हैदर अली की गायकी विविधताओं से पूर्ण थी। जीवन का कोई ऐसा संदर्भ नहीं जहाँ हैदर अली की दृष्टि न पहुंची हो। लोक की कोई छंद नहीं जो हैदर अली की गायकी की परिधि से बाहर हो। वह लोकधुनों को बहुत अधिकारपूर्वक गाते थे। कजरी, सोहर, चइता, पूर्वी, दादरा, बेलवरिया, संस्कार गीत, विवाह गीत, पचरा सब कुछ उनके लोक संसार में शामिल था। आज जब हमारी उजड़ती हुई लोक संस्कृति आखिरी सांसें गिन रही है, हमारे सांस्कृतिक मूल्यों पर लगातार हमले हो रहे हैं, चहुँ ओर धर्मोंन्माद बढ़ता जा रहा है, घृणा और नफरत का साम्राज्य स्थापित हो चुका है। ऐसे कठिन समय में हैदर अली जैसे लोकधर्मी कलाकारों की सख्त जरूरत है। ईश्वर उन्हें स्वर्ग में उच्च स्थान प्रदान करें।
बहुत अच्छा
हैदर अली की गायकी विविधताओं से पूर्ण थी। जीवन का कोई ऐसा संदर्भ नहीं जहाँ हैदर अली की दृष्टि न पहुंची हो। लोक की कोई छंद नहीं जो हैदर अली की गायकी की परिधि से बाहर हो। वह लोकधुनों को बहुत अधिकारपूर्वक गाते थे। कजरी, सोहर, चइता, पूर्वी, दादरा, बेलवरिया, संस्कार गीत, विवाह गीत, पचरा सब कुछ उनके लोक संसार में शामिल था। आज जब हमारी उजड़ती हुई लोक संस्कृति आखिरी सांसें गिन रही है, हमारे सांस्कृतिक मूल्यों पर लगातार हमले हो रहे हैं, चहुँ ओर धर्मोंन्माद बढ़ता जा रहा है, घृणा और नफरत का साम्राज्य स्थापित हो चुका है। ऐसे कठिन समय में हैदर अली जैसे लोकधर्मी कलाकारों की सख्त जरूरत है। ईश्वर उन्हें स्वर्ग में उच्च स्थान प्रदान करें।
😮
Wahhhhhhhh
❤❤❤❤❤❤
❤❤❤
Haider Ali Jugnu jaisa gayak na hua na hoga .abhi bahut se birha gayak hain koi unke level ka nhi . Ji samay Haider Ali gate the koi hilta nhi tha .
Rakesh kumar
Bahut bahut dhanyavaad bhai ye super hit birha upload karne ke liye
rajkumar sonkar prayagraj
Haidar amar Rarege
भाई मेरठ की कहानी डालना यूट्यूब पर 👍🙏💞💕❤️🌹🌹👌👌👌👏
🤍🤍🖤🖤🖤🖤🖤🖤🖤❤️❤️❤️❤️❤️❤️