मुझे आपके चैनल की एक बात बहुत अच्छी लगी वह यह है कि कि आप प्रत्येक किले के साथ-साथ उसके स्वामित्व वाले व्यक्ति के बारे में भी बताते हो जिससे यह पता चलता है कि यह लावारिस स्थिति में है अथवा सरकारी स्वामित्व में क्योंकि आजकल किले के वास्तविक मालिक का पता ही नहीं चलता
चैनल की एक बात बहुत अच्छी लगी वह यह है कि कि आप प्रत्येक किले के साथ-साथ उसके स्वामित्व वाले व्यक्ति के बारे में भी बताते हो जिससे यह पता चलता है कि यह लावारिस स्थिति में है अथवा सरकारी स्वामित्व में
भाईजी राम - राम ,पहला वीडियो मैंने आपका नवलगढ़ हवेलियों पर देखा था , जो बहुत ही बढ़िया था इस कारण मै आपका दूसरा वीडियो देखने के लिए उत्सुक हुआ , जयपुर के आस पास के सभी किले और दर्शनीय स्थान मेने देखे है , लेकिन कुचामन किले जैसा कोई किला इतनी सूंदर चित्रकारी के साथ आज तक नहीं देखा था और ये उलटी जीप सफारी देखकर मज़ा आ गया , अब तो स्वयं इस किले को देखने जाऊंगा , ये सब आपकी वजह से संभव हो पाया इसके लिए आपको फिर से धन्यवाद , दिल करता है की आपको ढेरो लाइक दू
इस प्रकार किलो की कहानियां हमारे शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल होनी चाहिए। जिससे कि मालूम पड़े कि हमारा इतिहास कैसा रहा हमारी हार के कारण क्या थे। हमें उस हार से सबक लेना चाहिए।
गुप्त बंस का निम "श्रीगुप्त" साम्राज्य मे (280ईपु) का सोने की सिक्के को "कार्षपण" , चांदी के सिक्के को "द्रम्म" ताँम्बे को "रूपक" बोलते थे ! ये सिक्के 32 से 36 ग्रेन वजन था ! 280 ईपू यहीँ से "रूपक" से "रुपये" हुआ ।। यह था मेरा भारतबर्ष की स्वर्ण युग की इतिहास !! ॐ जय माँ भारती 🙏🇮🇳🙏
Sir aap logo ke es video ke zariye se hi hum log apne ghar bethe apne etihas ko dekhte sakte hai ...har jaga jaa to nahi sakte hai ...aap ka bahot bahot shukriya ...bahot khubsurat kila dikhaya aap ne ...
कुचामन का किला राजस्थान के नागौर में स्थित है। यह किला राजस्थान के सबसे पुराने किलों में से है। यह किला पर्वत के सबसे ऊपरी हिस्से पर स्थित है जैसे के एक चील का घोंसला होता है । इसका निर्माण प्रतिहार वंश के महान क्षत्रिय राजपूत सम्राट नागभट्ट प्रथम ने 750 ईo में कराया।। प्रतिहार साम्राज्य का संस्थापक "क्षत्रिय राजपूत सम्राट नागभट्ट प्रतिहार" द्वारा निर्मित यह किला राजस्थान में है। प्रतिहार वंश के शासनकाल में ऐसे कई किलो का निर्माण हुआ जिसमे मण्डौर, जालौर, कुचामन, कन्नौज, ग्वालियर के किले गुर्जर प्रतिहार राजाओं के अत्यधिक मात्रा में समृद्धि होने के का प्रमाण देते है। छठवीं शताब्दी से लेकर ग्यारहवीं शताब्दी तक इस प्रबल क्षत्रिय प्रतिहार राजवंश ने हिन्दू धर्म को भारत से विलुप्त होने से बचाया है। लेकिन इनके कर्ज का बदला इनके इतिहास को विलुप्त करके दिया हमारे देश मे । 