बड़े शर्म की बात है भगवान राम ने भी दोष ढूंढते हो ।वही राम दशरथ का बेटा वही राम घट घट में लेटा उसी राम का सकल पसारा वही राम है जग से न्यारा । इस दोहे को भी पड लिया होता ।
नानक नाम जहाज हैजो चड़े सो उतरे पार नाम वो जो जीवित सतगुरु समाधी लगाकर (जीवित मरकर) ईश्वर तत्व से मिल लेता है उनके द्वारा शिष्य के सर पर हाथ रखकर ईश्वर तत्व का ध्यान लगाकर दिया जाता है उसके प्रभाव से चौरासी लाख योनिओ का जन्म मरण का चक्र समाप्त होने लगता हैसतगुरु मधु परमहंस जी
Sat Sahib Guru' Kabir Dass Ji,ko koti koti naman,pakhand wad ki langoti kholne Wale,pahan pooje Hari mile,to poojo pahar,taate ya chaki bhali,peesh khaye sansar.
Mulla maszid me ajaan se khuda ko nahi pukarta hai ..balki musalmano ko pukarta hai ki aao Allah ki taraf ..aao maszid namaj parho..us Allah parmatma ki puja ebadat karo🙏.
संत कबीर जो हिंदू समजते वैसे उस सितावर रामचंद्र की बात नहीं करते, वो राम नाम की बात करते है. कबीर को समझना तो भगवान ओशो रजनीश की संत कबीर पर प्रवचन माला सुने.
Bhosri ke chutiye tum kitna doha padhe ho Kabir Ji ne Murari, govind,hari bahut sare doho me hain ye sab naam bhagawan vishnu ka hain vahi Parbraham hain hari ko samjhna itna aasan nahi hain vo prakriti se pare hain
कबीरदास जी के पास कोई भी योग विद्या नहीं थी। लेकिन राम नाम का प्रताप और गुरूदेव जी की कृपा से कबीर जी ने वह योग विद्या हासिल किए कि हिमालय की गुफा में बैठे हुए योगियों को भी प्राप्त नहीं हुआ। राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम ❤️🙏
धन्य हैं श्री कबीर जी और श्री कबीर जी को मानने वाले लोग। ऐसा ही कुछ चमत्कार शांति प्रिय शांति दूतों के साथ और अफगानिस्तान में तालिबान के अतिशांतिप्रिय शांतिदूतों के साथ निर्विघ्न संपन्न हो जाये तो निश्चित रूप से कहना पड़ेगा सियाराममय सब जग जानी, करहूं प्रणाम जोरी जुग पानी। जय श्रीराम, जयश्रीहनुमान, जयश्रीमहाकाल, जयश्रीमातादी।
@@grahasthsadhna but according to Kabir Sagar he said that after Kaliyug 5505.......In 13th panth I will come and destroy these 12 fake Panths and run one panths👍👍👍👍
नानक नाम जहाज है जो चढे सो उतरे पार नाम वो जो जीवित संत सतगुरु समाधी (जीवित मरकर)लगाकर ईश्वर तत्व से मिल लेता हैउसके द्वारा शिष्य के सर के ऊपर हाथ रखकर ईश्वर तत्व का ध्यान लगाकर दिया जाता हैधीरे धीरे सारे भ्रमो का नाश होकर अनंत ज्ञान की उतपत्ति होती हैसतगुरु मधु परम हंस जी
जेहि बिधि नाथ होइ हित मोरा। करहु सो बेगि दास मैं तोरा॥ सत् साहिब प्राणनाथ सद्गुरु मालिक नमः सत साहिब प्राणनाथ मालिक नमः जय श्री सद्गुरु मालिक नमः जय श्री सद्गुरु ओम शिवाय नमःजय श्री सद्गुरु हनुमान जी नमः गुरु संत ग्रंथ गोविंद नमः कबीर साहिब प्राणनाथ मालिक नमः 🙏👣🙏
कबीर साहेब कलयुग में सशरीर आये थे व सशरीर अपने सतलोक चले गए। उनके शरीर के स्थान पर सुगन्धित पुष्प मिले थे जिन्हें बिना झगड़ा किये हिन्दू व मुसलमानों ने आधे-आधे बांटे और उस पर यादगार बना दी। आज भी मगहर में यह यादगार विद्यमान है। गरीबदासजी महाराज ने कहा है- चदरि फूल बिछाये सतगुरु, देखै सकल जिहांना हो। च्यारी दाग सैं रहत जुलहदी, अविगत अलख अमाँना हो॥
कबीर परमेश्वर जी की मगहर लीला मगहर से कबीर परमात्मा हजारों लोगों के सामने से सशरीर सतलोक को गये थे। सत् कबीर नहीं नर देही, जारै जरत ना गाड़े गड़ही। पठयो दूत पुनि जहाँ पठाना, सुनिके खान अचंभौ माना। दोई दल आई सलाहा अजबही, बने गुरु नहीं भेंटे तबही। दोनों देख तबै पछतावा, ऐसे गुरु चिन्ह नहीं पावा। दोऊ दीन कीन्ह बड़ शोगा, चकित भए सबै पुनि लोगा।
Jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai jai shree sitaram jai shree radhe Krishna jai shree hanuman jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar 6
लोदी ईमान वाला तो बनता है लेकिन मनुष्य नहीं बनता ! काफ़िर का सर्टिफिकेट देने का अधिकार उनको किसने दे दिया? वैसे तो हमारे देश में ऐसे आक्रांताओं को अस्पृश्य ही माना जाता था लेकिन इतिहास ये नहीं बताया !
