ऐसा नहीं कि उन से मोहब्बत नहीं रही जज़्बात में वो पहली सी शिद्दत नहीं रही सर में वो इंतिज़ार का सौदा नहीं रहा दिल पर वो धड़कनों की हुकूमत नहीं रही कमज़ोरी-ए-निगाह ने संजीदा कर दिया जल्वों से छेड़-छाड़ की आदत नहीं रही अल्लाह जाने मौत कहाँ मर गई 'ख़ुमार' अब मुझ को ज़िंदगी की ज़रूरत नहीं रही
@Aap Ki Yaad Aati Rahi Raat Bhar”
Another Trademark Ghazal Of Chhaya Ganguli - ruclips.net/video/FsCkX3LnMPw/видео.htmlsi=Blx0gcycot4UuYmK
.......jazbon se chhedchhad ki aadat nahi rahi......wah wah kya baat. So pleasing !!
Sundar Singing
Wah wah kya baat. what a voice soul capturing.
Pl do share the lyrics
ऐसा नहीं कि उन से मोहब्बत नहीं रही
जज़्बात में वो पहली सी शिद्दत नहीं रही
सर में वो इंतिज़ार का सौदा नहीं रहा
दिल पर वो धड़कनों की हुकूमत नहीं रही
कमज़ोरी-ए-निगाह ने संजीदा कर दिया
जल्वों से छेड़-छाड़ की आदत नहीं रही
अल्लाह जाने मौत कहाँ मर गई 'ख़ुमार'
अब मुझ को ज़िंदगी की ज़रूरत नहीं रही
@@gaganafzal1905Thanks.
Beautiful lyrics❤️❤️❤️
Who is madhurani faizabadi?
sangeetchopal.blogspot.com/2011/05/refreshing-madhuranimalika-e-ghazal.html?m=1#:~:text=Madhurani%20ji%20is%20truly%20a,Indira%20Gandhi%20ji.