संस्था से संपर्क हेतु इस फॉर्म को भरें: acharyaprashant.org/enquiry?formid=209 जीवन के महत्वपूर्ण प्रश्नों के समाधान हेतु: solutions.acharyaprashant.org
बहुत-बहुत धन्यवाद। आप बहुत नेक, आवश्यक काम में मदद कर रहे हैं। मेरी शुभकामनाएँ आपको।😇 आशा है कि और लोग आपसे प्रेरित होकर कम से कम 50-100 रुपये दान करेंगे। हमारा छोटा-सा भी योगदान बड़ा बदलाव ला सकता है।🙌
Jis din man ko ye samajh aa gaya ki ye sansaar esa hi hai, tujhe dukhi ya sukhi hone ki jaroorat nhi hai.tu toh hai hi Aanand Swaroop us din jeete ji makhi ude jati hai. body ko jb girna hoga gir jayegi.lekin ye chhoti si baat samajh m aane m hi umar beetati jati hai.kuchh ko samjh aata hai toh bohuton ko nhi samjh aata.❤️❤️🙏 Acharya Ji.
मूलरूप से इच्छा है अहं वृत्ति की जो संतुष्टि पाना चाहती है, पर वो खड़ी पदार्थ के बूते है क्योंकि अगर पदार्थ नहीं होगा तो इच्छा खड़ी कैसे होगी? *आचार्य जी*
आचार्य प्रशांत जी से संपर्क के माध्यम: बोध शिविर देश भर में आयोजित करे जाने वाले इन शिविरों का एक अलग ही माहौल होता है। शास्त्रों का अध्ययन, मन का गहरा अवलोकन, संगीत, नृत्य, ध्यान, इत्यादि इन शिविरों के मुख्य बिंदु होते हैं। पिछले १० वर्षों में आचार्य प्रशांत जी के नेतृत्व में आयोजित लगभग सौ बोधशिविरों का लाभ हज़ारों प्रार्थी उठा चुके हैं। देश के प्रमुख महानगरों में तो ये शिविर आयोजित होते ही हैं, साथ ही हिमालय के शांत एवं निर्मल स्थलों पर भी इनका आयोजन किया जाता है। अगले बोध शिविर का हिस्सा बनने हेतु ईमेल करें: requests@advait.org.in या फिर संपर्क करें: +91 8376055661 / 9818591240 / 9457214165
Retambhara Singh Ji, Blessed you indeed are that you chanced upon Acharya Ji's Shabdyog Satsangs. These Shabdyog Satsangs are a result of Acharya Prashant Ji's Spiritual retreats and Online Courses where seekers have got the opportunity to stay close to the Master!
To connect more closely with the teachings of Acharya Ji, do share your contact details with us or Call/Whatsapp at: +91-9634750710. Stay blessed!
आचार्य प्रशांत जी से संपर्क के माध्यम: बोध शिविर देश भर में आयोजित करे जाने वाले इन शिविरों का एक अलग ही माहौल होता है। शास्त्रों का अध्ययन, मन का गहरा अवलोकन, संगीत, नृत्य, ध्यान, इत्यादि इन शिविरों के मुख्य बिंदु होते हैं। पिछले १० वर्षों में आचार्य प्रशांत जी के नेतृत्व में आयोजित लगभग सौ बोधशिविरों का लाभ हज़ारों प्रार्थी उठा चुके हैं। देश के प्रमुख महानगरों में तो ये शिविर आयोजित होते ही हैं, साथ ही हिमालय के शांत एवं निर्मल स्थलों पर भी इनका आयोजन किया जाता है। अगले बोध शिविर का हिस्सा बनने हेतु ईमेल करें: requests@advait.org.in या फिर संपर्क करें: +91 8376055661 / 9818591240 / 9457214165
तुम इच्छाओं के खेल में इसलिये फंसे हुए हो क्योंकि जो दो है उसका आदर कर रहे हो और जो एक है(सत्य है)उसका अनादर कर रहे हो। सत्य के अनादर का एक ही अर्थ है - जो अपने आस-पास है उसका बहुत आदर कर दिया है। फ़ालतू चीजों का आदर करना ही सत्य का अनादर करना है। *आचार्य जी*
Jo purani video hoti h Sir pls unpe icon pehle k face Vale acharya g ki lgaya kijiy taki pta chl ske video ab ki h ya purani kyoki purani video jyada basic smjati h bjay ab ki video k...
आचार्य प्रशांत जी से संपर्क के माध्यम: बोध शिविर देश भर में आयोजित करे जाने वाले इन शिविरों का एक अलग ही माहौल होता है। शास्त्रों का अध्ययन, मन का गहरा अवलोकन, संगीत, नृत्य, ध्यान, इत्यादि इन शिविरों के मुख्य बिंदु होते हैं। पिछले १० वर्षों में आचार्य प्रशांत जी के नेतृत्व में आयोजित लगभग सौ बोधशिविरों का लाभ हज़ारों प्रार्थी उठा चुके हैं। देश के प्रमुख महानगरों में तो ये शिविर आयोजित होते ही हैं, साथ ही हिमालय के शांत एवं निर्मल स्थलों पर भी इनका आयोजन किया जाता है। अगले बोध शिविर का हिस्सा बनने हेतु ईमेल करें: requests@advait.org.in या फिर संपर्क करें: +91 8376055661 / 9818591240 / 9457214165
Ye sab bahut confusing hai... Agar sab padarth hai to mukt kya hona chahta hai... Aur vo jo bhi mukt hona chahta hai kyunki vahi uski naisargik sthiti hai, to inn pravruttiyon me vo pada hi kaise, aur kyun?