300 वर्षो तक अगर विदेशी अरबों की आंधी को रोकने का पूर्णतयः श्रेय अगर किसी को जाता है तो वह केवल प्रतिहार राजवंश को है जिसने हरिश्चन्द्र, नागभट्ट, वत्सराज, मिहिरभोज, महेन्द्रपाल, महीपाल, वीरराजदेव जैसे वीर क्षत्रिय योद्धा दिये। भारत और भारत के वासी सदैव ही इस प्रतिहार राजपूत वंश के रिणी रहेगें। धन्य है ऐसे राजवंश को जिसने देश की रक्षा हेतु अपने प्राण न्यौछावर करदिए । कुचामन का किला अपने प्रखर और भीमकाय परकोटो, 32 दुर्गों, 10 द्वारो और विभिन्न प्रतिरोधक क्षमता वाला किला है। यह एकमात्र अनोखी वास्तुकला वाला किला है। इस किले में जल संरक्षण और प्रबंधन के अच्छे इंतेजाम है।। किले में कई भूमिगत टैंक आज भी विद्यमान है कुचामन किले में कई भूमिगत गुप्त ठिकाने, प्राचीन अंधकूप, कारागार हैं जिन्हें आज भी देखा जा सकता है। वर्तमान मे अब ये हेरिटेज होटल में तब्दील हो गया है और यहा बौलीवुड फिल्मो की सूटिंग होती है। जय मां भवानी जय नागभट प्रतिहार सभी इसको ज्यादा से ज्यादा शेयर करे। श्री गाजण माता युथ ब्रिगेड राजस्थान
नागभट्ट का इस क्षेत्र पर राज्य अवश्य था पर उस काल कुचामन बसा ही नहीं था, ना यहाँ उनकी कोई सैन्य चौकी थी| प्रतिहारों द्वारा किले के निर्माण का कोई प्रमाण नहीं है
भारतबर्ष में सर्ब प्रथम "स्वदेश स्वतंत्रता आंदोलन" ( 2,345 साल पहले )325 ई.पु ) तक्षशिला मे यौमन के बिरुद्ध श्री "बिस्नुगुप्त"( चाणक्य ) जी ने सुरु किये थे ! उन महाँन् महापुरुष को भारतबर्ष की कोटि कोटि प्रणाम ओर नमन करते हैं !! 🙏🙏🇮🇳🙏🙏 ( ओड़िसा , 2020 )
भाषा एक नगर है , जिसके निर्माण के लिए प्रत्ये़क व्यक्ति एक-एक पत्थर लाया है ! इसमें होताहै राष्ट्र निर्माण _✍️ महाँन् आचार्य बिस्नुगुप्त (चाणक्य ) 2,339 साल पहले / 319 ईपू चंद्रगुप्त मौर्य
श्रीमान जी नमस्कार मै मूलतः सोजत सिटी पाली से हूं और मेरा ऐतिहासिक धरोहर को देखने की एक तलब है, मेरी पत्राचार से कुचामन से बीएड चल रही हैं कई बार में कुचामन आया और ये शानदार दुर्ग बरबस ही मेरा ध्यान अपनी ओर खींच लेता हैं, आशा है lockdown खुलने के बाद बीएड exam के लिए कुचामन आना पड़े इसलिए आपसे दुर्ग देखने के लिए क्या क्या सुविधाएं होगी बताये जैसे वहाँ पहुचने के लिए जीप या ऑटो इत्यादि पुरे दुर्ग को देखने में कितना समय लगेगा, इत्यादि आपके वीडियो को देख के बहुत अच्छा लगा और मेरी ऐतिहासिक धरोहर के प्रति जो तलब है वह और बढ़ गयी है धन्यवाद
दुर्ग में जाने के लिए आप बस अड्डे से पैदल ही जा सकते हैं, पहाड़ी के नीचे बने द्वार व महल से आपको जीप मिलेगी जो बैक गियर में चलती है वही आपको ऊपर छोड़ेगी और लेकर आयेगी. दिखाने के लिए वहां के गार्दापके साथ जायेंगे | शायद 250 रूपये इन सबकी टिकट होगी | हालाँकि मुझे टिकट की कीमत सही में पता नहीं है
सभी भारतबर्ष को बिन्ती हैं ~ इंग्लिश भासा को मित्र ना बनायें , किउंकि बिस्वप्रसिद्ध "नालंन्दा बिस्व विद्यालय" की बारेमें जरा से भी सोचिए यह विद्यालय 7वी से 12वी सताब्दि तक देश के लिए किया बलिदान दिया था ।। अतः भारतीय भाषा और संस्कृति "बिस्व गुरु" हैं ( हिन्दी भाषा को हमेशा उपयोग करें ) 🇮🇳 जय भारती 🙏🙏 बन्दे माँ तंरम्
very good information ! Thanks !! You have done a very good thing that you shared the information about existing owner and his great work for heritage restoration of this fort. Business persons need to take all such forts/havelis for doing business; in that way, at least the forts will be maintained, our heritage legacy would be maintained else lot of such forts/havelis would be collapsed. Only business persons would be able to stop encroachments in such great heritage sites.
