको भी मौका मिलता है रिश्वत लेने का या भ्रष्टाचार करने का वह करता ही है अब चाहे डॉक्टर हो वकील हो सरकारी कर्मचारी हो व्यापारी हो नेता हो या उद्योगपति हो l सरकार को निष्पक्ष तरीके से हर विभाग की समस्या को सुनना चाहिए और उसका निराकरण करना चाहिए l लेखपाल की समस्या को सुना नहीं जाता उनकी हड़ताल को दबा दिया जाता है और उनका उत्पीड़न किया जाता है l भूमि से संबंधित कानून में कमियां है अवैध कब्जे लोगों ने बहुत किया हुआ है लेखपाल के हाथों में सारी शक्ति नहीं होती है लेखपाल को कानून के दायरे में रहकर काम करना होता है लेखपाल ऐसा कर्मचारी है जो हर शिकायत का जवाब लिखित रूप मैं देता है जिसको लेकर लोग कोर्ट से लेकर के बड़े अधिकारियों तक के पास में जाते हैं और ऐसे में यह आरोप लगाना की लेखपाल गलत कार्य करते हैं या ठीक नहीं है l यदि आपके अनुसार लेखपाल कार्य करें तो ठीक यदि आपके विपरीत कार्य कर दिया तो लेखपाल गलत हो जाता है घूसखोर हो जाता है 😂 राजस्व विभाग में एक लेखपाल ही है जो सभी अधिकारियों के कार्य खुद ही करता है किसी भी प्रकार की शिकायत प्राप्त होती है वह सीधे लेखपाल को ही भेज दी जाती है चाहे वह लेखपाल से संबंधित हो या नहीं हो और लेखपाल को उस पर रिपोर्ट लगानी ही पड़ती है । जो लोग यह कह रहे हैं कि लेखपाल जमीन नापने के पैसे लेते हैं उनको शायद यह भी नहीं पता कि लेखपाल सिर्फ सरकारी जमीन का ही देखरेख करते हैं जबकि प्राइवेट जमीन का कार्य राजस्व निरीक्षक द्वारा किया जाता है l क्षेत्र में काम करते वक्त लेखपालों पर हमला हो जाता है और जब वह FIR लिखवाने जाता है तो उसकी FIR नहीं लिखी जाती लेखपालों को धरना प्रदर्शन करना पड़ता है FIR लिखवाने के लिए😂 लेखपाल कार्य के दबाव में व कम तनख्वाह के कारण नौकरी छोड़ कर दूसरे विभाग में चले जाते हैं अगर आप लेखपालों से पूछेंगे तो कोई लेखपाल इस विभाग में रहना नहीं चाहता सिर्फ एक कारण है जो लोग यहां पर रुकते हैं ताकि वह घर के नजदीक नौकरी कर सके और उसके ऊपर अधिकारियों की मानसिकता की यदि कोई लेखपाल अपने घर के पास तहसील में नौकरी करने की अर्जी देता है तो उसे और दूर तहसील में भेज दिया जाताहै😂 जिंदगी भर नौकरी करने के बावजूद आलम यह है कि बहुत सारे लेखपाल लेखपाल के पद से ही रिटायर हो जाते हैं इनका प्रमोशन ही नहीं होता बहुत सारे लेखपाल सर्विस पीरियड में ही कार्य के दबाव कारण परलोक सिधार जाते हैं l एक लेखपाल को एक क्षेत्र दिया जाना चाहिए जबकि कई के पास दो या तीन क्षेत्र होते हैं और अतिरिक्त क्षेत्र का कोई मुआवजा देय नहीं होता l एक जिलाधिकारी दो या तीन जिले संभालता है क्या?😂 जो लोग नए नए ज्वाइन करते हैं बहुत खुश रहते हैं लेकिन बाद में उनसे खुशी का आलम पूछिए जरा😂 हां यदि उनके कार्य के अनुरूप उन्हें वेतन मिलता तो शायद खुश रहते l

  • @user-nk2qp5xv8q
    @user-nk2qp5xv8q Месяц назад +6

    मुझे भी बड़ा आश्चर्य हुआ था यह सुनकर जब केवल नाश्ता मांगने पर नवनियुक्त कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया।

  • @RameshGupta-po2ew
    @RameshGupta-po2ew Месяц назад +10

    नाश्ता कौन सा डीएम साहब अपने पैसे से खा रहे थे वह भी तो लेखपालों से ही पैसा लेकर तैयार किया गया होगा यदि उसमें से लेखपालों को भी दे दिया जाता तो क्या पाप हो जाता

