अखिल अखिल विश्व गायत्री परिवार के शांतिकुंज हरिद्वार में अग्निहोत्र पर काफी रिसर्च हो रहा है यज्ञों पैथी नाम से चिकित्सा की एक नूतन विधा विकसित हो रही है।
यज्ञोपैथी से multi drug resistance ट्यूबरक्लोसिस की एक महिला ठीक हुई जो एलोपैथिक इलाज कर के डेढ़ साल से थक चुकी थी और फायदा नहीं हो रहा था। बाद में उसकी शादी भी उसके बच्चे भी हुए ।अभी भी वह स्वस्थ हैं।
@@drprabhakarbhushanmishra3258यही नहीं यज्ञ से मानसिक रोग ,कमजोर memory , बांझपन जैसे रोग भी ठीक होते हैं। air pollution का उत्तम काट है ये एक जर्मनी मे रिसर्च हुई थी सूखा पेड़ हरा हो गया था। बहुत से लाभ हैं इसलिए वेदों मे रोज यज्ञ करने को कहा है।
There is a fundamental difference in the epistemology of science in various cultures. The western (Euro-American) way of doing science (not the science itself) is centred around a model of hypothesis testing, and logic is the supreme element. In the Indian contexts, scientific research has focused on concrete results even in the absence of infallible proofs. The point is not that correctness is not valued in the Indian system, it's just defined differently. The hegemony of the western approach is precisely what prevents Indian discoveries from getting the attention and recognition that they deserve. (Hindi learner so excuse the English comment here)
Western science ka udaasyay Kalyan Karna nahi baki economic benefit pana hai. Isliye aaj ke vigyan aur aavishkaro ke karan climate change, environmental destruction ho raha hai. Vayu,jal, aahar sab kuch jeherila bana diya hai
मैंने किया था अग्निहोत्र ,जब मेरे पति बीमार थे। पेरु के एक ब्यक्ति के गाइडेंस में। मुझे पता नहीं, पर कुछ अच्छा तो होता है। मेरे बहुत सारे मित्र अग्निहोत्र इलाज के लिए करते हैं
दुनियाभर मे कोई उत्तम कर्म है तो अग्नि होतर है ।आप बार बार राख बोलन बन्द कर ओ।यह भभूती होती है,इस मे पोजिटिव उर्जा होती है ।धन्यवाद रामचंद्र बिश्नोई हनुमान गढ राजस्थान
आर्य समाज के संसथापक महर्षि दयानंद जी ने व उसके बाद के अनेक आचार्यों ने अग्निहोत्र के महत्व को प्रतिपादित किया था। तब भी समाज के अनेक वर्गो ने इस बात का मज़ाक उड़ाया था। आर्य समाज ने विदेशो में भी अग्निहोत्र को प्रचारित किया। महत्व के इस बात को नज़रअंदाज़ न किया जाय।
जी मै ऐक कट्टर आर्यसमाजी हूं मैंने कमी वर्ष संध्या वंदन सुबह शाम सुर्य उदय और सुरयासत में की हूं। फायदा बहुत है मैं ध्यान भी करती हूं। ऐक स्तर पे जाकर रूक गया मैं आगे बढ़ नहीं पायी। मेरे गुरु देव के कहने पर मैंने ईश्वर को साकार रूप से माना पूजा पाठ का प्रारंभ किया तो मेरे साधना में वृद्धि हुई
नवण प्रणाम, आप कंहा से है ,मै नही जानता ,आप जो अग्नि होतर के बारे मे बात की अच्छी लगी पर भारत देश के बारे मे आप कुछ नही जानता,क्या आप बिश्नोई घर्म का नाम सुन है।हम ओर हमारे पूर्वज अग्नि होतर करते आये है।धन्यवाद रामचंद्र बिश्नोई हनुमान गढ राजस्थान
Kyuki aapka achhi chijo ko jaanne ki ichha bhi he, or aapne bahot isme work bhi kiya he. To maharishi dayanand dwara rachit styarth prakash kobhi ek baar padhe.🙏 Baaki aapka kaam bahot jada sarahniya he bahot achhi jagruti kaa kaam kar rahe he.