Vo khud se ni pda maya ka jaal use usme pda deta h.. or vo apne asli roop ko bhul jata h... kyoki maya bhut hi romanchak or colourful hoti h ab vo usi me kho jata h or apne apko yad krne ki kosis b ni krta h. .
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आपने तो जिंदगी सवार दी acharyji
कैंचीधाम के सत्र सब अमृत हैं🙏🙌🌺🙏
जब तक शरीर को महत्व देते रहोगे, शरीर को जिंदा समझते रहोगे, तब तक बस 'मौत' की तरफ बढ़ते रहोगे।
*आचार्य जी*
Pranam Aacharya ji aap ki video Ko dekhkar hamen jivan aur mrutyu ke bare mein sahi Gyan prapt hua
शरीर हैं लेकिन, मैं तो मुक्त हूं (मौन) धन्यवाद सर जी 🙏🙏
मूल इच्छा एक ही है- योग की, समर्पण की।
*आचार्य जी*
Pranam Acharya shri 🌼🕉️🌼🙏🙏
अद्भुत वीडियो।
बहुत बहुत धन्यवाद आचार्य जी एवं प्रशान्त अद्वैत फाउंडेशन के सभी स्वयंसेवियों को।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आभार आचार्य जी, नमन 🙏🏻💕❤🪷💕🙏🏻
वास्तव में जीवित होना हुआ-अहंवृत्ति के खेल के पार चले जाना।
-आचार्य प्रशांत
Thanks! अति सुन्दर आचार्य जी । वाह । नमन चरणस्पर्श । कोई भी यह वीडियो देखले तुरंत अमरता मिल जाए ।
बहुत-बहुत धन्यवाद। आप बहुत नेक, आवश्यक काम में मदद कर रहे हैं। मेरी शुभकामनाएँ आपको।😇
आशा है कि और लोग आपसे प्रेरित होकर कम से कम 50-100 रुपये दान करेंगे। हमारा छोटा-सा भी योगदान बड़ा बदलाव ला सकता है।🙌
'सद्बुद्धि' का अर्थ है ऐसी बुद्धि जो ये समझ जाए कि उसकी सीमा क्या है?
*आचार्य जी*
क्या है हम?
मिट्टी जो प्राणपूरित है।
*आचार्य जी*
Pranam Aacharya ji 🙏❤️ Deep gratitude ❤️🙏
🙏🏻🙏🏻❤
❤❤❤❤❤
नमस्कार आचार्य जी अद्भुत ज्ञान ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
'अहंवृत्ति' का मतलब एक अधूरापन।
*आचार्य जी*
वास्तव में 'जीवित' होने का मतलब है, अहंवृत्ति के खेल के पार चले जाना।
*आचार्य जी*
Kripya saf saf Samjane ki koshish kare... Taki sadaran log bhi mul vat samaj paye... Guma phira k kyu gumrah karte Hai?
🙏🙏धन्यवाद 🙏🙏
आचार्य जी के चरणों में कोटि कोटि वंदन🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼❤❤❤❤❤
🙏💥
Jis din man ko ye samajh aa gaya ki ye sansaar esa hi hai, tujhe dukhi ya sukhi hone ki jaroorat nhi hai.tu toh hai hi Aanand Swaroop us din jeete ji makhi ude jati hai. body ko jb girna hoga gir jayegi.lekin ye chhoti si baat samajh m aane m hi umar beetati jati hai.kuchh ko samjh aata hai toh bohuton ko nhi samjh aata.❤️❤️🙏 Acharya Ji.
Pranam
guru
Ji
Namaskar guru ji 🙏🙏♥️
🙏🙏🙏❤❤❤🎉🎉🎉 बहुत बहुत आभार आचार्य जी
Samajh Gaye❤
धन्यवाद आचार्य जी बहुत-बहुत धन्यवाद।
Pranam acharya ji
❤🙏❤
मूलरूप से इच्छा है अहं वृत्ति की जो संतुष्टि पाना चाहती है, पर वो खड़ी पदार्थ के बूते है क्योंकि अगर पदार्थ नहीं होगा तो इच्छा खड़ी कैसे होगी?
*आचार्य जी*
Beautiful pointers... ❤️🎉
Goosebumps
6:13 jay shree Ram
🙏🏽🙏🏼🙏🙏🏻🙏🏿🙏🏾
प्रणाम आचार्य श्री ❤🙏
🙏🙏
Ultimate
Jai hoo
Dhanyavaad Acharya ji !