  • @user-rm7zy5gg6v
    @user-rm7zy5gg6v Месяц назад +51

    दादा प्रणाम
    नमन है आपकी पत्रकारिता को
    ऐसी निर्भीकता और सत्यवादिता दुर्लभ है।

    • @thephysicscatalyst6048
      @thephysicscatalyst6048 Месяц назад

      Bihar health department ne community health officer ki 4500 vacancy release ki jisme general category k liye ek bhi seat nahi hai, ispe sabhi lapaata hai

  • @ravi23453
    @ravi23453 Месяц назад +7

    निष्पक्ष रिपोर्टिंग के लिए बारम्बार प्रणाम सर

  • @aaryadixit3307
    @aaryadixit3307 Месяц назад +6

    नमन है आपको लेखपाल की समस्या पर सबका ध्यान आकृष्ट करने के लिए।
    अन्यथा सब लेखपाल के नाम आने पर सब मौन हो जाते है और सब उसे ही दोषी मानते हैं। उनकी पीड़ा कोई नही समझता, सादर प्रणाम आपको

  • @basudeosingh984
    @basudeosingh984 Месяц назад +1

    मोदी की नाटकबाजी है। नियुक्ति पत्रों का इस तरह से बांटना। मानो इससे पहले कभी नियुक्तियां हुई ही नहीं।

  • @anandkumargautam5152
    @anandkumargautam5152 Месяц назад +5

    सर आप कहावत कहे कि एक मास्टर साहब 400रुपरा में Dug डूग माने कुत्ती पढा़ रहे थे तो उस स्कूल का बदनामी हो रहा था लेकिन आज उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूल के मास्टर की तनख्वाह 60 हजार रुपया है लेकिन एप्पल की इस्पेलींग तक नहीं पता है उस विषय पर भी एक बार बोले ताकी गांव के स्कूल में अधिकतर गरीब के ही बच्चे पढ़ते हैं न की सरकारी मास्टर के बच्चे।

  • @CHANDANSingh-wk2di
    @CHANDANSingh-wk2di Месяц назад +8

    सह्रदय धन्यवाद आदरणीय दुबे जी ,आपने आज बो दिखया है जो वास्तविकता में हकीकत है ।भर्ती से पहले 1 लेखपाल के पास 15-20 गाँव का चार्ज रहता है ऐसे में काम की अधिकता और चुनाव का काम आदि कर पाना बमुश्किल ह्यो जाता था कभी कभी तो ऐसा लगता था कि काम ह्यो जाए /सूचना चली जाए /रिट आदि कोर्ट पंहुच जाए भले गांठ से 5-10हजार खर्च हो जाये ऐसे भी दिन गुजरते ।कहीं कहीं राजनीतिक व्यक्ति से हॉट टॉक आदि का भी सामना करना पड़ता है इस धरा पर जो भी काम है बिना लेखपाल के सम्भव नही ।दुबे जी आपका बहुत बहुत आभार धन्यवाद ❤❤

  • @jchaudhary6449
    @jchaudhary6449 Месяц назад +31

    आदरणीय श्रीमान आपने अपने छोटे से वंतव्य में लेखपालों की तमाम समस्याओं को जनता के समक्ष लाया है इसके लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
    लेखपालों के पास इस समय अनगिनत कार्य और अनगिनत समस्याएं हैं आपसे निवेदन है कृपया लेखपालों की जो वास्तविक दिनचर्या कटिनाइयां हैं उन पर आप एक विस्तृत वंतव्य साझा करेंगे।
    कुछ मेरे भाई लेखपालों के प्रति नकारत्मक हैं या हो सकता ही निजी तौर पर परेशानी का सामना करना पड़ा हो तो किसी व्यक्ति विशेष के व्यवहार से हुई आपको परेशानी से समूचे लेखपाल वर्ग को दोष दिया जाना उचित नहीं है फिर भी आपसे यही आग्रह करूंगा की एक आठ दिवस किसी लेखपाल के साथ गुजारिए तो आप सही मूल्यांकन कर पाएंगे। अन्य छुट्टियों की तो बात ही क्या ये रविवार की छुट्टी भी यदा कदा नसीब होती है।

  • @devsingh1988
    @devsingh1988 Месяц назад +7

    बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय जो आप ने हकीकत से लोगों को अवगत कराया

  • @VipinKumar-ig7xc
    @VipinKumar-ig7xc Месяц назад +2

    अब लेखपाल नियुक्ति पत्र वितरण को किसी पर्व की भांति सरकार ने प्रदर्शित किया ये बहुत ही सराहनीय कार्य है जब प्रदेश में भर्ती प्रक्रिया में 8 से 9 वर्ष लगते हो तो समारोह होना चाहिए

  • @ravisavi7149
    @ravisavi7149 Месяц назад +5

    धन्यवाद सर! बहुत ही अच्छा विश्लेषण!