पहले परम पूज्य संत कबीर साहब को कोटि-कोटि नमन । दुसरे की यह प्रवचन अच्छा हो सकता है किन्तु सत्य नहीं। क्योंकि कबीर से उपर कोई है हि नहीं। और सतनाम का जाप करते थे । श्री राम का नही। वे राम की परिभाषा दिया करते थे। मनीष कुमार, बेला , दरभंगा।
संतों सतगुरु मोहे भावै, जो नैनन अलख लखावै।। ढोलत ढिगै ना बोलत बिसरै, सत उपदेश दृढ़ावै।। आंख ना मूंदै कान ना रूदैं ना अनहद उरझावै। प्राण पूंज क्रियाओं से न्यारा, सहज समाधि बतावै।।
कबीर उस युग मे जब भारत पर मुसलमानो का राज था तब राम भक्त थे तो ये तो बहुत बड़ा मानवता के पुजारी रहे होंगे. लेकिन कहा यह भी जाता है कि कबीर जन्म से हिन्दू ही थे किन्तु मुस्लिम के घर पलने के कारण लोग उन्हें मुस्लिम कहते है.
जी महोदय आप सत्य कह रहे हैं और एक बात किस जन्म से तो सभी सनातनी ही पैदा होते हैं परंतु कबीर दास जी के जन्म के विषय मेंवो को सटीक जानकारी नहीं है कि इनका जन्म कब और कहां हुआ और वैसे भी संत और ईश्वर सदैव से प्रकट होते हैं पैदा नहीं एसा ही कबीर दास जी के साथ भी हुआ है
par khud ke logo se kiya 3000 sal se bhi jada unki bahu betiyon ko nang kar breast tax laga kar sharirik shoshan kiya unko badhua majdur bana kar shushad kiyaa aj bhi unko nicha dikhane ka kasar nhi chudte
Kanthi pahne Tilak Lagaye ka Arth main aapko bata raha hun Satguru Kabir sahab ne is Baat Ko Yad rakhne ke liye ki ek Parmatma Ka Dhyan Hamen Har Waqt Rakhna chahie Jaise Mathe ka Tilak Ek ki taraf Ishara Karta Hai Ek Parmatma ki taraf theek Usi Tarah Har manushya ko Hamesha yah Yad Rakhna chahie Sabka Malik Ek Hai Jay Ho Satguru Kabir Saheb
कबीर साहब ने कहाँ है जीव हमारी जाती है मानव धर्म हमारा हिन्दू मुश्लिम,सिख़,एशाई धर्म नहीं कोई नियारा उन्होंने कभी हिन्दू मुश्लिम नहीं किया उस समय उनके 64लाख शिष्य हुए थै जिसमे हिन्दू मुश्लिम सभी थै.
हे मुनिवर! हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई पारसी यहूदी और बहुत से नाम हैं यह सब धर्म नहीं हैं यह सभ्यताएं संस्कृतियां हैं जिनकी परंपराएं अलग अलग हैं. इन में से जो आध्यात्मिक में आ जाता है वही धर्म को जान लेता है वही सच्चा है।💞🤲🙏💞
जय श्री सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम
कबीर हों या बुद्ध हो या नानक हो,सभी सनातन संस्कृति के ज्ञन को ही प्रकाशित कर रहे हैं। ध्यान की समस्त पद्धतियां शिव ने अपने विज्ञान भैरव तंत्र में वर्णन कर चुके हैं। कबीर और बुद्ध ने कुछ नया नहीं दिया है। इसलिए ये सनातन संस्कृति से पृथक नहीं हैं।
Kabeer ji ka yeh doha shayed aapne nahi suna,,Ek ram dashrat beta ,,Ek ram ghat ghat mai beta,, kabir ji,,jo ghat ghat mai betha hai, Jo Ram kan kan mai hai mai usi ka UPASHAK HU hu ,naaki SITA RAM ka,
गौतम बुद्ध एकमेव ऐसा युग पुरुष थे, जो अपने जीवन कालमें पूजे गए .... वे उस युगके सम्यक संबुद्ध थे, जो लगभग 6 सालके, प्रवर्जित - जीवनकाल में, अलग अलग साधनाएं कर कर के, आखिर में थक हार कर, 35 बर्षके आयू में, स्वयं ही खूदके अंदर देखते देखते, पौर्णिमा के रातको संबोधि प्राप्त कर बुद्ध बने .... और फ़िर, लाखों लोगों को खुदका ज्ञान 45 बांटा, और दसियों हज़ार लोगों को अरिहंत अवस्था प्राप्त करने में, आर्य अष्टागिक मार्ग द्वारा, जो उन्होंने स्वयं ढूंढाथा, उस ही साधना करने में पारंगत करके, संबोधि प्रप्त कर शुद्ध और जीवन मुक्त बनाया ... और कोई भी युगपुरुष इतना बडा कार्य अपने जीवन काल में नहीं कर सका .... इसलिए, बुद्ध की शिक्षा अनमोल और सबके लिए है, आज भी की जासकती है, और फ़ल भी देती है, और एक और ध्यान रखिए, कि बुद्ध के मार्ग पर झूठ और हिंसा वगैरह नहीं होता ....