Naman aAcharyaji atbhut pravachan
आचार्य प्रशांत जी से संपर्क के माध्यम:
बोध शिविर
देश भर में आयोजित करे जाने वाले इन शिविरों का एक अलग ही माहौल होता है। शास्त्रों का अध्ययन, मन का गहरा अवलोकन, संगीत, नृत्य, ध्यान, इत्यादि इन शिविरों के मुख्य बिंदु होते हैं। पिछले १० वर्षों में आचार्य प्रशांत जी के नेतृत्व में आयोजित लगभग सौ बोधशिविरों का लाभ हज़ारों प्रार्थी उठा चुके हैं। देश के प्रमुख महानगरों में तो ये शिविर आयोजित होते ही हैं, साथ ही हिमालय के शांत एवं निर्मल स्थलों पर भी इनका आयोजन किया जाता है।
अगले बोध शिविर का हिस्सा बनने हेतु ईमेल करें: requests@advait.org.in
या फिर संपर्क करें: +91 8376055661 / 9818591240 / 9457214165
Gol gol gumta raha hu.. acharyaji
very nice ...thank you acharya ji....
Retambhara Singh Ji,
Blessed you indeed are that you chanced upon Acharya Ji's Shabdyog Satsangs.
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Stay blessed!
❤️🙏
नमन नमन नमन आचार्य जी
आचार्य प्रशांत जी से संपर्क के माध्यम:
बोध शिविर
देश भर में आयोजित करे जाने वाले इन शिविरों का एक अलग ही माहौल होता है। शास्त्रों का अध्ययन, मन का गहरा अवलोकन, संगीत, नृत्य, ध्यान, इत्यादि इन शिविरों के मुख्य बिंदु होते हैं। पिछले १० वर्षों में आचार्य प्रशांत जी के नेतृत्व में आयोजित लगभग सौ बोधशिविरों का लाभ हज़ारों प्रार्थी उठा चुके हैं। देश के प्रमुख महानगरों में तो ये शिविर आयोजित होते ही हैं, साथ ही हिमालय के शांत एवं निर्मल स्थलों पर भी इनका आयोजन किया जाता है।
अगले बोध शिविर का हिस्सा बनने हेतु ईमेल करें: requests@advait.org.in
या फिर संपर्क करें: +91 8376055661 / 9818591240 / 9457214165
Wa kya baat hai
Pranaam Acharya ji !
Nice guruji
🙏🏻 धन्यवाद🙏🏻
🙏🏻please क्या इसके आगे की बात चीत का वीडियो का लिंक मिल सकता हैं??🙏🏻
🙏🏻🙏🏻 धन्यवाद 🙏🏻🙏🏻
🙏🌹🙏🙏🌹🙏
तुम इच्छाओं के खेल में इसलिये फंसे हुए हो क्योंकि जो दो है उसका आदर कर रहे हो और जो एक है(सत्य है)उसका अनादर कर रहे हो।
सत्य के अनादर का एक ही अर्थ है - जो अपने आस-पास है उसका बहुत आदर कर दिया है।
फ़ालतू चीजों का आदर करना ही सत्य का अनादर करना है।
*आचार्य जी*
🙇🙏
वह ताकत क्या है?
Isse Aagey ki baat chit ki video ka link de pls?
Chetanta to Pran(purus) k gun h so saty hue.
❤😊
Jo purani video hoti h Sir pls unpe icon pehle k face Vale acharya g ki lgaya kijiy taki pta chl ske video ab ki h ya purani kyoki purani video jyada basic smjati h bjay ab ki video k...
Ssder nmen gurudev
Guru g pranam Pran ka deh me aane ka Kya prayojan??
आचार्य प्रशांत जी से संपर्क के माध्यम:
बोध शिविर
देश भर में आयोजित करे जाने वाले इन शिविरों का एक अलग ही माहौल होता है। शास्त्रों का अध्ययन, मन का गहरा अवलोकन, संगीत, नृत्य, ध्यान, इत्यादि इन शिविरों के मुख्य बिंदु होते हैं। पिछले १० वर्षों में आचार्य प्रशांत जी के नेतृत्व में आयोजित लगभग सौ बोधशिविरों का लाभ हज़ारों प्रार्थी उठा चुके हैं। देश के प्रमुख महानगरों में तो ये शिविर आयोजित होते ही हैं, साथ ही हिमालय के शांत एवं निर्मल स्थलों पर भी इनका आयोजन किया जाता है।
अगले बोध शिविर का हिस्सा बनने हेतु ईमेल करें: requests@advait.org.in
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Ye sab bahut confusing hai... Agar sab padarth hai to mukt kya hona chahta hai... Aur vo jo bhi mukt hona chahta hai kyunki vahi uski naisargik sthiti hai, to inn pravruttiyon me vo pada hi kaise, aur kyun?
Vo khud se ni pda maya ka jaal use usme pda deta h.. or vo apne asli roop ko bhul jata h... kyoki maya bhut hi romanchak or colourful hoti h ab vo usi me kho jata h or apne apko yad krne ki kosis b ni krta h. .
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