बहुत ही अलौकिक मूलनिवासी यों, यानी हमारा इतिहास आपने बहुत ही सरल तरीके के साथ बताया, जो जादातर कही सुनाया नही या पढाया भी नही जाता है.धन्यवाद महानुभाव आपका.
हां ये लोग भारत के मुलनिवासी तो थे किंतु अंबेडकरवाद और बौद्ध धर्म को मानने वाले नहीं थे क्योंकि इनके जमाने में बौद्ध और अंबेडकरवाद पैदा भी नहीं हुए थे । मुलनिवासी राहु, जरासंध,कंस,रावण ये सब सनातन वेदिक धर्म को मानते थे और भगवान शिव के उपासक थे ,इनका इतिहास केवल वेदिक धर्म ग्रंथो में मिलता है।
अगर बाबा साहेब, महात्मा ज्योतिबा फुले, पेरियार साहब जैसे महापुरुष ना होते...तो हमारी स्थिति कहीं ज्यादा बद्तर होती...इसीलिए अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए किसी भी कष्ट को उठाने के लिए हमें तैयार रहना चाहिए...अच्छी शिक्षा प्राप्त करके ही हम तार्किक, वैज्ञानिक और मानवतावादी सोच विकसित कर सकते हैं...जय संविधान जय विज्ञान
@@spidee7711 भाई साहब, मैं हकीकत यानी प्राचीन भारत के इतिहास मे क्या क्या हुआ, जानना चाहता हूं. मैं किसी प्राचीन कथन या लिपिबद्ध कथा को प्रामाणिक नहीं मानता क्योंकि जरूरी नहीं कि लिखने वाला सचाई बयान करेगा. ऐसा भी स़भव है कि लेखक ने कड़वी सच्चाई को छुपाने के लिए अलग कहानी गढ़ा हो. विभिन्न स्रोतों से मिली जानकारी का मेल करके सच्चाई की तह तक पहुंचा जा सकता है. वेद-पुराण में तमाम बातें लिखी गई हैं जो प्रामाणिक नहीं हैं. मैं आस्था पर सवाल नहीं उठाता. मैं केवल प्राचीन इतिहास समझना चाहता हूं. यह काम मुश्किल हो गया है क्योंकि इसमें आस्था को जोड़ दिया गया है.
@Prashant Yadavप्रशांत जी, मैं आंख मूंद कर किसी व्यक्ति या विचारधारा का समर्थन या विरोध नहीं करता. वामपंथी होना गुनाह नहीं है. हमारे प्राचीन भारतीय इतिहास में आस्था को जोड़ने की वजह से गोलमाल हो गया है. इसलिए प्राचीन भारत के इतिहास को समझने मे कठिनाइयाँ हैं.
@@spidee7711 यादव था अहिर जाति से जरासंध कंस का रिश्तेदार था और कंस श्री कृष्ण जी का रिश्तेदार था अपना कोई यादव चंद्रवंशी राजपूतों से अलग हुए हैं राजा ययाति की संतान है यह महाभारत के समय की बात है जब जरासंध होता था
ज्योति बा फुले जी की गुलामगिरी पढ़िये , उसमे सभी बातों का उल्लेख है। ललई सिंह यादव जी की सच्ची रामायण पढ़िये जो पेरियार जी की लिखी क़िताब का हिंदी रूपांतर है। बाबा साहेब जी की लेखनी के बारे में ज़्यादा बोलने की ज़रूरत नहीं, उनका सामी आजतक नहीं हुआ है। उनके नाम से google करिए google doc आसानी से उपलब्द है। dr. Ambedkar volume in pdf करके देखिए , मिल जाएगा। और बैठ के सोचिए, बाबा साहेब , फुले जी, पेरियार जी, ललई जी सब लिख कर गए हैं और हमारे आज के बुद्धि जीवी ये किताबें घर घर तक नहीं पहुंचा पाए।
थैंक्स सर जी आप ने हमारे दलितों के मसीहा का इतिहास इतनी सुंदरता से बताया आप को हिर्दय से ❤️🌹🇮🇳📚🙏🏻🙏🏻 अफ़सोस इस बात का है की हमारे समाज में अज्ञानता के कारण देवी दुर्गा देवी काली आदि हनुमान जी ठाकुर जी ना जाने कितने काल्पनिक देवी देवता को बिच में घुसेड़ दिया है जानकारी के आभाव के कारण बस यही एक दुःखद घटना है!
आदरणीय महोदय, आपने पुरा वृतांत बता दिया/ बहुत-बहुत धन्यवाद/भारत में बनकर आऐ परदेशी, वोल्गा के थे वो बासी/जादु चलाई, बन गया देशी/ भाई इन विदेशीयों को यूराल भेजो/मूल -वासीयों को गले लगाओ/आपस में एकता का खेल खेलो;राजनीति में पांव पसारो/ मिल बाट कर राज चलाओ/ तीन हजार सालो से रुठा भाग जगाओ/देश पावो, ताज पाओ, मूल-वासियों, भारत भाग्य जगाओ/मि०लाल/ धन्यवाद/नम:THENKS.
बहुत ही दुर्लभ इतिहास की जानकारी हुई सर आपसे , और सच्चाई है । आशा है दादा जी दुर्लभ और सुनियोजित रूप से लुप्त की गई और थोपी गई मिथको से मूलवासी जनो को अवगत कराते रहेगे । दादा जी को शत नमन!
Shri Bhagwan Gond... महाशय ये दुर्लभ नहीं अतिदूर्लभ कचरा पूर्ण मनगढ़ंत कहानी है... और ये क्या बेवकूफों की तरह आप सब मूलनिवासी- मूलनिवासी रटते रहते हैं... हम सब आर्य ही यहाँ के मूलनिवासी हैं...
बहुत ही महत्वपूर्ण विश्लेषण जो १००%सत्यहै, पाखंडियों को समझने में मदद मिलेगी। लाक्षणिक विशेषताओं के साथ सच्चाई को तोड़-मरोड़कर कर पेश करने में माहिर पाखंडियों को बेपर्दा करना ही पड़ेगा।तभी संविधान की रक्षा करने में दक्ष बनेंगे और यहां के मूल निवासियों को अपना हक़ मिल सकेगा।
आप इस कहानी को और भी विस्तृत रूप में लिखकर "राहु" पुराण बनाईये सर जी,और बिक्री के लिए दलित संगठनों को दीजिए। दलित इस कहानी को पढकर अपने पुर्वज को जानेगे और संगठित होगे और राहु - केतु को जिन्दा रखेगे ।
आज से 100साल पहले बाबासाहेब बिना आरक्षण के उपर उठ गये और कई डिग्री या हसिल की,लेकीन 70साल आरक्षण लेने के बावजुद भी दलितो मे कोई दुसरा आंबेडकर नहीं बना.?क्योकी चाहत उपर उठने की नही मुफ्त खोरी और लालच की पडी है
50,000 वर्ष पूर्व मानव की उत्पत्ति अफ़्रीका में हुई थी वहाँ से मानव से पूरी पृथ्वी पर पीढ़ी दर पीढ़ी चलते चलते पहुँचा है । मानव लगभग 15,000 साल पहले यहाँ आया जिसे हम आज भारत करते हैं । इसके पूर्व यहाँ कोई मानव नहीं रायता था। राम राज्य के पहले भारत या हिन्दुस्तान नहीं था ।छोटे छोटे राष्ट्र यानी कई राजाओं का शासन था। कार्य के आधार पर मानव के समाज में वर्ग व्यवस्था स्थापित की गई थी। सभी भारतीय सम्मान करने योग्य है। भारत एक महान देश हे इसके सभी नागरिक समान रूप से सम्मानित है सभी को समान रूप से अधिकार प्राप्त है जातिसूचक शब्द या जातिवाद एक षड्यंत्र है यह षड्यंत्र ग़ुलामी की अवधि में रचा गया था वर्तमान की राजनैतिक पार्टियां भी इसको गहरा रही है और वोट का फ़ायदा उठा रही है हम इस बात को समझे और सबको समान रूप से सम्मानित करे हर जाती समान है एवं समान रूप से सम्मानित है हर सरनेम सम्मानित है हर सरनेम समान हे ब्राह्मण ठाकुर वैश्य शूद्र सभी भारत के मूल निवासी है कोई भी विदेशी नहीं है जातिवाद विगत 700 सालों की ग़ुलामी की उपज है। यह जातिवाद आज़ादी के बाद वोट की राजनीति के कारण और ज़्यादा gगहराई है | ग़ुलामी की अवधि में केवल दो जातियां होती थी एक ग़ुलाम दूसरे अंग्रेजों के चम्मच या मुगलों के चम्मच | ग़ुलाम किसी भी जाति का हो सबके साथ एक जैसा अन्याय होता था इस स्पष्ट है कि हमें भारत को तोड़ने वाले एवं कमज़ोर करने वाले विचारों को दूर करना होगा। सभी का सम्मान करना होगा एवं ब्राह्मण ठाकुर वैश्य शूद्र सभी भारत के मूल निवासी है कोई भी विदेशी नहीं है
मूलनिवासी महापुरूषों की अपनी गाथा है, जो लिखित रूप नही मिलेगा, परन्तु मूलनिवासियों की कुछ परम्परा एवं संस्कृति है, जो गांव देहात में लोकगीतों, विवाह संस्कार, आदि में देखने को मिलती है, जो आज विलुप्त हो रही है या विलुप्त हो गई है|
बात बिल्कुल सही है भाई ,हम लोगों का कोई लिखित दस्तावेज नही है। कहानी , किस्सों , लोकगितों में हमारे पुर्वज के महान लोगो के बारे में जानने होता है । इन कहानी ,किस्सों व लोकगितों को कोई साहित्य के रूप में संजो नही रहे है। काश् ! ऐसा कोई करता ? दलित समाज धन्य धन्य हो जाता ।
पासवान साहब आप स्वयं एक महान विद्वान हैं, दलित बहुजन समाज से हैं,आप जिस प्रकार शिक्षा देते हैं, पूरे पासवान समाज को अंगीकार करना चाहिए, दलित आदिवासी एकता बनाए रखने में मदद करना चाहिए! जयभीम नमोबुद्धाय जयसंविधान ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@@AnupKumar-ck2ni Bhai Bhai yah theory angrejon ne banai thi hamen divide karne ke liye Aryan invention ka koi proof bhi nahin hai mohenjo Daro mein Sanatan Sanskriti ke kahin sare saboot aur chin mile hai jismein Swastik aur rigved mein likhe hue ek prakar ke flower ki bhi akruti Mili hai, Nadi Ke sukhne ke bare mein vistar se likha hai aur ye Nadi Aryan invention ki theory ke se 1500 BC se 400 sal pahle sukhi thi to aryano ko 400 sal pahle ka kaise pata hota ,ham yahi ke mul nivasi hai,ye kahete hai ki Arya invasion 1500 BC me hua tha matlab 3500 sal pahle, par rakhi gadi me ek kankal Mila hai jiska dna Arya samaj ke logo se milta hai or ye kankal 5000 sal se bhi jyada Purana or prachin hai ,in anpadho ko padna hi nahi ata ye proof dene par bhi nahi mante hai bhai ab inka kya kare
@@benzaminnetanyahu8626 Koi nhi bhi inka kuchh karne ki jarurat hi nhi hai gulam wali mansikta ho gyi hai inlog ka. Bina hath pair hilaye aarakshan ke khayenge aur social midia pe gyan pelenge.