Kabir nirgun brahm ke upasak hai hindu dharm me murti puja ,pathar puja ka adhik prachalan hai,kabir ke bhagwan shiv ,vishnu,va Brahma aadi devta nahi hai ,kabir svayam bhagwan hai ,budh sawaym bhagwan hai,sadharan manushya ki budhhi inko samajhne me purn nahi hai ,kabir apan ram kahiye ,or na ram kahaye🙏🙏🙏
सत्य वैदिक धर्म के अनुसार वास्तव में ईश्वर परब्रह्म एक ऐसी शक्ति है जिसे देखा नहीं जा सकता बल्कि उस शक्ति को आध्यात्मिक मार्ग के माध्यम से महसूस किया जा सकता है 🚩🚩🙏🙏
राजा राम तूं ऐसा निरभउ तरन तारन राम राइआ ॥१॥ रहाउ ॥ हे मेरे राजा राम ! तू बहुत ही निडर है। हे स्वामी राम ! जीवों को भवसागर से पार करवाने के लिए तू एक नैया है॥ १॥ रहाउ ॥ O my Sovereign Lord King, You are Fearless; You are the Carrier to carry us across, O my Lord King. ||1|| Pause || जब हम होते तब तुम नाही अब तुम हहु हम नाही ॥ अब हम तुम एक भए हहि एकै देखत मनु पतीआही ।। हे प्रभु ! अब तुम और हम एकरूप हो गए हैं, अब तुम्हें देखकर हमारा मन कृतार्थ हो गया है॥ १॥ Now, You and I have become one; seeing this, my mind is content. ||1|| जब बुधि होती तब बलु कैसा अब बुधि बलु न खटाई ॥ "(हे स्वामी !) जब तक हम जीवों में अपनी बुद्धि (का अभिमान) होता है, तब तक हमारे भीतर कोई आत्मिक बल नहीं होता, लेकिन अब (जब तुम स्वयं हमारे भीतर प्रकट हुए हो) तब हमारी बुद्धि एवं बल का हमें अभिमान नहीं रहा। When there was wisdom, how could there be strength? Now that there is wisdom, strength cannot prevail. कहि कबीर बुधि हरि लई मेरी बुधि बदली सिधि पाई ॥२॥ कबीर जी कहते हैं - (हे राम !) तुमने मेरी (अहंकारग्रस्त) बुद्धि छीन ली है, अब वह बदल गई है और सिद्धि प्राप्त हो गई है। २॥ २१ ॥ ७२॥ Says Kabeer, the Lord has taken away my wisdom, and I have attained spiritual perfection. ||2||21|| वृंदावन मन हरण मनोहर कृष्ण चरावत गौ रे जाका ठाकुर तूही सारिंगधर मोहे कबीरा नाऊ(नाम) रे 🙏
तीन गुण तीन पुरुष है सत तम रज तीन गुण तीन पुरुष ओम तत् सत् सत् साहिब कर्म काण्ड का सब से ज्यादा विरोध कबीर साहिब ने किया सत्य भक्ति दिखावा कर्मकांड कि गुलाम नही होती
सकस हंस को सप्रेम साहेब बंदगी साहेब
मां बाप से बड़ा कोई भगवान नहीं,,, भगवान, को आपने भी नहीं देखा होगा ना मैंने भी देखा
परम पूज्य संत कबीर दास साहेब गुरू भक्त थे राम भक्त नहीं,वे स्वम ईश्वर का स्वरूप थे उनके चरणो में प्राणम।
Kabir is supreme God
एक राम दसरथ का बेटा ,
एक राम घट घट में बैठा l
एक राम का सकल पसारा,
एक राम तीनों से न्यारा ll
एक राम दशरथ घर डोले एक राम घट घट में बोले।
इकराम का सकल पसरा,एक राम सभी से न्यारा ।।कबीर साहेब चौथे राम की बात करते हैं श्रीमानजी
🙏🙏🙏 वो तो बहुत कम लोगों को पता है कि 4 राम है कौन
बड़े शर्म की बात है भगवान राम ने भी दोष ढूंढते हो ।वही राम दशरथ का बेटा वही राम घट घट में लेटा उसी राम का सकल पसारा वही राम है जग से न्यारा । इस दोहे को भी पड लिया होता ।
एक दम सही 🙏🙏🙏🙏
RAMJI To 1..hi he. Par Anpadh ko jitna gyan utna Jaan pate he
@@Deepakgupta-fd6gv Kuch papi hote hai jo matlab tak Hi gyan Dete hain
नानक नाम जहाज हैजो चड़े सो उतरे पार नाम वो जो जीवित सतगुरु समाधी लगाकर (जीवित मरकर) ईश्वर तत्व से मिल लेता है उनके द्वारा शिष्य के सर पर हाथ रखकर ईश्वर तत्व का ध्यान लगाकर दिया जाता है उसके प्रभाव से चौरासी लाख योनिओ का जन्म मरण का चक्र समाप्त होने लगता हैसतगुरु मधु परमहंस जी
जय कबीर जय रविदास जय रामास्वामी पेरियार
Sat Sahib Guru' Kabir Dass Ji,ko koti koti naman,pakhand wad ki langoti kholne Wale,pahan pooje Hari mile,to poojo pahar,taate ya chaki bhali,peesh khaye sansar.
