महाशय जी, मेरा स्कूल अंग्रेजी माध्यम था, NEP के अनुसार मैने, मातृ भाषा में शिक्षा देना शुरू किया तो पलकों ने अपने बच्चों को स्कूल से निकाल लिया। सिर्फ़ RTE के बच्चे बचे हैं। और अब मैने BSB से स्कूल को जोड़ लिया है। हिम्मत नहीं हारी। अंग्रेज़ी माध्यम के नाम पर स्कूलों में भीड़ उमड़ पड़ती है। मेरा मार्ग दर्शन करें।
In order to make India as No.1 position in world or in otherwords to make India as Vishwaguru our Central Govt. at first may be pleased to declare Sanskrit as our national language for acceptable to all .
आयोजन शानदार है बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं एक निवेदन है ऐसे आयोजन कर्ताओं को नयी पिढी को कल्पनाशक्ति बढ़ाने के लिए प्रेरित तो करें पर कथनी करनी की महत्व को भी समझायें और उधार का सम्मान और गौरव में जीने की परम्परा का त्याग करें
Aaj ke ladko ko Kalaripayattu jaise warrior skill ke jagaha, 0 figure Model banne mein jabse maza ane laga, jab sangharsh chod Secular banne mein maza aane laga tab sanatan sikudne laga. 2000 varsh Mughlo ko khadeda hai hamare sanatanj and purvajo ne, Toh Sanatan pe galat bate mat karo, Babu Shona se bahar aakar Wareior bano
Sir,Sabase badi bat hai ki ham apni Gavayee Ghyan ko janana hi nahi chahate, Mai Avadhi aur Bhojpuri janata hu , in bhashao ka vidhvan nahi ,unhe puri kahani ya kisi avasar ko exact describe karane Kabhi Ek shabd ,Do shabd, ya koi muhara mil jata hai, Aur sari bate Explain ho jati hai
शिक्षा, विद्या,ज्ञानं , सत्य , नित्य, प्राण, चित्त........ । सनातन में विद्या + अर्थी , शिक्षा +अर्थी, ज्ञान +अर्थी , सत्या+अर्थी, नित्यार्थी ,....... । शिक्षा या विद्या में क्या प्रमुख है ! 14 विद्यायें 64 कलायें ।
भारत कभी किसी के आगे कटोरा लेकर नहीं गया। जो भी भी विदेशी/लुटेरे यहां लूटने ने के लिये आए। और लूटा केवल उसको जाता है। बहुत संपन्न हो, मूल्यवान हो, अमृत हो। लुटेरों में आर्य, अंग्रेज, मुगल, पुर्तगाली शामिल है। आपके द्वारा कहे गए शब्द की भारत कटोरा लेकर घूमता था। का हम विरोध प्रकट करते है।
आज़ाद भारत गरीबी से क्यों जूझ रहा है, मानव अस्तित्व के सभी मोर्चों पर पिछड़ा क्यों है..? क्योंकि मानवीय मूल्यों के बीच टकराव और झगड़े होते रहते हैं जैसे... 1. लोकतंत्र और जाति व्यवस्था 2. वैज्ञानिक स्वभाव और अंधविश्वासी विश्वास प्रणाली 3. आज़ादी और गुलामी 4. ब्राह्मणवादी चार वर्णीय सामाजिक व्यवस्था और संवैधानिक मूल्य 5. साक्षर और अशिक्षित 6. असमानता और समानता 7. पुराने पड़ चुके सामाजिक कानून और संवैधानिक कानून 8. परंपरा और आधुनिकता 9. अन्याय और न्याय 10. इतिहास एवं मिथक आदि। और उपरोक्त सभी नकारात्मक कारक अंततः नकली धार्मिक प्रभाव/गंदी मानसिकता वाले तथाकथित नेताओं द्वारा प्रचारित किए गए हैं और जीवन के