मैं खुद एक बहुजन हु और पिछड़ा हुआ हु, किन्तु सत्यवादी हिंदू हु,, मैं कहता हु सनातन वैदिक हिन्दू धर्म महान है और इसका मुल ,गीता, है । राहु,केतु,रावण, महिषासुर ये सब ब्रह्मा और शिव के उपासक थे। मेरी आपत्ति सिर्फ ब्रामणवाद से है ,सनातन वैदिक हिन्दू धर्म से नहीं ,यह वैदिक धर्म सब के लिए है।
Mai hindu dharm ko nahi Manta kyuki mene khud hinduo ko stup todkar shivling bnate Deka he ....Sundar २००० sal purane Buddha stup ko todkar gufa mandir ko shiv mandir bnaya he tabse muje pata chal gya ki bohot se mandir same chitra he etihasik mandiro ki jo ek stup ki thi... maharstra ke maximum moutain temple bhuddhist the lekin aaj hindu bna diye gye he....kese vishwas kre phir unka
Kuch shrm hai aapme ? According to Sanatan Aapki behan beti maa Biwi Devdaasi bnegi.. Ready ho iske liye ?? According to Sanatan aapko education ka haq nahi hai.. pr aap educated lg rahe ho tauba tauba aapne toh bahut bada paap kr diya hai Sanatan k anusaar.. Aapko hathiyar chlaana ya sikhna, Administration me bhi koi haq nahi hai.. Aap sanatan ko maante ho toh Fir niklo Brahmano kshatriyo logo ki tatti pesaab saaf kro wo bhi muft me.. aapka jo ghr khet hai aapke naam wo bhi kisi brahman k naam kr do because agr aap property rkhoge toh 33 koti devi devta aapko shraap de denge according to sanatan.. Ab bolo mnjur hai toh fir raho kattar sanatani.. aap Sanatan maante ho toh fir proper follow kro wrna narak bhogna pdega..
आप जैसी सोंच वालों की कमी नहीं है। डेंगू बुखार से ग्रस्त व्यक्ति आज भी ओझा डाइन भुत प्रेत के चक्कर में प्राण गंवा रहे हैं। और राहु केतु ग्रह कोआज तक बहुजन समाज भुगत रहे हैं।ग्रह नौ ही है जगजाहिर है। जो किसी व्यक्ति के शरीर और घर पर सवार नहीं हो सकता ग्रह तों दूर की बात है उपग्रह तो सवार ही नहीं नहीं हो सकता। बिल्ली घर में भोजन की तलाश में आती है।उस पर मृत आत्मा सवार होकर नहीं आता है। ये सब दशरथ के दादा के समय की बात हो सकती है। आज मानव मंगल ग्रह पर पढ़ें लिखे लोग जा रहे हैं।
ये IAS अफसर रहे है। ये मंडल कमीशन वाली इतिहास पढ़े है। 1200 सौ साल गुलामी मुस्लिम और अंग्रेजो की करि, जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण है, और ये 5000 साल या उससे भी पुरानी काल्पनिक कहानी सुना रहे है। अरे इन्हे भूमीहारो ने पाला और पढाया और ये राहू, महिषासुर, हिरण्याक्ष, के वंशावली में अपना नाम लिखवा रहे है, गजब का शिक्षा दे रहे है प्रभु
ये सब सनातनियों को बांटने का षडयंत्र है। बाबा साहब अम्बेडकर के समकालीन योगेंद्र नाथ मंडल का इतिहास मत भूलिएगा जिनको जिन्ना ने प्रथम विधि मंत्री बनाया बाद में भाग कर कोलकाता में गुमनामी में मरे।
वाह भाई वाह क्या सुंदर इतिहास का प्रसंग जो सत्य है से अवगत कराए आपकी सोच को दाद देनी होगी अभी तक हम राहू बाली और जरासंध श्री कृष और कृष्ण तथा आर्य की पुरणोसुर पूर्ण से पूर्व की इतिहास की सविस्तर संक्षिप्त जानकारी ने दिल छु लिया आपको नमन है कृपया यह भी बताई की ये इतिहास या शोध की प्रति कहां प्राप्त होगी सादर साभार
आज भी ब्रह्ममनो की बनाई हुई शुद्धीकरण प्रथा की काली करतूत है चौठारी प्रथा । ब्रह्ममन शुद्धीकरण के नाम पर टचेबल शुद्र की शादी-ब्याह होने पर दुल्हन के साथ 3 रात मंदिर मे शारीरिक शोषण के बाद ही चौथे दिन से दुल्हन को ले जाने दिया था उससे ही चौठारी कहते है ! पहले ब्रह्ममन देवता भोग लगायेगे उसके बाद घरबईया
यह जानकारी मूलनिवासियों के लिए बहुत ही हितकारी, दिशा देने वाली,भ्रम समाप्त करने वाली,ब्राह्मणों के छल का खुलासा करने वाली, मूलनिवासियों में अपने पूर्वजों के प्रति गौरव भरने वाली है।अतः इस प्रकार की जानकारी कृप्या अधिक से अधिक दी जाए तो मूलनिवासियों में सही चेतना का विकास होगा। आपका बहुत बहुत आभार!
गुड सर जी सही कहा आपने भारत में जिन चीजों के प्रमाण हैं पत्थर पर लिखी गई लिपि है उनके कोई प्रमाण नहीं है और जिनके लिखे गए लेख हैं उनका कोई प्रमाणित प्रमाण नहीं है बहुत-बहुत साधुवाद जी आप
@@Yrinnocentmoney कब बोला भाई 2001 मे डीएनए ने साबित kar दिया है की आर्य लोग काला सागर के पास के है गाँधी, तिलक नेहरू, सावरकर, राजेंद्र प्रसाद सबने स्वीकार किया है कभी इनकी बुक भी पढ़ लो l
@@Yrinnocentmoney अबे भाई राहुल आर्य के पास कुछ fact नहीं होते है ये बंदा उल जलूल बाते फेकता है ये जाहिल है भाई तुझे सावरकर और तिलक जो कट्टर ब्राह्मण थे उन्होंने खुद कहाँ था हम बाहर से आये हुए लोग है, गाँधी ने अंग्रेजो से कहाँ था हमारी मातृभूमि एक है इसलिए अंग्रेज हमसे अच्छा व्यवहार करें l महा पंडित राहुल सांस्कृत्यान जिन्हे 35 भाषा का ज्ञान था वोल्गा to गंगा मे लिखा है हम 5000 साल पहले यहाँ आये, संस्कृत कुछ नहीं पाली पे पोलिश की है bas, रिग्वेद मे खुद लिखा है हम आर्य उत्तरी ध्रुव से आये, भारत पहले बौद्ध भूमि थी l जहाँ भी खोदोगे बुद्ध निकलते है मंदिर to 8 सदी से बनने शुरू हुए है और जयादातर स्तूप के ऊपर बने है
13 नहीं 9 ग्रह है हमारे ग्रंथों में सूर्य, चंद्र ,मंगल ,बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु ,इस तरह की कहानी बना कर लोगो को गुमराह कितने दिन रख पाओगे जब आपके लोग इन चीजों को पढ़ेंगे तो अब साफ हो जाएगा ,अभी तो लोग पढ़ना चाहते नही है सिर्फ बहकने में खुश रहते है तो उनसे कहना भी बेकार है
मूलनिवासी भी अब अपने पूर्वज नायको के इतिहास को लिखना शुरू करे जहाँ से भी उनके बारे मे जानकारी मिले उसे लिखे और उसका प्रचार करे आज लोग उसे नही मानेंगे पर आने वाली पीढ़ियों में अपने पूर्वजो का इतिहास सच्चा लगाने लगाने लगेगा
@@हरिप्रिया-ग1र हमें नहीं पता कि तुम आर्य हो अनार्य । भारत में सिर्फ दो ही प्रकार के लोग है।अगर तोमर हो तो आर्य नहीं ।पता क्यो आर्य नहीं होने पर भी घमंड करते हो।
@@aim2headffvip491देखो मेरे भाई किसी के धर्म गृन्थो की आलोचना आपसी विद्वेष को बढ़ाती है।हम सब हिलमिलकर रहे वभारतीय संविधान के प्रावधानों का सम्मान करे।आज नकोई बामन नक्षतृय न बनिया न दलित सब समान है।द्वेष रूपी बिस फ़ैलाने से आप और हम सब बरबाद हो जाएंगे। इसलिए ये फालतू की बातें बन्द करना ही श्रेयस्कर है।
अशोक दास जी आपको धन्यवाद जी ऐसे ही मूल निवासियों के इतिहास को सन और सबुत के साथ बताने के लिए । और ऐसे कई नायक है हमारे उन्हें भी बताने की कृपा करें और सर की लिखी किताबो को जन जन तक पहुचाने की कृपा करें
Khairat, reservation aur mangni karne vale mooli ke jor se moolinivasi aur unko khairat mein jamin,anaaj aur paisa dene vale baahri. Vaah re videshi baap ko apna gurughanras banane valo. Hamare to sabhi jatiyon ke ikatthe hoke Ramcharitmanas ka paath karte hain 😮
इन तीनो बाहुबलियों को ऐतिहासिक बताने का मतलब रामायण ,महाभारत व अन्य पौराणिक कथाओं को आप काल्पनिक के स्थान पर सच मानने पर बहुजनों का ध्यान भटका रहे हैं. कृपया सच से हमें रूबरू करायें .