साहेब बंदगी
कबीर जी को विरले ही समझ सकते हैं
Saheb bandagi
पथर पूजे हर मिले तो मैं पूजूँ पहाड़ ,
दुनिया ऐसी बाबरी,पथर पूजन जाए ,
घर की चकी कोई ना पूजे ,जिस का पीसा खाए । कबीर साहिब ,THE GREAT:
Right
Mulla maszid me ajaan se khuda ko nahi pukarta hai ..balki musalmano ko pukarta hai ki aao Allah ki taraf ..aao maszid namaj parho..us Allah parmatma ki puja ebadat karo🙏.
@@sameerkhan-lv8sn kyo musalman itne begairat hai jinhe ibadat ka time nhi pta
❤❤❤
Ram ji parmatma ek hai moorkhon kai liye alag hain bahi bhagwan vishnuji ke poorn avtar hain
Kabir sahib ji ko koti koti naman ❤ek Noor se sab jag.upjakon bhale kon mande
श्रद्धेय परम संत श्री कबीर दास जी को बारम्बार नमन।
संत कबीर जो हिंदू समजते वैसे उस सितावर रामचंद्र की बात नहीं करते, वो राम नाम की बात करते है.
कबीर को समझना तो भगवान ओशो रजनीश की संत कबीर पर प्रवचन माला सुने.
सही कहा भाई आपने
Bhosri ke chutiye tum kitna doha padhe ho Kabir Ji ne Murari, govind,hari bahut sare doho me hain ye sab naam bhagawan vishnu ka hain vahi Parbraham hain hari ko samjhna itna aasan nahi hain vo prakriti se pare hain
अवल अल्लाह नूर उपाएया क़ुदरत के सब बंदे ,
एक नूर से सब जग उपजा ,कौन भले कौन मंदे । कबीर साहिब ,THE GREAT,
संत कबीर जी को कोटि कोटि प्रणाम
कबीर दासजी के अंदर स्वंय परमात्मा साक्षात् रूप में निवास करते हैं।जय हो कबीरदास जी की।जय श्री राम जी की।❤❤
Good
संत कबीर ने हर दोहे में सनातन पौराणिक का ही उल्लेख है । सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय ।
कबीरदास जी के पास कोई भी योग विद्या नहीं थी। लेकिन राम नाम का प्रताप और गुरूदेव जी की कृपा से कबीर जी ने वह योग विद्या हासिल किए कि हिमालय की गुफा में बैठे हुए योगियों को भी प्राप्त नहीं हुआ।
राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम ❤️🙏
परमात्मा कबीर जी के रूप धरती पर अवतरित हुए थे,आज भी कबीर जी की सत् भक्ति करने वालो का असाध्य रोग,कष्ट दूर हो जाता है।
ऐसी मनगढ़ंत कहानियों से कबीरपंथी कबीर का महिमा मंडन करते हैं।
मनगढ़ंत कहानियों का पाखंड कहां पर जादे है 😁😁 और कौन अपना झूठा महिमा मंडन करते हैं ये सब को पता है 😁😁😁। कबीर हर पाखंड का तोड़ है।
कबीर को जानने के लिये स्वयं कबीर बनना पड़ेगा सब अनुभव का खेल है पोथियों पढ़ने से कुछ समझ मे नही आनेवाला
श्री सतगुरु कबीर साहेब के पावन चरण कमल मे सप्रेम कोटि कोटि साहेब बंदगी साहेब,,,
धन्य हैं श्री कबीर जी और श्री कबीर जी को मानने वाले लोग। ऐसा ही कुछ चमत्कार शांति प्रिय शांति दूतों के साथ और अफगानिस्तान में तालिबान के अतिशांतिप्रिय शांतिदूतों के साथ निर्विघ्न संपन्न हो जाये तो निश्चित रूप से कहना पड़ेगा सियाराममय सब जग जानी, करहूं प्रणाम जोरी जुग पानी। जय श्रीराम, जयश्रीहनुमान, जयश्रीमहाकाल, जयश्रीमातादी।
jai Gurudaev nam prbhuka bolo❤❤
कबीर साहब को शत शत नमन, वह परमपिता परमेश्वर स्वरूप थे, उनकी वाणी में ही तेजस्विता झलकती थी, साहब का मेरा दंडवत शत-शत प्रणाम
Kabir mhan historical saint
अब संत रामपाल जी में परमात्मा यानी कबीर दिखते है 😂😂
@@grahasthsadhna but according to Kabir Sagar he said that after Kaliyug 5505.......In 13th panth I will come and destroy these 12 fake Panths and run one panths👍👍👍👍
@@grahasthsadhna ,z, x gs
गरीब, अनंत कोटि ब्रह्मंड का एक रति नहीं भार। सतगुरू पुरूष कबीर हैं कुल के सृजनहार।।
पाथर पूजे हरि मिले.......
