स्कूल में पढ़ाई का स्तर सुधारने के बारे में क्या सोचा है छत्तीसगढ में सरकारी स्कूल की स्तर निचले स्तर पर है यह के शिक्षक को धरना के अलावा कोई काम ही नहीं।
शिक्षा कर्मी से शिक्षक के सफर तय करने में 25 वर्ष तक लड़े, शिक्षा के स्तर बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़े । परन्तु पेंशन लागू किया गया। सभी वर्गों को नियुक्ति तिथि से सेवा का लाभ दिया गया। शिक्षक एलबी संवर्ग को 20 वर्ष की सेवा को शून्य घोषित करते हुए 2018 से सेवा की गणना करना कहां तक न्योचित है।
हमारे सहायक शिक्षक के लिए हानी है अपनी झोली भरने वाले है ए लोग
क्या जिंदगी भर सहायक शिक्षक रहने का विचार है? उसके आगे का भी सोचों 🙏🙏
स्कूल में पढ़ाई का स्तर सुधारने के बारे में क्या सोचा है छत्तीसगढ में सरकारी स्कूल की स्तर निचले स्तर पर है यह के शिक्षक को धरना के अलावा कोई काम ही नहीं।
शिक्षा कर्मी से शिक्षक के सफर तय करने में 25 वर्ष तक लड़े, शिक्षा के स्तर बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़े । परन्तु पेंशन लागू किया गया। सभी वर्गों को नियुक्ति तिथि से सेवा का लाभ दिया गया। शिक्षक एलबी संवर्ग को 20 वर्ष की सेवा को शून्य घोषित करते हुए 2018 से सेवा की गणना करना कहां तक न्योचित है।