Bahut achha varnan kiya aapne. Ek jagah galati ki. Mandir me ek shiv ling beech mein hai aur charo or 10 ling hai. Is prakar total ekadus rudra hai, 9 nahi, jaisa aapne kaha tha. Baki bahut badhiya dhang se bataya. Thanks
गाैड शासकाे का इतिहास 3सरी शताब्दी से 7 वी शताब्दी तक पूरा बंगाल गाैड कहलाता था आर राजस्थान मे उनका प्रवेश 10 शताब्दी से शुरू हाेता है जब प्रथ्वीराज चाैहान के शासन के दाैरान नागाेर व डालाेर के दहियाए काे पराजित कर प्रथ्वीराज ने दाे अपनी कऩ्ाओ ता विवाह गाैड राजकुमाराेकेसाथ किया और एक काे अजमेर का राज साेप कर अपने नाना की गद्जीपर काबिज हुए जाे दिल्ली चले गये दूसरे गाैड राजकुमार ने डब उस प्रदेश मे विरानियत हुआ करती थी कूचाे का ही बाेल बाला हुआ करता था सम्पूर्ण क्षैत्र मे तब घाैट राजकुमार ने माराे काे अपनी राजधानी बनाया कुचामन मे महल बनाया घाटवा जा् घाेट के नाम से बसा़या वहाँ ताब का निर्मीण करा़ा अनेक3े काली मन्दिर बनाये जाे आज भी भग्नावस्ता मे माैजूद है दाता राम गढ क्षैत्र मे श्याम गढ का महल उनके ही बनाये गुए किले है तथा दूसरा भाई जिसकाे अजमेर का शासन मिला उसने राजगढ बसा़ा किला बना़ा जाे विशाल किला है सरकार ने अभि भी अधिग्रहण नही किया राज गढ के नीचे 252 गाँव आया करते थे जाे सरवाड केकडी देवल उनियारा तक कल्याण पुराजून्या तक फैला हुआ था ताे आप अपनी माेहर मत लगाए की किला जालिम सिह ने बनवाया था रधुनाथ सिंह जी काे ताे केवल 5गाँव मिले थे व3े भी मेबता सकता हूँ काेन काैन से थे हाँ किला गाैडाै ने यूद्ध हीरने के बीद खाैया था क्याेकी रधनाथ सिह जी मुगल शासकाे के अधीन सेना की एक टूकडी का प्रतिनिधित्व करते थे मुगल शासक से अनुमति लेकर ही उन्हाेने मुगल सेना लाकर यूद्ध किया था कुचामन काे उनसे जीता था
जाेधपुर से पहले राठाैड कहाँ थे किस नाम से जाने जाते थे तधा गाैडव राठाैड साशकाे केसाथ क्या पारिवारिक रिस्ते रहे अगर पता है ताे बताओ नही हाेताे पूछ लाे मुझसे जाैधपुर से पहले का क्या इतिहास रहा थाराठाैडाै का उसकी भी विवरण मे दे सकता हूँ
राठौड़ों के ही क्यों पारिवारिक रिश्ते तो हम शेखावतों के साथ भी थे, राव शेखाजी की एक राणी गौड़ थी | शेखाजी के निधन के बाद मारोठ के गौड़ शासक की पुत्री का विवाह शेखाजी के पौत्र से किया गया | यानी युद्ध के बाद रिश्तेदारी भी हुई |
औरंगजेब ने कितने ती मनसबदारी दी थी वाे कहाँ की थी उज्डैन का इतिहास जानने का प्रयास करना आज से 600 साल पूर्व की कल्पना कर लाे केवल और केवल 50 साल पहले का कुचामन काे ही याद कर लाे क्या स्तिथि थी ताे 400 साल पहले क्या परिद्रश्य रहा हाेगा आमेर का भव्य महल भी 1639 से 1718 के बीच बना उससे पहले के महल देखाेगे ताे ताे कहाेगे की ये काेईराजवंश का नही हाेसकता गाैड वंश ताे महाभारत कील से ही बबडे एशवर्य का गवाह रहा है अगर जयद्रथ काे जानते हाे ताेवाे गाैड राजा ही था और भ्रतहरि और गाेपी चन्द के महलाे की आपकी कल्पना भी नही हाेगी दाेन्हाे मामा भानजे थे और भव्यता की बात करते हाे ताे पन्ना के महल कानपुर के महल एम पी मे मंन्डला के महल काे देख लिजिये और पास ही राजगढ अजमेर काे जरूर देख आना पता चल जायेगा गाैडाे की शासन क्षमता और भव्यता का राजगढ अजमेर दर्शन कर लाे और देखना चाहते हाे ताे भैसराेड गढ का किला गागराेन का किला देख लाे और सिराेही मे गाैडवाड काे जाे जालाैर तक फैला है का अवलाेकन कर लाे जानकारी के विकास की जरूरत सबकाे है