मीरा ने जिंदगी भर श्रीकृष्ण की मूर्ति को हाथ में रखा और आखिरी में श्रीकृष्ण की मूर्ति में विलीन हो गयी।
नानक नाम जहाज है जो चढे सो उतरे पार नाम वो जो जीवित संत सतगुरु समाधी (जीवित मरकर)लगाकर ईश्वर तत्व से मिल लेता हैउसके द्वारा शिष्य के सर के ऊपर हाथ रखकर ईश्वर तत्व का ध्यान लगाकर दिया जाता हैधीरे धीरे सारे भ्रमो का नाश होकर अनंत ज्ञान की उतपत्ति होती हैसतगुरु मधु परम हंस जी
जय श्री राम, जय श्री राम। सन्त शिरोमणि कबीर दास जी को नमन करता हूँ।
ये लोग जन्म से ही जुल्मी थे
कबीर को जी शत् शत् प्रणाम
जेहि बिधि नाथ होइ हित मोरा। करहु सो बेगि दास मैं तोरा॥
सत् साहिब प्राणनाथ सद्गुरु मालिक नमः
सत साहिब प्राणनाथ मालिक नमः जय श्री सद्गुरु मालिक नमः जय श्री सद्गुरु ओम शिवाय नमःजय श्री सद्गुरु हनुमान जी नमः गुरु संत ग्रंथ गोविंद नमः कबीर साहिब प्राणनाथ मालिक नमः
🙏👣🙏
कबीर जी ऐसे संत थे:-
कबीरा खड़ा बाज़ार में,
लिए लुकाठा हांथ।
जो घर फूंके आपनों।
चले हमारे साथ।
जय सियाराम।
जय हो परमपिता परमेश्वर सब सृष्टि के रचन हार पूर्ण ब्रह्म कबीर देव कबीर साहेब बंदी छोड़ परमपिता परमेश्वर कबीर साहिब जी की जय हो
🤫🤫
हम ही
अलखअल्लाह ह, कुतब गोस्त और पीर! दास गरीब अ धर् बसु नाम सत् कबीर!
Jab jab mize dukh hota hai mai kabir ji ke dohe padhti hu man ko shanti milti hai unhone ram se kitna prem kiya aur bhagwan ram ne unse
आंख न मूंदू कान न रूंधों , काया कष्ट न धारों।
खुले नयन से तुझको देखूं ,सुंदर रूप निहारूं
संतो सहज समाधि भली ।
श्री कृष्ण भगवान ने पर्वत को उठाया था।
सनातन धर्म की जय हो।
🕉️🚩
कबीर साहेब कलयुग में सशरीर आये थे व सशरीर अपने सतलोक चले गए। उनके शरीर के स्थान पर सुगन्धित पुष्प मिले थे जिन्हें बिना झगड़ा किये हिन्दू व मुसलमानों ने आधे-आधे बांटे और उस पर यादगार बना दी। आज भी मगहर में यह यादगार विद्यमान है।
गरीबदासजी महाराज ने कहा है-
चदरि फूल बिछाये सतगुरु, देखै सकल जिहांना हो।
च्यारी दाग सैं रहत जुलहदी, अविगत अलख अमाँना हो॥
Sat Saheib ji
dhan dhan guru kabir dass dhan hai aap bhani guru granth sahib mein
कबीर परमेश्वर जी की मगहर लीला
मगहर से कबीर परमात्मा हजारों लोगों के सामने से सशरीर सतलोक को गये थे।
सत् कबीर नहीं नर देही, जारै जरत ना गाड़े गड़ही।
पठयो दूत पुनि जहाँ पठाना, सुनिके खान अचंभौ माना।
दोई दल आई सलाहा अजबही, बने गुरु नहीं भेंटे तबही।
दोनों देख तबै पछतावा, ऐसे गुरु चिन्ह नहीं पावा।
दोऊ दीन कीन्ह बड़ शोगा, चकित भए सबै पुनि लोगा।
मन में राम तन में राम जग में राम जय श्री ह वही जानता है राम जी की महिमा जय श्री राम
Jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai jai shree sitaram jai shree radhe Krishna jai shree hanuman jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar jai shree Gorishankar 6
Dhan 2 baba kabeer das ji bhagwan ka roop
Jai shree sitaram
लोदी ईमान वाला तो बनता है लेकिन मनुष्य नहीं बनता ! काफ़िर का सर्टिफिकेट देने का अधिकार उनको किसने दे दिया? वैसे तो हमारे देश में ऐसे आक्रांताओं को अस्पृश्य ही माना जाता था लेकिन इतिहास ये नहीं बताया !