  • @sohansagar3716
    @sohansagar3716 Месяц назад +26

    बहुत बहुत धन्यवाद सर जी, लेखपालों की आवाज उठाने के लिए , प्रदेश के 1500 से 2000 लेखपाल ट्रांसफर का इंतजार कर रहे है, 9 साल से कृपया इस मुद्दे को भी उठाई ये

    • @BrajbhushanDubey
      @BrajbhushanDubey  Месяц назад +5

      ओके

    • @madhuSingh-xt8ev
      @madhuSingh-xt8ev Месяц назад

      ​@@BrajbhushanDubeypranam sar mujhe bahut kuchh aapko batana hai mujhe aapka number chahie ek Mudda aur bhi sar uthaie mujhe aapse baat karni hai please sar main prayagraj se hun mujhe aapka number chahie

    • @vinodkumartyagi2202
      @vinodkumartyagi2202 Месяц назад

      ​@@BrajbhushanDubeyप्रदेश सरकार के नोकर हो जिले या ब्लॉक के नही।

    • @uttarpradeshwaale1711
      @uttarpradeshwaale1711 Месяц назад

      @@sohansagar3716 transfer hone par lekhpal bhole bhale kisaano ko lalach dekar thag lejaate h

  • @jainarayanbishnoi5571
    @jainarayanbishnoi5571 28 дней назад

    मार्कण्डेय जी कहना आपका सटीक है आप बेबाक पत्रकारिता करते है यू पी मे कानून व्यवस्था सुधरी है परन्तु घूसखोरी कम नही हुई और पहले वाले शासन चाहे बहिनजी हो या अखिलेश और अखिलेश के समय तो अंसारी आजम और दो भाई जो मारे गये वो शासन चलाते थे अब बदलाव जरूर आया है

  • @pradeepsinghyadav193
    @pradeepsinghyadav193 Месяц назад +13

    बहुत अच्छा काम हुआ है कभी कभी लोग अपने पावर का गलत इस्तेमाल करते हैं।

  • @dhaneshwarprasad4752
    @dhaneshwarprasad4752 27 дней назад +1

    नेताओं और बडे औफीसरों को समुचित नियुक्ति पत्र देना भर्ती नियमों का उलंघन है। नियोक्ता ही नियुक्ति पत्र दे सकता है।

  • @guruprasadprasad4653
    @guruprasadprasad4653 Месяц назад +4

    पंडित जी आपकी पतृकारिताको‌ कोटि-कोटि प्रणाम

  • @dmb376
    @dmb376 Месяц назад +7

    नमन है साहब आपकी पत्रकारिता पर जो इस राम राज्य के कोतूहल में कही खो गई
    आप जो इतना बेधड़क बोलते हैं
    क्या बात सरकार की क्या पोल खोलते हैं।

  • @shailendrachauhanr.s.i5821
    @shailendrachauhanr.s.i5821 Месяц назад +6

    महोदय यदि हमारे जायज भक्तों में वृद्धि कर दी जाए तो हमें किसी से किसी प्रकार की धन की आवश्यकता नहीं है

  • @kuldeep2373official
    @kuldeep2373official Месяц назад +9

    एक मेरे साथी नायब तहसीलदार पद के लिए चयनित हुए थे किंतु नियुक्ति पत्र डाक से ६ माह बाद प्राप्त हुआ। फिर कोर्ट के आदेश द्वारा २ साल बाद नियुक्ति मिली।

  • @user-dx6vz3pj3r
    @user-dx6vz3pj3r Месяц назад +4

    आपका प्रयास सफल रहा गुरुजी, आपको बहुत बहुत बधाई।

  • @ashokagarwal8476
    @ashokagarwal8476 Месяц назад +2

    कौन-सा डीएम नाश्ता ही नहीं हिस्सेदारी भी नहीं मांगता है । हजारों से नीचे बाल से काम के ले लेता है समस्त लेखपालों की सम्पत्ति की जांच होनी चाहिए