पर sir जी ये देशी गाय का घी और वो भी बिलोना पद्धति से बनया गया ये तो बहुत मुश्किल कार्य है, और जो लोग इस प्रकार का घी बेच भी रहे हैं पता नही वो असली घी है भी की नहीं और अगर असली घी है तो ये कैसे पता चलेगा कि वो देशी गाय का और वो भी बिलोना पद्धति से बनाया गया , और ये ऑनलाइन 3 से 4 हजार रूपए का आता है और कोई गारंटी नहीं को असली है या नकली
मैं अपने रूफ टॉप (छत) पर करता हूँ, क्या य़ह सही है? दोनों समय की बाध्यता और छुट जाने के कारण गेप हो रहा था, पर एक टाइम (शाम) को भी कर सकते हैं, य़ह आपने मुझे रिलेक्स कर दिया. ताजा भस्मी का उपयोग मुझे नहीं मालूम था, मैं उसे एकत्रित करके रखा हूँ. अब ताजे का sprinkle करूंगा. धन्यवाद
The yagyas and the worshipping of the Devas and Devis can only give materialistic happiness. The main goal of a manushya avatar is to achieve mukti or moksh. For this moksh we have to worship only Brahman and PARABRAMÀ. They are above the brahmand, and therefore they are the only Bhagwan to give us mukti, whereas the Devas and Devis are within the brahmand and are not able to give moksh. They take you to their lok and later send you back to mrutyulok to start over.
पुत्र के लिए जो यज्ञ रामायण me वर्णित है, क्या उसके बारे मे थोड़ा रोशनी डाल सकते है, कि ये क्या और कैसे होता था, क्युकी खीर खाने से पुत्र की प्राप्ति आज से scientific समय पर तो कुछ जमता नहीं है.
परंपरा को भूल जाना जरूरी है, आगे बढ़ने के लिए, किसने कहा ? शिक्षा नही छोड़ी है, बल्कि अध्यात्म को बस जोड़ा है जीवन से, जिसमे मैं बस entertainment कर रहा था ।
@@drakengarddrake1816 लोगों को मनाने के लिए कार्य नहीं किया जाता :) आपको लाभ दिखे, करिए । नही दिखे मत करिए । मेरा खेत मे बीमारियां कम है । यही बात काफी है । मेरे पैसे बच रहे ।
अखिल अखिल विश्व गायत्री परिवार के शांतिकुंज हरिद्वार में अग्निहोत्र पर काफी रिसर्च हो रहा है यज्ञों पैथी नाम से चिकित्सा की एक नूतन विधा विकसित हो रही है।
Bahut sundar
jai gurudev - jai mataji, jai maa gayatri.
यज्ञोपैथी से multi drug resistance ट्यूबरक्लोसिस की एक महिला ठीक हुई जो एलोपैथिक इलाज कर के डेढ़ साल से थक चुकी थी और फायदा नहीं हो रहा था। बाद में उसकी शादी भी उसके बच्चे भी हुए ।अभी भी वह स्वस्थ हैं।
TCBT फार्मिंग मेथड में अग्निहोत्र का इस्तेमाल होता है
@@drprabhakarbhushanmishra3258यही नहीं यज्ञ से मानसिक रोग ,कमजोर memory , बांझपन जैसे रोग भी ठीक होते हैं। air pollution का उत्तम काट है ये
एक जर्मनी मे रिसर्च हुई थी सूखा पेड़ हरा हो गया था। बहुत से लाभ हैं इसलिए वेदों मे रोज यज्ञ करने को कहा है।
रवि जी आप ने यज्ञ पर जो वैज्ञानिक विषलेशन दिया उसे सुनकर बहोत खुशी मिली आप को कोटि कोटि नमन। जय सनातन
आ चौधरी जी वर्तमान दो आहुति वालें अग्नि होत्र के जन्मस्थान माधव आश्रम भोपाल म प्र जरूर पधारे आपका इंतजार रहेगा।
संपर्क सूत्र देने की कृपा करे 🙏
हम आर्य समाज मे रोज़ अग्निहोत्र करते है।समिधा सामग्री जो बाजार से मिलती है,
मिलती है,वही करते है,गाय के उपले नही मिलती।समिधलकडी ही use करते है। क्या यह ठीक है।
इसमें लकड़ी का इस्तेमाल नहीं होता ?
और असली कपूर कहाँ से मिलता है ?
Bhimseni kapoor ke name se market me mil jaega @@Adishiva.1205
There is a fundamental difference in the epistemology of science in various cultures. The western (Euro-American) way of doing science (not the science itself) is centred around a model of hypothesis testing, and logic is the supreme element. In the Indian contexts, scientific research has focused on concrete results even in the absence of infallible proofs. The point is not that correctness is not valued in the Indian system, it's just defined differently.
The hegemony of the western approach is precisely what prevents Indian discoveries from getting the attention and recognition that they deserve.
(Hindi learner so excuse the English comment here)
You are absolutely correct mam 🙏
Western science ka udaasyay Kalyan Karna nahi baki economic benefit pana hai.
Isliye aaj ke vigyan aur aavishkaro ke karan climate change, environmental destruction ho raha hai.