Jai shree Ram 🌹🙏🏽
सत्य कभी पराजित नहीं हो सकता
सदगुरु कबीर जी करोड़ों नमन
Sat saheb ji 👏👏👏👏👏
पहले परम पूज्य संत कबीर साहब को कोटि-कोटि नमन । दुसरे की यह प्रवचन अच्छा हो सकता है किन्तु सत्य नहीं। क्योंकि कबीर से उपर कोई है हि नहीं। और सतनाम का जाप करते थे । श्री राम का नही। वे राम की परिभाषा दिया करते थे। मनीष कुमार, बेला , दरभंगा।
अधुरा ज्ञान कबीर का दोहा पढे
कबीर कुता राम का मुतिया मेरा नाउ ।
गले राम की जेवड़ी जित खेचे उत जाउ।।
जय कबीर दास जी महाराज
संतों सतगुरु मोहे भावै, जो नैनन अलख लखावै।। ढोलत ढिगै ना बोलत बिसरै, सत उपदेश दृढ़ावै।।
आंख ना मूंदै कान ना रूदैं ना अनहद उरझावै। प्राण पूंज क्रियाओं से न्यारा, सहज समाधि बतावै।।
कबीर को समझने वाले विरले ही हैं। संत कबीर को कोटि कोटि नमन 🙏😎 अन्धभक्तों को मिर्ची लगी तो मैं क्या करूं 😊
कबीर दास के उल्टा वाणी।बरसे कमर भिजे पानी।।जय जय कबीर।
इस बार कलयुग कहलन का यह संसार खुद इसका जिम्मेदार है जो सच्चा जीवन और एक इंसानियत एक सच्चा इंसान आज भी उसे परमात्मा का अंश है
होली खेल उलट घर आवे कहिए पीव प्यार कहे कबीर टले ना टाली परम पुरुष की नार,🙏🙏🙏🙏राम ही राम जी
हम ही अलख अलाह है कुतुब गौ स. और पीर गरीब दास खालिक धनी हमारा नाम कबीर l जय हो बंदी छोड़ की l
।।राम राम श्री सीताराम।।
कल्पना पर आधारित है
कबीर उस युग मे जब भारत पर मुसलमानो का राज था तब राम भक्त थे तो ये तो बहुत बड़ा मानवता के पुजारी रहे होंगे. लेकिन कहा यह भी जाता है कि कबीर जन्म से हिन्दू ही थे किन्तु मुस्लिम के घर पलने के कारण लोग उन्हें मुस्लिम कहते है.
जी महोदय आप सत्य कह रहे हैं और एक बात किस जन्म से तो सभी सनातनी ही पैदा होते हैं
परंतु कबीर दास जी के जन्म के विषय मेंवो को सटीक जानकारी नहीं है कि इनका जन्म कब और कहां हुआ और वैसे भी संत और ईश्वर सदैव से प्रकट होते हैं पैदा नहीं एसा ही कबीर दास जी के साथ भी हुआ है
जी कबीर का जन्म विवादास्पद विधवा ब्राह्मिन के गर्भ से हुआ
Yehi sahi he
@@AdityaKumar-oq2kt kabir ji garabh se nhi aaye the pakat hue the.....pehle sahi jankari le aap
ना वो हिंदू थे ना मुसलमान.
सच्चा एक ही धर्म हिंदू जिसने कभी किसी मुस्लिम को हिंदू बननेके लिऐ अत्याचार, नही लिऐ।
par khud ke logo se kiya 3000 sal se bhi jada unki bahu betiyon ko nang kar breast tax laga kar sharirik shoshan kiya unko badhua majdur bana kar shushad kiyaa aj bhi unko nicha dikhane ka kasar nhi chudte
सच है ! प्राचीन इतिहास गवाह है !
धन्य है कबीर जी कि भक्ति
सतनाम सत्संग
Jai Jai Sant Kabeer,
jay Kaberle Das ji ki om 🕉 Om 🕉
Kanthi pahne Tilak Lagaye ka Arth main aapko bata raha hun Satguru Kabir sahab ne is Baat Ko Yad rakhne ke liye ki ek Parmatma Ka Dhyan Hamen Har Waqt Rakhna chahie Jaise Mathe ka Tilak Ek ki taraf Ishara Karta Hai Ek Parmatma ki taraf theek Usi Tarah Har manushya ko Hamesha yah Yad Rakhna chahie Sabka Malik Ek Hai Jay Ho Satguru Kabir Saheb
वो भगवान को नहीं मानते थे.पाथर पूजे हरि मिले, तो मैं पूजू पहाड़ ।
BCZ TRUE GOD IS INSIDE OF EACH N EVERY BEINGS. SO EXPERIENCE THE ALMIGHTY WITHIN ONESELF THATS THE ULTIMATE TRUTH.
Hindusim aa raha ha....pujo brahman or murti.....
कबीर ईश्वर को मानते थे लेकिन पत्थर को भगवान नहीं मानते थे।
राम का नाम सहारा ओर कोई हमारा नही ह
वृंदावन मन हरण मनोहर कृष्ण चरावत गौ रे जाका ठाकुर तूही सारिंगधर मोहे सागर नाऊ(नाम) रे गोविन्द 🙏
जय श्रीराम
@@Exmusli
Bindraban man harn manohar, kishan chrawat gao re,
Ja ka thakur tu hi sarangdhar mohe kabira nao re.
