जब जानने वाला ही मिट जाए................

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 10 апр 2024
  • जब जानने वाला ही मिट‌ जाए, जानन हारा ही मिट जाए ।आपका मन मिट जाए ।वहीं पर अंतिम सत्य होता है जब तक आप बचे हुए तब तक आप जानते रहोगे ।मन का काम ही यही है कि full stop नहीं लगाना।
    जब भी आप सत्य को जानने की कोशिश करोगे तब तक सत्य कभी नहीं मिलने वाला आपको ।सत्य समर्पण सेआता समर्पण का मतलब यह होता है कि अब आपको जानना नहीं है समर्पण करना है जो जो चीजें भी जानी हैं आपने उन सब चीजों ने आपको ठगा है क्योंकि जानने के साथ अनजाना बचा रहता है और जानना और नहीं जानना दोनों मन के गुण हैं।

Комментарии •