कुंडलपुर कमेटी को इस घटना पर सच्चे दिल से विचार करना चाहिए कि ऐसा व्यवहार साधु के साथ एवं आएंगे यात्रियों के साथ क्या करना चाहिए था? क्या कमेटी अपने आप को साधु संतों से बड़ी मानती है? विचार करें करना चाहिए
ये सही है कि कुंडलपुर में यात्रियों के साथ प्रायः दुर्व्यवहार किया जाता है। मनमाने ढंग से यात्रियों से अलग-अलग तरह से रूपए लेकर कमरे दिए जाते है। मैं स्वयं भुक्तभोगी हु।
हमारे अधिकांश तीर्थ क्षेत्रों के समिति वाले और स्टाफ यात्रियों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते ऐसे व्यवहार करते हैं जैसे कमरा देकर एहसान कर रहे हों , कमरे खाली पड़े रहते हैं फिर भी पर्याप्त कमरे नहीं देते कुंडलपुर तीर्थ क्षेत्र के बारे में यही धारणा है कि यहां सिर्फ आचार्य श्री विद्यासागर के अलावा किसी अन्य संघ के साधु का पहुंचना वहां के स्टाफ और समिति को पसंद नहीं
Achryashree ji namostu namostu Aisi cameti ko sudharne ke liye aap jaise sant dharti per hai inko sudhar jana chahiye logo ka apman karne wale padadhikari ko pad chod dena chahiye
महाराजे बहोत सही बोल रहे है. कुंडलपुरके कमिटीके लोग यात्रीयोंसे दुर्व्यवहार करते है. स्पेशली दक्षिण के लोगों के साथ... दक्षिण के लोगो को वे हीन समझते है. उन्हे अच्छे कमरे नही देते है. बहुत गंदे कमरे देते है. किराया तो काफी जादा लेते है. पैसो के हिसाब से सुविधाये तो अच्छी देनी चाहिये. अच्छे कमरे रहते है लेकिन दक्षिण के लोगो को नही देते है.
नमोस्तु महाराज 🙏🏻🙏🏻
नमोस्तु महाराजी
जय जय गुरुदेव
कुंडलपुर कमेटी को इस घटना पर सच्चे दिल से विचार करना चाहिए कि ऐसा व्यवहार साधु के साथ एवं आएंगे यात्रियों के साथ क्या करना चाहिए था? क्या कमेटी अपने आप को साधु संतों से बड़ी मानती है? विचार करें करना चाहिए
ये सही है कि कुंडलपुर में यात्रियों के साथ प्रायः दुर्व्यवहार किया जाता है। मनमाने ढंग से यात्रियों से अलग-अलग तरह से रूपए लेकर कमरे दिए जाते है। मैं स्वयं भुक्तभोगी हु।
ये बहुत दुर्व्यवहार करते हैं सभी यात्रियों के साथ। यहां तक कि दान देने वाले से भी अच्छे से बात नहीं करते
ये पूज्य गुरुदेव का भक्त होने का अहम् है ऐसा अहम नरक द्बार खुल गई हैं।
हमारे अधिकांश तीर्थ क्षेत्रों के समिति वाले और स्टाफ यात्रियों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते ऐसे व्यवहार करते हैं जैसे कमरा देकर एहसान कर रहे हों , कमरे खाली पड़े रहते हैं फिर भी पर्याप्त कमरे नहीं देते कुंडलपुर तीर्थ क्षेत्र के बारे में यही धारणा है कि यहां सिर्फ आचार्य श्री विद्यासागर के अलावा किसी अन्य संघ के साधु का पहुंचना वहां के स्टाफ और समिति को पसंद नहीं
Achryashree ji namostu namostu
Aisi cameti ko sudharne ke liye aap jaise sant dharti per hai inko sudhar jana chahiye logo ka apman karne wale padadhikari ko pad chod dena chahiye
Jai ho
Sharm ki baat hai , ek sant ko aisa kaha paadata hai
महाराजे बहोत सही बोल रहे है. कुंडलपुरके कमिटीके लोग यात्रीयोंसे दुर्व्यवहार करते है.
स्पेशली दक्षिण के लोगों के साथ...
दक्षिण के लोगो को वे हीन समझते है.
उन्हे अच्छे कमरे नही देते है.
बहुत गंदे कमरे देते है.
किराया तो काफी जादा लेते है.
पैसो के हिसाब से सुविधाये तो अच्छी देनी चाहिये.
अच्छे कमरे रहते है लेकिन दक्षिण के लोगो को नही देते है.
क्षेत्रों फर दान देना बंद खर देना चाहिए।
कुंडलपर की कमेटी पिछले साल राज शाही शादी करवा कर चर्चा में आई थी
कमेटी माफी योज्ञ नहीं है।
Hamare sath hi asa hi beheave kiya tha
Kundal pur comeeti shirf paisa kamane
ke chakaar me rahti he 14:07
Maha muni raj ji se room, hall etc . Ka charge Lena kaha tak uchit he.
Ab Safai Dene se kuchh nahin hoga tatkal hardware yahan se
कुण्डलपुर क्षेत्र पर परिवार समाज का वर्चस्व है, सिर्फ विद्यासागर के मुनियों का ही सम्मान होता है, अन्य भक्त व मुनि का अपमान।
Kameti ka yatrio ke preti vahut kharav vivhar rahta he .
Jab tk jaini apne ko arabpati rupya rupya krege to asia hi hota rhega apne ko sirf bhakt banana
Kundalpur ke karmchari yatrio se bura vivhar karte he