जाटों का गीत( कवि भीमाराम ढाढी)

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  • Опубликовано: 12 янв 2025

Комментарии • 10

  • @ओमप्रकाशगोदारा-ल4ङ

    वाह गजब🙏🙏 कविराज जी🙏🙏 जय जाट देवताओं की जय किसान देवताओं की जय हो जी🙏🙏 जय श्री कृष्णा जी❤️🙏 श्री राधे राधेजी❤️❤️❤️❤️❤️❤️

  • @LPJATBMR
    @LPJATBMR 2 года назад +5

    वाह! कवि भोम वाह!
    *जाटा रा बखाण*

  • @darasinghnordic5700
    @darasinghnordic5700 6 месяцев назад +1

    वाह वाह ढाढी जी वाह। जाटों की कविता आपने बढ़िया बनाई है।

  • @jaishreekrishna8097
    @jaishreekrishna8097 2 года назад +3

    बहुत ही शानदार प्रस्तुति, जाटो की वीरता, दयालुता का बहुत अच्छा वर्णन, जाटो की यशस्वी गाथा, धन्यवाद sir

  • @DineshSolenki-mb9dd
    @DineshSolenki-mb9dd 3 месяца назад +1

    राम राम सा

  • @thearmystar8877
    @thearmystar8877 2 года назад +2

    Jog ji rom rom

  • @chatanhooda6983
    @chatanhooda6983 7 месяцев назад +1

    ❤😊❤

  • @Chhatrimusicworld
    @Chhatrimusicworld 6 месяцев назад +1

    जय कबीर बाबा हम बिहार से ढाढी जाति से आते हैं ❤❤

  • @sharifkhan1836
    @sharifkhan1836 2 года назад +2

    वा ढाढी जी वा मीर समाज का नोरा बनाओ सा

  • @हनुमारामगोदाराहनुमारामगोदारा

    कवीराज जी गुदी में खुजली क्या आ रही है