  • @kshetrapalsharma4105
    @kshetrapalsharma4105 Месяц назад +9

    जनता के खर्च पर , इस तरह के आयोजनो पर खर्च अवांछित है।
    जनता तो कराधान से ही पहले से त्रस्त है।

  • @siddhstats
    @siddhstats Месяц назад +7

    जिला शाहजहांपुर में उच्च अधिकारी द्वारा सभी लेखपालों को आदेश दिया गया है कि अपनी धनराशि से बाढ़ प्रभावितो को भोजन उपलब्ध कराये और सभी लेखपाल ऐसा कर रहे हैं और उसके बाद भी जब बड़े अधिकारी, विधायक और सांसद बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में जाते हैं तो वह लेखपाल को ही डांट लगा रहे हैं।

  • @-principalofnature2653
    @-principalofnature2653 Месяц назад +12

    बहुत बहुत साधुवाद आपको लेखपालों की तकलीफ को समझने के लिए।

  • @dhamsinghnikhurpa1337
    @dhamsinghnikhurpa1337 Месяц назад +5

    ये खुद जम के नशता करगे इनको दूसरों का भूख महसूस नहीं होता है

  • @vikasmishra5096
    @vikasmishra5096 Месяц назад +5

    आपके निष्पछ पत्रकारिता को दिल से प्रणाम

  • @arunsaxena1330
    @arunsaxena1330 27 дней назад +1

    आइएएस अधिकारी में पागलपन का दौरा क्यों? विचारणीय विषय है।
    ये मनुष्य क्यों नहीं बन पाते।

  • @azamazam4678
    @azamazam4678 Месяц назад

    प्रमोशन कर दिया गया है।सचिव बना दिये गये हैं ।

  • @amitshine1630
    @amitshine1630 Месяц назад +2

    Thanks for supporting lekhapal
    इस समय हमारा लेखपाल संघ निश्चित रूप से पीड़ा से गुजर रहा है वर्कलोड पहले से बहुत ज्यादा है

    • @uttarpradeshwaale1711
      @uttarpradeshwaale1711 Месяц назад

      @@amitshine1630 sahi baat h rishvat lete hi workload khatm ho jaata h

  • @bhanugurjar967
    @bhanugurjar967 Месяц назад

    जो लोग DM से मिलने जाते हैं उनको भी TA, DA और वाशिंग एलाउंस भी दिला दिया करो।

    • @bhanugurjar967
      @bhanugurjar967 Месяц назад

      और एक दिन का वेतन भी दिला दिया करो।

  • @Rathi-5555
    @Rathi-5555 Месяц назад +1

    साहब पंचायत सहायक की भी आवाज बनो क्योंकि 6000 रुपए है मानदेय है
    1 महीने में 10 मीटिंग रखते हैं ब्लाक पर
    कोई ट्रांसपोर्ट नहीं मिलता

  • @rohitbramhabhatt7176
    @rohitbramhabhatt7176 Месяц назад +2

    पूज्यनीय दूबे जी प्रणाम 🙏
    आपकी ईमानदार पत्रकारिता के लिए सदर नमन वर्तमान समय में आप ही ऐसे पत्रकार हैं जो सही को सही और गलत को गलत कहने की क्षमता रखते हैं न पद का लालच न किसी चीज का भय लेखपाल को गाली देने वाले लोग तो बहुत हैं पर उनके जीवन की जटिलताओं को बिरले ही समझ पाते हैं पुनः सादर अभिवादन

  • @satyamsingh2709
    @satyamsingh2709 Месяц назад +5

    बहुत ही अच्छी ग्राउंड रिपोर्टिंग🙏

  • @lalbahaduryadav4486
    @lalbahaduryadav4486 Месяц назад +5

    लेखपाल गलत नहीं थे, डीएम अहंकारी है।।

  • @yadavs.n6709
    @yadavs.n6709 Месяц назад

    Thanks so much Dubay sir... good Analysis

  • @RanjeetKumar-cd5yi
    @RanjeetKumar-cd5yi Месяц назад +3

    Sir aap jaise imandar aur nirbhik patrakar hi sahi logo ko is kalyug me jine ki aas deta h

  • @pushpsingh1194
    @pushpsingh1194 Месяц назад +2

    आपका कार् बहुत अच्छा है उच्च अधिकारी हर जिले के कर्मचारियों के लिए शत्रु बन गए हैं केवल मुख्यमंत्री के चार्ट करता में लगे रहते हैं