जो भाइ अनार्य की खोज मे ओर अनार्य मे कोन कोन से राजा हे उनकी जानकारी चाहते हें??? ओर कैसे फिर से अनार्य के इतिहास को उजागर कर शके... इस के लिए हमारी चेनल सब्सक्राइब करिए... देखिए हम लाखो लोग 14 एप्रिल ओर 6 डिसम्बर को केसे अपने महानायक डो. बाबासाहेब आंबेडकर जि को सलामी देते है.... ओर सभी अनार्य राजाओं के जन्म जयंती ओर परिनिर्वाण दिन पर भी हमारे सभी असुरो को पुरे गूजरात मे रेली(फ्लेग मार्च) निकाल कर उन सब अनार्य योध्दा ओ को हम सलामी देते हे.. आपको अशुर( अनार्य) राजाओं को पुरे गुजरात से हम सलामी देते हे... वह यह जो मे चेनल से कमेंट कर रहा हूँ... उस चेनल पर भी आप अनार्य राजा की सलामी देख सकते हे.... ओर मूझको पर्शनल मे वोट्सअप मे मेसेज किजिए तो मै आपको पर्शनल मे विडियो भेजुंगा.... मेरा वोट्सअप नंबर ( 95866 29704 )
बहुत बहुत आभार साधु वाद धन्यवाद आपका, यह ऐतिहासिक जानकारी बताई है हम लोग आपके विचार सिद्धांत के साथ समर्थन करते हैं, बहुत बहुत मंगल कामनाऐं, नमो बुद्धाय जय भीम जय संविधान👏👏👏👏👏👏👏👏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏👍👍👍👍
Sir aapki kahani mein bahut se pench hain. Hindu NavGrah pooja mein Rahu aur Ketu ki bhi pooja karte. Jisse nafrat karte hain uski pooja karwa rahe hai brahman??? 1. Vishnu ko Rahu ne maara to Arya week ho gaye. 2. magar 5-6 mahine mein wohi arya phir se Rahu ko maarne chale gaye , aur safal bhi ho gaye? Matlab vishnu ke marne se ARya aur bhi takatvar ho gaye? 3. Arya jangal se nikal ke Raahu ko mare par 10:50 pe raahu unko maarne jangal mein chala gaya. I think you should read Who were Shudras by BR Ambedkar.
@@debasishmallick7819 अवतार सिस्तम था ही नहीं। यह सब हिन्दुओं की काल्पनिक कहानियों में यदि असली इतिहास ढूंढोगे तो कुछ नहीं मिलेगा। सच्चे इतिहास को पढ़ो।
Except Muslims, Christians, Parsies, Zorastrians all are, means Hindus, Jains and Buddhists are mool nivasies of Bharat. Bakwas band karo, rights ke liye lado, anyay ke viruddh lado, sab saath hai. Meems ke behakave me ayetho khud tho maroge hi , saath me sab ko maravavoge. Akal kab tha tum me ?
Ky aap bhivrao Ambedkar se jyada Gyani ho unhone Kaha ki ham sab mulnivashi h Kam se Kam unko padh lo unhone koi sadak chhap nhi the videsho me padakar aayai wha bhi unki murty lag gyai Aap kyu nhi unki baat mante ho Unhone Kaha ki sastro me Jo Sanskrit h use hamare sewa koi bhi sudh ucharan nhi kr skte Yai Ambedkar ji ke vachan h Jai hind
@@indernama5037 Aryan invasion theory Ko Angrezo ne hindi bolne walon Ko Tamil telugu Kannad bolne walon se alag karke 1 dusre ka Dushman banane k liye Kiye banaya tha or teri Aryan invasion theory kai baa debunk ki ja chuki hu par tu agar tu nahi manta to galti teri h. Or Bharat ki history gandu communist likhte h jis wajah se Bhartiya history or ved puran Upanishad manusmriti distort kiye Gaye h to B.R. ambedkar k quotes distort karna kon si badi baat h inke liye. Dalit m bhi hun par andha behra nahi ki kisi bhi video m koi bhi chutiya communist baith kar jhuth bolega or m Maan lunga. Jai hind Jai shri ram
@@ganeshindian2575 Aryan invasion theory Ko Angrezo ne hindi bolne walon Ko Tamil telugu Kannad bolne walon se alag karke 1 dusre ka Dushman banane k liye Kiye banaya tha or teri Aryan invasion theory kai baa debunk ki ja chuki hu par tu agar tu nahi manta to galti teri h. Or Bharat ki history gandu communist likhte h jis wajah se Bhartiya history or ved puran Upanishad manusmriti distort kiye Gaye h to B.R. ambedkar k quotes distort karna kon si badi baat h inke liye. Dalit m bhi hun par andha behra nahi ki kisi bhi video m koi bhi chutiya communist baith kar jhuth bolega or m Maan lunga. Jai hind Jai shri ram
Duniya globalisation ki aur badh rahi h aur Hum aaj bhi ek theory k piche lad rahe h. Acha hoga sab mil ek dusre k adhikaro ka dhyaan rakhte hue mil Jul kar desh ko aage badhaye. America Sabse powerful Kyu h.? Kyonki wo United States of America h.
भगवान वाल्मीकि एक डाकू थे। बाद में उन्होंने स्वयं को बदला और तपस्या के बल पर ज्ञान प्राप्त किया। उन्होंने ही रामायण जैसा महाकाव्य लिखा। ये बोलता है कि प्राचीन काल में शूद्रों को शिक्षा का अधिकार नहीं था। तो फिर वाल्मीकि ने कैसे संस्कृत में रामायण जैसा महाकाव्य लिख दिया। वाल्मीकि को महर्षि माना जाता है। प्राचीनकाल में अगर शूद्रों को शिक्षा नहीं मिलती थी तो फिर राम और केवट एक ही गुरुकुल में कैसे पढ़े? यदि शूद्रों को पढ़ने का अधिकार नहीं था तो फिर शबरी, जो कि भील जाति की थी, उसने महर्षि मतंग से शिक्षा कैसे पायी और श्री राम उससे मिलने क्यों गए?
पुराणों की बात तो मैं नहीं जानता, देशी और आम भाषा में लिखी तुलसीदासजी कृत रामचरितमानस मैंने कई बार पढी है, और समझा है कि राम एक व्यक्तित्व था जो इस कथानक के पूर्व सर्वमान्य था, जिसके नाम का उपयोग करके विष्णु नामक शासक ने छल प्रपंच द्वारा, मूल निवासियों खरदूषण, त्रिसिरा, ताडका, सुबाहु , बाली, रावण परिवार आदि का वध किया, बाल कांड से लंका कांड तक पढिये प्रपंच ही प्रपंच मिलेंगे,
Aapke anushar agar brahmano ke dwara banaye gaye mandir aur bhagwan pakhand hain...to aapko ek baat bata dun ki jitne bhi sanatan dharm sthal hain waha jaker dekh lo.....chand pujari ko chodkar sabhi log jaise dukandaar, sevadaar, etc sabhi alag caste se hain....jinki roji roti bhi inhi sthanon se chalti hai....
Aur haan mulnivashi kab se murkh ho gaye....main abhi ranchi ke HEC company se aaya hu jiske chief design engineer shei karthik uraon the.....to krupya apni jankari thik karen .....ye sari baten wester countries , leftiest aur muslim countries ke dwara failayi gayi hai ....taki sanatan dharam ko barbaad kiya ja sake....
