I like your program very much . Perhaps because I am familiar with the background. I had read about Ranu and her infatuation with Tagore. But I wonder how it could be something other than father daughter association . Anyway I am liking this ranu - bhanu
जैसा कि मैंने पहले ही घोषित किया था कि जिन पुस्तकों की मैं बात करती हूँ वो सिर्फ एक सूचना मात्र है कि ये अच्छी पुस्तक है उन्हें आप पढ़े मैं स्वयं पाठक और लेखक हूँ। मैं अपने कोई विचार नहीं प्रकट करती हूँ किसी की रचना पर टिप्पणी नहीं करती। सारदा सुंदरी, रवि बाबू की माँ थी उनकी कथा पर भी सोचिये स्वर्णा उनकी बहन थी, सरला देवी उनकी भांजी थी इसमें रवींद्र नाथ टैगोर की आलोचना नहीं है बल्कि मैंने "ठाकुर" परिवार की स्त्रियों की बात सुनाई, ना कि "रवींद्र नाथ टैगोर " या "गांधीजी" की ये उनकी जीवन गाथा है दरअसल रवि बाबू कलाकार, लेखक, संगीत, नाटककार, शांति निकेतन, गाँधी जी से उनकी निकटता पर भी इंकार नहीं । जबकि असहयोग आंदोलन से रवि बाबू सहमत नहीं थे ऐसी प्रसिद्ध शख्सियतें दो जीवन बिताती है एक पारिवारिक और एक सामाजिक, स्त्रियों की कथा के चलते उनका ज़िक्र हुआ। मैंने कोई राय नहीं दी विश्वकवि, नोबेल पुरस्कार विजेता, बहुमुखी प्रतिभा के धनी है। कृपया उपन्यास को उसी तरह पढ़े अन्यथा ना ले ममता
कहानी की बात करें तो कुछ इसमें ज्यादा दम नहीं है। सच्चाई की बात करें तो यह भी बहुत कम है। बड़े लोगों के ऐसे lafade होते हैं। चाहे ठाकुर हो ,चाहे गांधी हो , चाहे नेहरू हो । सभी लंगोट के कच्चे ही होते हैं। फिर इसे प्लूटोनिक लव का नाम देकर अपने आप को बचते हैं। यह पब्लिक है वह सब जानती है 😅😅😅
क्योंकि वो जहाँ होते हैं वहाँ समाज की थोथी नैतिकता ज्यादा मूल्य नहीं रखती , वो एक ऊँचाई पर जीते हैं जहाँ से यह सब बातें बहुत छोटी लगती है। लेकिन आम आदमी की जिद उसे उनके कार्य और उनकी चेतना की ऊँचाई नहीं दिखती वो उनका छिद्रान्वेषण करते हैं।अरे भाई आदमी ही थे वो भी भगवान नही थे।
@@kyakehrahihaizindagi4839 छोड़िए उस काल की बात थी आज की बात होती तो कह देते की वो भी उन्हें छोड़ दें, इतना क्यों किसी व्यक्ति के लिए दुःखी होना ,जीवन किसी दूसरे के कर्मो से दुखी या सुखी होने के लिए नहीं है।
Please don't stop such kind of series,i am loving it 🫶🏻❤️
Iam waiting your new episode mame good work 👍👍
शुक्रिया जी आप लोगो की यही बातें मुझे प्रेरित करती hain
AAP Ko sunna bada sukhdaai hai madam. Thank you so much@@kyakehrahihaizindagi4839
I like your program very much . Perhaps because I am familiar with the background. I had read about Ranu and her infatuation with Tagore. But I wonder how it could be something other than father daughter association . Anyway I am liking this ranu - bhanu