  • @rishideepsingh
    @rishideepsingh Месяц назад +6

    Adhikari कितना भी अपनी लालफीताशाही नहीं छोड़ते।

  • @lalchandrmishra5864
    @lalchandrmishra5864 Месяц назад +6

    भा ज पा की सरकार मे सबसे बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार हर काम का ढिंढोरा पीटती है लेकिन अपने भ्रष्टाचार का प्रदेश मे महगाई का प्रदेश मे हर पेपर लीक का बेरोजगारी का पुलिस थाना का तहसील मे भ्रष्टाचार का ऐसे तमाम समस्या का ढिंढोरा नही पीटती है

  • @ghanshyamsingh6757
    @ghanshyamsingh6757 Месяц назад +1

    जांच का विषय यह भी है कि डी एम साहब जो नाश्ता कर रहे थे उसमे क्या क्या था और उसकी व्यवस्था किस मद से हुई थी?

  • @harishgautam9207
    @harishgautam9207 Месяц назад +5

    लोग एक ही पक्ष पर बोलते है लेकिन आपने दोनो पक्षों का विश्लेषण किया । ईमानदारी पारदर्शिता ये एक पक्ष है आपने दूसरा पक्ष बताया कम भत्ते का ।धन्यवाद🙏

  • @user-yb2vj2em5m
    @user-yb2vj2em5m Месяц назад +1

    Brajbhushan Dube ji,
    मौलिक अधिकार के साथ ही साथ राष्ट्र के लिए अपने स्वयं का अनुशासन भी अपेक्षित है। हम भारतीयों को यह घर से भी शिक्षा दी जाती है कि हमें खाने के लिए नहीं बल्कि जीने के लिए खाने चाहिएं। खाने के लिए शिकायत करना और वो भी कुछ लमहे के दौरान,........ इंसानियत को भी झकझोर कर रख देती है। बाकी अपनी-अपनी सोच।

  • @asifjamal3820
    @asifjamal3820 Месяц назад +4

    बहुत शोषण होता है लेखपालों का आज घुस के मामले मे लेखपाल बदनाम है ये घूसखोरी को बढ़ावा अधिकारी /शासन के लोग ही अप्रत्यक्ष रूप से देते है

  • @alokpandey7516
    @alokpandey7516 Месяц назад +4

    *ये dm शिक्षा विभाग में सचिव बन गया है।*
    *टकलू चचा का dm है।*

  • @OmPrakash-hq7yy
    @OmPrakash-hq7yy Месяц назад +5

    यदि लेखपाल बिना पैसे के काम नहीं कर ते तो किसकी जिम्मेदारी बनती है इस सिस्टम को कौन ठीक करेगा

    • @AnkitKumar-cr8xc
      @AnkitKumar-cr8xc Месяц назад +3

      मास्टर लोगो को बिना किसी काम का 60-70 हजार वेतन दिया जाता है तब आप लोग कुछ नही बोलते, लेकिन लेखपाल को 10 गुना वेतन कम मिलता है उनके काम के अपेक्षा तब आपके मुंह में दही जम जाता है

  • @colaksingh9620
    @colaksingh9620 Месяц назад +6

    लेखपाल नामक सरकारी कर्मचारी समाज में *महाभ्रष्ट और घूसखोर* माना जाता है, ऐसी धारणा है।

  • @Abhishekyadav-kx6jc
    @Abhishekyadav-kx6jc Месяц назад +7

    गुरु जी थाने बिक रहे है, चंदौली का saiyedraja thana प्रभारी 40-50 lakh mounthly निकाल रहा है, ट्रक वालो से बहुत लंबी वसूली हो रही है, मेरे भी 20 truck hai 🙏🙏🙏🙏 इसपर video करे

  • @deenanathdwivedi8202
    @deenanathdwivedi8202 Месяц назад

    आदरणीय!
    सादर नमन।
    आपके समाचार वाचन की शैली मौलिक,रोचक शब्द सौष्ठव तथा प्रभावकता अद्वितीय है।

  • @Aajad777
    @Aajad777 Месяц назад

    DM को बड़ा दिल दिखाना था बेचारे को खाना खिला देते ये नैतिकता है लेकिन हिम्मत तो देखिए जो आदमी अपने सुपर बॉस से खाना मांग सकता है वो जनता का काम बिना मोटी रकम के कैसे करेगा ।

  • @RamNath-yy7yo
    @RamNath-yy7yo Месяц назад +2

    You are great thanks

  • @ArvindSingh-ec1tb
    @ArvindSingh-ec1tb Месяц назад +4

    दुबे जी आप जैसे लोग मुद्दा उठाने और सिस्टम पर बोलने वाले कुछ लोग होना चाहिए चुके देश में सिस्टम पर बोलने वाले की संख्या दहाई में भी नही है?