चींता न करें आज देश में सबसे ज्यादा धर्म परिवर्तन दलीतो का ही किया जा रहा है,धिरे धीरे सब दलीत मुसलमान,ईसाई बन जाएगा फिर मुल निवासी ईतिहास पढ़ने की जरूरत नहीं पढ़ेगी क्युंकी सब कलमा पढ़ेंगे। सनातन धर्म का बंटाधार हो रहा हैं ,जीसे एक जुट होकर दुसरों से अपने ईतिहास संस्कृती और धर्म की रक्षा करनी हैं वो आपस में ही लड़ रहें हैं । और हां ईसलाम में सुअर हराम हैं उसका मांश खाना भी ,ईसलिए जब सनातन धर्म खत्म होगा तो मुल निवासीयों की संस्कृती प्रमपरा जीसमे सुअर की बली और मांश खाते हैं वो भी मुसलमान लोग नहीं करने देंगें। फिर पढना कलमा और राहु राजा की पुजा भी नहीं कर पाओगें
@@greatkaafir7881 apni soch ko upar uthao...aarakshan bilkul sahi hai mere hisab se..lekin wahi aarakshan ramvilas ka beta chirag leta hai, mayavati ka bhatija leta hai, kisi dalit colector ka beta leta to wo galat hai kyonki aarakshan garibon pichdon ke liye banaya gaya hai na ki dhanikon ke liye gaya tha
जो भाइ अनार्य की खोज मे ओर अनार्य मे कोन कोन से राजा हे उनकी जानकारी चाहते हें??? ओर कैसे फिर से अनार्य के इतिहास को उजागर कर शके... इस के लिए हमारी चेनल सब्सक्राइब करिए... देखिए हम लाखो लोग 14 एप्रिल ओर 6 डिसम्बर को केसे अपने महानायक डो. बाबासाहेब आंबेडकर जि को सलामी देते है.... ओर सभी अनार्य राजाओं के जन्म जयंती ओर परिनिर्वाण दिन पर भी हमारे सभी असुरो को पुरे गूजरात मे रेली(फ्लेग मार्च) निकाल कर उन सब अनार्य योध्दा ओ को हम सलामी देते हे.. आपको अशुर( अनार्य) राजाओं को पुरे गुजरात से हम सलामी देते हे... वह यह जो मे चेनल से कमेंट कर रहा हूँ... उस चेनल पर भी आप अनार्य राजा की सलामी देख सकते हे.... ओर मूझको पर्शनल मे वोट्सअप मे मेसेज किजिए तो मै आपको पर्शनल मे विडियो भेजुंगा.... मेरा वोट्सअप नंबर ( 95866 29704 )
Adbhut sir gyan ka bhandar ho aap Hazzaro Salo se so rhe bahujano ko jagane ke liye dhanyawad. Sir ek niwedaan hai youtube par dhol me Pol video ki Tarah aap bhi hararooj apne mulniwasi raaja maharaja nayak mahanayako ka itihaas batate rahenge to zaroor apna soota hua samaj jaag jayega or bahujan samaj apke gyan se jaag gaya to bhuddhmay bharat banane me Der nai lagegi. Namo Buddhas Jai bhim
मुझे तो यही लगता है कि अपनी कुंठा के चलते इन्होंने ने भी एक कहानी ही गढ़ी है और अपने को सही साबित करने के लिए मनगढ़ंत तर्क दिये जा रहे हैं। बुद्ध ने अपनी ज्ञान साधना यात्रा में जितनी तांत्रिक साधनाएं की हैं उनका उल्लेख तवा़गमठ में संरक्षित ग्रन्थों में मिलता है। जिसको जानने के बाद इनकी सारी मनगढ़ंत बातों का उत्तर मिल जायेगा कि सच्चाई कहां तक है।
Sir Jee Aapake dawara bahut hi rochak Jankari diya gaya Bahujano ko Isi Tarah Jagruk karate Rahe taki Baba Saheb Bhimrao Ambedkar Jee ke Sapana Sakar ho Sake. Jay Bhim Namo Buddhaye Sir Jee.
Sree maan mere baap shab G aapke charno ko chhukr seva johaar karta hoo aap dhany hai aapke dwaara jaankari mlee haam dhany ke paatre hai aapke maarg ke madhyam se haam koyatooro ki bhalaie hai Jay johaar.. 🙏🙏💪💪😸😸
श्री कृष्णा भी तो यादव जाति से थे और यही यादव आजकल के संविधान में ओबीसी कास्ट से आता है तो फिर भगवान श्री कृष्ण के भी तो पूजा होती है । आदमी जात से नहीं कर्म से पूज्य होता है । जिसका जैसा कर्म उसका वैसा सम्मान ।
tum seedhi language me baat nhi kar sakte he na? aur tumhe ata bhi kuch nhi he, oopar jo ias sahab ne bola mene wahi bataya,unhone bola krishna do the,ye inke ek brahamman ke, aur ek kaam ki baat batau me tumko, ye brahamman jews he bhai, inhone hi sab sab racha he,inke hi baap dada ki tum pooja karte ho,inke banaye bhagwaan ki tum pooja karte ho,ye jews har jagah yahi kar rhe he,ye abraham ki auladon me se he, youtube search kar lena, genes of brahamman and jews, and 10 lost tribes,tumko pichhle 3 hajar saalo se bewkoof banaya gya,me janta hu tumko ye hajam nhi hoga,
बहुत ही अलौकिक मूलनिवासी यों, यानी हमारा इतिहास आपने बहुत ही सरल तरीके के साथ बताया, जो जादातर कही सुनाया नही या पढाया भी नही जाता है.धन्यवाद महानुभाव आपका.
बहुत ही महत्वपूर्ण और सही जानकारी । आप दोनो का बहुत बहुत धन्यवाद। जय भीम जय भारत जय बीएसपी।
जय मूलनिवासी, ब्राह्मण विदेशी, सच्चा इतिहास बताने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद
Gazab chutiya admi hai ye budhe baba
Sara itihas hi change krdiya
Brahman lode ka videshi matherchod sinauli mai tere baap ka kankal mila hai
😂😂😂...wah kya scene h..
हां ये लोग भारत के मुलनिवासी तो थे किंतु अंबेडकरवाद और बौद्ध धर्म को मानने वाले नहीं थे क्योंकि इनके जमाने में बौद्ध और अंबेडकरवाद पैदा भी नहीं हुए थे । मुलनिवासी राहु, जरासंध,कंस,रावण ये सब सनातन वेदिक धर्म को मानते थे और भगवान शिव के उपासक थे ,इनका इतिहास केवल वेदिक धर्म ग्रंथो में मिलता है।
अगर बाबा साहेब, महात्मा ज्योतिबा फुले, पेरियार साहब जैसे महापुरुष ना होते...तो हमारी स्थिति कहीं ज्यादा बद्तर होती...इसीलिए अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए किसी भी कष्ट को उठाने के लिए हमें तैयार रहना चाहिए...अच्छी शिक्षा प्राप्त करके ही हम तार्किक, वैज्ञानिक और मानवतावादी सोच विकसित कर सकते हैं...जय संविधान जय विज्ञान
जय यादव जी। जरासंध कि हत्या भगवान कृष्ण ने कराई थी।
ऐसे वीडियोस मे ऐतिहासिक स्रोतों का उल्लेख अवश्य करें जिससे हमें ऐसे स्रोतों को स्वयं को पढ़ने का मौका मिले. क्रपया ध्यान रखें. शुक्रिया.
@@spidee7711 भाई साहब, मैं हकीकत यानी प्राचीन भारत के इतिहास मे क्या क्या हुआ, जानना चाहता हूं. मैं किसी प्राचीन कथन या लिपिबद्ध कथा को प्रामाणिक नहीं मानता क्योंकि जरूरी नहीं कि लिखने वाला सचाई बयान करेगा. ऐसा भी स़भव है कि लेखक ने कड़वी सच्चाई को छुपाने के लिए अलग कहानी गढ़ा हो. विभिन्न स्रोतों से मिली जानकारी का मेल करके सच्चाई की तह तक पहुंचा जा सकता है. वेद-पुराण में तमाम बातें लिखी गई हैं जो प्रामाणिक नहीं हैं. मैं आस्था पर सवाल नहीं उठाता. मैं केवल प्राचीन इतिहास समझना चाहता हूं. यह काम मुश्किल हो गया है क्योंकि इसमें आस्था को जोड़ दिया गया है.
@Prashant Yadavप्रशांत जी, मैं आंख मूंद कर किसी व्यक्ति या विचारधारा का समर्थन या विरोध नहीं करता. वामपंथी होना गुनाह नहीं है. हमारे प्राचीन भारतीय इतिहास में आस्था को जोड़ने की वजह से गोलमाल हो गया है. इसलिए प्राचीन भारत के इतिहास को समझने मे कठिनाइयाँ हैं.
@@spidee7711 यादव था अहिर जाति से जरासंध कंस का रिश्तेदार था और कंस श्री कृष्ण जी का रिश्तेदार था अपना कोई यादव चंद्रवंशी राजपूतों से अलग हुए हैं राजा ययाति की संतान है यह महाभारत के समय की बात है जब जरासंध होता था
@@anandbiga , Ambedkar ji ki book"Who is Shudra" read kriye
ज्योति बा फुले जी की गुलामगिरी पढ़िये , उसमे सभी बातों का उल्लेख है।
ललई सिंह यादव जी की सच्ची रामायण पढ़िये जो पेरियार जी की लिखी क़िताब का हिंदी रूपांतर है।
बाबा साहेब जी की लेखनी के बारे में ज़्यादा बोलने की ज़रूरत नहीं, उनका सामी आजतक नहीं हुआ है। उनके नाम से google करिए google doc आसानी से उपलब्द है। dr. Ambedkar volume in pdf करके देखिए , मिल जाएगा।
और बैठ के सोचिए, बाबा साहेब , फुले जी, पेरियार जी, ललई जी सब लिख कर गए हैं और हमारे आज के बुद्धि जीवी ये किताबें घर घर तक नहीं पहुंचा पाए।
धन्यवाद आपकों साहेब जी जय भीम जय भारत जय मूलनिवासी जय संविधान जय सम्राट अशोक महान
थैंक्स सर जी आप ने हमारे दलितों के मसीहा का इतिहास इतनी सुंदरता से बताया आप को हिर्दय से
❤️🌹🇮🇳📚🙏🏻🙏🏻
अफ़सोस इस बात का है की हमारे समाज में अज्ञानता के कारण देवी दुर्गा देवी काली आदि हनुमान जी ठाकुर जी ना जाने कितने काल्पनिक देवी देवता को बिच में घुसेड़ दिया है जानकारी के आभाव के कारण बस यही एक दुःखद घटना है!
Masiha bhosdike Masiha Christian likhte tu Pakka goro angrejo ka mut hai.. Tu dalit nahi Ho sakta.
बहुत सुंदर और सरल शब्दों में सच्चाई का बखान किया आपने ऐसे ही मूलनीवासी नायको की कहानी सुनाते रहे धन्यबाद जय भीम नमो बुद्धाय जय संबिधान जागो बहूजन जागो
आदरणीय महोदय, आपने पुरा वृतांत बता दिया/ बहुत-बहुत धन्यवाद/भारत में बनकर आऐ परदेशी, वोल्गा के थे वो बासी/जादु चलाई, बन गया देशी/ भाई इन विदेशीयों को
यूराल भेजो/मूल -वासीयों को गले लगाओ/आपस में एकता का खेल खेलो;राजनीति में पांव पसारो/ मिल बाट कर राज चलाओ/ तीन हजार सालो से रुठा भाग जगाओ/देश पावो, ताज पाओ, मूल-वासियों, भारत भाग्य जगाओ/मि०लाल/ धन्यवाद/नम:THENKS.