(Sri Kabir ji ki Bani)
Ram. Waheguru jo bhi jpo yeh Nirankar ke naam hai .Koi dhiyani hi kabir ji ki vayakhya kr sakta hai
जय सियाराम।
Kabir Sahib Ji is Supreme God prove in all holy books 📚
परम पूज्यपाद सनातन संत परमेश्वर श्री श्री कबीरदासजी कके चरण कमलों में कोटि कोटि प्रणाम
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🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Sant kavi
Jai Shree Ram
जय श्री राम
🙏🏻 न मैं हिन्दु न मैं मुसलमान----"ईश्वर की रचना हूँ, बनना चाहता हूँ सिर्फ़ इंसान! "🙏🏻
Parampujy को sat sat प्रणाम .
कबीर साहब ने कहाँ है
जीव हमारी जाती है मानव धर्म हमारा
हिन्दू मुश्लिम,सिख़,एशाई धर्म नहीं कोई नियारा
उन्होंने कभी हिन्दू मुश्लिम नहीं किया उस समय उनके 64लाख शिष्य हुए थै जिसमे हिन्दू मुश्लिम सभी थै.
हे मुनिवर!
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई पारसी यहूदी और बहुत से नाम हैं यह सब धर्म नहीं हैं यह सभ्यताएं संस्कृतियां हैं जिनकी परंपराएं अलग अलग हैं.
इन में से जो आध्यात्मिक में आ जाता है वही धर्म को जान लेता है वही सच्चा है।💞🤲🙏💞
Ram Ram ,Sri sitaram,😂?
जय श्री सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम राम सीताराम
Good age ki. Kahanibatana
ईश्वर के प्रति अगर व्याकुलता रहेती है तो ईश्वर भक्त का अवश्य रक्षण करता है।कबिरजी में ईश्वर के प्रति पुरी व्याकुलता भरी हुई थी।
🙏🌹🙏🌹🙏
Eco brahmadaitya nashte pranam satguru Saheb Kabir Das ji
कबीर जी के चरण-कमलो॔ में अनंतानंत धन्यवाद ज्ञापन, नमन और साष्टाँग दण्डवत् प्रणाम
कबीर हों या बुद्ध हो या नानक हो,सभी सनातन संस्कृति के ज्ञन को ही प्रकाशित कर रहे हैं। ध्यान की समस्त पद्धतियां शिव ने अपने विज्ञान भैरव तंत्र में वर्णन कर चुके हैं। कबीर और बुद्ध ने कुछ नया नहीं दिया है। इसलिए ये सनातन संस्कृति से पृथक नहीं हैं।
Kabeer ji ka yeh doha shayed aapne nahi suna,,Ek ram dashrat beta ,,Ek ram ghat ghat mai beta,, kabir ji,,jo ghat ghat mai betha hai, Jo Ram kan kan mai hai mai usi ka UPASHAK HU hu ,naaki SITA RAM ka,
गौतम बुद्ध एकमेव ऐसा युग पुरुष थे, जो अपने जीवन कालमें पूजे गए ....
वे उस युगके सम्यक संबुद्ध थे, जो लगभग 6 सालके,
प्रवर्जित - जीवनकाल में, अलग अलग साधनाएं कर कर के, आखिर में थक हार कर, 35 बर्षके आयू में, स्वयं ही खूदके अंदर देखते देखते, पौर्णिमा के रातको संबोधि प्राप्त कर बुद्ध बने ....
और फ़िर, लाखों लोगों को खुदका ज्ञान 45 बांटा, और दसियों हज़ार लोगों को अरिहंत अवस्था प्राप्त करने में, आर्य अष्टागिक मार्ग द्वारा, जो उन्होंने स्वयं ढूंढाथा, उस ही साधना करने में पारंगत करके, संबोधि प्रप्त कर शुद्ध और जीवन मुक्त बनाया ...
और कोई भी युगपुरुष इतना बडा कार्य अपने जीवन काल में नहीं कर सका ....
इसलिए, बुद्ध की शिक्षा अनमोल और सबके लिए है, आज भी की जासकती है, और फ़ल भी देती है, और एक और ध्यान रखिए, कि बुद्ध के मार्ग पर झूठ और हिंसा वगैरह नहीं होता ....