जैसा कि मैंने पहले ही घोषित किया था कि जिन पुस्तकों की मैं बात करती हूँ वो सिर्फ एक सूचना मात्र है कि ये अच्छी पुस्तक है उन्हें आप पढ़े मैं स्वयं पाठक और लेखक हूँ। मैं अपने कोई विचार नहीं प्रकट करती हूँ किसी की रचना पर टिप्पणी नहीं करती। सारदा सुंदरी, रवि बाबू की माँ थी उनकी कथा पर भी सोचिये स्वर्णा उनकी बहन थी, सरला देवी उनकी भांजी थी इसमें रवींद्र नाथ टैगोर की आलोचना नहीं है बल्कि मैंने "ठाकुर" परिवार की स्त्रियों की बात सुनाई, ना कि "रवींद्र नाथ टैगोर " या "गांधीजी" की ये उनकी जीवन गाथा है दरअसल रवि बाबू कलाकार, लेखक, संगीत, नाटककार, शांति निकेतन, गाँधी जी से उनकी निकटता पर भी इंकार नहीं । जबकि असहयोग आंदोलन से रवि बाबू सहमत नहीं थे ऐसी प्रसिद्ध शख्सियतें दो जीवन बिताती है एक पारिवारिक और एक सामाजिक, स्त्रियों की कथा के चलते उनका ज़िक्र हुआ। मैंने कोई राय नहीं दी विश्वकवि, नोबेल पुरस्कार विजेता, बहुमुखी प्रतिभा के धनी है।
कृपया उपन्यास को उसी तरह पढ़े अन्यथा ना ले
ममता
Pr ese rishte hote h...... attachment hote h......unhe galat trh nh dekha jaa skta.....
मैंने सिर्फ़ किताब के पन्ने रखे हैं कोई opinion नहीं दिया आप जजमेंटल हो रहे है किसी की किताब पे अगर आप को एतराज़ है तो आप उन्हें लिख सकते हैं
Adbhut🎉
शुक्रिया
Gurudev se pyar hona to swabhavik hai......
Rabindranath ka aisa hi ek rishta Victoria Ocampo ke sath bhi tha... Aur ek chhoti ladki Pupe ke sath bhi😊
Arre bhai poet the. Wo unki inspiration thi. Jise muse kehte hain. Yeh koi physical relationship nahi hain.
Putrivat evam pitavat sambandh do no ke bich me lagta hai
shaayad
Please aap read krke apne h shabdon me clearly sunaya kare.. pause mein desturb lgta hai story is very unique hote h❤
जी shukriya
कहानी की बात करें तो कुछ इसमें ज्यादा दम नहीं है। सच्चाई की बात करें तो यह भी बहुत कम है।
बड़े लोगों के ऐसे lafade होते हैं।
चाहे ठाकुर हो ,चाहे गांधी हो ,
चाहे नेहरू हो । सभी लंगोट के कच्चे ही होते हैं। फिर इसे प्लूटोनिक लव का नाम देकर अपने आप को बचते हैं।
यह पब्लिक है वह सब
जानती है 😅😅😅
क्योंकि वो जहाँ होते हैं वहाँ समाज की थोथी नैतिकता ज्यादा मूल्य नहीं रखती , वो एक ऊँचाई पर जीते हैं जहाँ से यह सब बातें बहुत छोटी लगती है। लेकिन आम आदमी की जिद उसे उनके कार्य और उनकी चेतना की ऊँचाई नहीं दिखती वो उनका छिद्रान्वेषण करते हैं।अरे भाई आदमी ही थे वो भी भगवान नही थे।
Arre bhai poet the. Koi mahila unko likhne ka inspiration de Iska matlab yeh nahi ki koi low grade relationship ho.
Plutonic love nahi, platonic hota hain. Aur lagta hain yeh prem tumhe kabhi mehsoos nahi hua.
आप सब पुरुष इसे महानता से ढंक रहे पुरुष हैं जिन स्त्रियों का दिल दुख उनका क्या
@@kyakehrahihaizindagi4839 छोड़िए उस काल की बात थी आज की बात होती तो कह देते की वो भी उन्हें छोड़ दें, इतना क्यों किसी व्यक्ति के लिए दुःखी होना ,जीवन किसी दूसरे के कर्मो से दुखी या सुखी होने के लिए नहीं है।