बहुत ही महत्वूर्ण जानकारी दी।
अबे वो गोपाल राम,,कहार हो न इसलिए राम लगते है जरासंध का इतिहास बहुत अलग है तो ज्यदा यहां सुंदर सुंदर न करो
तुम4 भी अशुर हो
Absolutely right sir jee 👍 👍 👍 👍 👍 🙏🙏🙏🙏
बाह सर जी ऐसे ईतिहास कार को हम नम्मन करते हैं। जो हमारे समाज को सच्चाई बता जगा रहे हैं।
जय भीम जय भारत जय संविधान जय मुलनिवासी।
Jai bhim name bhudhi
बहुत ही दुर्लभ इतिहास की जानकारी हुई सर आपसे , और सच्चाई है ।
आशा है दादा जी दुर्लभ और सुनियोजित रूप से लुप्त की गई और थोपी गई मिथको से मूलवासी जनो को अवगत कराते रहेगे ।
दादा जी को शत नमन!
अशोक जी दादा जी से कहिए गा यह सारी कहानी के ऊपर किताब लिखे हैं जय भीम नमो बुद्धाय।
"6:41 वो सिर्फ़ एक ही विष्णू मंदिर है..". 😁😁😁😁😁😁😁😁😁😁😁😁😁
भारत में लाखो विष्णू मंदिर है..
अंकल फ़्री बैठा गप्प मार रहा है.... 😁
Same me
Shri Bhagwan Gond... महाशय ये दुर्लभ नहीं अतिदूर्लभ कचरा पूर्ण मनगढ़ंत कहानी है... और ये क्या बेवकूफों की तरह आप सब मूलनिवासी- मूलनिवासी रटते रहते हैं... हम सब आर्य ही यहाँ के मूलनिवासी हैं...
@@sushantyadav2870 😁😂😂
बहुत ही महत्वपूर्ण विश्लेषण जो १००%सत्यहै, पाखंडियों को समझने में मदद मिलेगी। लाक्षणिक विशेषताओं के साथ सच्चाई को तोड़-मरोड़कर कर पेश करने में माहिर पाखंडियों को बेपर्दा करना ही पड़ेगा।तभी संविधान की रक्षा करने में दक्ष बनेंगे और यहां के मूल निवासियों को अपना हक़ मिल सकेगा।
आप इस कहानी को और भी विस्तृत रूप में लिखकर "राहु" पुराण बनाईये सर जी,और बिक्री के लिए दलित संगठनों को दीजिए। दलित इस कहानी को पढकर अपने पुर्वज को जानेगे और संगठित होगे और राहु - केतु को जिन्दा रखेगे ।
tum brhamano ki gaand aise hi maari jaayegi
Ma ki bhosdi barahmno ki...saalo ki gand mei lund dalu mai..
@@indernama5037 mullo ki ma chodega rajput, bramhan aur dalit.
एक बार ये वीडियो जरुर देखना
ruclips.net/video/jrOHXI52xdw/видео.html
आदिवासी राजा ने अर्यो से युद्ध किया
आज से 100साल पहले बाबासाहेब बिना आरक्षण के उपर उठ गये और कई डिग्री या हसिल की,लेकीन 70साल आरक्षण लेने के बावजुद भी दलितो मे कोई दुसरा आंबेडकर नहीं बना.?क्योकी चाहत उपर उठने की नही मुफ्त खोरी और लालच की पडी है
50,000 वर्ष पूर्व मानव की उत्पत्ति अफ़्रीका में हुई थी वहाँ से मानव से पूरी पृथ्वी पर पीढ़ी दर पीढ़ी चलते चलते पहुँचा है । मानव लगभग 15,000 साल पहले यहाँ आया जिसे हम आज भारत करते हैं । इसके पूर्व यहाँ कोई मानव नहीं रायता था। राम राज्य के पहले भारत या हिन्दुस्तान नहीं था ।छोटे छोटे राष्ट्र यानी कई राजाओं का शासन था।
कार्य के आधार पर मानव के समाज में वर्ग व्यवस्था स्थापित की गई थी।
सभी भारतीय सम्मान करने योग्य है। भारत एक महान देश हे इसके सभी नागरिक समान रूप से सम्मानित है सभी को समान रूप से अधिकार प्राप्त है जातिसूचक शब्द या जातिवाद एक षड्यंत्र है यह षड्यंत्र ग़ुलामी की अवधि में रचा गया था
वर्तमान की राजनैतिक पार्टियां भी इसको गहरा रही है और वोट का फ़ायदा उठा रही है हम इस बात को समझे और सबको समान रूप से सम्मानित करे हर जाती समान है एवं समान रूप से सम्मानित है हर सरनेम सम्मानित है हर सरनेम समान हे
ब्राह्मण ठाकुर वैश्य शूद्र सभी भारत के मूल निवासी है कोई भी विदेशी नहीं है
जातिवाद विगत 700 सालों की ग़ुलामी की उपज है। यह जातिवाद आज़ादी के बाद वोट की राजनीति के कारण और ज़्यादा gगहराई है | ग़ुलामी की अवधि में केवल दो जातियां होती थी एक ग़ुलाम दूसरे अंग्रेजों के चम्मच या मुगलों के चम्मच | ग़ुलाम किसी भी जाति का हो सबके साथ एक जैसा अन्याय होता था
इस स्पष्ट है कि हमें भारत को तोड़ने वाले एवं कमज़ोर करने
वाले विचारों को दूर करना होगा। सभी का सम्मान करना होगा एवं ब्राह्मण ठाकुर वैश्य शूद्र सभी भारत के मूल निवासी है कोई भी विदेशी नहीं है
मूलनिवासी महापुरूषों की अपनी गाथा है, जो लिखित रूप नही मिलेगा, परन्तु मूलनिवासियों की कुछ परम्परा एवं संस्कृति है, जो गांव देहात में लोकगीतों, विवाह संस्कार, आदि में देखने को मिलती है, जो आज विलुप्त हो रही है या विलुप्त हो गई है|
बात बिल्कुल सही है भाई ,हम लोगों का कोई लिखित दस्तावेज नही है। कहानी , किस्सों , लोकगितों में हमारे पुर्वज के महान लोगो के बारे में जानने होता है । इन कहानी ,किस्सों व लोकगितों को कोई साहित्य के रूप में संजो नही रहे है। काश् ! ऐसा कोई करता ? दलित समाज धन्य धन्य हो जाता ।
सुनियोजित तरीके से अपने पोगापंथी किताबो के जरिए फैलाया गया है ।
Very nice
Yess humlogo ka kisse kahani, lok geet, shadi sangeet me sunne ko milta hai, humara likhit itihas nhi hai.
Jhutha sala hai navgrahatri hai yah 11bata raha hai beta jis din brahman vakta apna bayan dega us din tumhara nash ho jayega
पासवान साहब आप स्वयं एक महान विद्वान हैं, दलित बहुजन समाज से हैं,आप जिस प्रकार शिक्षा देते हैं, पूरे पासवान समाज को अंगीकार करना चाहिए, दलित आदिवासी एकता बनाए रखने में मदद करना चाहिए!
जयभीम नमोबुद्धाय जयसंविधान ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Sir jo bhi इतिहास बताते हो उसको लिखना चाहिए ताकि हमारी पीढ़ी jaan सके
इनके गांड से इतिहास निकलती है क्या?
@@AnupKumar-ck2ni Bhai Bhai yah theory angrejon ne banai thi hamen divide karne ke liye Aryan invention ka koi proof bhi nahin hai mohenjo Daro mein Sanatan Sanskriti ke kahin sare saboot aur chin mile hai jismein Swastik aur rigved mein likhe hue ek prakar ke flower ki bhi akruti Mili hai, Nadi Ke sukhne ke bare mein vistar se likha hai aur ye Nadi Aryan invention ki theory ke se 1500 BC se 400 sal pahle sukhi thi to aryano ko 400 sal pahle ka kaise pata hota ,ham yahi ke mul nivasi hai,ye kahete hai ki Arya invasion 1500 BC me hua tha matlab 3500 sal pahle, par rakhi gadi me ek kankal Mila hai jiska dna Arya samaj ke logo se milta hai or ye kankal 5000 sal se bhi jyada Purana or prachin hai ,in anpadho ko padna hi nahi ata ye proof dene par bhi nahi mante hai bhai ab inka kya kare
@@benzaminnetanyahu8626
Koi nhi bhi inka kuchh karne ki jarurat hi nhi hai gulam wali mansikta ho gyi hai inlog ka.
Bina hath pair hilaye aarakshan ke khayenge aur social midia pe gyan pelenge.
Pro trick: watch series on Flixzone. I've been using it for watching all kinds of movies recently.
@Ahmed Miles yea, been using flixzone for since november myself :)
मैं खुद एक बहुजन हु और पिछड़ा हुआ हु, किन्तु सत्यवादी हिंदू हु,, मैं कहता हु सनातन वैदिक हिन्दू धर्म महान है और इसका मुल ,गीता, है । राहु,केतु,रावण, महिषासुर ये सब ब्रह्मा और शिव के उपासक थे। मेरी आपत्ति सिर्फ ब्रामणवाद से है ,सनातन वैदिक हिन्दू धर्म से नहीं ,यह वैदिक धर्म सब के लिए है।
Mai hindu dharm ko nahi Manta kyuki mene khud hinduo ko stup todkar shivling bnate Deka he ....Sundar २००० sal purane Buddha stup ko todkar gufa mandir ko shiv mandir bnaya he tabse muje pata chal gya ki bohot se mandir same chitra he etihasik mandiro ki jo ek stup ki thi... maharstra ke maximum moutain temple bhuddhist the lekin aaj hindu bna diye gye he....kese vishwas kre phir unka
@@mangalbodele9775 sanaatan samikcha dekho pata chal jayega mai v shudra hu or mujhe garv hai arya hone pe
Kuch shrm hai aapme ?
According to Sanatan Aapki behan beti maa Biwi Devdaasi bnegi.. Ready ho iske liye ??
According to Sanatan aapko education ka haq nahi hai.. pr aap educated lg rahe ho tauba tauba aapne toh bahut bada paap kr diya hai Sanatan k anusaar..