Kabir nirgun brahm ke upasak hai hindu dharm me murti puja ,pathar puja ka adhik prachalan hai,kabir ke bhagwan shiv ,vishnu,va Brahma aadi devta nahi hai ,kabir svayam bhagwan hai ,budh sawaym bhagwan hai,sadharan manushya ki budhhi inko samajhne me purn nahi hai ,kabir apan ram kahiye ,or na ram kahaye🙏🙏🙏
अपने तो सनातन को है नहीं जाना ।। जो कबीर और बुद्घ ने दिया है वो किसी ने नहीं दिया है
सत्य वैदिक धर्म के अनुसार वास्तव में ईश्वर परब्रह्म एक ऐसी शक्ति है जिसे देखा नहीं जा सकता बल्कि उस शक्ति को आध्यात्मिक मार्ग के माध्यम से महसूस किया जा सकता है 🚩🚩🙏🙏
❤राम राम राम राम राम राम राम ❤
❤राम राम राम राम राम राम राम ❤
❤राम राम राम राम राम राम राम ❤
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साहेब बंदगी साहेब
Kabir das ji me ek 12 saal ka ldka hu or me apni Nana nani ke PSS rehta hu agar meri baat ap tk pauch rhi h to kripya mujhe 😭😭😭😭😭
Kabir is got he Prabhu aapko बहुत-बहुत dhanyvad कोटि-कोटि Naman Jay Ho Kabir Parmeshwar Jay Ho Prabhu
Jai Shri Hari🙏🏼🌺🚩
हिन्दू तुरुक की एक राह है सतगुरु इहे बताई। ।।।।।।।।। कहे कबीर सुनो हो संतो राम राम कहेउ न खोदाई
राजा राम तूं ऐसा निरभउ तरन तारन राम राइआ ॥१॥ रहाउ ॥
हे मेरे राजा राम ! तू बहुत ही निडर है। हे स्वामी राम ! जीवों को भवसागर से पार करवाने के लिए तू एक नैया है॥ १॥ रहाउ ॥
O my Sovereign Lord King, You are Fearless; You are the Carrier to carry us across, O my Lord King. ||1|| Pause ||
जब हम होते तब तुम नाही अब तुम हहु हम नाही ॥
अब हम तुम एक भए हहि एकै देखत मनु पतीआही ।।
हे प्रभु ! अब तुम और हम एकरूप हो गए हैं, अब तुम्हें देखकर हमारा मन कृतार्थ हो गया है॥ १॥
Now, You and I have become one; seeing this, my mind is content. ||1||
जब बुधि होती तब बलु कैसा अब बुधि बलु न खटाई ॥
"(हे स्वामी !) जब तक हम जीवों में अपनी बुद्धि (का अभिमान) होता है, तब तक हमारे भीतर कोई आत्मिक बल नहीं होता, लेकिन अब (जब तुम स्वयं हमारे भीतर प्रकट हुए हो) तब हमारी बुद्धि एवं बल का हमें अभिमान नहीं रहा।
When there was wisdom, how could there be strength? Now that there is wisdom, strength cannot prevail.
कहि कबीर बुधि हरि लई मेरी बुधि बदली सिधि पाई ॥२॥
कबीर जी कहते हैं - (हे राम !) तुमने मेरी (अहंकारग्रस्त) बुद्धि छीन ली है, अब वह बदल गई है और सिद्धि प्राप्त हो गई है। २॥ २१ ॥ ७२॥
Says Kabeer, the Lord has taken away my wisdom, and I have attained spiritual perfection. ||2||21||
वृंदावन मन हरण मनोहर कृष्ण चरावत गौ रे जाका ठाकुर तूही सारिंगधर मोहे कबीरा नाऊ(नाम) रे 🙏
Jai shree ram
महाराज जी कबीर जी ने सीता राम का नाम जपा हो इस प्रकार का विवरण किसी भी कबीर साहित्य में नहीं है
कबीर दास जी महान हैं, सचे इंसान भगवान के अवतार,हिंदुत्व महान संस्कृति हैं मानवता से भरपूर।।।
कबीर कूलमालिकथे
Kakka keval nam hai babba barad sareer rarra sab me ram raha taka nam kabeer koti koti pradam kabeer saheb ko
जितने भी लोग यह मानते हैं कि कबीर जी राम का नाम नहीं लेते वह लोग लगता है सतयुग से आए है
Kabir amirat' wani nahi suni hogi'
सतयुग से नहीं मंगल ग्रह से
@@SurendraSingh-nd5jg राम हिंदू नाम है। कोई christian, muslim naam नही है। इसलिए, भगवान राम का जब भी नाम आयेगा, वो भगवान विष्णु का ही रूप होगा।
kabir saheb ko koti koti pranam
धन्य है कबीर जी जो प्राण पर संकट आने पर भी राम नाम को नहि छोडा. उनकी भक्ती असाधारण थी.
बारीकी से प्रभू तथा समाज की ओर आकर्षित किया है धन्यवाद के पात्र हैं
Kabirdas ko sat sat Naman vishav ka gyani tha
कबीर जी के प्रती पूरा सम्मान पर ऐसी घटना कभी नही सूनी
उस टाइम आप नहीं थे नहीं तो आप सुन भी लेते
हिंदू सनातन धर्म और संस्कृति ही सत्य है मौलवी साहब 👏👏👏
Aaj Sun lo
कबीर साहब निर्गुण भक्ति के महान प्रदीपत सूर्य है, उन्होंने किसी सगुण को अपना प्रभु नहीं माना
तीन गुण तीन पुरुष है सत तम रज तीन गुण तीन पुरुष ओम तत् सत् सत् साहिब कर्म काण्ड का सब से ज्यादा विरोध कबीर साहिब ने किया सत्य भक्ति दिखावा कर्मकांड कि गुलाम नही होती
Jai Baj rang Bali. Jai shree ram. Jai neem karoli Babaji.
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संत कबीर को नमन
KABIR KABIR KAYA KARE JAO YAMUNA KE TIR. EK EK GOPI KE PREM ME BAH GAYE LAKH KABIR. JAI SADGURU KABIR
नित्य-अनादि बंदीछोंड कबीर साहब की जय। बोलो भक्तजनों नित्य- अनादि बंदीछोंड कबीर साहब की जय।
कबीरदास जी सच्चे संत व महापुरुष थे।