करीब चालीस साल पहले जब कुचामन ठाकुर सा प्रतापसिंह जी इसमे रहते थे तब उनके सेवा-पूजा के ठाकुर जी नटवरलाल जी ज़ो चुर गये सो मिल गये तब उन्हे पंचामृत स्नान कराके शुद्ध फिर से सेवा शुरू करवा ने आया था, अब वे ठाकुर नटवरलाल जी कहां बिराजते है कोई बता पाएगा
1986 में कुचामन में काम किया लेकिन यह ख्याल नही आया कि यहां इतना भव्य किला है अन्यथा जरूर देख लेते।
मुझे आपके चैनल की एक बात बहुत अच्छी लगी वह यह है कि कि आप प्रत्येक किले के साथ-साथ उसके स्वामित्व वाले व्यक्ति के बारे में भी बताते हो जिससे यह पता चलता है कि यह लावारिस स्थिति में है अथवा सरकारी स्वामित्व में क्योंकि आजकल किले के वास्तविक मालिक का पता ही नहीं चलता
चैनल की एक बात बहुत अच्छी लगी वह यह है कि कि आप प्रत्येक किले के साथ-साथ उसके स्वामित्व वाले व्यक्ति के बारे में भी बताते हो जिससे यह पता चलता है कि यह लावारिस स्थिति में है अथवा सरकारी स्वामित्व में
ताजमहल को जितना ध्यान सरकार देती है उतना इन किलो पर देते तो आज बहुत सुंदर दिखता किला
सरकार के पास जितने किले हैं उनका बुरा हाल है ये निजी हाथों में है तो अब सुरक्षित है
@@gyandarpan bhai kiska kila he ye kon he ish kile ke malik
Plzz bhai bata dijiye🙏
@@sontanakasyap1449 मेघराज सिंह जी हैं इस किले के मालिक
@@sontanakasyap1449 वर्तमान में मेघराज सिंह शेखावत जो प्रदेश के बड़े व्यवसायी है उनके पास है यह किला |
@@kunwarvijayrathore6350 मालिक नहीं है, लीज पर दिया गया है।
भाईजी राम - राम ,पहला वीडियो मैंने आपका नवलगढ़ हवेलियों पर देखा था , जो बहुत ही बढ़िया था इस कारण मै आपका दूसरा वीडियो देखने के लिए उत्सुक हुआ , जयपुर के आस पास के सभी किले और दर्शनीय स्थान मेने देखे है , लेकिन कुचामन किले जैसा कोई किला इतनी सूंदर चित्रकारी के साथ आज तक नहीं देखा था और ये उलटी जीप सफारी देखकर मज़ा आ गया , अब तो स्वयं इस किले को देखने जाऊंगा , ये सब आपकी वजह से संभव हो पाया इसके लिए आपको फिर से धन्यवाद , दिल करता है की आपको ढेरो लाइक दू
कुचामण का किला बहुत सुंदर है. जानकारी के लिए धन्यवाद
Masha Allah bhut he sunder aaj ke dor me ban he nahe sakta
Meratiya Rathoron ki dharohar kila Kuchaman ka itna vistarit ullekh krne ke liye dhanyavad...
- A Descendant of Rajsa Raghunath singhji 🙏🏻💕
ताजमहल से कहि अच्छा है । क्या टाइम आ गया हमारे पूर्वज के किले खंडर हुए पड़े है और सरकार ने शीन लिए
उलटी जीप अच्छा सारी वाह! कुचामन किले कि मालुमात अच्छा मिल गयी है धन्यवाद!
बहुत शानदार लगा इतिहास काज्ञान मिला
पुनः निर्माण कार्य बहुत ही सहरानिय हैं
अति सुंदर किला ।अद्भुत ।सच में बहुत सुंदर ।नवलगढ़ की हवेली सा सुंदर ।
Sahi kaha,,, shilpkari waise he hai
વેરી નાઇસ વીડીઓ.. ધન્યવાદ.. બહોત યુઝફુલ વીડીઓ..