  • @satyavirsingh2132
    @satyavirsingh2132 Месяц назад +1

    बहुत-बहुत dhanyvad aadarniy aapane hakikat se logon Ko avgat karaya

  • @asalamkhan990
    @asalamkhan990 Месяц назад +4

    ईमानदार आदमी हर परिस्थिति में ईमानदार ही रहता है चाहे उसको पैसा मिले या भूखा रहे, ये कोई बात नहीं कि साईकिल भत्ता कम है तो घूसखोरी जायज है। उसके लिए धरना प्रदर्शन का रास्ता खुला है और कोर्ट का भी।

    • @lowerpcsmaines8562
      @lowerpcsmaines8562 Месяц назад +1

      अगर कोई किसान हाईकोर्ट में रिट याचिका डालता है तो उसे रिट याचिका का जवाब बनवाने की प्रति लेखपाल को 5000 से 10000 का खर्चा आता है

  • @shailendrachauhanr.s.i5821
    @shailendrachauhanr.s.i5821 Месяц назад +4

    महोदय
    आपको को अवगत कराना चाहेंगे कि उत्तर प्रदेश के समस्त लेखपालों से जितना काम लिया जाता है वह बहुत ही अधिक है उनकी सैलरी की अपेक्षा

    • @uttarpradeshwaale1711
      @uttarpradeshwaale1711 Месяц назад

      @@shailendrachauhanr.s.i5821 salary leta kaun h sab haram par pal rhe hai

  • @sonumishra7528
    @sonumishra7528 Месяц назад +7

    शानदार दुबे जी ❤

  • @VinayKumar-ep1kk
    @VinayKumar-ep1kk Месяц назад +1

    Your impartial and genuin journalism wins the heart everytime

  • @AnkitShrivas-f1l
    @AnkitShrivas-f1l Месяц назад +4

    शानदारपत्रकारिता

  • @user-sf9sy8rp4m
    @user-sf9sy8rp4m Месяц назад +12

    दुबे जी हर गांव व क्षेत्र में लेखपालों के द्वारा भोले भाले किसान व नागरिक से पैसा लेकर झगड़ा लगाने का काम करते हैं एक लेखपाल है जो मुहम्मदपुर कुसुम उसका हलका है जो गाजीपुर कासिमाबाद में पड़ता है बहुत ही धन उगाही काम करता है उसका नाम त्रिपुरारी पांडेय है उसको सस्पेंड कर देना चाहिए उससे वहां की जनता तंग आ गई है

    • @alokpal1203
      @alokpal1203 Месяц назад

      Apko pata hona chahiye agr lekhpal doshi h to doshi adhikari b h jo majbur krte h kabhi system k bare m janna aur ha kuchh hote h jo jyada shoshan krte h lekhpal un per jarur karywahi honi chahiye

  • @khetijunction6583
    @khetijunction6583 28 дней назад

    तहसील एवं रजिस्ट्री आफिस में छोटे से छोटे काम के लिए 10 हजार से 5 हजार आफिस खर्चा के नाम पर वसूली होती है। इस विषय में भी सरकार को कार्य वाही करनी चाहिए

  • @vijaykishor617
    @vijaykishor617 Месяц назад

    वरिष्ठ पदाधिकारियों का भ्रष्टाचार और दबंगई सिर चढकर बोलता है। कोई देखने पुछने वाला नहीं है।

  • @avinashmishra677
    @avinashmishra677 Месяц назад +3

    Sahab aap to poora system hi khol diye
    Gazab

  • @bsybsy512
    @bsybsy512 Месяц назад +1

    बहुत बहुत धन्यवाद सर , आप ने जो इस मुद्दे को उठाया आप किसी लेखपाल से मिलकर लेखपालों की समस्या तथा कार्य के अनुसार जो सुविधा व भत्ते है को जानकर एक वीडियो बनाये तब जाकर ये समझ मे आएगा कि लेखपाल अधिकारी व सरकार के शोषण से ग्रसित होकर जनता के बीच किस प्रकार कार्य करता है और जिसका दंश स्वयं झेलता है व बदनामी की चादर ओढ़कर कार्य करता है साथ ही जनता भी झेलती है । यदि सरकार पदों के सापेक्ष नियुक्ति कर दे तथा कार्य के अनुसार वेतन व भत्ते दे दे तथा अनावश्यक दूसरे विभागों का काम लेखपाल के ऊपर न थोपा जय तो अधिकांश जनता का काम समय से पूरा हो जाएगा तथा जनता को अनावश्य भाग दौड़ से मुक्ति मिल जाएगी । तथा भ्रष्टाचार भी लगभग पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा।