उद्देश्य से भटक गए हैं। हिंदुस्तान याने मानवता के खिलाफ साजिश के अलावा कुछ नहीं है.. और इसके अधिकांश लोग इस प्रकार पृथ्वी पर घूमती लाशें हैं, इसलिए आचार्य ओशो कहते हैं कि "हिंदुस्तान अपने जीवन के उद्देश्य से भ्रष्ट होनीवाली और इधर-उधर भटकनेवाली लाशो का श्मशान बना गया हैं..!" इसीलिए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने एक बार कहा था: *_भारत गरीब नहीं बल्कि हमारी सोच गरीब है..!_* *_भारत एक राष्ट्र नहीं है, यह सिर्फ एक साधारण आबादी है, जहां शिक्षा की कमी हैं..!_*
राष्ट्रीय शिक्षा राष्ट्रीय भाषा में की शिक्षा नीति के जाग्रति के लिए आप लोगो की टीम सनातन संस्कृति उथान के लिए बहुत बहुत साधूवाद जय श्री राम❤❤
अपनी मातृ भाषा का महत्त्व ही हमारे उत्थान को सार्थक बनता है .. दुनिया की भाषाओं का ज्ञान भी आवश्यक है.. जय भारत माता की जय .
❤❤मुकूलजी को बहुत बहुत साधूवाद राष्ट्र हित का ज्ञान साझा करने के लिए धन्यवाद🙏💕
मुकुल जी के वक्तव्य से में अभिभूत और पूर्ण सहमत हूं । ऐसी ही सकारात्मक दृष्टि से हमें भारतीयता के पुनरुत्थान का शुभ कार्य करना पड़ेगा । उत्तिष्ठ भारत।
हाइ स्कूल तक नई शिक्षा नीति को कार्यान्वित करना अति आवश्यक है। देश का संस्कार सुधार जाएगा।
महोदया की वाणी में सरस्वती का साक्षात वास दिखाई देता है
अतिरिक्त जानकारी के लिए राजीव दीक्षित जी का भारत का स्वर्णिम अतीत अवश्य सुनें
❤❤जय श्री राम❤❤
अति सुन्दर बहुत सुंदर है, आपने जनमानस को जगाने वाला कारक खोज निकाला है। जय श्रीराम जय श्रीराम।
भारतीय ज्ञान परंपरा और भारतीयता के पुनरुत्थान के लिए मानवीय प्रयास के लिए कृतज्ञता ।
Bahut gyani rushuji Mukulji ko naman
बहुत बहुत धन्यवाद आपका 🙏
अति सुंदर व्याख्यान मुकुल भइया जी का।
फारच सुंदर. आपण आपल्या ज्ञान- कर्म तपस्येचे फळ मुक्त हस्ते उधळत आहात. अत्यंत कृतज्ञ आहोत आम्ही. धन्यवाद. परमेश्वर आपले सर्वार्थाने भले करो.
शिक्षा में ज्ञान अर्जित हो इसके लिए सभी को प्रयास करते रहना होगा।
निष्काम कर्म भूले सनातन धर्म के लोगों का ध्यान आकर्षित होगा.. जागो भारत जागो.. भारत माता की जय हो 🙏
Outstanding Rishi like Scientifi
Speaches . Thank you so much .
जय महाकाल हर हर महादेव जय भवानी ❤️🙏
महाशय जी,
मेरा स्कूल अंग्रेजी माध्यम था,
NEP के अनुसार मैने, मातृ भाषा में शिक्षा देना शुरू किया तो पलकों ने अपने बच्चों को स्कूल से निकाल लिया। सिर्फ़ RTE के बच्चे बचे हैं। और अब मैने BSB से स्कूल को जोड़ लिया है। हिम्मत नहीं हारी। अंग्रेज़ी माध्यम के नाम पर स्कूलों में भीड़ उमड़ पड़ती है। मेरा मार्ग दर्शन करें।
Bahot sunder Gyan ka pakad hai
भाई साहब आप का उदबोधन बहुत उपयोगी है
Ap ki vani ko sarvpratham sunne ka su avsar mila jise su kar mai dhanya dhanya ho gaya apko sadar pranam
बालभारती और विश्वभारती के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीती का ज्ञान है तो ये लोकनीती है !
