संगीत प्रेमी राजकुमार अपने कर्तव्य से भटक गया था. उसे सही रास्ते पर लाना आवश्यक राज्य को चलाने और शत्रुओं से राज्य और प्रजा की रक्षा और सुरक्षा के लिए आवश्यक कि राजकुमार इस योग्य बने की राज्य पर संकट आने पर वह युद्ध में सेना का कुशलतापूर्वक नेतृत्व कर सके. राजकुमार के पिता ने सही निर्णय लेकर राजकुमार को युद्ध कला में सिद्ध कर दिया. राजकुमार का संगीत से ध्यान हटाने के कुटिया में आग लगवाकर राजनीतिक दृष्टि से जो किया वह बिल्कुल सही था क्योंकि राजनीति में राज्य और प्रजा के हित में कुछ ऐसे निर्णय लेने पड़ते हैं जो दिखने ग़लत लगते हैं पर होते नहीं. राजकुमार की आवाज़ का चले जाना और पिता की मृत्यु होने से राजकुमार के व्यवहार में आये परिवर्तन अंत में राज्य और राजकुमार के हित में सिद्ध होते हैं और राजकुमार को ऋषि और उनकी पुत्री भी मिल जाते हैं. ऐसा होने को ही विधि का विधान कहते हैं.
बहुत ही सुंदर कहानी ❤❤🎉
शानदार कहानी
वेंकटेश्वर जाट नीमच
Bahut achhi kahani
Nannu jodhpur
❤❤❤❤❤❤❤❤
बहुत ही सुंदर कहानी
सासाराम बिहार 🎉🎉❤❤
Sundar Aati.sundar kahani ❤❤❤
Indrabali.tiwari Rewa.mp.se ❤❤❤
Nice story ❤❤❤
Great voice
Thank you ❤❤❤❤
Good story.......
Very nice story
Nice story
Very nice story sir ji love from Darjeeling keep it up ❤
Very nice story dear Sir... ❤🎉
Nice story 🫠
संगीत प्रेमी राजकुमार अपने कर्तव्य से भटक गया था. उसे सही रास्ते पर लाना आवश्यक राज्य को चलाने और शत्रुओं से राज्य और प्रजा की रक्षा और सुरक्षा के लिए आवश्यक कि राजकुमार इस योग्य बने की राज्य पर संकट आने पर वह युद्ध में सेना का कुशलतापूर्वक नेतृत्व कर सके. राजकुमार के पिता ने सही निर्णय लेकर राजकुमार को युद्ध कला में सिद्ध कर दिया. राजकुमार का संगीत से ध्यान हटाने के कुटिया में आग लगवाकर राजनीतिक दृष्टि से जो किया वह बिल्कुल सही था क्योंकि राजनीति में राज्य और प्रजा के हित में कुछ ऐसे निर्णय लेने पड़ते हैं जो दिखने ग़लत लगते हैं पर होते नहीं. राजकुमार की आवाज़ का चले जाना और पिता की मृत्यु होने से राजकुमार के व्यवहार में आये परिवर्तन अंत में राज्य और राजकुमार के हित में सिद्ध होते हैं और राजकुमार को ऋषि और उनकी पुत्री भी मिल जाते हैं. ऐसा होने को ही विधि का विधान कहते हैं.