  • @chaurasiarajesh778
    @chaurasiarajesh778 Месяц назад

    Bhut shi kha❤

  • @SanjayKumar-xc9yl
    @SanjayKumar-xc9yl Месяц назад +1

    Very good Sir, Salute aapko
    Aise discourse ke liye

  • @AnujVerma-sq6sx
    @AnujVerma-sq6sx Месяц назад +1

    Bhut hi umda baat khi aapne sir

  • @1234567849570
    @1234567849570 Месяц назад +2

    तहे दिल दे धन्यवाद ❤

  • @user-gz2go6pe3h
    @user-gz2go6pe3h Месяц назад +1

    Leckhpal 5000ke Bina jareef Nahin rakhte

  • @arjunnegi4578
    @arjunnegi4578 23 дня назад

    छोटे-छोटे कर्मचारियों के साथ चाहे वे किसी भी बिभाग में हो ऐसा ही होता है उन्हें अपनें ही जेब से भी खाने को नंही मिलता

  • @user-fr7vj7ue8z
    @user-fr7vj7ue8z Месяц назад

    लेखपाल खुद को राज्यपाल समझते हैं, अभी नौकरी के शुरुआत में यह हाल है तो उसे लेखपाल का आगे क्या होता है, बर्खास्त की का कदम बहुत उचित है

  • @mushtaque3370
    @mushtaque3370 Месяц назад +12

    ऊपर वाले के पद को देखकर ही नीचे के लोग भ्रष्टाचार की ओर उन्मुख होते हैं।

  • @CharanSingh-de9eu
    @CharanSingh-de9eu Месяц назад +4

    आपके अथक प्रयास और वीडियो ने आखिर कार इस दोषी और सत्ता के नशे में चूर डीएम को सस्पेंड कर ही दिया और उस लेखपाल के साथ न्याय में आपकी भागीदारी भी अतुलनीय है। जय हिंद

    • @rudraa2zvlogger136
      @rudraa2zvlogger136 Месяц назад

      Aisa kuch N hua suspend kuch ni hua kai ias K transfer huy h

  • @jaganverma7433
    @jaganverma7433 Месяц назад

    लेखपाल सबसे सबसे ज्यादा भ्रष्ट है। भ्रष्टाचार को रोका जानाचाहिए इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती खुले आम पैसे लेते हैं और किसानों का काम नहीं करते हैं आज दिन तहसील के चक्कर लगाते रहते हैं

  • @BalbirSingh-oi1hg
    @BalbirSingh-oi1hg 27 дней назад

    थाने में पुलिस कार्मिकों के लिए खाने की व्यवस्था नहीं है और होना चाहिए

  • @user-pd3nc5mt7d
    @user-pd3nc5mt7d Месяц назад

    भृष्टाचार की जड़ें ऊपर होती हैं यदि ऊपर वाले ईमानदार हों तो नीचे वाले की मजाल कि दो रुपए भी किसी से माँग ले,
    पुराने समय के बने पुल, इमारतें आज भी अच्छी हालत में हैं जबकि नये निर्माण किया जा रहे उदघाट्न से पहले या बाद में गिर जाते हैं.

  • @akhileshkumarmaurya9566
    @akhileshkumarmaurya9566 Месяц назад +3

    दूवेजी सादर प्रणाम 200 रुपए बिजली विभाग के टेक्निशियन को भी दिया जाता है और 20से25 किलोमीटर तक का फाल्ट सही करवाया जाता है ‌और राजस्व वसूली कराया जाता है कभी इस पर भी आवाज उठाइये