इस प्रकार किलो की कहानियां हमारे शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल होनी चाहिए। जिससे कि मालूम पड़े कि हमारा इतिहास कैसा रहा हमारी हार के कारण क्या थे। हमें उस हार से सबक लेना चाहिए।
ATISUNDER. JAI MAA BHAWANI
जय हिंद सर बहुत ही अच्छा वीडियो और बहुत ही अच्छी जानकारी दी है आप ने
सारे विश्व में केवल भारत में ही यह धरोहर मिलेगी।
गुप्त बंस का निम "श्रीगुप्त" साम्राज्य मे (280ईपु) का
सोने की सिक्के को "कार्षपण" ,
चांदी के सिक्के को "द्रम्म"
ताँम्बे को "रूपक" बोलते थे ! ये सिक्के 32 से 36 ग्रेन वजन था !
280 ईपू यहीँ से "रूपक" से "रुपये" हुआ ।।
यह था मेरा भारतबर्ष की स्वर्ण युग की इतिहास !!
ॐ जय माँ भारती 🙏🇮🇳🙏
Sir aap logo ke es video ke zariye se hi hum log apne ghar bethe apne etihas ko dekhte sakte hai ...har jaga jaa to nahi sakte hai ...aap ka bahot bahot shukriya ...bahot khubsurat kila dikhaya aap ne ...
कुचामन का किला राजस्थान के नागौर में स्थित है। यह किला राजस्थान के सबसे पुराने किलों में से है। यह किला पर्वत के सबसे ऊपरी हिस्से पर स्थित है जैसे के एक चील का घोंसला होता है । इसका निर्माण प्रतिहार वंश के महान क्षत्रिय राजपूत सम्राट नागभट्ट प्रथम ने 750 ईo में कराया।।
प्रतिहार साम्राज्य का संस्थापक "क्षत्रिय राजपूत सम्राट नागभट्ट प्रतिहार" द्वारा निर्मित यह किला राजस्थान में है। प्रतिहार वंश के शासनकाल में ऐसे कई किलो का निर्माण हुआ जिसमे मण्डौर, जालौर, कुचामन, कन्नौज, ग्वालियर के किले गुर्जर प्रतिहार राजाओं के अत्यधिक मात्रा में समृद्धि होने के
का प्रमाण देते है। छठवीं शताब्दी से लेकर ग्यारहवीं शताब्दी तक इस प्रबल क्षत्रिय प्रतिहार राजवंश ने हिन्दू धर्म को भारत से विलुप्त होने से बचाया है। लेकिन इनके कर्ज का बदला इनके इतिहास को विलुप्त करके दिया हमारे देश मे ।
300 वर्षो तक अगर विदेशी अरबों की आंधी को रोकने का पूर्णतयः श्रेय अगर किसी को जाता है तो वह केवल प्रतिहार राजवंश को है जिसने हरिश्चन्द्र, नागभट्ट, वत्सराज, मिहिरभोज, महेन्द्रपाल, महीपाल, वीरराजदेव जैसे वीर क्षत्रिय योद्धा दिये। भारत और भारत के वासी सदैव ही इस प्रतिहार राजपूत वंश के रिणी रहेगें। धन्य है ऐसे राजवंश को जिसने देश की रक्षा हेतु अपने प्राण न्यौछावर करदिए । कुचामन का किला अपने प्रखर और भीमकाय परकोटो, 32 दुर्गों, 10 द्वारो और विभिन्न प्रतिरोधक क्षमता वाला किला है। यह एकमात्र अनोखी वास्तुकला वाला किला है। इस किले में जल संरक्षण और प्रबंधन के अच्छे इंतेजाम है।।
किले में कई भूमिगत टैंक आज भी विद्यमान है कुचामन किले में कई भूमिगत गुप्त ठिकाने, प्राचीन अंधकूप, कारागार हैं जिन्हें आज भी देखा जा सकता है। वर्तमान मे अब ये हेरिटेज होटल में तब्दील हो गया है और यहा बौलीवुड फिल्मो की सूटिंग होती है।
जय मां भवानी
जय नागभट प्रतिहार
सभी इसको ज्यादा से ज्यादा शेयर करे।
श्री गाजण माता युथ ब्रिगेड राजस्थान
नागभट्ट का इस क्षेत्र पर राज्य अवश्य था पर उस काल कुचामन बसा ही नहीं था, ना यहाँ उनकी कोई सैन्य चौकी थी| प्रतिहारों द्वारा किले के निर्माण का कोई प्रमाण नहीं है
प्रतिहार राजपूतों का समय छठी से 12वीं शताब्दी तक ही माना जाता है
Superr जानकारी के लिए धन्यवाद
भारतबर्ष में सर्ब प्रथम "स्वदेश स्वतंत्रता आंदोलन" ( 2,345 साल पहले )325 ई.पु ) तक्षशिला मे यौमन के बिरुद्ध श्री "बिस्नुगुप्त"( चाणक्य ) जी ने सुरु किये थे ! उन महाँन् महापुरुष को भारतबर्ष की कोटि कोटि प्रणाम ओर नमन करते हैं !!