Aapko hathiyar chlaana ya sikhna, Administration me bhi koi haq nahi hai.. Aap sanatan ko maante ho toh Fir niklo Brahmano kshatriyo logo ki tatti pesaab saaf kro wo bhi muft me.. aapka jo ghr khet hai aapke naam wo bhi kisi brahman k naam kr do because agr aap property rkhoge toh 33 koti devi devta aapko shraap de denge according to sanatan..
Ab bolo mnjur hai toh fir raho kattar sanatani.. aap Sanatan maante ho toh fir proper follow kro wrna narak bhogna pdega..
आप जैसी सोंच वालों की कमी नहीं है। डेंगू बुखार से ग्रस्त व्यक्ति आज भी ओझा डाइन भुत प्रेत के चक्कर में प्राण गंवा रहे हैं। और राहु केतु ग्रह कोआज तक बहुजन समाज भुगत रहे हैं।ग्रह नौ ही है जगजाहिर है। जो किसी व्यक्ति के शरीर और घर पर सवार नहीं हो सकता ग्रह तों दूर की बात है उपग्रह तो सवार ही नहीं नहीं हो सकता। बिल्ली घर में भोजन की तलाश में आती है।उस पर मृत आत्मा सवार होकर नहीं आता है। ये सब दशरथ के दादा के समय की बात हो सकती है। आज मानव मंगल ग्रह पर पढ़ें लिखे लोग जा रहे हैं।
Sahi kahani hai
पासवान जाति में पहले कम पढ़े लिखे लोग थे इसलिए उनका इतिहास नहीं बनाया गया और ऊंची जातियों में पढ़े-लिखे लोग थे इसलिए उनका पूर्वज का इतिहास बनाया गया
आपकी जानकारी बहुत ही बहुमुल्य है हमारे मूलनिवासी समाज के लिए।
धन्यवाद
रखते हैं मूछों 😎को ताव देकर, यारी निभाते हैं जान देकर,🔥
ख़ौफ़ 😵 खाती है दुनिया 🌎 हमसे, क्योंकि हम जीते हैं शेरों 🐅 की दहाड़ लेकर !!
😎 जय_राहुवंशी😎
आदरणीय श्री बुद्ध शरण हंस जी सादर ज य भीम जय बुद्ध जय भारत।बहुत अच्छा संदेश दिया है आपने।
ये IAS अफसर रहे है। ये मंडल कमीशन वाली इतिहास पढ़े है। 1200 सौ साल गुलामी मुस्लिम और अंग्रेजो की करि, जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण है, और ये 5000 साल या उससे भी पुरानी काल्पनिक कहानी सुना रहे है। अरे इन्हे भूमीहारो ने पाला और पढाया और ये राहू, महिषासुर, हिरण्याक्ष, के वंशावली में अपना नाम लिखवा रहे है, गजब का शिक्षा दे रहे है प्रभु
Sahi kahani hai Aphmare Bansaj me Dakhal na le
ये सब सनातनियों को बांटने का षडयंत्र है।
बाबा साहब अम्बेडकर के समकालीन योगेंद्र नाथ मंडल का इतिहास मत भूलिएगा जिनको जिन्ना ने प्रथम विधि मंत्री बनाया बाद में भाग कर कोलकाता में गुमनामी में मरे।
वाह भाई वाह क्या सुंदर इतिहास का प्रसंग जो सत्य है से अवगत कराए आपकी सोच को दाद देनी होगी अभी तक हम राहू बाली और जरासंध श्री कृष और कृष्ण तथा आर्य की पुरणोसुर पूर्ण से पूर्व की इतिहास की सविस्तर संक्षिप्त जानकारी ने दिल छु लिया आपको नमन है कृपया यह भी बताई की ये इतिहास या शोध की प्रति कहां प्राप्त होगी सादर साभार
Sir 😀😀😀😀😀enke mn me ye itihash peda hota he 😂😂
आज भी ब्रह्ममनो की बनाई हुई शुद्धीकरण प्रथा की काली करतूत है चौठारी प्रथा । ब्रह्ममन शुद्धीकरण के नाम पर टचेबल शुद्र की शादी-ब्याह होने पर दुल्हन के साथ 3 रात मंदिर मे शारीरिक शोषण के बाद ही चौथे दिन से दुल्हन को ले जाने दिया था उससे ही चौठारी कहते है ! पहले ब्रह्ममन देवता भोग लगायेगे उसके बाद घरबईया
इतिहास की जानकारी के लिए धन्यवाद। जय भीम नमो बुदधाय
आपके बातो से सहमत हु l
बहुत सुंदर 👌👌 व्याख्यान दिया है समाज को अवगत कराऔ
यह जानकारी मूलनिवासियों के लिए बहुत ही हितकारी, दिशा देने वाली,भ्रम समाप्त करने वाली,ब्राह्मणों के छल का खुलासा करने वाली, मूलनिवासियों में अपने पूर्वजों के प्रति गौरव भरने वाली है।अतः इस प्रकार की जानकारी कृप्या अधिक से अधिक दी जाए तो मूलनिवासियों में सही चेतना का विकास होगा। आपका बहुत बहुत आभार!
सर इनसे पूछे की छठ पूजा की शुरुआत कहा से हुई और बहुजन समाज के लोग क्यों मनाते है इस पर्व को
गुड सर जी सही कहा आपने भारत में जिन चीजों के प्रमाण हैं पत्थर पर लिखी गई लिपि है उनके कोई प्रमाण नहीं है और जिनके लिखे गए लेख हैं उनका कोई प्रमाणित प्रमाण नहीं है बहुत-बहुत साधुवाद जी आप
बहुत सुंदर
जय भीम नमो बुद्धाय जय मुलनिवासी।
jai ice cream
ये बिहार के आईएएस रह चुके है और इबकी बाते 1000% सच है l
@@Yrinnocentmoney कब बोला भाई 2001 मे डीएनए ने साबित kar दिया है की आर्य लोग काला सागर के पास के है गाँधी, तिलक नेहरू, सावरकर, राजेंद्र प्रसाद सबने स्वीकार किया है कभी इनकी बुक भी पढ़ लो l
@@Yrinnocentmoney अबे भाई राहुल आर्य के पास कुछ fact नहीं होते है ये बंदा उल जलूल बाते फेकता है ये जाहिल है भाई तुझे सावरकर और तिलक जो कट्टर ब्राह्मण थे उन्होंने खुद कहाँ था हम बाहर से आये हुए लोग है, गाँधी ने अंग्रेजो से कहाँ था हमारी मातृभूमि एक है इसलिए अंग्रेज हमसे अच्छा व्यवहार करें l महा पंडित राहुल सांस्कृत्यान जिन्हे 35 भाषा का ज्ञान था वोल्गा to गंगा मे लिखा है हम 5000 साल पहले यहाँ आये, संस्कृत कुछ नहीं पाली पे पोलिश की है bas, रिग्वेद मे खुद लिखा है हम आर्य उत्तरी ध्रुव से आये, भारत पहले बौद्ध भूमि थी l जहाँ भी खोदोगे बुद्ध निकलते है मंदिर to 8 सदी से बनने शुरू हुए है और जयादातर स्तूप के ऊपर बने है
13 नहीं 9 ग्रह है हमारे ग्रंथों में सूर्य, चंद्र ,मंगल ,बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु ,इस तरह की कहानी बना कर लोगो को गुमराह कितने दिन रख पाओगे जब आपके लोग इन चीजों को पढ़ेंगे तो अब साफ हो जाएगा ,अभी तो लोग पढ़ना चाहते नही है सिर्फ बहकने में खुश रहते है तो उनसे कहना भी बेकार है
Sahi kaha
मूलनिवासी भी अब अपने पूर्वज नायको के इतिहास को लिखना शुरू करे जहाँ से भी उनके बारे मे जानकारी मिले उसे लिखे और उसका प्रचार करे आज लोग उसे नही मानेंगे पर आने वाली पीढ़ियों में अपने पूर्वजो का इतिहास सच्चा लगाने लगाने लगेगा
Nice interview 👌. Thanks for giving vital information about " mool niwasi" warriors.
थैंक्स सर जी। आपने बहुत ही सुन्दर तरीके से ज्ञान वर्धन किया। उम्मीद है इससे बहुत ज्यादा बहुजन जुड़े।
ये ज्ञान नहीं तुम्हारे दिमाग में गू टट्टी भरी जा रही है। सावधान।
@@हरिप्रिया-ग1र हमें नहीं पता कि तुम आर्य हो अनार्य । भारत में सिर्फ दो ही प्रकार के लोग है।अगर तोमर हो तो आर्य नहीं ।पता क्यो आर्य नहीं होने पर भी घमंड करते हो।
@@aim2headffvip491देखो मेरे भाई किसी के धर्म गृन्थो की आलोचना आपसी विद्वेष को बढ़ाती है।हम सब हिलमिलकर रहे वभारतीय संविधान के प्रावधानों का सम्मान करे।आज नकोई बामन नक्षतृय न बनिया न दलित सब समान है।द्वेष रूपी बिस फ़ैलाने से आप और हम सब बरबाद हो जाएंगे। इसलिए ये फालतू की बातें बन्द करना ही श्रेयस्कर है।
अशोक दास जी आपको धन्यवाद जी ऐसे ही मूल निवासियों के इतिहास को सन और सबुत के साथ बताने के लिए ।
और ऐसे कई नायक है हमारे उन्हें भी बताने की कृपा करें और सर की लिखी किताबो को जन जन तक पहुचाने की कृपा करें
Khairat, reservation aur mangni karne vale mooli ke jor se moolinivasi aur unko khairat mein jamin,anaaj aur paisa dene vale baahri. Vaah re videshi baap ko apna gurughanras banane valo. Hamare to sabhi jatiyon ke ikatthe hoke Ramcharitmanas ka paath karte hain 😮
इन तीनो बाहुबलियों को ऐतिहासिक बताने का मतलब रामायण ,महाभारत व अन्य पौराणिक कथाओं को आप काल्पनिक के स्थान पर सच मानने पर बहुजनों का ध्यान भटका रहे हैं. कृपया सच से हमें रूबरू करायें .