Vayu,jal, aahar sab kuch jeherila bana diya hai
मैंने किया था अग्निहोत्र ,जब मेरे पति बीमार थे।
पेरु के एक ब्यक्ति के गाइडेंस में।
मुझे पता नहीं, पर कुछ अच्छा तो होता है।
मेरे बहुत सारे मित्र अग्निहोत्र इलाज के लिए करते हैं
परंपरा बहुत उपहार छिपाएं रखती है ।
मानव जीवन दानव बना हिंद संस्कार संपन्न ही सुंदर भविष्य !! सूधरो
आज के समय में अग्निहोत्र के बारे में सब कुछ विज्ञान की कसौटी पर कसते हुए कोई कार्य कर रहा है तो वो है गायत्री परिवार.
आर्य समाज भी कर रहा
Homa farming in Australia is exemplary
दुनियाभर मे कोई उत्तम कर्म है तो अग्नि होतर है ।आप बार बार राख बोलन बन्द कर ओ।यह भभूती होती है,इस मे पोजिटिव उर्जा होती है ।धन्यवाद रामचंद्र बिश्नोई हनुमान गढ राजस्थान
Ravi ji aapne bahut badhiya jankari di hai
बहुत अच्छी तरह से बताया हवन के फायदे । अापका अन्वेषण अाैर सूचना के लिए बहुत धन्यवाद। मुझकाे भी इस बारे मे जाे संशय था वह मिट गया। अापकाे बहुत नमन ।
मुझे आप से बात करनी है, क्युकी ये सवाल बहुत सालो से था ,मेरे मन मे .आज जानकारी मिली.
बहुत सुन्दर विश्लेषण
@@reshusinha7838email id दीजिए
आर्य समाज के संसथापक महर्षि दयानंद जी ने व उसके बाद के अनेक आचार्यों ने अग्निहोत्र के महत्व को प्रतिपादित किया था। तब भी समाज के अनेक वर्गो ने इस बात का मज़ाक उड़ाया था। आर्य समाज ने विदेशो में भी अग्निहोत्र को प्रचारित किया। महत्व के इस बात को नज़रअंदाज़ न किया जाय।
जी मै ऐक कट्टर आर्यसमाजी हूं मैंने कमी वर्ष संध्या वंदन सुबह शाम सुर्य उदय और सुरयासत में की हूं। फायदा बहुत है मैं ध्यान भी करती हूं। ऐक स्तर पे जाकर रूक गया मैं आगे बढ़ नहीं पायी। मेरे गुरु देव के कहने पर मैंने ईश्वर को साकार रूप से माना पूजा पाठ का प्रारंभ किया तो मेरे साधना में वृद्धि हुई
Very informative and inspiring 🙏
हर हर महादेव
Listening you is always so good. You are awesome ❤
सही
Thought provoking.😊
नवण प्रणाम, आप कंहा से है ,मै नही जानता ,आप जो अग्नि होतर के बारे मे बात की अच्छी लगी पर भारत देश के बारे मे आप कुछ नही जानता,क्या आप बिश्नोई घर्म का नाम सुन है।हम ओर हमारे पूर्वज अग्नि होतर करते आये है।धन्यवाद रामचंद्र बिश्नोई हनुमान गढ राजस्थान
जी प्रणाम आपको 🙏 ध्यान रखूंगा कि भभुति शब्द का मै प्रयोग करूं । बिश्नोई समाज को जानता हूं जी 🙏
Namasthe jee.
Thank u so much ravi sir for your lecture🎉
वैदिक ज्ञान विज्ञान l
Kyuki aapka achhi chijo ko jaanne ki ichha bhi he, or aapne bahot isme work bhi kiya he. To maharishi dayanand dwara rachit styarth prakash kobhi ek baar padhe.🙏 Baaki aapka kaam bahot jada sarahniya he bahot achhi jagruti kaa kaam kar rahe he.
ji Satyartha Prakash mere ghar mein hai. Padha bhi hai maine.
Very nice Sir 👌
Jai shree Ram
Har Har mahadev
पर sir जी ये देशी गाय का घी और वो भी बिलोना पद्धति से बनया गया ये तो बहुत मुश्किल कार्य है,
और जो लोग इस प्रकार का घी बेच भी रहे हैं पता नही वो असली घी है भी की नहीं और अगर असली घी है तो ये कैसे पता चलेगा कि वो देशी गाय का और वो भी बिलोना पद्धति से बनाया गया ,
और ये ऑनलाइन 3 से 4 हजार रूपए का आता है और कोई गारंटी नहीं को असली है या नकली
आप हमारे यहां से ले सकते है । हमारी भी महंगी लगती है लोगों को 2200 प्रति किलो
रवि जी बहुत बहुत धन्यवाद अग्निहोत्र पर आख्यान के लिए।
आप की लिखी किताब कहा से प्राप्त हो सकती है।
अग्नि होतर की भभूती कहते है,राख चुले की होती है अघूर ज्यान हानिकारक है।
शानदार जोरदार दमदार वीडियो
मुझे आप से बात करनी है, कैसे पॉसिबल है? बताये pls
Email id दीजिए
उत्तम💐
मैं अपने रूफ टॉप (छत) पर करता हूँ, क्या य़ह सही है? दोनों समय की बाध्यता और छुट जाने के कारण गेप हो रहा था, पर एक टाइम (शाम) को भी कर सकते हैं, य़ह आपने मुझे रिलेक्स कर दिया.