🙏🙏🇮🇳🙏🙏
( ओड़िसा , 2020 )
Bohot shandar video lagi
बहुत ही खूबसूरत
Beautiful fort. Aapne bahot achchha guide kiya. Yeh Sab hamaare desh ki dharohar he. I am with you. I love my India
बहुत ही सुन्दर
Dhanyvad bahut bahut dhanyvad
भाषा एक नगर है , जिसके निर्माण के लिए प्रत्ये़क व्यक्ति एक-एक पत्थर लाया है !
इसमें होताहै राष्ट्र निर्माण
_✍️ महाँन् आचार्य बिस्नुगुप्त (चाणक्य )
2,339 साल पहले / 319 ईपू
चंद्रगुप्त मौर्य
आपकी जानकारी के लिए बता दु कि कुचामन खुद तहसील एवम उपखंड मुख्यालय है, तहसील नावा पहले थी अब नही।
श्रीमान जी नमस्कार
मै मूलतः सोजत सिटी पाली से हूं
और मेरा ऐतिहासिक धरोहर को देखने की एक तलब है, मेरी पत्राचार से कुचामन से बीएड चल रही हैं कई बार में कुचामन आया और ये शानदार दुर्ग बरबस ही मेरा ध्यान अपनी ओर खींच लेता हैं, आशा है lockdown खुलने के बाद बीएड exam के लिए कुचामन आना पड़े इसलिए आपसे दुर्ग देखने के लिए क्या क्या सुविधाएं होगी बताये जैसे वहाँ पहुचने के लिए जीप या ऑटो इत्यादि पुरे दुर्ग को देखने में कितना समय लगेगा, इत्यादि
आपके वीडियो को देख के बहुत अच्छा लगा और मेरी ऐतिहासिक धरोहर के प्रति जो तलब है वह और बढ़ गयी है धन्यवाद
दुर्ग में जाने के लिए आप बस अड्डे से पैदल ही जा सकते हैं, पहाड़ी के नीचे बने द्वार व महल से आपको जीप मिलेगी जो बैक गियर में चलती है वही आपको ऊपर छोड़ेगी और लेकर आयेगी. दिखाने के लिए वहां के गार्दापके साथ जायेंगे | शायद 250 रूपये इन सबकी टिकट होगी | हालाँकि मुझे टिकट की कीमत सही में पता नहीं है
अति सुंदर, कुचामन का किला।
Aap ka bahut bahut sukriya aage bhi esi jankari dete rahna
2:44 kya gir rha wha upr se 😱
🚩🗡⚔जय माँ भवानी जय जय राजपूताना⚔🗡 🚩
सभी भारतबर्ष को बिन्ती हैं ~ इंग्लिश भासा को मित्र ना बनायें , किउंकि बिस्वप्रसिद्ध "नालंन्दा बिस्व विद्यालय" की बारेमें जरा से भी सोचिए यह विद्यालय 7वी से 12वी सताब्दि तक देश के लिए किया बलिदान दिया था ।।
अतः भारतीय भाषा और संस्कृति "बिस्व गुरु" हैं
( हिन्दी भाषा को हमेशा उपयोग करें )
🇮🇳 जय भारती
🙏🙏 बन्दे माँ तंरम्
Very good
Bahut hi badiya ....
Shandar
Bahut shandar
जय भवानी जय जय राजपूताना
Very good information bhi
I m proud of Rajasthan history.
Very very lovely fort kuchaman
Very nice ...... information video
Me bi aaya hua hu mne kuchaman se 12th ki he bhot achi video lagi sir ji aapki aap assi hi video benao
super kila
Very nice virendra Singh mertiya
Super kuchamal fort
बहुत अच्छी जानकारी दी हुक़्म
Jay Rajputana
Bahut sundar kila hai
निकुंभ राजपूतों का इतिहास और किला भी दिखाएं 🙏🙏
जय जय कुचामन
Vah adbhut thanks deekha ne ke liye🙏🙏💕💕💕
Thanks for sharing such a nice video
awesome video dear
wow!!