In order to make India as No.1 position in world or in otherwords to make India as Vishwaguru our Central Govt. at first may be pleased to declare Sanskrit as our national language for acceptable to all .
Wonderful udgaaaar. Respected Manoj Sir, Lot's of Regards.
धन्यवाद ❤
आयोजन शानदार है बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं
एक निवेदन है ऐसे आयोजन कर्ताओं को नयी पिढी को कल्पनाशक्ति बढ़ाने के लिए प्रेरित तो करें पर कथनी करनी की महत्व को भी समझायें और उधार का सम्मान और गौरव में जीने की परम्परा का त्याग करें
अद्भुत वाणी आणि बुद्धीचा संयोग आहे हे व्याख्यान, नमन नमन नमन
What a speech 🙌🙌🙏🏻🙏🏻💐
Suvichar ko heartly welcome
वंदेमातरम वंदेमातरम वंदेमातरम
Yes 👍
🇮🇳
🌹
🥗
🌞🌅
🔎💝👏🔍
🌕❌🌚आराम अब हराम है।
🙏
कार्य ही पुजा है।
Common Sense …❤
तुम्हारी इसी शांति शांति वशुधेवकटुम्बकम ने ही सनातन का जो कि आधी पृथ्वी पर फैला था जो अब कितना सिकुड़ गया है देख लो
सनातन लोगों के Selfishness के कारण अपने धर्म का पालन नहीं किया इसलिए सिकुड़ गया। शॉर्टकट लाभ लेने के ईच्छा ने खुद संतानियों के दुश्मन बनते चले गए।
बिल्कुल ठीक। @@satyendrapandeyful
Aaj ke ladko ko Kalaripayattu jaise warrior skill ke jagaha, 0 figure Model banne mein jabse maza ane laga, jab sangharsh chod Secular banne mein maza aane laga tab sanatan sikudne laga. 2000 varsh Mughlo ko khadeda hai hamare sanatanj and purvajo ne,
Toh Sanatan pe galat bate mat karo, Babu Shona se bahar aakar Wareior bano
Positivity ka kabhi naash nahi hota ,aaj bhi hamara astitva hai aur wo punah pallavit ho raha hai 🙏🏻🙏🏻 shraddha rakhhe aur prayaso se jude 🙏🏻
Sir,Sabase badi bat hai ki ham apni Gavayee Ghyan ko janana hi nahi chahate, Mai Avadhi aur Bhojpuri janata hu , in bhashao ka vidhvan nahi ,unhe puri kahani ya kisi avasar ko exact describe karane Kabhi Ek shabd ,Do shabd, ya koi muhara mil jata hai, Aur sari bate Explain ho jati hai
Excellent
Is paavan bharat khand me aaj bhi itni pratibhao Ko dekh kar aatma gad gad ho rahi hai 🤔🙏🏻😢
Yes
❤❤❤❤❤❤
2022 ko hindi mai kyo nahi likha
माजी पंतप्रधान नेहरू यांचे पुस्तक आहे. Discovery of India .
.
शिक्षा, विद्या,ज्ञानं , सत्य , नित्य, प्राण, चित्त........ । सनातन में विद्या + अर्थी , शिक्षा +अर्थी, ज्ञान +अर्थी , सत्या+अर्थी, नित्यार्थी ,....... । शिक्षा या विद्या में क्या प्रमुख है ! 14 विद्यायें 64 कलायें ।
🙏🙏
Sikva gila chahe hidi me ho ya English me ho ye mine nhi rakhta❤sikva gila na ho is vishay par sochna chahiye ❤
Hindi
बहोत बढीया सरजी 1:05:38 🙏
Bharatiya sikhya vyastha me aur v Vidya rehta tha jaise, Dhanurvidya, yogvidya adi adi lekin uskebare me kai Nehi balta.