Bahut abhar satya jaankari dene ke liye🙏
बहुत खूब दो कृष्ण थे किताब भी बता दीजिए सर ताकि हम भी पढ़ सके ये सभी जानकारी कहाँ से मिली बताई जरा
वाह सरजी, ऐसे ही सत्य लाते रहें
बहुत अच्छी जानकारी प्राप्त हुई
Bahot shandar।। Maine bhi ye बालिवंश book me padha hai।।
Bahut bahut badhayee shriman ji vishesh aur mahatwapurna jankari ke liye koti koti dhanyavad
आपने झुंठ रुपी भुसे के ढेर से सच्चाई रुपी सूंई ढूंढ निकाली है।आपकी मेहनत को मैं सैल्युट करता हूं।
Right
जो भाइ अनार्य की खोज मे ओर अनार्य मे कोन कोन से राजा हे उनकी जानकारी चाहते हें???
ओर कैसे फिर से अनार्य के इतिहास को उजागर कर शके...
इस के लिए हमारी चेनल सब्सक्राइब करिए...
देखिए हम लाखो लोग 14 एप्रिल ओर 6 डिसम्बर को केसे अपने महानायक डो. बाबासाहेब आंबेडकर जि को सलामी देते है....
ओर सभी अनार्य राजाओं के जन्म जयंती ओर परिनिर्वाण दिन पर भी हमारे सभी असुरो को पुरे गूजरात मे रेली(फ्लेग मार्च) निकाल कर उन सब अनार्य योध्दा ओ को हम सलामी देते हे..
आपको अशुर( अनार्य) राजाओं को पुरे गुजरात से हम सलामी देते हे... वह यह जो मे चेनल से कमेंट कर रहा हूँ... उस चेनल पर भी आप अनार्य राजा की सलामी देख सकते हे.... ओर मूझको पर्शनल मे वोट्सअप मे मेसेज किजिए तो मै आपको पर्शनल मे विडियो भेजुंगा.... मेरा वोट्सअप नंबर ( 95866 29704 )
Ye sabhi literature national geography, history channel, and discovery pr documentary k form me banana chaiye...
कोई कुत्ता भी नही पूछेगा । सब मन मर्ज़ी का बनाया है
बहुत अच्छी जानकारी, महत्वपूर्ण
Mai khud bramhan hu lequin aapka vishleshn ekdam satik aur vastavik laga
बहुत बहुत आभार साधु वाद धन्यवाद आपका, यह ऐतिहासिक जानकारी बताई है हम लोग आपके विचार सिद्धांत के साथ समर्थन करते हैं, बहुत बहुत मंगल कामनाऐं, नमो बुद्धाय जय भीम जय संविधान👏👏👏👏👏👏👏👏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏👍👍👍👍
Sir aapki kahani mein bahut se pench hain.
Hindu NavGrah pooja mein Rahu aur Ketu ki bhi pooja karte. Jisse nafrat karte hain uski pooja karwa rahe hai brahman???
1. Vishnu ko Rahu ne maara to Arya week ho gaye.
2. magar 5-6 mahine mein wohi arya phir se Rahu ko maarne chale gaye , aur safal bhi ho gaye? Matlab vishnu ke marne se ARya aur bhi takatvar ho gaye?
3. Arya jangal se nikal ke Raahu ko mare par 10:50 pe raahu unko maarne jangal mein chala gaya.
I think you should read Who were Shudras by BR Ambedkar.
Brahman budha ko 9th avtar bol rahe hai, jis budha ne avtar system ko inkar kia tha aur iss avtar system ke khilaf abhiyan chalaya tha.
Rahu ne Vishnu KO maara to aarya weak ho Gaye means Vishnu ke Marne se aarya taktwaar ban Gaye aisa galat comment likhanwale buddhi thikane he kya ?
चल हट बुड्ढे ।। तेरी बुद्धि पर तरस आता है ।।
@@debasishmallick7819 अवतार सिस्तम था ही नहीं।
यह सब हिन्दुओं की काल्पनिक कहानियों में यदि असली इतिहास ढूंढोगे तो कुछ नहीं मिलेगा।
सच्चे इतिहास को पढ़ो।
Kaun se 11 grah haa humne to aaj tak navgrah ki pooja ki haa
बहुत ही खतरनाक और महत्वपूर्ण जानकारियां 🙏
Except Muslims, Christians, Parsies, Zorastrians all are,
means Hindus, Jains and Buddhists are mool nivasies of Bharat. Bakwas band karo, rights ke liye lado, anyay ke viruddh lado, sab saath hai. Meems ke behakave me ayetho khud tho maroge hi , saath me sab ko maravavoge. Akal kab tha tum me ?
आप से पूर्ण रूप से सहमत। ये मैक्स मुलर की बकवास थ्योरी है। हम सभी आर्य द्रविड़ और आदिवासी हम सभी यहाँ की मूलनिवासी है।
Ky aap bhivrao Ambedkar se jyada Gyani ho unhone Kaha ki ham sab mulnivashi h
Kam se Kam unko padh lo unhone koi sadak chhap nhi the videsho me padakar aayai wha bhi unki murty lag gyai
Aap kyu nhi unki baat mante ho
Unhone Kaha ki sastro me Jo Sanskrit h use hamare sewa koi bhi sudh ucharan nhi kr skte
Yai Ambedkar ji ke vachan h
Jai hind
@@indernama5037 Aryan invasion theory Ko Angrezo ne hindi bolne walon Ko Tamil telugu Kannad bolne walon se alag karke 1 dusre ka Dushman banane k liye Kiye banaya tha or teri Aryan invasion theory kai baa debunk ki ja chuki hu par tu agar tu nahi manta to galti teri h. Or Bharat ki history gandu communist likhte h jis wajah se Bhartiya history or ved puran Upanishad manusmriti distort kiye Gaye h to B.R. ambedkar k quotes distort karna kon si badi baat h inke liye. Dalit m bhi hun par andha behra nahi ki kisi bhi video m koi bhi chutiya communist baith kar jhuth bolega or m Maan lunga. Jai hind Jai shri ram
@@ganeshindian2575 Aryan invasion theory Ko Angrezo ne hindi bolne walon Ko Tamil telugu Kannad bolne walon se alag karke 1 dusre ka Dushman banane k liye Kiye banaya tha or teri Aryan invasion theory kai baa debunk ki ja chuki hu par tu agar tu nahi manta to galti teri h. Or Bharat ki history gandu communist likhte h jis wajah se Bhartiya history or ved puran Upanishad manusmriti distort kiye Gaye h to B.R. ambedkar k quotes distort karna kon si badi baat h inke liye. Dalit m bhi hun par andha behra nahi ki kisi bhi video m koi bhi chutiya communist baith kar jhuth bolega or m Maan lunga. Jai hind Jai shri ram
Duniya globalisation ki aur badh rahi h aur Hum aaj bhi ek theory k piche lad rahe h. Acha hoga sab mil ek dusre k adhikaro ka dhyaan rakhte hue mil Jul kar desh ko aage badhaye.
America Sabse powerful Kyu h.?
Kyonki wo United States of America h.
साधुवाद सर जी
भगवान वाल्मीकि एक डाकू थे। बाद में उन्होंने स्वयं को बदला और तपस्या के बल पर ज्ञान प्राप्त किया। उन्होंने ही रामायण जैसा महाकाव्य लिखा। ये बोलता है कि प्राचीन काल में शूद्रों को शिक्षा का अधिकार नहीं था। तो फिर वाल्मीकि ने कैसे संस्कृत में रामायण जैसा महाकाव्य लिख दिया। वाल्मीकि को महर्षि माना जाता है।
प्राचीनकाल में अगर शूद्रों को शिक्षा नहीं मिलती थी तो फिर राम और केवट एक ही गुरुकुल में कैसे पढ़े? यदि शूद्रों को पढ़ने का अधिकार नहीं था तो फिर शबरी, जो कि भील जाति की थी, उसने महर्षि मतंग से शिक्षा कैसे पायी और श्री राम उससे मिलने क्यों गए?
बहुत बहुत धन्यवाद साहब । बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी दी इन पाखंडियों ने मूल निवासी राजाओं को किस तरह राक्षस बना कर मूल निवासियों को मूर्ख बनाया।
Jankari ke liye bahut bahut dhanyawad,namo buddhay Jai bhim Jai samvidhan.
सर आपसे निवेदन है की हमे अपने सही इतिहास को जानने के लिए कौन सी किताबे और क्या करना होगा कृपया जरूर बताएं
Excellent information and history
😅😅पहले कहते हो कृष्ण राम नही थे, फिर कहते हो राजा बलि जो विष्णु भक्त था वो हुए
what the hell 🤣🤣🤣 . it is like as if he is telling imaginary story with no proofs .
Sir ne satya kaha
@@rahultotade1622 prman nhi hai
@@ayushtieari385 praman nhi h kyoki brahmano ne itihash mita diye chutiye
पुराणों की बात तो मैं नहीं जानता, देशी और आम भाषा में लिखी तुलसीदासजी कृत रामचरितमानस मैंने कई बार पढी है, और समझा है कि राम एक व्यक्तित्व था जो इस कथानक के पूर्व सर्वमान्य था, जिसके नाम का उपयोग करके विष्णु नामक शासक ने छल प्रपंच द्वारा, मूल निवासियों खरदूषण, त्रिसिरा, ताडका, सुबाहु , बाली, रावण परिवार आदि का वध किया, बाल कांड से लंका कांड तक पढिये प्रपंच ही प्रपंच मिलेंगे,
सही कहा, बहुत ही दमदार, लेकिन हमारे पढ़े लिखे गधे लोग मानने को तैयार नहीं है,
Bahut Bahut dhanyawad sir G , SANDAAR JABARJAST JINDABAAD.
Very Good Job Sir Ji Aapne Bahut Hi Mahtpuran Gyan Ki Baat Batlai Aapko Mera Namaskar Hai 🌹🙏🌹
Yes indeed, excellent, real essence of real history.