ताजा भस्मी का उपयोग मुझे नहीं मालूम था, मैं उसे एकत्रित करके रखा हूँ.
अब ताजे का sprinkle करूंगा.
धन्यवाद
घर के अंदर करें ताकि घर मे भी उसका दिव्य धुंआ जाये ।
नमस्कार
प्रीय रवि महोदयः, नमस्ते, कृपया भवान् पुत्रेष्ठी यज्ञ तथा इतस्य मन्त्र विधि (हवन कुंडस्य) चित्रेण सह प्रेषयतु ।
नामस्करम
👌🏻👌🏻🙏🏻
The yagyas and the worshipping of the Devas and Devis can only give materialistic happiness. The main goal of a manushya avatar is to achieve mukti or moksh. For this moksh we have to worship only Brahman and PARABRAMÀ. They are above the brahmand, and therefore they are the only Bhagwan to give us mukti, whereas the Devas and Devis are within the brahmand and are not able to give moksh. They take you to their lok and later send you back to mrutyulok to start over.
We need to take consideration of Paramarthik and Vyawaharik Satya too 🙏. While focusing on Ultimate truth, relative truth cannot be neglected.
sir aap view ke liye video nhi bnate sirf stya Gyan ke liye bnate hai sayd
Where can i get the real अग्निहोत्र ash?
You have not given the link of doing the agihotra it session's last.... Please share the link
It was in detail section saurabh ji: ruclips.net/video/ZMfYTe72VTQ/видео.html
@@rschoudhary108 thank you sir... I have already found it...
🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉
पुत्र के लिए जो यज्ञ रामायण me वर्णित है, क्या उसके बारे मे थोड़ा रोशनी डाल सकते है, कि ये क्या और कैसे होता था, क्युकी खीर खाने से पुत्र की प्राप्ति आज से scientific समय पर तो कुछ जमता नहीं है.
जी विस्तार से यह कुछ और है ।
Copper kund used is ancient or modern!?
Sir ,आप झारखंड में कहा से हो?
बोकारो 🙏 । रांची में भी रहना होता है ।
@@rschoudhary108 Bokaro steel city me kaun se sector me ?
@@reshusinha7838 चास, पुरुलिया रोड
ruclips.net/video/5RTxNwlaZlY/видео.html
सम्पूर्ण वैदिक अग्नि साधना
Tcbt likhe youtube par
जी ताराचंद बेलजी गुरुजी :) उनसे हमेशा संपर्क मे रहता हूं ।
@@rschoudhary108 ji sobhagya ki bat he
@@funnyshorts1236 जी उनको अपनी दोनो पुस्तक; कृषि संहिता और गौ संहिता भी मैने उन्हे भेजी है 🙏😊
@@rschoudhary108 ji sach a great work for our sanatan sanskriti
Kripya agnihotra ka video le no bhejen
इसमें लकड़ी का इस्तेमाल नहीं होता ?
इंग्लिश शिक्षा छोडके यही किजिये !!
परंपरा को भूल जाना जरूरी है, आगे बढ़ने के लिए, किसने कहा ? शिक्षा नही छोड़ी है, बल्कि अध्यात्म को बस जोड़ा है जीवन से, जिसमे मैं बस entertainment कर रहा था ।
उच्च शिक्षण,अग्निहोत्र, अध्यात्म जैसा अवडंबर दिखावा करना जरूरी होता है, तो फिर लोग मानेंगे कैसे?
@@drakengarddrake1816 लोगों को मनाने के लिए कार्य नहीं किया जाता :) आपको लाभ दिखे, करिए । नही दिखे मत करिए । मेरा खेत मे बीमारियां कम है । यही बात काफी है । मेरे पैसे बच रहे ।
ruclips.net/video/YAdPIxFjiFY/видео.html
वेद और गुरु
Very fertile session
I am surprised Aaj bhi log bevkuf banate hai science ka naam lekar ...kab tak chalate rahoge ...noble prize ke liye apply Karo.