  • @piyushtripathi472
    @piyushtripathi472 Месяц назад +5

    Sadar pranam 🙏

  • @DineshKumar-bq6qx
    @DineshKumar-bq6qx Месяц назад

    100%right

  • @laxminathmishra8643
    @laxminathmishra8643 Месяц назад +1

    आप लोगों की कृपा से बच गया अन्यथा कार्यवाही तो हो ही गई थी दुबे जी

  • @ravishankersrivastava8509
    @ravishankersrivastava8509 22 дня назад

    पत्रकार महोदय आजकल के हल्का लेखपाल को पुराने समय के लेखपाल अब पुराने के समय के लेखपाल नहीं रह गए हैं आज के समय के लेखपाल भूमाफिया संगठित आपराधिक गिरोह के सरगना हो गए हैं इन लेखपालों से और इलाका थाना प्रभारी दोनों मिलकर इलाका में भूमाफिया आपराधिक संगठित गिरोह के सरगना होकर इलाका के गरीब निरीह बेसहारा भोली भाली इज्जतदार शरीफ इज्जतदार परिवारों के लोग तरह तरह से तंग परेशान होकर इंसाफ के लिए दर दर भटकते हैं लेकिन पुलिस विभाग के इलाका थाना प्रभारी सहित सी ओ पुलिस और पुलिस अधीक्षक और राजस्व विभाग के हल्का लेखपाल कानूनगो तहसीलदार एस डी एम राजस्व और जिलाधिकारी पीड़ित को न्याय नहीं मिलने देते हैं बार बार मुख्य मंत्री पोर्टल पर गलत रिपोर्ट पेश करके पीड़ित को न्याय नहीं मिलने देते हैं और लोवर कोर्ट से लेकर हाई कोर्ट इलाहाबाद मे भी राजस्व विभाग एवं पुलिस विभाग के अधिकारीयों द्वारा गलत रिपोर्ट पेश करके पीड़ित को न्याय नहीं मिलने देते हैं और अपराधियो के खिलाफ एफ आई आर दर्ज नहीं होने देते 4और यदि एफ आई आर दर्ज कोर्ट के आदेश से हो जाता है तो विवेचना का रिपोर्ट गलत तरीके से पेश करके फाइनल रिपोर्ट पेश करके एफ आई आर खत्म करा दिया जाता है किसी अपराधी को गंभीर संज्ञेय अपराध में संज्ञेय धाराओं मे गिरफ्तारी नहीं किया जाता है पुलिस सरकार के मुकदमे की सरकारी कोर्ट इंस्पेक्टर से मुकदमे की पैरवी नहीं करने के लिए थाना प्रभारी पैरवी नहीं करते है इस प्रकार से पीड़ित गरीब निरीह बेसहारा भोली भाली इज्जतदार शरीफ पुरुष महिलाओं को थाना प्रभारी सहित पुलिस अधीक्षक और हल्का लेखपाल कानूनगो तहसीलदार एस डी एम राजस्व और जिलाधिकारी न्याय नहीं मिलने देते हैं हर जगह की कहानी है

  • @uttarpradeshwaale1711
    @uttarpradeshwaale1711 Месяц назад

    आप देश में हर सरकारी विभाग में बिना रिश्वत के काम करा सकते हैं राजस्व विभाग को छोड़कर ।

  • @snowcrystal10
    @snowcrystal10 Месяц назад

    एक रजिस्ट्री
    रजिस्टार 4000से 6000
    नायाब/तहसीलदार 3500
    लेखपाल 2000
    अपलोड 2000
    ज्ञान न बाटे

  • @asheeshk426
    @asheeshk426 Месяц назад +7

    लेखपाल सबसे भ्रष्ट पोस्ट है राजस्व मामले के विवादों के 90 प्रतिशत मामले लेखपाल के कारण ही बने हुए हैं..इस पोस्ट को ही समाप्त करना होगा

  • @RamjiyawanGautam-ne3cx
    @RamjiyawanGautam-ne3cx Месяц назад +1

    द्विवेदी जी आप को ❤️ से सैल्यूट 🙋

  • @pawankumarverma2599
    @pawankumarverma2599 Месяц назад +2

    Jai ho patrakar mahoday

  • @n.k.katiyar5533
    @n.k.katiyar5533 Месяц назад +1

    धूर्तता और मक्कारी रग रग में बसी होती है बातें आदर्शवादी करते हैं और काम वही करते हैं जो नहीं करना चाहिए।

  • @arunkumarsingh4559
    @arunkumarsingh4559 Месяц назад

    लेखपाल 200 रू साईकिल भत्ता में पूरे महीने भर तहसील और क्षेत्र का भ्रमण करता है अब क्या ही कहा जाय कि क्या करे ।