Very good informational we have giving you jai bhim jai bharat namo Buddhay thank you
इतिहास की जानकारी देने के लिये शुक्रिया
सर आप के पास इतना ज्ञान है तो sir आप plz बहुत सुंदर तथ्यात्मक रिपोर्ट के साथ रचना करे। जय भीम जय भारत
Video ke liye dhanyavaad
Great! 👍
बहुत ही बढ़िया और सही जानकारी दी है साहब सात कन्या और हमारे महापुरुषों के बारे में, हमें बहुत गर्व है अपने महापुरुषों पर।
पुराण झूठे है पर उनके विलेन सच्चे है होहोहोहो अरे कुछ तो बुद्धि का उपयोग करो
धन्यवाद । बहुत अच्छी जानकारी दी आपने । ये सच है कि मूलनिवासियों की मूर्खता पर ही ब्राह्मण रोजी-रोटी कमा रहा है ।
Aapke anushar agar brahmano ke dwara banaye gaye mandir aur bhagwan pakhand hain...to aapko ek baat bata dun ki jitne bhi sanatan dharm sthal hain waha jaker dekh lo.....chand pujari ko chodkar sabhi log jaise dukandaar, sevadaar, etc sabhi alag caste se hain....jinki roji roti bhi inhi sthanon se chalti hai....
Aur haan mulnivashi kab se murkh ho gaye....main abhi ranchi ke HEC company se aaya hu jiske chief design engineer shei karthik uraon the.....to krupya apni jankari thik karen .....ye sari baten wester countries , leftiest aur muslim countries ke dwara failayi gayi hai ....taki sanatan dharam ko barbaad kiya ja sake....
चींता न करें आज देश में सबसे ज्यादा धर्म परिवर्तन दलीतो का ही किया जा रहा है,धिरे धीरे सब दलीत मुसलमान,ईसाई बन जाएगा फिर मुल निवासी ईतिहास पढ़ने की जरूरत नहीं पढ़ेगी क्युंकी सब कलमा पढ़ेंगे।
सनातन धर्म का बंटाधार हो रहा हैं ,जीसे एक जुट होकर दुसरों से अपने ईतिहास संस्कृती और धर्म की रक्षा करनी हैं वो आपस में ही लड़ रहें हैं ।
और हां ईसलाम में सुअर हराम हैं उसका मांश खाना भी ,ईसलिए जब सनातन धर्म खत्म होगा तो मुल निवासीयों की संस्कृती प्रमपरा जीसमे सुअर की बली और मांश खाते हैं वो भी मुसलमान लोग नहीं करने देंगें।
फिर पढना कलमा और राहु राजा की पुजा भी नहीं कर पाओगें
और तुम ब्राह्मणों के हिस्सों को ही आरक्छन के नाम पर खा कर अपना पेट भर रहे क्यों सच है ना
@@greatkaafir7881 apni soch ko upar uthao...aarakshan bilkul sahi hai mere hisab se..lekin wahi aarakshan ramvilas ka beta chirag leta hai, mayavati ka bhatija leta hai, kisi dalit colector ka beta leta to wo galat hai kyonki aarakshan garibon pichdon ke liye banaya gaya hai na ki dhanikon ke liye gaya tha
बिल्कुल सही कहा इस पोस्ट के माध्यम से पाखंडी होने देश का विनाशकर दिया😢😢
जय जोहार
Very good sir I am proud of you kuch logo ko mircih lagegi is Really story se aap ko naman h sr
Manusay awtar nahi padha
Ped ki majbuti jado see hoti hai aur tum apne jado KO kamjor karrahe ho mangadant mud
जो भाइ अनार्य की खोज मे ओर अनार्य मे कोन कोन से राजा हे उनकी जानकारी चाहते हें???
ओर कैसे फिर से अनार्य के इतिहास को उजागर कर शके...
इस के लिए हमारी चेनल सब्सक्राइब करिए...
देखिए हम लाखो लोग 14 एप्रिल ओर 6 डिसम्बर को केसे अपने महानायक डो. बाबासाहेब आंबेडकर जि को सलामी देते है....
ओर सभी अनार्य राजाओं के जन्म जयंती ओर परिनिर्वाण दिन पर भी हमारे सभी असुरो को पुरे गूजरात मे रेली(फ्लेग मार्च) निकाल कर उन सब अनार्य योध्दा ओ को हम सलामी देते हे..
आपको अशुर( अनार्य) राजाओं को पुरे गुजरात से हम सलामी देते हे... वह यह जो मे चेनल से कमेंट कर रहा हूँ... उस चेनल पर भी आप अनार्य राजा की सलामी देख सकते हे.... ओर मूझको पर्शनल मे वोट्सअप मे मेसेज किजिए तो मै आपको पर्शनल मे विडियो भेजुंगा.... मेरा वोट्सअप नंबर ( 95866 29704 )
@@Bhawanisingh-ou2rv aaaaaaaaaaaaaaaaaaaaa h
Bahut Sundar sir Itihaas Jankar bahut Khushi Jay Bhim Namo Buddha Jay Bharat
नमो बुद्धाय,जय भारत,जय संविधान,
Adbhut sir gyan ka bhandar ho aap Hazzaro Salo se so rhe bahujano ko jagane ke liye dhanyawad.
Sir ek niwedaan hai youtube par dhol me Pol video ki Tarah aap bhi hararooj apne mulniwasi raaja maharaja nayak mahanayako ka itihaas batate rahenge to zaroor apna soota hua samaj jaag jayega or bahujan samaj apke gyan se jaag gaya to bhuddhmay bharat banane me Der nai lagegi.
Namo Buddhas Jai bhim
बहुत अच्छा इतिहास की जानकारी दी आपने सर। आपका धन्यवाद।
बहुत अच्छी तरह समझाया दादा आपको धन्यवाद करते है और धन्यवाद है दलित दस्तक न्यूज चैनल का जो आपने इतना समय निकाल कर अच्छी जानकारी को दिखाया हम सब को ।
बहुत बहुत अच्छासफलतापूर्वक
इतिहास बिताने के लिए आपकी बात सही है आप ऐसी एवं सत्य है
sahi Kaha aapne
Ye video dekhiye
ruclips.net/video/jrOHXI52xdw/видео.html
Bahut khubsurat and informative video
मायावती ब्राह्मण से समझौता कर लिया जबकि कांशीराम साहेब ऐसा नहीं किया जाता.
Thank you sir, Mai bhi paswan hu aur hamre yaha rahu ki puja aise hi hoti hai.
मुझे तो यही लगता है कि अपनी कुंठा के चलते इन्होंने ने भी एक कहानी ही गढ़ी है और अपने को सही साबित करने के लिए मनगढ़ंत तर्क दिये जा रहे हैं।
बुद्ध ने अपनी ज्ञान साधना यात्रा में जितनी तांत्रिक साधनाएं की हैं उनका उल्लेख तवा़गमठ में संरक्षित ग्रन्थों में मिलता है। जिसको जानने के बाद इनकी सारी मनगढ़ंत बातों का उत्तर मिल जायेगा कि सच्चाई कहां तक है।
Sir Jee Aapake dawara bahut hi rochak Jankari diya gaya Bahujano ko Isi Tarah Jagruk karate Rahe taki Baba Saheb Bhimrao Ambedkar Jee ke Sapana Sakar ho Sake. Jay Bhim Namo Buddhaye Sir Jee.
1963 में आईएएस अधिकारी रहे हैं।झोला लाइब्रेरी भी चलाते हैं।बहुत पुस्तकें लिखी हैं।
Sree maan mere baap shab G aapke charno ko chhukr seva johaar karta hoo aap dhany hai aapke dwaara jaankari mlee haam dhany ke paatre hai aapke maarg ke madhyam se haam koyatooro ki bhalaie hai Jay johaar.. 🙏🙏💪💪😸😸
श्री कृष्णा भी तो यादव जाति से थे और यही यादव आजकल के संविधान में ओबीसी कास्ट से आता है तो फिर भगवान श्री कृष्ण के भी तो पूजा होती है ।
आदमी जात से नहीं कर्म से पूज्य होता है ।
जिसका जैसा कर्म उसका वैसा सम्मान ।
Us smay karm karne ka adhikar kaha tha
2 krishna the,
ek krishna tha aur ek shri krishna tha
tum seedhi language me baat nhi kar sakte he na? aur tumhe ata bhi kuch nhi he, oopar jo ias sahab ne bola mene wahi bataya,unhone bola krishna do the,ye inke ek brahamman ke, aur ek kaam ki baat batau me tumko, ye brahamman jews he bhai, inhone hi sab sab racha he,inke hi baap dada ki tum pooja karte ho,inke banaye bhagwaan ki tum pooja karte ho,ye jews har jagah yahi kar rhe he,ye abraham ki auladon me se he, youtube search kar lena, genes of brahamman and jews, and 10 lost tribes,tumko pichhle 3 hajar saalo se bewkoof banaya gya,me janta hu tumko ye hajam nhi hoga,
@@rajeevranjankumar1181 , kaisi bachkani baat hai ye
बहुत ही सुन्दर बात रखी है आप ने सर जी जय भीम नामों बुध्दाय
Very interesting and eye opening about truth..
This is not the truth.
He is just misinterpreting those Fictional stories
महा झूट और वैद संस्कृति के खिलाफ बोलना। मकसद है।
Thank you ji
मै जरासंध महाराज का वंशज हूं 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Main bhi bhai
Sir इसका इतिहास लिखो जिससे कि आने वाली पीढ़ी सुधर सके
Jay mulanivashi Namo buddhay jay bhim jay Bharat jay samvidhan 🇮🇳🙏
जनाब आप इतिहास के तथ्यों को तरोड़ मरोड़ कर समाज मे विसंगति का प्रयास है, अंग्रेजों की तरह से। आपने इतिहास को एक खास नज़रिये से परिभाषित कर रहे हैं।
आप लोगों को बहुत बहुत साधुवाद
जरासंध कृष्ण जी के रिश्तेदार है। आज कल बिहारी लोग क्या रायता फैला रहे है। प्रामाणिक बात करो तो अच्छा भी लगे।
Kahani Kahni hai kuch bhi kah do😂
@@compressorhub hmm😅
Thanks Bharat , Satya Sanatan aur Pushpendra kulshretha ji ko RUclips me follow kare usme achhi jankari milegi🙂