🙏
आप (मुकुल जी)अँँग्रेजी से हिन्दी शब्दों की प्रामाणिकता को प्रोत्साहित नकरें ।मेरे कथन को अन्यथा न समझें सादर नमन
Gaama pahalwan vee hain" yaa payaar sebulta aadmi koo pattakk pattakk kar uusike vasha men samjhana vee samill hai Sankrachaarya ki Traha"
भारत कभी किसी के आगे कटोरा लेकर नहीं गया।
जो भी भी विदेशी/लुटेरे यहां लूटने ने के लिये आए।
और लूटा केवल उसको जाता है। बहुत संपन्न हो, मूल्यवान हो, अमृत हो।
लुटेरों में आर्य, अंग्रेज, मुगल, पुर्तगाली शामिल है।
आपके द्वारा कहे गए शब्द की भारत कटोरा लेकर घूमता था।
का हम विरोध प्रकट करते है।
❤
आर्य कैसे लुटेरे हुए ? आंबेडकर ने सभी भारतीयों को आर्य कहा है, क्या आंबेडकर गलत थे ?
अटल जी के समय तक भारत
विश्व बैंक से ऋण लेता था।
यही कटोरा है।
आर्य एक गुणवाचक शब्द है , जातिवाचक नहीं । आर्यों को लूटेरे बताना महामूर्खता और अज्ञानता है
😂 Tagore was always against Bhartiyata 😂
मुकुल जी मुस्लिम लोगों से परे रहिए sir
आज़ाद भारत गरीबी से क्यों जूझ रहा है, मानव अस्तित्व के सभी मोर्चों पर पिछड़ा क्यों है..?
क्योंकि मानवीय मूल्यों के बीच टकराव और झगड़े होते रहते हैं जैसे...
1. लोकतंत्र और जाति व्यवस्था
2. वैज्ञानिक स्वभाव और अंधविश्वासी विश्वास प्रणाली
3. आज़ादी और गुलामी
4. ब्राह्मणवादी चार वर्णीय सामाजिक व्यवस्था और संवैधानिक मूल्य
5. साक्षर और अशिक्षित
6. असमानता और समानता
7. पुराने पड़ चुके सामाजिक कानून और संवैधानिक कानून
8. परंपरा और आधुनिकता
9. अन्याय और न्याय
10. इतिहास एवं मिथक आदि।
और उपरोक्त सभी नकारात्मक कारक अंततः नकली धार्मिक प्रभाव/गंदी मानसिकता वाले तथाकथित नेताओं द्वारा प्रचारित किए गए हैं और जीवन के उद्देश्य से भटक गए हैं। हिंदुस्तान याने मानवता के खिलाफ साजिश के अलावा कुछ नहीं है.. और इसके अधिकांश लोग इस प्रकार पृथ्वी पर घूमती लाशें हैं, इसलिए आचार्य ओशो कहते हैं कि "हिंदुस्तान
अपने जीवन के उद्देश्य से भ्रष्ट होनीवाली और
इधर-उधर भटकनेवाली लाशो का श्मशान बना गया हैं..!"
इसीलिए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने एक बार कहा था:
*_भारत गरीब नहीं बल्कि हमारी सोच गरीब है..!_*
*_भारत एक राष्ट्र नहीं है, यह सिर्फ एक साधारण आबादी है, जहां शिक्षा की कमी हैं..!_*
ये वहीं लोग मुस्लिम ये उल्टा बोलना ये अंग्रेजों का ही है
समुद्री रास्ता अंग्रेज़ी के दादा परदादा से पहले समुद्री जहाजों से व्यापार किया करते थे
Bahut h gyanvardhak
Ye neetu siksha ko bechne ki hay
धन्यवाद ❤
❤❤❤❤❤