Yr jordaar fort h ..... , Zaroor dekhne jaunga
Very nice look & paintings
Ati sundar h kuchaman ka fort
Very nice Durg Sir 👌👌🙏🙏
Good historical information
Who maintain these kila, how much they are charging to see, is there guide to see this
wow man, made my life...
nice one, subscribed...keep'em comin...
Thanks
very good information ! Thanks !! You have done a very good thing that you shared the information about existing owner and his great work for heritage restoration of this fort. Business persons need to take all such forts/havelis for doing business; in that way, at least the forts will be maintained, our heritage legacy would be maintained else lot of such forts/havelis would be collapsed. Only business persons would be able to stop encroachments in such great heritage sites.
Very good chuna and old things are not available
Bhai me Kuchaman City se hi hu...🤟🤟🤟🤟🤟
Thanks for very good information.
Bahut achha varnan kiya aapne. Ek jagah galati ki. Mandir me ek shiv ling beech mein hai aur charo or 10 ling hai. Is prakar total ekadus rudra hai, 9 nahi, jaisa aapne kaha tha. Baki bahut badhiya dhang se bataya. Thanks
kuchaman kile ke kuch photos bhej sakte ho
Nice
Good to see our heritage but more care has to be taken for restoration, because once it is destroyed it will go for ever. Amazing.
ये सुरक्षित हाथों में है जीर्णोद्धार भी हो रहा है उसी सामग्री से जो इसे बनाते समय प्रयोग की गई थी
Happy to learn that the fort is in safe hands. New things to learn keep it up.
This fort is already on lease by meghraj singh ji for 99 years.
ବହୁତ ସୁନ୍ଦର ।
Sheopur fort m.p pr bhi esa ek video bnaye hkm
nice video
Sir god shaasko ke baare m kuch btaaye please
Jay rajputana
गाैड शासकाे का इतिहास 3सरी शताब्दी से 7 वी शताब्दी तक पूरा बंगाल गाैड कहलाता था आर राजस्थान मे उनका प्रवेश 10 शताब्दी से शुरू हाेता है जब प्रथ्वीराज चाैहान के शासन के दाैरान नागाेर व डालाेर के दहियाए काे पराजित कर प्रथ्वीराज ने दाे अपनी कऩ्ाओ ता विवाह गाैड राजकुमाराेकेसाथ किया और एक काे अजमेर का राज साेप कर अपने नाना की गद्जीपर काबिज हुए जाे दिल्ली चले गये दूसरे गाैड राजकुमार ने डब उस प्रदेश मे विरानियत हुआ करती थी कूचाे का ही बाेल बाला हुआ करता था सम्पूर्ण क्षैत्र मे तब घाैट राजकुमार ने माराे काे अपनी राजधानी बनाया कुचामन मे महल बनाया घाटवा जा् घाेट के नाम से बसा़या वहाँ ताब का निर्मीण करा़ा अनेक3े काली मन्दिर बनाये जाे आज भी भग्नावस्ता मे माैजूद है दाता राम गढ क्षैत्र मे श्याम गढ का महल उनके ही बनाये गुए किले है तथा दूसरा भाई जिसकाे अजमेर का शासन मिला उसने राजगढ बसा़ा किला बना़ा जाे विशाल किला है सरकार ने अभि भी अधिग्रहण नही किया राज गढ के नीचे 252 गाँव आया करते थे जाे सरवाड केकडी देवल उनियारा तक कल्याण पुराजून्या तक फैला हुआ था ताे आप अपनी माेहर मत लगाए की किला जालिम सिह ने बनवाया था रधुनाथ सिंह जी काे ताे केवल 5गाँव मिले थे व3े भी मेबता सकता हूँ काेन काैन से थे हाँ किला गाैडाै ने यूद्ध हीरने के बीद खाैया था क्याेकी रधनाथ सिह जी मुगल शासकाे के अधीन सेना की एक टूकडी का प्रतिनिधित्व करते थे मुगल शासक से अनुमति लेकर ही उन्हाेने मुगल सेना लाकर यूद्ध किया था कुचामन काे उनसे जीता था
I'm from kuchaman...
Bahut sunder,,, thanx for this video,, kya yahan logo ne rehna, shuru kr diya hai kisi ka bed lga tha rani je room me
hi
hi
Aap ki tarah
कुचामन का किला गुर्जर प्रतिहार शासक नागभट्ट गुर्जर ने अपने शासनकाल में इसका निर्माण करवाया था यह किला गुर्जरों का गौरव और संस्कृति का प्रतीक है
नागभट्ट के समय ना कुचामन था ना कोई किला, हां पहाड़ अवश्य मौजूद था।
@@gyandarpan whataspp number do, ya insta id me bata ta hu kya tha kya nai itihss me
Abe gujjar नहीं थे प्रतिहार
Chutiye शूद्र
मैं इंदा प्रतिहार हूं
तुम शूद्र गुज्जर हो
पडिहार राजपूत है हम
नागभट्ट राजपूत ही थे जो गुर्जर प्रतिहार तुम लिख रहे हो वो राजपूतों में ही आता है पहले हिस्ट्री पढ़ो और फिर पेज बनावो 🤣🤣🤣🤣 कितनी तक पढ़ा है भाई 😂😂😂
Jai ho Kshatriya veer Gurjar Rajvans ki... Jai 🙏🙏
Right sr
Bàhut hi khubsurat hai
Veri beautiful.... Port
Super
जाेधपुर से पहले राठाैड कहाँ थे किस नाम से जाने जाते थे तधा गाैडव राठाैड साशकाे केसाथ क्या पारिवारिक रिस्ते रहे अगर पता है ताे बताओ नही हाेताे पूछ लाे मुझसे जाैधपुर से पहले का क्या इतिहास रहा थाराठाैडाै का उसकी भी विवरण मे दे सकता हूँ
राठौड़ों के ही क्यों पारिवारिक रिश्ते तो हम शेखावतों के साथ भी थे, राव शेखाजी की एक राणी गौड़ थी | शेखाजी के निधन के बाद मारोठ के गौड़ शासक की पुत्री का विवाह शेखाजी के पौत्र से किया गया | यानी युद्ध के बाद रिश्तेदारी भी हुई |
औरंगजेब ने कितने ती मनसबदारी दी थी वाे कहाँ की थी उज्डैन का इतिहास जानने का प्रयास करना आज से 600 साल पूर्व की कल्पना कर लाे केवल और केवल 50 साल पहले का कुचामन काे ही याद कर लाे क्या स्तिथि थी ताे 400 साल पहले क्या परिद्रश्य रहा हाेगा आमेर का भव्य महल भी 1639 से 1718 के बीच बना उससे पहले के महल देखाेगे ताे ताे कहाेगे की ये काेईराजवंश का नही हाेसकता गाैड वंश ताे महाभारत कील से ही बबडे एशवर्य का गवाह रहा है अगर जयद्रथ काे जानते हाे ताेवाे गाैड राजा ही था और भ्रतहरि और गाेपी चन्द के महलाे की आपकी कल्पना भी नही हाेगी दाेन्हाे मामा भानजे थे और भव्यता की बात करते हाे ताे पन्ना के महल कानपुर के महल एम पी मे मंन्डला के महल काे देख लिजिये और पास ही राजगढ अजमेर काे जरूर देख आना पता चल जायेगा गाैडाे की शासन क्षमता और भव्यता का राजगढ अजमेर दर्शन कर लाे और देखना चाहते हाे ताे भैसराेड गढ का किला गागराेन का किला देख लाे और सिराेही मे गाैडवाड काे जाे जालाैर तक फैला है का अवलाेकन कर लाे जानकारी के विकास की जरूरत सबकाे है
Ek dam true history
Poetry Kmtpanna
इसके वर्तमान वंशज कहा है
Bhot shandar
राजस्थान के स्वर्ग
nice...will explore in future
Me kuchaman se hu
Tikat kitne ki hai
ye kile lajawab h
inke liye koi bhi kahne ke liye
jawab nahi h
Thanks for information 🙏😇
Nice #Johnmahendra
वनखंडी नहीं वो
पनखंडी साधु के आशीर्वाद से
करीब चालीस साल पहले जब कुचामन ठाकुर सा प्रतापसिंह जी इसमे रहते थे तब उनके सेवा-पूजा के ठाकुर जी नटवरलाल जी ज़ो चुर गये सो मिल गये तब उन्हे पंचामृत स्नान कराके शुद्ध फिर से सेवा शुरू करवा ने आया था, अब वे ठाकुर नटवरलाल जी कहां बिराजते है कोई बता पाएगा